जैसा कि सभी को पता है , ‘जेएनयू क्लासरूम के क़िस्से’ सीरिज़ की सभी कड़ियों को लोगों की भरपूर सराहना मिली ।जेएनयू के नाम से बहुत से क़िस्से कहानी उपन्यास और कविताएँ पाठकों के बीच में आती रही है ।लेकिन ये कड़ियाँ केवल मनोरंजन भर नहीं है, भाषा , संवेदना , शिल्प आदि सभी आधारों पर एक नवीन प्रयोग है । जेएनयू के क्लासरूम को पाठकों तक पहुँचाने के माध्यम रहे हैं देवीलाल जी गोदारा। भाषा का सहज और सधा हुआ प्रयोग ,कम शब्दों में सटीक बात कहने की कला इसने सीखी जानी चाहिए।
ज्ञातव्य है कि आपको ये कड़ियाँ इसी प्लेटफ़ार्म पर पीडीएफ़ फॉर्मेट में उपलब्ध करवायी जा रही है
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