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हम तो बस कलम से दिल का हाल लिखते है,

और लोग कहते है कि आप कमाल लिखते है..!!💞

ᴏʀɪɢɪɴᴀʟ ᴄᴏɴᴛᴇɴᴛ ɴᴏ ᴄᴏᴘʏ ᴘᴀꜱᴛᴇ✍️

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बेख्याली...💝 (Hindi)

बेख्याली...💝 एक टेलीग्राम चैनल है जो कलम से दिल का हाल लिखने के बारे में है। यहां लोग अपने विचार और भावनाएं शेयर करते हैं और अपनी रचनाएं प्रकाशित करते हैं। चैनल पर मौजूद ऑरिजिनल कंटेंट को नकल और पेस्ट नहीं किया जाता है, जिससे यह एक अद्वितीय स्थान है जहां कलाकारों को अपनी स्वतंत्रता मिलती है। इस चैनल को ज्वाइन करने के लिए आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके जुड़ सकते हैं। आइए, इस कलम की जादू में खो जाएं और अपने भावों को शब्दों में व्यक्त करें। चैनल से जुड़ने के लिए कांटेक्ट करें @Rajangupta07_bot

बेख्याली...💝

26 Jan, 09:54


न जाने कितनी ही बारी काम ये हम कर जाते हैं,

तुमसे ही जिंदा होते हैं, तुम पर ही मर जाते हैं.!

~🫰🌻

बेख्याली...💝

26 Jan, 03:40


On This 26 January
_♡____
Let us remember the Heritage Of INDIA And Promise to Keep Our Fing Flying High !!

Happy Republic Day!! 🇮🇳

बेख्याली...💝

24 Jan, 02:14


↘️

ठहरी ठहरी सी तबीयत में रवानी आई,
आज फिर याद मोहब्बत की कहानी आई,

आज फिर नीँद को आँखों से बिछड़ते देखा,
आज फिर याद कोई चोट पुरानी आई!

मुद्दतों बाद चला उनपे हमारा जादू
मुद्दतों बाद हमें बात बनानी आई!

~🫰

बेख्याली...💝

22 Jan, 02:27


अपना रवैय्या वही रहा ग़ुर्बतों में भी,
लहज़े में गिरावट मुझे मंजूर ही नहीं!

~🎮
    

बेख्याली...💝

20 Jan, 11:33


ख्वाबों का रंगीन होना गुनाह है
इंसान का जहीन होना गुनाह है,

कायरता समझते हैं लोग मधुरता को
जुबान का शालीन होना गुनाह है,

खुद की ही लग जाती है नजर
हसरतों का हसीन होना गुनाह है,

लोग इस्तेमाल करते हैं नमक की तरह
आंसुओं का नमकीन होना गुनाह है,

दुश्मनी हो जाती है मुफ्त में सैंकड़ों से,
इंसान का बेहतरीन होना गुनाह है।


~☂️

बेख्याली...💝

20 Jan, 07:56


उसकी किताबो में सिर्फ पेड़ों की सूखी पत्तिया भरी पड़ी थी,जाने कैसे लोग हैं,पेड़ से गिरे सूखे पत्तों को भी बरसों सहेज लेते हैं,अगर इनके हिस्से फूल आ जाते तो ना जाने ये क्या करते...!

बेख्याली...💝

19 Jan, 04:49


जूनून की हद् तुम्हें तय करता हूँ।
नाक की नथ तो सामने है,
कानों में छुपे झुमकों से इश्क़ करता हूँ।
तुम सामने हो ,लबों पर खामोशी आती है।
धीरे धीरे फिर यूँ आंखों से शरारत करता हूँ।
वफ़ा बेवफ़ा तो जमाना तय करता है।
मैं तो बस जुनून की हद तक तुम्हे मोह्हबत करता हूँ।
रुकना तो सोच लेना ।
छोड़ता नही मैं, गर बाहों में भरता हूं।
आदतन तुम धीरे धीरे सो जाया करती हो।
सारी सारी रात मैं तुम्हे देखा करता हूँ।

