जय श्री कृष्णा ❤️
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ˡᶦᵏᵉ ᶜᵒᵐᵐᵉⁿᵗ ˢᵃᵛᵉ ˢʰᵃʳᵉ
गीता ज्ञान .👁️❗👁️.

गीता के आदर्शों पर चलकर मनुष्य।📕
न केवल खुद का कल्याण कर सकता है,
बल्कि वह संपूर्ण मानव जाति की
भलाई कर सकता है।📚
जय श्री कृष्णा। 😊🙏
☎️Contact:- @Rishavvk
https://telega.io/c/Geeta_Gyann
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Last Updated 21.04.2025 05:43
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गीता के आदर्श: मानवता के लिए मार्गदर्शन
भगवद गीता, जो भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह जीवन को जीने के लिए मार्गदर्शन करने वाला एक अद्भुत ग्रंथ भी है। यह ग्रंथ कुरुक्षेत्र के युद्ध के मैदान में भगवान श्री कृष्ण और अर्जुन के बीच संवाद के रूप में प्रस्तुत किया गया है, जहां भगवान कृष्ण ने अर्जुन को अपने कर्तव्यों का पालन करने और धर्म के अनुसार जीने के लिए प्रेरित किया। गीता के गूढ़ ज्ञान में वह सब कुछ शामिल है जो मानवता के कल्याण के लिए आवश्यक है। इसमें न केवल आत्मा के शाश्वत स्वरूप का वर्णन है, बल्कि यह भी बताया गया है कि कैसे एक व्यक्ति अपने जीवन में नैतिकता और धर्म का पालन कर सकता है। गीता के अनुसार, व्यक्ति का सर्वोत्तम कल्याण उसके आचार-व्यवहार, सोच और उसकी क्रियाओं पर निर्भर करता है। इसलिए, गीता के आदर्शों पर चलकर हम न केवल अपने जीवन को सार्थक बना सकते हैं, बल्कि संपूर्ण मानवता की भलाई में भी योगदान दे सकते हैं। जय श्री कृष्णा।
गीता का मूल संदेश क्या है?
गीता का मूल संदेश है धर्म का पालन करना और अपने कर्तव्यों से विमुख न होना। यह ग्रंथ बताता है कि जीवन में कठिनाइयाँ आ सकती हैं, लेकिन हमें अपने दायित्वों को निभाने से पीछे नहीं हटना चाहिए। अर्जुन की मनोदशा को समझते हुए, श्री कृष्ण उसे यह सिखाते हैं कि सही कार्य करना ही सबसे महत्वपूर्ण है, चाहे परिस्थितियाँ कितनी भी चुनौतीपूर्ण क्यों न हों।
इसके अलावा, गीता में भक्ति, ज्ञान और कर्म योग का भी महत्व बताया गया है। गीता कहती है कि सभी कार्यों को ईश्वर के प्रति समर्पित करना चाहिए, जिससे व्यक्ति अपने कर्मों के फल से मुक्त हो सकता है। इस प्रकार, गीता एक संपूर्ण जीवन जीने के लिए आवश्यक सभी तत्वों को प्रस्तुत करती है।
गीता में आत्मा का क्या महत्व है?
गीता में आत्मा का महत्व अत्यधिक है। इसे अमर और शाश्वत माना जाता है। गीता के अनुसार, आत्मा जन्म और मृत्यु के चक्र से परे है। यह हमारे शरीर के बाहर है और केवल शरीर के माध्यम से अनुभव करती है। आत्मा का ज्ञान व्यक्ति को जीवन की वास्तविकता को समझने में मदद करता है।
जीवन के उतार-चढ़ाव में, आत्मा के इस शाश्वत स्वरूप को जानने से व्यक्ति को सुख-दुख से परे रहने की शक्ति मिलती है। गीता में कहा गया है कि आत्मा कभी नहीं मरती, और यह ज्ञान व्यक्ति को मृत्यु के भय से मुक्त करता है।
गीता के माध्यम से मानवता को क्या पाठ मिलता है?
