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Kapot (कपोत) is a Indigenous Prakashan with e-commerce. Published & sell Indology books. WhatsApp for queries 8826291284. Download App https://play.google.com/store/apps/details?id=isd.news

Kapot Prakashan & e-commerce (Hindi)

कपोत प्रकाशन एवं ई-कॉमर्स के साथ एक प्रमुख भारतीय प्रकाशन है। यह भारतीय शास्त्रीय पुस्तकें प्रकाशित और बेचता है। इसमें शास्त्रीय पुस्तकों का विस्तृत संग्रह है, जो आपकी ज्ञानवर्धक यात्रा को सहज बना देगा। कपोत प्रकाशन जो कि एक भारतीय उद्यम है, शास्त्रीय साहित्य के महत्वपूर्ण पहलुओं को समर्थन करता है और उन्हें प्रमोट करने का प्रयास करता है। इस चैनल के माध्यम से आप अपने पसंदीदा शास्त्रीय पुस्तकें खरीद सकते हैं और अपनी पुस्तकों की विस्तृत संग्रह को बढ़ा सकते हैं। कपोत का उद्देश्य भारतीय साहित्य और संस्कृति को बढ़ावा देना है, जिससे हम सभी अपने विरसा को और अधिक मजबूती से महसूस कर सकें। इस एप्लिकेशन को डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें। यदि आपके पास कोई प्रश्न हैं, तो आप 8826291284 पर WhatsApp कर सकते हैं।

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12 Feb, 05:08


आप सभी को माघी पूर्णिमा की शुभकामनाएं। आज से 'वाल्मीकि के राम श्रृंखला' की पहली पुस्तक लिखना मैंने आरंभ कर दिया है। पहला खंड: 'वाल्मीकि रामायण का समाजशास्त्र' नाम से जुलाई में आ जाएगी। इसमें 15 अध्याय हैं।

पूर्णिमा की याद नहीं थी, बस सुबह नींद खुली और मैं अचानक से लैपटॉप खोलकर लिखने बैठ गया। बिना सोचे यह हुआ! असल में जब से #jwsd चैनल पर वाल्मीकि रामायण का वाचन कर रहा हूं, तब से सोते हुए भी मेरे मस्तिष्क में राम का नाम और रामायण चलती रहती है।

बाद में भार्या Shweta Deo ने बताया कि आज तो बेहद शुभ दिन है, जब आपने रामायण का समाजशास्त्र लिखना आरंभ किया है‌। मैंने उन्हें धन्यवाद दिया। मेरी पत्नी, मेरा बेटा जिज्ञासु और भतीजा लप्पू मुझे सर्वाधिक लेखक रूप में ही पसंद करते हैं!

मेरी अंतिम पुस्तक 2019 में आई थी। उसके बाद से मै अपनी कंपनी, प्रकाशन और पुस्तकों के लिए ई कामर्स को खड़ा करने में जुट गया था, जिस कारण पुस्तक लेखन छूट गया था। वैसे तो मेरी कंपनी 2012 से थी, लेकिन उसे विस्तृत करना भी आवश्यक था। आज 8 लोगों का परिवार इस कंपनी से चल रहा है। आज शुभ दिन पुनः पुस्तक लेखन का आरंभ रामायण लेखन से हो रहा है। यह रामजी की ही कृपा है। 🙏

पहले रामायण का चार खंड पूरा करने के उपरांत 'कहानी कम्यूनिस्टों की' के बचे दो खंड को पूरा करूंगा। इस बीच दो और छोटी पुस्तक 'हिंदू नाम विदेशियों' ने नहीं दिया और 'भारत के होने की कथा' पर अपनी शोध को पुस्तक का रूप देने का प्रयास करूंगा। बांकी श्रीराम जी की कृपा, वो कितना कराते हैं!

लेकिन अब पुस्तक लेखन नहीं रुकेगा, यह मैं अपने पाठकों को विश्वास दिलाता हूं। वंदे विष्णुं 🙏

फोटो:- मेरे टेबल पर आजकल हर तरह की रामायण से लेकर योग वासिष्ठ तक, जिसका आजकल अध्ययन चल रहा है, मौजूद है। इसमें वाल्मीकि रामायण, काकभुशुण्डि रामायण, अध्यात्म रामायण, आनंद रामायण, कंबन रामायण, कृतिवास रामायण, अद्भुत रामायण, तुलसीदासजी का रामचरितमानस आदि सहित रामायण पर अनेक टीकाएं उपलब्ध हैं। जय सियाराम 🙏
#SandeepDeo

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08 Feb, 09:41


शंकर शरण जी की पुस्तक 'दो राहे पर मुसलमान और हिंदू चिंता' का विश्व पुस्तक मेला, प्रगति मैदान में अभी लोकार्पण होने वाला है।

आप सभी को शंकर शरण जी की हस्ताक्षरित कॉपी चहिए तो प्रगति मैदान, दिल्ली के हॉल नं- 6, S-123, अक्षय प्रकाशन के स्टॉल पर पधारें। मैं भी आपको वहीं मिलूंगा। धन्यवाद । #sandeepdeo

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27 Jan, 07:59


पहली फरवरी को विचारक शंकर शरण जी की एक बेहद महत्वपूर्ण पुस्तक आ रही है। पुस्तक का नाम है, 'दो राहे पर मुसलमान और हिंदू चिंता: समस्या और समाधान।' शंकर शरण जी के अनुसार यह पुस्तक जितनी ज़रूरी मुस्लिमों के लिए है, उतनी ही ज़रूरी हिंदुओं के लिए भी है।

इस पुस्तक में हिंदू नजरिए से राजनीतिक इस्लाम की समस्याओं का आकलन है। साथ ही उस के समाधान का भी संकेत किया गया है। इस की सभी बातें मुसलमानों के साथ-साथ हिंदूओं के लिए भी विचारणीय हैं।

आप सब चाहें तो अपनी प्रति आज ही नीचे दिए लिंक पर क्लिक कर इसकी प्री-बुकिंग करा सकते हैं। आते ही यह पुस्तक आप लोगों को उपलब्ध करा दिया जाएगा। धन्यवाद 🌷

पुस्तक प्राप्ति Link: https://kapot.in/product/dorahe-par-musalman-aur-hindu-chinta-samasya-aur-samadhan-pb/

#SandeepDeo #kapotbooks #books #book #bookreview #पुस्तक_समीक्षा

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26 Jan, 03:41


समस्त भारतवासियों को गणतंत्र दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं! जय हिन्द!

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22 Jan, 03:16


@IndiaSpeaksISD
की रिपोर्टर सुजाता सैनी और कैमरापर्सन नीतिका जायसवाल प्रयागराज से महाकुंभ 2025 का महाकवरेज कर रही है। #ISD भेड़चाल कवरेज की जगह कुंभ क्षेत्र से विभिन्न पहलुओं पर ज्ञानवार्धक कवरेज दे रही है। आप इसे अवश्य देखें और अपना कीमती सुझाव भी दें। कुंभ का प्ले लिस्ट...👇धन्यवाद 🙏


https://www.youtube.com/playlist?list=PL8HFkULNTPakKrBMRrKn9cIE8dR2s-zLR

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21 Jan, 05:02


वेदों को समझना आम लोगों के लिए काफी दुरूह होता है।‌ कल से #JWSD YouTube channel पर वाल्मीकि रामायण के सुंदरकांड में हमने प्रवेश किया है। उसमें कुछ चीज मुझे वैदिक दृष्टि से समझना था। अचानक से मुझे इन पुस्तकों की याद आई और समस्या का समाधान निकल गया।

असल में यह पतली-सी पुस्तक 'वेद-विज्ञान वीथिका' वेद की सबसे प्राचीन व्याख्या द्वारा प्रतिपदित वैदिक जीवन, वैदिक साहित्य में उपलब्ध सामग्री का अर्थ और विवेचन को प्रस्तुत करता है। इसके संग्रहकर्ता और व्याख्याता प्रो दयानंद भार्गव हैं, जो संस्कृत के बहुत बड़े विद्वान पंडित मधुसूदन ओझा की शिष्य परंपरा में आते हैं। भार्गव जी स्वयं भी संस्कृत के बहुत बड़े विद्वान हैं। उनकी एक अन्य पुस्तक 'वेदविज्ञान-विश्वकोश' वैदिक साहित्य का विश्वकोश है।

वैदिक साहित्य, परिभाषा, अर्थ को समझने के लिए हर सनातनी के घर में यह दो पुस्तक अवश्य होनी चाहिए ताकि वह आवश्यकता पड़ने पर जिन वैदिक शब्दावलियों, परिभाषाओं आदि को समझना चाहता है, उसे समझ सके। नीचे दोनों पुस्तकों का लिंक उपलब्ध है, आप सब चाहें तो ले सकते हैं। धन्यवाद।

वेद-विज्ञान वीथिका लिंक: https://kapot.in/product/ved-vigyan-vithika/

वेदविज्ञान-विश्वकोश लिंक: https://kapot.in/product/ved-vigyan-vishwakosh/

#SandeepDeo #kapotbooks #books #book #bookreview #पुस्तक_समीक्षा

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14 Jan, 04:56


आप सभी को मकर संक्रांति की ढेर सारी शुभकामनाएं 🌅

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08 Jan, 04:45


नियति से न डरें, योग वासिष्ठ से संबल लें!

