गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं @guptasadhanaye Channel on Telegram

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

@guptasadhanaye


तंत्र, मंत्र, सात्विक ,राजसिक, तामसिक, तांत्रिक, अघोर, शाबर मंत्र साधनों और ज्योतिष की जानकारी

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं (Hindi)

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं नामक चैनल एक अद्वितीय और रहस्यमय स्थान है जहां आप विभिन्न तंत्र, मंत्र, सात्विक, राजसिक, तामसिक, तांत्रिक, अघोर, शाबर मंत्र साधनों और ज्योतिष सम्बंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यहां आपको भारतीय वैदिक संस्कृति से जुड़े अनमोल ज्ञान का संचार किया जाता है। चैनल पर आप मंत्र जाप, यंत्र पूजा, तंत्र शास्त्र, ज्योतिष विज्ञान, अघोर साधनाएं और अन्य धार्मिक विषयों से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यह चैनल आपके जीवन को धार्मिकता और आध्यात्मिकता की दिशा में एक नया परिवर्तन लाने में मदद कर सकता है। चैनल का उद्देश्य ज्ञान को बांटना और लोगों को आध्यात्मिक उद्देश्यों की दिशा में मार्गदर्शन करना है। यहां आप अपनी ध्यान और आत्म-साधना की योग्यता को बढ़ा सकते हैं और अपने जीवन को शांति, समृद्धि और सफलता की दिशा में ले जा सकते हैं। तो अब जुड़ें गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं चैनल से और अपने जीवन को आध्यात्मिकता की ऊँचाइयों तक ले जाएं।

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

25 Oct, 17:36


मैने इसी शिष्य धर्म को अपनाते हुए इस चैनल को बनाया था,
और निशुल्क रूप से बिना किसी धन के मोह और लालच से आपके चैनल का प्रचार प्रसार किया।

क्योंकि में कर्मयोगी हु। मुझे कर्म करना आता है। और मुझे अपने कर्तव्यों के प्रति भी निष्ठा है। इसी गुरु निष्ठा से मैने आपके लिए कर्तव्य किए।

में कभी धर्म और कर्तव्यों से विमुख नहीं हुआ।

पर शायद आप इस युग में अपने कर्तव्यों से विमुख हो गए है। और मुझे विश्वास है आपके ईश्वर, आपको अपने कर्तव्यों के प्रति सजग कराएंगे।

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

25 Oct, 17:32


मेरे ईश्वर मेरे साथ है। मुझे अपने ईश्वर पर भरोसा है।
मेरा व्यवहार चाहे गलत हो सकता है, पर में हमेशा सत्य और धर्म के रास्ते चला हु।

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

25 Oct, 17:29


में हमेशा सत्य के मार्ग पर चला हु।
और सत्य ही मेरा अस्त्र है।

मेरे ईश्वर सब देख रहे है। और वे मुझपर प्रसन्न है। क्योंकि में कर्म योगी हु। और मैने हमेशा सत्य के मार्ग को चुना है।

अगर तुम सत्य को कुचलना चाहते हो तो प्रयास कर सकते हो प्रदीप कुमार।

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

25 Oct, 17:27


सिद्धि ट्रांसफर के दौरान अनुभव लेकर कोई साधक क्या करेगा।

जिस काम के लिए पैसे दिए गए है अगर वही काम नहीं हुआ तो क्या फायदा।

पहले ही सब शर्ते बतानी चाहिए थी।

३ लाख रुपए कम नहीं होते प्रदीप कुमार। बहुत महीने लग जाते है कमाने के लिए। इसलिए इतना गुस्सा है। में चुप भी रह जाता पर, ऐसी काली कमाई करने वालो के ऊपर अत्यधिक गुस्सा आता है। जिस प्रकार रावण ने कुबेर से लंका चोरी की थी वैसे ही तूने मेरे पैसे चोरी किए है।

और मुझे रावण की तरह क्या धमकी दे रहो हो कि में पागल खाने भर्ती हो जाऊंगा।

क्या यही तेरी वीरता है।

अगर तुम मुझे पागल बनकर पागलखाने भेजना चाहता है तो ईश्वर चुप बैठेगा। तुम्हारा भी ईश्वर एक ना एक दिन चाहे इस जन्म में या अगले जन्म में हिसाब करेगा ही करेगा।

