💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖 @kingsshayri Channel on Telegram

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

@kingsshayri


चैनल एडमिन
@King_Of_Telegrame

💓 @KrishnaRadhika
💟 @Lafjo_ki_Muskan
💗 @KingsShayri
😂 @DesiJoke
🙈 @Kingsmemes
📲 @KingsAp
📱 @KingsWallpaper
💪 @KingsMotivational
@Khamoshiyo_Ke_Alfaj

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖 (Hindi)

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖 नाम से पहचाने जाने वाले यह टेलीग्राम चैनल शायरी के शौकीनों के लिए एक स्वर्ग है। इस चैनल में आपको दिल को छू जाने वाली शेर-ओ-शायरी, प्यार भरी गज़लें और मुस्कान भरी नज्में मिलेंगी। यहाँ हर रोज़ नए-नए कविताएँ और शेर पोस्ट की जाती हैं जिनसे आप अपने भावनाओं को व्यक्त कर सकते हैं और दूसरों के साथ साझा कर सकते हैं। 💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖 चैनल के साथ जुड़कर आप एक नया शायराना अनुभव पाएंगे और अपनी शायरी कला को सुधार सकेंगे। तो अब हो जाइए तैयार और शायरी के सुर में साथ चलें।

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

09 Jan, 16:15


Pyar kahun to woh!
Ishq kahun to woh!
Mahobbat khaun to woh!
Wafa ki baat na kro
Bewafa kahun to woh ! ❤️‍🩹

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

08 Jan, 09:16


Uski har ek baat yaad hai
Kesi surat , kese baal
Sab yaad hai
Bhula hu to uski bewafai
Uska wo lahza jb naam leta tha mera
Sb yaad hai

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

08 Jan, 04:20


Ek वो है जो मुझे संभालती है , ए -जिंदगी
वरना तुझसे तो मेरा कोई वास्ता नहीं

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

07 Jan, 07:23


जिंदगी के सफर में, खो गए वो अफसाने,
न यादों में कोई, न ख्वाबों के बहाने।
दिल का दर्पण खाली, खामोशी का बसेरा,
ना उलझनें मोहब्बत की, न इंतजार का डेरा।

सिर्फ खुद से मुलाकात, और सन्नाटे की बात,
बिना प्यार के, चलती रही ये कायनात।
न इश्क का गम, न वफा की शिकायत,
बस जिंदगी की राहों में, खुद से रिहायत।

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

04 Jan, 11:18


आज भुला कोई फिर याद आया है
मैने अपने सुवाह्य संगणक को एक अरसे बाद काम लिया

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

04 Jan, 11:14


एक हसरत थी उसे पाने की
एक हकीकत है वो मुझे याद भी नहीं करते ।

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

03 Jan, 15:01


Bhatka musafir hu mai
Manzilon se mera koi wasta nhi 😭

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

23 Dec, 14:54


✍🏼रवि बन्ना

Tum milne aa jao, dil ki har ek baat keh doon,
Meri khamoshi ko, apni muskurahat se mehsoos keh doon.
Aankhon mein chhupi hai jo kahaniyaan, tum samajh lo,
Zindagi ke saare gham, ek pal mein khatam keh doon.

Dil ke kone mein jo dard hai, tumse poochta hoon,
Mujhe jeene ki wajah, bas tumse chahta hoon.
Jo bechaini hai dil mein, wo bhi tum samajh pao,
Tum milne aa jao, taaki yeh khali raaste, hamesha ke liye ruk jaayein.

Har khushi ki talash mein, main tumhara intezaar karoon,
Jab tum mere paas aa jaoge, toh saare gham mujhe door karoon.
Is dard bhari duniya mein, sirf tumhi toh ho jo,
Dil ko shaanti de paate ho, aur saath jeene ka junoon.

Chupke se dil ke raaz ko khol de na,
Bas tum milne aa jao...

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

20 Dec, 10:24


Khwabon ke shehar mein aaya tha tere bulane par,
Par haqiqat ne rulaya tere khud ko bhulane par.
Mujrim toh hum tabhi ban gaye the,
Jab tere bewafai ko bhi ishq samajh baithe the.

