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ब्रह्मचर्य जीवन पुस्तकें (Hindi)

ब्रह्मचर्य जीवन पुस्तकें नामक टेलीग्राम चैनल एक अद्वितीय स्थान है जहाँ आप ब्रह्मचर्य संबंधित पुस्तकों को आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं। यहाँ आपको ब्रह्मचर्य जीवन के महत्वपूर्ण सिद्धांतों और मार्गदर्शन को समझने के लिए विभिन्न पुस्तकों की व्याख्या मिलेगी।nnइस चैनल पर आपको ब्रह्मचर्य जीवन से जुड़े सर्वश्रेष्ठ पुस्तकों का संग्रह मिलेगा, जिन्हें पढ़कर आप अपने जीवन को सकारात्मक और सन्तुलित बना सकते हैं। यहाँ पर विभिन्न लेखकों द्वारा लिखी गई पुस्तकों का संग्रह है जो आपके ब्रह्मचर्य जीवन को बेहतर बनाने में मदद करेंगी।nnइस चैनल के माध्यम से आप न केवल पुस्तकें पढ़ सकते हैं, बल्कि आप यूट्यूब पर ब्रह्मचर्य जीवन से जुड़े वीडियो भी देख सकते हैं। चैनल के यूट्यूब प्रोफाइल से जुड़कर आप और भी अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और अपने जीवन को सकारात्मक दिशा में ले सकते हैं।nnब्रह्मचर्य जीवन पुस्तकें नामक चैनल से जुड़कर आप अपने जीवन को एक नए प्रेरणास्त्रोत से भर सकते हैं और खुद को एक बेहतर और संतुलित व्यक्ति बना सकते हैं। तो आज ही इस चैनल को जॉइन करें और अपने ब्रह्मचर्य जीवन को मार्गदर्शन और सहायता प्राप्त करें!

ब्रह्मचर्य जीवन पुस्तकें

01 Nov, 01:30


इसे प्रिंटआउट करवा लें । इसमे टोटल 30 ब्लॉक है । एक छोटा स्केच पेन का पैकेट खरीद लीजिये और हर दिन सोने से पहले 1 ब्लॉक को भरिये ।

ब्रह्मचर्य जीवन पुस्तकें

01 Nov, 00:51


NNN CHALLENGE

आज से नवंबर का महीना प्रारंभ है । NNN यानी No Nut November चैलेंज में भाग लीजिये और अपने जीवन से गलत आदतों को हमेशा के लिए त्याग दीजिये ।

हर दिन कम से कम 2 बार परमात्मा से कामना कीजिये कि आप PMO के नरकरूपी कुंड से दूर रहें ।

इस चुनौती के नियम सरल हैं: पूरे महीने हस्तमैथुन या कोई भी यौन गतिविधि नहीं करनी है। आपको आत्म-सुधार पर ध्यान केंद्रित करने और सकारात्मक तरीके से अपने शरीर और मन से फिर से जुड़ने के लिए स्वम् को प्रोत्साहित करना है।

नो फ़ैप नवंबर एक चुनौती है जिसमें दुनिया भर के कई लोग हर साल हिस्सा लेते हैं। इस चुनौती में सभी तरह की यौन गतिविधियों से दूर रहना शामिल है, जिसमें विचार और कल्पनाएँ भी शामिल हैं।

●NNN चैलेंज के लाभ :

◆भावनात्मक नियंत्रण: समय के साथ, हस्तमैथुन से परहेज़ करने से भावनात्मक नियंत्रण और प्रेरणा बढ़ाने में मदद मिलती है, जिससे बेहतर व्यक्तिगत विकास और एक स्वस्थ जीवनशैली मिलती है।

◆टेस्टोस्टेरोन के स्तर में वृद्धि: अध्ययनों से पता चला है कि वीर्य प्रतिधारण से टेस्टोस्टेरोन के स्तर में वृद्धि होती है, जो मांसपेशियों और समग्र ऊर्जा को बढ़ा सकता है। टेस्टोस्टेरोन के बढ़े हुए स्तर बदले में घने बाल, बेहतर अस्थि घनत्व और बेहतर शुक्राणु गुणवत्ता जैसे अन्य कारकों में योगदान करते हैं।

◆बढ़ी हुई ऊर्जा: वीर्य प्रतिधारण से प्राप्त अतिरिक्त ऊर्जा शारीरिक प्रदर्शन को बढ़ा सकती है, जिससे कसरत जैसी गतिविधियाँ अधिक प्रभावी हो जाती हैं।