देश के सभी ज्योतिष इस पर एकमत हैं कि 2025 का वर्ष अच्छा नहीं रहने वाला है। आपदाएं, युद्ध, महामारी, अन्य विपदाओं का यह वर्ष होने वाला है। तो फिर इस वर्ष मानसिक संबल को बनाए कैसे रहें और यदि हमारे प्रारब्ध में कुछ दुर्भाग्य लिखा है तो उसे सौभाग्य में कैसे बदलें? इसका जवाब गुरु वसिष्ठ और श्रीराम के बीच हुए धर्म संवाद के रूप में उपलब्ध 'योगवासिष्ठ:' में हमें मिलता है।

श्री राम पूछते हैं, "गुरुदेव यदि संसार में सब बातें नियमित हैं (अर्थात् प्रारब्ध के कारण पहले से ही तय है) और कार्य-कारण नियम अटल है तो फिर पुरुषार्थ करने से ही क्या होगा? जो होना है, वही होगा, फिर हाथ-पैर पीटने की क्या आवश्यकता?"

वसिष्ठ कहते हैं- "प्रिय राम! इस प्रकार के दृष्टिकोण का आश्रय लेकर बुद्धिमान व्यक्ति को पुरुषार्थ का कभी त्याग नहीं करना चाहिए। नियति पुरुषार्थ के रूप से जगत को नियंत्रित करती है। पुरुषार्थ द्वारा ही नियति सफल होती है। पुरुषार्थ के द्वारा ही फल की प्राप्ति होती है- यह भी नियति का ही एक अंग है। यदि उचित कारण पुरुषार्थ द्वारा उपस्थित नहीं किए जाएंगे तो नि: संदेह इच्छित फल कैसे प्राप्त होगा?"

गुरु वसिष्ठ आगे कहते हैं, "वत्स प्रबल पुरुषार्थ कभी-कभी नियति को भी जीत लेता है।...यह जीव पुरुषार्थ के कारण ही 'पुरुष' कहलाता है। वह जैसा संकल्प करता है, संसार में वैसा ही होता है। वास्तविक कर्ता जीव का संकल्प ही है, नियति नहीं। नियति तो नियमित रूप से प्रकट होने का नाम है। नियति सृष्टि का नियम है, सृष्टि करने वाली नहीं है।"

अर्थात् सृष्टि का कर्ता तो किसी पुरुष का संकल्प और उस संकल्प के अनुसार किया गया पुरुषार्थ ही है। अतः पुरुषार्थ को न त्यागें। ईश्वर में आस्था रखते हुए, नाम जप, हनुमान चालीसा, रामरक्षा स्तोत्र, विष्णु सहस्रनाम या अपने ईष्ट के सहस्रनाम का प्रतिदिन पाठ करते हुए नियमित पूजा-अर्चना से अपने आचरण और मन को शुद्ध बनाते हुए अपने संकल्प को सुदृढ़ करें और सब कुछ परमात्मा पर छोड़ कर केवल पुरुषार्थ करें।

मेरी दृष्टि में 'योग वासिष्ठ' मानव सभ्यता का पहला मनोवैज्ञानिक ग्रंथ है। इसका मैं जितना पठन-पाठन करता जा रहा हूं, उतना ही अपने मन को समझते हुए उससे स्वतंत्र भी होता जा रहा हूं। स्वतंत्रता का आशय यहां मन पर मालकियत से है, जबकि सामान्यतया मनुष्य अपने मन का गुलाम होकर रह गया है। मन को अपने हिसाब से चलाने की विद्या है 'योगवासिष्ठ'!

आप सभी भी इस संकट काल में योग वासिष्ठ का अध्ययन अवश्य करें। गीता प्रेस से यह संक्षिप्त में प्रकाशित है और सस्ती भी है, जबकि चौखंबा से तीन मोटे खंड में प्रकाशित यह बृहत ग्रंथ है। मैं दोनों का लिंक नीचे दे रहा हूं। आप अपनी सुविधानुसार क्रय कर सकते हैं। 2025 के संकट काल में योग वासिष्ठ आपको न केवल संबल देगा, बल्कि आपका मार्गदर्शन भी करेगा और आपको अभय बना देगा।

गीता प्रेस से संक्षिप्त योग वासिष्ठ लिंक: https://kapot.in/product/sankshipt-yog-vasishtha/

चौखंबा से बृहत योग वासिष्ठ लिंक:
https://kapot.in/product/yogavashisth-maharamayanam/

#SandeepDeo #kapotbooks #books #book #bookreview #पुस्तक_समीक्षा #योग_वासिष्ठ  #yogvasisht

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05 Jan, 06:00


चौखंबा वाली मनुस्मृति का लिंक: https://kapot.in/product/manusmriti-shivraj-kaundinyayan/

#SandeepDeo #kapotbooks #books #book #bookreview #पुस्तक_समीक्षा #मनु_स्मृति #Manusmriti

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05 Jan, 06:00


योग वशिष्ठ कहता है, ज्ञान ही मुक्ति का एक मात्र आधार है!

आज कल कुछ पाखंडी ब्राह्मणों को भी देख रहा हूं कि वह बिना मनुस्मृति को पढ़े ही मनुस्मृति के विरुद्ध विषवमन कर रहे हैं और उनका दावा देखिए कि कह रहे हैं कि उन्होंने मनुस्मृति पढ़ रखी है! कमाल है! झूठ बोलते लज्जा भी नहीं आती ऐसे लोगों को!

भगवान श्रीराम अपने छोटे भाई भरत से कहते हैं कि भरत ज्ञानवान ब्राह्मणों को साथ रखना, लेकिन पाखंडी ब्राह्मणों से बच कर रहना। ये पाखंडी ब्राह्मण धर्म नहीं जानते, लेकिन धर्म को जानने का दावा करते हुए उसकी मनमानी व्याख्या करते हैं! आंबेडरवाद के प्रभाव में आज ऐसे ब्राह्मण युवकों की भरमार होती जा रही है!

अभी पुरी के शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज कह रहे थे कि बौद्धों का दर्शन पहले इतना मजबूत नहीं था, लेकिन ब्राह्मण जब बौद्ध बने तो उन्होंने उनके दर्शन को मजबूत बनाकर नयी ऊंचाई पर पहुंचा दिया। इसी तरह भारत के कम्युनिस्ट आंदोलन को भी ब्राह्मणों ने मजबूत बनाया। नंबूदरीपाद दुनिया के पहले चुने हुए कम्युनिस्ट मुख्यमंत्री बने।

ब्राह्मणों को सोचना चाहिए कि उनके इस आचरण के कारण आज वो 'पोलिटिकल-अछूत' बन चुके हैं। किसी संगठन, पार्टी और नेता का सबसे अधिक झंडा ब्राह्मण युवक ही उठाए दिखते हैं, भले उनका नेता उनसे 'हिसाब चुकता' करने की बात करता हो! अतः अन्य जातियों को दोष देने की जगह ब्राह्मणों को स्वयं में झांकना चाहिए कि वह धर्म विरुद्ध आचरण क्यों कर रहे हैं? मनु स्मृति भी ऐसे ब्राह्मणों को फटकारती है।

मनुस्मृति कहती है:-

योऽनधीत्व द्विजो वेदमन्यत्र कुरुते श्रमम्।
स जीवन्नेव शूद्रत्वमाशु गच्छति साऽन्वय:।।168।।/2

अर्थात्:- जो द्विजाति वेदाध्ययन किए बिना दूसरे काम में परिश्रम करता है, वह जीता हुआ ही पुत्र-पौत्रादि वंशजों के साथ शीघ्र ही शूद्रतुल्यता में प्राप्त होता है।

मैं मनुस्मृति पर शो तो कर ही रहा हूं, लेकिन मैं चाहता हूं कि सनातनी हिन्दू चाहे वह किसी भी जाति का हो, स्वयं मनुस्मृति पढ़े और पूरा पढ़ें फिर टिप्पणी करे।

चौखंबा और प्रभात प्रकाशन से प्रकाशित मनुस्मृति बेहद सरल अर्थ के साथ उपलब्ध है। किसी की टीका पढ़ने की जगह केवल श्लोक और उसका हिंदी अनुवाद पढ़िए। जब स्वयं में अर्थ स्पष्ट हो जाए तब किसी की टीका पढ़िए। सीधे टीका पढ़ने से आप टीकाकार के व्यक्तिनिष्ठ विचारों के प्रभाव में आ जाते हैं।

दोनों प्रकाशन के अर्थ में मामूली भेद है। चौखंबा वाली मनुस्मृति कुल्लूक भट्ट की व्याख्या पर आधारित और शिवराज आचार्य कौण्डिन्नायन द्वारा संपादित व अनुवादित है। वहीं प्रभात प्रकाशन वाली मनुस्मृति डॉ. रामचन्द्र वर्मा शास्त्री द्वारा अनुवादित है।

चौखंबा वाली में कहीं-कहीं कूट शब्दावली है, जो प्रभात प्रकाशन वाली मनुस्मृति पढ़ कर पूरी तरह से समझ में आता है। मैंने दोनों से मनुस्मृति के दो अध्याय को पढ़ा। उसी आधार पर कह रहा हूं। सभी 12 अध्याय मैं इस महीने पढ़कर पूरा कर लूंगा।

तीर लगने के बाद वाली ने भगवान श्रीराम के समक्ष बड़ी-बड़ी धर्म की बातें की थी, जो आज भी लोगों को तार्किक लगती है, परंतु महर्षि वाल्मीकि जी ने उसे 'धर्माभास' लिखा है। अर्थात् वह धर्म नहीं है, केवल धर्म का आभास कराती है!