~अभि🫰

बेख्याली...💝

18 Jan, 15:13


एक दफ़ा जिसे छूने के लिए मैंने घण्टों समय बिताया था!
उसकी चाहत की कसक सिर्फ़ वही समझ पाया था!
मैंने तो बस एक दफ़ा पलटकर मुस्कुराया था!
मोह्हबत का हर फ़र्ज़ उसने निभाया था!
मैं समझी मैं एक अंजान हूँ उसके लिए,
मग़र वो तो मुझे छोड़ने मेरे शहर तलक आया था!
खुदगर्ज़ मैं न जाने किस ज़माने से डरती रही,
मरकर एक रोज,वो तिरंगे में लिपट कर आया था!
आज फ़िर उस इंतज़ार में बैठी हूँ,
शायद आ जाए वो भीगता हुआ,जैसे एक रोज़ आया था!

       ~अभिमंद🩵

बेख्याली...💝

16 Jan, 17:11


"खुबसूरती" तो कुछ देर की है.....

"वफ़ा" सारी उम्र का किस्सा है....!!
Join 💫 ➪ @Be_khyali 💫

बेख्याली...💝

16 Jan, 15:36


बेख्याली...💝 pinned «जीवन ऐसा ही है... कोई किसी के लिए नहीं रुकता। लोग चले जाते हैं और खुश रहते हैं अगर आप अभी तक वहीं अटके हैं तो यह आपकी व्यक्तिगत दिक्कत है, उसे दोष देने से आपके भाग्य बदल नहीं जाएंगे। आगे बढ़ना सीखिए और किसी को इतना करीब मत आने दें कि आप स्वयं से ही दूर चले…»

बेख्याली...💝

16 Jan, 01:27


प्रेम की परम्परा है,

तुम्हे नम आँखों से खुद को विकल्प बनते देखना होगा!

~☺️

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13 Jan, 18:24


https://youtube.com/shorts/4DUjLwGjyzI?si=JcgUo6UN0sP1BeLr

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13 Jan, 15:30


इक उमर तक मैं उसको बड़ा क़ीमती रहा,

मैं अहम था,ये वहम था,बड़ी देर तक रहा…

~✈️

बेख्याली...💝

11 Jan, 17:36


हैरत करूँ, मलाल करूँ, या गिला करूँ,

तुम गैर लग रहे हो बताओ मैं क्या करूँ।

~🫰

बेख्याली...💝

10 Jan, 21:11


यूं नहीं, मैं इतना बेकार हुआ हूँ,

तुम्हारे जैसी ही, एक बला का शिकार हुआ हूँ!

~Abhiwrites❤️

बेख्याली...💝

09 Jan, 01:44


मैं वो शायर हूँ जो अश्क लिखता हूँ,
तुझे मैं हर वक़्त लिखता हूँ,

लिखता हूँ मैं तुझे इश्क़ सा,
हर अल्फाज तुझपे मदमस्त लिखता हूँ,

तू तस्सवुर है एक आईने सा,
उस आईने को मैं गुलाब लिखता हूँ,

तुम इश्क़ की परवान तो चढ़ो,
मैं तुम्हे सुबह और एक हसीं शाम लिखता हूँ!!

~🫰🌻

बेख्याली...💝

05 Jan, 18:53


कुछ विवशताओं के चलते रिश्ते भले बनते बिगड़ते हो मगर याद रखना प्रेम आसानी से खत्म नहीं हो पाता,खैर!..ये नफरत एक रात में तो नही पनपती...!

बेख्याली...💝

03 Jan, 05:50


हालातों की मार खायी मोहब्बत ,

ताउम्र  खयालातों में  जीती है!