◆अनुशासन: अत्यधिक हस्तमैथुन या पोर्न की लत जैसे बाध्यकारी व्यवहार से परहेज़ करना अधिक अनुशासित होने के एक सचेत प्रयास का प्रतिनिधित्व करता है। यह बदले में मानसिक स्पष्टता और आत्म-सुधार के लिए गुंजाइश प्रदान करता है।

◆संतुष्टि: बेहतर आत्म-सम्मान और वास्तविकता पर नियंत्रण की अधिक भावना से समग्र संतुष्टि और बेहतर संबंधों की भावना पैदा हो सकती है। इसके अलावा, यह विपरीत लिंग को देखने के तरीके को बदल सकता है, जिससे शारीरिक दिखावट से परे व्यक्तिगत मूल्यों की अधिक जमीनी समझ को बढ़ावा मिलता है।

◆बेहतर सहनशक्ति: कुछ प्रतिभागियों ने यौन गतिविधियों के दौरान लंबे समय तक टिके रहने की रिपोर्ट की, जिससे दोनों भागीदारों के लिए अधिक संतोषजनक अनुभव हुआ।

◆बढ़ा हुआ आत्मविश्वास: पोर्न की लत, अत्यधिक हस्तमैथुन और लगातार यौन विचारों जैसी बाध्यकारी आदतों पर काबू पाने से आत्म-सम्मान और सामाजिक कौशल में सुधार हो सकता है, जिससे दूसरों के साथ बातचीत करना आसान हो जाता है। वास्तव में, यह लोगों को वास्तविक संबंध बनाने के लिए प्रोत्साहित करके स्वस्थ संबंध बनाने में मदद करेगा।

◆बेहतर भावनात्मक स्वास्थ्य: बाध्यकारी आदतों को छोड़ना और भावनात्मक मुद्दों को सीधे संबोधित करना बेहतर भावनात्मक कल्याण की ओर ले जा सकता है। बार-बार हस्तमैथुन करने से अपराधबोध की भावना और क्षणभंगुर खुशी की तलाश हो सकती है। इस चक्र को तोड़ने से अधिक स्थिर भावनात्मक स्थिति हो सकती है।

ब्रह्मचर्य जीवन पुस्तकें

31 Oct, 08:41


परमात्मा से कामना करता हूँ इस दीपावली आपके जीवन के सारे अंधकार समाप्त हो जाए और आपके मन का एक एक कोना आत्मज्ञान से प्रकाशमय हो जाये ।

🕉🙏🙏🙏🕉

ब्रह्मचर्य जीवन पुस्तकें

28 Oct, 15:18


सब हो जाएंगे मिट्टी
पैरों की मजबूती
कंधों की ताकत
दिमाग का पैनापन 
नष्ट हो जाएगा सब समय के साथ
आप इसे जीवन कहें या मृत्यु
पर यह है बस समय का पहिया 
निर्दयी और बिना पछताए रौंदकर 
लाता है सबको वापस 
धरती मां की कोख में 
नहीं है यह कोई व्यक्तिगत विपदा 
बस गलत समझ है समय की प्रकृति की
मांसपेशियां, मज्जा और मन
गर्व है जिन पर भी 
सब हो जाएंगे मिट्टी 
यही प्रकृति का क्रम है 
जिसे कहते हैं हम
जीवन और मृत्यु।
केवल वही जो उठ चुका है
समय से ऊपर, जान पाएगा
उस मुक्ति को जो मिलती है
समय की क्रूर प्रकृति से बाहर निकलकर  
जीवन का सार न आपकी
हड्डियों में है, न ही मस्तिष्क में।

सदगुरु जग्गी वासुदेव

ब्रह्मचर्य जीवन पुस्तकें

27 Oct, 12:41


●ये दुनिया गोरखधंदा है, यहाँ सब माया में अँधा है ।

सुविचार वाला ये पोस्ट हर दिन पढ़ें ।🙏😊

ब्रह्मचर्य जीवन पुस्तकें

26 Oct, 12:59


आज किसी ने भी प्रतिज्ञा नही लिखा है । 5 मिनट भी नही लगता है लिखने में ।
लिखिए और पांचो बातों का दिन भर पालन भी करिये । देखिये फिर कुछ दिनों में ब्रह्मचर्य आपका प्रकृति बन जायेगा ।