तुम मुझपर रावण की तरह अपनी शक्तियों का ठोस दिखा रहे हो। तुम जैसे अहंकारी दृष्ट पापी गुरु आत्मा का भी कोई राम कृष्ण वध करेगा।

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

25 Oct, 17:10


ईश्वर तुम लोगों के गुरु को सद्बुद्धि दे।

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

25 Oct, 17:07


सुधर जाओ मित्र।
तुम सब लोग अधर्म के राह पर चल चुके हो।
वह समय दूर नहीं कि तुम लोगों का भी कौरवों की तरह विनाश होगा।

लगता है इस जन्म में भी तुम लोग सुधरे नहीं।

सुधर जाओ।

अन्यथा जिस दिन धर्म का अस्त्र चल गया तो तुम लोगों का पतन होने से कोई नहीं बचा सकता।

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

25 Oct, 17:02


अरे मित्र
तथ्य के ऊपर बात करो।

मैने कभी किसी से फ्रॉड किया है?
बल्कि मेरे साथ फ्रॉड हुआ है।

इतना ही बुरा लगता है तो फ्रॉड क्यों करते हो मित्र।

आप सब लोग मिलकर संस्था में कई सालों से लोगों से पैसे लूट रहे हो शर्म आनी चाहिए आप सब लोगों को।

मैं अगर किसी का बुरा किया है तो वह स्क्रीनशॉट समेत आप सब लोग अपने ग्रुप में डालें।

मैंने कब कहा क्या फ्रॉड किया वह सब जानकारी दें।

मैं तो गुरुजी से 3 साल से जुड़ा हूं और इन तीन सालों में मैं टेलीग्राम ग्रुप बनाकर भी लोगों से ₹1 भी नहीं लूटा। ना धंधा किया ।

जब मुझे पता चला कि मेरे गुरु एक धोखेबाज और धंधे वाले व्यक्ति हैं तब बहुत पश्चाताप हुआ पर तब तक वक्त चला गया था।

मित्रों आप इतने दिनों से मेरे साथ जुड़े हुए हैं तो कोई भी ऐसी बात बताएं कि मैंने आपको कभी तंत्र ताबीज बेचा, लूट पाट की?

इन सब लोगों से दूर रहे।

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

25 Oct, 15:13


श्रीमान प्रदीप कुमार जी,
आपने मुझसे यह कब कहा था कि मैं सिद्धि ट्रांसफर के वक्त बली दूंगा उसके लिए पैसे खर्च होंगे।

आप एक फ्रॉड और चोर व्यक्ति हो।

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

25 Oct, 14:59


आपको मालूम भी है श्रीमान।
आप किस स्तर पर जा चुके हैं। मा बहन बेटी सबकी मर्यादा खंडित करके रखी है।

एक वक्त था जब इस संसार में सर्वश्रेष्ठ गुरु होकर गए चाहे लाहिड़ी महाशय हो, स्वामी युक्तेश्वर गिरी हो, या रामकृष्ण परमहंस हो।

तुम एक इस कलियुग का दुराचारी गुरु है। जिसने अपनी कामपिशाचनी से कई महिलाओं का शोषण किया था।

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

25 Oct, 14:54


इस फ्रॉड व्यक्ति से दूर रहे।
इस नीच ने मेरे ३ लाख रुपए का fraud किया है।

साथ में इसने मेरी जिंदगी को बर्बाद करके रखा है।

नीच दुराचारी पापी आत्म है।

जिस मां ने इसको जन्म दिया होगा वह भी कोसती होगी इसको।

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

30 May, 05:26


Channel photo updated

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

12 Mar, 17:02


Channel photo updated

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

12 Mar, 16:53


Channel photo removed

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

26 Jul, 07:21


Channel name was changed to «गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं»