वही हाल आज मनुस्मृति को न पढ़, उस पर बोलने वाले लोगों खासकर ब्राह्मण युवकों का होता जा रहा है। ब्राह्मण युवक शायद आंबेडकरवादी नव बौद्धों के प्रोपोगंडा के कारण अपराध भाव में जी रहे हैं, इसीलिए उनकी ही तरह बिना पढ़े और उनकी ही भाषा में मनुस्मृति पर टिप्पणी कर रहे हैं!

धर्म शास्त्र ब्राह्मणों के लिए पठन-पाठन, यज्ञ-याज्ञ और दान लेना-देना- यह छह कर्म बताते हैं, लेकिन आज किसी पार्टी, संस्था, नेता और अपने स्वघोषित गुरु विशेष की चापलूसी में ब्राह्मण युवक शास्त्र निर्धारित इन कर्मों को छोड़ कर चापलूसी को अंगीकार करते जा रहे हैं और फिर कहेंगे कि ब्राह्मणों का सम्मान नहीं होता!

अरे! जो तुम्हारा सम्मान नहीं करते, तुम रात-दिन उनका झंडा उठाए घूम रहे हो तो प्रकृति तुम्हें कहां से सम्मान दिलवाएगी? सम्मान अर्जित करना पड़ता है और वह धर्मशास्त्र निर्धारित अपने कर्म से मिलता है, न कि कलियुगी संस्थाओं और नेताओं का अनुगमन कर पाखंड वृत्ति अपनाने से!

असल में इस महाकुंभ में एक संस्था और पार्टी विशेष के हित में 'हिंदू संहिता' लाने का प्रयास चल रहा है, यही कारण है कि प्रथम मानव संहिता मनुस्मृति पर अचानक से हमले तेज हो रहे हैं, खासकर पार्टीबाज आंबेडकरवादियों, पाखंडी ब्राह्मणों और तथाकथित धर्मगुरुओं के द्वारा।

अतः मनुस्मृति स्वयं पढ़िए, क्योंकि योग वशिष्ठ में महर्षि वशिष्ठ कहते हैं, "ज्ञान ही मुक्ति का एक मात्र आधार है।" जय श्रीकृष्ण। 🙏 धन्यवाद।

प्रभात प्रकाशन वाली मनुस्मृति प्राप्ति लिंक: https://kapot.in/product/manusmriti/

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01 Jan, 03:35


नव कैलेंडर वर्ष की आप सभी को ढेर सारी शुभकामनाएं 🌷

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31 Dec, 07:53


हमें रामजन्म भूमि दिलवाने वाले न्यायविद् व सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता पी.एन.मिश्र से आप रामजन्म भूमि प्राप्त करने की असली कहानी उनके इस भाषण से जानिए। यह कहानी करीब 500 सालों के संघर्ष के हर उस नायक-नायिका का नाम आपके सामने रखता है, जिससे हिंदू समाज अभी तक अनभिज्ञ है।

यही नहीं, इलाहाबाद हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में लड़ी गई लड़ाई का तिथिवार वर्णन प्रस्तुत करता है यह वीडियो। इसमें भगवान श्री राम के अलौकिक हस्तक्षेप को भी आप सुनेंगे।

नि: संदेह यह सब आप पहली बार ही सुनेंगे और जानेंगे, वह भी सीधे प्राथमिक सोर्स से। मीडिया में जिसकी डिटेल रिपोर्टिंग कभी हुई ही नहीं आजतक, उस सच्चाई को आप सब बिना किसी अवरोध के सुनेंगे।

मिश्र जी का यह भाषण कुरुक्षेत्र धर्मोत्सव 2024 का भाषण है और जब वह यह बता रहे थे तब लोग इतने मंत्रमुग्ध होकर इसे सुन रहे थे कि दोपहर के भोजन का समय कब निकल गया, लोगों को पता ही नहीं चला।

बिना इस इतिहास और सच्चाई को जाने, आप रामजन्म भूमि प्राप्ति की अनुभूति से नहीं गुजर सकेंगे, ऐसा मेरा दावा है। हर सनातनी हिन्दू के लिए अब तक का सबसे महत्वपूर्ण वीडियो है यह। तो आज दोपहर 3 बजे आप तैयार रहिए इतिहास के नये पन्नों को खोलने के लिए। धन्यवाद।

https://www.youtube.com/watch?v=iy8UGRydLsU

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30 Dec, 09:13


कई सनातन धर्मियों ने मांग की थी कि चौखंबा प्रकाशन की मनु स्मृति मंगवा दीजिए। मैंने कल मंगवा कर इसे @KapotMedia पर उपलब्ध करा दिया है। अभी मुझे केवल 15 कॉपी ही मिली है। अतः जिनको चाहिए वो निम्न लिंक पर जाकर अपना आर्डर बुक कर सकते हैं।

चौखंबा की मनुस्मृति संस्कृत-हिंदी अनुवाद है और इसकी टीका शिवराज आचार्य कौण्डिन्नायन: ने की है। विस्तृत व्याख्या है। धन्यवाद।

मनुस्मृति प्राप्ति लिंक: https://kapot.in/product/manusmriti-shivraj-kaundinyayan/

#SandeepDeo #kapotbooks #books #book #bookreview #पुस्तक_समीक्षा #मनु_स्मृति #Manusmriti

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28 Dec, 10:44


मेरे पिछले पोस्ट से शायद कुछ गलहफहमी चली गई है कि मनुस्मृति की यह टीका किसी आर्य समाजी ने की है। लेकिन मैं बता दूं कि इस मनु स्मृति की व्याख्या किसी आर्य समाजी ने नहीं की है, बल्कि इसके टीकाकार डॉ. रामचन्द्र वर्मा शास्त्री हैं और इसे प्रभात प्रकाशन ने छापा है। धन्यवाद। #SandeepDeo

लिंक: https://kapot.in/product/manusmriti-pb/

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27 Dec, 06:45


कुरुक्षेत्र गुरुकुलम् फाउंडेशन (#KGF) की ओर से 'सनातन धर्म: भारतीय संस्कृति का मूल आधार' विषय पर 21 Dec 2024 को आयोजित सेमिनार की वीडियो झलक! सभी वक्ताओं का वीडियो भाषण की एडिटिंग चल रही है। उसे आगे जारी किया जाएगा। धन्यवाद।

Link: https://youtu.be/1kM23hnilEM

#kgfconf2024 #DeshKiska #SandeepDeo #कुरुक्षेत्रकाधर्मोत्सव

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26 Dec, 08:32


पुस्तकों से शत्रुता निभाती सरकार! न कोई पढ़ेगा, न सवाल मन में आएगा और फिर वह न सवाल पूछेगा!

Kapot Prakashan & e-commerce

26 Dec, 04:41


लोग अकसर मुझे पूछते रहते हैं कि मनु स्मृति की कौन-सी व्याख्या पढ़ूं, जो शुद्ध हो। मुझे जो मनुस्मृति संतुलित और शुद्ध लगती है, वह प्रभात प्रकाशन से प्रकाशित मनु स्मृति है। अर्थ समझने में भी आसानी है।

इसके अलावा मनुस्मृति पर आर्य समाजी डॉ सुरेंद्र कुमार का शोध गहरा है। यदि आप आर्य समाज से हैं तो इसे पढ़ सकते हैं।

मैं @IndiaSpeaksISD पर मनु स्मृति पर एक वीडियो श्रृंखला करने जा रहा हूं कि आखिर विधर्मी मनु स्मृति से इतने चिढ़ते क्यों हैं? इस पर पहला वीडियो 3 जनवरी 2025 को दोपहर 3 बजे आदरणीय Rameshwar Mishra Pankaj सर के साथ Live होगा। आप सब अपना समय आरक्षित कर लीजिए।

मैं नीचे प्रभात प्रकाशन से प्रकाशित मनु स्मृति पर @KapotMedia का लिंक दे रहा हूं। आप सब चाहें तो क्रय कर सकते हैं। धन्यवाद। #SandeepDeo

