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Har shabd ek kahani sunata hai.
Aaiye ise saath mein sunte hai.
📖✨
PART OF @astralrealm01
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Последнее обновление 09.03.2025 12:03
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जितने अपने थे, सब पराये थे, हम हवा को गले लगाए थे,
जितनी कसमें थीं, सब थीं शर्मिंदा, जितने वादे थे, सर झुकाये थे,
जितने आँसू थे, सब थे बेगाने, जितने मेहमां थे, बिन बुलाए थे,
सब किताबें पढ़ी-पढ़ाई थीं, सारे किस्से सुने-सुनाए थे,
एक बंजर जमीं के सीने में, मैने कुछ आसमां उगाए थे,
सिर्फ दो घूंट प्यास कि खातिर, उम्र भर धूप में नहाए थे,
हाशिए पर खड़े हुए हैं हम, हमने खुद हाशिए बनाए थे,
मैं अकेला उदास बैठा था, सामने कहकहे लगाए थे,
है गलत उसको बेवफा कहना, हम कौन सा धुले-धुलाए थे,
आज कांटो भरा मुकद्दर है, हमने गुल भी बहुत खिलाए थे,
है तेरा क़र्ज़ मेरी आँखों पर, तूने सपने बहुत दिखाए थे।
✍🏿
जितनी कसमें थीं, सब थीं शर्मिंदा, जितने वादे थे, सर झुकाये थे,
जितने आँसू थे, सब थे बेगाने, जितने मेहमां थे, बिन बुलाए थे,
सब किताबें पढ़ी-पढ़ाई थीं, सारे किस्से सुने-सुनाए थे,
एक बंजर जमीं के सीने में, मैने कुछ आसमां उगाए थे,
सिर्फ दो घूंट प्यास कि खातिर, उम्र भर धूप में नहाए थे,
हाशिए पर खड़े हुए हैं हम, हमने खुद हाशिए बनाए थे,
मैं अकेला उदास बैठा था, सामने कहकहे लगाए थे,
है गलत उसको बेवफा कहना, हम कौन सा धुले-धुलाए थे,
आज कांटो भरा मुकद्दर है, हमने गुल भी बहुत खिलाए थे,
है तेरा क़र्ज़ मेरी आँखों पर, तूने सपने बहुत दिखाए थे।
✍🏿
आप तो डर जाते हो, प्यार के जिक्र से भी,
इक अरसा बिताया है हमने मोहब्बत में
वक्त अपना कहां गुज़रा है बेसबब इन्तज़ार में, अश्कों का दरिया बहाया है हमने मोहब्बत में।
प्यार तेरा मिला साथ तन्हाई भी मिली हमको, इस तरह जिन्दगी का सफर बिताया मोहब्बत में
खुशी, दो घड़ी की ग़म मिला बेइन्तहा हमको, तेरी बेरूखी ने यू कहर ढाया मोहब्बत में ।
मस्ती में रहे अपने दिल के शहनशाह थे हम, यार रुस्वा न हो खुद को फरियादी बनाया मोहब्बत में।
छोड़ा जहाँ सारा इक प्यार पाने को तेरा मिला तो कुछ नहीं बहुत कुछ गंवाया मोहब्बत में ।
ने दिल को समझा तुमने न साथ वक्त ने दिया, किस कदर मज़बूर हमको बनाया मोहब्बत में।
पीना पड़ेगा ज़हर जुदाई का यह तो सोचा न था क्या खोया क्या पाया मोहब्बत में ।
✍🏿 आकाश :^)
इक अरसा बिताया है हमने मोहब्बत में
वक्त अपना कहां गुज़रा है बेसबब इन्तज़ार में, अश्कों का दरिया बहाया है हमने मोहब्बत में।
प्यार तेरा मिला साथ तन्हाई भी मिली हमको, इस तरह जिन्दगी का सफर बिताया मोहब्बत में
खुशी, दो घड़ी की ग़म मिला बेइन्तहा हमको, तेरी बेरूखी ने यू कहर ढाया मोहब्बत में ।
मस्ती में रहे अपने दिल के शहनशाह थे हम, यार रुस्वा न हो खुद को फरियादी बनाया मोहब्बत में।
छोड़ा जहाँ सारा इक प्यार पाने को तेरा मिला तो कुछ नहीं बहुत कुछ गंवाया मोहब्बत में ।
ने दिल को समझा तुमने न साथ वक्त ने दिया, किस कदर मज़बूर हमको बनाया मोहब्बत में।
पीना पड़ेगा ज़हर जुदाई का यह तो सोचा न था क्या खोया क्या पाया मोहब्बत में ।
✍🏿 आकाश :^)