أحدث المنشورات من मराठी साहित्य UPSC (@marathii) على Telegram

منشورات मराठी साहित्य UPSC على Telegram

मराठी साहित्य UPSC
Upsc मुख्य परीक्षेला असणाऱ्या मराठी साहित्य या ऐच्छिक विषया संबधी सर्व माहिती, पेपर मधले लेख या चॅनेल वर पोस्ट केले जातील. आपला विवेक पाटील "उमाई"अकॅडमी पुणे ९८२२०७३५९९.
8,714 مشترك
711 صورة
7 فيديو
آخر تحديث 01.03.2025 11:01

أحدث المحتوى الذي تم مشاركته بواسطة मराठी साहित्य UPSC على Telegram


लेक नॅट्रॉन, टांझानिया येथील हवामान बदलामुळे या तलावाच्या परिसंस्थेवर मोठा परिणाम होत आहे. हा तलाव फ्लेमिंगो पक्ष्यांसाठी जगातील सर्वात मोठे स्थलांतर केंद्र आहे, परंतु वाढते तापमान, पाऊसमानातील बदल, आणि मानवी हस्तक्षेप यामुळे तो धोक्यात आला आहे.

#marathisahitya
#marathiliterature
#upsc
@marathii

#marathisahitya
#marathiliterature
#upsc
@marathii

शिव ही आदिदेव हैं। उनका स्वभाव भारत के स्वभाव से सबसे ज्यादा मिलता है। इसलिए भारत के हर हिस्से में वे सबसे लोकप्रिय देवता है। वे घर में गाय पालते हैं। संसारी हैं। इंटर कास्ट लव मैरिज की है। लोग भोला समझकर ज़हर पिला देते हैं। पर अपने प्रताप से उसे भी पी लेते हैं और लोक कल्याण करते हैं। लेकिन पत्नी का कोई अनिष्ट करता है तो दुनिया को बर्बाद करने निकल पड़ते हैं। इस मामले में किसी को माफ़ी नहीं है। नृत्य संगीत उनको प्रिय है। तांडव नृत्य और ताल वाद्य उनका ही संधान है। शरीर में गति और लय है। स्वस्थ हैं। हर तरह के लोग नाग, गंधर्व, भूत, प्रेत, दानव, अघोरी दोस्त हैं। उनके क्रोध में वैराग्य है। पहाड़ पसंद है। कपड़े इनफॉर्मल पहनते हैं। खान पान में बहुत सरल और सिंपल हैं।

*इनमें से कितने गुण आपसे मिलते हैं?*

पेंटिंग- शिव पार्वती विवाह
कलाकार- महादेव विश्वनाथ धुरंधर
प्रकाशक- राजा रवि वर्मा प्रेस।

तंजावर मराठी
छत्रपती शिवाजी महाराज यांचे सावत्र भाऊ व्यंकोजी महाराज यांचे राज्य आणि मराठी भाषा आणि संस्कृति याबद्दल
#marathisahitya
#marathiliterature
@marathii

Paper 1
बोली भाषा :- अहिराणी बद्दल महत्त्वाचा लेख

या वीडियो मधे
👉साहित्य आणि समज
👉संस्कृति आणि साहित्य
👉संत साहित्य
👉 भाषा
यावर चांगले मुद्दे आहेत

https://youtu.be/95Uxvcz_bvY?si=OnF-8Z0u0l6qtNsW

https://play.google.com/store/apps/details?id=com.eckqqm.txwksb


मराठी सहित्य ऑनलाइन बॅच साठी उमाई अकैडमी चे हे app डाऊनलोड करा 🙏

98 वे मराठी साहित्य संमेलन
अध्यक्षीय भाषण तारा भवाळकर pdf