जब भी मन गलत राह पर भटके
ॐ मन्त्र, गायत्री मंत्र या फिर

ॐ हं हनुमंते नमः
(ॐ हम् हनुमंते नमः) का जाप करें ।

ब्रह्मचर्य जीवन पुस्तकें

25 Oct, 14:13


नियम
वीर्य धारण करने वालों/नॉनफैपर्स/ब्रह्मचारियों के लिए नियम

नोट:
•अगर आज आप फिर से वीर्यनाश किया है तो इसका मतलब है कि आपने नीचे बताए गए नियमों का उल्लंघन किया है।
•सबसे पहले खुद के प्रति दयावान बनें और फिर उन लोगों को माफ़ करें जिन्होंने आपके साथ गलत किया है। ताकि आपके मन क्रोध, अवसाद, ईर्ष्या में न रहे, इस तरह आप नीचे दिए गए नियमों का आसानी से पालन कर सकेंगे।
•अगर आप आज सभी नियमों का पालन नहीं कर सकते तो कोई बात नहीं, लेकिन किसी दिन ऐसा करने की कोशिश करें। कोई भी नियम ऐसा नहीं है जिसका आप पालन न कर सकें, सभी नियम आसान और हासिल किए जा सकने वाले हैं।
•इन नियमों का पालन करने के कुछ दिनों बाद आपका दिमाग ज़्यादा परिपक्व हो जाएगा और ये नियम आपकी जीवनशैली बन जाएँगे।
•इस पोस्ट को रोज़ाना पढ़ें ताकि आपको नियम याद रहें। जब भी मुझे और नियम मिलेंगे या मैं बनाऊँगा तो मैं इस पोस्ट को अपडेट करूँगा।
•आप और नियम भी सुझा सकते हैं जिन्हें मैं यहाँ जोड़ दूँगा।
•अगर आपको अंग्रेज़ी/हिंदी समझ में नहीं आती तो आप भाषा का अनुवाद कर सकते हैं।
•नीचे दिए गए इन नियमों को न तोड़ें वरना आप अपनी पूरी ज़िंदगी नरक में बिताएँगे।
• किसी भी परिस्थिति में इन नियमों को न तोडें। क्योंकि हर चीज़ नियम से ही चल रही है । सूर्य , पृथ्वी सभी अपनी अपनी ग्रहपथ में गुरुत्वाकर्षण के नियम पर पालन कर रहे है । इसलिए हमारा भी नियम से चलना आवश्यक है ।
•हनुमान जी, रामजी, लक्ष्मण जी, भीष्म पितामह जैसे इतिहास के सभी गौरवशाली लोगों को याद करो।

