मैं बस ये संतोष करके आगे बढ़ जाता हूँ कि उसकी अपनी मजबूरियां हैं, अपनी जिंदगी है अपने अनुभव हैं, अच्छे और बुरे का फर्क करना हमे जजमेंटल बना देता है मैं कभी खुदको जज नही होने देता और ना दूसरों को होने देता हूँ…
बस इतना जानता हूँ जियो और जीने दो...
जो आपको मिला वो आपके हिस्से ईश्वर का प्रेम था और जो नही मिला वो आपका दुर्भाग्य !!