~Abhiwrites🫰🌻

बेख्याली...💝

31 Dec, 18:31


💐🎉🪅 🎊

Ꭻᴏɪɴ 💫➥ @Be_khyali

बेख्याली...💝

29 Dec, 14:39


जीवन ऐसा ही है... कोई किसी के लिए नहीं रुकता। लोग चले जाते हैं और खुश रहते हैं अगर आप अभी तक वहीं अटके हैं तो यह आपकी व्यक्तिगत दिक्कत है, उसे दोष देने से आपके भाग्य बदल नहीं जाएंगे। आगे बढ़ना सीखिए और किसी को इतना करीब मत आने दें कि आप स्वयं से ही दूर चले जाएं। ध्यान रखें अपना। ©️

बेख्याली...💝

28 Dec, 15:50


किसी पहाड़ी की चोटी पर बैठकर कभी कभी सोचता हूं क्या है मेरे जीवन का लक्ष्य, कहां ठहरेगी मेरी जिंदगी, किस मंजिल की जद्दोजहद होगी मुझे। जब भी मैं कोई रात अकेले खुले आसमान के नीचे गुजारता हूं तो ऐसे ही अनायास से ख्याल आते हैं मेरे मन में। कब तक अनवरत चलते रहोगे किसी नदी की तरह?हर आने जाने वाली सांस भी अब मुझसे यही पूछती है कि "राज" तुम्हारा लक्ष्य क्या है? क्या कभी अपने मां-बाबू जी को वो खुशियां दे पाओगे जो वो चाहते हैं तुमसे, क्या उनकी खुशियों का अंश मात्र भी दे पाओगे? दे पाओगे अपने बाबू जी समाज में चार लोगों के साथ सीना तान कर बैठना का मौका?

बेख्याली...💝

27 Dec, 19:22


आजकल प्रेम के रिश्तों में जो वफादार है, लॉयल है, वही दुःखी रहता है और घुट-घुट कर जीवन को एक इनसिक्योरिटी में जीता है। परन्तु जो रिश्तों में चीटिंग कर रहा है, अलग-अलग पार्टनर के साथ सो रहा है, वही खुश रहता है और जीवन मे स्ट्रेस फ्री रहता है। समस्या यह है कि जब सामने वाला जान जाता है कि आप उनसे प्रेम करते हो तो वो इस मौके का फॉयदा उठाता है और सोचता है इसे कुछ भी बोल दो, इसके साथ जैसा भी सलूक कर दो, यह तो कहीं नहीं जयगा, मेरे पास ही रहेगा क्योंकि ये तो मुझसे प्रेम करता है। और इसी घुटन में जीवन एक अजीब तरह से बीत जाता है। ©️

बेख्याली...💝

27 Dec, 19:19


After 22 years of my life in this planet I realised them, NO ONE is more Loyal in life than your PARENTS.

"Impant NO ONE"

बेख्याली...💝

27 Dec, 17:30


मेरी मोहब्बत के दायरे समझो,

मुझे पत्थर कहना, आसान बहुत है!

चाँद कहाँ रुकता है धरती पर आकर,

चांद तो चांद है,चांद के आसमान बहुत है!!

~Abhiwrites 🌚

बेख्याली...💝

25 Dec, 06:52


एक मंजिल है,
जो फिदा है हम पर...

और एक हम है,
जिसे सफर की आदत है....!!

~🫰

बेख्याली...💝

25 Dec, 01:27


सर्दियों की रातें और चारों तरफ तनहाई का आलम
हम भी खूब सोते अगर तेरी बाहों में होते..💌

~Amit Pandey 💟

बेख्याली...💝

20 Dec, 17:05


Evergreen lines 💌

बेख्याली...💝

19 Dec, 03:13


मैं अपनी कहानी में तुम्हें,

दुनिया की आखिरी ख़ुशी लिखूंगा!

~🫰

बेख्याली...💝

14 Dec, 13:03


शनिवार शाम को वो उसका रूखापन,

मेरे इतवार को सोमवार कर देता है ...