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

28 May, 14:10


किसी भी प्रकार के प्रश्न के लिए संपर्क करे
@rajyogimayur

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

14 Mar, 05:26


https://youtu.be/eOQuaPAK_Kg

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

27 Feb, 13:35


भगवान श्री कृष्ण की गुप्त साधना

अद्भुत मायावी शक्तियों पर विजय पाने और देवतुल्य सामर्थ्यवान बनने के लिए भगवान श्री कृष्ण की साधना इस युग में अति-उत्तम है। इनकी साधना से आपका सहस्त्रार चक्र जाग उठता है और ज्ञान की कुंडली जाग उठती है जिससे लोक-परलोक आदि के सारे रहस्य खुल जाते हैं।

इस साधना से बहुत तीव्र बुद्धि आती है जिससे साधक एक सूक्ष्म प्रयोग कर अनुकूल क्रन्तिकारी परिवर्तन संसार में ला सकता है। इस साधना से आकर्षण, सम्मोहन और वशीकरण करने की शक्ति स्वतः जाग जाती है और वह वास्तविक धर्म को परिभाषित करता है। इसमें कोई शक नहीं कि यदि बताये अनुसार सही तरीके से इनकी साधना कर ली जाए तो साधक श्री कृष्ण तुल्य हो जाएगा। वह अद्भुत माया-जाल फैला सकता है और वह खुद माया से मुक्त बना रहता है।

उनके एक-एक कहे शब्द सत्य साबित होते हैं क्योंकि उन्हें पता होता है कि आगे क्या होने वाला है।

वर्तमान युग में ऐसी परिस्थितियां बन रही है कि सही दिशा देने के लिए यह साधना एक आवश्यक अंग बन गया है। अतः संसार के कल्याण के लिए और भगवान श्री कृष्ण की असीम कृपा पाने के लिए यह साधना बहुत महत्वपूर्ण हो गया है। महाभारत होने वाला है - मैं अपने सभी प्रिय साधकों को यह साधना करने का निर्देश देता हूँ।

भगवान् श्री कृष्ण जी की इस साधना में ब्रह्मचर्य अनिवार्य नहीं है लेकिन उसमे अति भी नहीं होना चाहिए। सप्ताह में एक बार शारीरिक सम्बन्ध बना लेने से हर्ज नहीं या आपका प्रयास होना चाहिए कि कम से कम सम्भोग हो।

यदि साधक अपने अनुकूल कुछ योगासनों का अभ्यास करता है और उसके बाद यौगिक क्रियाएं और प्राणायाम भी करता है तो उन्हें तीव्रता से सिद्धि मिलना आरम्भ हो जाता है और भगवान् श्री कृष्ण के प्रत्यक्ष दर्शन लाभ भी होंगे। यदि इनकी साधना से भगवान् श्री कृष्ण के दर्शन लाभ हुए तो साधक के मन-आत्मा से ये जुड़कर एकाकार हो जाते हैं और श्री कृष्ण के सामान वह हो जाता है।

यदि साधक यौगिक क्रियाएं आदि नहीं भी करता है तो सभी प्रकार से श्री कृष्ण की कृपा होती ही है और वह संसार के लिए कल्याणकारी कार्य करने में समर्थ हो उठता है।

सच कहा जाए तो आप इनकी साधना से कल्कि अवतार से कम नहीं होंगे, अर्थात- आप ही हैं कल्कि अवतार जिसमे अद्वितीय दिव्य शक्तियों का भंडार होगा जिससे आप पुनः युग को सुधार सकते हैं और कंस-युग से लोगों को मुक्ति दिला सकते हैं।

मैंने बहुत कम शब्दों में आपको बताने का प्रयास कर रहा हूँ और मुझे विश्वास है कि आप कम शब्दों को विस्तार से समझ पा रहे होंगे।

जीवन-भर झाल बजाने, शंख फुक्ने, कीर्तन-भजन और घंटियां बजाने से भगवान् श्री कृष्ण के दर्शन नहीं होंगे या उनकी कृपा के पात्र नहीं बन सकेंगे। अतः मैं यौगिक विधान के अनुसार भगवान् श्री कृष्ण की अद्भुत साधना बताने जा रहा हूँ जिससे आपको 100 प्रतिशत सफलता मिलेगी।

