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काव्य कुटीर ( पंक्तियां, कविताएँ, शायरी, व्यंग)

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काव्य कुटीर ( पंक्तियां, कविताएँ, शायरी, व्यंग) (Hindi)

काव्य कुटीर एक ऐसा साहित्यिक समुदाय है जो कविताएँ, पंक्तियां, शायरी और व्यंगरचना के सबसे श्रेष्ठ रचनाओं को साझा करता है। यहाँ पर आप इन उत्कृष्ट कलाकृतियों का संग्रह पा सकते हैं और अपनी साहित्यिक रूचि को साझा कर सकते हैं। काव्य कुटीर परिवार में आपका हार्दिक स्वागत है। इस चैनल के माध्यम से आप नवीनतम कविताएँ और शायरी का आनंद ले सकते हैं, साथ ही साहित्य से जुड़े रोचक विचार भी पा सकते हैं। अगर आप भी साहित्यिक कला के प्रेमी हैं, तो आपको काव्य कुटीर जरूर जुड़ना चाहिए। इस तमाम कलात्मक रचनाओं का आनंद लेने के लिए तुरंत शामिल हों और इस साहित्यिक सफर का भाग बनें।

काव्य कुटीर ( पंक्तियां, कविताएँ, शायरी, व्यंग)

03 Feb, 18:18


Series Review Pataal Lok

साथियों,
आज बात होगी अमेज़न की बहुचर्चित सीरीज पाताल लोक सीज़न २ की

निर्देशक अविनाश अरुण धावरे ने एक बार फिर से समाज के अंधकारमय पहलुओं को उजागर किया है। कहानी नागालैंड की पृष्ठभूमि में स्थापित है, जहां एक प्रतिष्ठित व्यवसायी और राजनेता जोनाथन थॉम की नृशंस हत्या होती है। इस जघन्य अपराध की जांच का भार इंस्पेक्टर हाथीराम चौधरी (जयदीप अहलावत) और एसीपी बने इमरान अंसारी (इश्वाक सिंह) के कंधों पर आता है। जैसे-जैसे वे इस रहस्य की गहराई में उतरते हैं, उन्हें साजिशों और षड्यंत्रों का एक जटिल जाल मिलता है, जो समाज की गहरी सच्चाइयों को उजागर करता है।

निर्देशन की दृष्टि से, अविनाश अरुण धावरे ने नागालैंड की सुरम्य भूमि को कहानी के साथ बखूबी पिरोया है। कैमरा वर्क और सिनेमैटोग्राफी दर्शकों को उस वातावरण में डूबो देती है, जहां अपराध और राजनीति के धुंधले रंग स्पष्ट दिखाई देते हैं। धावरे की निर्देशन शैली में यथार्थवाद और मौलिकता की झलक मिलती है, जो दर्शकों को कहानी से बांधे रखती है।

अभिनय के क्षेत्र में, जयदीप अहलावत ने हाथीराम चौधरी के रूप में एक बार फिर से अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। उनकी बॉडी लैंग्वेज, संवाद अदायगी और चरित्र की गहराई को समझने की क्षमता प्रशंसनीय है। इश्वाक सिंह ने एसीपी अंसारी के रूप में उनका सटीक साथ दिया है, और दोनों के बीच की केमिस्ट्री कहानी को और भी प्रभावशाली बनाती है। तिलोत्तमा शोम ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के रूप में अपने किरदार को बखूबी निभाया है, जबकि गुल पनाग ने हाथीराम की पत्नी के रूप में अपनी भूमिका को संवेदनशीलता के साथ प्रस्तुत किया है।

स्क्रीनप्ले की बात करें तो, कहानी की जटिलता और उसमें मौजूद सब-प्लॉट्स दर्शकों को सोचने पर मजबूर करते हैं। हालांकि, कुछ स्थानों पर कथा की गति धीमी प्रतीत होती है, लेकिन कुल मिलाकर यह दर्शकों को अंत तक बांधे रखने में सफल रहती है। संवादों में स्थानीय भाषाओं का मिश्रण कहानी को और भी प्रामाणिक बनाता है।

संगीत और बैकग्राउंड स्कोर कहानी के मूड को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो दृश्य और भावनाओं के साथ मेल खाते हैं।

कुल मिलाकर, 'पाताल लोक' का दूसरा सीज़न सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों की गहराई में उतरता है, और दर्शकों को एक थ्रिलर अनुभव प्रदान करता है। अभिनय, निर्देशन और स्क्रीनप्ले के क्षेत्र में यह सीरीज उच्च मानदंड स्थापित करती है, जो इसे अवश्य देखने योग्य बनाती है।


अमेज़न प्राइम पर स्ट्रीम हो रही है, यह मेरी राय है. आप भी देखकर अपनी विचार हमें बता सकते हैं!