Link: https://kapot.in/product/manusmriti-pb/

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25 Dec, 11:16


गीता प्रेस की वर्ष 2025 की डायरी का यह आखिरी खेप है। इसके बाद यह कपोत पर उपलब्ध नहीं होगा। साल भर का हिंदू कैलेंडर, पंचांग, शुभ मुहुर्त को देखने के लिए इससे बेहतरीन उपहार और कोई नहीं है।

आखिरी 30 Copy बची हुई है। पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर निम्न लिंक पर जिनका आर्डर पहले आएगा, उनको भेजा जाएगा। धन्यवाद। #SandeepDeo

डायरी Link: https://kapot.in/product/gita-dainandini-geeta-press-diary-2025/

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20 Dec, 13:21


#ISDins कर रहे हैं 'सनातन धर्म: भारतीय संस्कृति का मूल आधार' सेमिनार को स्पांसर। ISDins को विशेष सम्मान देते हुए उन्हें मुख्य प्रायोजक के रूप में टाइटल स्पांसर में पोस्टर पर नाम दिया गया है। धन्यवाद #ISDins #SandeepDeo

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20 Dec, 11:24


कल के सेमिनार की तैयारी...। आप सभी #ISDins आइए...।

#kgfconf2024 #DeshKiska #SandeepDeo #कुरुक्षेत्रकाधर्मोत्सव

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20 Dec, 07:07


नमस्कार #ISDins , कल के सेमिनार की तिथि याद है न आपको? 'सनातन धर्म: भारतीय संस्कृति का मूल आधार।' इस विषय पर इतने सारे विद्वानों को सुनने का यह एक दुर्लभ अवसर है। इसमें जो वक्ता आ रहे हैं, वो अपने क्षेत्र के दिग्गज हैं, तो आपको बहुत कुछ जानने-समझने को मिलेगा। जैसे-

१) वरिष्ठ अधिवक्ता पी.एन.मिश्र- यह वह अधिवक्ता हैं, जिन्होंने पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट और बाद में सुप्रीम कोर्ट से हिंदुओं को रामजन्म भूमि दिलवाया। वह अदालत के अंदर लड़ी गई लड़ाई की अंदरूनी कहानी के साथ, उनके साथ भगवान राम द्वारा घटित चमत्कार भी बताएंगे।

कार्यक्रम के दूसरे हाफ में वह हर हिंदुओं की उस दुविधा को समाप्त करेंगे कि भगवान विष्णु के अवतार कौन से बुद्ध हैं?

२) एम.नागेश्वर राव- यह CBI के पूर्व डायरेक्टर हैं। आज हिंदुओं के अंदर जो शत्रु बोध समाप्त हो गया है, जिसके कारण पूरी दुनिया में उनके लिए एक देश भी नहीं बचा है, उस बारे में समझाएंगे।

३) वैष्णवाचार्य और तंत्राचार्य आपको सनातन धर्म के संप्रदाय और शक्ति के बारे में बताएंगे।

५) प्रो. मधु किश्वर- आज बंग्लादेश में हिंदुओं के विनाश और उसके मूल कारणों पर प्रकाश डालेंगी।

६) रितु राठौर- यह वर्तमान में हिंदू समाज में उभर रही पोलिटिकल जातिवाद की मूल समस्या पर प्रकाश डालेंगी।

७) डॉ शिल्पी तिवारी- यह सनातन धर्म से निकले विभिन्न पंथों के प्रभाव को स्पष्ट करेंगे।

८) विशाल सिंह- यह 2014 के बाद हिंदुओं के अंदर विकसित एक नयी धारा को रेखांकित करेंगे।

९) कमल रावत- कथावाचकों की भूमिका को स्पष्ट करेंगे।

रात्रि में Live भजन संध्या का भी आयोजन है ताकि दिन भर की चर्चा के बाद आपके मन को संगीत की शांति मिले।

ऐसे अवसर बार-बार नहीं आते। अतः आप अवश्य पधारें‌ और दोपहर व रात्रि का भोजन कार्यक्रम स्थल पर हमारे ही साथ करें।

सेमिनार की तिथि: 21 दिसंबर 2024
दिन: शनिवार।
स्थान: दीवान पैलेस, द्वारका सेक्टर -23, दिल्ली।
समय- सुबह 8 बजे से...

लोकेशन मैप:- https://maps.app.goo.gl/7Dcjbe3akHhf7KMf7

धन्यवाद।

भवदीय

आपका संदीप देव। #SandeepDeo

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17 Dec, 08:24


धर्म की सदा जय ही होती है!

शास्त्रों ने ऐसे ही नहीं कहा है, 'धर्मो रक्षति रक्षित:!' अर्थात् तुम धर्म की रक्षा करो, धर्म तुम्हारी रक्षा करेगा।

वर्ष 2021 की बात है। काशी कॉरिडोर निर्माण में उस अमृतेश्वर महादेव के मंदिर को ध्वस्त कर दिया गया (Pic2) जिसका वर्णन पुराणों में है और जो भक्तों को सीधे अमृत प्रदान करने वाले हैं।

काशी में मंदिरों के हो रहे विध्वंस पर स्थानीय रूप से आती रिपोर्ट पर विश्वास था मुझे, लेकिन मैं इसे अपनी आंखों से देख पर पुष्ट होना चाहता था। इसके लिए मैं काशी जाना चाहता था, जिसकी मैंने वीडियो में घोषणा की थी। इसके बाद एक बड़ी विभूति (नाम नहीं लेना चाहूंगा) ने मुझे निर्देश दिया कि 'आपको काशी जाने की आवश्यकता नहीं है।' मैं उनकी बात टाल नहीं सकता था। इसके बाद मेरी गाड़ी का एक बड़ा एक्सिडेंट हुआ, मैं और मेरा परिवार बाल-बाल बचा और मैं एक अदृश्य शक्ति द्वारा काशी में खींच लिया गया। निश्चित रूप से यह अदृश्य शक्ति महादेव की थी।

इसके बाद मैं सपरिवार काशी पहुंचा जहां मेरे मित्र Ajay Sharma जी ने मुझे वह हर मंदिर दिखाया, जो ध्वंस किया गया था, या ध्वंस किया जा रहा था। मैंने अपनी आंखों से दाढ़ी वाले म्लेच्छों को मंदिर और विग्रह पर हथौड़ा चलाते, वहां पान थूकते और पेशाब करते देखा! मैं रोने लगा था। मेरी पत्नी Shweta Deo ने मुझे ढांढ़स बंधाया और कहा कि टूटे मंदिरों के साथ अपनी तस्वीर लीजिए, अन्यथा आज का हिंदू ही इस पर विश्वास करने को तैयार नहीं होगा!

हम एक गुप्त रास्ते से अंदर गये थे और छुपाकर मोबाइल भी अंदर ले गये थे। कुछ टूटते मंदिरों के आगे खड़े होकर साक्ष्य के लिए मैंने तस्वीरें खिंचवाई, जिसमें एक तस्वीर अमृतेश्वर महादेव की टूटे मंदिर और उस स्थल को पाटने के प्रयास के समक्ष अजय जी ने मेरी खींची थी (Pic1).

काशी से लौटकर मैं खूब रोया और मैंने एक वीडियो की, जिसमें इस सारे साक्ष्यों को रखा गया। इधर सरकार, पार्टी आदि की ओर से एक बैठक बुलाई गई, जिसमें मुझे भी आमंत्रित किया गया। उस बैठक में बड़े-बड़े लोग थे। सबने मुझे ग्रील किया। अंत में एक बड़े व्यक्ति जो मेरे गुरु समान हैं और मुझे स्नेह देते हैं और जिनके आदेश पर मैं उस बैठक में पहुंचा था, मेरा पक्ष लिया और सभी उपस्थित जन को कहा कि 'संदीप देव बिना साक्ष्य के कुछ नहीं कहते। उन्होंने तब मोदीजी के विरुद्ध सारे साजिश को पुस्तक लिखकर उजागर किया था, जब आप लोगों में कोई सामने आने की हिम्मत नहीं कर रहा था। यदि वह कुछ कह रहे हैं तो उस पर ध्यान दीजिए न कि इन पर हमला कीजिए।'

मुझे याद है उस बैठक में संघ के मुख-पत्र पांचजन्य के संपादक हितेश शंकर भी थे, जिनको मैं अपना मित्र समझता था। लेकिन उन्होंने सरकारी चापलूसी में हद पार करते हुए, यह तक कह दिया कि 'आप बनारस के निवासी हैं? फिर आपने काशी की रिपोर्ट क्यों की?' मुझे हंसी आई कि यह व्यक्ति खुद को पत्रकार कहता है, लेकिन इसे पत्रकारिता का बेसिक तक पता नहीं है! क्या पांचजन्य का यह संपादक इन्फोसिस में काम किया था, जो इंफोसिस पर कवर रिपोर्ट पांचजन्य में लिखी गई थी? मैंने हंसते हुए कहा, वैसे मैं BHU में पढ़ा हूं तो आप मुझे काशीवासी ही समझिए! इनको पत्रकारिता सिखाने की मेरी कोई इच्छा नहीं थी, क्योंकि यह लोग कभी सीख भी नहीं सकते!