कैसे करें यह साधना -

दीक्षा - इस साधना को सिर्फ देख-समझ कर न करें। साधना की दीक्षा लेकर ही साधना करें।

ब्रह्मचर्य - ब्रह्मचर्य के बारे में बताया जा चूका है कि जहाँ तक संभव हो, ब्रम्हचर्य ही रहें।

जप माला - संस्कारित रुद्राक्ष या तुलसी की माला साधना कर सकते हैं। नीले हकीक की माला भी सर्वोत्तम है।

आसन और वस्त्र - लाल,पीला, नीला या सफ़ेद-क्रीम।

साधना की दिशा - साधना शुरू करने का जो मुहूर्त और दिन बताया जाएगा, उस अनुसार दिशा का चुनाव कर साधना कर सकते हैं। साधारणतः पूरब, पश्चिम या उत्तर दिशा होकर साधना की जाती है।

साधना का समय - कोई भी एक निश्चित समय।

साधना स्थल पर जलाने के लिए घी की दीपक।

गणपति जी को नमस्कार करने के बाद भगवान् श्री कृष्ण की साधना करें।

मूलमंत्र है -OM SHREENG KREENG KRISHNAYAI HOOM FATT ( 33/ 6 )

ॐ श्रीँग क्रींग कृष्णायै हूम फट

उक्त मंत्र में साधक अपनी जन्मतिथि, राशि और लग्न के अनुसार उपयुक्त बीज-मंत्र लगा लें जिसे दीक्षा के बाद बता दी जाएगी।

सुबह खाली पेट में योगाभ्यास, क्रिया और प्राणायाम से निपट लें और उसे बिना कोई ढील किये अभ्यास जारी रखें और किसी भी समय से मंत्रजप /साधना के लिए और अच्छी सफलता के लिए 15 माला जप करना चाहिए। इस प्रकार 51 दिन साधना करनी है।

इस साधना को वर्ष में तीन बार करेने से पूर्ण सिद्धि हो जाती है और भगवान् श्री कृष्ण के दर्शन भी होते हैं।

इस साधना को करना बहुत सरल है। इसमें दशांश हवनादि कर्म करने की आवश्यकता नहीं है। आपका प्रेम और श्रद्धा ही आपको सिद्धि दिलाएगा

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

22 Feb, 05:05


भगवान दत्तात्रेय साधना -

 ॐ ह्रीम द्रह दत्तात्रेय द्रह ॐ नमः - om hreem drah dattatrey drah om namah . 

यह एक बहुत श्रेष्ठ मन्त्र है। इस जप से साधक सूर्य के समान प्रगति करता है और अध्यात्म के चरम बिंदु तक जा पहुँचता है।
एक माला या तीन माला रोज।
दिशा पाश्छिम रहेगी। दीपक जलाने की जरुरत नहीं।
कोई भी आसन , कोई भी वस्त्र । अन्य कोई भी नियम नहीं।
 एक वर्ष तक

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

20 Feb, 13:28


शिव साधना


यह शिव जी की सर्वश्रेष्ठ साधना है और ज्ञात होता है कि रावण ने इसी मन्त्र से शिव जी की साधना की थी और गुरु तैलंग स्वामी महाराज ने भी इसी मंत्र से 20 वर्षो तक तप करके प्रभु के दर्शन प्राप्त किये थे और उसके बाद उनकी जीवनी हर व्यक्ति जनता है।

तो आइए जानते है उस महा मन्त्र को जो शिव जी के दर्शन और कृपा दिलाने में सक्षम है।


मंत्र। बम बम बम योगिरूपा हूं हूं हूं शिवाय नमः।।

माला - संस्कारित रुद्राक्ष
माला संख्या।। 15 माला प्रतिदिन
कुल जप। 21 दीन
दिशा। पूर्व
आसन। सफेद