~ सूर्यभान "सूरी"

रिलायबल रिव्यू जरूर पढ़े और अपनी प्रतिक्रिया दें🙏🏼🙏🏼

काव्य कुटीर ( पंक्तियां, कविताएँ, शायरी, व्यंग)

31 Jan, 18:38


आज फिर उस गली से गुजरा,
जहां कभी तेरे कदमों के निशान मिला करते थे।

#BBWLadaki

काव्य कुटीर ( पंक्तियां, कविताएँ, शायरी, व्यंग)

22 Dec, 18:50


दोस्तों, आज बात होगी हाल में आई फ़िल्म अग्नि की!

अग्नि फ़िल्म एक ऐसी कहानी है जो फायर फाइटर्स के जीवन और उनके संघर्षों पर केंद्रित है। यह फ़िल्म उन अनसुने नायकों का संग्रह है जो अपनी जान हथेली पर रखकर दूसरों के सपनों को बचाते हैं।

फ़िल्म की कहानी विट्ठल राव नामक एक फायर फाइटर के इर्द-गिर्द घूमती है जो अपने काम के प्रति समर्पित है और लोगों की जान बचाने के लिउनके अलावा साथी कलाकार दिव्येंदु और सैयामी खेर समेत सभी कलाकारों ने अपने हिस्से को काम को बखूबी निभाया है।

फ़िल्म का बैकग्राउंड और कैमरा वर्क औसत है पर इग्नोर हो जाता है, आपको कही भी चुभेगा नहीं!
ए हर संभव प्रयास करता है। फ़िल्म में प्रतीक गांधी विट्ठल राव की भूमिका में है,और उन्होंने अपने किरदार को बेहद जानदार तरीके से निभाया है।

फ़िल्म के निर्देशक रईस फेम डॉयरेक्टर राहुल ढोलकिया हैं,फ़िल्म की कहानी नई और अलग है,जो बॉलीवुड की घिसी पीटी स्टोरीज से काफी अलग है। यही इस फिल्म को खास बनाता है

यह फ़िल्म उन लोगों के लिए है जो नई और अलग कहानियों को देखना पसंद करते हैं।

यह मेरी राय है,आप देखकर अपने विचार भी साझा कर सकते हैं!


Writer/Editer: Sury Bhan

काव्य कुटीर ( पंक्तियां, कविताएँ, शायरी, व्यंग)

01 Dec, 19:04


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काव्य कुटीर ( पंक्तियां, कविताएँ, शायरी, व्यंग)

07 Nov, 15:37


"जिनका अस्त होता है उनका उदय भी होता है।"

महापर्व छठ की हार्दिक शुभकामनाएं।🌟

काव्य कुटीर ( पंक्तियां, कविताएँ, शायरी, व्यंग)

02 Nov, 05:03


आप सभी को गोवर्धन पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं ❤️

काव्य कुटीर ( पंक्तियां, कविताएँ, शायरी, व्यंग)

31 Oct, 04:29


सभी मित्रों को दीपावली की शुभकामनाएँ।🙏
#हिंदी #हिंदीपंक्तियाँ #हिंदीसाहित्य #हिंदीकविता #काव्यकुटीर

काव्य कुटीर ( पंक्तियां, कविताएँ, शायरी, व्यंग)

31 Oct, 02:22


प्रिय पाठकों,
दिवाली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं...💐

काव्य कुटीर ( पंक्तियां, कविताएँ, शायरी, व्यंग)

20 Oct, 18:50


अलविदा साहब 💐💐

काव्य कुटीर ( पंक्तियां, कविताएँ, शायरी, व्यंग)

20 Oct, 10:22


करवाचौथ की हार्दिक शुभकामनाएं 😊🙏
#KarvaChauth

काव्य कुटीर ( पंक्तियां, कविताएँ, शायरी, व्यंग)

12 Oct, 10:58


साकी अमरोहवी

काव्य कुटीर ( पंक्तियां, कविताएँ, शायरी, व्यंग)

12 Oct, 04:57


सत्यं सर्वदा विजयते!

विजयदशमी की हार्दिक शुभकामनाएं।🙏🏼

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