ILⓂ 📖 NOOR HAI🌷 @majlis_e_khawateen Channel on Telegram

IL 📖 NOOR HAI🌷

@majlis_e_khawateen


⚘ᵏᵃⁿᵉᵉᶻ ᵉ ᶠᵃᵗⁱᵐᵃ ᶻᵃʰʳᵃ ʳᵃᵈⁱᵃˡˡᵃʰᵘ ᵗᵃᵃˡᵃ ᵃⁿʰᵃ⚘

https://t.me/majlis_e_khawateen

https://t.me/SULTAANEHIND

https://t.me/Farz_uloom_Hanfi

https://t.me/Pyara_islam_786

https://t.me/IslamicBooksLibraryCamp

https://t.me/Sunni_PDF_Urdu_Books

ILⓂ 📖 NOOR HAI🌷 (Urdu)

مجلس خواتین چینل 'ILⓂ 📖 NOOR HAI🌷' کی طرف سے آپکا خوش آمدید! یہ چینل خواتین کے لیے مخصوص ہے اور اس میں دینی موضوعات، تعلیمی مواد، اور اسلامی کتب کا مواد فراہم کیا جاتا ہے۔ یہاں آپ حضرت فاطمہ زہرہ ؓ کی رضا علیہا کے بارے میں معلومات، تعلیمی بچوں کے لیے مواد، اور اسلامی تعلیمات تلاش کر سکتے ہیں۔ 'ILⓂ 📖 NOOR HAI🌷' چینل میں کئی مختلف ٹیلی گرام لنکس شامل ہیں جو مخصوص تعلیمی مواد فراہم کرتے ہیں۔ یہ چینل اردو زبان میں مواد فراہم کرتا ہے جو خواتین کے لیے بہترین تعلیمی منافع فراہم کرتا ہے۔ اگر آپ دینی تعلیمات کے متعلق مواد ڈھونڈ رہے ہیں تو 'ILⓂ 📖 NOOR HAI🌷' چینل آپکے لیے ایک موزوں منصوبہ ہو سکتا ہے۔

IL 📖 NOOR HAI🌷

06 Jan, 17:12


*Day 9*

*_"The Path Of True Love"_*
*(11 Days Short Course)*

IL 📖 NOOR HAI🌷

06 Jan, 17:12


*Day 10*

*_"The Path Of True Love"_*
*(11 Days Short Course)*

IL 📖 NOOR HAI🌷

05 Jan, 14:04


Zakaat Course (Part-69)

Shohar Ke Sharaee Faqeer Hone Se Kya Biwi Par Zakar Farz Nahi Hoti.!?

Ab Aik Aur Sawal Ye Aata Hai Ki Shohar Makrooz Hai Bahut Baar Ayesi Soorat Hoti Hai Ki Shohar Par Jab Kai Kai Lakh Ya Crore Ka Qarza Hota Hai, Biwi Ke Paas Sona Hota Hai To Ab Woh Kya Samjhte Hain Ki Shohar Bechara Sharaee Faqeer Ke Jumre Me Hai To Shohar Ke Sharaee Faqeer Hone Se Hamara Pura Gharana Sharaee Faqeer Ho Gaya.!?

Ayesa Nahi Hai, Har Bande Ka Apna Apna Nisab Hai, Har Banda Apna Hisab Apne Taur Par Karega Shohar Apna Alag Karega, Biwi Apna Alag Karegi, Bachhe Apna Alag Karenge, Saas Apna Alag Karegi, Sasur Apna Alag Karega, Bahne Hain To Woh Apna Alag Karengi Jo Bhi Ho Har Bande Ko Apna Hisab Alag Rakhna Hai Zakat Ho, Qurbani Ho Sadqa e Fitr Ho.

Aik Bande Par Pura Ghar Depend Hota Hai To Sab Usi Ke Hisab Se Chalte Hain Ayesa Nahi Hai, Ab Jaise Misal Ke Taur Par Maine Kaha Ki Aik Shakhs (Shohar) Hai Jis Par Croreo Ka Qarza Hai Aur Ayesi Halat Me Hai Ki Woh Khud Zakat Le Sakta Hai Lekin Biwi Ke Paas 2 Tola Sona Hai Aur Kuch 40-50 Hazaar Ka Cash Vagairah Hai To Biwi Par Zakat Farz Ho Jayegi Ab Woh Laakh Kah Le Mere Paas Jo Sona Hai Ye Main Apne Kharche Ke Liye Rakh Rahi Hoon Jo Bhi Hai AllaH Ka Diya Hua Maal Hai Na To Fir AllaH Ki Raah Me Kharchen, Aap Sharaee Faqeera Nahi Hain Aur Apne Aap Ko Sharaee Faqeera Samjhe Bhi Nahi.

Continue...

https://t.me/Zakaat_Course
Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

05 Jan, 13:59


*📑 𝗔𝗔𝗝 𝗞𝗔 𝗣𝗔𝗜𝗚𝗔𝗠*

*𝗔𝗔𝗢 𝗤𝗨𝗥𝗔𝗔𝗡 𝗘 𝗣𝗔𝗔𝗞 𝗞𝗘 𝗡𝗢𝗢𝗥 𝗦𝗘 𝗔𝗣𝗡𝗘 𝗗𝗜𝗟♥️ 𝗞𝗢 𝗥𝗢𝗦𝗛𝗔𝗡 𝗞𝗔𝗥𝗘𝗡.:*

*𝗧𝗢𝗣𝗜𝗖* : •  *"DARS-1190 (SURAH SHU'ARA)"*

🅑🅨 : • 🎙️ *𝗠𝗨𝗙𝗧𝗜 𝗔𝗦𝗜𝗙 𝗔𝗕𝗗𝗨𝗟𝗟𝗔𝗛 𝗤𝗔𝗗𝗥𝗜 𝗦𝗔𝗛𝗔𝗕*

👨‍💻 IS PAIGAM KO KHUD BHI SUNE OR APNE FAMILY'S AND FRIEND'S KO SHARE KARKE APNE LIYE SADKA E JAARIYA BNAYE.

بہت بہت شکریہ جزاک اللہ---🌹

📡 https://t.me/Pyara_islam_786

*ᴛᴀʟɪʙ ᴇ ᴅᴜ'ᴀᴀ 🤲🏻 ᴀᴅᴍɪɴ ᴛᴇᴀᴍ*

  🌹 🔮 🌹

IL 📖 NOOR HAI🌷

05 Jan, 13:58


🌹🕯️ اَلصَّلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَیۡكَ يَــارَسُوۡلَ اللّٰهِ ﷺ

✺─━ ═••⁦ᕗ⁩⁦ *इस्लामी बयानात* ᕙ••═ ━─✺
*दुख्यारी उम्मत की खैरख्वाही*

*★ ρσѕт :- 324 ★*

❝ कमालाते मुस्तफ़ा ﷺ ❞

खैर ख्वाही कीजिए.!!

याद रखिए..!! अच्छी मुसलमान खातून वो ही है जो अपने लिए पसन्द करे, वोही दूसरी इस्लामी बहन के लिए भी पसन्द करे, इस बात को पेशे नज़र रखते हुवे हमें भी चाहिए कि जो हम अपने लिए पसन्द करें, वोही अपनी इस्लामी बहन के लिए भी पसन्द करें।

आइए.! अपने दिल में प्यारे आका, मक्की मदनी मुस्तफा ﷺ की दुख्यारी उम्मत की खैर ख़्वाही का जज्बा बेदार करने के लिए फ़रमाने मुस्तफ़ा सुनती हैं। चुनान्चे,

खैर ख़्वाही की फजीलत, इरशाद फ़रमाया : लोगों के लिए भी वोही पसन्द करो, जो अपने लिए करते हो और जो अपने लिए ना पसन्द करते हो, उसे दूसरों के लिए भी ना पसन्द करो, जब तुम बोलो, तो अच्छी बात करो या खामोश रहो।

*❍↬ बा - हवाला ↫❍*

*📓 इस्लामी बयानात जिल्द अव्वल सफ़ह- 293*

📮 इंशाअल्लाह तआला आगे ज़ारी रहेगा.!

https://wa.me/917566980838•─•📲
https://t.me/majlis_e_khawateen
https://t.me/Aqaid_Course

Ubaid e Raza official

IL 📖 NOOR HAI🌷

05 Jan, 13:57


सीरते मुस्तफ़ा ﷺ (Part- 53)

*एलने नुबुव्वत से पहले के कारनामे :*

*काबे की तामीर #02 :* जब इमारत "हजरे अस्वद" तक पहुंच गई तो क़बाइल में सख्त झगड़ा खड़ा हो गया। हर क़बीला येही चाहता था कि हम ही "हजरे अस्वद" को उठा कर दीवार में नस्ब करें, ताकि हमारे क़बीले के लिये येह फख्र व ए'ज़ाज़ का बाइष बन जाए, इस कश्मकश में चार दिन गुज़र गए यहां तक नौबत पहुंची कि तलवारें निकल आईं बनू अब्दुद्दार और बनू अदी के क़बीलों ने तो इस पर जान की बाज़ी लगा दी और ज़मानए जाहिलिय्यत के दस्तूर के मुताबिक़ अपनी कस्मों को मजबूत करने के लिये एक पियाले में ख़ून भर कर अपनी उंग्लियां उस में डबो कर चाट लीं।

पांचवें दिन हरमे काबा में तमाम क़बाइले अरब जम्अ हुए और इस झगड़े को तै करने के लिये एक बड़े बूढ़े शख्स ने येह तज्वीज़ पेश की, कि कल जो शख्स सुबह सवेरे सब से पहले हरमे काबा में दाखिल हो उस को पन्च मान लिया जाए, वोह जो फैसला कर दे सब उस को तस्लीम कर लें, चुनान्चे सब ने येह बात मान ली खुदा की शान कि सुब्ह को जो शख़्स हरमे काबा में दाखिल हुवा वोह हुज़ूर रहमते आलम ﷺ ही थे, आप को देखते ही सब पुकार उठे कि वल्लाह येह “अमीन" हैं लिहाज़ा हम सब इन के फैसले पर राज़ी हैं। आप ﷺ ने उस झगड़े का इस तरह तस्फिया फ़रमाया कि पहले आप ने येह हुक्म दिया कि जिस जिस क़बीले के लोग हजरे अस्वद को उस के मक़ाम पर रखने के मुद्दई हैं उन का एक एक सरदार चुन लिया जाए। चुनान्चे हर क़बीले वालों ने अपना अपना सरदार चुन लिया। फिर हुज़ूर ﷺ ने अपनी चादरे मुबारक को बिछा कर हजरे अस्वद को उस पर रखा और सरदारों को हुक्म दिया कि सब लोग इस चादर को थाम कर मुक़द्दस पथ्थर को उठाएं चुनान्चे सब सरदारों ने चादर को उठाया और जब हजरे अस्वद अपने मक़ाम तक पहुंच गया तो हुजूर ﷺ ने अपने मुतबर्रक हाथों से इस मुक़द्दस पथ्थर को उठा कर उस की जगह रख दिया इस तरह एक ऐसी खूंरेज लड़ाई टल गई जिस के नतीजे में न मा'लूम कितना ख़ून खराबा होता।

खानए काबा की इमारत बन गई लेकिन तामीर के लिये जो सामान जम्अ किया गया था वोह कम पड़ गया इस लिये एक तरफ़ का कुछ हिस्सा बाहर छोड़ कर नई बुन्याद काइम कर के छोटा सा काबा बना लिया गया काबए मुअज़्ज़मा का येही हिस्सा जिस को कुरैश ने इमारत से बाहर छोड़ दिया "हतीम" कहलाता है जिस में काबए मुअज़्ज़मा की छत का परनाला गिरता है।

*📙 किताब : सीरते मुस्तफ़ा ﷺ सफ़ह - 97*

Continue...

🪀 https://whatsapp.com/channel/0029Vaf1cVxKGGGJ8pSVv61M
👨‍💻 ៚ Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

05 Jan, 13:57


*Ꭺ@j ҡα ιѕLαɱi sᏆαTus .:°°:.📲*

*Zindagi Ke 4 Ahem Mamulaat..*

00:46 MinuᏆe's

*࿅ ᴛᴀʟɪʙ ᴇ ᴅᴜ'ᴀᴀ 🤲🏻 ᴀᴅᴍɪɴ ᴛᴇᴀᴍ ࿅*

🌹 🔮 🌹

IL 📖 NOOR HAI🌷

05 Jan, 13:57


*💚 Cᴏ̶ᴍïทɢ Sᴏ̶ᴏ̶ท ⑧①③ Uяร ε Mบβαяαк ➛ Hïทᴅαℓ ฟαℓï Sαякαя Kнαฟαʝα Gαяεεβ Иαฟαᴢ Rαᴅï Aℓℓαнบ Tα`αℓα Aทнบ 💚*

*🤍 Sтαтบร Aรн`ααя ➛ Mบรтαƒα ﷺ Иε Tบ๓нε Hïท∂ βнεʝα Tบ๓ Mบяα∂ ε Иαβï H๑ 🤍*

IL 📖 NOOR HAI🌷

05 Jan, 13:57


🌹✊🏻 یــــــــــــــــــــــــــا رسول الــــلّٰــــه ﷺ

*🌹🕯️I͓̽l͓̽m͓̽ ͓̽ N͓̽o͓̽o͓̽r͓̽ ͓̽H͓̽a͓̽i͓̽ ͓̽G͓̽i͓̽r͓̽l͓̽'͓̽s͓̽ ͓̽G͓̽r͓̽o͓̽u͓̽p͓̽ ❍*

*▣ SUNDAY 05/01/2025 ▣*
▬ ▭▭▭ ▭▭▭ ★ ▭▭▭ ▭▭▭ ▬
*▣ ITWAAR 04/07/1446 ▣*
▬ ▭▭▭ ▭▭▭ ★ ▭▭▭ ▭▭▭ ▬

*🇸🇦🌙 MAHE RAJAB UL MURAJJAB 🌙*

🌅 सुबह बेदार होते वक्त की दुआ ⁀➷

اَلْحَمْدُ لِلّٰهِ الَّذِىْ اَحْيَانَا بَعْدَ مَا اَمَاتَنَا وَالَيْهِ النُّشُوْرُ


*࿅ तर्जुमा ࿅* ➫ अल्लाह के लिए ही तमाम तारीफें हैं जिसने हमें जिंदा किया इसके बाद इसी ने मौत तारी ( दे दी ) कर दी थी और उसी की तरफ लौटना है।

नॉट ❁☞ *बन्दा जिस दिन नमाज नहीं पड़ता वह दिन उसके लिए मनहूस हो जाता है!..*

╭•∽–∽–∽–∽–∽–∽–∽•╮
┆ *Aᴀᴊ  Kᴀ  Pᴀɪɢᴀᴍ*
╰•∽–∽–∽–∽–∽–∽•╮

•••➲ हर मुसलमान के लिए कम अज़ कम इतना दीनी इल्म हासिल करना फर्ज़ है जिससे वह जरूरी मसाइल जान ले मसलन तहारत व पाकी, वुज़ू व गुस्ल, नमाज़ व रोजे वगैरह बय व शरा, खरीद व फ़रोख़्त और दीगर ज़रूरियाते ज़िन्दगी के मसाइल का जानना मुसलमान पर फर्ज़ है!

हदीस में है : इल्मे दीन का हुसूल फर्ज़ है। एक हदीस में है कि इल्म हासिल करो अगरचे चीन जाना पड़े।

*फैज़ाने आला हजरत सफ़ह 98*

🧲https://instagram.com/ubaid_e_raza_official
• -------------------- •• ⊰❂⊱ •• ------------------- •
📡 https://t.me/majlis_e_khawateen

Tᵃˡⁱᵇ   ᵉ  ᵈᵘᵃᵃ  ᵃᵈᵐⁱⁿ  Tᵉᵃᵐ 
❏ ________________________________ ❏

IL 📖 NOOR HAI🌷

05 Jan, 13:57


*(Post-42) KALIMA E KUFR..!!*
.
.
.
Allah Paak Hum Sab Ke Imaan Ki Hifazat Farmaye Aur Imaan Par Hi Khatima Ho آمین

Gulaman-e-Khatam-Un-Nabiyyeen(ﷺ)
─┅━━━━━━✦✿✦◐✦✿✦━━━━━━┅─

IL 📖 NOOR HAI🌷

05 Jan, 13:57


असल दीनदार कौन ?

* हज़रते कुतबे मदीना के खलीफा ने मुझे ये बात बताई के हज़रते कुतबे मदीना ये फरमाया करते हैं कि कोई भी नेक काम अगर मुसलसल किया जाए तो वो आदत बन जाता है फिर करना मुश्किल नहीं होता, अगर 40 दिन तक नमाज़ मुसलसल पढ़ी जाए तो फिर नमाज़ कोई मुश्किल नहीं है!

* आप फरमाते हैं असल जो मुश्किल है वो मामलात हैं, हुकूक़ उल इबाद, हुस्ने अख़्लाक़, हमारी ज़बान से किसी को तकलीफ न हो, कोई ऐसी बात हम न कहे जिससे किसी की दिल आज़ारी हो, एक दूसरे को हुकूक़ अदा करना, करोबारी मामलात में दयानतदारी ये सारी चीज़ें!

आप अक्सर फ़रमाया करते हैं असल जो दीनदार है वो वही है जो मामलात में दयानतदारी से काम लेता है, बीवी बच्चों के, मां बाप के, भाई बहनों के दीगर रिश्तेदारों के या दीगर मुसलमानों के हक़ अदा करता है और वोह हुस्ने अख़्लाक़ से पेश आता है ये बड़ा मुश्किल काम है!

मुफ़्ती आसिफ़ अब्दुल्लाह कादरी साहब
.
.
.
Gulaman-e-Khatam-Un-Nabiyyeen(ﷺ)
─┅━━━━━━✦✿✦◐✦✿✦━━━━━━┅─

IL 📖 NOOR HAI🌷

05 Jan, 13:55


☪️ 03 माहे रजब उल मुरज्जब बरोज़ शनीचर 🗓️

IL 📖 NOOR HAI🌷

05 Jan, 13:53


Zakaat Course (Part-68)

Aur Kuch Log Ye Puchhte Hain Ki Kisi Ne Hamse Qarza Liya Hai Jaise Misal Ke Taur Par Mujhse Fatima Ne 5 Lakh Rupye Qarza Liye Hain Ab Mujh Par Is Saal 5 Lakh Hi Zakat Bhi Farz Ho Rahi Hai To Kya Main Ye Kah Dun Ki Woh Sharaee Faqeer Bhi Hai To Maine Uske Badle Moaf Kar Diya Woh Mujhe Qarza Na De Maine Moaf Kar Diya To Kya Ayese Kar Sakte Hain.!?

Nahi, Ye Bhi Aap Nahi Kar Sakte. Han..!!

Isme Ye Ho Sakta Hai Ki Agar Aap Chaah Rahe Hain Ki Aap Ka Qarza Usse Minus Ho Jaye To Kya Kare Ki Jaise Fatima Ne Aap Se 5 Lakh Ka Qarza Liya Hai Sharaee Faqeer Hai To Aap Kya Karen Ki Zakat Ke 5 Lakh Rupay Uske Hath Me De Den Aap Ki Zakat Ada Ho Gai.

Ab Aap Usse Kahte Hain Ki Aap Ke Paas 5 Lakh Rupay To Hai Na Aa Gaye Mera Qarza Wapas Do Woh Wapas De De To Ye Surat Ho Sakti Hai Isme Aap Ki Zakat Bhi Ada Ho Gai Aur Usse Qarza Bhi Aap Ne Wapas Le Liya To Ye Ho Sakta Hai.

Directly Aap Ye Nahi Bol Sakte Ki Iske Badle Maine Moaf Kar Diya Kyuki Zakat Me Malki Banana Shart Hota Hai Na, To Pahle Usko Den Baad Me Mutalba Karen Ki Hai Paise To Mujhe Mera Qarza Wapas Karo To Is Tarah Kar Ke Aap Le Sakte Hain.

Continue...

https://t.me/Zakaat_Course
Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

05 Jan, 13:53


*📑 𝗔𝗔𝗝 𝗞𝗔 𝗣𝗔𝗜𝗚𝗔𝗠*

*𝗔𝗔𝗢 𝗤𝗨𝗥𝗔𝗔𝗡 𝗘 𝗣𝗔𝗔𝗞 𝗞𝗘 𝗡𝗢𝗢𝗥 𝗦𝗘 𝗔𝗣𝗡𝗘 𝗗𝗜𝗟♥️ 𝗞𝗢 𝗥𝗢𝗦𝗛𝗔𝗡 𝗞𝗔𝗥𝗘𝗡.:*

*𝗧𝗢𝗣𝗜𝗖* : •  *"DARS-1189 (SURAH SHU'ARA)"*

🅑🅨 : • 🎙️ *𝗠𝗨𝗙𝗧𝗜 𝗔𝗦𝗜𝗙 𝗔𝗕𝗗𝗨𝗟𝗟𝗔𝗛 𝗤𝗔𝗗𝗥𝗜 𝗦𝗔𝗛𝗔𝗕*

👨‍💻 IS PAIGAM KO KHUD BHI SUNE OR APNE FAMILY'S AND FRIEND'S KO SHARE KARKE APNE LIYE SADKA E JAARIYA BNAYE.

