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बेनाम शायर💌✍️

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मेरे पोस्ट्स📩 एक नशे की तरह है
एक बार आदत पड़ गई
तो बिना पढ़े 📖 रह पाना मुश्किल होगा

इशारो इशारो में अपनी बातें रखने का दम रखता हूँ
मैं शायर📝 तो नही हूँ जनाब
मगर सीधा दिल💖 मे कदम रखता हूँ
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बेनाम शायर (Hindi)

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बेनाम शायर💌✍️

28 Jan, 08:00


बेनाम शायर💌✍️ pinned «"जब मेरी मृत्यु होगी" जब मेरी मृत्यु होगी, तब तुम आओगे, सफेद कपड़े पहने, आंखों में आंसुओं का सागर लिए, हृदय में पश्चाताप का ज्वार उठाते हुए। तुम बोलोगे मेरे बारे में अच्छी-अच्छी बातें, जिन्हें सुनकर मेरी आत्मा भी शायद मुस्कुरा दे। तुम कहोगे, "यह एक अच्छा…»

बेनाम शायर💌✍️

28 Jan, 08:00


"जब मेरी मृत्यु होगी"

जब मेरी मृत्यु होगी,
तब तुम आओगे,
सफेद कपड़े पहने,
आंखों में आंसुओं का सागर लिए,
हृदय में पश्चाताप का ज्वार उठाते हुए।
तुम बोलोगे मेरे बारे में अच्छी-अच्छी बातें,
जिन्हें सुनकर मेरी आत्मा भी शायद मुस्कुरा दे।

तुम कहोगे,
"यह एक अच्छा इंसान था।
हमेशा दूसरों के लिए जीता था,
अपने दर्द को छुपाकर,
दूसरों के चेहरे पर मुस्कान लाने की कोशिश करता था।"
पर मैं सोचूंगा,
क्या तुमने कभी उस दर्द को देखा,
जो मैंने अपनी आत्मा में छिपा रखा था?
क्या तुमने कभी मेरी चुप्पी में चीखें सुनी थीं?

जब मेरी मृत्यु होगी,
मेरे खून-पसीने से लिखे गए पन्ने
तुम्हारे हाथों में होंगे,
जिन्हें तुम पढ़ोगे और कहोगे,
"यह तो बेहद गहरी बात लिखता था।
शायद हम इसे समझ ही नहीं पाए।"
पर अब क्या फायदा?
अब जब मैं चला गया हूं,
तब तुम्हें मेरी कविताएं अमूल्य लगेंगी।

जब मेरी मृत्यु होगी,
तुम जला रहे होगे मेरी देह को,
उस राख को देखकर कहोगे,
"यही है इंसान का अंत।"
पर तुम शायद भूल जाओगे,
कि राख के कणों में भी मेरी भावनाएं हैं,
जो तुम्हारे दिल तक पहुंचना चाहती हैं।

तुम्हें याद आएगा,
कैसे मैंने हर मुश्किल को हंसते-हंसते सहा,
कैसे मैंने अपनों की खुशी के लिए
अपनी इच्छाओं को जलाया।
तुम कहोगे,
"काश, हमने उसे समझा होता।
काश, हमने उसके दर्द को बांटा होता।"
पर ये सब "काश" अब व्यर्थ है।

जब मेरी मृत्यु होगी,
तो कुछ लोग शायद मेरे नाम को भुला देंगे,
मेरे द्वारा किए गए कार्यों को
एक धुंधली याद बना देंगे।
पर मेरी आत्मा,
उन अनसुने शब्दों के साथ
तुम्हारे आस-पास मंडराएगी।

तुम कहोगे,
"वो तो बहादुर था,
वो हार मानने वालों में से नहीं था।
उसने हर हाल में जिंदगी जी।"
पर तुम्हें पता नहीं,
मेरे भीतर कितना संघर्ष था,
कितना अकेलापन था।

जब मेरी मृत्यु होगी,
तब शायद कोई बच्चा,
मेरी लिखी कविता को पढ़कर
प्रेरणा लेगा।
शायद मेरी बातें किसी के जीवन में
नया प्रकाश लाएंगी।
पर मैं वहां नहीं होऊंगा,
उस मुस्कान को देखने के लिए।

तुम्हारी बातों में सच्चाई होगी,
पर वो अधूरी होगी।
तुम जानोगे मेरा नाम,
पर शायद कभी नहीं जान पाओगे
मेरी कहानी।

तुम कहोगे,
"काश, हमने उसे समय दिया होता।
काश, हमने उसके साथ
उसकी खामोशी के दर्द को साझा किया होता।"
पर ये "काश" मेरे जाने के बाद
बस एक पछतावा बनकर रह जाएगा।

जब मेरी मृत्यु होगी,
मैं उम्मीद करता हूं,
कि मेरी कविताएं और मेरे शब्द,
तुम्हें एक नए रास्ते पर ले जाएं।
मैं चाहता हूं,
कि तुम उस समय को पहचानो,
जो अभी तुम्हारे पास है।
तुम अपने आस-पास के
हर दर्द को महसूस करो,
हर मुस्कान को सहेजो।

क्योंकि जब मेरी मृत्यु होगी,
तो यह सब बातें
तुम्हारे लिए
बस एक कहानी बनकर रह जाएंगी।
पर शायद,
तुम उस कहानी में
अपनी सच्चाई खोज पाओ।

मेरा अंत केवल एक शुरुआत होगी।
मेरी राख के कण,
हवा में उड़ते हुए,
तुम्हारे दिल तक पहुंचेंगे,
तुमसे कहेंगे,
"जियो, हंसो, और समझो।
क्योंकि जीवन का हर पल अनमोल है।"

जब मेरी मृत्यु होगी,
तब शायद तुम्हें एहसास होगा,
कि मेरी जिंदगी
सिर्फ मेरा नहीं,
हम सबका प्रतिबिंब थी।

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

27 Jan, 16:43


पहले..
मैं तुम्हें देखकर अक्सर सोचा करता था ,
ये लड़की बिछड़ गई तो मरना पड़ेगा..♥️

और अब..
जो तुम मिल गई हो तो सोचा करता हूँ
मुझे तुम्हारे साथ जीने के लिए ख़ुद को ज़िंदा रखना पड़ेगा.. ♥️

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

27 Jan, 15:53


तुम्हारी मुस्कान सावन में निकले उस इंद्रधनुष की भाँति है जो सबको पसंद है किंतु किसी के पहुँच में नहीं है।
पर सुनो मनदेवी..❣️
मैं वो विस्तृत और विशाल आकाश बनना चाहता हूँ जिसके आगोश में तुम बेफिक्र मुस्करा सको, खिल सको और विचरण कर सको, जैसे माँ गंगा इस विशाल धरा पर।


@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

25 Jan, 10:08


सुनो पड़ोसन
महत्व इस बात का नहीं है कि
तुम मुझसे प्रेम करोगी या नहीं...

महत्व है तो इस बात का कि
यदि तुम मेरे अंदर के लेखक से प्रेम कर बैठी,
तो मैं तुम्हे सृष्टि के अंत के बाद भी जीवित रख सकता हूं !!

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

25 Jan, 04:06


तेरे बिस्तर से उठ जाने के बाद, तकिए से तेरे बाल चुरा लेता था,

आज अपने ज़ख्म-ओ-जिगर में उसी रेशम के टांके है..!

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

25 Jan, 03:31


सुनो पड़ोसन

मुझ जैसे संसार की आसक्तियों में लिप्त जीव के लिए तुम वैकुण्ठ धाम के समान हो...♥️

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

18 Jan, 08:27


मैं कुंभ की कार्मिक भूमि हूँ
तुम गंगा की अविरल धार प्रिये..!!