खैर, आज प्रसन्नता का दिन है। कल मित्र अजय शर्मा जी बताया कि जिस अमृतेश्वर महादेव मंदिर विध्वंस की बात आपने जोर-शोर से उठाई थी और बार-बार उठाई थी, उस मंदिर को सरकार ने बनवा दिया है।

आज बनारस के कमिश्नर, जो उस समय काशी के कलेक्टर थे, इसे संरक्षित कर वहां पूजा-पाठ करने पहुंचे हैं।(Pic-4) अजय शर्मा जी की फोटो भी अमृतेश्वर महादेव में पूजा अर्चना की है(Pic-3)। अजय शर्मा जी उन लोगों में हैं, जिन्होंने काशी में पौराणिक मंदिरों के विध्वंस को दुनिया के समक्ष रखा और हम जैसों को जागृत किया। आज वह काशी के मंदिरों से साईं बाबा की मूर्ति हटवा रहे हैं। उन्हें इसके लिए जेल भी जाना पड़ा, लेकिन इसके कारण यह आंदोलन बन गया और अब मंदिर के पुजारी स्वयं साईं की मूर्तियां मंदिरों से हटा रहे हैं।

अब मैं काशी जाऊंगा तो मैं भी वहां पूजा करने अवश्य जाऊंगा। टूटे मंदिर को पुनः बनवा कर सरकार ने हम-सबकी आवाज सुनी, इसके लिए उप्र सरकार और केंद्र सरकार, दोनों को धन्यवाद।

धर्म की राह पर कठिनाई बहुत आती है, परंतु यदि आप धर्म पर टिके रहते हैं तो धर्म अपने जागृत स्वरूप को स्पष्ट दर्शाता है। धर्म की सदा जय ही होती है! #SandeepDeo

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16 Dec, 13:58


वाल्मीकि रामायण, EP-63 किष्किन्धाकाण्ड, सर्ग-29 तक।

सुग्रीव का राज्याभिषेक और हनुमानजी की बुद्धिमता!

#JWSD Live On 9:00PM

https://www.youtube.com/watch?v=L4KK-TXriZE

Kapot Prakashan & e-commerce

11 Dec, 13:54


भगवान श्रीकृष्ण के आदेश!

गीता जयंती पर विशेष...

#JWSD LIVE ON 09.00PM

https://www.youtube.com/watch?v=1RLrkRll76U

Kapot Prakashan & e-commerce

06 Dec, 14:07


आज वाल्मीकि रामायण का वाचन #jwsd पर नहीं होगा। रामायण का अगला वाचन अब सीधे सोमवार रात्रि 9 बजे होगा। जयश्री राम 🙏 #sandeepdeo

Kapot Prakashan & e-commerce

06 Dec, 11:19


सनातन धर्म के देवी-देवताओं के प्रति अभद्र भाषा बोलने वाले नवबौद्धों और अंबेडकरवादियों को यह पुस्तक भेंट कर दो कोई हिंदी में अनुवाद करवा कर!

#SandeepDeo

Kapot Prakashan & e-commerce

06 Dec, 08:48


हिंदू राष्ट्र बनने की कितनी संभावना?

आदरणीय Rameshwar Mishra Pankaj जी के साथ, उनकी पुस्तक 'हिंदू राष्ट्र: क्या? क्यों? कैसै?' पर चर्चा आज दोपहर 3 बजे।

#ISD Live 6 Dec @ 3:00 PM

https://www.youtube.com/live/8tdEN9vppEc

Kapot Prakashan & e-commerce

06 Dec, 08:16


सेमिनार का विषय: गांधी: 1.0 और गांधी-2.0 भारत की दुर्दशा के कारक।

भाषण एवं शोध-पत्र प्रस्तुति:-

मधु किश्वर: लेखिका, शोधकर्ता एवं संस्थापक, मानुषी।

तिथि: 21 दिसंबर 2024
दिन: शनिवार।
स्थान: दीवान पैलेस, द्वारका सेक्टर -23, दिल्ली।

समय: सुबह 8 बजे से रात्रि 9 बजे तक।

निम्न लिंक पर स्वयं को पंजीकृत करें, डोनेट करें, स्पांसर बनें। धन्यवाद। 🙏

नोट: ISDins के लिए टिकट पर विशेष छूट उपलब्ध है।

Link: https://kgfbharat.org/bharat-kiska-conference/

#kgfconf2024 #DeshKiska #SandeepDeo

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06 Dec, 03:15


वाल्मीकि रामायण के वाचन के प्रति लोगों का स्नेह मुझे अभिभूत कर रहा है। 🙏

आप भी रामायण सुनने के लिए चैनल सब्सक्राइब कर सकते हैं। धन्यवाद।

चैनल लिंक: https://youtube.com/@sandeepdeo?si=U9zs3-mnAEJYeOp9

Kapot Prakashan & e-commerce

01 Dec, 08:14


21 दिसंबर को दिल्ली में सनातन धर्म के मूल सिद्धान्तों को लेकर सेमिनार हो रहा है। यह मूल सिद्धांत है, आस्तिकता Vs नास्तिकता का। धर्म में जिनकी आस्था है, और धर्म में जिनकी आस्था नहीं है, यह विमर्श उसे लेकर है। उस सेमिनार में आने वाले विद्वानों में से एक विद्वान एडवोकेट पी.एन.मिश्र पर यह डॉक्यूमेंट्री आप सभी के लिए...

इस सेमिनार में हर सनातनी का स्वागत है। निम्न लिंक पर आप पंजीकरण कर अपना सीट सुरक्षित कर सकते हैं। यह आपका समिनार है, जो यह तय करेगा कि #देश_किसका है! धन्यवाद।

Link: https://kgfbharat.org/bharat-kiska-conference/

#kgfconf2024 #DeshKiska #SandeepDeo

Kapot Prakashan & e-commerce

26 Nov, 08:17


कल जब मैंने भारतवर्ष के इतिहास पर भारतीय स्रोत से लिखी गई पहली और शायद अभी तक अकेली पुस्तक 'भारतवर्ष का बृहद् इतिहास' (दो खंड) के बारे में यह जानकारी दी कि यह Kapot Prakashan & e-commerce पर लोगों की मांग पर उपलब्ध करा दी गई है, तो काफी लोगों ने लिखा कि इसकी अनुसूची भी पोस्ट कीजिए। इसका फोंट आदि कैसा है?

इसलिए मैं उस पुस्तक के दोनों खंडों की अनुसूची यहां दे रहा हूं। आप सब पढ़ लें। इसका पुनः मुद्रण हुआ है तो इसका फोंट भी पठनीय है। अनुसूची से ही आपको पता लग जाएगा कि आपके हाथ कितना बड़ा खजाना लगने जा रहा है, बशर्ते आप भारत के मौलिक इतिहास में रुचि रखते हों तो। धन्यवाद।

पुस्तक प्राप्ति लिंक: https://kapot.in/product/bharatvarsh-ka-brihad-itihas-a-set-of-two-books/

#SandeepDeo #kapotbooks #books #book #bookreview #पुस्तक_समीक्षा

Kapot Prakashan & e-commerce

25 Nov, 07:30


वर्षों से अनुपलब्ध और दुर्लभ ग्रंथ पंडित भगवद्दत्त एवं सत्यश्रवा लिखित 'भारत का बृहद् इतिहास' पुनः प्रकाशित होकर आ गई है। पाठकों के आग्रह पर Kapot Prakashan & e-commerce ने प्रकाशक से बात की, लेकिन प्रकशक इसे पुनः छापने को तैयार नहीं थे कि फिर उन्होंने एक अन्य प्रकाशक को इसका वितरण अधिकार दिया और इस तरह यह छप कर आ गई।

मैं पहले भी लिख चुका हूं कि भारत के इतिहास को लेकर यह शायद पहली पुस्तक पुस्तक है जो पूरी तरह से भारतीय स्रोत अर्थात भारतीय ग्रंथ आदि पर आधारित है। वेद, ब्राह्मण ग्रन्थों, वाल्मीकि रामायण, महाभारत, पुराणों, विशाल संस्कृत वांग्मय, कौटिल्य के अर्थशास्त्र, बौद्ध एवं जैन ग्रंथ, कल्हण की राजतरंगिणी, शिलालेख, ताम्रपत्र, मुद्राएं- आदि सभी भारतीय स्रोतों से भारत का इतिहास लिखा गया है।

विदेशी इतिहासकारों ने जिस तरह भारत के इतिहास को छोटा बनाने, कालखंड को छोटा करने और मिथकीय साबित करने का प्रयास किया है, उसे शोधपूर्वक भगवद्दत्त जी ने न केवल जवाब दिया है, बल्कि भारतीय जन सामान्य को उसका वास्तविक इतिहास उसके अथाह धर्मग्रंथों से निकाल कर दिया है।

दो खंडों में यह पुस्तक पहली बार 1994 में छपी थी, फिर 2008, 2018 के बाद यह अब छपी है। वास्तव में यह पुस्तक भारतीय इतिहास के सिलेबस में होना चाहिए था, लेकिन दुर्भाग्यवश इस देश के बच्चों को आज भी औपनिवेशिक मानसिकता वाले इतिहासकारों की लिखी पुस्तक पढ़नी पड़ती है।