بہت بہت شکریہ جزاک اللہ---🌹

📡 https://t.me/Pyara_islam_786

*ᴛᴀʟɪʙ ᴇ ᴅᴜ'ᴀᴀ 🤲🏻 ᴀᴅᴍɪɴ ᴛᴇᴀᴍ*

  🌹 🔮 🌹

IL 📖 NOOR HAI🌷

05 Jan, 13:52


🌹🕯️ اَلصَّلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَیۡكَ يَــارَسُوۡلَ اللّٰهِ ﷺ

✺─━ ═••⁦ᕗ⁩⁦ *इस्लामी बयानात* ᕙ••═ ━─✺
*दुख्यारी उम्मत की खैरख्वाही*

*★ ρσѕт :- 323 ★*

❝ कमालाते मुस्तफ़ा ﷺ ❞

खैर ख्वाही कीजिए.!! हमारे आस पास कितनी इस्लामी बहनें परेशान हाल हैं, हमें इस का कोई एहसास नहीं होता, वोह इस्लामी बहनें जिन से हमारा रोजाना वासिता पड़ता है, उन में से कितनी खुश दिली से और कितनी परेशान चेहरों से हमें मिलती हैं, हम ने कभी इस पर गौर किया.? हमारी जानने वालियों में से कितनी इस्लामी बहनें क़र्जों में जकड़ी हुई हैं बल्कि ख़ानदान में हमारे कितने महारिम रिश्तेदार गुर्बत व अफ़्लास की चक्की में पिस रहे हैं, हमें इस की कोई खबर नहीं।

हमारी पड़ोसनों को दो वक्त का खाना भी नसीब होता है या नहीं.? हमें इस से कोई सरोकार नहीं, पहनने के लिए मुनासिब कपड़े भी मिलते हैं या नहीं? हमें इस से कोई गरज नहीं कितनी बीमार इस्लामी बहनों की रातों की नींद और दिन का सुकून पैसा न होने की वजह से बरबाद हो रहा है, इस तरफ़ हमारी तवज्जोह ही नहीं होती।

*❍↬ बा - हवाला ↫❍*

*📓 इस्लामी बयानात जिल्द अव्वल सफ़ह- 292*

📮 इंशाअल्लाह तआला आगे ज़ारी रहेगा.!

https://wa.me/917566980838•─•📲
https://t.me/majlis_e_khawateen
https://t.me/Aqaid_Course

Ubaid e Raza official

IL 📖 NOOR HAI🌷

05 Jan, 13:52


सीरते मुस्तफ़ा ﷺ (Part- 52)

*एलने नुबुव्वत से पहले के कारनामे :*

*काबे की तामीर #01:* आप ﷺ की रास्त बाज़ी और अमानत व दियानत की बदौलत खुदा वन्दे عزوجل आलम ने आप ﷺ को इस क़दर मक्बूले खलाइक बना दिया और अक्ले सलीम और बे मिषाल दानाई का ऐसा अजीम जौहर अता फरमा दिया कि कम उम्री में आप ने अरब के बड़े बड़े सरदारों के झगड़ों का ऐसा ला जवाब फैसला फ़रमा दिया कि बड़े बड़े दानिश्वरों और सरदारों ने इस फैसले की अज़मत के आगे सर झुका दिया, और सब ने बिल इत्तिफ़ाक़ आप ﷺ को अपना हुकम और सरदारे अज़ीम तस्लीम कर लिया।

चुनान्चे इस किस्म का एक वाकिआ तामीरे काबा के वक़्त पेश आया जिस की तफ्सील येह है कि जब आप ﷺ की उम्र पेंतीस (35) बरस की हुई तो ज़ोरदार बारिश से हरमे काबा में ऐसा अज़ीम सैलाब आ गया कि का'बे की इमारत बिल्कुल ही मुन्हदिम हो गई, हज़रते इब्राहीम व हज़रते इस्माईल عَلَيْهِمَا السَّلَام का बनाया हुवा का'बा बहुता पुराना हो चुका था, इमालका, क़बीलए जरहम और कसी वगैरा अपने अपने वक्तों में इस काबे की तामीर व मरम्मत करते रहते थे मगर चूंकि इमारत नशीब में थी इस लिये पहाड़ों से बरसाती पानी के बहाव का ज़ोरदार धारा वादिये मक्का में हो कर गुज़रता था और अकषर हरमे का'बा में सैलाब आ जाता था। का'बे की हिफाजत के लिये बालाई हिस्से में कुरैश ने कई बन्द भी बनाए थे मगर वोह बन्द बार बार टूट जाते थे। इस लिये कुरैश ने येह तै किया कि इमारत को ढा कर फिर से काबे की एक मज़बूत इमारत बनाई जाए जिस का दरवाज़ा बुलन्द हो और छत भी हो।

चुनान्चे कुरैश ने मिलजुल कर तामीर का काम शुरू कर दिया, इस ता'मीर में हुज़ूर ﷺ भी शरीक हुए और सरदाराने कुरैश के दोश बदोश पथ्थर उठा उठा कर लाते रहे, मुख़्तलिफ़ क़बीलों ने ता'मीर के लिये मुख़्तलिफ़ हिस्से आपस में तक़सीम कर लिये जब इमारत "हजरे अस्वद" तक पहुंच गई तो क़बाइल में सख्त झगड़ा खड़ा हो गया। हर क़बीला येही चाहता था कि हम ही "हजरे अस्वद" को उठा कर दीवार में नस्ब करें। ताकि हमारे क़बीले के लिये येह फख्र व एजाज का बाईष बन जाए, इस कशमकश में चार दिन गुज़र गए यहां तक नौबत पहुची की तलवारें निकल आईं।

*📙 किताब : सीरते मुस्तफ़ा ﷺ सफ़ह - 96*

Continue...

🪀 https://whatsapp.com/channel/0029Vaf1cVxKGGGJ8pSVv61M
👨‍💻 ៚ Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

05 Jan, 13:51


*💚 Cᴏ̶ᴍïทɢ Sᴏ̶ᴏ̶ท ⑧①③ Uяร ε Mบβαяαк ➛ Hïทᴅαℓ ฟαℓï Sαякαя Kнαฟαʝα Gαяεεβ Иαฟαᴢ Rαᴅï Aℓℓαнบ Tα`αℓα Aทнบ 💚*

*🤍 Sтαтบร Aรн`ααя ➛ Pαℓ Rαнε Hαï Ĵαнα'ท Sε Уε Dᴏ̶ทᴏ̶ Ĵαнα'ท ฟᴏ̶ Sαǫï Aαรтαทα Sαℓαᴍαт Rαнε 🤍*

IL 📖 NOOR HAI🌷

05 Jan, 13:51


🌹✊🏻 یــــــــــــــــــــــــــا رسول الــــلّٰــــه ﷺ

*🌹🕯️I͓̽l͓̽m͓̽ ͓̽ N͓̽o͓̽o͓̽r͓̽ ͓̽H͓̽a͓̽i͓̽ ͓̽G͓̽i͓̽r͓̽l͓̽'͓̽s͓̽ ͓̽G͓̽r͓̽o͓̽u͓̽p͓̽ ❍*

*▣ SATURDAY 04/01/2025 ▣*
▬ ▭▭▭ ▭▭▭ ★ ▭▭▭ ▭▭▭ ▬
*▣ SHANICHAR 03/07/1446 ▣*
▬ ▭▭▭ ▭▭▭ ★ ▭▭▭ ▭▭▭ ▬

*🇸🇦🌙 MAHE RAJAB UL MURAJJAB 🌙*

🌅 सुबह बेदार होते वक्त की दुआ ⁀➷

اَلْحَمْدُ لِلّٰهِ الَّذِىْ اَحْيَانَا بَعْدَ مَا اَمَاتَنَا وَالَيْهِ النُّشُوْرُ


*࿅ तर्जुमा ࿅* ➫ अल्लाह के लिए ही तमाम तारीफें हैं जिसने हमें जिंदा किया इसके बाद इसी ने मौत तारी ( दे दी ) कर दी थी और उसी की तरफ लौटना है।

नॉट ❁☞ *बन्दा जिस दिन नमाज नहीं पड़ता वह दिन उसके लिए मनहूस हो जाता है!..*

╭•∽–∽–∽–∽–∽–∽–∽•╮
┆ *Aᴀᴊ  Kᴀ  Pᴀɪɢᴀᴍ*
╰•∽–∽–∽–∽–∽–∽•╮

•••➲ *फ़रमाने मुस्तफा ﷺ :* बे हयाई जिस चीज़ में भी हो उसे ऐबनाक कर देती है और शर्मो हया जिस चीज़ में भी हो उसे जीनत देती है!

*नेकियां बरबाद होने से बचाइये सफ़ह 60*

🧲https://instagram.com/ubaid_e_raza_official
• -------------------- •• ⊰❂⊱ •• ------------------- •
📡 https://t.me/majlis_e_khawateen

Tᵃˡⁱᵇ   ᵉ  ᵈᵘᵃᵃ  ᵃᵈᵐⁱⁿ  Tᵉᵃᵐ 
❏ ________________________________ ❏

IL 📖 NOOR HAI🌷

03 Jan, 17:04


*Day 7*

*_"The Path Of True Love"_*
*(11 Days Short Course)*

IL 📖 NOOR HAI🌷

03 Jan, 17:04


*Day 8*

*_"The Path Of True Love"_*
*(11 Days Short Course)*


Mahabbate Haqeeqi : ALLAH O RASOOL ﷺ Ki Mahabbat

Mahabbate Majaazi : Nafs Ki Khwaahishaat Poora Krne K Liye Jins Mukhalif (Opposite Sex) Se Dunyavi Mahabbat

IL 📖 NOOR HAI🌷

01 Jan, 12:37


Zakaat Course (Part-65)

Zakat Farz Hone Ki 10 Sharte (Conditions) Hain :

Zakat Delay Karna.!?

Zakat Mein To Hum Delay (Deri) To Nahi Kar Sakte Jo Date Hai Us Date Mein Zakat Farz Ho Gai To Fir Fauran Zakat Ada Karni Hoti Hai Khowah Makhwah 3-4 Mahine Tak Delay (Deri) Karna Ramazan Shareef Ka Wait Karna Isme Banda Gunahgar Hota Hai, Jab Farz Ho Jaye De Dena Chahiye.

Ab Sawal Ye Aata Hai Ki Kya Advance Mein Zakat Nikal Sakte Hain.!?

Advance Mein Aap Zakat Nikal Sakte Hain, Kab.!? Kuch Points Hain Aap Yaad Rakh Len.

(1) Ki Jab Aap Ka Saal Start Hota Hai Na Tab Aap Sahibe Nisab Ho, Jo Date Aap Ka Tha Us Waqt Kam Se Kam Aap Sahibe Nisab Ho To Fir Advance Zakat De Den Agar Nahi They To Fir Jo Aap De Rahe Hain Na Bhale Baad Mein Aap Ke Paas Maal Aa Jaye Woh Nafli Sadqa Shumar Hoga To Agar Filhaal Aap Sahibe Nisab Nahi Hain Zakat Ke Starting Of There Mein Aap Sahibe Nisab Nahi They To Fir Woh Na Den, Woh Jo Denge Woh Nafli Sadqa Shumar Hoga.

2. Agar Aap Ne Misal Ke Taur Par Saal Ke Start Me To Aap Sahibe Nisab They Achha Khaasa Tha Aadhe Saal Me Aap Ne Zakat De Di Aadhe Saal Ke Baad Kuch Crisis Aa Gaye Jiski Wajah Se Aap Sharaee Faqeer Ke Jumre Mein Aa Gaye Aur Aap Ne Aadhe Saal Ki Zakat De Di, Aur Saal Ke End Me Aap Sharaee Faqeer Hi They To Jo Aadhe Saale Ki Zakat Aap Ne Di Thi Ye Bhi Nafli Sadqa Shumar Ho Jayega.

To Advance Zakat De Sakte Hain Provided (Basharte Ki) Aap Sahibe Nisab Hain Aur Agar Sahibe Nisab Hone Ke Baad Aap De Rahe They Zakat Aur Baad Main Ayesa Ho Gaya Ki Saal End Hone Me Aap Ke Date Ke Waqt Aap Par Zakat Hi Farz Nahi Ho Rahi Thi Chahe Sharaee Faqeer Hone Ki Wajah Se Nahi Ho Rahi Thi Ya Udhaar Vagairah Ki Surat Ki Wajah Se Nahi Ho Rahi Thi To Jo Aap Ne Diya Tha Woh Aap Ka Nafli Sadqa Shumar Hoga.

Aur Agar Ayesi Koi Surat Nahi Hai To Aap Advance Zakat De Sakte Hain Koi Problem Nahi Hai.

Continue...

https://t.me/Zakaat_Course
Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

01 Jan, 12:24


*📑 𝗔𝗔𝗝 𝗞𝗔 𝗣𝗔𝗜𝗚𝗔𝗠*

*𝗔𝗔𝗢 𝗤𝗨𝗥𝗔𝗔𝗡 𝗘 𝗣𝗔𝗔𝗞 𝗞𝗘 𝗡𝗢𝗢𝗥 𝗦𝗘 𝗔𝗣𝗡𝗘 𝗗𝗜𝗟♥️ 𝗞𝗢 𝗥𝗢𝗦𝗛𝗔𝗡 𝗞𝗔𝗥𝗘𝗡.:*

*𝗧𝗢𝗣𝗜𝗖* : •  *"DARS-1186 (SURAH SHU'ARA)"*

🅑🅨 : • 🎙️ *𝗠𝗨𝗙𝗧𝗜 𝗔𝗦𝗜𝗙 𝗔𝗕𝗗𝗨𝗟𝗟𝗔𝗛 𝗤𝗔𝗗𝗥𝗜 𝗦𝗔𝗛𝗔𝗕*

👨‍💻 IS PAIGAM KO KHUD BHI SUNE OR APNE FAMILY'S AND FRIEND'S KO SHARE KARKE APNE LIYE SADKA E JAARIYA BNAYE.

بہت بہت شکریہ جزاک اللہ---🌹

📡 https://t.me/Pyara_islam_786

*ᴛᴀʟɪʙ ᴇ ᴅᴜ'ᴀᴀ 🤲🏻 ᴀᴅᴍɪɴ ᴛᴇᴀᴍ*

  🌹 🔮 🌹

IL 📖 NOOR HAI🌷

01 Jan, 10:58


🌹🕯️ اَلصَّلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَیۡكَ يَــارَسُوۡلَ اللّٰهِ ﷺ

✺─━ ═••⁦ᕗ⁩⁦ *इस्लामी बयानात* ᕙ••═ ━─✺
*दुख्यारी उम्मत की खैरख्वाही*

*★ ρσѕт :- 320 ★*

❝ कमालाते मुस्तफ़ा ﷺ ❞


प्यारी प्यारी इस्लामी बहनो..!! इस हदीसे पाक से जहां रसूले करीम, रऊफुर्रहीम ﷺ की दुआ की बरकतें मालूम हुई, वहीं अमीरुल मोमिनीन, हज़रते सय्यदुना उमर फारूके आज़म रादिअल्लाहु तआला अन्हु के तर्जे अमल से येह भी पता चला कि हमेशा दूसरों की खैर ख़्वाही की कोशिश करनी चाहिए।

खैर ख्वाही कीजिए..!! अफ़सोस, आज हमारे मुआशरे में खैर ख़्वाही का जज्बए खैर भी दम तोड़ता नज़र आ रहा है, हालांकि हमारा दीन दीने इस्लाम इन्सानिय्यत का सब से बड़ा खैर ख़्वाह है एक दूसरे की भलाई चाहना और खैर ख़्वाही करना इस की तालीमात का सुनेहरी बाब है रसूले खुदा ﷺ ने इस की खूब तरगीब इरशाद फ़रमाई है।

चुनान्चे, हज़रते तमीम दारी रादिअल्लाहु तआला अन्हु से रिवायत है, नबिय्ये करीम ﷺ ने फ़रमाया : दीन, खैर ख़्वाही है। हम ने अर्ज की : किस की.? फ़रमाया : अल्लाह पाक की, उस की किताब, उस के रसूल और मुसलमानों के इमामों और अवाम की!

*❍↬ बा - हवाला ↫❍*

*📓 इस्लामी बयानात जिल्द अव्वल सफ़ह- 290*

📮 इंशाअल्लाह तआला आगे ज़ारी रहेगा.!

https://wa.me/917566980838•─•📲
https://t.me/majlis_e_khawateen
https://t.me/Aqaid_Course

Ubaid e Raza official

IL 📖 NOOR HAI🌷

01 Jan, 09:58


सीरते मुस्तफ़ा ﷺ (Part- 49)

*एलने नुबुव्वत से पहले के कारनामे :*

*निकाह #01 :-* हज़रते बीबी ख़दीजा رضى الله تعالیٰ عنها माल व दौलत के साथ इन्तिहाई शरीफ़ और इफ्फ़त मआब खातून थीं। अहले मक्का इन की पाक दामनी और पारसाई की वजह से इन को ताहिरा (पाकबाज़) कहा करते थे। इन की उम्र चालीस साल की हो चुकी थी पहले इन का निकाह अबू हाला बिन ज़रारह तमीमी से हुवा था और उन से दो लड़के "हिन्द बिन अबू हाला" और "हाला बिन अबू हाला" पैदा हो चुके थे। फिर अबू हाला के इन्तिकाल के बाद हज़रते ख़दीजा رضى الله تعالیٰ عنها ने दूसरा निकाह "अतीक बिन आबिद मख़्ज़ूमी" से किया। इन से भी दो औलाद हुई, एक लड़का "अब्दुल्लाह बिन अतीक़" और एक लड़की "हिन्द बिन्ते अतीक"। हज़रते ख़दीजा رضى الله تعالیٰ عنها के दूसरे शोहर "अतीक" का भी इन्तिकाल हो चुका था, बड़े बड़े सरदाराने कुरैश इन के साथ अक्दे निकाह के ख़्वाहिश मन्द थे लेकिन उन्हों ने सब पैग़ामों को ठुकरा दिया।

मगर हुज़ूरे अक्दस ﷺ के पैगम्बराना अख़लाक़ व आदात को देख कर और आप ﷺ के हैरत अंगेज़ हालात को सुन कर यहां तक इन का दिल आप की तरफ़ माइल हो गया कि खुद बखुद इन के क़ल्ब में आप से निकाह की रगबत पैदा हो गई, कहां तो बड़े बड़े मालदारों और शहरे मक्का के सरदारों के पैग़ामों को रद कर चुकी थीं और येह तै कर चुकी थीं कि अब चालीस बरस की उम्र तीसरा निकाह नहीं करूंगी और कहां खुद ही हुज़ूर ﷺ की फूफी हज़रते सफ़िय्या رضى الله تعالیٰ عنها को बुलाया जो उन के भाई अवाम बिन खुवैलद की बीवी थीं, उन से हुज़ूर ﷺ के कुछ जाती हालात के बारे में मजीद मालूमात हासिल कीं फिर "नफ़ीसा" बिन्ते उमय्या के जरीए खुद ही हुज़ूर ﷺ के पास निकाह का पैगाम भेजा।

मशहूर इमामे सीरत मुहम्मद बिन इस्हाक़ ने लिखा है कि इस रिश्ते को पसन्द करने की जो वजह हज़रते ख़दीजा رضى الله تعالیٰ عنها ने खुद हुज़ूर ﷺ से बयान की है वोह खुद उन के अल्फ़ाज़ में येह है : मैं ने आप ﷺ के अच्छे अख़लाक़ और आप ﷺ की सच्चाई की वजह से आप को पसन्द किया। سبحان الله🥰

*📙 किताब : सीरते मुस्तफ़ा ﷺ सफ़ह - 93*

Continue...

🪀 https://whatsapp.com/channel/0029Vaf1cVxKGGGJ8pSVv61M
👨‍💻 ៚ Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

01 Jan, 09:55


Audio from Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

01 Jan, 09:55


*📮 𝗡𝗲𝘅𝗧 𝗰𝗹𝗶𝗽 𝗖𝗼𝗻𝘁𝗶𝗻𝘂𝗲..💚*

https://t.me/DawateQuraan

IL 📖 NOOR HAI🌷

01 Jan, 09:48


*Ꭺ@j ҡα ιѕLαɱi sᏆαTus .:°°:.📲*

*Aala Hazrat Ke 25vi Ke Sadqe 🏁 Allah Paak Is Saal Ko Hum Sab Ke Liye Ilm Ka Saal Banaye...🤲🏻❤️❤️*

00:51 MinuᏆe's

*࿅ ᴛᴀʟɪʙ ᴇ ᴅᴜ'ᴀᴀ 🤲🏻 ᴀᴅᴍɪɴ ᴛᴇᴀᴍ ࿅*

🌹 🔮 🌹

IL 📖 NOOR HAI🌷

01 Jan, 09:48


*💚 Cᴏ̶ᴍïทɢ Sᴏ̶ᴏ̶ท ⑧①③ Uяร ε Mบβαяαк ➛ Hïทᴅαℓ ฟαℓï Sαякαя Kнαฟαʝα Gαяεεβ Иαฟαᴢ Rαᴅï Aℓℓαнบ Tα`αℓα Aทнบ 💚*

*🤍 Sтαтบร Aรн`ααя ➛ Aℓℓαн Pααк Иε Kнฟαʝα K๑ Mบкнтαя βαทαγα Hαï Kบℓ Hïทᴅ Kε ฟαℓïγ๑'ท Kα 🤍*

IL 📖 NOOR HAI🌷

01 Jan, 09:48


🌹✊🏻 یــــــــــــــــــــــــــا رسول الــــلّٰــــه ﷺ

*🌹🕯️I͓̽l͓̽m͓̽ ͓̽ N͓̽o͓̽o͓̽r͓̽ ͓̽H͓̽a͓̽i͓̽ ͓̽G͓̽i͓̽r͓̽l͓̽'͓̽s͓̽ ͓̽G͓̽r͓̽o͓̽u͓̽p͓̽ ❍*

*▣ WEDNESDAY 01/01/2025 ▣*
▬ ▭▭▭ ▭▭▭ ★ ▭▭▭ ▭▭▭ ▬
*▣ BUDH 29/06/1446 ▣*
▬ ▭▭▭ ▭▭▭ ★ ▭▭▭ ▭▭▭ ▬

*🇸🇦🌙 MAHE JAMADI UL AAKHIR 🌙*

🌅 सुबह बेदार होते वक्त की दुआ ⁀➷

اَلْحَمْدُ لِلّٰهِ الَّذِىْ اَحْيَانَا بَعْدَ مَا اَمَاتَنَا وَالَيْهِ النُّشُوْرُ


*࿅ तर्जुमा ࿅* ➫ अल्लाह के लिए ही तमाम तारीफें हैं जिसने हमें जिंदा किया इसके बाद इसी ने मौत तारी ( दे दी ) कर दी थी और उसी की तरफ लौटना है।

नॉट ❁☞ *बन्दा जिस दिन नमाज नहीं पड़ता वह दिन उसके लिए मनहूस हो जाता है!..*

╭•∽–∽–∽–∽–∽–∽–∽•╮
┆ *Aᴀᴊ  Kᴀ  Pᴀɪɢᴀᴍ*
╰•∽–∽–∽–∽–∽–∽•╮

•••➲ *खुश खबरी !* जन्नती सहाबी, हज़रते सय्यिदुना अब्दुल्लाह बिन बुसर رضى الله تعالیٰ عنه फ़रमाते हैं कि मैंने शहशाहे मदीना, करारे कल्बो सीना ﷺ को फ़रमाते हुए सुना कि खुश खबरी है उस के लिये जो अपने नामए आ'माल में इस्तिग़फार को कसरत से पाए।

*बिस्मिल्लाह शरीफ़ की बरकतें सफ़ह 115*

🧲https://instagram.com/ubaid_e_raza_official
• -------------------- •• ⊰❂⊱ •• ------------------- •
📡 https://t.me/majlis_e_khawateen

Tᵃˡⁱᵇ   ᵉ  ᵈᵘᵃᵃ  ᵃᵈᵐⁱⁿ  Tᵉᵃᵐ 
❏ ________________________________ ❏

IL 📖 NOOR HAI🌷

01 Jan, 09:42


☪️ 28 माहे जमादि उल आखिर बरोज़ मंगल 🗓️

IL 📖 NOOR HAI🌷

01 Jan, 09:40


Zakaat Course (Part-64)

Zakat Farz Hone Ki 10 Sharte (Conditions) Hain :

Aur Jo Aap Ke Jahez Ka Saman Hota Hai Aurton Ke Pass, Mahnge Se Mahnge Kapde In Par Zakat Nahi Hai, Ghar Me Jo Bartan Vagairah Rakhe Hote Hain In Par Zakat Nahi Hai, Showpieces Hain In Par Zakat Nahi Hai, Extra Gadiyan Hain In Par Zakat Nahi Hai Qeemti Ghadiyan Hain Jo Jhoomar Vagairah Hain In Par Zakaat Nahi Hai In Tamam Cheezon Par Zakat Nahi Hai Kyun.!?