दशांश हवन। बाजार में मिलने वाले समान्य हुमाद से।

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

06 Feb, 12:39


माता मातंगी साधना

इस साधना से धन , भौतिक-सांसारिक सफलता , अध्यात्म में सफलता और ब्रह्माण्ड के सभी रहस्यों को समझने में अंतर्ज्ञान विकसित होता है। यह बहुत ही शक्तिशाली साधना है। साधारण शब्दों में - जो लोग अध्यात्म में और सांसारिक सफलता एक ही साधना से करना चाहते हों उन्हें यह साधना करनी चाहिए। इस साधना से साधक भयमुक्त हो जाता है। इस साधना की अनेकों चमत्कारी उपलब्धिया है जिसका बखान करना सूर्य को दीपक दिखाने के बराबर है।

माता स्वयं सूर्य की देवी हैं तो जिन क्षेत्रों के लिए सूर्य कारक है उन सभी क्षेत्रों पर माता का पूर्ण अधिकार है। किसी की कुंडली में अगर सूर्य सम्बन्धी समस्याएं हो और सूर्य कमज़ोर हो उन्हें माता की साधना करने से असीम लाभ प्राप्त होता है।इनकी साधना से व्यक्ति के अंदर आत्मविश्वास बढ़ता है और वह हार कार्य सफल करने में समर्थ हो जाता है।  जो व्यक्ति उच्च पद की अधिकारी जॉब इत्यादि की तैयारी करने में रूचि रखते हैं जैसे सिविल सर्विसेज , IAS ,IPS इत्यादि एवं जो शिक्षा के क्षेत्र में बहुत आगे जाना चाहते हो उन्हें यह साधना अवश्य करनी चाहिए।

सर्वप्रथम कोई राशि अनुसार बहुत अच्छा मुहूर्त देख लें और यह साधना शुरू करें। मन्त्र जप से पहले माता के ध्यान श्लोक का पाठ करें।

ध्यान-श्लोक -

श्यामांगी शशिशेखरां त्रिनयनां वेदैः करैर्विभ्रतीं, पाशं खेटमथांकुशं दृढमसिं नाशाय भक्तद्विषाम् । रत्नालंकरणप्रभोज्जवलतनुं भास्वत्किरीटां शुभां मातंगी मनसा स्मरामि सदयां सर्वाथसिद्धिप्रदाम् ।।

shyamangi shashishekharaam trinayanam wedaih karaivibhratim paasham khetmathamkusham dridhmasim nashyay bhaktdwisham . ratnalankaran prabhojjwalaltanum bhaswtiritam shubham matangi mansa smarami sadayam sarwarth siddhi pradam .

इसके बाद मूल मन्त्र का यथासंभव जितनी माला सहजता से कर सकें उतना जाप करें। बस यह ध्यान रखें की जितने दिनों का पुरश्चरण किया जा रहा है प्रतिदिन उतनी ही माला जाप करनी है , जितनी प्रथम दिन की थी। इसके बाद अगले पुरश्चरण में माला संख्या बढ़ा सकते हैं।

मूल मंत्रः ॐ ह्रीं क्लीं हूं मातंग्यै फट् स्वाहा ।

om hrim klim hoom matangayi fatt swaha

साधना -विधि
- लाल, गुलाबी या पीला आसन छोड़कर कोई भी आसन का प्रयोग होता है। वस्त्र भी ऐसे ही होने चाहिए।

जप-माला - संस्कारित कमलगट्टे की माला या काले या नीले रंग वाले हकीक की संस्कारित माला। आप आठमुखी रुद्राक्ष की संस्कारित माला से भी साधना कर सकते हैं।

जप काल की दीपक - सरसों के तेल या घी के दीपक।

यह साधना दिन या रात किसी भी समय कर सकते हैं. जप का समय कोई भी एक निश्चित काल में कर सकते हैं।

साधना दिशा -पूरब या दक्षिण रखें।

आपको पांच लाख जप करना है। दैनिक जप की संख्या अपनी क्षमता के अनुसार रखें। और कम से कम पंद्रह दिनों तक करें और आगे की एक सप्ताह के अंदर दशांश हवनादि कर्म पूरा कर लें। इसके बाद फिर से कोई भी दिन सुनिश्चित करके पुनः साधना आरम्भ करें। - इस साधना की शुरुआत अच्छे शुभ मुहूर्त से आरम्भ करें। अगली बार जब इस साधना को करना है तो दुबारा मुहूर्त देखने की जरुरत नहीं है।