~

बेख्याली...💝

12 Dec, 01:20


उसके सामने मेरा ज़िक्र तो करो,
चेहरे के रंग ख़ुद बतायेंगे मुक़ाम मेरा ।

~❤️🫰

बेख्याली...💝

03 Dec, 16:28


उससे मिलना मेरा कभी कभी रब की मर्जी लगती है,
उलझी है बहुत मगर वो कभी कभी बच्ची लगती है,
क्या नाम दूं मैं इस रिश्ते को जो अभी बना ही नहीं,
प्यार तो नहीं मगर हां बस वो मुझे अच्छी लगती है।

~🤍🫰

बेख्याली...💝

02 Dec, 01:43


मेरी आंखे तेरी तस्वीर से जा लगती हैं,
सुबह उठकर सब अख़बार नहीं पढ़ते है।

~🌻🫰

बेख्याली...💝

01 Dec, 11:48


कितने खुबसूरत हुआ करते थे बचपन के वो दिन,

सिर्फ दो उंगलिया जुडने से दोस्ती फिर शुरू हो जाती थी!!

~🌼🫰

बेख्याली...💝

26 Nov, 15:15


रंग बिरंगी इन रातों की, खामोशी मैंने देखी है!

एक भोली भाली लड़की की, सारी चालाकी मैंने देखी है!

देखा है ऐसा मंजर मैंने, कि मानो अब टूट गया हूँ,


लहरों से खाया है धोखा,मैं बीच समंदर डूब गया हूँ!!

~Abhiwrites❤️

बेख्याली...💝

25 Nov, 16:59


कुछ ऐसे, मुझे वो अपना बनाती है,

मेरे हर ख़्याल को ,आंखों की हया से छुपाती है!

मैं होने लगा, जिस दिन जरूरी सा उसे,

आते जाते दो कड़वी बात, मुझे सुनाती है!

~Abhiwrites🫰🌻

बेख्याली...💝

24 Nov, 16:07


ये किताबों के किस्से, ये फसानो की बातें,
निगाहों की झिलमिल जुदाई की रातें..
मोहब्बत की कसमें, निभाने के वादे,
ये धोखा वफ़ा का, ये झूठे इरादे..
ये बातें किताबी, ये नज्में पुरानी,
ना इन्की हकीक़त, ना इनकी कहानी..
न लिखना इन्हें, ना महफूज़ करना,
ये जज्बे हैं बस, इनको महसूस करना..!

~🩶

बेख्याली...💝

24 Nov, 16:03


Hello everyone

बेख्याली...💝

18 Nov, 14:25


कभी दिल को सताओगे तो दुहाई देगा,

तू मुझे दिल से पुकारे तो सुनाई देगा!

मैं सारे गीत लिख रहा हूं आसमानों पर,

सभी की छत से तेरा नाम दिखाई देगा!!

~अभि

बेख्याली...💝

18 Nov, 00:58


ये अदा ये शोखियाँ बादे-सबा से कम नहीं,
लग रहीं तुम आज साड़ी में बला से कम नहीं.

किसलिए ज़िद पे हो तुम, लब से वो अपने हाँ कहे,
मुस्कुरा के सर झुकाना भी रज़ा से कम नहीं.

अभि

बेख्याली...💝

17 Nov, 12:20


तेरी आहटों को, खबर है मेरे सब्र की!

तू कहाँ, गले लगाने को तड़पता है!

~Abhiwrites🫰

बेख्याली...💝

15 Nov, 06:53


कौन समझाए उन्हें इतनी जलन ठीक नहीं,
जो ये कहते हैं मेरा चाल-चलन ठीक नहीं।

जलो वहा, जहाँ उजाले की जरूरत हो,
उजालो में चिरागों की तपन ठीक नहीं।

~❤️

बेख्याली...💝

15 Nov, 00:57


मेरे जीवन वो संजीवनी हो तुम!
जिसे सिर्फ़ महसूस करके मन ख़ुश हो जाता है!

