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P O E T I S M
06 Jan, 16:31
650
सुबह भी उदास थी शाम भी उदास थी कफ़न में लिपटी मेरे महबूब की लाश थी ए दुनिया वालों हमें वहाँ दफन करना जहां हमारी पहली मुलाकात थी
✍🏿
P O E T I S M
06 Jan, 14:46
688
जिंदगी देने वाले, मरता छोड़ गये, अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये, जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की, वो जो साथ चलने वाले, रास्ता मोड़ गये...
गुनाह करके सज़ा से डरते हैं, जहर पी के दवा से डरते हैं, दुश्मनों के सितम का खौफ नहीं, हम तो दोस्तों की वफ़ा से डरते हैं।
कोई अच्छी सी सज़ा दो मुझको, चलो ऐसा करो भूला दो मुझको, तुमसे बिछडु तो मौत आ जाये दिल की गहराई से ऐसी दुआ दो मुझको.
ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक हैं, तू सितम कर ले, तेरी हसरत जहाँ तक हैं, वफ़ा की उम्मीद, जिन्हें होगी उन्हें होगी, हमें तो देखना है, तू बेवफ़ा कहाँ तक हैं।
जिनकी आंखें आंसू से नम नहीं क्या समझते हो उसे कोई गम नहीं तुम तड़प कर रो दिये तो क्या हुआ गम छुपा के हंसने वाले भी कम नहीं।।
✍🏿आकाश :^)
P O E T I S M
06 Jan, 07:39
597
#gulzarwrites last post of this series
(We can never get enough of his poetries the way he recites the way he writes the unique way the gulzar way is just pure ✨)
P O E T I S M
06 Jan, 06:27
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वो ग़लती आज भी हमारी बताती हैं खुद को वो बेचारी बताती है औरों के मांस खाने से भी नफरत थी जिसे वो पूरा इंसान खा कर भी खुद को शाहकारी बताती है
P O E T I S M
05 Jan, 20:06
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मैं दिन-रात तेरी याद में यूँ भटकता रहता हूँ, सिगरेट की हर सफे़द कली पर तेरा नाम लिख देता हूं तेरी मोहब्बत को रोज़ आग देता हूँ और धुएँ के ज़रिए तुझे अपनी रगों में उतार लेता हूं तेरा नाम यूँ घुलता है मेरे जहन के कतरे-कतरे में जैसे कोई इश्क़ घुल रहा हो रूह के मिसरे में हर कश में तेरा वजूद साँस लेता है और मैं उसी अहसास से खुद को ज़िंदा रख लेता हूँ
~केशव 🚬 @Jon_Targyerian #admin (Batana sab log kaisi hai comment and react)
P O E T I S M
05 Jan, 10:43
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#gulzarwrites Post 4
P O E T I S M
05 Jan, 10:30
664
आसाँ नही था मगर दिल की जुबानी लिक्खी मैंने बिना किसी क़िरदार के कहानी लिक्खी
मुझे कई बार मौके मिले नीद में मर जाने के फिर भी जागते हुए मरने की नादानी लिक्खी
तू साथ रहे या छोड़ दे फ़ैसला तुझ पर छोड़ा दिल के दर खुल जाएँ इतनी आसानी लिक्खी
बुझे हुए चराग और भीगती आँख के बीच बे-हिसाब टूटते ख़्वाबों की निगरानी लिक्खी
ख़त्म होने को हैं अश्कों के मोती भी अब तो हम तो रो पड़े और रो रो के वीरानी लिक्खी
तुम्हारी आँखों को हमेशा सुकून देने के लिए "आकाश" ने तुम्हारी आँखों में हैरानी लिक्खी
✍🏿
P O E T I S M
04 Jan, 10:42
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#gulzarwrites Post 3
P O E T I S M
04 Jan, 06:38
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kisi ne poocha mujhse..; mujhe mohbbat ho gai h, m kya kru..?
maine kha...;
khuch dair k liye dil ko qabristan bnaiye., di -e-nadan ki qabr m jazbat dafnaiye..; phir, ta umr jashn manaiye... ...
✍🏿 Aakash :^)
P O E T I S M
04 Jan, 05:34
798
अदब इतना कि क़दमों में पड़े हैं अना इतनी कि लंका ख़ाक़ कर दें