दशांश हवन -

हवन की लकड़ी - आम की लकड़ी , नौ ग्रह की लकड़ी और कत्थे की लकड़ी।
हवन-सामग्री- शतावरी , जटामांसी , मुलहटी ,कमलगट्टे की बीज , पंचमेवा , गाय के घी , चावल , श्वेतार्क के फूल , उड़हुल के फूल। -इनमे जो भी सुलभ हो , वो ले सकते हैं।
तर्पण और मार्जन - शराब। या दूध, केशर , कच्चे नारियल के पानी।

इसके बाद बलि प्रदान करें। -

बलि की सामग्री - बथुआ ( पेठा ) -जिससे आगरा में मुरब्बे बनते हैं। एक खड़े पेठे को एक ही चाक़ू या कटार से बीच में काटें और कटे हुए हिस्से में सिंदूर लगाएं।

अब इसे सामने रखकर समर्पित करें। प्रणाम करें और उठ जाएं। यदि किसी मौसम में पेठा न मिले तो नारियल के गोले से बलि दे सकते हैं।
यह इस साधना का पहला किश्त है। इसी प्रकार इस साधना को कई किश्तों में करके आप पांच लाख जप पूरा करें। संभव हो तो 51 लाख तक जप करें।

माता की साधना एवं साथ में क्रियायोग ध्यान करने से आप असीमित शक्तियों के स्वामी हो जायेंगे। फिर ऐसा कुछ भी नहीं इस संसार में जो आपके लिए संभव न हो। सर्व मनोरथ पूर्ण करने वाली इस साधना को अवश्य अपने जीवन में करें।

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

02 Feb, 10:51


गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं pinned Deleted message

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

28 Jan, 06:08


नमस्कार सभी साधक मित्र 🙏, आज आप सभी साधक मित्रों को अचूक धन दौलत, व्यापर वृद्धि, और आर्थिक तंगी से मुक्ति हेतु भगवान महा गणेश के तांत्रिक बीज मंत्र देना चाहता हूँ आशा है आप इसे आवश्य जाप करेंगे

मंत्र :- ॐ गण गण श्रींग महा गणपतये ह्रींग ॐ श्रींग नमः
OM GAN GAN SHREENG MAHA GANPATAYE HREENG OM SHREENG NAMAH (3/6)

दिशा :- पश्चिम दिशा
वस्त्र और आसन - कोई भी
साधना दिवस - सात दिवसीय
मंत्र जप टाइमिंग :- किसी भी समय 10 से 15 मिनट मानसिक जप, साधना मुहूर्त आज से ही शुरू करें

आपको ध्यान मुद्रा लगाकर ध्यान में बैठ जाना है और इस मंत्र का अपने भूमध्य में ध्यान लगाकर मानसिक जप करते रहना है।

यदि उपरोक्त मंत्र के जाप से आपको इन सात दिनों में आश्चर्यजनक परिणाम मिलते है तो आप इस मंत्र की गुरुदेव योगीजी से दीक्षा लेकर विधिवत साधना करें विघ्नहर्ता गणेश जी आपके सभी नाना प्रकार के कष्टों को हर लेंगे यह अचूक मंत्र है अतः प्रयोग में आवश्य लाये ।

बाकी की जानकारी दीक्षा के बाद दी जाएगी फिलहाल आप इस सात दिवसीय मंत्र का प्रयोग करके परीक्षा करें।

आज से शुरु कर दे सब लोग

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

27 Jan, 16:39


गुजरात में शिविर होना तय हुआ है। शिविर स्थल के लिए अभियान जारी है। आपकी सलाह वांछित है। गुरूजी को व्यक्तिगत मैसेज कर सकते हैं। अप्रैल माह में शिविर होगा।

शिविर में पिछली बार की तरफ ३०% साधकों को गुप्त सिद्धियां भी ट्रान्सफर होने के संभावना है।