आप सब कम से कम स्वयं इसे पढ़े और अपने बच्चों को पढ़ाएं या सुनाएं, यदि भारत के वास्तविक इतिहास को समझना चाहते हैं तो। निम्न लिंक से आप कपोत से यह पुस्तक क्रय कर सकते हैं। धन्यवाद। #SandeepDeo


https://kapot.in/product/bharatvarsh-ka-brihad-itihas-a-set-of-two-books/

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24 Nov, 07:08


*21 दिसंबर 2024 को दिल्ली में 'देश किसका: श्रीराम, कृष्ण, शिव-शक्ति का अथवा बुद्ध, गांधी और संघ का?'* इस विषय पर यह पहला सेमिनार है। इस सेमिनार की सफलता पर बहुत कुछ निर्भर करेगा। इसके सफल होने के उपरांत हर वर्ष हिंदुओं के प्रमुख मुद्दे, हिंदू हित और उनके शास्त्रों को लेकर गंभीर व वास्तविक हिंदू विद्वानों को एक मंच पर लाकर पूरे देश में एक विमर्श खड़ा करना है और उनके द्वारा प्रस्तुत शोध पत्र को भारत सरकार, अन्य राज्य सरकारों व विपक्षी पार्टियों से लेकर विश्व भर के हिंदू बुद्धिजीवियों और UN तक को भेजा जाएगा।

जब तक हिंदुओं के वास्तविक मुद्दों पर विमर्श आरंभ नहीं होगा, हिंदुओं पर होने वाले वैश्विक हमले नहीं रुकेंगे और भारत में उनके अधिकार बहाल नहीं होंगे। हिंदू शास्त्रों को जब तक आम भाषा में आम लोगों तक नहीं पहुंचाया जाएगा, तब तक हिंदुओं का भला नहीं होगा।

अतः इस सेमिनार को सफल बनाना हर सनातनी हिंदू का दायित्व है। नीचे दिए लिंक पर आप पंजीकरण कराएं, विमर्श में आएं और यदि नहीं आ सकते तो इस सेमिनार को फंड और स्पांसरशिप के माध्यम से अपना सहयोग प्रदान करें। धन्यवाद। #SandeepDeo #DeshKiska #kgfconf2024

https://kgfbharat.org/bharat-kiska-conference/


*All donations to Kurukshetra Gurukulam Foundation (KGF) are eligible for Tax exemption under 80G of IT act ITBA/EXM/S80G/2020-21*

A/C Name- KURUKSHETRA GURUKULAM FOUNDATION (KGF)
Current Account - 9046207152
IFSC - KKBK0000199
Bank - Kotak Mahindra Bank
Branch: 4636 - DELHI-TILAK NAGAR
UPI Id- kgfbharat@kotak

Kapot Prakashan & e-commerce

22 Nov, 07:00


गीता दैनंदिनी (डायरी 2025) का जिनका भी आर्डर आया हुआ है, सबको भेजा जा चुका है। पूरे साल की हिंदू तिथि, व्रत-त्योहार से युक्त हिंदू पंचांग हर हिंदू के लिए अनमोल उपहार है। मैं पिछले पांच सालों से इस डायरी के उपयोग से ही हिंदू तिथि आदि की सही जानकारी रख पा रहा हूं।

हर वर्ष गीता प्रेस इसे सीमित संख्या में ही छापती है। Kapot Prakashan & e-commerce ने 300 डायरी मंगवाई थी, जिसमें से एक व्यक्ति ने ही 150 डायरी मंगवा लिया है अपने नाते-रिश्तेदारों, मित्रों और कर्मचारियों में बांटने के लिए। करीब 50 ऐसे निकल गया है‌। अब 100 डायरी बची हुई है। पहले आओ-पहले पाओ के अनुसार जिनका आर्डर पहले आएगा, उनको भेजा जाएगा। धन्यवाद । डायरी का लिंक निम्न है:-

Link: https://kapot.in/product/gita-dainandini-geeta-press-diary-2025/

#SandeepDeo

Kapot Prakashan & e-commerce

21 Nov, 08:06


देश किसका? हर सनातनी के लिए अपनी तरह का पहला कांफ्रेंस। नीचे दिए लिंक पर क्लिक कर रजिस्ट्रेशन करें। धन्यवाद।
Link:
https://kgfbharat.org/bharat-kiska-conference/

#kgfconf2024 #DeshKiska #SandeepDeo

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20 Nov, 15:11


EP-52: राम का विध्वंसक रूप देखकर सहमे लक्ष्मण!

वाल्मीकि रामायण, अरण्यकाण्ड, सर्ग- 66 सर्ग तक।

#JWSD Live @ 9 PM



https://www.youtube.com/live/5ML9T9Zed4U

Kapot Prakashan & e-commerce

20 Nov, 04:16


पहचान के भूखे, मतलबी और महत्वाकांक्षी लोगों से बचकर रहें। उनका साथ हर तरह से नुकसानदायक होता है।

वह अपनी पहचान स्थापित करने के लिए आपके नाम, आपके नेटवर्क और आपके संसाधनों का उपयोग करेंगे। जब उनका काम निकल जाएगा तो बीच में वह आपको धोखा देंगे और यदि आप उनकी चाल समझ उनसे दूर हो गये तो वो फिर आपके विरुद्ध प्रोपोगंडा करेंगे, आपके चरित्र पर कीचड़ उछालेंगे और आपको नुकसान पहुंचाने का भरपूर प्रयास करेंगे।

हर हाल में ऐसे बुरे लोग हानि ही करते हैं, अतः किसी को अपना उपयोग न करने दें! आगे बढ़ने और अपनी पहचान स्थापित करने के लिए मेरा उपयोग बहुतों ने किया है, इसलिए यह मेरा साक्षात अनुभव है। धन्यवाद।

#sandeepdeo

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19 Nov, 13:55


वाल्मीकि रामायण, अरण्यकाण्ड, सर्ग- 63 तक।

EP-51: राम का विलाप और लक्ष्मण पर प्रलाप!

#JWSD live @ 9:00 PM

https://www.youtube.com/live/giN53qWWuBw

Kapot Prakashan & e-commerce

19 Nov, 03:54


पत्नी आपकी सहचरी होती है। आपकी अच्छाइयों और बुराइयों से वह जितनी परिचित होती है, उतना कोई अन्य नहीं होता। इसीलिए पत्नी एक गंभीर आलोचक होती है। उसकी आलोचना सत्य के निकट होती है, क्योंकि वह लाग-लपेट नहीं करती, सीधा सत्य बताती है।

मेरी भार्या Shweta Deo तो और भी सत्याग्रही है। उसके द्वारा कही गई सत्य कई बार मुझे भी विचलित कर देता है, लेकिन वह सोने की तरह खरा बोलती है। बिल्कुल परवाह नहीं करती कि इससे मुझे बुरा लगेगा या भला! जो है, वह साफ-साफ मुंह पर बोल देती है।

मेरे द्वारा की जा रही वाल्मीकि रामायण श्रृंखला पर वैसे तो सभी दर्शकों का स्नेह और टिप्पणी मुझे प्रेरित करती है और मैं उन सभी का धन्यवाद करता हूं। परंतु आज सुबह-सुबह मेरी अर्द्धांगिनी ने जो टिप्पणी की, वह मेरी आत्मा को भिगो गया।

एक सनातनी होने के नाते मैं रामायण का पठन-पाठन-वाचन कर रहा हूं इसका संतोष तो है, परंतु वह सभी सनातनी दर्शकों के साथ-साथ मेरी धर्मपत्नी की आत्मा तक पहुंची, इसका संतोष कुछ ज्यादा है।

एक स्त्री का दर्द दूसरी स्त्री को एक पुरुष के कथन से महसूस हो, यह मायने रखता है‌। हालांकि यह महर्षि वाल्मीकि जी की लेखनी है, जो पढ़कर और सुनकर अंदर तक महसूस कराती है। इसीलिए वह आदि कवि हैं। मुझ पर कृपा सीयाराम की है और धन्यवाद महर्षि वाल्मीकि जी के प्रति है, जिन्होंने हमें वेद का ज्ञान रामायण में समा कर दिया।

सीता हरण और फिर सीताजी को रावण जब जबरदस्ती अपने महल में ले गया, वह जो दर्द महसूस हुआ, मेरी भार्या ने उसे निम्न शब्दों में आज सुबह ही व्यक्त किया है:-

"जब मैंने रामानंद सागर की रामायण देखी थी तब मुझे सीता जी का दुख उतना महसूस नहीं हुआ था, लेकिन जब आपके द्वारा कही गई रामायण सुनती हूं तो मुझे सीता जी की पीड़ा इतनी महसूस होती है कि मैं रोने लग जाती हूं। और रावण इतना भयानक और गंदा था, यह रामानंद सागर के रामायण को देखकर पता ही नहीं चला! वह आपके रामायण का वाचन सुनकर पता चलता है कि रावण कितन क्रूर, भयानक और अधम था।" धन्यवाद मेरी प्रिया!

