P O E T I S M のテレグラム投稿

Welcome to POETISM ! 🌟
Har shabd ek kahani sunata hai.
Aaiye ise saath mein sunte hai.
📖✨
PART OF @astralrealm01
Har shabd ek kahani sunata hai.
Aaiye ise saath mein sunte hai.
📖✨
PART OF @astralrealm01
1,880 人の購読者
308 枚の写真
367 本の動画
最終更新日 09.03.2025 12:03
類似チャンネル

9,589 人の購読者

5,738 人の購読者

3,028 人の購読者
P O E T I S M によってTelegramで共有された最新のコンテンツ
साहिर की वो नज़्म जिसे पढ़कर उनकी भी आँखें नम हो गई थीं और लिखते वक्त उन्होंने दुआ में हाथ उठाकर ईश्वर से केवल यही प्रार्थना की के किसी दिन उनका लिखा झूठ हो जाए ।
दुश्मनी कर मगर उसूल के साथ
मुझ पर इतनी सी मेहरबानी हो
मेरे मे'यार का तक़ाज़ा है
मेरा दुश्मन भी ख़ानदानी हो
©अख्तर शुमार
मुझ पर इतनी सी मेहरबानी हो
मेरे मे'यार का तक़ाज़ा है
मेरा दुश्मन भी ख़ानदानी हो
©अख्तर शुमार
इन्तज़ार मत करो
जो कहना है कह डालो
क्योंकि हो सकता है
फिर कहने का कोई अर्थ न रह जाय।
~ केदारनाथ सिंह
जो कहना है कह डालो
क्योंकि हो सकता है
फिर कहने का कोई अर्थ न रह जाय।
~ केदारनाथ सिंह
अगर कोई व्यक्ति मरना चाहता है
तो कुछ और भी चाह रहा होगा
मरना प्राथमिकता नहीं हो सकती
~देवेंद्र दांगी
तो कुछ और भी चाह रहा होगा
मरना प्राथमिकता नहीं हो सकती
~देवेंद्र दांगी
"आजाद ही जन्मा हुँ और मरते दम तक आजाद ही रहूँगा"
बलिदान दिवस - 27 फरवरी
उनका संकल्प था कि वे आजाद ही जन्मे हैं और मरते दम तक आजाद ही रहेंगे। उन्होंने इस प्रकार अपना संकल्प निभाया और जीते जी पुलिस के हाथ नहीं आये।
#admin
@ranveerkashyapp
बलिदान दिवस - 27 फरवरी
उनका संकल्प था कि वे आजाद ही जन्मे हैं और मरते दम तक आजाद ही रहेंगे। उन्होंने इस प्रकार अपना संकल्प निभाया और जीते जी पुलिस के हाथ नहीं आये।
#admin
@ranveerkashyapp
Epigraph 497 10-02-2025
Clausewitz talks about total war
But at the same time he talks about it's infeasibility.
But again he talks about intent of total warfare which is soo much tempting that you are destined to win wars once you decide to go till any extent.
My message in short is
Go on a "TOTAL WAR"
no mercy on them...
If you want to corner them fully, then kill them immediately in that corner itself.
Avoid any chance of retaliation and be a SUPREME GOD of WAR by unparalleled strength of annihilation.
FOR MORE SUCH MOTIVATION, OBSERVATIONAL AND JOSH TYPE CONTENT JOIN US
👇 👇 👇
https://t.me/+6OkoX893i5RhOWU9
Clausewitz talks about total war
But at the same time he talks about it's infeasibility.
But again he talks about intent of total warfare which is soo much tempting that you are destined to win wars once you decide to go till any extent.
My message in short is
Go on a "TOTAL WAR"
no mercy on them...
If you want to corner them fully, then kill them immediately in that corner itself.
Avoid any chance of retaliation and be a SUPREME GOD of WAR by unparalleled strength of annihilation.
FOR MORE SUCH MOTIVATION, OBSERVATIONAL AND JOSH TYPE CONTENT JOIN US
👇 👇 👇
मनो बुद्ध्यहंकारचित्तानि नाहं
न च श्रोत्र जिव्हे न च घ्राण नेत्रे |
न च व्योम भूमि न तेजो न वायु:
चिदानंद रूपः शिवोहम शिवोहम1
न च प्राण संज्ञो न वै पञ्चवायुः
न वा सप्तधातु: न वा पञ्चकोशः |
न वाक्पाणिपादौ न च उपस्थ पायु
चिदानंदरूप: शिवोहम शिवोहम2
न मे द्वेषरागौ न मे लोभ मोहौ
मदों नैव मे नैव मात्सर्यभावः |
न धर्मो नचार्थो न कामो न मोक्षः
चिदानंदरूप: शिवोहम शिवोहम3
न पुण्यं न पापं न सौख्यं न दु:खं
न मंत्रो न तीर्थं न वेदों न यज्ञः |
अहम् भोजनं नैव भोज्यम न भोक्ता
चिदानंद रूप: शिवोहम शिवोहम4
न मे मृत्युशंका न मे जातिभेद:
पिता नैव मे नैव माता न जन्म |
न बंधू: न मित्रं गुरु: नैव शिष्यं
चिदानंद रूप: शिवोहम शिवोहम5
अहम् निर्विकल्पो निराकार रूपो
विभुव्याप्य सर्वत्र सर्वेन्द्रियाणाम |
सदा मे समत्वं न मुक्ति: न बंध:
चिदानंद रूप: शिवोहम शिवोहम6
❣❣
न च श्रोत्र जिव्हे न च घ्राण नेत्रे |
न च व्योम भूमि न तेजो न वायु:
चिदानंद रूपः शिवोहम शिवोहम
न च प्राण संज्ञो न वै पञ्चवायुः
न वा सप्तधातु: न वा पञ्चकोशः |
न वाक्पाणिपादौ न च उपस्थ पायु
चिदानंदरूप: शिवोहम शिवोहम
न मे द्वेषरागौ न मे लोभ मोहौ
मदों नैव मे नैव मात्सर्यभावः |
न धर्मो नचार्थो न कामो न मोक्षः
चिदानंदरूप: शिवोहम शिवोहम
न पुण्यं न पापं न सौख्यं न दु:खं
न मंत्रो न तीर्थं न वेदों न यज्ञः |
अहम् भोजनं नैव भोज्यम न भोक्ता
चिदानंद रूप: शिवोहम शिवोहम
न मे मृत्युशंका न मे जातिभेद:
पिता नैव मे नैव माता न जन्म |
न बंधू: न मित्रं गुरु: नैव शिष्यं
चिदानंद रूप: शिवोहम शिवोहम
अहम् निर्विकल्पो निराकार रूपो
विभुव्याप्य सर्वत्र सर्वेन्द्रियाणाम |
सदा मे समत्वं न मुक्ति: न बंध:
चिदानंद रूप: शिवोहम शिवोहम
❣❣