अगर आप इस शिविर में सहभाग लेना चाहते है गुरूजी से सम्पर्क करे।

गुरूजी से संपर्क करने हेतु -
9065629338
सिर्फ whatsapp


शिविर में क्रिया योग
तंत्र योग
गुप्ता तांत्रिक साधनाओं की जानकारी
गुप्त तंत्र योग ध्यान
योगिक क्रियाओं का अभ्यास
साधना सफल कैसे की जाए इन पर चर्चा की जायेगी

आपके रहने खाने का इंतजाम किया जाएगा।

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

26 Jan, 14:10


किसी भी प्रकार के प्रश्न हेतु - @rajyogimayur

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

25 Jan, 07:33


Channel photo updated

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

24 Jan, 05:40


सूर्य देव सरल और शक्तिशाली साधना गुप्त विधान -

(अगर आपके घर में कोई छोटा लड़का - लड़की है जो पढ़ाई ठीक से नहीं कर पाते तो उनको यह साधना जरूर करवाएं।)

जो लोग सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे,चर्म रोग से ग्रसित है,शत्रु प्रबल है,समाज पे प्रतिष्ठा प्राप्त करना चाहते है,कुंडली मे सूर्य ग्रह कमजोर है,किसी प्रकार के कोर्ट कचहरी के चक्कर मे फसे है और ऐसे तमाम चीजे जो सूर्य से सम्बंधित है उनके लिए ये साधना औषधि समान है।

(जो लोग पढ़ाई में कमजोर है अथवा शिक्षा ग्रहण करने में समस्या आती है तो यह साधना उनके लिए बहुत उपयुक्त है खास तौर पे School और कॉलेज के छात्रों के लिए)

मूल मंत्र - महा-अंगारा जीवनदायिनी ह्रीम सूर्याय नमः।।

आस
न - लाल या गुलाबी आसन

दिशा -  पूर्व 

माला संख्या  - ५ माला

73 दिनों तक (१ पुरुष्चरण)

ब्रह्मचर्य आवश्यक

हवन की आवश्यकता नही।

माला।   - रुद्राक्ष या गुलाबी हकीक की माला

मुहूर्त - सिर्फ रविपुष्य योग

साधना समय - दिन में किसी भी समय कर सकते है। पर पहले दिन जिस समय पे साधना करने बैठे है उसी समय पे ७३ दिनों तक बैठना है।

(यह साधना पुर्ण रूप से सात्विक है इसलिए इसमें दीक्षा लेने की जरूरत नहि है। बिना दीक्षा लिए हर वर्ग का का व्यक्ती साधना को कर सकता है।)

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

21 Jan, 13:17


रंभा अप्सरा साधना

इस साधना को विवाहित व्यक्ति भी कर सकते हैं


रंभा अप्सरा अप्सराओं में एक अति सुन्दर अप्सरा है साथ ही यह अति कामुक एवं काया तृप्ति प्रदान करने वाली अप्सरा है, पौराणिक कथाओं के अनुसार इनकी सुन्दरता पर अनेक ऋषि महर्षि भी मोहित हो जाते थे इसकी साधना से साधक को शैरिरिक तृप्ति एवं ज्ञान की प्राप्ति होती है जिससे वह जीवन के सत्य का दर्शन करता है

रंभा अप्सरा को इस तरह वर्णन किया गया है की ऐसी देवी जो दिव्य सौंदर्य जैसे संगमरमर के ऊपर सोने के अनु की बौछार कर दी जाए । सुंदर यौवन अति चंचल , तीव्र बुद्धि , अति कोमल, सुगंध से भरपूर , जीवन यापन की शैली अति मनमोहक छवि ।

यह अप्सरा सौन्दर्य की देवी के सामान है जिसका स्पर्श मनुष्य के जीवन में नवीन ज्योति उत्पन्न कर सकता है साथ ही यह सम्पुर्ण सत्य का ज्ञान रखने वाली है जिससे इसकी सिद्धि अकरने वाला साधक शत प्रतिशत इसी जीवं में मुक्ति को प्राप्त कर सकता है यदि वह रंभा द्वारा दिए गये ज्ञानपथ पर चले.

