दिलोंके दरमियाँ😍❤️ @happinesmantra Channel on Telegram

दिलोंके दरमियाँ😍❤️

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लफ़्जों मे ताक़त होती हैं , जज्बात बताने की
इसीलिए हर शायर की शायरी पर सुनाई देती हैं बौछार तालियों की।
Collection of thoughts, mixture of feelings
We write to touch your bottom of heart through what we feel, what we experience 💓

दिलोंके दरमियाँ😍❤️ (Hindi)

दिलोंके दरमियाँ😍❤️ चैनल एक सुंदर संग्रह है जो शायरी के माध्यम से जज्बातों को व्यक्त करता है। यहाँ आपको विभिन्न शायरों की शायरी सुनने को मिलेगी जो आपके दिल की तक हिला सकती है। हर लफ़्ज़ में भावनाओं की गहराई होती है और यहाँ आपको उसी गहराई को महसूस करने का मौका मिलेगा। happinesmantra चैनल आपके दिल को छूने के लिए लिखता है, जो हम महसूस करते हैं, जो हमारे अनुभव होते हैं। इस चैनल में भावनात्मक और सुंदर शायरी का एक अद्वितीय संग्रह है जो आपके दिल को छूने के लिए बनाया गया है।

दिलोंके दरमियाँ😍❤️

06 Jan, 10:16


जज्बात बदलते हैं या जज्बे बदलते हैं,
इंसान बदलता हैं या हालात बदलते हैं,
वक्त बदलता हैं या किस्मत बदलती हैं,
मंजिल बदलती हैं या रास्ते अपना रुख बदल लेते हैं,
ये सब सोचते क्यों रहना हैं,
हम सोचते रह जाते हैं और कोई और अपना कल बदल लेता हैं।

❤️ वृंदा ❤️

दिलोंके दरमियाँ😍❤️

26 Dec, 12:03


काश तुम कभी मुझे समझ पाते,
काश तुम कभी मिले ही नही होते,
काश मै कभी तुम्हे अपनाती ही नहीं,
काश मै अपना दिल तुमको देती ही नहीं,
तो आज यू तन्हाइयो में मै रोती नही,
सबके बीच हो कर भी कभी खुदको अकेली समझती नहीं,
टूट कर इस तरह बिखर जाती नहीं।

❤️ वृंदा ❤️

दिलोंके दरमियाँ😍❤️

22 Dec, 16:43


सब कुछ कर लेना पर कभी मुहोब्बत ना करना,
चलो हो ही गई मुहोब्बत तो फिर इजहार ना करना,
इजहार भी कर दिया...?
अब तुम ऐसा करो,
आदत डाल लो,
अब तो चलता ही रहेगा रूठना, मनाना, रोना , मुस्कुराना, बैचेन रहना , मदहोश होना ।


❤️ वृंदा ❤️

दिलोंके दरमियाँ😍❤️

14 Dec, 17:55


मुझे नही पता हैं,
कोई मुझे खोकर खुश है ,
कोई मुझे पाकर दुःखी हैं,
खोना पाना तो चलता रहता हैं,
जिंदगी में आए थे तब भी अकेले थे,
विदा लेंगे तो भी अकेले ही रहेंगे,
तुमने मुझे छोड़ना चाहा हैं तो,
यकीनन नुकसान तुम्हारा हैं,
मैं तुम्हे मुस्कुराती ही मिलूंगी,
हर पल खुश ही दिखूंगी,
अपने अंदर पूरी दुनिया को समेटे ही,
मैं तुम्हे दुनिया की सबसे खुश इंसान दिखूंगी।

❤️ वृंदा ❤️

दिलोंके दरमियाँ😍❤️

03 Dec, 17:18


माना सौ मर्ज हैं मेरी इस जिंदगी में,
पर मेरे हर मर्ज की दवा इक तुम हो।
माना अश्क आंखोंसे निकलनेको कई वजह हैं,
पर जो मेरी मुस्कान और अश्कों को मिला सके वो तिलिस्म इक तुम हो।

❤️🖤 वृंदा 🖤❤️

दिलोंके दरमियाँ😍❤️

11 Nov, 03:02


हमने तो क़िर्तास पर महज आसुओंकी कुछ बूंदे छलकाई थी,
न जाने क्यों लोगोने नादानी में वाहवाही कर दी।

