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आपका स्वागत है 'हिन्दवी' चैनल पर! यह चैनल हिंदी भाषा और साहित्य को समर्पित है। यह चैनल @rekhta का एक उपक्रम है जो हिंदी-काव्य-परंपरा का सुंदरतम, व्यवस्थित और प्रामाणिक संकलन प्रदान करता है। hindwi.org के माध्यम से यहाँ साहित्य-संसार का एक अद्वितीय अनुभव प्राप्त किया जा सकता है। इस चैनल से आप कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त कर सकते हैं और हिंदी साहित्य की दुनिया को और अधिक उचितता और सुंदरता से समझ सकते हैं। अगर आप हिंदी भाषा और साहित्य के प्रेमी हैं, तो आपके लिए 'हिन्दवी' चैनल एक मात्र स्थान है जहाँ आपकी रूचि को पूरा किया जा सकता है। तो जुड़ जाइए @hindwiofficial और अब इस अनमोल साहित्य-संसार का आनंद लें।

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21 Nov, 12:46


'संगत' के एपिसोड 88 में मिलिए आलोचक-अनुवादक मदन सोनी से।
शुक्रवार, 22 नवंबर को शाम 7 बजे हिन्दवी यूट्यूब चैनल पर :

#Sangat #Hindwi

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21 Nov, 04:58


"इधर रुस्तम का नया कविता-संग्रह ‘मैं पृथ्वी से बिछुड़ गया था’ (संभावना प्रकाशन) सामने आया है। रुस्तम के काव्य-संसार में प्रवेश से पहले रिलेक्स होना ज़रूरी है, क्योंकि वह जीवन की आपाधापी के कवि नहीं हैं। वह कविता में दृश्य रचते हैं—जैसे पानी पर तैरते अक्स के कुछ विजुअल कौंध जाते हैं और स्मृति में ठहर जाते हैं।"

(https://www.hindwi.org/bela/main-prithvi-se-bichhud-gaya-tha-kavita-ki-hawa-ko-taazji-se-bharta-sangreh)

#HindwiBela

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20 Nov, 12:40


"17 नवंबर 2024 को स्वराज विद्यापीठ, प्रयागराज में यूनिवर्सिटी थिएटर द्वारा आयोजित 20 दिवसीय उत्पादन आधारित कार्यशाला का भव्य समापन माइम (मूक अभिनय) प्रदर्शन के साथ हुआ। यह प्रस्तुति शहर के कलाप्रेमियों के लिए एक अद्वितीय अनुभव रही, जिसमें कलाकारों ने शब्दों के बिना केवल हाव-भाव, शारीरिक भाषा और भावनाओं के माध्यम से अपनी कहानी प्रस्तुत की।"

(https://www.hindwi.org/bela/swaraj-vidyapith-prayagraj-mein-hui-mime-prastuti-aur-karyashala)

#HindwiBela

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20 Nov, 09:22


• अनीता वर्मा

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20 Nov, 04:40


• ओउज़ अताय

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19 Nov, 10:43


"दरअस्ल, उर्फ़ी के विरोध से पहले उर्फ़ी की काफ़ी तारीफ़ की जानी चाहिए, क्योंकि वह हमारे हिंदी-कवियों से सैकड़ों दर्जा बेहतर हैं। कम से कम वह जो करती हैं, उसमें ईमानदार तो हैं।"

(https://hindwi.org/bela/urfi-javed-ke-saamne-humari-haisiyat-zubair-saifi)

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19 Nov, 04:32


• अज्ञेय

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18 Nov, 13:20


• जन्मदिन : गगन गिल

( पूरा एपिसोड हिन्दवी यूट्यूब चैनल पर देखिए )