गीता के माध्यम से मानवता को यही पाठ मिलता है कि जीवन में नैतिकता और धर्म का पालन अत्यंत आवश्यक है। यह हमें सिखाता है कि हर व्यक्ति को अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए, चाहे परिस्थिति कैसी भी हो। इसके अलावा, गीता सिखाती है कि भलाई का मार्ग अपनाकर हम न केवल अपने लिए, बल्कि समाज और राष्ट्र के लिए भी कल्याण कर सकते हैं।
गीता का संदेश है कि सहयोग, सहिष्णुता और प्रेम के आधार पर एक मजबूत समाज का निर्माण किया जा सकता है। इसलिए, गीता के आदर्शों का पालन करते हुए हम न केवल अपनी भलाई कर सकते हैं, बल्कि समस्त मानवता की भलाई में भी योगदान दे सकते हैं।
कर्म योग का क्या महत्व है?
कर्म योग का अर्थ है 'क्रिया का योग'। गीता में कर्म योग को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। यह सिखाता है कि हमें अपने कार्यों को निष्काम भाव से करना चाहिए, बिना फल की इच्छा के। जब व्यक्ति अपने कार्यों के परिणाम की चिंता किए बिना उन्हें करता है, तो वह मन की शांति और संतोष की स्थिति में रहता है।
कर्म योग का पालन करने से व्यक्ति अपनी जिम्मेदारियों को बेहतर तरीके से निभा सकता है और तनाव-मुक्त रह सकता है। गीता कहती है कि जो व्यक्ति अपने कर्मों को भगवान के प्रति समर्पित करता है, वह सच्चे अर्थों में सफल होता है।
गीता में भक्ति का क्या महत्व है?
गीता में भक्ति का अत्यधिक महत्व है। भक्ति का अर्थ सच्चे हृदय से ईश्वर की आराधना करना और उन्हें अपने जीवन में सर्वोच्च स्थान देना है। जब व्यक्ति भक्ति के मार्ग पर चलता है, तो वह अपने मन और आत्मा को शुद्ध करता है। गीता के अनुसार, भक्ति से ही व्यक्ति आत्मज्ञान प्राप्त कर सकता है।
भक्ति के माध्यम से व्यक्ति अपने जीवन में संतुलन स्थापित कर सकता है। जब हम ईश्वर से जुड़ते हैं और उन्हें अपने जीवन का केंद्र मानते हैं, तो कठिनाइयों का सामना करने की शक्ति बढ़ती है। गीता में भक्ति को एक साधन के रूप में देखा गया है जो हमें आत्मा के अद्वितीय स्वरूप तक पहुँचने में मदद करता है।
गीता ज्ञान .👁️❗👁️. Telegram Channel
गीता ज्ञान नामक चैनल एक स्पेशल टेलीग्राम समुदाय है जो भगवद गीता के आदर्शों और सन्देशों पर आधारित है। यहाँ ज्ञान बाँटने और गीता के महत्वपूर्ण श्लोकों का सार समझाने का प्रयास किया जाता है। इस चैनल में आपको गीता के महानतम उपदेशों का संग्रह मिलेगा जो आपकी जीवन दर्शन में मदद करेगा। गीता ज्ञान के माध्यम से आप न केवल अपने खुद के कल्याण पर ध्यान देंगे, बल्कि इससे संपूर्ण मानव जाति की भलाई के लिए काम करने की प्रेरणा प्राप्त करेंगे। यहाँ आपको गीता के महत्वपूर्ण सिद्धांतों पर विचार करने और उन्हें अपने जीवन में उतारने के लिए मार्गदर्शन प्राप्त होगा। इस टेलीग्राम चैनल को सम्पर्क करने के लिए आप @Rishavvk से संपर्क कर सकते हैं। आइए, गीता ज्ञान के साथ जुड़कर अपने जीवन को एक नए दिशा दें और श्री कृष्ण के उपदेशों का अनुसरण करके सत्य की प्राप्ति का मार्ग चुनें। जय श्री कृष्णा। 😊🙏