साथ ही धन्यवाद मेरे सभी सनातनी बंधुओं का, जो इसे सुन रहे हैं। आज दो मित्रों की टिप्पणी संलग्न है, जिनमें से एक Ajay Chauhan जी मेरे साथ नयी दुनिया अखबार में काम कर चुके हैं। आपके साथ काम करने वाले पुराने साथी भी जब कहते हैं कि आपको सुनकर रामायण से जुड़े सारे भ्रम दूर हो गये तो फिर रामायण में और गहरे उतरने की प्रेरणा मिलती है।

मैंने लगभग सारी रामायण मंगवाई है और आज कल केवल रामायण ही रात-दिन पढ़ रहा हूं। शीघ्र इस पर एक शोधग्रंथ भी लिखूंगा, जिसमें हर सनातनी को उसके मन में उठते सभी प्रश्नों का उत्तर मिल जाएगा। धन्यवाद। जय रामजी की 🙏

रामायण श्रृंखला का प्ले लिस्ट, जिसे आप भी देख और सुन सकते हैं:- https://youtube.com/playlist?list=PLaX6Gtzy31nVefmCgoaLS9mVi8MEf5jba&si=pJKYGpCPPRUJ3K5h

#SandeepDeo

Kapot Prakashan & e-commerce

18 Nov, 04:33


रावण ब्राह्मण नहीं, राक्षस था, यह बार-बार वाल्मीकि रामायण में कहा गया है, परंतु न जाने क्यों बड़े से बड़ा कथावाचक उसे ब्राह्मण साबित करने पर तुला है। रावण को जन्म देने से पूर्व ही उसके पिता विश्वश्रवा उसकी माता कैकसी से कहते हैं कि तुम्हारा पुत्र राक्षस होगा, क्योंकि तुम संध्या के समय समागम की इच्छा लेकर मेरे पास आई हो। इसके अलावा भी वाल्मीकि जी रावण को अनेकों बार राक्षस ही लिखते हैं।

भगवान श्रीकृष्ण के गीता में दिए ज्ञान- 'चातुर्वर्ण्यं मया सृष्टं गुणकर्मविभागशः' को बिना समझे रावण को बार-बार ब्राह्मण कह कर उसके महिमा मंडन की एक अजीब कृत्रिम लहर पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है और इसके लिए VIP कथावाचकों का उपयोग किया जा रहा है‌।

वाल्मीकि रामायण में ही स्वयं श्रीराम जी भरत को गुणी ब्राह्मण और पाखंडी व नास्तिक ब्राह्मणों में अंतर करना बताते हैं और कहते हैं कि पाखंडी ब्राह्मण धर्म की अपनी मनमानी व्याख्या करता है, इसलिए उससे दूर रहो।

वनवास से पहले अपनी संपत्ति के बंटवारे में भी जिस तरह रामजी ब्राह्मणों का श्रेणीकरण करते हैं, उससे स्पष्ट है कि उनकी दृष्टि में केवल जन्म से ब्राह्मण होना पर्याप्त नहीं है, बल्कि कर्म से भी ब्राह्मणत्व साबित होना चाहिए। रावण न जन्म से ब्राह्मण था और न ही कर्म से! उसके जन्म से पूर्व उसके महान पिता ने उसके राक्षसत्व की घोषणा कर दी थी।

रावण रचित शिव तांडव स्तोत्रम् को लेकर भी झूठ फैलाया जाता रहा है। असल में रावण ने शिव को चुनौती दी थी और भगवान शिव ने बस अपने थोड़े से बल का प्रयोग किया तो रावण चीत्कार करने लगा, जोर-जोर से रोने लगा और अपने बचाव में अपने सहायकों के कहने पर शिव स्तोत्र गा कर शिव को मनाने का प्रयास करने लगा था। उसने शिवजी के प्रेम, भक्ति या उनकी श्रद्धा में‌ शिव स्तोत्रम की रचना नहीं की थी, बल्कि शिव से भय के कारण और उनसे बचने के लिए वह अनेक स्तोत्रों का पाठ करने लगा था। उसके रूदन के कारण ही शिव ने उसका नाम रावण रखा, अन्यथा उससे पहले वह दशग्रीव कहलाता था।

आप सभी के लिए रात्रि 9 बजे #jwsd YouTube channel पर लगातार मैं वाल्मीकि रामायण का वाचन कर रहा हूं। अभी तक 49 एपिसोड हो चुके हैं। अरण्यकाण्ड चल रहा है और सीता हरण तक मैं इसे आम भाषा में और आज के परिप्रेक्ष्य में कर चुका हूं।

पंचमक्कारों के आर्य-द्रविड़ संघर्ष, जातिवाद, परिवार व्यवस्था पर चोट, मूर्ति पूजा का विरोध, अवतारवाद को नहीं मानने आदि जैसे हर नरेशन को यदि आप ध्वस्त करना चाहते हैं तो वाल्मीकि रामायण या तो स्वयं पढ़ें या उनसे सुने जो बिना मिलावट और गाच-गाने के इसे आपके सामने वर्तमान परिप्रेक्ष्य में यथावत रख रहे हों।

इस श्रृंखला की समाप्ति के बाद मैं वाल्मीकि रामायण पर एक शोध ग्रंथ भी लिखने जा रहा हूं, जिसमें हर सनातनियों के सवाल का जवाब तो होगा ही, पंचमक्कारों के झूठ का प्रतिउत्तर भी उन्हें मिल जाएगा।

मेरे द्वारा की जा रही वाल्मीकि रामायण के पाठ का प्ले लिस्ट नीचे है। आप इसे सुन सकते हैं और इस चैनल को सब्सक्राइब कर सकते हैं। इस चैनल पर आगे भागवत पुराण, गीता, महाभारत आदि का भी सही पाठ व विश्लेषण प्रस्तुत किया जाएगा। एक वाल्मीकि रामायण ही यदि आपने ढंग से पढ़ या समझ लिया तो समझिए कि एक सनातनी के रूप में आपका जीवन सार्थक हो गया। धन्यवाद 🙏

Link: यह रहा वाल्मीकि रामायण का प्ले लिस्ट। आप इस यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब कर लीजिए। धन्यवाद।

Link: https://youtube.com/playlist?list=PLaX6Gtzy31nVefmCgoaLS9mVi8MEf5jba&si=ZommRYHTJoz2aY2H

#SandeepDeo

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15 Nov, 07:58


आप सभी को देव दीपावली एवं कार्तिक पूर्णिमा की ढेर सारी शुभकामनाएं। आज ही के दिन महादेव ने त्रिपुरासुर का अंत किया था, जिस कारण भगवान शिव का एक नाम त्रिपुरारी पड़ा।

भगवान भोलेनाथ की नगरी काशी में देव दीपावली पर सभी घाटों को दीये से सुसज्जित करने की बहुत पुरानी परंपरा है। आज गंगा स्नान का विशेष महात्म्य है। वंदे विष्णुं 🙏

#SandeepDeo

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14 Nov, 03:45


दो बार ठोकर खाने के बाद मुझे भगवान् श्रीकृष्ण की शिक्षा- 'स्वधर्मे निधनं श्रेयः परधर्मो भयावहः' समझ में आई। 🙏

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12 Nov, 05:55


देवउठनी एकादशी की आप सभी को ढेर सारी शुभकामनाएं! भगवान श्रीहरि विष्णु की कृपा आप सभी पर बनी रहे।

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11 Nov, 10:49


आप सबों के लिए नए कैलेंडर वर्ष पर गीता प्रेस की डायरी कपोत पर उपलब्ध करवा दिया गया है। साल भर हिंदू पंचांग, तिथि, मुहुर्त को समझने के लिए यह एक बेहतरीन उपहार है।

आपूर्ति कम और मांग अधिक होने के कारण पिछली बार बहुतों को यह उपलब्ध नहीं हो सका था। इसलिए आप इसे सही समय पर बुक कर लें।

डायरी के लिए लिंक :- https://kapot.in/product/gita-dainandini-geeta-press-diary-2025/

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10 Nov, 12:56


अक्षय नवमी में आज हमारी बाड़ी में आंवले के पेड़ के नीचे बन रहा है भोजन। आप सभी इस फोटो में नोट करें कि हमारी गृह सहायिका पनचोभ वाली भात (चावल) कैसे बना रही है? कूकर की जगह डेकची ( हंडिया) में भात पक रहा है और मिट्टी के चूल्हे पर पकाया जा रहा है।

हमारे गांव के घर में अभी भी कूकर में भात नहीं पकाया जाता है। इस भात का माड़ पसाया (निकाला) जाता है। पुराने जामने में भात ऐसे ही बनता था। आज की पीढ़ी ने कूकर देखा है, इसलिए उन्हें नहीं पता होगा यह विधि। ऐसा माना जाता है कि स्वास्थ्य के हिसाब से इस विधि से बनाए भात का लाभ अधिक होता है, बनिस्पत कूकर वाले भात के। तो गांव आज भी हमारे यहां जिंदा है।