#Hindwi #Sangat

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18 Nov, 11:18


• जन्मदिन : गगन गिल

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17 Nov, 07:30


मेरा पुराना फ़ोन भारत में मेरे क़स्बे से चोरी हो गया है, उसमें बहुत-सी ऐसी चीज़ें थीं जिनका कोई बैकअप मेरे पास नहीं है। जैसे कई सारी मेडिकल रिपोर्ट्स। ताइवान में हेल्थ इंश्योरेंस के बल पर बहुत सारी जाँच आसानी से हो जाती थीं। यहाँ डॉक्टर पैसे बनाने के लिए कई ग़ैर-ज़रूरी जाँच लिख दे रहे हैं। पहले फ़ोन की चोरी और फिर डॉक्टर्स का यह व्यवहार। मेरे देश ने मेरा स्वागत कोई बहुत अच्छे ढंग से नहीं किया है।

• पूरा यहाँ पढ़िए : https://hindwi.org/bela/xiexie-ko-shukriya-mein-badalte-hue

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16 Nov, 11:50


स्टेज से तो मुझे हमेशा डर लगता रहा है। डायलॉग स्टेज पर कोई और भूलता है, साँस मेरी अटक जाती है। हाँ, लेकिन मुझमें यह जानने की ललक हर बार रहती थी कि डायलॉग कैसे लिखे जाते हैं, सीन्स कैसे तैयार होते हैं, एक्टर्स का चुनाव कैसे होता है, कौन-सी बातें सूत्रधार से बोलवाई जाती हैं। कौन-से एक्टर्स प्ले करते हैं, यह सब कैसे तय होता है और इसी का हिस्सा नहीं होना मुझे हमेशा खलता। नतीजा यह निकलता नाटक देखने के बाद सब ख़ुश होते मैं दुखी।

यहाँ पढ़िए : https://hindwi.org/bela/university-theatre-se-judna-anjali

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16 Nov, 06:57


• पुस्तक : सिंधु
• लेखक : जीम अब्बासी
• अनुवाद : अर्जुमंद आरा
• प्रकाशक : @rekhtapublications
• संस्करण : 2024

#PustakSansar #Hindwi

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14 Nov, 08:10


• नीत्शे के नीत्शे होने की कहानी भी अजीब थी। एक बार उसके गाँव में एक नाटक मंडली आई और नीत्शे ने उनके समान में से एक नकली मूँछ ढूँढ ली, जिसने उसके छोटे से मुँह को पूरा ढक लिया। उसने वो मूँछ किसी ऐसी गोंद से चिपका ली कि वो बस चिपकी रह गई। कई घंटों तक तो कोई उसे पहचाना ही नहीं। फिर जाकर जब लोगों ने ग़ौर से देखा तो समझे, यह उनका अपना केशव है जो कुछ दिनों में नीत्शे नाम से प्रचलित हुआ है। इस वृत्तांत से पहले नीत्शे को लोग केशव नाम से ही जानते थे।

#Hindwibela #hindwi

https://hindwi.org/bela/nietzsche-ke-nietzsche-hone-ki-kahani

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13 Nov, 11:29


• ऑर्बिटल की बड़ी सफलता यह भी है कि यह एक ऐसी जगह की कथा कह रहा है जो स्थिर न होकर लगातार घूम रही है। कथानक पल-प्रतिपल बदलते दृश्यों को सफलतापूर्वक क्रमबद्ध करता है। एक समय पर अंतरिक्ष यात्री ‘महाद्वीपों को एक-दूसरे से टकराते हुए या रूस और अलास्का को नाक से नाक सटाते हुए’ देखकर ख़ुश हो जाते हैं, लेकिन जल्द ही वे इस ‘निरंतर ट्रेडमिल’ से थक भी जाते हैं। ‘कभी-कभी उन पिछड़ते महाद्वीपों को अपने-आप से दूर धकेलना कठिन हो जाता है। वहाँ होने वाला सारा जीवन, जो आया और चला गया, आपकी पीठ पर बैठ जाता है।’ यहाँ तक कि सूक्ष्म बदलावों को भी कुशलतापूर्वक रेखांकित किया गया है।

#Hindwibela #hindwi

https://hindwi.org/bela/booker-vijeta-kitaab-orbital-ke-baare-mein-samantha-harvey-2024-booker-prize

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12 Nov, 11:53


"शहरों में आम बदलने के साथ-साथ उसके ख़रीदारों और सही आम की पहचान करने वालों की भी बहुत कमी है। बाज़ार जाती हूँ—आम की सुगंध से उसे पहचानने की कोशिश करती हूँ, लेकिन दुकान वाले की तेज़ आवाज़ में स्वाद कहीं खो जाता है। भीड़ महक से दूर आवाज़ की तरफ़ खींची चली जाती है। आम अब आम ना होकर ख़ास हो गया है..."