महिलाएं इनकी साधना से सौन्दर्य एवं पुष्ट शरीर की प्राप्ति करती हैं और महिला एवं पुरुष निरोगी जीवन यापन कर सकते हैं

समस्त रोग नाश की विद्या एवं ऐसी प्राकृतिक विधियाँ जिससे मनुष्य अपने जीवन को प्रकृति के साथ योग स्थापित करके दीर्धायु कर सके

इस साधना को महिला एवं पुरुष अलग अलग शरीरिक लाभ हेतु कर सकते हैं महिलाएं इन्हें एक मित्र के रूप में एवं पुरुष इन्हें पत्नी के रूप में भी प्राप्त कर सकते हैं (इस साधना को विवाहित पुरुष एवं महिलाएं दोनों कर कर सकते हैं)


रंभा से साधक को मिलने वाले लाभ
यौवन ,
यौवन सुख,
चिरायु,
दीर्घायु,
आकर्षक,
अति बुद्धिमान ,
समस्त ज्ञान का संचार ,
आयुर्वेद का ज्ञान आदि प्रदान करती है ,
विषम स्थिति में अपने साधक को अमरता का आंतरिक रस का भोग भी कराती है ।

रंभा की सबसे अधिकः खासियत यह है कि आप इसे किसी के भी शरीर मे परिवर्तित कर सकते हैं , किसी का भी रूप ले लेती है ये , या आप इसी अपनी मनचाही स्त्री में प्रवेश करवा के इनके साथ जीवन व्यतीत कर सकते हैं अतः शादी शुदा लोगों को चिंता करने की ज़रूरत नही है वह ये साधना कर सकते हैं।


इस साधना में 21 दिनों तक 21 माला प्रति रात्रि 10 बजे के बाद कि जाती है और 22वें दिन दशांन्स हवन किया जाता है , तर्पण मार्जन शराब से । फिर ध्यान की प्रक्रिया।
(२१ माला पूर्ण जाप के बाद १५ मिनट ध्यान करना है, २२ वे दिन दशांश हवन होने के बाद भी हर रात्रि १५ मिनट से ३० मिनट ध्यान पूर्ण १ साल तक करना है जब तक अपसरा प्रत्याशीकरण ना हो, इस पुरे १ साल के ध्यान काल में भी ब्रम्हचर्य अति आवश्यक है )

विवाहित व्यक्ति को - २ साल
अविवाहित व्यक्ति को - १ से १.५ साल का समय लग सकता है

मंत्र - कलीम हूं रम रम रम रंभाये क्लिम ॐ हुम् फट ।

अधिकः प्रभावशाली मन्त्र 2 - ह्रीं क्लीम क्लीम क्लीम अप्सरा रंभायै हूम फट


दोनों ही मन्त्र सार्वजनिक एवं किसी भी राशि द्वारा किये जा सकते हैं।

मंत्र जप के बाद १५ मिनिट का ध्यान करना आवश्यक है.
पूर्ण २१ दिन की साधना समय तक ब्रम्हचर्य आवश्यक है. २१ दिन बाद भी


साधना का प्रकार - राजसिक

माला - श्वेतार्क, मोती, लाल चंदन, स्फटिक(उत्तम), कमलगट्टा,
माला संख्या - 21
दिवस - 21
दिशा - पूर्व
समय - रात्रि १० बजे
आसान - लाल
वस्त्र - लाल
दीपक - सरसो
तंत्र धारण करने की आवश्यकता - गणपति

हवन सामग्री
लकड़ी - आम और कत्था
सामग्री - कमलगट्टे के बीज , जटामासी, सफ़ेद मूसली खैर घी शहद आदि से ।
तर्पण मार्जन - शराब
कुंड - कोई भी
कोण - 8

नियम
ब्रह्मचर्य - आवश्यक
भोजन - सामान्य
साधना स्थान - घर
स्थान परिवर्तन - गणपति तंत्र के साथ हां
ध्यान - आवश्यक
धार्मिक स्थल पर आना जाना - नही
स्त्री कर सकती हैं - हाँ
मुहूर्त - राशि अनुसार

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

14 Jan, 13:18


Channel photo updated

गुप्त तंत्र मंत्र साधनाएं

14 Jan, 13:15


Channel created

3,777

subscribers

1

photos

0

videos