(1) ❈ उस के पढ़ने वाले पर अल्लाह तआला तीन हजार रहमतें उतारेगा।
(2) ❈ उस पर दो हजार बार अपना सलाम भेजेगा।
(3) ❈ पाँच हजार नेकियाँ उस के नामए आमाल में लिखेगा।
(4) ❈ उस के पाँच हजार गुनाह मुआफ़ फ़रमाएगा।
(5) ❈ उसके पाँच हजार दरजे बलन्द करेगा।
(6) ❈ उस के माथे पर लिख देगा कि यह मुनाफ़िक़ नहीं।
(7) ❈ उस के माथे पर तहरीर फ़रमाएगा कि यह दोजख से आज़ाद है।
(8) ❈ अल्लाह तआला उसे कियामत के दिन शहीदों के साथ रखेगा।
(9) ❈ उसके माल में तरक्की देगा।
(10) ❈ उस की औलाद और औलाद की औलाद में बरकत देगा।
(11) ❈ दुश्मनों पर ग़लवा देगा।
(12) ❈ दिलों में उसकी महब्बत रखेगा।
(13) ❈ किसी दिन ख्वाब में बरकते जियारते अकदस से मुशर्रफ़ होगा।
(14) ❈ ईमान पर खातिमा होगा।
(15) ❈ कयामत में रसूलुल्लाह ﷺ से मुसाफ़हा करेगा।
(16) ❈ रसूलुल्लाह ﷺ की शफ़ाअत उस के लिये वाजिब होगी।
(17) ❈ अल्लाह अज़्ज़ व जल्ला उस से ऐसा राजी होगा कि कभी नाराज़ न होगा।
➦ और बड़ी खूवी की बात यह है कि सरकार आला हजरत इमाम अहमद रजा फ़ाज़िले बरेलवी रज़ियल्लाहु तआला अन्हु ने इस दुरूद की तमाम सुन्नियों के लिये इजाजत अता फ़रमाई है बशर्त यह कि बद मजहबों से बचें फ़कत और इस दुरूद को दुरूदे रज़विया भी कहा जाता है।..✍🏻
*दुरूदे जुमा ये है 👇🏻🌹*
صَلَّى اللّٰهُ عَلَى النَّبِىِّ الْاُمِّىِّ وَاٰلِهٖ صَلَّى اللّٰهُ عَلَیْهِ وَسَلَّمَ صَلٰوةً وَّسَلَامًا عَلَیْكَ یَارَسُوْلَ اللّٰهِ
*📙📙 अनवारुल बयान जिल्द 2 सफ़ह 76*
🌹📿🌹