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

17 Jan, 16:47


सुनो पड़ोसन ❤️
लिखने को तो तुम्हारे प्रेम में,
मैं सम्पूर्ण ग्रंथ की रचना कर डालूँ परन्तु
तुम मेरे हृदय में उस स्थान पर विराजती हो
जहाँ स्वयं ईश्वर का वास है।
तुम्हारे लिए मेरा प्रेम सांसारिक नहीं आत्मिक है।
इस प्रेम की अनुभूति नैसर्गिक है, अलौकिक है, अद्भुत है। मेरा ये प्रेम पवित्र है, बिल्कुल तुम्हारी आत्मिक मुस्कान की तरह..!!

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

16 Jan, 16:12


तुमसे ज़्यादा ख़ूबसूरत हैं
तुम्हारे ख़्याल

छूते हैं हौले से मन को
और लब मुस्कुराते हैं

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

16 Jan, 16:08


जला कर जो राख कर दूं मैं यादों को तेरी.. ,
तू धुआं बन फिर मेरी सांसों में समाता है.. ❤️

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

16 Jan, 02:50


मेरा प्रेम सदा ही
गणित में सबसे पिछड़े
विद्यार्थी की भाँति रहा
अनेकों प्रयासों और जोड़ के
नियमों को सीखने के बाद भी
प्रश्न के उत्तर में एक और एक
जोड़कर कभी दो नहीं बता पाया
उसे सदा ही एक और एक
"एक" ही लगता रहा।
❤️

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

14 Jan, 16:01


तुम बस इक बार ज़िद करके तो देखो...
पतंग के धागे से चांद को खींच कर ना ले आया तो कहना !

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

14 Jan, 05:53


जीवन में एक बार किसी को...पूरी जान का दम निचोड़ कर अपना कहने का...मौका मिल जाए...
तो फिर जन्म लेने का मकसद पूरा हो जाता है
🌿🍂

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

13 Jan, 15:59


🍂प्रेम शक्ति प्रदर्शन का विषयवस्तु नहीं,,,
अपितु,,,समर्पण, निष्ठा और आदर का विषय है...!!!🍂

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

13 Jan, 15:26


गुण 36 नहीं बस 4 मिलने चाहिए,
सुंदर दिल, साफ नियत, सुंदर व्यवहार, ईमानदारी...😊🩶

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

12 Jan, 16:35


मृत्यु अटल है, अमरत्व असंभव ।
परंतु जीते-जी मरना चाहते हो, तो प्रेम करो l 💔

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

12 Jan, 03:07


जिंदगी कुछ थकी सी है
चलो कुछ पुराने किस्से सुनते है,
फुरसत भी है और इतवार भी
चलो मिलकर चाय पी लेते है ।
कुछ तुम अपनी कहना
कुछ मैं अपनी सुनाउंगी
दोनों मिलकर कुछ दुख बांट लेते है ।
चलो मिलकर चाय पीते है ।
कोई किस्सा कभी तुम बुन लेना
कुछ किस्से मैं चुन लुंगी
दोनों मिलकर आज थोड़ा हँस लेते है
कुछ हँसी पल साथ मे जी लेते है ।
चलो मिलकर चाय पी लेते है ।


@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

09 Jan, 17:15


तुम्हारी आँखों में जो चुप्प सी बात है
मैं उसे अपने शब्दों में छुपा कर कह दूँ
तुमसे हर वो बात जो दिल में दबी है
कभी तुमसे कहूँ, कभी खुद से सुलझा दूँ।

मैं तुम्हे गिला नहीं करना चाहता
बस अपनी चाहत को शब्दों में पिरोना चाहता हूँ
तुमसे जितनी बातें बेजुबां है
उन्हें मैं अपने खामोश लम्हों में सजा देना चाहता हूँ।

तुमसे जो महसूस होता है, वो हर शब्द में ढल जाए
तुम्हारे चेहरे पर मुस्कान बन जाए
कभी तुम्हारी आँखों से झलकें, कभी लबों पे रुके
मैं तुम्हें गिला नहीं, बस अपना हर एहसास तुम तक पहुँचाना चाहता हूँ।

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

09 Jan, 16:27


होती है कुछ लड़किया 🙋‍♀️
जो नही छोड़ना चाहती खुली दो लट
लेकिन हड़बड़ी मे क्लिप लगाना भूल जाती है!

जो भरने मे मदद करती है उस घर की किस्त
जो कुछ महीने, सालों के बाद मायका हो जाना है!

रखती है राशन, बिजली, खर्चे जमा पूंजी का पूरा
लेखा-जोखा, जबकि एक दिन कट जाना है उसी
राशनकार्ड से नाम अपना!

10 रुपये को बचाने, कई कदमों के फुथपाथ को नाप देती है
घर से जिम्मेदारी‍ को लेकर निकली, भीड़ के महासागर को पार करने के लिए कोने मे दुबक कर जाती है!

अंतर्मन मे संघर्ष‍, चेहरे पर मुस्कराहट लिए जीती है
माँ की दवाई, पापा के चहरे पर खुशी लाने हमेशा आगे खड़ी रहती है!

दुनिया से तालमेल मे चुकने पर खुद पर चिल्ला पड़ती है
चलते हुए दुपट्टे को मुख मे दबा चीख मार रोना जानती है!

अपनों की खुशी के लिए हर रोज अपनी ख्वाहिशो का गला
गोट देने का एकतरफा हुनर को बखूबी निभाती है!
वो लड़किया फिर भी हर रोज पराये घर की कहलाती है

तकिये को सुनाती है उनकी आँखे अपना हाल-ए -दिल
बिना करवट बदले, वो कल के दिन की जंग की तैयारी करती है!

मिले कभी कोई मुझे ऐसी लड़की तो सुन लेना चाहूंगा
तश्लि संग उसका दिल ए हाल, वो सारी बातें जो हर रोज उसे कचोटती है, रो लेने दूंगा अपने कांधे पर टिकवा कर सर

खलल न पड़े इसलिए हो जाना चाहूंगा निर्जीव इंसान
जाते हुए एकटक देखूंगा उसकी वो मुस्कान, जो दबी हुई थी
सालों-साल,

सुनो जहाँ कही भी हो, मै सुन रहा हु
जितना कहोगी उससे ज्यादा महसूस कर रहा हूँ....!!! 🦋🐝🍁🍂🌸🌼🥀..🖤

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

05 Jan, 16:31


कुछ ऐसा हुआ.....
वो मुझको मिला मैं उसको मिली
इज़हार हुआ इकरार हुआ
वो प्यार बना मैं दोस्त बनी
उसे इश्क़ बहुत मुझे लगाव बहुत
हम दोनों में तकरार बहुत
फ़िर हुआ कुछ यूं वो छोड़ गया
मैं टूट गई
फ़िर कुछ यूं मिले वो तन्हा था
मैं अकेली थी
बस हम दोनों थे कोई ओर ना था
वो रोने लगा,, मैं बेबस रहीं
ना ही प्यार रहा न इज़हार रहा
बस फ़र्क सिर्फ़ इतना था
वो मिट्टी के ऊपर रोता रहा
और मैं मिट्टी के अंदर सोती रही...!!

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

05 Jan, 15:45


"Success is the sum of small efforts, repeated day in and day out."

°Butterfly🦋°

बेनाम शायर💌✍️

05 Jan, 15:33


रूठे दिल को मनाने की एक कोशिश,
जैसे मौसम बदलता है, वैसे दिल की सूरत,
तेरे बिना हर पल सुना-सुना लगता है,
तेरी यादें मुझसे हर वक्त बिछुड़ी रहती हैं।

कभी मुस्कान तेरी थी जो मेरी दुनिया,
अब वो चुप्प है, और मैं हूँ बेमन,
तुझसे दूर जाऊं, यह ख्याल ही डराता है,
क्या वो दिन फिर से लौटेंगे, जब तू था पास?