Teri mohabbat mein khud ko mita diya,
Phir bhi tu kehti rahi, maine kuch paaya hi nahi.
Galti teri thi, par saza mujhe mili,
Tere dil mein jo tha, woh wafadar aaya hi nahi.

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

20 Dec, 10:24


Dil ke kone mein ek dard chhupa kar rakha hai,
Bewafai ka gham, chehre pe saja kar rakha hai.
Woh kehta raha ki mohabbat mein kami thi meri,
Aur humne khud ko ilzaam laga kar rakha hai.

Uske wafadar hone ki dua maangte rahe,
Par uski bewafai ka dard seh kar rahe.
Zakhm diya jo usne, shukriya bhi kiya,
Ishq mein humne apne dil ko mita kar rakha hai.

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

16 Dec, 12:22


Wo milte nahi aaj kal

Wo milte nahi, baat bhi karte nahi aaj kal
Khud se door hain, sapno mein marte nahi aaj kal

Mohabbat ki baatein bhi adhoori si lagti hain,
Wo aankhon se woh baatein samajhte nahi aaj kal

Har raah pe dhoondha, har gali ko dekha,
Par apne saath bhi wo rahte nahi aaj kal

Kabhi khwabon mein the, kabhi yaadon mein bas gaye,
Par dil ke paas kyun woh aate nahi aaj kal

Wo milte nahi, baat bhi karte nahi aaj kal,
Khud se door hain, sapno mein marte nahi aaj kal.

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

16 Dec, 06:32


साथ सोया, फिर भी ख्वाब पढ़ न सका,
दिल मेरा, तेरी चाहत से लड़ न सका।
तू दूर था, पर करीब लगा,
तेरी यादों का असर कम पड़ न सका।

रातों को जागा, तारे गिनता रहा,
तेरे बिना हर पल सज़ा सा लगा।
जो वादा किया, वो निभा न सका,
तेरे बिन दिल कभी मुस्कुरा न सका।

चाहत थी आसमां छूने की,
पर तू ज़मीन जैसा जुड़ न सका।
साथ सोया, फिर भी ख्वाब पढ़ न सका,
दिल मेरा, तेरी चाहत से लड़ न सका।

अब बस यादें हैं, खामोशियां हैं,
हर कोना खाली, हर साज़ ग़मगीन है।
तेरे नाम से ही सांस चलती रही,
पर तेरा नाम जुबां पर आ न सका।

साथ सोया, फिर भी ख्वाब पढ़ न सका,
दिल मेरा, तेरी चाहत से लड़ न सका।

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

13 Dec, 16:05


Ulfat me fase hai log
Jo tha hi nhi , uske liye kya rona

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

12 Dec, 05:31


https://youtu.be/FVx2hcxtcxI

Song by Ravi banna

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

10 Dec, 07:12


Dil se chaha tha use,
magar ab fasle zaroori hain,
Har muskurahat ke peeche chhupi kuch majboori hain.
Mohabbat ke raste mein khud ko khona nahi chahte,
Isliye ab hum uske saath hona nahi chahte.

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

09 Dec, 20:21


दोस्त भी जरुरी है जिंदगी की भीड़ में,

बिखर जाओगे तो समेटने महबूब नहीं आया करते।

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

07 Dec, 04:14


Jun ki wo raaton ka sannata tha,
Dil ke kone mein ek afsana tha,
Hum bichhde the, hawa ro rahi thi,
Aur sitaron mein bhi ek shikayat sama tha.

Mere khwab jo sajaye the tere saath,
Sab bikhar gaye ek pal mein us raat,
Wo sapne jo chaand se roshan the,
Ab dhundle padh gaye meri baaton ke saath.

Hawa bhi jaise kar rahi thi ilzaam,
Ke kyun chhod gaya tu wo pyaara aalam,
Meri har dhadkan se puchti hai raat,
Kyun khatam hui wo chaandni baat?

Jun ki raaton ka dukh ab bhi sataata hai,
Dil ka ek kona chupke se rulata hai,
Tere bina khali hai meri zindagi ka safar,
Aur sapne sirf ek udaasi ban ke aata hai.

11 jun 2022 😕🥺

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

07 Dec, 04:11


November ki thi wo raat,
Chup si thi chaandni baat,
Hawa mein thi ek meethi si khushboo,
Jab hui thi tumse pahli mulaqat.