सुप्रभात🍀

~Abhiwrites🌻🫰

बेख्याली...💝

12 Nov, 03:03


वो शख्स भी फ़िज़ूल परेशान तो नहीं,
दिल से निकालना हमें आसान तो नहीं,

तुमको मै भूल जाऊंगा हो जाऊंगा मैं दूर,
देखो तुम्हारा इसमें भी नुकसान तो नहीं।

~🐻‍❄️

बेख्याली...💝

11 Nov, 17:47


taught me how to live life and then left me alone 🌹

बेख्याली...💝

08 Nov, 02:48


सुप्रभात राधेश्याम🍀

बेख्याली...💝

07 Nov, 03:22


हम एक जैसे जिद्दी थे जानते थे,

बिछड़ेगें तो कभी राब्ता ना करेंगे..!!

~⭐️

बेख्याली...💝

06 Nov, 11:25


ज़िन्दगी के धागे सुलझाना चाहता हूँ।
किसी बिखरे हुए शख्स के पास जाना चाहता हूँ।

मेरे सीने का जो दर्द पढ़ ले,बस उसे सीने से लगाना चाहता हूँ।
बर्बादी के किस्से छोड़ आबादी के गीत गुनगुनाना चाहता हूँ।

वैसे तो खुदा पर विश्वास रहा नहीं, पर उस शख्स को ख़ुदा बनाना चाहता हूँ।

हैरत होती कभी ख़ुद को सोच कर,उसे सोच सोच अब मुस्कुराना चाहता हूँ।

बीता कल बीती बातें, सब भूलकर उसे आज दिखाना चाहता हूँ।

पढ़कर जो मुझे दिल से मुस्कुराए,
मैं उसे अपने लफ़्ज़ों में लाना चाहता हूँ।

होता है जीना मरने से मुश्किल।
बस ये बात अब दुनिया को बताना चाहता हूँ।

#Abhiwrites

बेख्याली...💝

06 Nov, 03:12


Being good to the world is a path of your loneliness✌️

Good morning🌻🌀

~Abhiwrites🩵

बेख्याली...💝

05 Nov, 12:59


Maybe she's not interested

But I was deeply addicted 🥹❤️

बेख्याली...💝

31 Oct, 06:57


Happy Diwali 🪔🎇

बेख्याली...💝

29 Oct, 06:29


HAPPY DHANTERAS

May your life be filled with good
health, wealth and prsoperity.

#Bekhyali Team

बेख्याली...💝

28 Oct, 03:17


सब धुंधला और, पुराना हो जाता है,
जब महबूब का, किसी और से याराना हो जाता है!
कुछ कहते है, मोहब्बत में रखा नहीं कुछ!
फिर क्यों मोहब्बत में घायल, ये जमाना हो जाता है!
बेशक़ शिद्दत कितनी भी हो, किसी रिश्ते नाते में,
एक अरसे के बाद, सब पुराना हो जाता है!
लाख देखे हो संग ,सपने महलों और मीनारों के!
पर टूटे आशिक़ का, पहला घर मयखाना हो जाता है!

~Abhiwrites🩵

बेख्याली...💝

27 Oct, 17:32


हमारी बेबसी बोली है कुछ-कुछ
ये दुनिया तब कहीं समझी है कुछ-कुछ

जो सुनता है दिमाग़-ओ-दिल से यारो!
उसी से ज़िंदगी कहती है कुछ-कुछ

न उलझाओ फ़रेबों में हमें तुम
के दुनिया हमने भी देखी है कुछ-कुछ

कभी फ़ुर्सत हो तो सुन जाओ तुम भी
हमारी ख़ामुशी कहती है कुछ-कुछ

हमें बिछड़े ज़माना हो गया है
अभी भी मुझ में तू बाक़ी है कुछ-कुछ

उलझती है ये दिल वालों से अक्सर
ये दुनिया सरफिरी लगती है कुछ-कुछ

रचनाकार : अंबर खरबंदा

Ꭻᴏɪɴ ➥ @Be_khyali

बेख्याली...💝

24 Oct, 20:35


एक दीपक जलाऊंगा अपने उस बहन के लिए जो बिना खून के रिश्ते के भी मुझे भाई मानती हैं। 🪔