Kyunki Ye Na Sona Hai, Na Chandi Hai, Na Cash Hai, Na Maale Tijarat Hai Hatta Ki Agar Aap Ke Pass Jewelry Ki Soorat Me Sona Hai To Thik Hai (Is Par Zakat Hai), Lekin Agar Diamond Vagairah Hai To In Diamonds Vagairah Ki Zakat Bhi Aap Par Lazim Nahi Hai Kyun Ki Aap Ne Bechne Ki Niyat Se Nahi Rakha Hai.

Han..!! Agar Bechne Ki Niyat Hai To Fir Un Par Zakat Farz Ho Jayegi.

To Agar Kisi Ke Paas Kai Croreo Ka Uske Paas Hire Zawahirat Pade Hain Pas Usne Shokiya Taur Par Rakha Hua Hai Apne Paas To In Par Zakat Nahi Hai Aur Agar Diamond Vagairah Ka Business Hai Aur Bechne Ke Liye Hai To Fir Zakat Farz Ho Jayegi.

Continue...

https://t.me/Zakaat_Course
Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

01 Jan, 09:38


*📑 𝗔𝗔𝗝 𝗞𝗔 𝗣𝗔𝗜𝗚𝗔𝗠*

*𝗔𝗔𝗢 𝗤𝗨𝗥𝗔𝗔𝗡 𝗘 𝗣𝗔𝗔𝗞 𝗞𝗘 𝗡𝗢𝗢𝗥 𝗦𝗘 𝗔𝗣𝗡𝗘 𝗗𝗜𝗟♥️ 𝗞𝗢 𝗥𝗢𝗦𝗛𝗔𝗡 𝗞𝗔𝗥𝗘𝗡.:*

*𝗧𝗢𝗣𝗜𝗖* : •  *"DARS-1185 (SURAH SHU'ARA)"*

🅑🅨 : • 🎙️ *𝗠𝗨𝗙𝗧𝗜 𝗔𝗦𝗜𝗙 𝗔𝗕𝗗𝗨𝗟𝗟𝗔𝗛 𝗤𝗔𝗗𝗥𝗜 𝗦𝗔𝗛𝗔𝗕*

👨‍💻 IS PAIGAM KO KHUD BHI SUNE OR APNE FAMILY'S AND FRIEND'S KO SHARE KARKE APNE LIYE SADKA E JAARIYA BNAYE.

بہت بہت شکریہ جزاک اللہ---🌹

📡 https://t.me/Pyara_islam_786

*ᴛᴀʟɪʙ ᴇ ᴅᴜ'ᴀᴀ 🤲🏻 ᴀᴅᴍɪɴ ᴛᴇᴀᴍ*

  🌹 🔮 🌹

IL 📖 NOOR HAI🌷

01 Jan, 09:37


🌹🕯️ اَلصَّلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَیۡكَ يَــارَسُوۡلَ اللّٰهِ ﷺ

✺─━ ═••⁦ᕗ⁩⁦ *इस्लामी बयानात* ᕙ••═ ━─✺
*दुख्यारी उम्मत की खैरख्वाही*

*★ ρσѕт :- 319 ★*

❝ कमालाते मुस्तफ़ा ﷺ ❞


खाने में बरकत हो गई..!! फिर आप रादिअल्लाहु तआला अन्हु ने अर्ज की : या रसूलल्लाह ﷺ मेरी राए येह है कि आप हमारा बचा हुवा जादे राह मंगवाएं फिर उसे जम्अ फ़रमाएं फिर आप ﷺ उस में बरकत की दुआ फ़रमाएं, तो अल्लाह पाक आप ﷺ की दुआ से उस खाने में ऐसी बरकत पैदा फ़रमाएगा कि वोह खाना हम सब के लिए काफ़ी व वाफी होगा, आप ﷺ ने बचा हुवा जादे राह तलब फ़रमाया।

चुनान्चे, जिस के पास जो कुछ बचा हुवा था, सब ने बारगाहे रिसालत में ला कर पेश कर दिया, रावी केहते हैं : प्यारे आक़ा, मक्की मदनी मुस्तफा ﷺ ने उन तमाम चीज़ों को एक जगह जम्अ कर दिया फिर खड़े हुवे और उस पर अल्लाह पाक की मर्जी से जो दुआ फ़रमानी थी, फ़रमा दी, फिर आप ﷺ ने लश्कर के तमाम लोगों को हुक्म इरशाद फ़रमाया : अपने अपने बरतन इस से भर लें। रावी फ़रमाते हैं : लश्कर में मौजूद तमाम के तमाम बरतन उस से भर गए और वोह वैसा ही रहा, उस में भी कुछ कमी न आई। येह देख कर हुज़ूर नबिय्ये करीम, रऊफुर्रहीम ﷺ इतना मुस्कुराए कि आप की मुबारक दाढ़ें जाहिर हो गई। इरशाद फ़रमाया :

اَشْهَدُ اَنْ لَآ اِلَهَ اِلَّا اللّٰهُ وَاَنِّى رَسُوْلُ اللّٰهِ لَا يَلْقَى اللّٰهَ عَبْدٌ مُؤْمِنٌ بِهِمَا اِلَّا حُجِبَتْ عَنْهُ النَّارُ يَوْمَ القِيَامَةِ

मैं गवाही देता हूं कि अल्लाह पाक के सिवा कोई माबूद नहीं और मैं अल्लाह पाक का रसूल हूं, येह दोनों कलिमात पढ़ने वाला कल बरोज़े क़ियामत अल्लाह पाक से इस हाल में मुलाकात करेगा कि उस के और दोज़ख़ के दरमियान एक आड़ (Barrier) काइम कर दी जाएगी।

*❍↬ बा - हवाला ↫❍*

*📓 इस्लामी बयानात जिल्द अव्वल सफ़ह- 290*

📮 इंशाअल्लाह तआला आगे ज़ारी रहेगा.!

https://wa.me/917566980838•─•📲
https://t.me/majlis_e_khawateen
https://t.me/Aqaid_Course

Ubaid e Raza official

IL 📖 NOOR HAI🌷

01 Jan, 09:37


सीरते मुस्तफ़ा ﷺ (Part- 48)

*एलने नुबुव्वत से पहले के कारनामे :*

*मुल्के शाम का दूसरा सफ़र #3 :* हुज़ूरे अक्दस ﷺ बुसरा के बाज़ार में बहुत जल्द तिजारत का माल फ़रोख्त कर के मक्कए मुकर्रमा वापस आ गए वापसी में जब आप का क़ाफ़िला शहरे मक्का में दाखिल होने लगा तो हज़रते बीबी ख़दीजा رضی اللّٰه تعالیٰ عنہا एक बालाखाने पर बैठी हुई क़ाफ़िले की आमद का मन्ज़र देख रही थीं, जब उन की नज़र हुज़ूर ﷺ पर पड़ी तो उन्हें ऐसा नज़र आया कि दो फ़िरिश्ते आप ﷺ के सर पर धूप से साया किये हुए हैं। हज़रते ख़दीजा رضی اللّٰه تعالیٰ عنہا के क़ल्ब पर इस नूरानी मन्ज़र का एक खास असर हुवा और वोह फर्ते अकीदत से इनतिहाई वालिहाना महब्बत के साथ येह हसीन जल्वा देखती रहीं फिर अपने गुलाम मैसरह से उन्हों ने कई दिन के बा'द इस का ज़िक्र किया तो मैसरह ने बताया कि मैं तो पूरे सफ़र में येही मन्ज़र देखता रहा हूं, और इस के इलावा मैं ने बहुत सी अजीबो गरीब बातों का मुशाहदा किया है। फिर मैसरह ने नस्तूरा राहिब की गुफ़्तगू और उस की अक़ीदत व महब्बत का तज़किरा भी किया येह सुन कर हज़रते बीबी खदीजा رضی اللّٰه تعالیٰ عنہا को आप ﷺ से बे पनाह क़ल्बी तअल्लुक़ और बेहद अक़ीदत व महब्बत हो गई और यहां तक इनका दिल झुक गया कि इन्हें आप ﷺ से निकाह की रग़्बत हो गई।

*📙 किताब : सीरते मुस्तफ़ा ﷺ सफ़ह - 91*

Continue...

🪀 https://whatsapp.com/channel/0029Vaf1cVxKGGGJ8pSVv61M
👨‍💻 ៚ Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

01 Jan, 09:37


Audio from Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

01 Jan, 09:37


*📮 𝗡𝗲𝘅𝗧 𝗰𝗹𝗶𝗽 𝗖𝗼𝗻𝘁𝗶𝗻𝘂𝗲..💚*

https://t.me/DawateQuraan

IL 📖 NOOR HAI🌷

07 Dec, 16:34


Waqt Badi Qeemti Daulat Hai.!

IL 📖 NOOR HAI🌷

07 Dec, 16:30


⚠️ Kaddu(lauki) Sharif Ko Bura Na Kahen ⚠️

* Is Baat Ka Khaas Khayal Rakhen Kisi Ne Aapke Samne Kaddu Shareef Ka Zikr Karte Huwe Kaha Ki Huzoorﷺ Ko Kaddu Bahut Pasand Tha To Aap Uske Jawab Me Ye Harghiz Na Kahen Ki "Lekin Mujhe Nahi Pasand" Isse Beadbi Ka Pahlu Nikalta Hai Aap Ye Kah Den Ki In Sha AllaH Ham Bhi Fir Ise Apni Pasand Ki Ghiza Me Shamil Karne Ki Koshish Karenge Ki Ye Hamare Nabi e Paak ﷺ Ki Pasandida Ghiza Thi.

Ulma Ne Kaddu Shareef Ko Bura Kahne Se Bhi Mana Farmaya Hai Is Liye Ehtiyat Laazim Hai.
.
.
.
Gulaman-e-Khatam-Un-Nabiyyeen(ﷺ)
─┅━━━━━━✦✿✦◐✦✿✦━━━━━━┅─

IL 📖 NOOR HAI🌷

29 Nov, 09:17


*फ़ज़ाइले दुरूदे जुमा :-* बाद नमाज़े जुमा मजमे के साथ मदीना तैय्यिबा की तरफ़ मुंह कर के दस्त बस्ता खडे होकर सो बार पढ़े, जहाँ जुमा न होता हो जुमा के दिन नमाज़े सुबह ख्वाह जोहर या असर के बाद पढ़े, जो कहीं अकेला हो तन्हा पढ़े, यूंही औरतें अपने अपने घरों में पढ़ें, इस के चालीस फ़ायदे हैं जो सही और मोअतवर हदीसों से साबित हैं। यहाँ सिर्फ चन्द ज़िक्र किये जाते हैं जो शख्स रसूलुल्लाह ﷺ से महब्बत रखेगा उन की अज़मत तमाम लोगों से ज़्यादा दिल में रखेगा जो उनकी शान घटाने वालों से उन के ज़िक्रे पाक मिटाने वालों से दूर रहेगा दिल से बेज़ार होगा, ऐसा जो कोई मुसलमान उसे पढ़ेगा उस के लिये बे-शुमार फ़ायदे हैं जिनमें से बाज़ दर्ज किये जाते हैं :

(1) ❈ उस के पढ़ने वाले पर अल्लाह तआला तीन हजार रहमतें उतारेगा।

(2) ❈ उस पर दो हजार बार अपना सलाम भेजेगा।

(3) ❈ पाँच हजार नेकियाँ उस के नामए आमाल में लिखेगा।

(4) ❈ उस के पाँच हजार गुनाह मुआफ़ फ़रमाएगा।

(5) ❈ उसके पाँच हजार दरजे बलन्द करेगा।

(6) ❈ उस के माथे पर लिख देगा कि यह मुनाफ़िक़ नहीं।

(7) ❈ उस के माथे पर तहरीर फ़रमाएगा कि यह दोजख से आज़ाद है।

(8) ❈ अल्लाह तआला उसे कियामत के दिन शहीदों के साथ रखेगा।

(9) ❈ उसके माल में तरक्की देगा।

(10) ❈ उस की औलाद और औलाद की औलाद में बरकत देगा।

(11) ❈ दुश्मनों पर ग़लवा देगा।

(12) ❈ दिलों में उसकी महब्बत रखेगा।

(13) ❈ किसी दिन ख्वाब में बरकते जियारते अकदस से मुशर्रफ़ होगा।

(14) ❈ ईमान पर खातिमा होगा।

(15) ❈ कयामत में रसूलुल्लाह ﷺ से मुसाफ़हा करेगा।

(16) ❈ रसूलुल्लाह ﷺ की शफ़ाअत उस के लिये वाजिब होगी।

(17) ❈ अल्लाह अज़्ज़ व जल्ला उस से ऐसा राजी होगा कि कभी नाराज़ न होगा।

➦‎ और बड़ी खूवी की बात यह है कि सरकार आला हजरत इमाम अहमद रजा फ़ाज़िले बरेलवी रज़ियल्लाहु तआला अन्हु ने इस दुरूद की तमाम सुन्नियों के लिये इजाजत अता फ़रमाई है बशर्त यह कि बद मजहबों से बचें फ़कत और इस दुरूद को दुरूदे रज़विया भी कहा जाता है।..✍🏻

*दुरूदे जुमा ये है 👇🏻🌹*

صَلَّى اللّٰهُ عَلَى النَّبِىِّ الْاُمِّىِّ وَاٰلِهٖ صَلَّى اللّٰهُ عَلَیْهِ وَسَلَّمَ صَلٰوةً وَّسَلَامًا عَلَیْكَ یَارَسُوْلَ اللّٰهِ

*📙📙 अनवारुल बयान जिल्द 2 सफ़ह 76*

🌹📿🌹

IL 📖 NOOR HAI🌷

27 Nov, 15:54


*Short Me Durood (S.A.W.) Likhna Haram Hai.!*
.
.
.
៚ *𝗝𝗢𝗜𝗡 𝗜𝗡𝗦𝗧𝗥𝗔𝗚𝗥𝗔𝗠*
https://instagram.com/ubaid_e_raza_official
៚ *𝗝𝗢𝗜𝗡 𝗧𝗘𝗟𝗘𝗚𝗥𝗔𝗠*
https://t.me/Pyara_islam_786
👨‍💻 *𝗚𝗨𝗝𝗔𝗥𝗜𝗦𝗛* ✐°°•.
IS PAIGAM KO APNE WHATSAPP STATUS PAR LAGAKAR APNE LIYE SADQA E JARIYAA BNAYE..!✍🏻
─┅━━━━✦✿✦◐✦✿✦━━━━┅─

IL 📖 NOOR HAI🌷

23 Nov, 02:06


Aqaaid Course (Part-237)

*Sarkar ﷺ Ka ILm e Ghaib :*

Lekin..!! Ye Kehna Ki "Maa Kana Wa Ma Yakoonu" Ka ilm Hansil Hone Se Sarkar ﷺ Ka ilm AllaH Ta'ala Ke ilm Ke Barabar Ho Gaya معاذ الله Durust Nahi Hai. Ye Un Khabees Logo Ka Khuda Ka Tasawwur Hai Ki Jo kahte Hain Ki Maa Kana Wa Ma Yakoonu Ka ilm To Sirf AllaH Ko Ho Sakta Hai Kisi Aur Ke Liye Manna Shirk Hai,

Hargiz Nahi..!! Hamne Kya Padha Tha Ki AllaH Ta'ala Ka ilm La-Mahdood Hai AllaH Ta'ala Ke ilm Ke Liye Koi Had Nahi Hai, Sarkar ﷺ Ka ilm Agarche Bahut Zyada Hai Tamam Makhlooq Ke ilm Ko Agar Jama Kiya Jaye Sarkar ﷺ Ke ilm Ke Saath Isko Compare Kiya Jaye Na To Aap ﷺ Ke ilm Ka Aik Katra Bhi Ye Pura Nahi Hoga Itna ilm Mere Pyare Aaqa ﷺ Ko AllaH Ta'ala Ne Ata Farmaya Hai

Lekin..!! Hargiz Iska Matlab Ye Nahi Hai Ki Sarkar ﷺ Ke ilm Aur Allah Ta'ala Ke ilm Me Barabri Ho Gai Kyun Ki Sarkar ﷺ Ka ilm Agarche Bahut Zyada Hai Lekin Uske Liye Aik Boundary Hai, AllaH Ta'ala Ke ilm Ke Liye Koi Boundary Nahi Hai To Isme Kabhi Bhi Barabri Ka Concept Nahi Hai Maa Kaana Wa Ma Yakoonu Ki ilawa Bhi Bahut Sari Cheezon Ka ilm Hai Jo AllaH Ta'ala Rakhta Hai To Isse Kabhi Bhi Ye Tasawwur Nahi Lana Chahiye Ki Humne Dono Ke Darmiyan معاذ الله Barabri Kar Li

Bahut Se Log Isme Toka Toki Karte Hain Isme To Barabari Ho Gai Ayesa Ho Gaya Waisa Ho Gaya Hargiz Barabri Nahi Aati Woh Ho Sakta Hai Unka Khuda Jo Woh Man Rahe Hain Woh Sirf Itna Ho Mahdood Ho معاذ الله Ki Ma Kaana Wa Ma Yakoonu Tak, Hum Jis Khuda Ki Gawahi Dete Hain Ki Woh Wahdahu La-sharika Lahu Hai Hum Iske Kail Hain Ki Uska ilm La-Mahdood Hai Yani Jiski Koi Boundary Nahi Hai.

To Ye 👆Maine Aap Ko Maa Kaana Wa Ma Yakoonu Aur Tadreej Par Yani Step By Step Ilm e Ghaib Nazil Huwa Is Par Qura'an e Majeed Se Aap Ko Dalail De Diya 3 Aayat Se Maine Aap Ko Samjha Diya Ab Aaye Hadeese Mubarka Ki Taraf...

Continue...

https://t.me/Aqaid_Course
Ubaid e Raza official

IL 📖 NOOR HAI🌷

23 Nov, 02:05


☪️ 19 माहे जमादि उल अव्वल बरोज़ जुमुआ 🗓️

IL 📖 NOOR HAI🌷

23 Nov, 02:03


Zakaat Course (Part-28)

Zakat Farz Hone Ki 10 Sharte (Conditions) Hain :

Ab Aik Bachhe Ke Liye Gift Aaya Hai To Woh Next Bachhe Ke Liye Use Nahi Ho Sakta Agar Aapko Use Karna Bhi Hai To Fir Jaise Kuch Cheezen Aysi Hoti Hain Kapde Vagairah Chhote Hain Rakh Kar Woh Kharab Ho Jayenge, Khane Pine Ka Saman Hai Chocolate Vagairah Aa Gaye.

Ab Isko Rakhenge To Expire Ho Jayenge To Is Surat Me Kya Kiya Jayega.!?

Is Surat Me Agar Aap Ko Nabalig Ke Maal Ka Use Karna Hi Pad Raha Hai To Fir Kya Karen Ki Filhaal Us Cheez Ki Jitni Bhi Rs. Ho Woh Bachhe Ke Maal Me Paiso Me Shamil Kar Len Aur Woh Bachho Ko Use Kare Jaise Misal Ke Taur Par Jhoola Pada Hua Hai Aise To 2 Hazar Ka Hai Lekin Abhi Market Me Iski Rate 4-5 Sao Ki Hogi, To 500 Rupay Bolen Ki Ye Mere Bachhe Ka Maal Hai Nabalig Ka Maal Hai Aur Fir Aap Woh Jhoola Goya Ki Aap Ne Usse Khareed Liya Ab Aap Use Kar Sakte Hain Next Bachhe Ke Liye Use Kar Len, Bech Den Jo Bhi Aap Karna Chahen Kar Sakte Hain Ye Khayal Rakhna Hai.

Continue...

https://t.me/Zakaat_Course
Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

23 Nov, 02:00


*📑 𝗔𝗔𝗝 𝗞𝗔 𝗣𝗔𝗜𝗚𝗔𝗠*

*𝗔𝗔𝗢 𝗤𝗨𝗥𝗔𝗔𝗡 𝗘 𝗣𝗔𝗔𝗞 𝗞𝗘 𝗡𝗢𝗢𝗥 𝗦𝗘 𝗔𝗣𝗡𝗘 𝗗𝗜𝗟♥️ 𝗞𝗢 𝗥𝗢𝗦𝗛𝗔𝗡 𝗞𝗔𝗥𝗘𝗡.:*

*𝗧𝗢𝗣𝗜𝗖* : •  *"DARS-1148 (SURAH NOOR)"*

🅑🅨 : • 🎙️ *𝗠𝗨𝗙𝗧𝗜 𝗔𝗦𝗜𝗙 𝗔𝗕𝗗𝗨𝗟𝗟𝗔𝗛 𝗤𝗔𝗗𝗥𝗜 𝗦𝗔𝗛𝗔𝗕*

👨‍💻 IS PAIGAM KO KHUD BHI SUNE OR APNE FAMILY'S AND FRIEND'S KO SHARE KARKE APNE LIYE SADKA E JAARIYA BNAYE.

بہت بہت شکریہ جزاک اللہ---🌹

📡 https://t.me/Pyara_islam_786

*ᴛᴀʟɪʙ ᴇ ᴅᴜ'ᴀᴀ 🤲🏻 ᴀᴅᴍɪɴ ᴛᴇᴀᴍ*

  🌹 🔮 🌹

IL 📖 NOOR HAI🌷

23 Nov, 01:58


Namaz Course (Part-243)

Namaz Ke Makrooh e Tanzeehi Amal :

(3) Sajde Mein Jate Waqt Peshani Se Khak Saaf Karna, Haan.!! Agar Aisa Hai Ki Kuch Cheez Lagi Hui Hai Aur Disturb Ho Raha Hai To Hata Sakte Hain.