Thandi zameen, aasman safaid tha,
Dil mera ek ajnabi ehsaas se bhara tha,
Tumhare chehre ki roshni, chand ke saath thi,
Aur meri dhadkanon mein ek nayi baat thi.

Tumne jab pakda mera haath,
Jaise ruki ho pal mein saari baat,
Wo lamha, wo ehsaas, wo khwab,
Zindagi bhar ke liye ban gaya ek yaad.

November ki raat ab bhi yaad aati hai,
Hawa mein ab bhi teri khushboo chhod jaati hai,
Dil ke kone mein ek kone mein bas gayi ho tum,
Us raat ke baad se meri duniya ban gayi ho tum.

23 november 2021 🥺

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

05 Dec, 12:01


हवस नहीं यार, ये मेरा प्यार है,
जिसमें वफ़ा की बारिश हर बार है।
नज़रें नहीं करती कोई गुनाह यहाँ,
दिल की ज़मीं पे बस इश्क़ का संसार है।

हवस में होती है सिर्फ़ चाहतें,
प्यार में होती हैं अनगिनत राहतें।
ये रिश्ता नहीं कोई खेल तमाशा,
ये तो दुआओं से बनी इबादतें।

हवस जलाती है, प्यार सँवारता है,
हवस मिटा देती है, प्यार संवारता है।
जो इसे समझे, वो पाए खुदा का नूर,
क्योंकि सच्चा इश्क़ ही दिल को तारता है।

✍🏼 रवि बन्ना

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

05 Dec, 11:49


सोया बड़े आराम से, तुझे याद कर के,
ख्वाबों में तेरा चेहरा बसा कर के।
फिर याद आई वो रात तन्हाई भरी,
तेरा मुकर जाना, वादे से पलट कर के।

तहज़ीब की चादर ओढ़े चुपचाप पड़ा रहा,
दर्द का हर कतरा खुद में छुपा रहा।
लफ्ज़ों ने बगावत का रास्ता न चुना,
आंसुओं ने भी खामोशी का वास्ता रखा।

तूने कहा था, "ये दिल तेरा घर है,"
फिर क्यों वो दरवाज़ा बंद कर दिया?
जिसे रोशनी समझा, वो आग निकली,
और उस आग ने हर अरमान जला दिया।

अब हर रात सवालों में डूबी रहती है,
तेरी याद की परछाई रोशनी ले जाती है।
दिल चाहता है चीखें, मगर आवाज़ खो गई,
ग़म की ये किताब कोई पढ़ नहीं पाता है।

तेरा हर झूठ अब भी सच्चा लगता है,
तेरे जाने का ग़म अपना सा लगता है।
शायद मोहब्बत यही है—एक अधूरी दुआ,
जो पूरी होते-होते बिखर जाती है।

- खामोश मोहब्बत का एक दर्द

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

05 Dec, 11:32


यादों का सिलसिला

तेरी यादों का कारवां थमता ही नहीं,
हर लम्हा तेरा ख़्याल जाता ही नहीं।
चाहे कितनी भी कोशिश कर लूं भुलाने की,
दिल से तेरा नाम मिटता ही नहीं।

रात की तन्हाई में जब चाँद ढलता है,
तेरे बिन हर सपना अधूरा लगता है।
लफ्ज़ों में बयां कैसे करूँ ये दर्द-ए-जुदाई,
तू ना हो तो हर पल अकेला लगता है।

वो लम्हे, वो बातें, तेरे साथ बिताए,
दिल की गहराइयों में आज भी समाए।
चाहूँ जो भूलना, पर ये दिल मानता नहीं,
क्योंकि यादों का सिलसिला कभी रुकता नहीं।

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

04 Dec, 05:21


Still waiting for you 🥺🥺

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

01 Dec, 16:09


दुआ, डर ,तमन्ना ,ख्वाइश, बहम आरजू इन सभी को मैं तुम्हारी मोहब्बत में देखता हु मेरी जान ओर रही बात बसबसे कि तो मैने तुम्हारे सिवा कभी कुछ मंगा ही नहीं ❤️🙌

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

01 Dec, 16:09


Yu toh umar guzar di maine uske ishq me
Waise mila mujhe kuch bhi nhi

Jisse paane ke liye sab kuch gawa diya maine
Ab uski yaad ke siwa mere pass kuch bhi nhi