बेख्याली...💝

23 Oct, 02:03


महसूस किए जाते हैं एहसास जताए नहीं जाते,
                    
प्यार और परवाह वही है जो बताए नहीं जाते..!!

🦋🌻

सुप्रभात🍀

बेख्याली...💝

22 Oct, 19:48


आज मैने पहली बार पुरूषों के लिए ऐसी खुबसूरत रचना सुनी है एक महिला की ज़ुबानी।
इस महिला को हाथ जोड़कर शुक्रिया 🙏🏻 🙏🏻
Show : G Talks
Full show on youtube...

बेख्याली...💝

22 Oct, 03:20


बेहद सलीके से दिल तोड़ने का आदी है ,

ये इश्क़ बड़ा सुलझा हुआ आतंकवादी है...!!

सुप्रभात

~🌻

बेख्याली...💝

21 Oct, 20:20


हम सब इतने व्यस्त हैं।

बेख्याली...💝

20 Oct, 01:32


एक सलामी उन त्रिकालदर्शी लड़कियों के लिए भी , जो अविवाहित होकर भी आज हज़ारो जतन करके अपने बाबू शोना को हजार साल का बना देंगी!

#करवाचौथ2024

🐺

बेख्याली...💝

17 Oct, 07:46


Almost everything is ok✔️

But sometimes I miss you badly....☹️

~🌟

बेख्याली...💝

17 Oct, 04:30


मेरी मोहब्बत का यही आख़िरी पड़ाव है,

कि मैं जब रोऊँ तो तूझे आहट न हो,

मैं मुस्कुराउं झूठा और तुझसे बनावट न हो,

मैं दर्द लाख रखूँ सीने में ,मगर आहें न हो!

कि जब टूट कर  बिखरुं, तो तेरी बाहें न हो!

मेरी किसी तड़प में, तू शामिल न हो

इश्क़ सामने रहे,मग़र क़ामिल न हो

तेरी हर आजमाइश, मेरा ईमान बन जाए!

तुझे इतना चाहूं ,गुरूर में भगवान बन जाए!

~Abhiwrites🩶

बेख्याली...💝

15 Oct, 15:47


कोई मरहम कोई दवा नही,

इश्क की इश्क से बढकर कोई दवा नही।

~🌟

बेख्याली...💝

14 Oct, 16:11


काफी वक्त हो गया है मुझे अब समझ आ गया है कि कुछ दरारें जीवन में कभी भी नहीं भरती हैं तुम्हारे और मेरे बीच यह जो जो खालीपन और दूरियां है इनका कोई भी निदान नहीं है यह सारी उम्र चलने वाली एक प्रक्रिया थी !
अच्छा हुआ तुम मुझसे ज्यादा समझदार निकली तुमने समझा कि शायद समय रहते हम अलग हो जाए
तुमने निर्णय किया मैंने स्वीकार किया! शायद मेरा तुम्हारी चीजों को स्वीकार करना मेरी किताब का सबसे प्रमुख पन्ना रहा है हां लेकिन कुछ चीज थी जो हमेशा से तुम्हारी थी और हमेशा तुम्हारी ही रहेंगे वक्त कितना भी आगे निकल जाए रास्ते कितने भी जुदा हो जाए लेकिन जो दरार तुम छोड़ कर गई हो वह दरार कोई भर नहीं सकता!

#Review

~Abhiwrites

बेख्याली...💝

14 Oct, 12:52


A friend is Someone
who knows All about you
And still loves you!