(4) Bina Kisi Ujr Ke 4 Janu Baith Ke Namaz Padhna Makrooh e Tanzeehi Hai, Haan..!! Jisko Ujr Hai Usko Is Tarah Baith Ke Padhne Me Harz Nahi Woh 4 Janu Hi Baith Ke Padh Sakta Hai, Aur Agar Woh Paer Qible Ki Taraf Kar Ke Zameen Mein Sajda Kar Sakta Hai To Qible Ki Taraf Paer Bhi Kar Ke Padh Sakta Hai.

(5) Sajde Mein Jate Waqt Pahle Guthna Rakhna Hota Hai Lekin Agar Koi Hath Rakhta Hai To Ye Makrooh e Tanzeehi Hai.

Continue...

https://t.me/Namaz_Course
👨‍💻 ៚ Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

23 Nov, 01:58


सीरते मुस्तफ़ा ﷺ (Part- 09)

हुज़ूर ताजदारे दो आलम ﷺ की मक्की ज़िन्दगी : खानदानी हालात #01

*नसब नामा :* हुज़ूरे अक्दस ﷺ का नसब शरीफ वालिदे माजिद की तरफ से येह है (1) हज़रत मुहम्मद (ﷺ) (2) बिन अब्दुल्लाह (3) बिन अब्दुल मुत्तलिब (4) बिन हाशिम (5) बिन अब्दे मनाफ़ (6) बिन कसी (7) बिन किलाब (8) बिन मुर्रह (9) बिन का'ब (10) बिन लवी (11) बिन गालिब (12) बिन फ़हर (13) बिन मालिक (14) बिन नज़र (15) बिन किनाना (16) बिन खुज़ैमा (17) बिन मुदरिकह (18) बिन इल्यास (19) बिन मज़र (20) बिन नज़ार (21) बिन मअद (22) बिन अदनान।

और वालिदए माजिदा की तरफ से हुजूर ﷺ का श-ज-रए नसब येह है (1) हज़रत मुहम्मद (ﷺ) (2) बिन आमिना (3) बिन्ते वहब (4) बिन अब्दे मनाफ़ (5) बिन ज़हरा (6) बिन किलाब (7) बिन मुर्रह।

हुज़ूर ﷺ के वालिदैन का नसब नामा “किलाब बिन मुर्रह" पर मिल जाता है और आगे चल कर दोनों सिल्सिले एक हो जाते हैं। “अदनान" तक आप का नसब नामा सहीह सनदों के साथ ब इत्तिफ़ाक़े मुअर्रिख़ीन षाबित है इस के बाद नामों में बहुत कुछ इख़्तिलाफ़ है और हुजूर ﷺ जब भी अपना नामा बयान फ़रमाते थे तो "अदनान" ही तक ज़िक्र फ़रमाते थे।

मगर इस पर तमाम मुअरिखीन का इत्तिफ़ाक़ है कि "अदनान" हज़रते इस्माईल عليه السلام की औलाद में से हैं, और हज़रते इस्माईल عليه السلام हज़रते इब्राहीम ख़लीलुल्लाह عليه السلام के फ़रज़न्दे अरजुमन्द हैं।

*📙 किताब : सीरते मुस्तफ़ा ﷺ सफ़ह - 49*

Continue...

🪀 https://whatsapp.com/channel/0029Vaf1cVxKGGGJ8pSVv61M
👨‍💻 ៚ Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

23 Nov, 01:57


*Ꭺ@j ҡα ιѕLαɱi sᏆαTus .:°°:.📲*

*Juma Ke Din Kiye Jane Wale Kaam*

00:15 MinuᏆe's

*࿅ ᴛᴀʟɪʙ ᴇ ᴅᴜ'ᴀᴀ 🤲🏻 ᴀᴅᴍɪɴ ᴛᴇᴀᴍ ࿅*

🌹 🔮 🌹

IL 📖 NOOR HAI🌷

23 Nov, 01:57


*💚 ĴบͧMบͧ`αͣH MบͧβαͣЯαͣK 💚*

*❤️ Sтαтบร Aรн'αя -> Уα Иαβï ﷺ Sαℓααᴍ Aℓαγïкα ❤️*

IL 📖 NOOR HAI🌷

23 Nov, 01:57


*💚 ĴบͧMบͧ`αͣH MบͧβαͣЯαͣK 💚*

*❤️ Sтαтบร Aรн'αя -> Mบรтαƒα ﷺ Ĵααท ε Rεнᴍαт Pε Lαкн๑'ท Sαℓααᴍ ❤️*

IL 📖 NOOR HAI🌷

23 Nov, 01:57


🌹✊🏻 یــــــــــــــــــــــــــا رسول الــــلّٰــــه ﷺ

*🌹🕯️I͓̽l͓̽m͓̽ ͓̽ N͓̽o͓̽o͓̽r͓̽ ͓̽H͓̽a͓̽i͓̽ ͓̽G͓̽i͓̽r͓̽l͓̽'͓̽s͓̽ ͓̽G͓̽r͓̽o͓̽u͓̽p͓̽ ❍*

*▣ FRIDAY 22/11/2024 ▣*
▬ ▭▭▭ ▭▭▭ ★ ▭▭▭ ▭▭▭ ▬
*▣ JUMUAH 19/05/1446 ▣*
▬ ▭▭▭ ▭▭▭ ★ ▭▭▭ ▭▭▭ ▬

*🇸🇦🌙 MAHE JAMADI UL AWWAL 🌙*

🌅 सुबह बेदार होते वक्त की दुआ ⁀➷

اَلْحَمْدُ لِلّٰهِ الَّذِىْ اَحْيَانَا بَعْدَ مَا اَمَاتَنَا وَالَيْهِ النُّشُوْرُ


*࿅ तर्जुमा ࿅* ➫ अल्लाह के लिए ही तमाम तारीफें हैं जिसने हमें जिंदा किया इसके बाद इसी ने मौत तारी ( दे दी ) कर दी थी और उसी की तरफ लौटना है।

नॉट ❁☞ *बन्दा जिस दिन नमाज नहीं पड़ता वह दिन उसके लिए मनहूस हो जाता है!..*

╭•∽–∽–∽–∽–∽–∽–∽•╮
┆ *Aᴀᴊ  Kᴀ  Pᴀɪɢᴀᴍ*
╰•∽–∽–∽–∽–∽–∽•╮

•••➲ हज़रते सय्यिदुना इमाम गजाली رحمتہ اللہ تعالیٰ علیہ ने रिवायत किया कि आलिम को एक नज़र देखना साल भर की नमाज़ व रोज़े से बेहतर है।

*📗 फ़ैज़ाने इल्म व उलमा सफ़ह 15*

🧲https://instagram.com/ubaid_e_raza_official
• -------------------- •• ⊰❂⊱ •• ------------------- •
📡 https://t.me/majlis_e_khawateen

Tᵃˡⁱᵇ   ᵉ  ᵈᵘᵃᵃ  ᵃᵈᵐⁱⁿ  Tᵉᵃᵐ 
❏ ________________________________ ❏

IL 📖 NOOR HAI🌷

23 Nov, 01:56


Aqaaid Course (Part-236)

*Sarkar ﷺ Ka ILm e Ghaib :*

Ab Baaz Jagah Kuch Hadeese Mubarka Me Kuch Bate Ayesi Milti Hain Jin Me Sarkar ﷺ Ne Kuch Is Tarah Ka Izhar Farmaya Ya Kuch Ayese Alfaz Bayan Farmaye Jisse Lagta Hai Ki Sarkar ﷺ Ko Us Cheez Ka ilm Nahi Hai To Iske Bahut Sare Reasons Hain ان شاء الله Jab ILm e Ghaib Par Aiterazat Aur Jawaabat Aayenge Us Waqt Main Mazeed Wazahat Karungi,

Lekin..!! Dekhiye Maine Kya Kaha Ki Qura'an e Majeed Aik Saath Thodi Na Nazil Huwa Hai Qura'an e Majeed Step By Step Nazil Huwa Hai To Sarkar ﷺ Ko ilm e Ghaib Bhi Step By Step Mila Hai To Ho Sakta Hai Kabhi Jab Pura Qura'an Nazil Na Huwa Ho To Sarkar ﷺ Ne Kisi Cheez Ke Bare Me Nafi Farma Di Ho Mana Farma Diya Ho Ki Ye Aap ﷺ Ke ilm e Mubarka Me Filhal Nahi Hai Lekin Jab Qura'an e Majeed Complete Ho Gaya Fir Aap ﷺ Ke ilm Me Woh Cheeze Bhi Aa Gai.

To Agar Kabhi Ayesi Nafi Aa Bhi Gai To Mumkin Hai Ki Ye Jo Cheez Sarkar ﷺ Ne Farmayi Hai Ye Us Waqt Ki Hogi Ki Jab Quraan e Majeed Mukammal Nazil Nahi Huwa Tha, Aur Hum To Ye Nahi Kah Rahe Hain Na Ki Shuruat Se Hi Sarkar ﷺ Ko Mukammal ilm e Ghaib Tha Balki Tadreej Step By Step Ye Complete Huwa To Jab Complete Ho Gaya Hai Ab To Qura'an e Majeed Mukammal Hai To Ab Ye Hai Ki Har Har Cheez Ka ilm Sarkar ﷺ Ko Haasil Hai.

Continue...

https://t.me/Aqaid_Course
Ubaid e Raza official

IL 📖 NOOR HAI🌷

23 Nov, 01:55


☪️ 18 माहे जमादि उल अव्वल बरोज़ जुमेरात 🗓️

IL 📖 NOOR HAI🌷

23 Nov, 01:53


Zakaat Course (Part-27)

Zakat Farz Hone Ki 10 Sharte (Conditions) Hain :

Nabalig Bachhon Ke Sona Chandi Hi Nahi Har Cheez Ke Bare Me Yahi Hukum Hota Hai Kapde Ho Ya Unke Toys Ho Jo Bhi Mamlaat Hain Inke Apne Hain Aur Hamare Yahan Kya System Hota Hai Aik Nabalig Ko Koi Cheez Hamne Le Li Woh Cheez Hum Bachhe Ko Gift Karne Ke Wabjud Fir Unke Chhote Bhai Bahno Ko Bhi Use Karate Hain Ye Bhi Galat Hai.

Ya To Fir Aap Apni Milkiyat Me Rakhen Jaise Aik Pot Kisi Ne Le Liye Jhule Vagairah Hote Hain Na Umuman Ye Kya Karte Hain Aik Bhai Behen Ke Baad Next Bhai Behen Use Kar Raha Uska Next Bachha Use Kar Raha Hai To Isme Walidain Apni Milkiyat Me Rakh Len Ki Ye Jhoola Mera Hai Aur Mere Jitne Bachhe Honge Unke Liye Main Use Karunga Ya Chahe To Bech Dunga Is Tarah Kar Le To Thik Hai Lekin Agar Khaash Bachhe Ke Liye Hai To Fir Aap Use Nahi Kar Sakte.

Jaise Gift Aate Hain Aur Gift La Kar Dene Wala Bachhe Ki Niyat Se Hi Deta Hai Walidain Ki Niyat Se Nahi Deta الا ما شاء الله Ki Usko Woh Masail Maloom Hon Jaise Hum Karte Hain Naa To Hamko Pata Hai Ye Masail Pesh Aate Hain Aur Samne Wala Kuch Bhi Kar Sakta Hai Ho Sakta Hai Kisi Aur Ko Gift Utha Kar De De Ho Sakta Hai Next Bachhe Ke Liye Use Kar Le Fir Hum Unke Walidain Ki Niyat Se Gift Dete Hain Unke Walidah Ke Hath Me Ja Kar Gift De Dete Hain Aur Kahte Hain Ye Aap Ke Liye Hai Fir Woh Jo Chahen Isse Karen, Ye Surat Isliye Ikhtiyar Karte Hain Ki Samne Wala Gunahgar Na Ho To Ye Karen Bachhe Ke Walidain Ko Hi Ja Kar De Den.

Continue...

https://t.me/Zakaat_Course
Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

23 Nov, 01:53


Namaz Course (Part-242)

Namaz Ke Makrooh e Tanzeehi Amal :

Makrooh e Tanzeehi Woh Hai Jiska Karna Shariat Ko Pasand Nahi Magar Uske Karne Wale Par Aazab Bhi Nahi Hoga

(1) Kaam Kaaj Ke Kapde Me Namaz Padhna Makrooh e Tanzeehi Hai : Yani Kaam Kaaj Ke Jo Kapde Maile Hote Hain Jaise Usme Thoda Bahut Badbu Aa Rahi Ho To In Kapdon Me Namaz Padhna Makrooh e Tanzeehi Hai Jab Ki Aap Ke Paas Dusre Kapde Ho, Haan..!! Safar Mein Hai Aur Wahan Par Koi Kapda Nahi Hai To Isme Koi Harz Nahi Hai Lekin Agar Ghar Me Achhe Paak Kapde Ho Unhi Me Namaz Ada Karni Chahiye

(2) Ruku o Sajde Me 3 Baar Tasbih Padhna Sunnat Hai Lekin 3 Se Kam Tasbih Padhna Makrooh Tanzeehi Hai.

Continue...

https://t.me/Namaz_Course
👨‍💻 ៚ Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

23 Nov, 01:53


सीरते मुस्तफ़ा ﷺ (Part- 08)

*औलादे हज़रते इस्माईल :* हज़रते इस्माईल عليه السلام के बारह बेटे हुए और इन की औलाद में खुदा वन्दे कुद्दूस ने इस क़दर बरकत अता फरमाई कि वोह बहुत जल्द तमाम अरब में फैल गए यहां तक कि मग़रिब में मिस्र के करीब तक इन की आबादियां जा पहुंचीं और जनूब की तरफ़ इन के खैमे यमन तक पहुंच गए और शिमाल की तरफ़ इन की बस्तियां मुल्के शाम से जा मिलीं।

हज़रते इस्माईल عليه السلام के एक फ़रज़न्द जिन का नाम "कैदार" था बहुत ही नामवर हुए और इन की औलाद ख़ास मक्का में आबाद रही और येह लोग अपने बाप की तरह हमेशा काबए मुअज़्ज़मा की ख़िदमत करते रहे जिस को दुन्या में तौहीद की सब से पहली दर्सगाह होने का शरफ़ हासिल है। इन्ही क़ैदार की औलाद में "अदनान" नामी निहायत ऊलुल अज़्म शख़्स पैदा हुए और “अदनान" की औलाद में चन्द पुश्तों के बाद "क़सी" बहुत ही जाहो जलाल वाले शख़्स पैदा हुए जिन्हों ने मक्कए मुकर्रमा में मुश्तरिका हुकूमत की बुन्याद पर सि 440 ई. में एक सल्तनत काइम की और एक क़ौमी मजलिस (पार्लामेन्ट) बनाई जो "दारुन्नदवा" के नाम से मशहूर है और अपना एक क़ौमी झन्डा बनाया जिस को “लिवा" कहते थे और चार ओहदे काइम किये। जिन की जिम्मादारी चार क़बीलों को सोंप दी। (1) रिफ़ादह (2) सकायह (3) हिजाबह (4) कियादह

"क़सी" के बाद इन के फ़रज़न्द "अब्दे मनाफ़" अपने बाप के जा नशीन हुए फिर इन के फ़रज़न्द "हाशिम" फिर इन के फ़रज़न्द "अब्दुल मुत्तलिब" यके बाद दीगरे एक दूसरे के जा नशीन होते रहे इन्ही अब्दुल मुत्तलिब के फ़रजन्द हज़रते अब्दुल्लाह हैं जिन के फरजन्दे अरज़मन्द हमारे हुज़ूर रहमतुल्लिल आलमीन ﷺ हैं।

*📙 किताब : सीरते मुस्तफ़ा ﷺ सफ़ह - 44*

Continue...

🪀 https://whatsapp.com/channel/0029Vaf1cVxKGGGJ8pSVv61M
👨‍💻 ៚ Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

21 Nov, 03:22


Audio from Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

15 Nov, 04:03


Audio from Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

15 Nov, 04:03


*📮 𝗡𝗲𝘅𝗧 𝗰𝗹𝗶𝗽 𝗖𝗼𝗻𝘁𝗶𝗻𝘂𝗲..💚*

IL 📖 NOOR HAI🌷

15 Nov, 04:03


*Ꭺ@j ҡα ιѕLαɱi sᏆαTus .:°°:.📲*

*Jumuah Ke Din...📿🌹*

00:29 MinuᏆe's

*࿅ ᴛᴀʟɪʙ ᴇ ᴅᴜ'ᴀᴀ 🤲🏻 ᴀᴅᴍɪɴ ᴛᴇᴀᴍ ࿅*

🌹 🔮 🌹

IL 📖 NOOR HAI🌷

15 Nov, 04:03


*💚 ĴบͧMบͧ`αͣH MบͧβαͣЯαͣK 💚*

*❤️ Sтαтบร Aรн'αя -> βαкรн D๑ Mεяï Kнαтααεïท D๑๑я H๑ Gнα๓ Kï Gнαтααεïท ❤️*

IL 📖 NOOR HAI🌷

15 Nov, 04:02


🌹✊🏻 یــــــــــــــــــــــــــا رسول الــــلّٰــــه ﷺ

*🌹🕯️I͓̽l͓̽m͓̽ ͓̽ N͓̽o͓̽o͓̽r͓̽ ͓̽H͓̽a͓̽i͓̽ ͓̽G͓̽i͓̽r͓̽l͓̽'͓̽s͓̽ ͓̽G͓̽r͓̽o͓̽u͓̽p͓̽ ❍*

*▣ FRIDAY 15/11/2024 ▣*
▬ ▭▭▭ ▭▭▭ ★ ▭▭▭ ▭▭▭ ▬
*▣ JUMUAH 12/05/1446 ▣*
▬ ▭▭▭ ▭▭▭ ★ ▭▭▭ ▭▭▭ ▬

*🇸🇦🌙 MAHE JAMADI UL AWWAL 🌙*

🌅 सुबह बेदार होते वक्त की दुआ ⁀➷

اَلْحَمْدُ لِلّٰهِ الَّذِىْ اَحْيَانَا بَعْدَ مَا اَمَاتَنَا وَالَيْهِ النُّشُوْرُ


*࿅ तर्जुमा ࿅* ➫ अल्लाह के लिए ही तमाम तारीफें हैं जिसने हमें जिंदा किया इसके बाद इसी ने मौत तारी ( दे दी ) कर दी थी और उसी की तरफ लौटना है।

नॉट ❁☞ *बन्दा जिस दिन नमाज नहीं पड़ता वह दिन उसके लिए मनहूस हो जाता है!..*

╭•∽–∽–∽–∽–∽–∽–∽•╮
┆ *Aᴀᴊ  Kᴀ  Pᴀɪɢᴀᴍ*
╰•∽–∽–∽–∽–∽–∽•╮

•••➲ हज़रते सय्यिदुना मुतरिफ़बिन अब्दुल्लाह رحمتہ اللہ تعالیٰ علیہ फ़रमाते हैं आफ़िय्यत पर शुक्र करना मुझे मुसीबत पर सब्र करने से ज़ियादा महबूब है।

*📙 शुक्र के फ़ज़ाइल सफ़ह - 31*

🧲https://instagram.com/ubaid_e_raza_official
• -------------------- •• ⊰❂⊱ •• ------------------- •
📡 https://t.me/majlis_e_khawateen

Tᵃˡⁱᵇ   ᵉ  ᵈᵘᵃᵃ  ᵃᵈᵐⁱⁿ  Tᵉᵃᵐ 
❏ ________________________________ ❏

IL 📖 NOOR HAI🌷

14 Nov, 17:44


* *📝 𝗣𝗔𝗥𝗧 - 04*
*Rasulullah ﷺ Ke Mutalliq AQAAID..!!*
.
.
.
*𝗬𝗮 𝗔𝗟𝗟𝗔𝗛 عزوجل..!!*
Humko RASULULLAHﷺ Ki Tauheen Wa Gustaakhi Se Bacha Aur Humare Dil Me GUSTAAKHE RASULULLAHﷺ Ki Mohabbat Zama Na Hone De.
آمین ثم آمین

Gulaman-e-Khatam-Un-Nabiyyeen(ﷺ)
─┅━━━━━━✦✿✦◐✦✿✦━━━━━━┅─

IL 📖 NOOR HAI🌷

14 Nov, 17:41


*हम अकीदे का इल्म सीखने की कोशिश कर रहें हैं*

🔰 पार्ट-02

दिल में जड़ पकड़ ले, और जानिबे मुखालिफ बिल्कुल खत्म हो!

इसका मतलब यह है कि : किसी बात का दिल में इतना यक़ीन हो जाए कि उसके खिलाफ होने पर ज़रा भी ख्याल न जाए!

* अब इस बात को मिसाल से समझे.!

जैसे अल्लाह तआला एक है हम सब मानते हैं, और इसका अगर परसेंट पूछा जाए तो हम कहेंगे कि अल्लाह है और एक है मुझे इसका 100% यक़ीन है, तो इसी को कहते हैं दिल में जड़ पकड़ लेना!

और इसके जानिबे मुखालिफ बिल्कुल खत्म हो यानी अगर कोई हमे कहे कि अल्लाह नहीं है या अल्लाह एक नहीं बल्कि 2 या 3 है, तो इस बात को हमारे दिल में ज़रा भी शक न हो कि हां हो सकता है कि (معاذ الله) अल्लाह नहीं है या 2 है, तो इस बात को हमारे दिल में कितना जगह है, अगर हम परसेंट के हिसाब से बताए तो बोलेंगे, कि यह 0% है यानी अल्लाह के एक न होने या एक से ज्यादा होने पर हमारे अंदर 1% भी ख्याल नहीं है, इसी को कहते है जानिबे मुखालिफ, यानी एक तरफ एक बात का यक़ीन होने का परसेंट और दूसरी तरफ उसके खिलाफ का परसेंट;

जैसे आप से कोई शख्स कहे कि आप मेरे घर आयेंगे तो आप कहे कि हां इंशा अल्लाह आने वाले महीने में आ जाएंगे

तो अगर आपसे पूछ ले कि बताए कि मेरे घर आपके आने का कितना परसेंट चांस है.!?

तो आप कहेंगे कि 60 परसेंट है (और परसेंट तो 100 ही होते है इस से ज्यादा कम नहीं) तो फिर इस के जानिबे मुखालिफ हुआ 40 परसेंट यानी आने का चांस 60 तो न आने का 40 परसेंट

ख्याल रहे..!! यक़ीन के लिए 100 पर्सेंट होना ज़रूरी है और इसके जानिबे मुखालिफ खुद ब खुद 0% हो जाएगा तभी यक़ीन (अकीदा) कहलाएगा!