Uski yaado se bana liya h maine
Ab neend taaluq mera kuch bhi nhi

Tamasha krna mujhe acha nhi lagta
Koi puche toh keh deta hu hua mujhe kuch bhi nhi

Tum khawaab me agar apna kehdo
Vasta mera hakikat fir kuch bhi nhi

Ishq ka karishma toh dekhiye
Mai yaha barbad hu aur usse pada farq kuch bhi nhi

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

01 Dec, 16:08


कभी ये दुआ की दीदार हो जाए उसका,
कभी ये डर उसके चेहरे को किसी की नजरों ने छुआ तो नहीं।
कभी ये दुआ की दौड़ कर आ जाए तू मेरे पास,
कभी ये डर की तेरे रास्ते मुझसे जुदा तोह नहीं।
कभी उसके नूर का मुन्तजिर मैं,
कभी ये डर की उससे कोई मिला तोह नहीं।
कभी ये ख्वाइश की उसकी आंखों को हो मेरी तमन्ना,
कभी ये डर की उसने किसीको चाहा तो नहीं।
कभी में सोचूं तोह पा लूं तुझे,
कभी ये डर की तू मिल कर खो जाए मुझसे।

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

30 Nov, 07:08


लड़ता है झगड़ता है
मैं रूठ जाऊ तो थोड़ा मायूस भी लगता है
मेरे सामने किसी ओर को बुलाता है
फिर मुझे जलाता है
कैसा यार है , कैसा प्यार है
कभी लगता है मेरा है ,
कभी गैरों से भी ज्यादा अंजान है
ठहरा मै ही जो हर वक्त उसे अहसास दिलाता है, वो आज भी मेरा प्यार है

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

30 Nov, 07:04


"रबी "
बिछड़े लोग अक्सर याद आते है
उनमें से तुम एक हो

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

27 Nov, 07:31


मेरे प्रेम का समस्त अध्याय विरह का रहा
मैं वंचित हुआ प्रेम से प्रेमीका से और अंत में स्वयं से....!!

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

27 Nov, 03:24


वोह अब गैरों से बात करता है
मुझे ग़ैर बनाकर ❤️‍🩹

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

26 Nov, 09:37


मुझे काफ़िले की तलब नहीं न मैं चाहता कोई कारवाँ,

में अकेला था मैं अकेला हूँ मुझे मेरा साथ अज़ीज़ है।

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

24 Nov, 10:11


हुए फासले नासूर मुझे
एक तेरे जाने जाने के बाद
मैं कहता था सबसे
हम पक्के यार है

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

23 Nov, 13:40


दूरियां बढ़ने के बाद
उसने छुआ आज मुझे
तो ये एहसाह हुआ
गैरों का छूना कैसा लगता है

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

22 Nov, 18:01


कब लिखूं , कहां लिखूं ,कितना लिखूं
अब तू ही बता ..
तेरे सिवा मेरा है ही कौन

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

22 Nov, 14:42


फिर तुमसे बात होने तो लगी है
मगर इस बार तुम अजनबी लगे

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

22 Nov, 04:03


मुझे यकीन था वो आयेगा
मैने यूंही हाथ अर्थी से बाहर नहीं निकला

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

21 Nov, 14:16


हुए हादसे मुझे कबूल उसके बिछड़ने के बाद
एक ही शख्स के लिए कितनी बार मरता 😣

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

21 Nov, 11:45


फिर मेरी महोब्बत का तमाशा बनाया गया
मेरे सामने किसी ओर को गले लगाया गया

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

19 Nov, 18:38


Mai chahta hu har baar woh mera hal puchhe

Mujhe dar hai mene puchha to woh jawab nahi dega

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

19 Nov, 17:01


चराग ए शब ही सही हम,
मगर सूरज से कह देना,

जहाँ बेबस वो रहता है,
वहाँ हम काम आते हैं।

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

12 Nov, 21:42


कुछ लोग तुम्हें समझाएँगे
वो तुम को ख़ौफ़ दिलाएँगे
जो है वो भी खो सकता है
इस राह में रहज़न हैं इतने
कुछ और यहाँ हो सकता है
कुछ और तो अक्सर होता है
पर तुम जिस लम्हे में ज़िंदा हो
ये लम्हा तुम से ज़िंदा है
ये वक़्त नहीं फिर आएगा
तुम अपनी करनी कर गुज़रो
जो होगा देखा जाएगा।

फ़हमीदा रियाज़

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

12 Nov, 08:33


अब तो इस राह से वो शख़्स गुज़रता भी नहीं....
अब किस उम्मीद पे दरवाज़े से झाँके कोई....!

