📝 मुह़म्मद जमालुद्दीन ख़ान क़ादिरी
जो इ़ल्म पर अ़मल न करे वोह स़िर्फ़ नाम का आ़लिम है ह़क़ीक़त में आ़लिम नहीं - अ़ल्लामा मुल्ला अ़ली क़ारी علیہ الرحمہ फ़रमाते हैं: यक़ीनन जो अ़मल करने वाले नहीं हैं वोह आ़लिम नहीं हैं। [मिरक़ात, जिल्द¹, पेज²⁵⁵]
https://whatsapp.com/channel/0029Va4xNTcBlHpj2ZXcdA3J
मुकाशफ़तुल क़ुलूब में है:
❶ सय्यिदे दो आ़लम ﷺ का इरशाद है कि क़ियामत के दिन सख़्त तरीन अ़ज़ाब उस आ़लिम को होगा जिसे अल्लाह तआ़ला ने उस के इ़ल्म से नफ़्अ़् अन्दोज़ नहीं होने दिया। [शुअ़बुल ईमान, ह़दीस¹⁷⁷⁸] ـ ❷ फ़रमाने नबवी ﷺ है कि आदमी उस वक़्त तक आ़लिम नहीं होता जब तक कि अपने इ़ल्म के मुत़ाबिक़ अ़मल न करे। [ह़वाला: सुनने दारमी, ह़दीस²⁹³] ـ ❸ फ़रमाने नबवी ﷺ है कि जो अपना इ़ल्म छुपाता है अल्लाह तआ़ला उसे आग की लगाम देगा। [अल मुअ़जमुल अवसत़⁷⁵³²] ـ ❹ ह़ज़रते सुफ़्यान رضی الله عنہ का क़ौल है कि इ़ल्म अ़मल से बोलता है अगर इन्सान अ़मल करे तो स़ह़ीह़ वरना इ़ल्म कूच कर जाता है ـ ❺ ह़ज़रते इब्ने मुबारक رضی الله عنہ का क़ौल है कि आदमी जब तक इ़ल्म की तलाश में रहता है वोह आ़लिम होता है और जूंही वोह ख़ुद को आ़लिम समझने लगता है, जहालत की तारीकियों में चला जाता है। ـ ❻ फ़रमाने नबवी ﷺ है कि आ़लिम को जहन्नम में ऐसा अ़ज़ाब दिया जाएगा जिस की शिद्दत से वोह जहन्नमियों में घूमता रहेगा, ह़ुज़ूर ﷺ की मुराद ऐसे आ़लिम से फ़ाजिरो फ़ासिक़ आ़लिम थी। ـ ❼ आ़लिम को गुनाहों के सबब दोहरा अ़ज़ाब इस लिये दिया जाएगा क्यूंकि वोह इ़ल्म के बावजूद गुनाह करता रहा ـ
📖 मुकाशफ़तुल क़ुलूब, पेज⁵⁵⁹-⁵⁶³, लेखक: इमाम मुह़म्मद ग़ज़ाली علیہ الرحمہ, मुतर्जिम: मुफ़्ती तक़द्दुस अ़ली ख़ान बरेलवी علیہ الرحمہ
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬
ह़ुज़ूर फ़क़ीहे मिल्लत नक़्ल फ़पमाते हैं:
❽ जो इ़ल्म पर अ़मल न करे वोह स़िर्फ़ नाम का आ़लिम है ह़क़ीक़त में आ़लिम नहीं - अ़ल्लामा मुल्ला अ़ली क़ारी علیہ الرحمہ फ़रमाते हैं यक़ीनन जो अ़मल करने वाले नहीं हैं वोह आ़लिम नहीं हैं। [मिरक़ात, जिल्द¹, पेज²⁵⁵] ـ ❾ ह़दीस: क़ियामत के दिन सब से सख़्त अ़ज़ाब वाला वोह आ़लिम होगा जिसे उस के इ़ल्म ने फ़ाइदह नहीं दिया। ـ ❿ ह़दीस: जो इ़ल्म चाहो ह़ास़िल करो मगर ख़ुदा की क़सम तुम इ़ल्म जमअ़् करने पर सवाब नहीं दिए जाओगे यहाँ तक कि अ़मल करो ـ
📖 फ़ज़ाइले इ़ल्म व उ़ल्मा, पेज⁹¹, मुस़न्निफ़: ह़ुज़ूर फ़क़ीहे मिल्लत, मुफ़्ती जलालुद्दीन अह़मद अमजदी علیہ الرحمہ नाशिर: अकबर बुक सेलर्ज़ लाहौर
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬
یہ تحریر اردو Urdu उर्दू مِیں ↶
https://whatsapp.com/channel/0029Va4xNTcBlHpj2ZXcdA3J/683
Yeh Ta'hreer ᴿᵒᵐᵃⁿ ᵁʳᵈᵘ Men ↷
https://whatsapp.com/channel/0029Va4xNTcBlHpj2ZXcdA3J/681