और अगर एक तरफ 95 और दूसरी तरफ 5 हो तो इसे कहते है ग़ालिब गुमान, और अगर एक तरफ 60 और एक तरफ 40 हो तो इसे कहेंगे गुमान!

उम्मीद करता हूं कि आप इसे समझ गए होंगे अगर फिर भी न समझ में आया हो तो 2 या 3 दफा पढ़े अगर फिर भी न समझ में आए तो आप आलिम ए दीन से सवाल कर सकते हैं !

✒️ बाक़ी आगे ان شاء اللہ عزوجل
.
.
.
Gulaman-e-Khatam-Un-Nabiyyeen(ﷺ)
─┅━━━━━━✦✿✦◐✦✿✦━━━━━━┅─

IL 📖 NOOR HAI🌷

14 Nov, 17:37


Aqaaid Course (Part-233)

*Sarkar ﷺ Ka ILm e Ghaib :*

Ab Iske Dalaail Ki Bari ilm e Ghaib e Mustafa ﷺ : To Dekhen Normally Ilm e Ghaib Jo Hum Kah Rahe Hain Ki ilm e Ghaib Hai Sirf Itna Jo Humne Kaha Is Par Maine Aap Ko 4-5 Daleel Qura'an e Paak Ki Aayat Se Di Thi Ab Khash Main In Cheezon Ke Bare Me Bata Rahi Hu Ki "Maa Kaana Wa Ma Yakoonu" Ka ilm Hai Ya Nahi Kyun Ki Kuch Log Ka Kahte Hain, Aap Ko Pata Hai Sarkar ﷺ Ko ilm e Ghaib Hai Hum Mante Hain Lekin Thoda Bahut Hai "Maa Kaana Wa Ma Yakoonu" To Bahut Badi Cheez Hai Duniya Jab Se Paida Hui Tab Se Lekar Aakhir Tak Ka Sab Cheezon Ka ilm Sarkar ﷺ Ko Hai Ye Hum Nahi Mante,

Is 👆Tarah Woh Kahte Hain, To Ye Fark Hai Ab Har Har Cheez Ka ilm Hai Jo Hum Dawa Karte Hain To Ab Us Dawe Par Hum Suboot De Rahe Hain Qura'an e Majeed Se Bhi Aur Ahadeese Mubarka Se Bhi.

❶.  Qura'an e Majeed Me Surah Nahal Ki Aayat No. 89 AllaH Ta'ala Irshad Farmata Hai

              وَ نَزَّلْنَا عَلَیْكَ الْكِتٰبَ تِبْیَانًا لِّكُلِّ شَیْءٍ

Humne Aap Par Kitab Nazil Farmayi Jis Me Har Har Cheez Ka Roshan Bayan Hai

AllaH Ta'ala Pyare Aaqa ﷺ Se Irshad Farma Raha Hai Ki Humne Aap Par Kitaab (Qura'an) Nazil Farmayi Jisme Har Cheez Ke Bare Me Wazeh (Clear) Bayan Hai.

❷  Ek Aur Aayat Surah Qiyamah Aayat No. 17,18,19 AllaH Ta'ala Irshad Farmata Hai

اِنَّ عَلَیْنَا جَمْعَهٗ وَ قُرْاٰنَهٗ(17)فَاِذَا قَرَاْنٰهُ فَاتَّبِـعْ قُرْاٰنَهٗ(18)ثُمَّ اِنَّ عَلَیْنَا بَیَانَهٗﭤ(19)

Yani Beshak Is Qura'an Ko Aap Ke Dil Me Jam'a Karna Aur Iska Padhna Humare Jimma e Karam Par Hai Fir Jab Hum Padh Chuke To Aap Padhe Huwe Ki Itteba Karen Fir Iski Wazahat Wa Bayan Humare Zimmae Karam Par Hai.

Yani Yahan Par AllaH Ta'ala Ne Sarkar ﷺ Se Farmaya Ki Jo Kuch Wahi Nazil Huwi Isko Aap Follow Karen Isko Samjhane Ka Kaam Karen Iski Wazahat Karne Ka Kaam Humare Zimma e Karam Par Hai Yani AllaH Ta'ala Ne Apne Jimma e Karm Par Le Liya Ki Woh Sarkar ﷺ Ko Qura'an Ke Ma'ani Jaha Par Jo Wazahat Ki Cheeze Thi Explanation They Woh Sab AllaH Ta'ala Ne Apni Janib Se Farmaya Hai.

Continue...

https://t.me/Aqaid_Course
Ubaid e Raza official

IL 📖 NOOR HAI🌷

14 Nov, 17:36


❥═❥ ❥ ≼  ज़ेहनी आज़माइश  ≽ ❥  ❥═❥

🔒 एक मुसलमान दूसरे मुसलमान से कर्ज़ लेता है कुछ वक़्त के लिए और वक़्त पूरा होने के बाद पैसो को लौटाने पर का़दिर भी है मगर टालमटोल करता है देरी करता है और दूसरी जगह फ़िजूल खर्ची करता है तो अब दूसरे मुसलमान को इसे बुरा भला या इस पर ताना तशनी बेज्ज़ती करना कैसा है.!?

IL 📖 NOOR HAI🌷

14 Nov, 17:36


☪️ 11 माहे जमादि उल अव्वल बरोज़ जुमेरात 🗓️

IL 📖 NOOR HAI🌷

14 Nov, 15:48


*𝗜𝗟𝗠-𝗘-𝗗𝗘𝗘𝗡 𝗞𝗜𝗦𝗦𝗘 𝗦𝗘𝗘𝗞𝗛𝗔 𝗝𝗔𝗬𝗘..⁉️*
.
.
.
⚠️⚠️ Bahut Important Hai Is Bayan Ko Sunkar Amal Karna Ki Shayad Hi Hum Me Se Koi Aisa Ho, Jo Ye Chahta Ho Ki Woh ILM-E-DEEN Sikh kar Bhi Gumrah Rahen..!?

* Yaqinan Badmazhab Se Deen Sikh Kar Banda e Momin Kamyab Nahi Ho Sakega.

🎙️ Mufti Muhammad Hashim Attari Madani.

Gulaman-e-Khatam-Un-Nabiyyeen(ﷺ)
─┅━━━━━━✦✿✦◐✦✿✦━━━━━━┅─

IL 📖 NOOR HAI🌷

14 Nov, 15:32


*Ubaid-e-Raza Official Channel..🔛*
.
.
.
🌀 https://whatsapp.com/channel/0029Vaf1cVxKGGGJ8pSVv61M *JOIN AND SHARE*

Gulaman-e-Khatam-Un-Nabiyyeen(ﷺ)
─┅━━━━━━✦✿✦◐✦✿✦━━━━━━┅─

IL 📖 NOOR HAI🌷

14 Nov, 14:37


Zakaat Course (Part-20)

Abhi Isme Chand Points Hai Woh Aap Samajh Len Kab Kab Aap Niyat Kar Sakte Hain.!?

3. Kabhi Kabhaar Aysa Ho Jata Hai Ki Aap De Dete Hain Yaad Nahi Rahta Bekhaayali Mein Paise De Diye Ya Fir Dene Ke Baad Aysa Feel Hua Ki Ye To Sharaee Faqeer Hai Isme Main Zakat Ki Niyat Kar Sakti Thi Aysa Ho Jata Hai Na... To Is Surat Me Aik Option Hai Ki Agar Aapne Samne Wale Sharaee Faqeer Ko Paise De Diye Aur Woh Abhi Usne Use Kharch Nahi Kiye Uske Pass Maujud Hai Kharche Nahi Kiya Hai To Ab Bhi Aap Zakat Ki Niyat Kar Sakte Hain Ye Aik Aap Ke Liye Aasani Hai

Misal : Ke Taur Par Mere Ghar Me Aik Kaam Wali Hai Maine Usko 25,000 Rupay De Diye Kyun Ki Usko Zarurat Thi Ghar Par Bachhe Bimar Hain To Maine 25 Hazaar De Diye, Ab Maine Socha Ki Ye To Sharaee Faqeer Hai Main Isme Zakat Ki Niyat Kar Leti To Ab Woh Ghar Se Bahar Gai Uske Paas Maujud Hai 25,000 To Ab Main Niyat Kar Sakti Hu Ki Ye Mere Zakat Ki Raqam Hai To Ye Thik Hai.

Aur Agar Aysa Hua Ki 4 Din Baad Maine Niyat Ki Aur Pata Chala Ki Woh Already Usne 25,000 Kharch Kar Diye To Ab Zakat Ki Niyat Nahi Ho Sakti.

To Ye 3 Places Hain Jab Aap Zakat Ki Niyat Kar Sakte Hain.

Continue...

https://t.me/Zakaat_Course
Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

14 Nov, 14:28


*📑 𝗔𝗔𝗝 𝗞𝗔 𝗣𝗔𝗜𝗚𝗔𝗠*

*𝗔𝗔𝗢 𝗤𝗨𝗥𝗔𝗔𝗡 𝗘 𝗣𝗔𝗔𝗞 𝗞𝗘 𝗡𝗢𝗢𝗥 𝗦𝗘 𝗔𝗣𝗡𝗘 𝗗𝗜𝗟♥️ 𝗞𝗢 𝗥𝗢𝗦𝗛𝗔𝗡 𝗞𝗔𝗥𝗘𝗡.:*

*𝗧𝗢𝗣𝗜𝗖* : •  *"DARS-1141 (SURAH NOOR)"*

🅑🅨 : • 🎙️ *𝗠𝗨𝗙𝗧𝗜 𝗔𝗦𝗜𝗙 𝗔𝗕𝗗𝗨𝗟𝗟𝗔𝗛 𝗤𝗔𝗗𝗥𝗜 𝗦𝗔𝗛𝗔𝗕*

👨‍💻 IS PAIGAM KO KHUD BHI SUNE OR APNE FAMILY'S AND FRIEND'S KO SHARE KARKE APNE LIYE SADKA E JAARIYA BNAYE.

بہت بہت شکریہ جزاک اللہ---🌹

📡 https://t.me/Pyara_islam_786

*ᴛᴀʟɪʙ ᴇ ᴅᴜ'ᴀᴀ 🤲🏻 ᴀᴅᴍɪɴ ᴛᴇᴀᴍ*

  🌹 🔮 🌹

IL 📖 NOOR HAI🌷

14 Nov, 14:27


Namaz Course (Part-235)

Namaz Ke Makrooh e Tahreemi Amal :

Tasweer Ke Samne Namaz :

Tasweer Ki Wajah Se Namaz Makrooh e Tahreemi Kyun Hoti Hai.!? Isliye Ki Boton بت Ke Samne Ibadat Karne Ke Musabhat Rakhta Hai Jaise Gair-Muslim Samne Bot Rakhte Hain Aur Uske Samne Apni Ibadat Karte Hain Agar Kisi Ke Samne Tasweer Padi Hai Aur Woh Wahi Pe Namaz Padhta Hai To Ho Sakta Hai Koi Dekh Le To Kahe Ki معاذ الله Woh Iski Ibadat Karta Hai Halanki Musalman Ka To Yahi Aqeeda Hai Ki Woh Sirf Aur Sirf AllaH Ta'ala Ki Ibadat Kare Lekin...!! Lekin.!! Tasweer Ki Wajah Se Aik Tasbeeh (similarity) Tak Na Aa Jaye Isliye Shariat Ne Makrooh e Tahreemi Rakha Hai To Tasweer Chahe Samne Ho, Daye Baye Ho Ya Upar Ho Namaz Makrooh e Tahreemi Hogi.

Continue...

https://t.me/Namaz_Course
👨‍💻 ៚ Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

14 Nov, 14:27


सीरते मुस्तफ़ा ﷺ (Part- 01)

*सीरत क्या है.!?*

कुदमाए मुहद्दिषीन व फुकहा "मग़ाज़ी व सियर" के उन्वान के तहत में फ़क़त ग़ज़वात और इस के मुतअल्लिक़ात को बयान करते थे मगर सीरते नबविय्या के मुसन्निफ़ीन ने इस उन्वान को इस क़दर वस्त दे दी कि हुज़ूर रहमते आलम ﷺ की विलादते बा सआदत से वफ़ाते अक्दस तक के तमाम मराहिले हयात, आप की जात व सिफ़ात, आप के दिन रात और तमाम वोह चीजें जिन को आप की ज़ाते वाला सिफ़ात से तअल्लुकात हो ख़्वाह वोह इन्सानी ज़िन्दगी के मुआमलात हों या नुबुव्वत के मोजिज़ात हों उन सब को "किताबे सीरत" ही के अब्वाब व फुसूल और मसाइल शुमार करने लगे।

चुनान्चे एलाने नुबुव्वत से पहले और बाद तमाम वाकिआत काशानए नुबुव्वत से जबले हिरा के गार तक और जबले हिरा के गार से जबले सौर के गार तक और हरमे काबा से ताइफ़ के बाज़ार तक और मक्का की चरागाहों से मुल्के शाम की तिजारत गाहों तक और अज़्वाजे मुतहहरात رضى الله تعالیٰ عنهن के हुजरों की खल्वत गाहों से ले कर इस्लामी ग़ज़वात की रज़्म गाहों तक आप की हयाते मुक़द्दसा के हर हर लम्हा में आप की मुक़द्दस सीरत का आफ्ताबे आलम ताब जल्वा गर है।

इसी तरह खुलफ़ाए राशिदीन हों या दूसरे सहाबए किराम, अज़्वाजे मुतहहरात हों या आप की औलादे इज़ाम, इन सब की किताबे ज़िन्दगी के अवराक़ पर सीरते नुबुव्वत के नक्शो निगार फूलों की तरह महक्ते, मोतियों की तरह चमक्ते और सितारों की तरह जग मगाते हैं। और येह तमाम मज़ामीन सीरते न बविय्या के "शजरतुल ख़ुल्द" ही की शाखें, पत्तियां, फूल और फल हैं। والله تعالیٰ اعلم

*📙 किताब : सीरते मुस्तफ़ा ﷺ सफ़ह - 39*

Continue...

🪀 https://whatsapp.com/channel/0029Vaf1cVxKGGGJ8pSVv61M
👨‍💻 ៚ Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

14 Nov, 14:24


Audio from Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

14 Nov, 14:24


*📮 𝗡𝗲𝘅𝗧 𝗰𝗹𝗶𝗽 𝗖𝗼𝗻𝘁𝗶𝗻𝘂𝗲..💚*

IL 📖 NOOR HAI🌷

03 Nov, 17:01


☪️ 30 माहे रबी उल आखिर बरोज़ इतवार 🗓️

IL 📖 NOOR HAI🌷

03 Nov, 17:01


Zakaat Course (Part-9)

Hashmi Kaun Hota Hai.!?

Isi Tarah Hazrate Aqeel رضى الله تعالیٰ عنه Ki Aulade Hain Aqeeli Inko Kahte Hain Ye Bhi Maujod Hain Inko Bhi Zakat Nahi De Sakte Aur Hazrate Zafar رضى الله تعالیٰ عنه Ki Aulaad Hain Inki Aulad Ko Zafri Kaha Jata Hai.

Hazrate Zafar Hazrate Ali Ke Bade Bhai Hain Aur Jo Zafare Taiyyar Jo Hum Sunte Hain Na Wahi Hazrate Zafar رضى الله تعالیٰ عنه Hain

To Inki Aulade Agar Hongi To Inko Kahte Hain Aur Hashmi Ko Aap Zakat Fitra Wagaira Nahi De Sakte Koi Bhi Tarah Ka Sadqa E Wajiba Hashmi Ko Nahi De Sakte.

Ye Baaz Log Samajhte Hain Isme Sirf Sayyied Zade Include Hain, Sayyied Zade Aik Part Hai Inke Alawa Bhi Banu Hashim Ke Aur Log Hain Abbasi Hain, Zafari Hain, Aqeeli Hain, Alawi Hain, Aur Harsi Hain Ye 5 Log Bhi Agar Honge Inko Bhi Aap Zakat Nahi De Sakte Agar Koi Zakat Deta Hai Fir Uski Zakat Ada Hi Nahi Hogi Woh Nafli Sadqa Shumar Ho Jayega Zakat Usko Dubara Se Deni Padegi.

Continue...

https://t.me/Zakaat_Course
Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

03 Nov, 17:00


*📑 𝗔𝗔𝗝 𝗞𝗔 𝗣𝗔𝗜𝗚𝗔𝗠*

*𝗔𝗔𝗢 𝗤𝗨𝗥𝗔𝗔𝗡 𝗘 𝗣𝗔𝗔𝗞 𝗞𝗘 𝗡𝗢𝗢𝗥 𝗦𝗘 𝗔𝗣𝗡𝗘 𝗗𝗜𝗟♥️ 𝗞𝗢 𝗥𝗢𝗦𝗛𝗔𝗡 𝗞𝗔𝗥𝗘𝗡.:*

*𝗧𝗢𝗣𝗜𝗖* : •  *"DARS-1130 (SURAH NOOR)"*

🅑🅨 : • 🎙️ *𝗠𝗨𝗙𝗧𝗜 𝗔𝗦𝗜𝗙 𝗔𝗕𝗗𝗨𝗟𝗟𝗔𝗛 𝗤𝗔𝗗𝗥𝗜 𝗦𝗔𝗛𝗔𝗕*

👨‍💻 IS PAIGAM KO KHUD BHI SUNE OR APNE FAMILY'S AND FRIEND'S KO SHARE KARKE APNE LIYE SADKA E JAARIYA BNAYE.

بہت بہت شکریہ جزاک اللہ---🌹

📡 https://t.me/Pyara_islam_786

*ᴛᴀʟɪʙ ᴇ ᴅᴜ'ᴀᴀ 🤲🏻 ᴀᴅᴍɪɴ ᴛᴇᴀᴍ*

  🌹 🔮 🌹

IL 📖 NOOR HAI🌷

03 Nov, 16:58


Namaz Course (Part-224)

Namaz Ke Makrooh e Tahreemi Amal :

(5) Ungliya Chatkhana : Namaz Mein Agar Koi Ungliya Chatkhata Hai To Ye Makrooh e Tahreemi Hai, Isme Kya Doubt Ho Sakta Hai Ki Ye Makrooh e Tahreemi Hai, Bilkul Ye Adab Ke Khilaf Hai Aur Namaz ke Alawa Bhi Ungliyan Nahi Chatkhana Chahiye, Haan..!! Kabhi Dard Wagairah Ki Wajah Se Rahat Ke Liye Ungliya Chatkhai Jati Hai To Isme Harj Nahi Iske Alawa Kisi Ki Aadat Hoti Hai Ki Woh Aksar Ungliyan Chatkhate Hi Rahte Hain To Ye Makrooh e Tanjeehi Hai.

(6) Isi Tarah Namaz mein Tasbeekh Dena : Yani Dono Hathon Ki Ungliyo Ko Aik Dusre Ke Andar Dakhil Kar Dena Ye Bhi Makrooh e Tahreemi Hai.

Continue...

https://t.me/Namaz_Course
👨‍💻 ៚ Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

03 Nov, 16:58


🌴 •┄┅┅┅┅┅❂ ❀ ﷽ ❀ ❂┅┅┅┅┅┈•🌴

اَلصَّلوٰةُ وَالسَّلَامُ عَلَیۡكَ يَـــــــــــــــــــــــــــارَسُوۡلَ اللّٰهِ ﷺ

*🌹 सीरते मुस्तफा صلی اللہ علیہ وآلہ وسلم*

❘༻ *पोस्ट नम्बर :- 749* ༺
इक्कीसवां बाब
*❝ बारगाहे खुदा वन्दी में रसूल का वसीला ❞*
••─────────•◦❈◦•─────────••


࿐ *(3) वफ़ाते अक़्दस के बा'द तवस्सुल :*

*हज़रते उमर की दुआ में वसीला :* हज़रते अनस رضى الله تعالیٰ عنه का बयान है कि अमीरुल मोमिनीन हज़रते उमर رضى الله تعالیٰ عنه जब उन के दौरे खिलाफत में कहत पड़ जाता था तो वोह बारिश के लिये इस तरह दुआ मांगा करते थे कि

या अल्लाह ! हम तेरे नबी को वसीला बना कर दुआ मांगा करते थे तो उस वक़्त तू हम को बारिश दिया करता था अब हम तेरे दरबार में तेरे नबी के चचा (हज़रते अब्बास) को वसीला बना कर दुआ करते हैं लिहाज़ा तू हम को बारिश अता फरमा!

अल गरज़ सहाबए किराम رضى الله تعالیٰ عنهم اجمعین के बा'द ताबिईन व तबए ताबिईन और दूसरे सलफ सालिहीन ने हमेशा हुज़ूर रहमतुल्लिल आलमीन ﷺ की जाते अक्दस से तवस्सुल व इस्तिगासे का सिल्सिला जारी रखा और बि हम्दिही तआला अहले सुन्नत व जमाअत में आज तक इस का सिल्सिला जारी है। और ان شاء الله تعالیٰ कियामत तक जारी रहेगा। इस सिल्सिले में सेंकड़ों ईमान अफ्रोज़ वाकिआत पेशे नज़र हैं। लेकिन किताब के तवील हो जाने का खतरा कलम पर करफ़्यू लगाए हुए है फिर भी चन्द वाक़िआत तहरीर करता हूं।

*📬 क़िताब :- सीरते मुस्तफा ﷺ सफ़ह - 859 📚*

*📮NexT ◍* आगे इन्शाअल्लाह तआला जारी रहेगा.!