परवीन शाकिर

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

12 Nov, 06:48


ठुकराया हमने भी बहुतों को है तेरी खातिर ....😒

तुझसे फासला भी शायद उनकी बद्दुआओं का असर है.....😔

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

11 Nov, 20:23


मजाक नही होते हैं जज्बात किसी के,
किस तरह गुजरते हैं दिन रात किसी के।

दर्द जिसे होता है सहता है दुख वही,
कोई समझे भी तो कैसे हालात किसी के।।

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

10 Nov, 19:55


Bewafai ke shahar me wafa ka talbgar hun mai

Jo mukammal na ho ska wo ek tarfa pyar hun mai

Sher-o-Shayri karne ka pesha nhi Mera, adhure pyar ka adhura anjaam hun mai
🫤

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

08 Nov, 16:55


दुश्मन भी मेरे मुरीद हैं शायद,
वक्त-बेवक्त मेरा नाम लिया करते हैं।

मेरी गली से गुजरते हैं छुपा के खंजर,
रूबरू होने पर सलाम किया करते हैं।

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

05 Nov, 16:10


Abhi ek khawab dekha
Usme bhi khud ko Marta dekha
Dekha Mera janaza tere ghr ke karib se guzra
Ek aansu ka qtra Teri aankh se girta na dekha 😢
Mujhe ummid thi tum aaoge Tumne to mujhe jate waqt bhi nhi dekha
🔤🔤🔤🔤 🔤🔤🔤🔤🔤

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

05 Nov, 07:15


चला है सिलसिला कैसा ये रातों को मनाने का
तुम्हें हक़ दे दिया किसने दियों के दिल दुखाने का

इरादा छोड़िए अपनी हदों से दूर जाने का
ज़माना है ज़माने की निगाहों में न आने का

कहाँ की दोस्ती किन दोस्तों की बात करते हो
मियाँ दुश्मन नहीं मिलता कोई अब तो ठिकाने का

निगाहों में कोई भी दूसरा चेहरा नहीं आया
भरोसा ही कुछ ऐसा था तुम्हारे लौट आने का

ये मैं ही था बचा के ख़ुद को ले आया किनारे तक
समन्दर ने बहुत मौक़ा दिया था डूब जाने का

वसीम बरेलवी

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

29 Oct, 19:05


बहूत खुश थे की तमाशा हो रहा है,,,,,,

रोना तब आया पता चला हमारा हो रहा है.,,,,,.!!!!

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

28 Oct, 17:29


तुझे भुलाने के हज़ार तरीक़े सोचता रहा रात भर....
और इस तरह तेरी याद में एक रात और गुज़र गयी....।

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

11 Aug, 07:28


Hoke bhi dur wo paraya sakhs na jane Aaj bhi kyu apna sa lagta hai

Subh hi to dekha tha na jane kyu sapna sa lagta hai

Kuchh wade kuchh tasveere uska intejaar kr rhi hai

Mera ghar mera dil , pta nhi kyu adhura sa lagta hai
🌺🪷🏵️

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

17 Apr, 05:52


Happy Ramnavami to All..

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

06 Apr, 06:31


Thank you so much, God.

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

03 Apr, 00:28


جبیں پر سادگی نیچی نگاہیں بات میں نرمی
مخاطب کون کر سکتا ہے تم کو لفظ قاتل سے
JabeeN Par Saadgi Nichi NigaaheiN Baat MeiN Narmi,
Mukhatib Kaun Kar Sakta He Tum Ko Lafz-e-Qaatil Se.

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

30 Mar, 23:25


بہت طویل مری داستان غم تھی مگر
غزل سے کام لیا مختصر بنانے کا
Bahot Taweel Meri Daastaan-e-Gham Thi Magar,
Gazal Se Kaam Liya Mukhtasar Banaane Ka.