नियम:
●पहला और सभी मनुष्यों के लिए पालन करने योग्य नियम ICDOM है।  ICDOM का मतलब है- I Choose Death Over Masturbation."मैं हस्तमैथुन के बजाय मौत को चुनता हूँ।"
● सुबह 4 बजे उठना
● ब्रह्ममूर्त में एक आउटडोर शौक (दौड़ना, चलना, साइकिल चलाना)
● कम से कम 5 मिनट प्राणायाम
● कम से कम 5 मिनट कीगल एक्सरसाइज या अश्विनी मुद्रा
● कम से कम 10 मिनट ध्यान
● इस पीडीएफ के अनुसार कम से कम 10 मिनट का योग सत्र ● ऊपर बताई गई गतिविधियों को बाहर करें और ऊपर बताई गई गतिविधियों के दौरान मंत्रों का जाप करें और कम से कम 5 मिनट अलग से मंत्रोच्चार करें।
● लक्ष्यों की अभिव्यक्ति और कल्पना 5 मिनट
● सूरज की रोशनी में 40 मिनट
● लंगोट पहनें (यदि संभव हो तो)
● अपने हाथों से  गुप्तअंगों को अनावश्यक रूप से न छुएं, हमेशा अपनी जेब में एक छोटा कपड़ा रखें और सफाई करते समय, नहाने के दौरान या पेशाब करते समय उस कपड़े का इस्तेमाल करें। यह आपके अंगों को आपके हाथ की त्वचा के बारे में भूलने में सहायता करेगा। क्योंकि अपने हाथों से सालों तक हस्तमैथुन के कारण लिंग को आपके हाथो के चमड़े की आदत पड़ गयी है जो ठीक बात नही है ।
●पेशाब करते समय मंत्रों का जाप करें, अंगों की सफाई के समय भी।
●पेशाब करते समय अंग की पूरी चमड़ी को पीछे न खींचें क्योंकि इससे उत्तेजना होती है । लेकिन हर तीसरे दिन हल्का गर्म पानी से साफ करते समय चमड़ी पीछे खींच सकते है और अगर संभव हो तो बिना देखे और मंत्रों का जाप करते हुए करें।
●पेशाब करते समय अंग की ओर अनावश्यक रूप से न देखें।
●कोई फिल्म/सीरीज नही देखना है मतलब कोई फिल्म/सीरीज नहीं देखना है, यह मूर्खों के लिए है। किसी भी तरह का स्क्रीन एंटरटेनमेंट, थिएटर भी न जाएं । कोई पालतू जानवर का वीडियो या कोई मनोरंजन, समाचार, राजनीतिक वीडियो भी नहीं देखें। कोई यूट्यूब वीडियो नहीं, कोई टीवी नहीं, कोई सोशल मीडिया नहीं। उपरोक्त चीजें आपको भावनात्मक रूप से मूर्ख बनाती हैं ताकि आप आदी हो जाएं और आपसे पैसे कमाएं। उन्हें पैसे मिलते हैं लेकिन आपको कुछ नहीं मिलता। (आप पढ़ाई से संबंधित वीडियो देख सकते हैं)
●मनोरंजन के लिए पालतू जानवरों, बच्चों के साथ खेलें, प्रकृति में जाए
●मन और शरीर दोनों से स्वच्छ, शुद्ध रहें।
●लड़कियों की तरफ अनावश्यक नज़र न डालें ।
●मीठा, जंक फ़ूड, तेल, मसालेदार, तला हुआ या स्ट्रीट फ़ूड न खाएं।
●आलस्य के बिना पढ़ाई की दिनचर्या का पालन करें।
●खाना खाते समय मोबाइल का इस्तेमाल न करें।
●अगले दिन के लिए एक आसान और हासिल करने योग्य पढ़ाई का लक्ष्य और दिनचर्या बनाएँ। धीरे-धीरे लक्ष्य बढ़ाएँ। पढ़ाई के लिए पोमोडोरो तकनीक का इस्तेमाल करें।
●बाईं या दाईं करवट सोएँ, लेकिन पीठ के बल कभी न सोएँ। मेखला पहनें या अपने पेट के चारों ओर एक  तौलिया लपेटे जिसमें पीछे की ओर बड़ी गाँठ लगाएं । उस गाँठ को अपनी रीढ़ की हड्डी पर रखें। ऐसा करने से आप पीठ के बल नहीं सोएँगे जिस कारण से सवप्नदोष होता है।
● सोने जाते समय बिस्तर पर मोबाइल न उपयोग करें

ब्रह्मचर्य जीवन पुस्तकें

25 Oct, 13:59


सुविचार

इस पोस्ट को रोजाना पढ़ें। जब भी मुझे कोई और सुविचार मिलेगा मैं इस पोस्ट को अपडेट कर दूंगा। आप भी सुझा सकते हैं जिन्हें मैं यहां जोड़ूंगा।
यदि आप अंग्रेजी/हिंदी नहीं समझते हैं तो आप भाषा का अनुवाद कर सकते हैं।

 ●मैं अपनी इंद्रियों का स्वामी हूं न कि इन्द्रियाँ मेरी स्वामी हैं।

 ●जैसे गाय को मांस से कोई लेना-देना नहीं है।  उसी तरह मुझे लड़कियों या किसी के शरीर से कोई लेना-देना नहीं है।

●"तीनों लोक का साम्राज्य त्यागना, स्वर्ग का अधिकार छोड़ना, इससे भी उत्तम वस्तु हो उसे भी त्याग देना परन्तु ब्रह्मचर्य को भंग न करना।'' -भीष्म पितामह 

●जिसका ब्रह्मचर्य जिंदा है उसके आगे मौत भी शर्मिंदा है ।

 ●परिपक्वता तब प्राप्त होती है जब व्यक्ति तात्कालिक सुखों को दीर्घकालिक मूल्यों के लिए स्थगित कर देता है।

 ●"यदि आप कड़ी मेहनत से कुछ अच्छा हासिल करते हैं, तो परिश्रम का थकान जल्दी चला जाता है, लेकिन मेहनत के लाभ टिक जाती है; यदि आप आनंद की तलाश में कुछ शर्मनाक करते हैं, तो खुशी जल्दी समाप्त हो जाती है, लेकिन शर्मिंदगी बरकरार रहती है"