तेरी हर बात, हर हंसी, मेरी यादों में बस गई,
अब तेरे बिना मेरी राहें भी कहीं खो सी गई।
तू रूठे तो लगता है जैसे आकाश छूट जाए,
दिल की सारी खुशियाँ, वो तेरे साथ बिछड़ जाएं।

मैं चाहता हूँ, तू फिर से वही पुराना हो जाए,
मेरा तेरा रिश्ता फिर से वो मीठा सा पल हो जाए।
रूठना तेरा और फिर से मनाना मेरा काम है,
कभी ना हो दूर तू, यही मेरी तमन्ना का नाम है।

सुन ले, जो कुछ भी मैंने किया, वह सिर्फ तुझसे प्यार था,
कभी न था कोई इरादा तुझे दुख देने का, हर बात तुझसे जुड़ी थी।
अब फिर से लौट आ, वो हंसी तेरी मेरी दुनिया बना दे,
हमारे बीच का यह फासला, बस तू मिटा दे।

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

05 Jan, 15:02


प्रेम कहानी..
जाइये किसी कस्बे के सरकारी अस्पताल के जनरल वार्ड में..पति के बेड के सिरहाने एक मायूस सी स्त्री हाथों में घर का बना पंखा लिए झुलाती रहती है..पति की जांच के लिए जब डॉक्टर आता है तब हाथ जोड़कर कतार आंखों से कभी बेड पर मायूस पड़े पति को देखती है तो कभी डॉक्टर को देखती है की शायद डॉक्टर साहब कह दें कि 'ले जाओ, अब तुम्हारा पति ठीक है'..उसे पता है कि अगर किसी बड़े अस्पताल में भर्ती हो जाये तो उसका पति जल्दी ठीक हो सकता है लेकिन उस स्त्री के पास अब कुछ नहीं बचा है..गहने के नाम पर सिर्फ मंगलसूत्र और बिछिया है जिसे वो पति की लंबी आयु का आशीर्वाद मानती है..हर दिन अस्पताल आते समय मांग में अच्छे से सिंदूर भरती है क्यों कि शादी के समय माँ ने बताया था कि सिंदूर से पति की उम्र बढ़ती है..गांव में उसने जमीन गिरवी रखकर पति की दवाइयों का इंतजाम किया है..उसे पूरा यकीन है कि उसका पति ठीक होकर जमीन छुड़वा लेगा..अस्पताल में उसका हर दिन साल की तरह बीत रहा है..वो डर रही है, रो रही है..कभी कभी खुद को ही कोस लेती है कि शायद उससे गाँठ जोड़ने की वजह से ही उसके पति की किस्मत खराब हो गयी है..पर वो किसी से कुछ कह नहीं रही है..
तमाम प्रेम कहानियां ऐसी ही होती हैं..जो हमें कभी पता ही नहीं चलती क्यों कि वो कहानी सिर्फ उन दोनों के बीच पनपती हैं और दोनों के बीच ही खत्म हो जाती हैं..बस वो अमर नहीं हो पातीं..क्यों कि उस कहानी में न फेसबुक होता है, न ट्वीटर और न ही इंस्टाग्राम..

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

05 Jan, 04:46


दुनियाओं के बीच घूमते हुए
अपने अकेलेपन में
मैं सोचता हूँ यदि तुम होती
तो ये कल्पनायें कितनी सच होतीं
हकीकत से भागना न होता
मैं बेघर न होता
न ये शायरियां होतीं ❤️
होते तो बस हम और तुम होते ❤️
और हमारी एक अलग दुनिया होती ❤️

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

05 Jan, 04:24


सुनो पड़ोसन
मन करता हैं एक रात तेरी बाहों में सर रखकर सो जाऊँ और कोई न हो पास बस हम दोनो हो साथ..!!♥️😊

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

03 Jan, 12:15


अगर थक जाओ कभी दूसरे घर की बहु बनके !!

तो मेरी पुरानी प्रेमिका बनके मुझसे मिलने आ जाना !!💔😥

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

03 Jan, 02:58


जानती हो तुमसे मिलकर मुझे ऐसा लगा है जैसे !!
"चांदनी बिखर गई हो... हरसिंगार मुस्कुरा उठे हो...तुम्हारा आना जिंदगी में कुछ ऐसे रहा...जैसे कि ! किसी बंद कमरे में अंधेरे को चीरकर रोशनी की एक किरण मुस्कुरा दे...जैसे एक जमाने में जागी आंखो को नींद की मीठी थपकी मिल जाए...जैसे धड़कनों के शोर को सब्र का सुकून हासिल हो जाए...तुमसे मिलकर लगा मुझे अब क्या मिलना किसी से... 🩵🤎

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

02 Jan, 15:11


प्रेम में जब चूमे जाते हैं एक स्त्री के अधर
तब वह प्रेमिका हो जाती है....
माथा चूमते ही बन जाती है वह किसी की व्याहता....
और पैर चूमते ही उत्थापित हो
कहलाती है देवी.....
अधरों से पैरों तक के सफर में ही परख लिए जाते हैं ज्यादातर पुरुष.....

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

02 Jan, 15:00


तेरे वजूद से है गुलशन की सारी रौनकें,
पगली तेरे बगैर हम इस दुनिया को वीरान लिखते हैं✍️🌼🍂

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

02 Jan, 03:17


ये शायरी, ये कहानियाँ... दरअसल अकेलापन है...

जिसे इन्हें लिखने वाला अपने जैसे अकेले लोगों के साथ बाँटता है..❤️
@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

02 Jan, 02:46


सुनो पड़ोसन ❣️
प्रेम के परिमंडल में
अन्तर्मन का व्यास हो तुम..!!

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

31 Dec, 17:00


सुनो,
साल का आखिरी दिन है
इक आखिरी ख्वाहिश है
प्यासे लबों की
इस प्यास को बरकार रखेंगे
अगले साल भी..... 🍁

इक नया सफ़र 2025
इश्किया

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

29 Dec, 11:08


वक़्त तुमसे निकाला ना गया साल भर मुलाक़ात का..
बेचारे दिसंबर का क्या..उसके हिस्से फिर लानत आयेगी…

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

28 Dec, 16:58


सुनो..
तुम आओ जो कभी,
और मैं न मिलूँ तो तुम ले जाना ...
मेरी प्रेम अस्थियाँ,
मैने कह दिया है इनसे
तुमसे बिछड़ने की अपनी सारी पीड़ा ..
तुम चाहे तो रोप लेना,
इन्हें अपने सीने में, हृदय के किसी कोने में,
मै मृत्युपरांत भी तुम मे रहना चाहता हूँ,
तुम्हारा भाग बनके ....❤️


@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

28 Dec, 14:24


उसे एक पल को झिझक भी न हुई। बस सीने से आ लगी। मैं उसे थामने ही को था तभी ट्रेन की आवाज़ पर वह अलग हो गयी। उसने अपने आंसू पोंछे और कहा; "रोना मत मेरे पीछे। चुपचाप घर जाना और अगली सुबह मुझे भूल जाना। कहते हो न; रात गयी, बात गयी। बस वैसे ही..."
मैं उसकी ओर देख भी न सका, उसने पूरा इंतजार किया मेरी हामी का और आखिर में बिना कोई वादा लिए चली गयी। मैं भरी आँखे और अपना सवाल लिए देर तक खड़ा था... 'कोई ऐसे भी जाता है क्या?' ❤️

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

26 Dec, 05:50


किन शब्दों को गूंथ कर मैं
अलंकृत करूं तुम्हारे प्रेम को साँवरे,
जब मेरी तूलिका से बिखरा
हर शब्द ही तुम हो।❤️

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

24 Dec, 01:29


ए सुनो पड़ोसन

जब तुम्हारे पैरों में चढ़े महावर के रंग से...मेरे पूरे घर में पदचिह्नों की छाप बनेगी ! तब मेरी ज़िंदगी में खुशियों के रंग भरेंगे...♥️

#smile_please
@muskurate_raho
@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

20 Dec, 15:40


जिंदगी के किनारे पर आकर तो सब छोड़ जाते हैं..!!
दिसंबर तो महज एक साल का एक महीना भर हैं....!!!!