#Hindwibela #Hindwi

• पूरा यहाँ पढ़िए :
https://hindwi.org/bela/zindagi-se-ghayab-aamon-ki-mehek-jyoti-dubey

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11 Nov, 07:19


• पुस्तक : आहोपुरुषिका
• लेखक : वागीश शुक्ल
• प्रकाशक : सेतु प्रकाशन
• संस्करण : 2024

#PustakSansar #Hindwi

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10 Nov, 07:07


• हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर एक सूनी रात में टहलते हुए मुझे ख़याल आया था कि मैं वह कौन-कौन-सी जगहें और स्थितियाँ होंगी जिसके बारे में बॉब डिलन गीत लिखेगा; उसने कहा है—आपको कवि बनने के लिए ज़रूरी नहीं है कि आप लिखें। कुछ लोग गैस स्टेशनों में काम करते हैं और वे कवि हैं। मैं अपने आप को कवि नहीं कहता, क्योंकि मुझे यह शब्द पसंद नहीं है।

• पूरा यहाँ पढ़िए : https://hindwi.org/bela/kavi-banne-ke-liye-zaruri-nahi-hai-ki-aap-lekhein-nishant-kaushik-on-bob-dylan

#Hindwibela #bobdylan #hindwi

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09 Nov, 07:15


"सुमेर ने नई शैली में अपनी डायरी लिखी है। इसमें तारीख़, माह, वर्ष दर्ज नहीं हैं, न ही दिनचर्या का उबाऊ विवरण है, किसी दिन की मनोदशा है, जैसा जीवन गुज़रा या गुज़र रहा है—उसका सरिअल चित्र है और उस मनःस्थिति, उस चित्र को बयान करने वाली बहुत कोमल, प्राकृतिक भाषा है। प्राकृतिक इसलिए क्योंकि ऐसा कोई पृष्ठ नहीं जहाँ प्रकृति मनःस्थिति और आत्मानुभव को व्यक्त करने भाषा में न आई हो। कहीं-कहीं भाषा इतनी काव्यात्मक है कि पैराग्राफ़ पढ़ते हुए लगा जैसे कोई कविता पढ़ रही हूँ। गद्य और पद्य की धुरी के बीच ऐसी भाषा साधना आसान नहीं है।"

(https://hindwi.org/bela/banjare-ki-chitthiyaan-padhane-ka-anubhav)

#Hindwibela #bookreview #hindwi

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08 Nov, 13:37


'संगत' एपिसोड 86 आलोचक अजय तिवारी के साथ।

• एपिसोड का लिंक : https://youtu.be/mTxA5eADzO8

#Sangat #Hindwi

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08 Nov, 12:29


• आज, 8 नवंबर को 'हिन्दवी' और संस्कृति परिषद, दिल्ली विश्वविद्यालय के साझा सहयोग से संपन्न हुए 'हिन्दवी कैंपस कविता' के सत्र काव्य-प्रतियोगिता के चयनित प्रतिभागियों में से विजयी रहे प्रतिभागी क्रमशः हैं :
आदित्य (प्रथम), मोहम्मद तलहा (द्वितीय) और सत्यव्रत रजक (तृतीय)।

काव्य-प्रतियोगिता में अंजलि कार्की, आकांक्षा, शिवा शशांक ओझा, अन्वेषा राय और शिवानी कार्की ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया।

#CampusKavita #Hindwi #DelhiUniversity #newpoetry

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