~🫂

बेख्याली...💝

13 Oct, 16:08


ये जो चाय की चुस्की है।
बहुत कुछ कर जाती है।

किसी को तरोताजा कर जाती है।
तो किसी के मन को यादों से भर जाती है।

किसी को छूटा हुआ काम याद आ जाता है।
किसी को अभिमंद का नाम याद आ जाता है।

किसी को गुज़री हुई रात याद आ जाती है।
किसी को इश्क़ में अधूरी बात याद आ जाती है।

किसी को मोह्हबत का कलाम याद आ जाता है।
किसी को पहली मोहब्बत का नाम याद आ जाता है।

किसी को भूले बिसरे पल याद आ जाते है।
हम चुस्की लेते है,तो तेरे लब याद आ जाते है।

                 ~Abhiwrites🩵

बेख्याली...💝

13 Oct, 12:10


एक दफ़ा जिसे छूने के लिए मैंने घण्टों समय बिताया था!
उसकी चाहत की कसक सिर्फ़ वही समझ पाया था!
मैंने तो बस एक दफ़ा पलटकर मुस्कुराया था!
मोह्हबत का हर फ़र्ज़ उसने निभाया था!
मैं समझी मैं एक अंजान हूँ उसके लिए,
मग़र वो तो मुझे छोड़ने मेरे शहर तलक आया था!
खुदगर्ज़ मैं न जाने किस ज़माने से डरती रही,
मरकर एक रोज,वो तिरंगे में लिपट कर आया था!
आज फ़िर उस इंतज़ार में बैठी हूँ,
शायद आ जाए वो भीगता हुआ,जैसे एक रोज़ आया था!

       ~अभिराइट्स🩵

बेख्याली...💝

12 Oct, 15:50


Ꭻᴏɪɴ 💫➥ @Be_khyali

बेख्याली...💝

12 Oct, 12:55


जीवन के संघर्ष में, कुछ ऐसा काम करो!

मारो मन के रावण को,दुनिया में अपना नाम करो।

~Abhiwrites🫰🌻

बेख्याली...💝

09 Oct, 19:57


जिस्म से जिस्म का रिश्ता क्या है
सब समझते हैं बताना क्या है

मौत से पूछ रहे हैं कुछ लोग
ज़िंदा रहने का तरीक़ा क्या है

आजकल तो वक़्त को भी पता नही
वक़्त का अगला निशाना क्या है

एक मरता हुआ किरदार हो तुम
अब कहानी में तुम्हारा क्या है

चलो दुनिया से पता करते हैं
हमने दुनिया का बिगाड़ा क्या है

कितने रंगों से भरी है दुनिया
इतने रंगों में हमारा क्या है

वो मुलाक़ात की हसरत क्या थी
ये बिछड़ने का तरीक़ा क्या है

पढ़ने वाला तो यही देखेगा तुमने काग़ज़ पे लिखा क्या है...


𝗕𝘆 ➸   @Be_khyali

बेख्याली...💝

07 Oct, 14:37


कॉलेज में इतवार से चिढ़ने वाला इश्क,

ऑफिस में इतवार की राहें तकता है।।

बेख्याली...💝

04 Oct, 15:27


एक वक्त था जब तू मुझे खोने के ख्याल से डरता था,
एक आज है जब शायद ग़लती से भी कभी ख्याल नहीं आता,
एक वक्त था जब तू मुझे एक पल न देख कर बेचैनी हो उठती थी,
एक आज है जब मेरे सामने से तू अंजान सी गुजर गयी!
एक वक़्त था जब हम पता एक करना चाहते थे,
एक आज है मेरा वजूद लापता सा  हो गया है!
सालों साल गुजर रहे है, कभी कभी लगता है मैं दिन ब दिन किसी गहरे कुएं में जाता जा रहा हूँ!
रह रह कर उठती है कभी तुझे देखने की चाहत ,कभी तुझसे मिलने की तमन्ना, कभी साथ हँसना ,कभी तुम्हारे छूअन का एहसास करना,
फिर अंततः पाता हूँ ख़ुद को इस वीरान दुनिया का खामोश सिपाही,

            तुम्हारा, अंजान प्रेमी


~Abhiwrites 🩵

बेख्याली...💝

04 Oct, 15:01


एक रोज़ बरस जाओ न मुझपे,
यूँ रोज़ रोज़ मुँह बनाने से मुँह टेड़ा न हो जाए!