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

28 Mar, 19:36


جب اس کی آنکھ کھلے گی تو ہم نہیں ہوں گے
ہمیں سمجھنے میں وہ شخص دیر کر دے گا
Jab Us Ki Aankh Khule Gi To Hum NahiiN HoN Ge,
HameiN Samajhney MeiN Wo Shakhs Der Kar De Ga.

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

26 Mar, 18:45


مجھ کو اکثر اداس کرتی ہے
ایک تصویر مسکراتی ہوئی
Mujh Ko Aksar Udaas Karti He,
Ek Tasveer Muskuraati Hui.

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

25 Mar, 23:49


عاشقی میں میرؔ جیسے خواب مت دیکھا کرو
باؤلے ہو جاؤ گے مہتاب مت دیکھا کرو
Aashiqui MeiN Meer Jaise Khwaab Mat Dekha Karo,
Baaoley Ho Jaogey Mahtaab Mat Dekha Karo.

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

23 Mar, 04:43


دریائے شب کے پار اتارے مجھے کوئی
تنہائی ڈس رہی ہے پکارے مجھے کوئی
Dariyaa-e-Shab Ke Paar Utaare Mujhe Koi,
Tanhaai Das Rahi He Pukaare Mujhe Koi.

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

23 Mar, 04:39


تیرے گالوں پہ جب گلال لگا
یہ جہاں مجھ کو لال لال لگا
Tere GaaloN Pe Jab Gulaal Laga,
Ye JahaaN Mujh Ko Laal Laal Laga.

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

22 Mar, 19:48


انسان کے لہو کو پیو اذن عام ہے
انگور کی شراب کا پینا حرام ہے
Insaan Ke Lahoo Ko Piyo Izn Aam He,
Angoor Ki Sharaab Ka Piina Haraam He.

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

22 Mar, 19:44


حد ہے اپنی طرف نہیں میں بھی
اور ان کی طرف خدائی ہے
Had He Apni Taraf NahiiN MeiN Bhi,
Aur Un Ki Taraf Khudaai He.

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

22 Mar, 00:05


مجھے تو اس خبر نے کھو دیا ہے
سنا ہے میں کہیں پایا گیا ہوں
Mujhe To Is Khabar Ne Kho Diya He,
Suna He MeiN KahiiN Paaya Gaya HuN.

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

21 Mar, 19:05


جان لینی تھی صاف کہہ دیتے
کیا ضرورت تھی مسکرانے کی
Jaan Leni Thi Saaf Keh Dete,
Kya Jarurat Thi Muskuraane Ki.

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

21 Mar, 18:59


ترا دیدار ہو حسرت بہت ہے
چلو کہ نیند بھی آنے لگی ہے
Tera Deedar Ho Hasrat Bahot He,
Chalo Ke Neend Bhi Aane Lagi He.

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

21 Mar, 18:56


دیدار کی طلب کے طریقوں سے بے خبر
دیدار کی طلب ہے تو پہلے نگاہ مانگ
Deedar Ki Talab Ke TareeqoN Se Be Khabar,
Deedar Ki Talab He To Pehle Nigaah Maang.

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

20 Mar, 01:08


ہم کو بھی دشمنی سے ترے کام کچھ نہیں
تجھ کو اگر ہمارے نہیں پیار سے غرض
Hum Ko Bhi Dushmani Se Tere Kaam Kuch NahiiN,
Tujh Ko Agar Hamare NahiiN Pyaar Se Garaz.

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

20 Mar, 00:55


اظہار خموشی میں ہے سو طرح کی فریاد
ظاہر کا یہ پردہ ہے کہ میں کچھ نہیں کہتا
Izhar Khamoshi MeiN He Sau Tarha Ki Fariyaad,
Zaahir Ka Ye Parda He Ke MeiN Kuch NahiiN Kehta.

💖 महफ़िल-ए-शायरी 💖

19 Mar, 23:34


گو بھلے سب ہیں اور میں ہوں برا
کیا بھلوں میں برا نہیں ہوتا
Go Bhale Sab HeiN Aur MeiN HuN Buraa,
Kya BhaloN MeiN Buraa NahiiN Hota.