𝖏𝖔𝖎𝖓 𝕲𝖗𝖔𝖚𝖕🪀https://wa.me/917566980838

*☝🏻 हमारी दावत सच्चे दीन की तरफ.. { इस्लाम }*
*📝 आओ इ़ल्म -ए- दीन सीखें और सिखाए.!✍🏻*
✜─━━━━━━━ ▣▣ 🥏 ▣▣ ━━━━━━━─✜

IL 📖 NOOR HAI🌷

03 Nov, 16:58


*🩵 Sᴀᴅϙᴀ Rᴀsσσʟ ᴇ Pᴀᴀᴋ ﷺ Kᴀ Jʜσʟɪ Mᴇ Dᴀᴀʟ Dσ Hᴀᴍ Qᴀᴅʀɪ Fᴀϙᴇᴇʀ Hᴀɪ Yᴀ Gᴀᴜs Aʟ Mᴀᴅᴀᴅ 🩵*

IL 📖 NOOR HAI🌷

03 Nov, 16:58


🌹✊🏻 یــــــــــــــــــــــــــا رسول الــــلّٰــــه ﷺ

*🌹🕯️I͓̽l͓̽m͓̽ ͓̽ N͓̽o͓̽o͓̽r͓̽ ͓̽H͓̽a͓̽i͓̽ ͓̽G͓̽i͓̽r͓̽l͓̽'͓̽s͓̽ ͓̽G͓̽r͓̽o͓̽u͓̽p͓̽ ❍*

*▣ SUNDAY 03/11/2024 ▣*
▬ ▭▭▭ ▭▭▭ ★ ▭▭▭ ▭▭▭ ▬
*▣ ITWAAR 30/04/1446 ▣*
▬ ▭▭▭ ▭▭▭ ★ ▭▭▭ ▭▭▭ ▬

*🇸🇦🌙 MAHE RABIUL AAKHIR 🌙*

🌅 सुबह बेदार होते वक्त की दुआ ⁀➷

اَلْحَمْدُ لِلّٰهِ الَّذِىْ اَحْيَانَا بَعْدَ مَا اَمَاتَنَا وَالَيْهِ النُّشُوْرُ


*࿅ तर्जुमा ࿅* ➫ अल्लाह के लिए ही तमाम तारीफें हैं जिसने हमें जिंदा किया इसके बाद इसी ने मौत तारी ( दे दी ) कर दी थी और उसी की तरफ लौटना है।

नॉट ❁☞ *बन्दा जिस दिन नमाज नहीं पड़ता वह दिन उसके लिए मनहूस हो जाता है!..*

╭•∽–∽–∽–∽–∽–∽–∽•╮
┆ *Aᴀᴊ  Kᴀ  Pᴀɪɢᴀᴍ*
╰•∽–∽–∽–∽–∽–∽•╮

•••➲ *होना तो येह चाहिये..!!* कि हम अपनी दुन्या व आख़िरत की भलाई के लिये अच्छे माहोल से वाबस्ता हों और नेक लोगों की सोहबत में रहें, उन्ही को अपना दोस्त बनाएं मगर अफसोस ! गुनाहों की महब्बत ने हमारे बातिन को सियाह कर दिया है आज हमारा हाल येह है कि अच्छे लोगों से दूर भागते और उन से बुग्ज़ रखते हैं और उन को छोड़ कर ऐसे लोगों की हम नशीनी इख्तियार करते हैं जो हमें न सिर्फ़ नेकियों से दूर रखते बल्कि बाज़ अवक़ात गुनाहों की दलदल में धकेल देते हैं ऐसे अफ़राद की सोहबत और इन की दोस्ती से बचना बेहद ज़रूरी है।

🧲https://instagram.com/ubaid_e_raza_official
• -------------------- •• ⊰❂⊱ •• ------------------- •
📡 https://t.me/majlis_e_khawateen

Tᵃˡⁱᵇ   ᵉ  ᵈᵘᵃᵃ  ᵃᵈᵐⁱⁿ  Tᵉᵃᵐ 
❏ ________________________________ ❏

IL 📖 NOOR HAI🌷

03 Nov, 16:57


☪️ 29 माहे रबी उल आखिर बरोज़ शनीचर 🗓️

IL 📖 NOOR HAI🌷

03 Nov, 16:56


Zakaat Course (Part-8)

Hashmi Kaun Hota Hai.!?

Isi Tarah Hazrate Abdul Muttalib رضی الله تعالی عنه Ke 3 Pote Hazrate Maula Ali Mushkil Kusha رضی الله تعالی عنه Ki Jo Aulade Hain Agar Hazrate Ali Ki Aulad Biwi Fatima رضی الله تعالی عنها Ke Aulado Me Se Hain Yani Hazrate Ali Aur Hazrate Fatima Se Jo Aulade Hui Hain Inko Hum Sadate Kiraam Kahte Hain Sayyid Jaade Kahte Hain Jo Sayyid Jade Hote Hain Ye Imaam E Hasan Aur Imaam E Hussain Ke Aulado Me Se Honge Yani Hazrate Ali Aur Biwi Fatima Ke Aal Me Se Hain Inko Sadaat Kahte Hain.

Lekin Maula Ali Mushkil Kusha رضی الله تعالی عنه Ne Digar Nikah Bhi Farmaye Hain Biwi Fatima رضی الله تعالی عنها Ke Hayat Me To Aap Ne Nikah Nahi Kiya Lekin Aap Ke Wisal Ke Baad Hazrate Ali Ne Aur Biwiyo Se Nikah Farmaya Hai To Inse Jo Aulade Hui Inko Kahte Hain Alwi Aur Ye Bhi Hashmi Me Shamil Ho Jate Hain.

Hasnaine Karimain Ki Aulad Bhi Hashmi Me Shamil Hain Aur Hazrate Ali Ki Digar Aulad Jinko Alwi Kahte Hain Woh Bhi Hashmi Me Shamil Hain Banu Hashim Me Shamil Hain.

Continue...

https://t.me/Zakaat_Course
Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

03 Nov, 16:56


*📑 𝗔𝗔𝗝 𝗞𝗔 𝗣𝗔𝗜𝗚𝗔𝗠*

*𝗔𝗔𝗢 𝗤𝗨𝗥𝗔𝗔𝗡 𝗘 𝗣𝗔𝗔𝗞 𝗞𝗘 𝗡𝗢𝗢𝗥 𝗦𝗘 𝗔𝗣𝗡𝗘 𝗗𝗜𝗟♥️ 𝗞𝗢 𝗥𝗢𝗦𝗛𝗔𝗡 𝗞𝗔𝗥𝗘𝗡.:*

*𝗧𝗢𝗣𝗜𝗖* : •  *"DARS-1129 (SURAH NOOR)"*

🅑🅨 : • 🎙️ *𝗠𝗨𝗙𝗧𝗜 𝗔𝗦𝗜𝗙 𝗔𝗕𝗗𝗨𝗟𝗟𝗔𝗛 𝗤𝗔𝗗𝗥𝗜 𝗦𝗔𝗛𝗔𝗕*

👨‍💻 IS PAIGAM KO KHUD BHI SUNE OR APNE FAMILY'S AND FRIEND'S KO SHARE KARKE APNE LIYE SADKA E JAARIYA BNAYE.

بہت بہت شکریہ جزاک اللہ---🌹

📡 https://t.me/Pyara_islam_786

*ᴛᴀʟɪʙ ᴇ ᴅᴜ'ᴀᴀ 🤲🏻 ᴀᴅᴍɪɴ ᴛᴇᴀᴍ*

  🌹 🔮 🌹

IL 📖 NOOR HAI🌷

03 Nov, 16:55


Namaz Course (Part-223)

Namaz Ke Makrooh e Tahreemi Amal :

(4) Namaz Mein Kankariya Hatana : Ye To Ghar Mein Nahi Hota Ya Ho Sakta Hai Ghar Mein Kuch Kachra Vagairah Ho, Lekin Kabhi Hum Bahar Jate Hain To Raste Mein Namaz Padhte Hain To Jahan Par Hum Sajda Karte Hain Wahan Par Chhote Chhote Pat'thar Hote Hain Ya Bareek Si Kankariya Hoti Hain Jahan Par Peshani Rakhne Se Taqleef Hoti Hai, To Jab Aap Sajde Ke Liye Jaye To Unhi Par Kar Sakte Hain To Unhi Par Karen, Ye Nahi Ki Har Baar Usko Saaf Kar Rahe Hain Aur Fir Sajda Kar Rahe Hain Aisi Surat Mein Pahle Se Hi Sajde Ki Jagah Ko Saaf Kar Len.

Lekin..!! Agar Namaz Padhne Ke Dauraan Kuch Cheez Aa Jaye To Fir Isko Hata Sakte Hain Aur Bigair Reason Ke Agar Koi Banda Hata Raha Hai To Fir Makrooh e Tahreemi Hai.

Continue...

https://t.me/Namaz_Course
👨‍💻 ៚ Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

03 Nov, 16:55


🌴 •┄┅┅┅┅┅❂ ❀ ﷽ ❀ ❂┅┅┅┅┅┈•🌴

اَلصَّلوٰةُ وَالسَّلَامُ عَلَیۡكَ يَـــــــــــــــــــــــــــارَسُوۡلَ اللّٰهِ ﷺ

*🌹 सीरते मुस्तफा صلی اللہ علیہ وآلہ وسلم*

❘༻ *पोस्ट नम्बर :- 748* ༺
इक्कीसवां बाब
*❝ बारगाहे खुदा वन्दी में रसूल का वसीला ❞*
••─────────•◦❈◦•─────────••


࿐ *(3) वफ़ाते अक़्दस के बा'द तवस्सुल :*

*फतह के लिये आप का वसीला :* अमीरुल मोमिनीन हज़रते फारूके आज़म رضى الله تعالیٰ عنه ने हज़रते अब्दुल्लाह बिन क़रत رضى الله تعالیٰ عنه के हाथ अपना खत अमीरे लश्कर हज़रते अबू उबैदा बिन अल जर्राह رضى الله تعالیٰ عنه के नाम मक़ामे "यरमूक" में भेजा और सलामती की दुआ मांगी। हज़रते अब्दुल्लाह बिन क़रत رضى الله تعالیٰ عنه जब मस्जिदे नबवी से बाहर आए तो उन को ख़याल आया कि मुझ से बड़ी गलती हुई कि मैं ने रौज़ए अक्दस पर सलाम नहीं अर्ज़ किया। चुनान्चे वापस जा कर जब क़ब्रे अन्वर के पास हाज़िर हुए तो वहां हज़रते आइशा, हज़रते अब्बास, व हज़रते अली व हज़रते इमामे हसन व हज़रते इमामे हुसैन رضى الله تعالیٰ عنهم हाज़िर थे। हज़रते अब्दुल्लाह बिन क़रत رضى الله تعالیٰ عنه ने उन हज़रात से जंगे यरमूक में इस्लाम की फतह के लिये दुआ की दरख्वास्त की तो हज़रते अली व हज़रते अब्बास رضى الله تعالیٰ عنهما ने हाथ उठा कर यूं दुआ मांगी कि

या अल्लाह ! हम उस नबिय्ये मुस्तफ़ा और रसूले मुज्तबा कि जिन के वसीले से हज़रते आदम عَلَيْهِ السَّلام की दुआ क़बूल हो गई और खुदा ने उन को मुआफ़ फ़रमा दिया इन ही के वसीले से दुआ करते हैं कि तू हज़रते अब्दुल्लाह बिन क़रत पर इस का रास्ता आसान कर दे और दूर को नज़दीक कर दे और अपने नबी के अस्हाब की मदद फरमा कर उन को फत्ह अता फरमा दे।

इस के बा'द हज़रते अली رضى الله تعالیٰ عنه ने हज़रते अब्दुल्लाह बिन क़रत رضى الله تعالیٰ عنه से फरमाया की अब आप जाइये। अल्लाह तआला हज़रते उमर व अब्बास व अली व हसन व हुसैन व अज़्वाजे नबी (رضى الله تعالیٰ عنهم) की दुआ को रद नहीं फरमाएगा जब कि इन लोगों ने उस की बारगाह में उस नबी का वसीला पकड़ा है जो अकरमुल खल्क़ हैं।

*📬 क़िताब :- सीरते मुस्तफा ﷺ सफ़ह - 858 📚*

*📮NexT ◍* आगे इन्शाअल्लाह तआला जारी रहेगा.!

𝖏𝖔𝖎𝖓 𝕲𝖗𝖔𝖚𝖕🪀https://wa.me/917566980838

*☝🏻 हमारी दावत सच्चे दीन की तरफ.. { इस्लाम }*
*📝 आओ इ़ल्म -ए- दीन सीखें और सिखाए.!✍🏻*
✜─━━━━━━━ ▣▣ 🥏 ▣▣ ━━━━━━━─✜

IL 📖 NOOR HAI🌷

03 Nov, 16:55


*Ꭺ@j ҡα ιѕLαɱi sᏆαTus .:°°:.📲*

*Sohbat Ka Asar...*

01:43 MinuᏆe's

*࿅ ᴛᴀʟɪʙ ᴇ ᴅᴜ'ᴀᴀ 🤲🏻 ᴀᴅᴍɪɴ ᴛᴇᴀᴍ ࿅*

🌹 🔮 🌹

IL 📖 NOOR HAI🌷

03 Nov, 16:54


*💚 ②⑨ Rαβï บℓ Aαкнïя 💚*

*❤️ ⑥ᴛʜ Uяร ε Mบβαяαк ➛ Hบᴢᴏ̶ᴏ̶я Sαγγεᴅ Sïяαʝ ε Mïℓℓαт Rαᴅï Aℓℓαнบ Tα`αℓα Aทнบ ❤️*

IL 📖 NOOR HAI🌷

03 Nov, 16:54


🌹✊🏻 یــــــــــــــــــــــــــا رسول الــــلّٰــــه ﷺ

*🌹🕯️I͓̽l͓̽m͓̽ ͓̽ N͓̽o͓̽o͓̽r͓̽ ͓̽H͓̽a͓̽i͓̽ ͓̽G͓̽i͓̽r͓̽l͓̽'͓̽s͓̽ ͓̽G͓̽r͓̽o͓̽u͓̽p͓̽ ❍*

*▣ SATURDAY 02/11/2024 ▣*
▬ ▭▭▭ ▭▭▭ ★ ▭▭▭ ▭▭▭ ▬
*▣ SHANICHAR 29/04/1446 ▣*
▬ ▭▭▭ ▭▭▭ ★ ▭▭▭ ▭▭▭ ▬

*🇸🇦🌙 MAHE RABIUL AAKHIR 🌙*

🌅 सुबह बेदार होते वक्त की दुआ ⁀➷

اَلْحَمْدُ لِلّٰهِ الَّذِىْ اَحْيَانَا بَعْدَ مَا اَمَاتَنَا وَالَيْهِ النُّشُوْرُ


*࿅ तर्जुमा ࿅* ➫ अल्लाह के लिए ही तमाम तारीफें हैं जिसने हमें जिंदा किया इसके बाद इसी ने मौत तारी ( दे दी ) कर दी थी और उसी की तरफ लौटना है।

नॉट ❁☞ *बन्दा जिस दिन नमाज नहीं पड़ता वह दिन उसके लिए मनहूस हो जाता है!..*

╭•∽–∽–∽–∽–∽–∽–∽•╮
┆ *Aᴀᴊ  Kᴀ  Pᴀɪɢᴀᴍ*
╰•∽–∽–∽–∽–∽–∽•╮

•••➲ हज़रते सय्यिदुना अबू दरदा رضى الله تعالیٰ عنه से रिवायत है कि रसूले अकरम, नूरे मुजस्सम ﷺ ने इरशाद फ़रमाया: क्या मैं तुम्हें ऐसा काम न बताऊं जो दरजे में रोज़े, नमाज़ और ज़कात से भी अफ्ज़ल हो? सहाबए किराम رضى الله تعالیٰ عنهم ने अर्ज़ की या रसूलल्लाह ﷺ क्यूं नहीं! इरशाद फ़रमाया: आपस में सुल्ह करवा देना।

*📙 सरकार ﷺ की मुबारक जवानी के वाकिआत सफ़ह - 6*

🧲https://instagram.com/ubaid_e_raza_official
• -------------------- •• ⊰❂⊱ •• ------------------- •
📡 https://t.me/majlis_e_khawateen

Tᵃˡⁱᵇ   ᵉ  ᵈᵘᵃᵃ  ᵃᵈᵐⁱⁿ  Tᵉᵃᵐ 
❏ ________________________________ ❏

IL 📖 NOOR HAI🌷

03 Nov, 16:54


Aqaaid Course (Part-227)

Sarkar ﷺ Ka ILm e Ghaib :

Daleel (3) : Surah Takweer Ki Aayat No. 24 Hai

              وَ مَا هُوَ عَلَى الْغَیْبِ بِضَنِیْنٍ

Yani Aur Ye Nabi (Sarkar ﷺ) Ki Taraf Ishara Hai Ki : Ye Nabi Ghaib Ki Khabar Dene Me Bakheel Nahi Hain.

Bakheel Yani Jo Humare Aam Lafzon Me Kahun To Kanjus Ko Kahte Hain Jo Cheezen Apne Paas Rakhta Hai Lekin Ye Lafz Hum Sarkar ﷺ Ke Liye Istemal Nahi Farma Sakte Iske Liye Hum Bakheel Kahege Yani Jo Cheez Chhupa Kar Rakhe

"Ye Nabi Ghaib Ki Khabar Dene Me Bakheel Nahi Hain" Achha Itna AllaH Ta'ala Ne Farma Diya Ab Isse 2 Baten Maloom Padi Ki Sarkar ﷺ Ghaib Ki Khabar Dene Wale Hain "Bakheel Nahi Hain Bata Dete Hain" To Jab Hoga Tab To Batayege Na Begair ilm Ke Kaise Batayenge? To Isse Aik To Ye Pata Chala Ki Sarkar ﷺ Ke Paas ilm e Ghaib Hai, Aur Bekheel Nahi Hain Iska Matlab Ye Hai Ki Aiesa Nahi Hai Ki AllaH Ta'ala Ne ilm e Ghaib Sarkar ﷺ Ko Ata Farmaya Hai Aur Jo Zaruri Cheez Hai Woh Sarkar ﷺ Ne Chhupa Li .....Nahi.

Balki Jo-Jo Shariat Me Hame Batani Thi Sarkar ﷺ Ne Woh Hame Bata Di Jaise Jannat Hai, Dozakh Hai, Aisa To Nahi Hai Na معاذ الله Sarkar ﷺ Ne Jannat Ke Bare Me Bata Diya Aur Dojakh Ke Bare Mein Bataya Hi Nahi Ya Jannat Dojakh Ke Bare Mein Bata Fiya Fir Firishte Hain Jinnat Hain In Ke Bare Me Hume Bataya Nahi, Naahiii Jo Humare Par Janna Zaruri Tha Un Sab Cheezon Ke Bare Me Sarkar ﷺ Ne Bata Diya.

To Ye👆 Hai Humari Teesri Daleel..

Continue...

https://t.me/Aqaid_Course
Ubaid e Raza official

IL 📖 NOOR HAI🌷

29 Oct, 06:04


*🩵 Sบℓтαท ε ฟïℓαγαт Gнαบร ε Pααк ฟαℓïγ๑'ท Pε Hบкบᴍαт Gнαบร ε Pααк 🩵*

IL 📖 NOOR HAI🌷

29 Oct, 06:03


🌹✊🏻 یــــــــــــــــــــــــــا رسول الــــلّٰــــه ﷺ

*🌹🕯️I͓̽l͓̽m͓̽ ͓̽ N͓̽o͓̽o͓̽r͓̽ ͓̽H͓̽a͓̽i͓̽ ͓̽G͓̽i͓̽r͓̽l͓̽'͓̽s͓̽ ͓̽G͓̽r͓̽o͓̽u͓̽p͓̽ ❍*

*▣ TUESDAY 29/10/2024 ▣*
▬ ▭▭▭ ▭▭▭ ★ ▭▭▭ ▭▭▭ ▬
*▣ MANGAL 25/04/1446 ▣*
▬ ▭▭▭ ▭▭▭ ★ ▭▭▭ ▭▭▭ ▬

*🇸🇦🌙 MAHE RABIUL AAKHIR 🌙*

🌅 सुबह बेदार होते वक्त की दुआ ⁀➷

اَلْحَمْدُ لِلّٰهِ الَّذِىْ اَحْيَانَا بَعْدَ مَا اَمَاتَنَا وَالَيْهِ النُّشُوْرُ


*࿅ तर्जुमा ࿅* ➫ अल्लाह के लिए ही तमाम तारीफें हैं जिसने हमें जिंदा किया इसके बाद इसी ने मौत तारी ( दे दी ) कर दी थी और उसी की तरफ लौटना है।

नॉट ❁☞ *बन्दा जिस दिन नमाज नहीं पड़ता वह दिन उसके लिए मनहूस हो जाता है!..*

╭•∽–∽–∽–∽–∽–∽–∽•╮
┆ *Aᴀᴊ  Kᴀ  Pᴀɪɢᴀᴍ*
╰•∽–∽–∽–∽–∽–∽•╮

•••➲ हज़रते सय्यिदुना अनस رضى الله تعالیٰ عنه से मरवी है कि हुज़ूर नबिय्ये करीम, रऊफुर्रहीम ﷺ ने इर्शाद फ़रमाया : जिस ने दुन्या में अपने भाई की इज़्ज़त की हिफाज़त की, अल्लाह पाक क़ियामत के दिन एक फ़िरिश्ता भेजेगा जो जहन्नम से उस की हिफ़ाज़त फरमाएगा।

*📙 जूए में जीता हुवा माल सफ़ह - 18*

🧲https://instagram.com/ubaid_e_raza_official
• -------------------- •• ⊰❂⊱ •• ------------------- •
📡 https://t.me/majlis_e_khawateen

Tᵃˡⁱᵇ   ᵉ  ᵈᵘᵃᵃ  ᵃᵈᵐⁱⁿ  Tᵉᵃᵐ 
❏ ________________________________ ❏

IL 📖 NOOR HAI🌷

29 Oct, 05:58


Aqaaid Course (Part-224)

Sarkar ﷺ Ka ILm e Ghaib :

To Fir Kaise Pata Chala Ki Jannat Aur Dozakh Hai.!?