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

18 Dec, 07:12


पुरुषो को भी चाहिए लाड़ दुलार,
छोटी सी बात में रूठ जाने के बाद,
कोई बच्चों की तरह पुचकारने वाली,
प्रेम संगनी का साथ...

उन्हें भी चाहिए एक कन्धा,
जो हर पल उसे सहारा दे...
हाथों में हाथ लेने वाली प्रेम 'संगिनी' ..

गालों पर 'थपकी' देने वाली,
सांत्वना माथे पर चुम्बन कर,
हर परेशानी जो दूर कर दे...
मुस्करा कर प्यार जताने वाली,
प्रेम से निहारने वाली,
घर के चौखट पर इंतजार करती
प्रेम संगनी...

यही है पुरुषों की प्रेम वेदना...

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

18 Dec, 06:03


बचपन में सुना था
श्रृंगार करती, आँखों में काजल भरती
लड़कियाँ सुंदर होती हैं।

किशोरवय दोस्तों ने कहा
गोरी, अच्छे नैन-नक्शों वाली, स्कर्ट पहनती
लड़कियाँ सुंदर होती हैं।

किसी स्त्री-विमर्श में पढ़ा
अपने स्त्रीत्व को समेटे दुनिया जीतती
लड़कियाँ सुंदर होती हैं।

उम्र भर मैं सीखता रहा
सुंदर लड़कियों की अनेकों परिभाषाएं
फिर एक दिन मैंने देखा; तुम्हे...
और मैंने जाना कि सबसे सुंदर लड़कियाँ
किताबें पढ़ती हैं, जीती हैं अनेकों उपन्यास
और एक दिन बन जाती हैं किसी किताब की कोई
अमर नायिका ❤️

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

18 Dec, 04:02


नदी पहाड़ों से निकलती है
तुम अपनी गली से
कितना सुंदर संयोग है
नदी संसार को जीवन देती है
और तुम मुझे

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

18 Dec, 02:56


उसे छुआ तो दिसंबर में प्यास लगने लगी

कि उसके ज़िस्म का मौसम तो जून जैसा है….❤️💞

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

15 Dec, 12:34


सुनो पड़ोसन

अजा शाम तुम जितनी साल की हो

उतने मिनट की ही एक कॉल कर लो

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

15 Dec, 08:08


तुम्हें पता‌ है यदि मैं प्रेम लिखना छोड़ दूं तो क्या होगा? मैं ही नहीं, यदि कोई कवि या लेखक प्रेम को पढ़ना या लिखना छोड़ दे तो क्या होगा? यदि प्रेम लिखना ही छोड़ दिया जाए तो शायद ये सुबह इतनी सुहानी नहीं होगी, ना ये धूप कभी मुलायम-सी होगी, ना होगी ये शाम मस्तानी और ना ही रात चांदनी होगी। ना दिखेगा किसी के आंखों के आंसू में प्रेम, वात्सल्य और ममता और ना ही किसी की डांट या क्रोध में छिपा अपनापन।
मुझे नहीं लगता यदि इस दुनिया में प्रेम लिखना छोड़ दिया जाए तो दुनिया में प्रेम को समझा जा सकता है। मुझे नहीं लगता यदि प्रेम लिखना छोड़ दिया जाए तो इस धरती में पर प्रेम बचेगा किसी भी रूप में। नहीं लगता कि कोई किसी के मुस्कुराहट के पीछे छुपे प्रेम को, या आंखों से छलकते प्रेम को कोई पहचान भी पायेगा।
और यदि इस धरती पर प्रेम नहीं रहा तो क्या ही बचेगा ??
तो होगी सिर्फ क्रांति, बेवजह बिन बात, बिना किसी मांग और बिना किसी वास्तविक विरोधी बात के‌, बस क्रांति। बहेंगे जल की भांति रक्त जिससे सींचित होगी यह भूमि।इस भयावह कल्पना से भी डर लगता है जिससे बचाने का उपाय है सिर्फ एक... प्रेम की बीज हृदय के मिट्टी पर लगा दीजिए और फसल दुनिया में बांट दीजिए।
प्रेम का अर्थ कौन कहता है सिर्फ प्रेमी प्रेमिका से होता है। प्रेम से ही तो तितलियों में रंग भरता है, भौरों की गूंज सुनाई पड़ती हैं, लोगों की मुस्कान और धरती का सौंदर्य दिखाई पड़ता है। प्रेम ही तो है जो चांद को इतना खूबसूरत बनाता है। यक़ीनन प्रेम जरूरी है धरती के सौंदर्य को बनायें रखनें खातिर और शायद इसीलिए लिखता हूं मैं प्रेम पर.. क्योंकि प्रेम से ही तो सब कुछ है ❤️

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

15 Dec, 07:50


मैं कहीं भी चला जाऊँ
जब लौटूंगा, तुम्हारे पास ही आऊंगा।

तुम मेरे जीवन का वह पड़ाव हो
जहाँ से आगे कोई कुछ भी नहीं है प्रिये।

यह जीवन, दुखों का एक भूलभूलैया है
और तुम इससे निकलने का एक मात्र रास्ता हो ❤️

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

07 Dec, 12:56


मैं तुम्हें चाय समझ के पी ना जाऊं... पड़ोसन

यूँ सुबह सुबह आपनी गर्म_साँसों से मुझे जगाया ना करो

@karaizaharila

बेनाम शायर💌✍️

07 Dec, 06:12


पुरुष कठोर होता नहीं
बना दिया जाता है।
अमूमन उसे प्रेम ही नहीं मिलता।
मिलता है बस दायित्व

पुरुष को पूरा प्रेम करने वाली
स्त्री जानती है कि
वह अथाह प्यार,सरलता, कोमलता
का कोष होता है।
ऐसी स्त्री के आगोश में
वह पिघलता है,
रो तक लेता है।।

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

06 Dec, 14:52


सुनो पड़ोसन❣️
जब तुम बनारसी साड़ी में
अपने आँचल को अपने कंधे पर रख
दर्पण में निहारती हो..तो बस यह नयन
एकटक तुम्हें उसी तरह तकते हैं
जैसे माता उमा को महादेव ।

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

06 Dec, 14:33


सुनो पड़ोसन

तुम्हारे हाथों में चूड़ियाँ और
हमारे गले में तुम्हारे चूड़ियों भरे हाथ
इससे सुंदर भी कुछ हो तो कहो! ❤️

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

06 Dec, 02:23


सुनो पड़ोसन

कश्मीर नहीं है भारत का
वो कहते हैं।

तुम मेरी नहीं हो
वो कहते हैं।

कश्मीर और तुम्हारा; दोनों का सच
मैं जानता हूँ। ❤️

#smile_please
@muskurate_raho
@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

05 Dec, 14:37


मैं प्रतीक्षा करूंगा तुम्हारी..
अहिल्या सी देह के पाषाण हो जाने तक !

तुम वो प्रेम हो मेरा !
जिसका कभी अंत नही होगा.. तुम्हारी प्रतीक्षा इस जन्म ही नही
"हर जन्म करूंगा ! "प्रिय !"

