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*🙏राधास्वामी जी🙏*
उठो गुरु प्यारो नाम जपने का समय हो गया है।
*अमृत नाम महा रस मीठा जिसने पिया उसने सचखण्ड पाया।*
*"हर रात के पिछले पहर में एक गजब की (अनमोल) दौलत लुटती है। जो जागते हैं वह पाते हैं जो सोते हैं वह खोते हैं।"*
एक यही वह समय है जिसमें जागने वाला कमाता है
और सोने वाला गंवाता है।
अमृत वेला बड़ा ही सुहाना
चुपचाप है सारा जमाना।
नाम दी माला जपया करो
अमृत वेले उठया करो।।
अमृत वेले अमृत वरसे।
भर-भर अमृत पिया करो।
अमृत वेले उठया करो।।
🙏🙏🙏
सद्गुरु ने याद किया है जो वादा किया है उसको निभाना है सद्गुरु को दिया वचन उसको पूरा करना है।
🙏🙏🙏
🙏गुरु प्यारो उठो🙏
ड्यूटी का समय हो गया है।
मन लग्गे या ना लग्गे
फर्ज समझ के बैठो।
ड्यूटी समझ के बैठो।
थोड़ी देर तो बैठो।
*भजन-सुमरिन* शरीर से नहीं जी, *मन* से करवाओ...
🙏🙏राधास्वामी जी🙏🙏