Iska ilm Hame Sarkar ﷺ Ke Zariye Huwa Aik Nabi Ke Zariye Huwa To Jannat Aur Dozakh Ye Ghaib Hai, Isse Maloom Huwa Ki Dr. Stethoscope Wagaira Laga Kar Humari Dil Ki Dhadkan Sunte Hain Na To Dil Ki Dhadkan Na To Aap Ko Dikhai De Rahi Hai Wagairah Kuch Bhi Nahi Hai Lekin Ye Ghaib Nahi Hai Kyun Ki Is Dil Ki Dhadkan Hume Aik Machine Ke Zariye Maloom Huwi To Ye Dil Ki Dhadkan Wagaira Ghaib Nahi Hai

Yun Hi Maa Ke Pet Mein Jo Bachha Hota Hai Ye Bhi Ghaib Nahi Hai Iska Agar Hame Maloom Ho Jaye Ki Maa Ke Pet Mein Jo Bachha Hai Ladka Hai Ya Ladki Hai Ultrasound Wagairah Karte Hain Na Usse Maloom Ho Jata Hai Machine Bata Deti Hai To Ye Ghaib Nahi Hai Ab معاذ الله Ye Nahi Kahege Ki Dr. Ko ilm e Ghaib Aa Gaya Nahi Kyun Ki Usne Aik Machine Ke Zariye Maloom Kar Ke Hame Bataya Hai Aur Ghaib Woh Cheez Hai Jo Machine Ke Zariye Se Bhi Hame Maloom Na Ho Balki AllaH Ka Koi Kareebi Banda Hume Bata De To Ye Ultrasound Wagaira Se Jo Maloom Hota Hai Bahut Si Baar To Ye Galata Bhi Hota Hai dr. Kahte Hain Beta Hai Aur Paida Hone Mein Beti Rahti Hai, To Isme Mistake Ka Bhi Guman Hai Bharhal Ye Cheeze Ghaib Nahi Hai

To Jannat Hai, Dozakh Hai, Firishte Hain, Jinnat Hain, Aakhirat Mein Kya Hoga, Hisaabo Kitaab Hoga, Hauze kausar Hoga, AllaH Ta'ala Ki Zaat Ke Baare Mein Sifaat Ke Bare Mein Jo Ye Tamaam Cheezen Hain Na Ye Ghaib Hain Kyunki Ye Hame Sarkar ﷺ Ke Batane Se Maloom Huwi Khud Ba Khud Hum Inko Nahi Jaan Sakte To Isko Kahte Hain Ghaib, Aur Ghaib Ki Cheezon Ke Bare Me Jo Shakhs Knowledge Rakhta Hai Na Jisko Ilm Hota Hai Usko Hum Kahte Hain Ki Fula Shakhs Ke Paas ilm e Ghaib Hai Jo Ye Chhupi Huwi Cheezon Ka Ilm Rakhta Hai Us Zaat Ke Liye Hum Kahte Hain Ki Unke Paas ilm e Ghaib Hai.

Continue...

https://t.me/Aqaid_Course
Ubaid e Raza official

IL 📖 NOOR HAI🌷

29 Oct, 05:56


☪️ 24 माहे रबी उल आखिर बरोज़ पीर 🗓️

IL 📖 NOOR HAI🌷

29 Oct, 05:51


Zakaat Course (Part-3)

To AllaH Ta'ala Ki Riza Hasil Karne Ke Liye AllaH Ta'ala Ko Raazi Karne Ke Liye Bande Ka Maal Ke Aik Makhsoos Hisse Ko Nikalna Jaisa Ki Hum Zakat Me 2.5% Nikalte Hain Na Ye Aik Shariat Ne Fixed Miqdaar Rakha Hai 2.5% Aap Ko Nikalna Hai To Ye Makhsoos (Fixed) Hissa Nikalna Aur Kisi Ayse Musalman Sharai Faqeer Ko Malik Banana Ye Zaruri Hai Jo Na Hashmi Ho Na Hashmi Ka Azaad Karda Gulam.

Ab Isme Dekhen Maine Kya Kaha Ki Kisi Musalman Sharee Faqeer Ko Malik Banana Yani Zakat Agar Aap Kisi Gair Muslim Ko Dete Hain Jaise Ki Aaj Kal Bahut Se Log Samajhte Hain Ki Zakaat Hai To Hum Kisi Ko Bhi De Sakte Hain Aysa Nahi Hai.

Zakat Dene Me Bhi Aap Ko Quyoodat (Conditions) Ka Lihaaz Rakhna Hai

Ayesa Nahi Hai Jo Maal Nikal Liya Aur De Diya Woh Nafli Sadqa To Zyada Se Zyada Kahla Sakega Ya Fir Tohfa Kahlayega Lekin Isse Aap Ki Zakaat Ada Nahi Hogi.

Continue...

https://t.me/Zakaat_Course
Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

29 Oct, 05:50


*📑 𝗔𝗔𝗝 𝗞𝗔 𝗣𝗔𝗜𝗚𝗔𝗠*

*𝗔𝗔𝗢 𝗤𝗨𝗥𝗔𝗔𝗡 𝗘 𝗣𝗔𝗔𝗞 𝗞𝗘 𝗡𝗢𝗢𝗥 𝗦𝗘 𝗔𝗣𝗡𝗘 𝗗𝗜𝗟♥️ 𝗞𝗢 𝗥𝗢𝗦𝗛𝗔𝗡 𝗞𝗔𝗥𝗘𝗡.:*

*𝗧𝗢𝗣𝗜𝗖* : •  *"DARS-1124 (SURAH NOOR)"*

🅑🅨 : • 🎙️ *𝗠𝗨𝗙𝗧𝗜 𝗔𝗦𝗜𝗙 𝗔𝗕𝗗𝗨𝗟𝗟𝗔𝗛 𝗤𝗔𝗗𝗥𝗜 𝗦𝗔𝗛𝗔𝗕*

👨‍💻 IS PAIGAM KO KHUD BHI SUNE OR APNE FAMILY'S AND FRIEND'S KO SHARE KARKE APNE LIYE SADKA E JAARIYA BNAYE.

بہت بہت شکریہ جزاک اللہ---🌹

📡 https://t.me/Pyara_islam_786

*ᴛᴀʟɪʙ ᴇ ᴅᴜ'ᴀᴀ 🤲🏻 ᴀᴅᴍɪɴ ᴛᴇᴀᴍ*

  🌹 🔮 🌹

IL 📖 NOOR HAI🌷

29 Oct, 05:49


Namaz Course (Part-218)

Namaz Ko Tod Dene Wali Cheezen :

Agar Hum Ghar Mein Akele Hain Aur Koi Bell Par Bell (Ghanti) Bajaye Ja Raha Ho To Kya Namaz Tood Sakte Hain.!?

Kabhi Kabhar Hamare Hi Ghar Wale Koi Hote Hain To Woh Samajh Jate Hain Ki Aap Namaz Padh Rahe Honge, Lekin..!! Dusra Koi Continue Bell (Ghantee) Baja Hi Raha Hai To Sidhe Taraf Salaam Fer Ke Tood Den Namaz Aur Chali Jaye.

Lekin..!! Agar Aap Ko Pata Ho Ki Shohar Ya Bhai Ya Koi Bhi Aane Wale Hain To Fir Isme Unko Call Kar Ke Bata Den Ki Namaz Padh Rahi Hoon Ya Fir Unke Aane Ke Baad Padh Len. ⚠️ Jab Hum Aik Baar Namaz Shuru Kar Diye To Bina Kisi Ujr Ke Namaz Nahi Tood Sakte.

Yahan 👆🏻 Par Namaz Ke Mufsidaat Finish Ho Gaye.

Continue...

https://t.me/Namaz_Course
👨‍💻 ៚ Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

29 Oct, 05:49


🌴 •┄┅┅┅┅┅❂ ❀ ﷽ ❀ ❂┅┅┅┅┅┈•🌴

اَلصَّلوٰةُ وَالسَّلَامُ عَلَیۡكَ يَـــــــــــــــــــــــــــارَسُوۡلَ اللّٰهِ ﷺ

*🌹 सीरते मुस्तफा صلی اللہ علیہ وآلہ وسلم*

❘༻ *पोस्ट नम्बर :- 743* ༺
इक्कीसवां बाब
*❝ उम्मत पर हुज़ूर ﷺ के हुक़ूक़ ❞*
••─────────•◦❈◦•─────────••
*हम गरीबों के आक़ा पे बेहद दुरूद*
*हम फकीरों की सरवत पे लाखों सलाम*

࿐ *बारगाहे खुदा वन्दी में रसूल का वसीला :* हुज़ूरे अक्दस ﷺ को बारगाहे इलाही में वसीला बना कर दुआ मांगना जाइज़ बल्कि मुस्तहब है। इसी को तवस्सुल व इस्तिगासा व तशफ़अ वगैरा मुख्तलिफ अल्फाज़ से ता'बीर किया जाता है। हुज़ूर عَلَيْهِ الصَّلٰوةُ وَالسَّلَام को खुदा के दरबार में वसीला बनाना येह हज़राते अम्बिया मुर्सलीन की सुन्नत और सलफ़ सालिहीन का मुक़द्दस तरीका है। और येह तवस्सुल हुज़ूर ﷺ की विलादते शरीफ़ा से पहले आप की ज़ाहिरी हयात में और आप की वफ़ाते अक्दस के बा'द तीनों हालतों में साबित है। चुनान्चे हम यहां तीनों हालतों में आप से तवस्सुल करने की चन्द मिसालें निहायत ही इख़्तिसार के तौर पर ज़िक्र करते हैं।

*📬 क़िताब :- सीरते मुस्तफा ﷺ सफ़ह - 854 📚*

*📮NexT ◍* आगे इन्शाअल्लाह तआला जारी रहेगा.!

𝖏𝖔𝖎𝖓 𝕲𝖗𝖔𝖚𝖕🪀https://wa.me/917566980838

*☝🏻 हमारी दावत सच्चे दीन की तरफ.. { इस्लाम }*
*📝 आओ इ़ल्म -ए- दीन सीखें और सिखाए.!✍🏻*
✜─━━━━━━━ ▣▣ 🥏 ▣▣ ━━━━━━━─✜

IL 📖 NOOR HAI🌷

29 Oct, 05:49


*SUNNI KE YAHAN DAWAT ME BADMAZHAB BHI SHAREEK HAI TO AISI DAWAT ME JANA KAISA..!?*
.
.
.
🎙️ Mufti Muhammad Sajid Ali Razvi Misbahi.

Gulaman-e-Khatam-Un-Nabiyyeen(ﷺ)
─┅━━━━━━✦✿✦◐✦✿✦━━━━━━┅─

IL 📖 NOOR HAI🌷

29 Oct, 05:49


*🩵 Mεïท Gαяεεβ Hᴏ̶ᴏ̶'ท Tᴏ̶ Kγα Hαï Tεяα Dαя Tᴏ̶ βαᴅรнαн Hαï 🩵*

IL 📖 NOOR HAI🌷

29 Oct, 05:48


🌹✊🏻 یــــــــــــــــــــــــــا رسول الــــلّٰــــه ﷺ

*🌹🕯️I͓̽l͓̽m͓̽ ͓̽ N͓̽o͓̽o͓̽r͓̽ ͓̽H͓̽a͓̽i͓̽ ͓̽G͓̽i͓̽r͓̽l͓̽'͓̽s͓̽ ͓̽G͓̽r͓̽o͓̽u͓̽p͓̽ ❍*

*▣ MONDAY 28/10/2024 ▣*
▬ ▭▭▭ ▭▭▭ ★ ▭▭▭ ▭▭▭ ▬
*▣ PEER 24/04/1446 ▣*
▬ ▭▭▭ ▭▭▭ ★ ▭▭▭ ▭▭▭ ▬

*🇸🇦🌙 MAHE RABIUL AAKHIR 🌙*

🌅 सुबह बेदार होते वक्त की दुआ ⁀➷

اَلْحَمْدُ لِلّٰهِ الَّذِىْ اَحْيَانَا بَعْدَ مَا اَمَاتَنَا وَالَيْهِ النُّشُوْرُ


*࿅ तर्जुमा ࿅* ➫ अल्लाह के लिए ही तमाम तारीफें हैं जिसने हमें जिंदा किया इसके बाद इसी ने मौत तारी ( दे दी ) कर दी थी और उसी की तरफ लौटना है।

नॉट ❁☞ *बन्दा जिस दिन नमाज नहीं पड़ता वह दिन उसके लिए मनहूस हो जाता है!..*

╭•∽–∽–∽–∽–∽–∽–∽•╮
┆ *Aᴀᴊ  Kᴀ  Pᴀɪɢᴀᴍ*
╰•∽–∽–∽–∽–∽–∽•╮

•••➲ ताजदारे रिसालत, शहनशाहे नुबुव्वत, मुस्तफ़ा जाने रहमत, शम्ए बज़्मे हिदायत, नौशए बज़्मे जन्नत ﷺ का फरमाने जन्नत निशान है : जिस ने मेरी सुन्नत से महब्बत की उस ने मुझ से महब्बत की और जिस ने मुझ से महब्बत की वोह जन्नत में मेरे साथ होगा।

*📙 फरामीने गौसे आज़म رضى الله تعالیٰ عنه सफ़ह - 22*

🧲https://instagram.com/ubaid_e_raza_official
• -------------------- •• ⊰❂⊱ •• ------------------- •
📡 https://t.me/majlis_e_khawateen

Tᵃˡⁱᵇ   ᵉ  ᵈᵘᵃᵃ  ᵃᵈᵐⁱⁿ  Tᵉᵃᵐ 
❏ ________________________________ ❏

IL 📖 NOOR HAI🌷

29 Oct, 05:45


👆🏻‼️👆🏻‼️👆🏻

Bahut hi important Aqaaid Bayan Ho Rahe Hain...
Aap Sab Aqaaid Course Ki Post Tawajjoh Se Padhen.. Agar Samajh na aaye to 2-3 Baar Padhen ان شاء الله Zaroor Samajh aa jayega...
Aur Koi Bhi Post Miss Na karen....

⚠️🌹⚠️🌹⚠️

IL 📖 NOOR HAI🌷

29 Oct, 05:45


Aqaaid Course (Part-223)

Sarkar ﷺ Ka ILm e Ghaib :

ILm e Ghaib : Bahut Se Log ilm e Ghaib Ke Baare Mein Bahes Karte Hain Unse Sabse Pahla Sawal Puchh Kar Dekhen Ki Ilm e Ghaib Kise Kahte Hain Aksar To Bewakuf Log Aise Honge Ki Bahas To Kar Rahe Hain "Nahii Hai ILm e Ghaib, Aisa Hai, Waisa Hai" Lekin Ghaib Kya Hai Usko Ye Bhi Pata Nahi Hoga

Ghaib Kise Kahte Hain..? Ghaib To Waise Poshida (Chhupe Huwe) Cheez Ko Kahte Hain, Lekin Khash Taur Par Jab Hum Shariat Mein ILm e Ghaib Lete Hain Yani Ghaib Ka ILm Hai Isse Murad Ye Hota Hai Ki Ghaib Woh Cheez Hoti Hai Jisko Hum "Hawaase Khamsa" Yani 5 Sense's (Dekhna, Sunna, Sunghna, Chakhna, Aur Chhuna) Se Nahi Jaan Sakte Aur Isi Tarah Ghaib Woh Cheez Hoti Hai Jisko Hum Aqal Ke Zariye Bhi Nahi Jaan Sakte Yani Socho Bichar Kar Ke Hum Uske Meaning Ko Nahi Samajh Sakte Yani Us Cheez Ko Nahi Jaan Sakte Isi Tarah Kisi Machinery Wagaira Se Bhi Hum Us Cheez Ko Nahii Jaan Sakte Impossible Hai, Balki Isko Agar Hum Jaan Sakte Hain To Sirf AllaH Ke Kareeb Kisi Bande Yani Nabiyo Se, Rasoolon Se, Sahaba Kiraam Se, Auliya Kiraam Wagaira Se Jaan Sakte Hain, Baad Mein 5 Senses Se Aqal Se Kisi Machinery Wagaira Se Hum Gaib Ko Nahi Maloom Kar Sakte, Agar In Cheezon Se Maloom Hota Hai To Woh Ghaib Nahi Hai,

Jaise Misal Ke Taur Par Jannat Hai Hume Pata Hai Ye Ghaib Hai To Hume Kaise Pata Chal Gaya Ki Jannat Aur Jahannam Hai? Kya Humne 5 Senses Se Ise Maloom Kiya Hai? Jannat Ko Dekha Hai,? Jannat Ko Sungha Hai? Jannat Ko Suna Hai? Jannat Ko Chhua Hai? Ya Jannat Ki Koi Cheez Chakhi Hai.? Koi Hissa Chakh Liya Hai Ki Jiski Wajah Se Hume Pata Chal Gaya Ki Jannat Hai? Nahiii Ayesa To Possible Hi Nahi Hai Ki Jannat Aur Dozakh Ko Hum 5 Sense Organs Ke Zariye Maloom Kare, Isi Tarah Kya Hum Socho Bichar Kar Ke Sirf Zahen Mein Soche Aur Samajh Le Ki Aik Jannat Bhi Hai Dozakh Bhi Hai Nahi Banda Apne Aqal Ke Zariye Bhi Proof Nahi Kar Sakta Ki Jannat hai, Dozakh Hai, Aur Na Koi Humare Paas Ayesi Machinery Hai Jisko Laga Diya Aur Isse Humne Door Daraz Ki Cheezen Bhi Dekh Li Aur Isse Jannat Aur Dozakh Bhi Dekh Liya Aaj Tak Koi Ayesi Machinery Bani Nahi Hai Aur Qayamat Tak Banegi Bhi Nahi To Ye Tamaam Cheezen Nahi Hain Inse Hume Pata Nahi Chala.

Continue...

https://t.me/Aqaid_Course
Ubaid e Raza official

IL 📖 NOOR HAI🌷

29 Oct, 05:44


☪️ 23 माहे रबी उल आखिर बरोज़ इतवार 🗓️

IL 📖 NOOR HAI🌷

27 Oct, 11:15


Zakaat Course (Part-02)

Zakaat Kahte Kise Hain.!?

AllaH Ta'ala Ki Riza Ke Liye Maal Ka Aik Makhsoos (Fixed) Hissa Kisi Musalman Faqeer Ko Malik Kar Dena (Bana Dena) Ayesa Faqeer Ke Jo Na Hashmi Ho, Na Hashmi Ka Aazad Karda Gulam Ho Aur Isse Apne Nafa Ko Bilkul Juda Kar Lena Ye Zakat Kahlata Hai.

Ab Ye Kafi Sare Words Ho Gaye Isko Hum Simple Kar Ke Samjhate Hain

Sabse Pahle Hum Ne Kya Kaha AllaH Ta'ala Ki Riza Ke Liye Yani Zakat Jab Bhi Di Jayegi AllaH Ta'ala Ki Riza Ke Liye Di Jayegi Aur Iska Matlab Bhi Aap Samajhte Hain Ki Agar AllaH Ta'ala Ki Riza Shamile Haal Na Hui Bande Ki Niyat Me AllaH Ki Riza Hi Nahi Hai To Fir Woh Ibadat Consider Nahi Hogi Woh To Riyakaari Ho Gaya Takabbur Ho Gaya Aur Uska Woh Amal Barbaad Ho Jata Hai Woh Ibadat Nahi Kahlati.

Continue...

https://t.me/Zakaat_Course
Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

27 Oct, 11:15


*📑 𝗔𝗔𝗝 𝗞𝗔 𝗣𝗔𝗜𝗚𝗔𝗠*

*𝗔𝗔𝗢 𝗤𝗨𝗥𝗔𝗔𝗡 𝗘 𝗣𝗔𝗔𝗞 𝗞𝗘 𝗡𝗢𝗢𝗥 𝗦𝗘 𝗔𝗣𝗡𝗘 𝗗𝗜𝗟♥️ 𝗞𝗢 𝗥𝗢𝗦𝗛𝗔𝗡 𝗞𝗔𝗥𝗘𝗡.:*

*𝗧𝗢𝗣𝗜𝗖* : •  *"DARS-1123 (SURAH NOOR)"*

🅑🅨 : • 🎙️ *𝗠𝗨𝗙𝗧𝗜 𝗔𝗦𝗜𝗙 𝗔𝗕𝗗𝗨𝗟𝗟𝗔𝗛 𝗤𝗔𝗗𝗥𝗜 𝗦𝗔𝗛𝗔𝗕*

👨‍💻 IS PAIGAM KO KHUD BHI SUNE OR APNE FAMILY'S AND FRIEND'S KO SHARE KARKE APNE LIYE SADKA E JAARIYA BNAYE.

بہت بہت شکریہ جزاک اللہ---🌹

📡 https://t.me/Pyara_islam_786

*ᴛᴀʟɪʙ ᴇ ᴅᴜ'ᴀᴀ 🤲🏻 ᴀᴅᴍɪɴ ᴛᴇᴀᴍ*

  🌹 🔮 🌹

IL 📖 NOOR HAI🌷

17 Oct, 11:54


Usool e Hadees (Urdu)
Muhammad Zahid Ata Madni

+92313-2870254

IL 📖 NOOR HAI🌷

17 Oct, 10:36


☪️ 30 माहे रबी उल अव्वल बरोज़ जुमुआ 🗓️

IL 📖 NOOR HAI🌷

17 Oct, 09:50


सलीक ए ज़िन्दगी (Part -171)

अजनबी औरतों के साथ तनहाई इख्तियार करना :

जेठ, देवर, बहनोई, फूफा, खालू, खालाज़ाद भाई, मामूज़ाद भाई, फूफाज़ाद भाई ये सब लोग औरत के लिए महज़ बल्कि इनका ज़रर निरे बेगाने शख्स के ज़रर से ज़ाइद है कि महज़ गैर आदमी घर में आते हुए डरेगा और ये आपस में मेलजोल के बाइस खौफ़ नहीं रखते औरत निरे अजनबी आदमी से फ़िलफोर मेल नहीं खा सकती और इन लोगों से लिहाज़ टूटा हुआ है, बिल-खुसूस देवर के लिए अल्लाह के रसूल ﷺ ने फ़रमाया देवर तो मौत है।

📙 फतावा रज़विया जिल्द 9, पेज 196

✐°°•.... बाक़ी आगे पढ़ें.!

https://wa.me/917566980838•─•📲
📡 https://t.me/Aqaid_Cours
👨‍💻 ៚ Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

17 Oct, 09:50


*📑 𝗔𝗔𝗝 𝗞𝗔 𝗣𝗔𝗜𝗚𝗔𝗠*

*𝗔𝗔𝗢 𝗤𝗨𝗥𝗔𝗔𝗡 𝗘 𝗣𝗔𝗔𝗞 𝗞𝗘 𝗡𝗢𝗢𝗥 𝗦𝗘 𝗔𝗣𝗡𝗘 𝗗𝗜𝗟♥️ 𝗞𝗢 𝗥𝗢𝗦𝗛𝗔𝗡 𝗞𝗔𝗥𝗘𝗡.:*

*𝗧𝗢𝗣𝗜𝗖* : •  *"DARS-1100 (SURAH MOMINOON)"*

🅑🅨 : • 🎙️ *𝗠𝗨𝗙𝗧𝗜 𝗔𝗦𝗜𝗙 𝗔𝗕𝗗𝗨𝗟𝗟𝗔𝗛 𝗤𝗔𝗗𝗥𝗜 𝗦𝗔𝗛𝗔𝗕*

👨‍💻 IS PAIGAM KO KHUD BHI SUNE OR APNE FAMILY'S AND FRIEND'S KO SHARE KARKE APNE LIYE SADKA E JAARIYA BNAYE.