___
@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

05 Dec, 13:59


चाह कर भी पूछ नहीं सकता हाल उनका !!🤦

डर है कहीं कह ना दे कि ये हक तुम्हें किसने दिया !!🤌😵✍️

-----------🫠📩

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

04 Dec, 06:51


अब लिखूं तुम्हे तो कहना फिर,
फिर याद करूं जो, मत आना
मैं भूल चुका हूँ हर लफ्ज़ तुम्हारा
अब करूं जिक्र तो कहना फिर।

तुम्हे प्यार दिया था उम्र भर का
तुम्हे नफ़रत भी ना दूंगा अब
तुम्हे किस्सा-किस्सा गढ़ा था मैनें
अब सोचूं तुम्हे तो कहना फिर।

अपनी हर किताब पर यूँ तो
नाम तुम्हारा लिखा था मैनें,
तुम्हे हर पन्ने पर उतार दिया था
अब दिल में रखूं तो कहना फिर... ❤️

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

03 Dec, 11:23


आकर्षण की एक अवधि होती है,
प्रेम की कोई अवधि नहीं होती

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

03 Dec, 10:48


इश्क था ,
हो गया तो हो गया ..
क्या फर्क पड़ता है ...
कसूर किसका था ?

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

02 Dec, 02:56


तुम उसे कितना प्रेम करते हो …

ये तो नहीं पता पर इतना पता है कि

उसे छूकर निकलने वाला जल
मेरे लिए अब चरणामृत
हो गए हैं..!!

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

02 Dec, 02:09


तुम उसे कितना प्रेम करते हो

ये तो नहीं पता पर इतना पता है कि

उसे छूकर निकलने वाले जल
मेरे लिए अब चरणामृत हो गए हैं..!!

बेनाम शायर💌✍️

01 Dec, 02:36


सुनो

चूमना चाहता हूं तुम्हारी नींद का सबसे खूबसूरत हिस्सा...!
हो..... सके, तो मिलना कभी जागने के ठीक पहले...!!

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

30 Nov, 17:24


सुनो पड़ोसन

मनुष्य का ह्रदय एक मिनट में ,
बहत्तर बार धड़कता है
तुम्हारा मेरे समीप आना ,
इसके विज्ञान को बिगाड़ देता है.....!! 😒😒

🖤🖤

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

30 Nov, 04:40


अहा तुम्हारी अदा

पूरे शहर को घायल कर दे....!

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

29 Nov, 11:16


ये झूठी कहानी हमे न सुनाओ के
माली मर जाए और बाग ठीक रहे

ये कैसे मुमकिन है राह ए इश्क़ में
महबूब छोड़ जाए और दिमाग़ ठीक रहे ।। 🍁❤️‍🩹🥀

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

29 Nov, 10:44


मेरे बनारस!
मैं किसी रोज तुम्हारी मणिकर्णिका पर
जली हुई अपनी चिता की
राख से उठकर
तुम्हारी गलियों में विलीन हो जाना चाहूंगा।
क्योंकि
मेरे हिस्से का स्वर्ग हो तुम
और मैं तुम्हे चाहने वाला नश्वर जीव मात्र...

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

29 Nov, 03:58


जाओ नहीं लिखते, कोई भी ख़त तुम्हे अब
तुम भी बंद कर दो याद आना, रूला जाना।

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

27 Nov, 17:43


आज वापस ले आया डाकिया खत मेरा
बोला पता सही था लेकिन लोग बदल गए.. ❤️💯
@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

26 Nov, 16:09


एक दिन मेरे शब्द आएँगे तुम्हारे पास अपने हिस्से के अर्थ समझने, उस दिन तुम इंकार मत करना और पिरो देना उनको किसी कविता में ताकि मेरे भावों को उनके सही अर्थ मिल जाएँ ।

पड़ोसन की कलम से ✍🏻

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

25 Nov, 15:07


आदत है! लत है! या फिर खुमारी है,,
रोज़ एक बार तेरी तस्वीर देखने की बीमारी है.!!💔😥

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

25 Nov, 14:43


सुनो!!

मैंने एक सफेद कागज सी
यकीन की नाव पर,

लिख कर एक नज़्म,
तुम्हें समंदर से गहरा
इश्क भेजा है....

तुम बहकर इश्क में
मेरी नाव डूबने से बचाना..!!❤️

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

24 Nov, 15:12


आलिंगनों के कारखानों में-
चुंबनों के ताप में
ढाले गए
इस शरीर को
सूर्य नहीं
बस
कविता पिघला सकती है।।

#smile_please
@muskurate_raho
@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

24 Nov, 14:59


चेहरे की मुस्कान से जरुरी
धड़कन के एहसास से करीबी

जिंदगी की आखिरी श्वांस से कीमती
हृदय के सबसे सुंदर भाव से जुड़ी

मन मे समाए पवित्र भक्ति सी
मेरी प्रार्थना मे शामिल शक्ति सी
हाँ तुम ही

"गर किसी के लिए ऐसा लगे तो तुम्हे प्रेम है
वरना तो बस टाइम पास का खेल है"

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

24 Nov, 05:24


मृत इच्छाओं को जीवित कैसे करते हैं? मृत देह को जला देते हैं। मृत इच्छायें जलायी जा सकेंगी? ये सड़ रही हैं मन के भीतर। सोचता हूँ, एक गठ्ठर में बांध के समंदर में फेंक दूँ। कभी खुद को फेंकने गया था, नहीं कर सका था।
इच्छायें मृत हैं। मैं इस काबिल नहीं था कि उन्हे पूरा कर सकता। आज मैं कर सकता हूँ, आज इच्छायें मन की नदी में उतरायी हुई हैं।
इच्छाओं के मर जाने से लोग मर जाते हैं। मैं जीवित हूँ। शायद उम्मीदें जीवित हैं अभी। वह भी मरेंगी। मैं मरूंगा। मुझे कौन जलायेगा? जल सकूंगा मैं आंसूओं का भार लेकर?
ओह! कितना कुछ है जो प्रश्न ही रह जायेगा! ❤️

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

23 Nov, 05:47


अंजाम-ए-मोहब्बत चाहे जो भी हो

तुझसे एक मुलाक़ात की तमन्ना रखते है🍃

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

21 Nov, 04:31


तुम मेरा वो पल हो
जिसका इंतज़ार मुझे हर पल है

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

21 Nov, 03:32


संबंध अगर हृदय से हो

तो मन कभी नहीं भरता..!!❤️

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

20 Nov, 14:32


किसी ने मुझसे पूछा “कैसी है अब जिंदगी”….
मैने मुस्कुरा कर जवाब दिया… “वो खुश है ....♥️🌻

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

20 Nov, 14:18


मैं चाहता हूं तुम मेरे शब्दो में छुपे स्वयं के प्रति प्रेम को अनुभव करो,
मैं लिखता हूं तुम्हारे लिए और मेरे हर शब्द में मात्र तुम्हारा ही ज़िक्र होता है,
तुम हो तो मेरी लेखनी प्रेम पर है जो तुम न रही तो विरह वेदना लिखूंगा!
परन्तु हर शब्द में तुम ही रहोगी....!❣️

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

20 Nov, 04:06


ए सुनो !!
!! तुम्हारी याद आती है... तुम्हे गले लगाना चाहते हैं... तुम्हें जी भर कर देखना चाहते हैं... तुम्हें पाकर तुम्हारा होना चाहते हैं...तुम्हारे साथ हम जीना चाहते हैं...
!! पर अब तुम मिल नही सकती 'इसलिए तुम्हारे बिन 'म'र जाना चाहते हैं !!

