प्रिय पाठकों
सरकार ने वक़्फ़ बोर्ड पर जनता से राय माँगी है। ये ही समय है अपनी राय देने का। समय है सोशल मीडिया से उठ कर सरकार तक अपनी विचारधारा को रखने का।
आपको केवल इतना करना है- इस नीचे लिखी ईमेल को कॉपी करें। और इस ईमेल आईडी —
[email protected] पर भेज दीजिये। भाषा शालीन रखनी है- बात ऊपर तक पहुँचनी चाहिए। हर एक ईमेल से फ़र्क़ पड़ेगा।
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सेवा में,
जॉइंट कमिटी सचिव
महाशय ,
भारत के वक़्फ़ बोर्ड के विषय में मेरी राय ये है-
- जब पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदू सम्पतियों के रख रखाव के लिए कोई प्रावधान नहीं है, तो किस बिना पर भारत में ऐसा हो रहा है?
- वक़्फ़ बोर्ड को किस संवैधानिक अधिकार के तहत इतनी शक्तियाँ दी गई है?
- कितने मुस्लिम राष्ट्र में वक़्फ़ बोर्ड जैसी संस्था आज मौजूद है?
- आये दिन वक़्फ़ बोर्ड भारत में गाँव के गाँव पर अपना दावा ठोकता है, ये किस हद तक जायज़ है?
- वक़्फ़ बोर्ड के पास भारतीय भूमि का कितना प्रतिशत क़ब्ज़ा है? क्या इस क़ब्ज़े की कोई सीमा तय है?
- हिंदू मंदिरों की भाँति वक़्फ़ बोर्ड पर सरकार का नियंत्रण क्यों नहीं है?
भारतीय नागरिक होने के नाते आपसे प्रार्थना है- इस तुष्टिकरण को रोकिए। कृपया वक़्फ़ बोर्ड के क़ब्ज़े की भूमि की समीक्षा कीजिए।
भवदीय-
( आपका नाम: फ़ोन नंबर)
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कृपया ये कीजिए और दूसरों को भी प्रेरित कीजिए!