"मैं किस्मत का सबसे
पसंदीदा खिलौना हूँ,
वो रोज़ मुझे जोड़ती है,
फिर से तोड़ने के लिए।
हर बार जब लगता है
कि सब सही हो रहा है,
तभी किस्मत कोई नई
अजमाइश सामने रख देती है।
लेकिन शायद इसी
tug of war में हमारी असली
ताकत बनती है....
हर टूटने के बाद,
मैं और मजबूत होकर खड़ा होता हूँ।
किस्मत जितना भी तोड़ ले,
मैं हर बार खुद को जोड़ने का
हुनर जानता हूँ ....!