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

19 Nov, 16:57


उंगलियां सांस लेना चाहती हैं ,

आ कर थाम लो ना हाथ मेरा...❤️

✒️✍️
@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

18 Nov, 15:07


सुनों तुम नवंबर की ठंड जैसे हो

धीरे धीरे अच्छे लगने लगी हो

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

16 Nov, 13:55


उससे मिलना भी हादसा था
उससे बिछड़ना भी हादसा है
हम हादसों के खेल में बस
टूटकर के रह गये हैं।

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

15 Nov, 04:27


खूबसूरत ख़्याल लिखता हूँ,
फिर तेरा हाल चाल लिखता हूँ...
सब अगर सच ही कह दिया तो,
फिर, सब कहेंगे बवाल लिखता हूँ...
तंज़ लिखता नहीं किसी पे मैं,
सिर्फ़ अपना मलाल लिखता हूँ
लोग तारीफ़ झूठ करते हैं,
या मैं सचमुच कमाल लिखता हूँ
❤️
@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

14 Nov, 06:29


वो: सिगरेट की आदत कैसी लग गई

मैं:
छोड़ कर जाने का दस्तूर नहीं होता
कोई भी ज़ख़्म हो नासूर नहीं होता
मेरे भी होंठ पर सिगरेट न आयी होती
गर माँग में तेरे सिंदूर किसी और का न होता

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

13 Nov, 09:28


उन्होने पुछा कौन सा तौहफा पसंद है...

मैंने कहा वो मुलाकत जो कभी खत्म ना हो...!!!! ❤️🫰

#smile_please
@muskurate_raho

बेनाम शायर💌✍️

13 Nov, 07:29


हाथ थामना जरूरी है.
फर्क नही पड़ता कि आगे तुम चलो या मैं...

साथ होना जरूरी है.
फर्क नही पड़ता कि तुम मुझे सम्भालो या मैं तुम्हे..

चलो बदल दो वो कहानी जिसमे.
मजबूत हाथ ही कोमल आँखों से आँसू पोंछते रहे अभी तक...

दर्द बँट जाना चाहिए.
फर्क नही पड़ता गले तुम मुझे लगाओ या मैं तुम्हें...❤️💞

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

11 Nov, 16:27


आज दिल बड़ा बेचैन है....
मुनासिब समझो... तो बस इतना बता दो...
कहीं तुम कुछ उदास तो नहीं...
एक एहसास है तुम्हारे होने का...
मुनासिब समझो... तो बस इतना बता दो...
कहीं तुम मेरे आस पास तो नहीं...
एक यक़ीन सा है...तुम्हारे यक़ीन पर...
मुनासिब समझो... तो बस इतना बता दो...
कहीं तुम मेरा वो विश्वास तो नहीं...
एक कशिश सी है तुम्हें पाने की...
मुनासिब समझो... तो बस इतना बता दो...
कहीं तुम मेरी वही तलाश तो नहीं...,,

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

10 Nov, 14:58


पसंदीदा स्त्री जैसा ही इश्क़ हुआ करता था क्रिकेट से..इक
दौर था जब हम भी क्रिकेट के लिए पागल हुआ करते थे.💔🥲

#smile_please
@muskurate_raho
@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

10 Nov, 03:32


जिंदगी मे दो ही लफ़्ज़ खूबसूरत हैँ...|
इक मेरा कहना... कहाँ हो..
इक तेरा कहना 🥰.. महसूस करो... तुम्हारे पास ही हूँ..😍💞

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

10 Nov, 01:23


स्त्रियों ने अपने सिर के आँचल को ही नहीं... अपितु सभ्यता को भी उसी तरह सुरक्षित रखा है जैसे महादेव ने अपने त्रिशूल पर काशी को..!!

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

09 Nov, 16:05


Kaash Tum mere hote!!

Saans tham jati Agar ye Lafj tere hote!!


बेनाम शायर💌✍️

बेनाम शायर💌✍️

09 Nov, 15:45


प्रेम जब बनसंवर कर..कंघी कर...इत्र फुलैल लगा कर आये....तो बचकर रहना...उस वक्त आखेट पर निकलता है प्रेम ..!

हां लेकिन वह जब एक पुकार पर बदहवास...बेचैन..नंगे पांव दौड़ा चला आए...तब बिन एक पल गंवाए उसे
गले से लगा लेना...उस वक्त दुधमुँहे बच्चे सा होता है प्रेम !

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

09 Nov, 04:47


सुनो न!

माफ़ कर दो न आखिरी गलती समझ कर.. वादा करता हूं आगे से कोई गलती नहीं होगी ।

कैसे मान लूं ये तुम्हारी आखिरी गलती है, आगे से तुम कभी गलती नहीं करोगे ?

हम्म्म....

वैसे तो प्रेम में गलती होती रहती हैं और माफ़ करने वाला ज्यादा प्रेम का हकदार होता है ।

तुम माफ़ करती रहना मैं तुम्हें ज्यादा प्रेम करता रहूंगा ।

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

09 Nov, 02:04


सुनो न पड़ोसन.. ❣️🌻🦋

मेरी दिलीं-ख्वाहिश हैं की इक रोज
तुम्हारे घर के अपने कमरे मे लगे बड़े से
आईने पर लगी कई कलर बिंदियो के शेडों मे से
चुनना चाहूंगा मेरे जैसा सांवला रंग जिसे..💞

तुम्हारे माथे पर अपने हाथों से सजा के उस माथे को
इश्क़ की ललाट करना चाहूंगा.. 😍 और
उस समय तुम मेरे सीने पर हाथ रख मेरी
हार्टबीट मत मापना... 🙃वो बढ़ी हुई ही होगी...लेकिन
वो तुम्हारे प्यार मे नही.. बल्कि
कहीं तुम्हारे घर वाले न आ जाए इसलिए...!! 😄❣️🌻🦋

अच्छा सुबह हो आई है अब ये सुन लो🎧 ..छेड़ो नाही मोहे रंग दो न लाल 🎧🎴

#smile_please
@muskurate_raho
@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

09 Nov, 02:02


प्रेम है तो है..

सुनो ना..❤️
तुम्हारी आवाज़, तुम्हारा अन्दाज़, तुम्हारी हसीं, तुम्हारी ख़ुशी, तुम्हारी फ़िक्र और तुम्हारा ज़िक्र ❤️

हाँ प्रेम है मुझे इन सब से! तुम्हारे अक्स से! तुम्हारे दिल वाले रीऐक्शन से,तुम्हारे चिढ़ाने से,तुम्हारे रूठने-मनाने से,
तुम्हारे पास आने से..तुम्हारे दूर जाने से...तुम्हे मुस्कुराता हुआ देखने से और और तुमसे
प्रेम है तो है 😊

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

08 Nov, 15:45


दुनिया मुट्ठी में तो नहीं आ सकती ,

पर बाहों में तो आ सकती हैं ना...❤️🌻
@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

07 Nov, 15:42


सुनो पड़ोसी
तुमने प्रेम तो लिखा लेकिन तड़प क्यों नहीं लिखी
प्रेम में मिलन को खूबसूरत तो लिखा
लेकिन वियोग की असहाय पीड़ा क्यों नहीं लिखी....
तुम कैसे हो क्या हो मुझे वो कुछ नहीं सोचना
मैने तुमसे प्यार किया तो मेरे लिए तुम दुनियां के सबसे अच्छे व्यक्ति हो....
कभी भी तुम को गलत नहीं कहा
कैसे कह सकती हूं अपने प्रेम पर उंगली उठाना मुझे नहीं आता ....
अच्छा सुनो
तुमसे बस एक मलाल हमेशा रहेगा तुम ने मेरे होठों की मुस्कान तो देखी लेकिन मेरी आंखो की उदासी क्यों नहीं देख पाए....
तुमने सब अच्छा होगा कह दिया लेकिन तुमको मेरा टूटा दिल टूटे सपने क्यों नहीं दिखे......
ये मुस्कान जो मेरे चेहरे पर तुमसे किए गए वादे की वजह
से है तुमसे किया गया वादा मै कभी नहीं तोड़ सकती.....