●इच्छाएं राजाओं को गुलाम बना देती हैं और धैर्य गुलाम से राजा बना देता है।

●जब तक न सफल हो, नींद - चैन को त्यागो तुम संघर्षों का मैदान मत छोड़ मत भागो तुम ॥

●जितना घिसोगे और तपोगे उतना चमकोगे।

 ●जो व्यक्ति अपने 1 घण्टे का मूल्य नहीं समझता, उस व्यक्ति को बहुत सी असफलताएं झेलनी पड़ती हैं। 

 ●खुश रहना एक आदत है और मैं खुश हूं

●मन नहीं कर रहा?-काम करो 
रोना आ रहा?-काम करो 
मौसम खराब है?  - काम करो
बिजली नहीं है?- काम करो 
फेलियर?  - काम करो
सेक्सस?- काम करो
बुखार है या इतवार है? - आराम करो

●इस बात पर ज़रा भी संदेह न करें कि भौतिक सुख आपको कभी खुश नहीं कर सकते। यह किसी पुरानी बीमारी के लिए अस्थायी दवा की तरह है। यह आपको शांत करता है एक पल के लिए लेकिन उसके बाद आप खुद को फिर से दुखी पाते हैं।

●हस्तमैथुन अपने आप में मौत है, यह आपको कमज़ोर बनाता है और धीरे-धीरे आपको मौत की ओर ले जाता है, आपको शक्तिहीन बनाता है और बिना शक्ति का मतलब है कोई जीवन नहीं।

●ये दुनिया गोरखधंदा है, यहाँ सब माया में अँधा है ।

ब्रह्मचर्य जीवन पुस्तकें

25 Oct, 13:48


प्रतिज्ञा
(ऊपर फ़ोटो में जो प्रतिज्ञा है केवल उसे लिखना है , इसे हर दिन केवल पढ़ना है)

मेरा नाम _ है। आज मेरी आयु वर्ष महीने दिनों की है। आज दिनांक 25 अक्टूबर 2024 है।

1. मैं प्रतिज्ञा करता हूँ कि दुर्बलता और माया के और ले जाने वाले विचारों को तुरंत ही होश्पूर्वक परमात्मा के तरफ मोड़ दूंगा। क्योंकि दुर्बलता पाप है।

2. मैं अपना जीवन इन्द्रियों के तुच्छे इच्छाओं के दासता में नही बिताऊँगा।

3. मैं अपना जीवन शक्ति थानी वीर्य बबर्बाद नहीं करूंगा बल्कि इसे ओजस में परिवर्तित करूंगा।

4. स्त्रीयों को बहन / माता की दृष्टि से देखूंगा। 

5. चैनल पर जाकर प्रतिज्ञा, सुविचार और नियमों को पढूंगा ।

6.जिस तरह एक गाय माँस नही खाती और न ही उसे माँस से कोई मतलब होता है उसी तरह मुझे स्त्रियों के शरीर से कोई प्रयोजन नही है ।

(हस्ताक्षर)

ब्रह्मचर्य जीवन पुस्तकें

25 Oct, 13:43


ब्रह्मचर्य जीवन पुस्तकें pinned «दैनिक प्रतिज्ञा नीचे फ़ोटो में जैसा मैंने लिखा है ठीक वैसा ही केवल 5 प्रतिज्ञा लिख कर ब्रह्मचर्य जीवन समूह में हर दिन भेजना है । भेजने के बाद आप उस पन्ने को फाड़ के फेक सकते है या रख सकते है आपकी इच्छा । लिखावट खराब है तो कोई बात नही, मेरा भी खराब है । प्रतिज्ञा…»

ब्रह्मचर्य जीवन पुस्तकें

25 Oct, 13:43


प्रतिज्ञा

ब्रह्मचर्य जीवन पुस्तकें

25 Oct, 13:41


दैनिक प्रतिज्ञा

नीचे फ़ोटो में जैसा मैंने लिखा है ठीक वैसा ही केवल 5 प्रतिज्ञा लिख कर
ब्रह्मचर्य जीवन समूह में हर दिन भेजना है । भेजने के बाद आप उस पन्ने को फाड़ के फेक सकते है या रख सकते है आपकी इच्छा ।

