जब हम संत महात्माओं के संग रहते हैं, तब हमारी आत्मा पवित्र होती है : पूज्य श्री Devkinandan Thakur Ji महाराज
पूज्य श्री देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज ने कथा में बताया कि जैसे शरीर स्वस्थ रखने के लिए हम पौष्टिक आहार लेते हैं, ठीक उसी प्रकार आत्मा की शुद्धि के लिए सत्कर्मों और सत्संग का आचरण आवश्यक है। जब हम अच्छे कार्य करते हैं और संत महात्माओं के संग रहते हैं, तब हमारी आत्मा पवित्र होती है।
महाराज श्री ने बताया कि सनातन बोर्ड का निर्माण अत्यंत आवश्यक है। हमें हमारे बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करना होगा। सनातन बोर्ड हमारी संस्कृति, परंपरा और धार्मिक मूल्यों को संरक्षित करने में मदद करेगा।
महाराज श्री ने कहा हम सनातनियों को हमारे बच्चों को ग्रंथों की शिक्षा देनी चाहिए, जिससे हमारे बच्चे जीवन के प्रति सही दृष्टिकोण अपनाएं। हमें अपने बच्चों को संस्कारों और मूल्यों की सही शिक्षा देनी चाहिए। हम सनातनियों की जिम्मेदारी है कि अपने बच्चों को रामायण और गीता की शिक्षा देकर उन्हें उज्जवल भविष्य की ओर प्रेरित करें।
महाराज श्री ने जयपुर हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि हमारी भगवान से प्रार्थना है कि वे इस कठिन समय में पीड़ित परिवारों को शक्ति प्रदान करें। उन सभी के लिए हमारी गहरी संवेदनाएं हैं जो इस दुर्घटना से प्रभावित हुए हैं।
महाराज श्री ने बताया जो-जो चाहता है कि उनके जीवन में कल्याण हो, वो सभी प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ में कल्पवास करें। महाकुंभ में कल्पवास करने से न केवल तन-मन शुद्ध होता है, बल्कि आत्मा को भी दिव्य अनुभव होता है।
श्रीमद्भागवत कथा एवं नववर्ष कार्यक्रम का भव्य एवं दिव्य आयोजन
श्रीमद्भागवत कथा: (24 से 30 दिसंबर 2024)
(समय : दोपहर 3.30 बजे से)
कथा स्थल: कॉपोरेट पार्क ग्राउंड, सेक्टर-29, पेथपाड़ा मेट्रो स्टेशन के पास, खारघर गुरुद्वारा के सामने, #खारघर नवी #मुंबई
नववर्ष कार्यक्रम: (31 दिसंबर 2024)
समय : रात्रि 9 बजे से
स्थान: कॉपोरेट पार्क ग्राउंड, सेक्टर-29, पेथपाड़ा मेट्रो स्टेशन के पास, खारघर गुरुद्वारा के सामने, खारघर नवी मुंबई
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