एक ऐसा प्रेरणादायक घटनाक्रम हाल ही में घटित हुआ, जिसे आपके साथ साझा करना चाहूंगा।
जरूरतमंद लोगों के लिए भाई श्री सुधीर जी शर्मा गुलाबपुरा द्वारा नए कपड़े हमें प्राप्त हुए, जो वितरित किए जा रहे हैं। सुधीर जी और उनकी धर्मपत्नी के व्यवहार ने हमें गहराई तक प्रभावित किया।
जब हम उनके घर पहुंचे और कपड़े निकाल रहे थे, इस दौरान सुधीर जी और उनकी धर्मपत्नी के हाव-भाव और सहयोग ने ऐसा अनुभव कराया मानो वे इस कार्य को अपना परम कर्तव्य मानते हों। धर्मपत्नी जी के चेहरे पर इस कार्य के प्रति एक गहरे आभार और संतोष का प्रतिबिंब था, जैसे वे इसे अपना परम कर्तव्य मान रही हों। यह उनकी विनम्रता और सहयोग भावना का अद्भुत उदाहरण था।
सबसे विशेष क्षण तब आया जब सुधीर जी ने कहा, "माता जी का हाथ लगवाकर यह कपड़े वितरित करवाते हैं।" उनकी माता जी के प्रति प्रेम और आदर ने हमें बेहद प्रभावित किया। हालांकि माता जी उस समय विश्राम कर रही थीं, इसलिए उन्हें जगाना उचित नहीं समझा। लेकिन हम सबने मिलकर उनकी माता जी का स्मरण कर उनके आशीर्वाद का अनुभव किया और सामग्री ग्रहण की।
इस पूरे घटनाक्रम के साक्षी रहे भाई श्री कमल जी शर्मा, जिनकी उपस्थिति ने इसे और भी खास बना दिया। यह अनुभव न केवल प्रेरणा देने वाला था, बल्कि यह भी दर्शाता है कि सेवा कार्य में जो प्रेम, आदर और सहयोग होता है, वही इसे सार्थक बनाता है। ऐसे महान कार्यों में मुझे अपना योगदान देने का अवसर मिलना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।
प्रदान किए गए कपड़े पहनकर लोगों के चेहरों पर जो उल्लास और संतोष था, वह देखकर यह स्पष्ट हो गया कि यह सामग्री सही हाथों में पहुंची है। वीडियो में भी यह साफ देखा जा सकता है कि जरूरतमंद लोगों की पीड़ा उनके चेहरे पर झलक रही थी, लेकिन इस कार्य के परिणामस्वरूप उनके जीवन में खुशी और संतोष की एक नई किरण आई। वहां तक पहुंचना और उनकी मदद करना ही हमारा असली लक्ष्य है।
यदि आप भी अपने सहयोग और दान से किसी जरूरतमंद के जीवन में खुशी और संतोष लाना चाहते हैं, तो हमसे जुड़ें। आपकी सहायता सही समय पर सही लोगों तक पहुंचाकर उनकी पीड़ा को कम करना हमारा प्रयास है।
संपर्क करें: राजेंद्र माहेश्वरी
फोन नंबर: 9214002424
ऐसे प्रेरणादायक कार्य हम सभी के लिए एक मिसाल हैं।
सादर,
राजेंद्र माहेश्वरी
––––––––––––––––
*"आपका एक छोटा सा कदम बड़ा बदलाव ला सकता है"*
https://whatsapp.com/channel/0029VarobkW1iUxgWJCf292n
––––––––––––––––