❤️ वृन्दा ❤️

#Repost

दिलोंके दरमियाँ😍❤️

28 Sep, 18:15


तमीज से बात कीजिए जनाब,
तहजीब हम भी नही भूलेंगे।

❤️ वृंदा ❤️

दिलोंके दरमियाँ😍❤️

28 Sep, 16:43


माना की तुमसे बेपनाह, बेहद मुहोब्बत करते हैं,
पर बात दर असल ये हैं की,
हम को खुदसे जरा जादा ही मुहोब्बत हैं|

❤️ वृंदा ❤️

दिलोंके दरमियाँ😍❤️

28 Sep, 16:40


ये दिल्लगी का आलम है साहब,
जानते हैं जल जाएंगे,
पर फिर भी दिल तुमसे ही हम लगाएंगे जनाब।

❤️ वृंदा ❤️

दिलोंके दरमियाँ😍❤️

27 Sep, 16:30


किसीको फरक नही पड़ता है की,
तुम कैसे हालात में हो,
क्या सोचते हो,
इसीलिए खुदके लिए जियो,
खुद के दम पर जियो।

❤️ वृंदा ❤️

दिलोंके दरमियाँ😍❤️

25 Sep, 17:22


वो आफाक के पसारे से मुझे तिलिस्म ढूंढ निकाल ना हैं,
के मेरी मां फिर मेरे पास लौट आए ऐसा कोई करिश्मा करके दिखलाना हैं।

❤️ वृंदा ❤️

दिलोंके दरमियाँ😍❤️

25 Sep, 16:50


तरब का माहौल हैं हर तरफ,
हम एक तरफ है, हमारी जान एक तरफ।

❤️ वृंदा ❤️

Tarab - Joy

दिलोंके दरमियाँ😍❤️

25 Sep, 16:45


रात गहरी होती जायेगी,
यादें और ज्यादा तेजी से हावी होती जायेगी।

शुभ रात्रि दोस्तों।

❤️ वृंदा ❤️

दिलोंके दरमियाँ😍❤️

24 Sep, 17:57


लो आज तो हद ही होगई,
मेरे गैर मौजूदगी मै तो उसके बाल उसके लबों को छू ही लेते हैं,
आज मेरे सामने उन्होंने ये हिम्मत करली,
शामत तो आनी ही थी ना..।

❤️ वृंदा ❤️

दिलोंके दरमियाँ😍❤️

24 Sep, 17:52


उसके लबों पर कुछ हीरे जैसा चमक रहा था,
मैने चुरा लिया।🙈🙈🙈

❤️ वृंदा ❤️

दिलोंके दरमियाँ😍❤️

24 Sep, 17:28


वो कुछ बता रही थी,
पर मैं उसके कांपते होठों को देख रहा था,
सवाल पूछा उसने की सुन भी रहे हो बताओ क्या बोला मैंने?
बचना चाहता था, उसके लबों को ही कैद कर लिया मैने।

❤️ वृंदा ❤️

दिलोंके दरमियाँ😍❤️

24 Sep, 17:24


हाथोंसे तो तुम किसे भी छू लोगे,
किसीको अपनी अदाओंसे छू पाओ तो बताना,
मुहोब्बत तो किसीसे भी करलोगे ,
खुदसे मुहोब्बत बेपनाह निभा पाओ तो बताना।

❤️ वृंदा
❤️

दिलोंके दरमियाँ😍❤️

24 Sep, 17:21


मै रोना चाहती हूं,
पर रोया कैसे जाता हैं भूल गई हूं।

❤️ वृंदा ❤️

दिलोंके दरमियाँ😍❤️

24 Sep, 17:16


पता नही क्यों पर खुद को ही बदली बदली सी लगती हूं,
अपनों में ही हूं, फिर भी ना जाने क्यों पराई सी लगती हूं,
हूं तो दृश्य ही , फिर भी ना जाने क्यों परछाई सी लगती हूं,
यू तो लाखोंकी भीड़ हैं आसपास , फिर भी ना जाने क्यों अकेली सी हूं।

❤️ वृंदा ❤️