(पड़ोसन द्वारा भेजा गया पत्र)

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

07 Nov, 15:14


मोम को क्या पता उसके कातिल धागे होगे 💯
@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

07 Nov, 03:03


मोहब्बत में " म " का मतलब होता ...
मिल गयी तो मजा ही मजा ...
नही मिली मौत है....
@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

07 Nov, 00:58


कभी तो मैं खुदा को आवाज़ लगाऊं-
और जवाब वो तेरा मिले।

कभी तो मैं जन्नतों का दरवाजा खटखटाऊँ-
और घर वो तेरा निकले।।
@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

06 Nov, 14:57


किसने कहा कि हम पढ़कर छोड़ देते हैं ,,
जनाब ....
जो पसंद आ जाए ..असल मे ...
हम वो पन्ना मोड़ देते हैं...📄💞

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

06 Nov, 04:20


किसी की नादानियों पर दिल हारना स्वाभाविक है... ,
अगर किसी की जिम्मेदारियों को समझते हुए दिल हारो तो क्या बात हो...!!!
@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

05 Nov, 11:08


न आए लब पे तो काग़ज़ पे लिख दिया जाए..✍️
किसी ख़याल को मायूस क्यों किया जाए ?

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

04 Nov, 02:48


अपनी-अपनी,आदतें थी.....

वो वादे करती थी, मैं ऐतबार....

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

03 Nov, 17:01


हम भी इंतजार में हैं अरसे से, कब तक तुम इनकार करोगी
किस रात टूटेगा 'नहीं' का सिलसिला, कब तुम प्यार करोगी।❤️❤️

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

03 Nov, 08:21


तुम्हारी अदा से ज्यादा तुम्हारी मर्यादा का सम्मान करूंगा,
जो दिल में जगह दी है तुमने, उम्रभर उस एहसान का मान करूंगा।

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

03 Nov, 03:13


एक पुरुष अपने ह्रदय में जीवन की सबसे अच्छी यादें और सबसे बुरी घटनाओं को सहेजकर रखता है और उसका ज़िक्र उसी स्त्री से करता है
जिसे वो अपना सबकुछ समझकर ह्रदय की गहराइयों से ‘प्रेम ' कर रहा होता है…l ❤️

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

02 Nov, 11:26


ख्वाहिशों का कत्ल भी दिल के ही टुकड़ों से हुआ होगा,
जब साँस सा जरूरी महबूब जुदा हुआ होगा,
जरा पूछो! उस टूटे हुए दिल से
साँसे रुकी होंगी, या उसका वक्त ठहरा होगा
होठों पर कोई नाम जब आ के रुका होगा
दूर कहीं जब उस नाम सा कोई नाम गूंजा होगा
आंखों में कोई मंजर गहरा हुआ होगा,
सड़क के उस पार जो कोई इश्क़ में गुम हुआ गुजरा होगा
बहे होंगे नगमें इश्क के हवाओं में
जब पांवों को लहरों ने छुआ होगा,
किसी शाम जब यादें यकायक टकराई होंगी
तो कोई चांद भी भीड़ में कहीं बिखरा होगा
कहां बची होगी कोई जमीं नीचे पांवों के
जब साँस सा जरूरी महबूब जुदा हुआ होगा।

❤️
@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

01 Nov, 09:03


प्रेमिकाएं रखती हैं व्रत प्रेमी की नहीं, वरन प्रेम की उम्र बढ़ाने के लिए..!

प्रिय खो भी जाए तो प्रेम रहेगा ताउम्र..
उनके हृदय में..!!❤️

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

01 Nov, 05:20


ज़रा अदब से उठाना इन बुझे दियों को.. इन्होंने रात सबको रौशनी दी थी..
किसी को जलाकर खुश होना अलग बात है.. इन्होंने खुद को जलाकर रौशनी की थी..

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

30 Oct, 16:48


रूप चतुर्दर्शी की तुम्हे क्या शुभकामनाएं दू
तुम तो खुद ही, चौहदवीं का चांद हो....

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

30 Oct, 08:50


मैं चांद तोड़कर तो लाने से रहा,
वो ज़िद करेगी तो आईना दिखा दूँगा....

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

29 Oct, 00:01


मैं नींद में मुस्कुराऊं तुम्हें याद कर ,
तुम साकार हो उठो ब्रह्म मुहूर्त के स्वप्न सा।

😴🧡

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

28 Oct, 16:39


दफ़नाने पे भी चैन न मिला, सो जलाने आई है,
शायद इसी सबब से मेरे मज़ार पे अपने महबूब के साथ आई है।

शमा-ए-ग़म का ये आलम कि बुझने का नाम नहीं,
आशिक़ की रूह को फिर से तड़पाने आई है।

@kataizaharila ©

बेनाम शायर💌✍️

28 Oct, 15:35


🍂तुम पूछते भी क्या...."कैसी हो ..?"
मैं कहती भी क्या....."ठीक हुं ....!"
छोड़ो !
तुम मेरी आंखे तलाश लो...!!!🍂

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

28 Oct, 13:18


तितलियों का इल्जाम है..
कि मैं फूलों का क़ातिल हुँ......!!


मैंने गुलाबो को..
किताबों में दबा के मारा है.....!!

#smile_please
@muskurate_raho
@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

27 Oct, 12:38


हम भी उड़ाते थे पापा के पैसे, पैसे का महत्व तब पता चला जब ज़िम्मेदारी के कारण दिवाली में घर नहीं जा पाया !
@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

27 Oct, 02:56


संकटों के बिना तू खिलेगा नहीं।
जीत कैसे मिले जब तू लड़ेगा ही नहीं।

हौसला तेरा कोई झुका सकता नहीं
सामने तेरे कोई टिक सकता नहीं।

आत्मविश्वास से है तू लबालब भरा,
रोकने से किसी के अब रुकना नहीं।

@kataizaharila ©

बेनाम शायर💌✍️

26 Oct, 12:16


ये मोह मोह के धागे तेरी उंगलियों से जा उलझे
कोई टोह टोह ना लागे किस तरह गिरह ये सुलझे ...

कभी कभी हमलोग कुछ ऐसे लोगों से मिलते हैं हमें लगता है हमारे बीच कुछ भी एक नहीं , कोई मेल ही नहीं हमारा जैसे दो विपरीत दिशाएं हों पर पता नहीं हमारा मन फिर भी उनसे जुड़ता जाता है , सब अलग होकर भी जब हम उनमें गहरे उतरते जाते हैं तो पाते हैं कि कुछ तो समान है जो हमें जोड़ रही है और जब तक हम ये समझते हैं हम एक मजबूत गांठ में बंध चुके होते हैं । उनकी इतनी आदत , उनसे इतनी आसक्ति हो चुकी होती है हमें कि उनके बिना हम खुद को अधूरा महसूस करते हैं और वो पुरानी बात की हम दोनों अलग हैं और कभी साथ नहीं हो सकते हमें वो उस समय बचकानी लगती है।
हम साथ साथ चलते जाते हैं जैसे क्षितिज पर कहीं दो विपरीत दिशाएं मिलती हैं और साझीदार बन जाती हैं।
तू दिन सा है मैं रात आ ना दोनों मिल जायें शामों की तरह
ये मोह मोह के धागे तेरी उंगलियों से जा उलझे...।


@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

26 Oct, 10:14


सुना है उसे मेरे मेरी यादें तंग किया करती है,
जो मुझसे ना मिलने का वादा लेकर बिछड़ा था..❤️🌻
@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

24 Oct, 13:34


जिस प्रेम को तुमने मेरे अंदर सींचा है वो प्रेम जीवनपर्यंत सदैव तुम्हारे लिए ही रहेगा...
तुम्हारा होना ही मेरे अस्तित्व को पूरा करता है...
और कुछ नहीं सिर्फ और सिर्फ तुमसे प्रेम है और तुम्हारे प्रति ये प्रेम सदैव रहेगा ❤️

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

23 Oct, 06:02


बिना मिले भी किसी की आदत हो सकती है
ये मुझे तुमसे बात कर के पता चला..!!🌹🌼
@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

22 Oct, 15:40


चाँद,
चाँदनी
और
तुम्हारी प्यार भरी बातें
मन को "वैरागी" बनाती है..