بہت بہت شکریہ جزاک اللہ---🌹

📡 https://t.me/Pyara_islam_786

*ᴛᴀʟɪʙ ᴇ ᴅᴜ'ᴀᴀ 🤲🏻 ᴀᴅᴍɪɴ ᴛᴇᴀᴍ*

  🌹 🔮 🌹

IL 📖 NOOR HAI🌷

17 Oct, 09:48


Namaz Course (Part-194)

Namaz Kay Wajibaat :

Agar Kabhi Duaa e Qunoot Padhna Bhool Gaye Aur Ruku Me Chale Gaye Tab Yaad Saya To Ab Kya Karen.!?

To Fir Ye Hukm Hai Ki Aap Wapas Khade Hoke Duaa E Qunoot Nahi Padhenge Ab Chhut Gai Hai To Aakhir Me Sajda E Sahaw Kar Le Kyun Ki Ruku Farz Hai Aur Duaa E Qunoot Wajib Hai To Farz Se Wajib Ki Taraf Nahi Laut Sakte Wapas Farz Se Wajib Ki Taraf Jana Gunah Hai Han..!! Farz Se Farz Ki Taraf Laut Sakte Hain.

Agar Kisi Ko Duaa E Qunoot Yaad Nahi Hai To Teen Martaba اَللّٰھُمَّ اغْفِرْلِی Padh Le Ya, Ya Rabbi Ya Rabbi 3 Martaba Padh Le.

{24.} Har Farz Wa Wajib Ko Uski Jagah Me Karna Wajib Hai Agar Aage Pichhe Huwa To Sajda E Sahaw Wajib Ho Jata Hai Jaise Pahli Raka'at Me Ruku Karna Bhool Gaye They Aur Dusri Raka'at Me 2 Ruku Kar Liye To Ye Aage Pichhe Huwa Na Iski Wajah Se Sajda E Sahaw Wajib Ho Jayega.

Yahan 👆🏻Par Namaz Ke Wajibaat Mukammal Ho Gaye الحمد لله🤲🏻🌹Ab Hum Namaz Ki Sunnaten Bayan Karenge.

Continue...

https://t.me/Namaz_Course
👨‍💻 ៚ Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

17 Oct, 09:48


🌴 •┄┅┅┅┅┅❂ ❀ ﷽ ❀ ❂┅┅┅┅┅┈•🌴

اَلصَّلوٰةُ وَالسَّلَامُ عَلَیۡكَ يَـــــــــــــــــــــــــــارَسُوۡلَ اللّٰهِ ﷺ

*🌹 सीरते मुस्तफा صلی اللہ علیہ وآلہ وسلم*

❘༻ *पोस्ट नम्बर :- 719* ༺
इक्कीसवां बाब
*❝ उम्मत पर हुज़ूर ﷺ के हुक़ूक़ ❞*
••─────────•◦❈◦•─────────••
*हम गरीबों के आक़ा पे बेहद दुरूद*
*हम फकीरों की सरवत पे लाखों सलाम*

࿐ *(5) ता' जीमे रसूल :* उम्मत पर हुज़ूर عَلَيْهِ الصَّلٰوةُ وَالسَّلَام के हुकूक में एक निहायत ही अहम और बहुत ही बड़ा हक़ येह भी है कि हर उम्मती पर फर्जे ऐन है कि हुज़ूरे अकरम ﷺ और आप से निस्बत व तअल्लुक रखने वाली तमाम चीज़ों की ता'ज़ीम व तौकीर और इन का अदबो एहतिराम करे और हरगिज़ हरगिज़ कभी इन की शान में कोई बे अदबी न करे। अहकमुल हाकिमीन का फरमाने वाला शान है कि

اِنَّاۤ اَرْسَلْنٰكَ شَاهِدًا وَّ مُبَشِّرًا وَّ نَذِیْرًا(8) لِّتُؤْمِنُوْا بِاللّٰهِ وَ رَسُوْلِهٖ وَ تُعَزِّرُوْهُ وَ تُوَقِّرُوْهُؕ-وَ تُسَبِّحُوْهُ بُكْرَةً وَّ اَصِیْلًا(9)


बेशक हम ने तुम्हें (ऐ रसूल) भेजा हाज़िर व नाज़िर और खुश खबरी देने वाला और डर सुनाने वाला ताकि ऐ लोगो ! तुम अल्लाह और उस के रसूल पर ईमान लाओ और रसूल की ता'ज़ीम व तौकीर करो और सुब्ह व शाम अल्लाह की पाकी बोलो।

(सूरह फत्ह आयत नम्बर 8-9)

*📬 क़िताब :- सीरते मुस्तफा ﷺ सफ़ह - 837 📚*

*📮NexT ◍* आगे इन्शाअल्लाह तआला जारी रहेगा.!

𝖏𝖔𝖎𝖓 𝕲𝖗𝖔𝖚𝖕🪀https://wa.me/917566980838

*☝🏻 हमारी दावत सच्चे दीन की तरफ.. { इस्लाम }*
*📝 आओ इ़ल्म -ए- दीन सीखें और सिखाए.!✍🏻*
✜─━━━━━━━ ▣▣ 🥏 ▣▣ ━━━━━━━─✜

IL 📖 NOOR HAI🌷

17 Oct, 09:47


*Ꭺ@j ҡα ιѕLαɱi sᏆαTus .:°°:.📲*

*Mazak Banaya Hua Hai..?😢*


00:34 MinuᏆe's

*࿅ ᴛᴀʟɪʙ ᴇ ᴅᴜ'ᴀᴀ 🤲🏻 ᴀᴅᴍɪɴ ᴛᴇᴀᴍ ࿅*

🌹 🔮 🌹

IL 📖 NOOR HAI🌷

17 Oct, 09:46


*💚 Cᴏ̶ᴍïทɢ Sᴏ̶ᴏ̶ท Ĵαรнทε Eïᴅ ε Gнαบรïγα ⑪ⱽᴵ Sнαяεεƒ 💚*

*❤️Sтαтบร Aรн`ααя ➛ Mεяε Gïγαяฟεε'ท ฟαℓε Pεεя Gнαบร ε Aαzαᴍ Dαรтαɢïя Tεяε Dαя Kα Mε Fαкεεя ❤️*

IL 📖 NOOR HAI🌷

17 Oct, 09:46


*💚 ĴบͧMบͧ`αͣH MบͧβαͣЯαͣK 💚*

*❤️ Sтαтบร Aรн'αя -> Kγบ Rαzα Mบรнкïℓ Sε Dαяïγε Ĵαβ Иαβï ﷺ Mบรнкïℓ Kнบรнα H๑ ❤️*

IL 📖 NOOR HAI🌷

17 Oct, 09:45


🌹✊🏻 یــــــــــــــــــــــــــا رسول الــــلّٰــــه ﷺ

*🌹🕯️I͓̽l͓̽m͓̽ ͓̽ N͓̽o͓̽o͓̽r͓̽ ͓̽H͓̽a͓̽i͓̽ ͓̽G͓̽i͓̽r͓̽l͓̽'͓̽s͓̽ ͓̽G͓̽r͓̽o͓̽u͓̽p͓̽ ❍*

*▣ FRIDAY 04/10/2024 ▣*
▬ ▭▭▭ ▭▭▭ ★ ▭▭▭ ▭▭▭ ▬
*▣ JUMUAH 30/03/1446 ▣*
▬ ▭▭▭ ▭▭▭ ★ ▭▭▭ ▭▭▭ ▬

*🇸🇦🌙 MAHE RABIUL AWWAL 🌙*

🌅 सुबह बेदार होते वक्त की दुआ ⁀➷

اَلْحَمْدُ لِلّٰهِ الَّذِىْ اَحْيَانَا بَعْدَ مَا اَمَاتَنَا وَالَيْهِ النُّشُوْرُ


*࿅ तर्जुमा ࿅* ➫ अल्लाह के लिए ही तमाम तारीफें हैं जिसने हमें जिंदा किया इसके बाद इसी ने मौत तारी ( दे दी ) कर दी थी और उसी की तरफ लौटना है।

नॉट ❁☞ *बन्दा जिस दिन नमाज नहीं पड़ता वह दिन उसके लिए मनहूस हो जाता है!..*

╭•∽–∽–∽–∽–∽–∽–∽•╮
┆ *Aᴀᴊ  Kᴀ  Pᴀɪɢᴀᴍ*
╰•∽–∽–∽–∽–∽–∽•╮

•••➲ *40 फ़रामीने मुस्तफ़ा ﷺ*

*³⁰क़क़हा की मज़म्मत :* हज़रते सय्यिदुना अबू हुरैरा رضى الله تعالى عنه से मरवी है कि अल्लाह عزوجل के महबूब, दानाए गुयूब, मुनज़्ज़हुन अनिल उयूब ﷺ इरशाद फ़रमाते हैं कहकहा शैतान की तरफ से है और मुस्कुराना अल्लाह عزوجل की तरफ से है।

*📗 40 फ़रामीने मुस्तफ़ा ﷺ सफह -62*

🧲https://instagram.com/ubaid_e_raza_official
• -------------------- •• ⊰❂⊱ •• ------------------- •
📡 https://t.me/majlis_e_khawateen

Tᵃˡⁱᵇ   ᵉ  ᵈᵘᵃᵃ  ᵃᵈᵐⁱⁿ  Tᵉᵃᵐ 
❏ ________________________________ ❏

IL 📖 NOOR HAI🌷

17 Oct, 09:45


*⚠️ 𝗦𝗧𝗔𝗧𝗨𝗦 𝗟𝗔𝗚𝗔𝗬𝗘, 𝗚𝗨𝗡𝗔𝗔𝗛 𝗞𝗔𝗠𝗔𝗬𝗘 ⚠️*

* Hai Na Tajjub Ki Baat Ki Bhala Koun Shakhs Hoga Jo Is Niyat Se Koi Message Aam Karen Jisse Use Gunaah Mile, Par Haqiqat Yahih Hai Niyat To Gunaah Ki Nahi Hoti Par Amal Hi Kuch Aisa Kartey Hai Jisse Woh Gunaah e Jaariya Wale Kaam Ho Jatey Hai, Ji Ha Sawab E Jaariya Ke Talluq Se Jo Deeni Post Hotey Hai Usme Aapko Likha Huwa Bhi Mil Jayega Ki Ise Share Karen Aur Sawab e Jaariya Kamaye Lekin Gunaah e Jaariya Wale Kaamon Ka Ilm Aapko Khud Hasil Karna Hoga.

Ek Song Hai *PUJTI HO'ON TUJHKO BHGWAN KI TARAH, TU CHHA GAYA HAI MUJH PE AASMAN KI TARAH* Ye Geet Hinda Ne Apne Whatsapp Status Par Rakha Jisse Khud Hinda Bhi Gunahgar Huwe Sath Aage Gunaah e Jaariya Ka Raasta Bhi Khol Diya.

Ye Geet Yaqinan Kufr Hai Jo Is Ko Padhte Hai Ya Khud Voh Status Par Rakhte Hai Vo Kafir Aur Murtad Hai Tamam Nek Aamal Barbad Ho Gaye Is Par Farz Hai Ke Fauran Bila Takhir Tauba Kare Aur Kalma Padh Kar Phir Se Musalman Ho Aur Tajdid E Nikah Kare(Ehteyatan, Kyu Ki Aulma E Kiram Ne Farmaya Ke Bivi Ke Fufr Se Nikah Batil Nahi Hoga) Aur Tajdid E Baiat Kare.

Is Ki Vajah Ye Hai Ke Is Sher Me Apne Mahboob Ko Khuda Ka Sharik Man Kar Uski Pooja Yani Uski Ibadat Ka Qasd Kiya Aur Kisi Ko Layaq E Ibadat Samjhna Ya Kisi Ki Pooja Karna Yaqinan Ye Shirk Hai Aur Islam Ke Pahle Kalima Hi Ka Inkar Hai

لا اله إلا الله محمد رسول الله ﷺ

Ya'ani AllaH ke Siva koi Ibadat Ke Layaq Nahi Aur Muhammad ﷺAllaH Ke Raool Hai

Or Agarche Aurat Is Ka Mana Va Matlab Na Janti Ho Fir Bhi Shirk Hai.

* Sharh E Fiqh E Akbar Safha 202 Me Hai :

اما اذا تکلم بكلمة الكفر و لم يدري انها كلمة كفر

Yaani Jab Kisi Ne Koi Kalma E Kufr Baka To Ye Kufr Ho Jaega Agarche Vo Ye Na Janta Ho Ki Ye Kalima E Kufr Hai

Gamzul Auyuno Val Basair Jild 2 Safah 207 Me Hai ;

و الجھل بالضروریات فی باب المکفرات لا یکون عذرا بخلاف غیرھا فانہ یکون عذرا علی المفتی بہ

Yaani Kufriyat Bakne Ke Bare Me Koi Shakhs Ye Bahana Kare Ki In Zarooriyate Deen Ko Mai Nahi Janta Tha To Is Uzr Ko Qubul Nahi Kiya Jayega, Kyu Ki Deen Ka Ilm Hasil Karna Farz Hai.

ھذا ماظھر لی واللہ تعالی اعلم بالصواب

WallaHu Aa'Lam Bis-SawaB

⚠️⚠️ Yaad Rahen..!! Ye Kisi Aik Gaane Ya Post Ki Baat Nahin Hai, Shayad Hi koi Gana Aisa Ho jisme Kufr Shamil Ho, Phir Gana Sunna Na-Jaiz Aur Naat e Mustafaﷺ Bada Sawab Ka Kaam Phir Banda Neqi Ko Chhod Gunaah Ki Taraf Kyun Bhagta Hai.

* Aapke YouTube(Google) Aur Mobile Ki Gellery Tak To Har Koi Nahin Pahuch Sakta Kam Se Kam Apne STATUS Ko To Paak Saaf Rakhen.
.
.
.
Gulaman-e-Khatam-Un-Nabiyyeen(ﷺ)
─┅━━━━━━✦✿✦◐✦✿✦━━━━━━┅─

IL 📖 NOOR HAI🌷

17 Oct, 09:44


☪️ 29 माहे रबी उल अव्वल बरोज़ जुमेरात 🗓️

IL 📖 NOOR HAI🌷

17 Oct, 09:40


सलीक ए ज़िन्दगी (Part -170)

अजनबी औरतों के साथ तनहाई इख्तियार करना :

रसूलुल्लाह ﷺ ने इरशाद फरमाया जिन औरतों के शौहर मौजूद न हों उनके पास न जाओ क्योंकि शैतान तुम्हारी रगों में खून की तरह दौड़ता है।

📙 तिरमिजी शरीफ जिल्द 1, पेज 140

नबी करीम ﷺ ने इरशाद फ़रमाया गैर औरत के पास जाने से दूर रहो, एक सहाबी ने अर्ज़ किया या रसूलल्लाह (ﷺ)! देवर के बारे में क्या इरशाद है ? *फ़रमाया "देवर तो मौत है।"*

*📙 तिरमिजी शरीफ जिल्द 1, पेज 140*

इन हदीसों से मालूम हुआ कि औरत बाइसे फ़ितना है तमाम बुराईयों की अस्ल है औरतों का गैरमहरम मर्दो के सामने बेहिजाब आना, बातचीत करना, हंसी मज़ाक करना हराम और गुनाहे अज़ीम है यूंही मर्दो का गैरमहरम औरत के पास तन्हाई में जाना, उनके साथ बातचीत करना, हराम, अशद गुनाह है आप खुद ही अन्दाज़ा कीजिए जब देवर के सामने भाभी को आने से या देवर को भाभी के पास जाने से मना किया गया तो गैर औरतों के पास जाना किस क़द्र ख़तरनाक और बाइसे गुनाह होगा!

✐°°•.... बाक़ी आगे पढ़ें.!

https://wa.me/917566980838•─•📲
📡 https://t.me/Aqaid_Cours
👨‍💻 ៚ Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

17 Oct, 09:39


*📑 𝗔𝗔𝗝 𝗞𝗔 𝗣𝗔𝗜𝗚𝗔𝗠*

*𝗔𝗔𝗢 𝗤𝗨𝗥𝗔𝗔𝗡 𝗘 𝗣𝗔𝗔𝗞 𝗞𝗘 𝗡𝗢𝗢𝗥 𝗦𝗘 𝗔𝗣𝗡𝗘 𝗗𝗜𝗟♥️ 𝗞𝗢 𝗥𝗢𝗦𝗛𝗔𝗡 𝗞𝗔𝗥𝗘𝗡.:*

*𝗧𝗢𝗣𝗜𝗖* : •  *"DARS-1099 (SURAH HAJJ)"*

🅑🅨 : • 🎙️ *𝗠𝗨𝗙𝗧𝗜 𝗔𝗦𝗜𝗙 𝗔𝗕𝗗𝗨𝗟𝗟𝗔𝗛 𝗤𝗔𝗗𝗥𝗜 𝗦𝗔𝗛𝗔𝗕*

👨‍💻 IS PAIGAM KO KHUD BHI SUNE OR APNE FAMILY'S AND FRIEND'S KO SHARE KARKE APNE LIYE SADKA E JAARIYA BNAYE.

بہت بہت شکریہ جزاک اللہ---🌹

📡 https://t.me/Pyara_islam_786

*ᴛᴀʟɪʙ ᴇ ᴅᴜ'ᴀᴀ 🤲🏻 ᴀᴅᴍɪɴ ᴛᴇᴀᴍ*

  🌹 🔮 🌹

IL 📖 NOOR HAI🌷

17 Oct, 09:38


Namaz Course (Part-193)

Namaz Kay Wajibaat :

{21.} Salam Ferne Me Dono Taraf Salaam Ferte Waqt Lafz Assalam Kahna Dono Baar Wajib Hai Aur Iske Aage Jo Kahte Hain Woh Sunnat Ke Darze Me Hai Agar Koi Sirf Assalam Kah Ke Salaam Fer Diya To Namaz Ho Jayegi Haan..!! Sunnat Ka Sawab Nahi Milega Aur Agar Koi Assalam Kahna Hi Bhool Gaya Aur Salaam Fer Chuka Tha To Agar Namaz Todne Wala Amal Nahi Kiya Hai To Sajda E Sahaw Kar Le Nahi To Namaz Wajibul Ia'aadah Hogi.

{22.} Witr Ki Namaz Me Duaa e Qunoot Se Pahle Takbeer e Qunoot Yani الله اکبر Kahna Wajib Hai Agar Bande Ne Jan-Boojh Kar Takbeer Nahi Lagai To Namaz Wajibul Ia'adah Hogi Aur Agar Bhool Gaya Tha To Sajda E Sahaw Wajib Ho Jayega.

{23.} Witar Me Duaa e Qunoot Padhna Wajib Ke Darze Me Hai Koi Aur Duaa Bhi Padh Li To Ye Wajib Ada Ho Jayega Lekin Duaa E Qunoot Hi Padhna Sunnat Hai.

Continue...

https://t.me/Namaz_Course
👨‍💻 ៚ Ubaid e Raza Official

IL 📖 NOOR HAI🌷

17 Oct, 09:38


🌴 •┄┅┅┅┅┅❂ ❀ ﷽ ❀ ❂┅┅┅┅┅┈•🌴

اَلصَّلوٰةُ وَالسَّلَامُ عَلَیۡكَ يَـــــــــــــــــــــــــــارَسُوۡلَ اللّٰهِ ﷺ

*🌹 सीरते मुस्तफा صلی اللہ علیہ وآلہ وسلم*

❘༻ *पोस्ट नम्बर :- 718* ༺
इक्कीसवां बाब
*❝ उम्मत पर हुज़ूर ﷺ के हुक़ूक़ ❞*
••─────────•◦❈◦•─────────••
*हम गरीबों के आक़ा पे बेहद दुरूद*
*हम फकीरों की सरवत पे लाखों सलाम*

࿐ *{4} महब्बते रसूल : महब्बते रसूल की निशानियां -*
वाज़ेह रहे कि महब्बते रसूल ﷺ का दा'वा करने वाले तो बहुत लोग हैं। मगर याद रखिये कि इस की चन्द निशानियां हैं जिन को देख कर इस बात की पहचान होती है कि वाकेई इस के दिल में महब्बते रसूल का चराग़ रौशन है। इन अलामतों में से चन्द येह हैं :

(1) आप के अक्वाल व अफ्आल की पैरवी, आप की सुन्नतों पर अमल, आप के अवामिर व नवाही की फ़रमा बरदारी, ग़रज़ शरीअते मुतह्हरा पर पूरे तौर से आमिल हो जाना।

(2) आप का ज़िक्र शरीफ़ ब कसरत करना, बहुत ज़ियादा दुरूद शरीफ़ पढ़ना, आप के ज़िक्र की मजालिसे मुक़द्दसा मसलन मीलाद शरीफ और दीनी जल्सों का शौक़ और इन मजालिसे मुबारका में हाज़िरी।

(3) हुज़ूर ﷺ और तमाम उन लोगों और उन चीज़ों से महब्बत और उन का अदबो एहतिराम जिन को रसूलुल्लाह ﷺ से निस्बत व तअल्लुक हासिल है। मसलन सहाबए किराम, अज़्वाजे मुतहरात, अहले बैते अत्हार رِضْوانُ اللّٰهِ عَلَیْهِمْ اَجْمَعِیْن शहरे मदीना, क़ब्रे अन्वर, मस्जिदे नबवी, आप के आसारे शरीफ़ा व मशाहदे मुक़द्दसा, कुरआने मजीद व अहादीसे मुबारका, सब की ता'ज़ीम व तौकीर और इन का अदबो एहतिराम करना।

(4) हुज़ूर ﷺ के दोस्तो से दोस्ती और इन के दुशमनों या'नी बद दीनों, बद मज़्हबों से दुश्मनी रखना।

(5) दुन्या से बे रग़्बती और फ़क़ीरी को मालदारी से बेहतर समझना। इस लिये कि रसूलुल्लाह ﷺ का इरशाद है कि मुझ से महब्बत करने वाले की तरफ़ फ़क्रो फ़ाक़ा इस से भी ज़ियादा जल्दी पहुंचता है जैसे कि पानी का सैलाब अपने मुन्तहा की तरफ।

*📬 क़िताब :- सीरते मुस्तफा ﷺ सफ़ह - 836 📚*

*📮NexT ◍* आगे इन्शाअल्लाह तआला जारी रहेगा.!

𝖏𝖔𝖎𝖓 𝕲𝖗𝖔𝖚𝖕🪀https://wa.me/917566980838

*☝🏻 हमारी दावत सच्चे दीन की तरफ.. { इस्लाम }*
*📝 आओ इ़ल्म -ए- दीन सीखें और सिखाए.!✍🏻*
✜─━━━━━━━ ▣▣ 🥏 ▣▣ ━━━━━━━─✜

1,170

subscribers

5,405

photos

4,863

videos