अमरूद खाना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। सुबह खाली पेट अमरूद खाने से कब्ज की समस्या दूर होती है।
Guava Benefits: सुबह खाली पेट कुछ हेल्दी खाने की सलाह दी जाती है। ऐसे में कुछ लोग तरह-तरह के जूस, तो कुछ हेल्दी फूड खाते हैं। आज हम बात कर रहे हैं खाली पेट अमरूद खाने के फायदे के बारे। वैसे तो अमरूद संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन पाचन को बेहतर बनाने में अमरूद एक बेहतरीन फल है।
अमरूद में पोषक तत्व (guava nutrition)
अमरूद में प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट और फॉस्फोरस होता है। साथ ही यह डाइटरी फाइबर, पोटैशियम, विटामिन ए, विटामिन सी का भी अच्छा सोर्स होता है। इतना ही नहीं अमरूद में कैल्शियम, विटामिन बी6, मैग्नीशियम और आयरन भी कुछ मात्रा में पाया जाता है।
अमरूद वजन को नियंत्रण में रखने में मददगार है। अमरूद में फाइबर काफी अच्छी मात्रा में होता है, ऐसे में अगर इसे सुबह खाली पेट खाया जाए तो इससे लंबे समय तक भूख नहीं लगती है। साथ ही आप ओवरइटिंग से भी बचते हैं। इससे वजन नियंत्रण में रहता है, वजन कम करने में भी मदद मिलती है।
आजकल की खराब लाइफस्टाइल कई बीमारियों का कारण बनती है। इन्हीं में कब्ज मुख्य है। खाली पेट अमरूद खाने से कब्ज की समस्या में आराम मिलता है। अमरूद में मौजूद फाइबर मल को नरम बनाता है, इससे मल आसानी से निकल जाता है।
अनहेल्दी इटिंग हैबिट्स का सबसे ज्यादा असर हमारे पाचन तंत्र पर पड़ता है। इससे पाचन कमजोर होने लगता है, धीरे-धीरे कई समस्याएं पैदा होने लगती हैं। ऐसे में खाली पेट अमरूद खाना लाभदायक होता है। अमरूद में मौजूद तत्व पाचन क्रिया में सुधार करते हैं। पाचन तंत्र को मजबूत बनाते हैं।
बवासीर एक दर्दनाक बीमारी है, हर किसी को अपने जीवन में इसका सामना जरूर करना पड़ता है। बवासीर के दौरान मल त्याग में मुश्किल होती है, मल कठोर बन जाता है। ऐसे में मल त्याग को आसान बनाने के लिए अमरूद का सेवन लाभकारी होता है। अगर आप बवासीर से परेशान हैं, तो खाली पेट अमरूद का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। अमरूद बवासीर का एक बेहतरीन घरेलू उपाय है।
पेट की जलन शांत करे
अमरूद की तासीर बहुत ठंडी होती है, ऐसे में यह पेट की जलन शांत करने में कारगर है। पित्त प्रकृति के लोगों के लिए अमरूद का सेवन करना काफी फायदेमंद होता है। साथ ही यह पाचन में भी आसन होता है।
खाली पेट अमरूद खाने के नुकसान (guava side effects in hindi)
खाली पेट हमेशा अच्छी तरह से पका हुआ अमरूद ही खाना चाहिए, कच्चा या अधपका अमरूद खाने से पेट दर्द की शिकायत हो सकती है।
अमरूद की तासीर बहुत ठंडी होती है, ऐसे में खांसी-जुकाम वाले लोगों को खाली पेट अमरूद खाने से बचना चाहिए।
अगर आप डायबिटीज के रोगी हैं, तो डॉक्टर की सलाह पर ही खाली पेट अमरूद का सेवन करें।
खाली पेट अमरूद खाने से पेट फूलने की समस्या हो सकती है।
साथ ही आपको ज्यादा अमरूद खाने से भी बचना चाहिए। क्योंकि अधिक अमरूद पेट दर्द, गैस, पेट में सूजन पैदा कर सकते हैं। अगर आपको पथरी है, तो अमरूद खाने से बचें। इसके अलावा गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को डॉक्टर की सलाह पर ही अमरूद का सेवन करना चाहिए।
अमरूद का औषधीय गुण प्यास को शांत करता है और हृदय को बल देता है. कृमियों का नाश करता है, उल्टी रोकता है, पेट साफ करता है और कफ निकालता है. मुंह में छाले होने पर मस्तिष्क एवं किडनी के संक्रमण, बुखार, मानसिक रोगों तथा मिर्गी आदि में इसको खाना लाभदायक होता है.
सुबह खाली पेट 200-300 ग्राम अमरूद का नियमित रूप से सेवन करने से बवासीर में लाभ मिलता है। पके अमरुद खाने से पेट का कब्ज खत्म होता है। इससे बवासीर में काफी फायदा पहुंचता है। कुछ दिनों तक रोजाना सुबह खाली पेट 250 ग्राम अमरूद खाने से बवासीर ठीक हो जाती है।
ज्यादा अमरूद खाने से सूजन, पेट फूलना और गैस जैसी समस्याएं हो सकती हैं. अगर आपकी पाचन शक्ति कमजोर है तो ज्यादा अमरूद का सेवन न करें. इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है जिससे ज्यादा अमरूद खाने से पेट खराब हो सकता है. गर्भवती महिला या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को अमरूद का सेवन सावधानी से करना चाहिए
लिहाजा ये वजन कम (lose weight) करने में मददगार है. शुगर की मात्रा कम होने की वजह से यह डायबिटीज (diabetes) के मरीजों के लिए बेहद लाभदायक है.
अमरूद कितनी मात्रा में और कब खाना चाहिए
आप अपने शरीर को एनर्जी देने के लिए भोजन के बीच, या कसरत से पहले या बाद में फल खा सकते हैं। रात में फल खाने से बचें क्योंकि इससे सर्दी और खांसी हो सकती है
अमरूद की तासीर ठंडी होती है. ये पेट की बहुत सी बीमारियों को दूर करने का रामबाण इलाज है. अमरूद के सेवन से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है.