"वैरागी" से मन्तव्य है
जिसका ओढ़ना, बिछौना सब प्रेम हो
उसके अलावा दुनियाँ की सारी
मिल्कियतें उसके लिए शून्य..

जैसे सिया के समक्ष
सोने की लंका..!!

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

22 Oct, 03:03


फ़लक तक साथ चलने की न दुआ कीजिए,

जो जिंदा है जमीं पर पहले उससे वफ़ा कीजिए...❤️🌻

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

21 Oct, 13:34


वो चांद सी चमकती रही फलक पर
मैं सिगरेट सा सुलगता रहा जीवन भर.. ❤️🥲

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

21 Oct, 13:17


सुनो जान

वो एक सवाल, जिसका ज़वाब जनता हूँ फिर भी अक्सर पूछता हूँ..
"प्यार करती हो ना मुझसे"


जानती हो क्यूँ......

क्यूंकि हर बार तुम्हारी "हाँ" नई ज़िंदगी दे जाती है

मुझे ये ज़िंदगी देने का शुक्रिया

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

20 Oct, 14:14


हाथों की रेखागणित का यह सुखद परिणाम आये,
जब तुम्हारा नाम आये "तो मेरा उपनाम आये...

पर्व व परंपरा पर आस्था रखने वाली सभी महिलाओं को सौभाग्य पर्व करवा चौथ की अनंत शुभकामनायें...

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

19 Oct, 03:17


प्रेम की पीड़ा उस लड़के से पूछो जो प्रेमिका के सुखी भविष्य के लिए एक अदद रोजगार की तलाश मे
रह गया और उसकी प्रेमिका किसी की ब्याहता बन गयी.

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

18 Oct, 03:45


कौन सी नजर से देखू तुमको, तुम पराए लगने लगे हो
इक समय था तुम्हें अपना समझ के बहुत रोए थे हम..❤️🥲

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

16 Oct, 16:21


तहरीरें लिखनी हमें नहीं आती,

हम जिसका हाथ पकड़ेंगें शहज़ादी बना देंगें...!!!!❤️💞

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

16 Oct, 16:07


एक फ़कीर ने दुआ दी जा मोहब्बत मुकम्मल हो तेरी...

मैं मुस्कुराया मगर ये नहीं कह सका बाबा शादी हो चुकी है उसकी...!!!! ❤️🫰

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

14 Oct, 03:57


सुबह सुबह राख मिली सिरहाने पर,
जरूर नींद में कोई ख्वाब जला होगा।
@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

13 Oct, 18:24


ठीक हूं!...
कैसे कहूं? कि कैसा हूं तुम्हारे बिना,
सांसे तो चल रही है...मगर जिंदा शायद ही हूं!
खैर!! तुम नहीं समझोगी...समझी ही कहां आज तक?...
वैसे भी इतना बड़ा लिखता हूं तुम पढ़ोगी भी नहीं, पहले भी कहा कभी पढ़ा तुमने।

मगर लिखा है!!

तुम्हारे लिए...
बस तुम्हारे लिए...
सिर्फ तुम्हारे लिए...

#smile_please
@muskurate_raho
@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

13 Oct, 09:16


यादों का समंदर है
जो इस दिल के अंदर है
खोल दिया तो बवंडर है
हर लहर में एक खंजर है

खामोशियों में दर्द छिपा
हर बात में इक मंज़र है
यादें धुंधली सी क्यों लगतीं
जब दिल का आइना पत्थर है

@kataizaharila ©

बेनाम शायर💌✍️

13 Oct, 08:57


मैं खुद भी नहीं चाहता कि कोई मुझे चाहे ...
कांच की तरह टूटे हैं अगर चुभ गए ना तो किसी को तकलीफ हो जाएगी..!!

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

13 Oct, 05:24


🎤 मेरी ख्वाहिश 🎼
#बाबा_बनारसी ©
#smile_please ©
@muskurate_raho ©
@kataizaharila ©

बेनाम शायर💌✍️

13 Oct, 04:01


धूप झुमके पे जब पड़ी उस के
डर के सूरज ने फेर ली आँखें

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

12 Oct, 16:29


प्रेम को समझने के लिए दिल चाहिए
निभाने के लिए धैर्य, और पाने के लिए भाग्य।
@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

11 Oct, 13:57


हार गया मैं...

तुझे पाने में भी
तुझे भूलने में भी...

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

11 Oct, 13:56


कागज़ों पे लिखकर जाया कर दूं मैं वो शख़्स नहीं हूं...

मैं शायर हूं मुझे दिलों पे लिखने का हुनर आता है..!!

💕🛑🌹🛑💕
💕.•°``°•.¸.•°``°•.💕
💕 दिल से 💕
💕•.¸ 💗 ¸.• 💕
💕° •.¸¸.•° 💕
💕💕

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

10 Oct, 17:13


माना कि तुम नहीं लौट सकती,
हाल-ए-दिल तो पूछ सकती हो..!

कैसा हूँ, कहा हूँ, किसका हूँ,
जिंदा हूँ, मर गया इतना तो पूछ सकती हो..!

हाँ माना तुम अब किसी और के नसीब हो,
जो अब तक रहा तुम्हारा उसकी खैरियत तो पूछ सकती हो..!

पुरानी नजदीकियां का ख्याल कर,
बिछड़े दिलबर का हाल-ए-दिल तो पूछ सकती हो..♥️🥀

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

10 Oct, 09:50


ज़िंदगी की कश्मकश में उलझकर, खिलखिलाना भूलने लगी है,
थी जो तन्हाइयों में अभीक, अब समूह में भी सहमने लगी है।

मोम की गुड़िया कहलाती थी, पत्थर की मूरत बनने लगी है,
थी भावनाओं की जो तरंग, अब धीरे-धीरे थमने लगी है।

#बाबा_बनारसी ©
@kataizaharila ©

बेनाम शायर💌✍️

10 Oct, 03:27


"जो निभा दे साथ जितना, उस साथ का भी शुक्रिया.,
छोड़ दे जो बीच मे, उस हाथ का भी शुक्रिया"..! 💔😥

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

09 Oct, 04:32


हम जैसे आम चेहरों को कौन पूछता है,
यहां आवारगी की कीमत है सादगी की नहीं..
सारे शहर की हमदर्दियों का क्या करता,
मुझे किसी की जरूरत थी हर किसी की नही...!

@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

09 Oct, 03:05


सुनो पड़ोसन
तेरे माथे की ये बिंदिया चुरा लूँ क्या,
मेरी ग़ज़ल में एक नुक़्ता रह गया है..❤️🥀
@kataizaharila

बेनाम शायर💌✍️

09 Oct, 03:03


इस से पहले की "यह देह मणिकर्णिका पर जलकर भस्म बन जाये...
मेरी अस्थियां गंगा में विसर्जित कर दी जाएं..."

ओ सखी !!
"तुम लौट आना...मैं मरने से पहले एक बार ही सही पर तुम्हारी बाहों में जीना चाहता हूं!!"

@kataizaharila

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