लिखावट खराब है तो कोई बात नही, मेरा भी खराब है ।

प्रतिज्ञा करने से आपका मन दिन भर गलत विचारो के तरफ नही जाएगा ।

नाम दिनांक और आयु अवश्य लिखना है ।

प्रतिज्ञा में और कुछ नही जोड़ना है ताकि अधिक लंबा न हो । कुछ जोड़ना है तो जोड़ कर चैनल पर अपलोड किया जाएगा और हर दिन उसे चैनल पर पढ़ सकते है ।

पांचवा प्रतिज्ञा में जो सुविचार और नियमों की बात है वो भी चैनल पर नीचे है जिसे हर दिन आकर पढ़ना है ।



ब्रह्मचर्य जीवन पुस्तकें

22 Oct, 13:05


यदि चित्त से विषयासक्ति नष्ट नहीं हुई तो बाहर से विषय- सेवन त्याग देने पर भी साधक सुखी नहीं हो सकता ।

इसलिए आवश्यकता है हमें सत्संग के द्वारा चित्त में स्थित विषयासक्ति को नष्ट करने की अर्थात् चित्त का परिवर्तन करने की । भले ही हमारा भोजन सात्त्विक है, हम आसन-व्यायाम-प्राणायाम भी नियम से करते हैं किन्तु हमारा चिन्तन ठीक नहीं है तो हम विषय- संयोग होने पर उससे बच नहीं सकते हैं । हमारे मस्तिष्क में जो यह बात बैठी हुई है कि 'स्त्री-शरीर में सुख है । जब तक यह बात हमारी बुद्धि से नहीं निकलेगी तब तक हम बलात् इन्द्रियों एवं मन को कब तक रोक सकते हैं । मन से कितने समय तक लड़ सकते हैं, आखिरकार हमें परास्त होना ही पड़ेगा। वही बात आज सबके साथ हो रही है । अगर यह बात हम बुद्धि में बैठा लें कि विषय तो विष से भी ज्यादा विषैले, दुःखदायी, भय एवं अशांतिदायक हैं, तब विषयों से स्वाभाविक अरुचि होना संभव है ।

ध्यान व्यायाम-प्राणायाम और सात्विक आहार ब्रह्मचर्य धारण करने में सहायक अवश्य है लेकिन मुख्य बात है चिंतन बदलना, बाकी ये सब गौड बातें हैं। यदि हमारा चिंतन विषयों का बना रहा तो हम ब्रह्मचर्य को रोक पाने में समर्थ नही हो सकते हैं, अतः चिंतन बदलना बहुत जरूरी है और उसके बदलने के लिए नित्य सत्संग, शास्त्र स्वाध्याय और नामजप तीनों अति आवश्यक हैं ।


ऐसा करने से चिंतन बदलेगा और व्यायाम-प्राणायाम आदि से शरीर की नस-नाड़ियाँ मजबूत होंगी। शुद्ध आहार से मन चलायमान नहीं होगा । आप तीनों को करें, आहार ठीक कीजिये, भजन-साधन से चिंतन ठीक कीजिये और दृढ़ निश्चय के द्वारा उन अशुभ क्रियाओं को दूर कीजिये, जो अशुभ क्रियाएँ आप कर रहे हैं तो आप सुधर जायेंगे नहीं तो कुछ दिनों बाद ऐसा होने लगेगा कि आपकी विचार शक्ति लुप्त हो जायेगी । आपके अन्दर बिना किसी कारण के भय और घबराहट बनी रहेगी यानी सैकड़ों तरह की परेशानियाँ आ जायेंगी ।
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जब तक चिंतन अपवित्र है तब तक ब्रह्मचर्य धारण करना बड़ा कठिन है । ब्रह्मचर्य संयम के लिए आवश्यक मुख्य बात है कि हमारा चिंतन बदले ।

ब्रह्मचर्य जीवन पुस्तकें

19 Oct, 13:57


गायत्री मंत्र के अर्थ

ब्रह्मचर्य जीवन पुस्तकें

18 Oct, 09:34


ब्रह्मचर्य जीवन पुस्तकें pinned «🕉🕉🕉🧘‍♂🧘‍♂🧘‍♂🕉🕉🕉 जब भी कामवासना सताये तुरंत दौड़ के यहाँ आएं और नित्य दिन इस पोस्ट को पढ़ें । बहुत मेहनत से बनाया हूँ : ●प्रतिज्ञा वीर्यरक्षा मेरा परम कर्तव्य है । मैं इसकी रक्षा कर अपने शरीर को पुष्ट करूँगा । मैं देश के लिए ब्रह्मचारी रहूंगा अथार्त मैं गुलाम…»

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