*⛅दिनांक - 25 नवम्बर 2024*
*⛅दिन - सोमवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2081*
*⛅अयन - दक्षिणायन*
*⛅ऋतु - हेमन्त*
*⛅मास - मार्गशीर्ष*
*⛅पक्ष - कृष्ण*
*⛅तिथि - दशमी रात्रि 01:01 नवम्बर 26 तक तत्पश्चात एकादशी*
*⛅नक्षत्र - उत्तराफाल्गुनी रात्रि 01:24 नवम्बर 26 तक तत्पश्चात हस्त*
*⛅योग - विषकम्भ दोपहर 01:12 तक तत्पश्चात प्रीति*
*⛅राहु काल - प्रातः 08:22 से प्रातः 09:43 तक*
*⛅सूर्योदय - 07:04*
*⛅सूर्यास्त - 05:49*
*⛅दिशा शूल - पूर्व दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:15 से 06:08 तक*
*⛅अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:05 से दोपहर 12:48 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:01 नवम्बर 26 से रात्रि 12:53 नवम्बर 26 तक*
*⛅विशेष - दशमी को कलंबी शाक खाना त्याज्य है | (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🔹सावधानी से स्वास्थ्य 🔹*
*🔹किसी को वायु और गैस की तकलीफ ज्यादा हो तो उसे आलु, चावल और चने की दाल आदि का परहेज रखना चाहिए । ये वायु करते हैं । वायु का रोगी दूध पिये तो एक-दो काली मिर्च डालकर पियें ।*
*🔹सामान्य रूप से भी चावल, आलू आदि ज्यादा न खाएं नहीं तो आगे जाकर बुढ़ापे में जोड़ों का दर्द पकड़ लेगा । जो बीमारी होने वाली है, उससे बचने के लिए पहले से ही सावधान रहें ।*
*🔹चाय-कॉफी, कोल्डड्रिंक्स आदि नशीली वस्तुओं से बचना चाहिए । आहार ऐसा हो कि आपका शरीर तंदुरुस्त रहे । विचार ऐसे करो कि मन पवित्र रहे ।*
*🔹एक गिलास गुनगुने पानी में थोड़ा संतकृपा चूर्ण एवं शहद डाल दें । मुँह में अदरक का टुकड़ा चबाएं, ऊपर से यह शहदवाला पानी पी जायें और थोड़ा घूमें । इससे शरीर का वजन नियंत्रित हो जायेगा ।*
*🔹जिनकी उम्र 40 साल से ज्यादा है उनकी रोग प्रतिकारक शक्ति बनी रहे इसके लिए ‘रसायन चूर्ण’ का सेवन करना चाहिए । आँवला, गोखरू एवं दूसरी तीन-चार चीजें मिलाकर रसायन चूर्ण बनता है ।*
*ऋषि प्रसाद, जनवरी 2002*
*(‘रसायन चूर्ण’ संत श्री आशारामजी आश्रमों, समितियों के सत्साहित्य सेवा केन्द्रों तथा आश्रम E-store : https://www.ashramestore.com/ से प्राप्त कर सकते हैं ।)*