Последние посты P O E T I S M (@poeticissmm) в Telegram

Посты канала P O E T I S M

P O E T I S M
Welcome to POETISM ! 🌟

Har shabd ek kahani sunata hai.
Aaiye ise saath mein sunte hai.
📖✨

PART OF @astralrealm01
1,880 подписчиков
308 фото
367 видео
Последнее обновление 09.03.2025 12:03

Похожие каналы

Dankyard (Memes, Amvs, Dankbaazi)
1,181 подписчиков
Self Improvement/ Embrace Masculinity
1,161 подписчиков

Последний контент, опубликованный в P O E T I S M на Telegram

P O E T I S M

06 Jan, 16:31

650

सुबह भी उदास थी
शाम भी उदास थी
कफ़न में लिपटी
मेरे महबूब की लाश थी
ए दुनिया वालों हमें वहाँ
दफन करना जहां हमारी
पहली मुलाकात थी


✍🏿
P O E T I S M

06 Jan, 14:46

688

जिंदगी देने वाले, मरता छोड़ गये, अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये, जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की, वो जो साथ चलने वाले, रास्ता मोड़ गये...

गुनाह करके सज़ा से डरते हैं, जहर पी के दवा से डरते हैं, दुश्मनों के सितम का खौफ नहीं, हम तो दोस्तों की वफ़ा से डरते हैं।

कोई अच्छी सी सज़ा दो मुझको, चलो ऐसा करो भूला दो मुझको, तुमसे बिछडु तो मौत आ जाये दिल की गहराई से ऐसी दुआ दो मुझको.

ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक हैं, तू सितम कर ले, तेरी हसरत जहाँ तक हैं, वफ़ा की उम्मीद, जिन्हें होगी उन्हें होगी, हमें तो देखना है, तू बेवफ़ा कहाँ तक हैं।

जिनकी आंखें आंसू से नम नहीं क्या समझते हो उसे कोई गम नहीं तुम तड़प कर रो दिये तो क्या हुआ गम छुपा के हंसने वाले भी कम नहीं।।


✍🏿
आकाश :⁠^⁠)
P O E T I S M

06 Jan, 07:39

597

#gulzarwrites last post of this series

(We can never get enough of his poetries the way he recites the way he writes the unique way the gulzar way is just pure )
P O E T I S M

06 Jan, 06:27

614

वो ग़लती आज भी हमारी बताती हैं
खुद को वो बेचारी बताती है
औरों के मांस खाने से भी नफरत थी जिसे
वो पूरा इंसान खा कर भी खुद को शाहकारी बताती है
P O E T I S M

05 Jan, 20:06

668

मैं दिन-रात तेरी याद में यूँ भटकता रहता हूँ,
सिगरेट की हर सफे़द कली पर तेरा नाम लिख देता हूं
तेरी मोहब्बत को रोज़ आग देता हूँ
और धुएँ के ज़रिए तुझे अपनी रगों में उतार लेता हूं
तेरा नाम यूँ घुलता है मेरे जहन के कतरे-कतरे में
जैसे कोई इश्क़ घुल रहा हो रूह के मिसरे में
हर कश में तेरा वजूद साँस लेता है
और मैं उसी अहसास से खुद को ज़िंदा रख लेता हूँ

~केशव 🚬
@Jon_Targyerian
#admin
(Batana sab log kaisi hai comment and react)
P O E T I S M

05 Jan, 10:43

692

#gulzarwrites Post 4
P O E T I S M

05 Jan, 10:30

664

आसाँ नही था मगर दिल की जुबानी लिक्खी मैंने बिना किसी क़िरदार के कहानी लिक्खी

मुझे कई बार मौके मिले नीद में मर जाने के फिर भी जागते हुए मरने की नादानी लिक्खी

तू साथ रहे या छोड़ दे फ़ैसला तुझ पर छोड़ा दिल के दर खुल जाएँ इतनी आसानी लिक्खी

बुझे हुए चराग और भीगती आँख के बीच बे-हिसाब टूटते ख़्वाबों की निगरानी लिक्खी

ख़त्म होने को हैं अश्कों के मोती भी अब तो हम तो रो पड़े और रो रो के वीरानी लिक्खी

तुम्हारी आँखों को हमेशा सुकून देने के लिए "आकाश" ने तुम्हारी आँखों में हैरानी लिक्खी

✍🏿
P O E T I S M

04 Jan, 10:42

761

#gulzarwrites Post 3
P O E T I S M

04 Jan, 06:38

778

kisi ne poocha mujhse..; mujhe mohbbat ho gai h, m kya kru..?

maine kha...;

khuch dair k liye dil ko qabristan bnaiye., di -e-nadan ki qabr m jazbat dafnaiye..; phir, ta umr jashn manaiye... ...


✍🏿 Aakash :⁠^⁠)
P O E T I S M

04 Jan, 05:34

798

अदब इतना कि क़दमों में पड़े हैं
अना इतनी कि लंका ख़ाक़ कर दें

जय श्री राम
जय हनुमान

#DEEPLINES