बेख्याली...💝

03 Oct, 02:30


नवरात्रि स्थापना की हार्दिक शुभकामनाएं
माँ दूर्गा आपकों और आपके परिवार को सुख शांति, यश, सम्पदा और कीर्ति प्रदान करे l
शक्ति की आराधना के पावन पर्व 'नवरात्रि' की समस्त भक्तों को शुभकामनाएं।

माँ भगवती के आशीष से विश्व में सकारात्मक ऊर्जा और नवीन शक्ति का संचार हो। समता, बंधुत्व और समरसता की भावना का विकास हो, लोक कल्याण का पथ प्रशस्त हो।

माँ की कृपा समस्त जगत को प्राप्त हो।

जय माता दी।

🙏🙏

~Abhiwrites

बेख्याली...💝

02 Oct, 11:28


वही छीन लेता है,मुस्कान चेहरे की!

जिसे बता दिया जाए, कि तुम जरूरी हो !!

~🫰🩶

बेख्याली...💝

27 Sep, 02:59


यहाँ तकलीफ भी है, और शोर भी,

मुझमे हिम्मत भी है, और हूँ कमजोर भी'

ऐसे तो, तुम खो दोगे मुझे....

ऐसे तो ,तुम खो दोगे मुझे....

तुम्हें मैं चाहिए, फिर कोई और भी!

~चेतना🫰

बेख्याली...💝

25 Sep, 07:05


!!मुलाकात का वक़्त हो गया!!

एक जमाना गुज़र गया ,अब मुलाकात चाहिए!
अब तक जिया यादों में,अब हक़ीक़त की सौगात चाहिए!!
वक़्त फिसल रहा है रेत सा, बचा हुआ तेरे साथ चाहिए!
सावन आ रहे जा रहे ,अब साथ की एक बरसात चाहिए!!
रातों का काफी उधार हो गया,सुकूँन की एक रात चाहिए!
ज़िन्दगी जीने का दिल करे,ऐसी एक शुरुआत चाहिए!!
सबको सुधरा सुधरा लगूं, ऐसे कुछ हालात चाहिए!
जो सिर्फ मुझे मिल सके, कोई ऐसी एक खैरात चाहिए!!
माँ चाहती है पर बोलती नही,कि उन्हें अब एक बारात चाहिए!
अब तुम भी लिपट कर कह दो, कि एक मुलाकात चाहिए!!

❤️

~अभि🌻🫰

बेख्याली...💝

25 Sep, 02:23


किसी के एकांत को समझ पाने
का सबसे आसान तरीका हैँ
उसे गले लगा लेना!

सुप्रभात🌻
                  ~अभिनव कुमार

बेख्याली...💝

24 Sep, 11:33


साथी का क्या स्वरूप होना चाहिए!

कभी छांव सा कोमल,कभी कड़कती धूप होना चाहिए!

कभी नील सा अंबर, कभी बेरंग सा नीर होना चाहिए!

कभी गरजता बादल सा, कभी हवा सा धीर होना चाहिए!

हर साथी का ऐसा रूप होना चाहिए!

पड़े अगर वियोग में , तो भँवरे जैसा तीर होना चाहिए!

गर पड़े कभी संयोग में, तो बगुले जैसा धीर होना चाहिए!

विलासताओं का प्रेम में खून होना चाहिए,

जब जरूरत पड़े साथी का पहला हाथ होना चाहिए!

❤️

~Abhiwrites

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