#SandeepDeo

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10 Nov, 07:44


आज अक्षय नवमी है। हर वर्ष कार्तिक मास के शुक्लपक्ष की नवमी को अक्षय नवमी मनाई जाती है। इसे आंवला नवमी भी कहते हैं। इस दिन रात्रि में आंवला के पेड़ के नीचे भोजन पकाया जाता है और फिर परिवार के सभी लोग एकसाथ बैठकर आंवला पेड़ के नीचे ही भोजन करते हैं।

यह फोटो मेरे गांव के घर की बाड़ी (आम भाषा में बगीचा) का है। बाड़ी में आंवला के पेड़ के नीचे मिट्टी से लीपा गया है। यहीं आज रात्रि भोजना बनेगा और हम सभी साथ भोजन करेंगे।

आंवला को अमृत सदृश्य माना गया है। कहा जाता है कि इसके सेवन से च्वयन ऋषि का यौवन लौट आया था। आंवला विटामिन C का सबसे बड़ा स्रोत है। कार्तिक मास मौसम बदलने का समय है। यह शरद और हेमंत ऋतु का संधिकाल है। इस समय मौसमी बुखार, सर्दी-जुकाम, कफ की वृद्धि, वात का प्रकोप आदि होना सामान्य है। इस समय विटामिन C का सेवन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और इन संक्रामक बीमारियों से बचाता है‌।

हमारे ऋषि-मुनियों ने लोगों की सुरक्षा को धर्म से जोड़ कर मानव और प्रकृति दोनों की रक्षा का ज्ञान हमें दिया‌। इस कारण सदियां बीत गई, लेकिन लोग इसे नहीं भूल पाए और यह हमारे जीवन में सामान्य रूप से सम्मिलित रहा। हां, जो इस ज्ञान को भूल गये आज प्रदूषण, सांस की बीमारी और साधारण मौसमी बीमारी को झेलने में भी असमर्थ हैं और बात-बात पर एलोपैथिक दवा खाने को विवश हैं।

अतः पूरे जाड़े में किसी न किसी रूप में अपने प्रतिदिन के भोजन में आंवला अवश्य शामिल करें और मौसमी बीमारियों से दूर रहे! हर वर्ष अक्षय नवमी हमें इसी की याद दिलाता है। सनातन धर्म की जय। #SandeepDeo

Kapot Prakashan & e-commerce

09 Nov, 05:12


21 दिसंबर 2024 को दिल्ली में 'देश किसका: श्रीराम, कृष्ण, शिव-शक्ति का अथवा बुद्ध, गांधी और संघ का?' इस विषय पर यह पहला सेमिनार है। इस सेमिनार की सफलता पर बहुत कुछ निर्भर करेगा। इसके सफल होने के उपरांत हर वर्ष हिंदुओं के प्रमुख मुद्दे, हिंदू हित और उनके शास्त्रों को लेकर गंभीर व वास्तविक हिंदू विद्वानों को एक मंच पर लाकर पूरे देश में एक विमर्श खड़ा करना है और उनके द्वारा प्रस्तुत शोध पत्र को भारत सरकार, अन्य राज्य सरकारों व विपक्षी पार्टियों से लेकर विश्व भर के हिंदू बुद्धिजीवियों और UN तक को भेजा जाएगा।

जब तक हिंदुओं के वास्तविक मुद्दों पर विमर्श आरंभ नहीं होगा, हिंदुओं पर होने वाले वैश्विक हमले नहीं रुकेंगे और भारत में उनके अधिकार बहाल नहीं होंगे। हिंदू शास्त्रों को जब तक आम भाषा में आम लोगों तक नहीं पहुंचाया जाएगा, तब तक हिंदुओं का भला नहीं होगा।

अतः इस सेमिनार को सफल बनाना हर सनातनी हिंदू का दायित्व है। नीचे दिए लिंक पर आप पंजीकरण कराएं, विमर्श में आएं और यदि नहीं आ सकते तो इस सेमिनार को फंड और स्पांसरशिप के माध्यम से अपना सहयोग प्रदान करें। धन्यवाद। #SandeepDeo #DeshKiska #kgfconf2024

https://kgfbharat.org/bharat-kiska-conference/

Kapot Prakashan & e-commerce

08 Nov, 06:26


महत्वपूर्ण सूचना!

आप लोगों को बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि Kurukshetra Gurukulam Foundation-KGF 21 दिसंबर 2024 को दिल्ली के द्वारका में एक बड़े सेमिनार का आयोजन करने जा रहा है। विषय है- 'देश किसका?: श्रीराम, कृष्ण, शिव-शक्ति का अथवा बुद्ध, गांधी और संघ का।

इसमें बड़े-बड़े वक्ता संभाषण और लोगों के प्रश्नों का उत्तर देने के अलावा अपने विषय को लेकर पेपर भी प्रस्तुत करेंगे। इस पेपर को जर्नल में हिंदी/अंग्रेजी में प्रकाशित किया जाएगा और विश्व भर के हिंदू चिंतकों को भेजा जाएगा? जो वक्ता इस सेमिनार में आ रहे हैं और जिस विषय पर अपना वक्तव्य और पेपर को प्रस्तुत करेंगे, वह पोस्टर में दिया हुआ है।

कभी राम मनोहर लोहिया ने कहा था कि राम, कृष्ण और शिव भारत में पूर्णता के महान स्वप्न हैं। वहीं पिछले कुछ सालों में बार-बार इस देश को बुद्ध-गांधी का कह कर इसके वास्तविक सनातन स्वरूप से काटने का प्रयास चल रहा है।

देश और हिंदुओं के ओज और वीरता को सोख कर अहिंसा के अतिवाद की ओर पुनः ढकेला जा रहा है। राजा दाहिर की हार से लेकर भारत के विभाजन तक में हम इस अतिवादी अहिंसा को एक कारक के रूप में देख सकते हैं। हिंदुओं का और इस देश का पुनः विध्वंस न हो, इसके लिए आवश्यक है कि हम इस मुद्दे के विमर्श को आम हिंदू जनों तक पहुंचाएं और इससे होने वाले खतरों से सावधान करें। हमारा यही प्रयास है।

सीट लिमिटेड है, अतः आप इस सेमिनार का टिकट निम्न लिंक पर जाकर बुक कर सकते हैं और इस सेमिनार में अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर सकते हैं‌। धन्यवाद।

Ragistration Link: https://kgfbharat.org/bharat-kiska-conference/

#SandeepDeo #deshkiska #kgfconf2024

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07 Nov, 08:24


भगवान भास्कर की उपासना का महापर्व छठ पूजा का आज तीसरा दिन है। आज डुबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। आप सभी को छठ महापर्व की ढेर सारी शुभकामनाएं। छठ पर्व से जुड़ा इतिहास आप निम्न लिंक पर जाकर पढ़ सकते हैं। धन्यवाद। #SandeepDeo

मेरे लेख का लिंक:- https://www.indiaspeaksdaily.com/the-history-of-chhath-festival-is-linked-to-the-son-of-lord-krishna/

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01 Nov, 08:23


मेरे घर की दिवाली! #Dipawali2024 #diwali2024 #diwalispecial #diwalivibes #diwalicelebration #diwalidecorations #Diwali #dipawalispecial

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31 Oct, 07:13


आप सभी को दिवाली की ढेर सारी शुभकामनाएं। माता लक्ष्मी का वैभव और श्रीगणेश जी की बुद्धि हर सनातनी के अंदर वास करे। जय श्री लक्ष्मी-गणेश। 🙏 🌷

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31 Oct, 05:17


आपने मूल रामायण, महाभारत, उपनिषद, पुराण आदि को यदि अपने ज्ञान का आधार बनाया है तो हिंदू वेश में छिपे कालनेमी बिलबिला उठते हैं!

रामायण में महर्षि वाल्मीकि जी ने श्रीराम के जिस उच्च चरित्र का वर्णन किया है, उसके मेरे द्वारा वाचन से न केवल म्लेच्छ और नास्तिक बिलबिलाए हुए हैं, बल्कि 'अली-मौला' कथावाचकों के चेले भी असहज हैं!

सवाल है कि जब महर्षि वाल्मीकि लिखते हैं कि देवता भी राम के रण कौशल से चकित हो उठे, तो फिर ये कौन लोग हैं जो कमाई तो रामकथा के नाम पर कर रहे हैं, लेकिन 'रणकर्कश श्रीराम' के स्वरूप को प्रकट करने से डरते हैं कि कहीं हिंदू अपने जीवन में श्रीराम की वीरता का वरण न कर ले? इन्होंने जानबूझकर कथा की आड़ में हिंदुओं को नाच-गाना में उलझा कर नपुंसक बना रखा है!

'गांधी और बुद्ध की धरती' का नरेशन और कथा वाचकों का नाच-गाना कार्यक्रम, एक-दूसरे से जुड़ा हुआ एक ऐसा उपक्रम है, जो हिंदुओं को उनकी वास्तविक चेतना से जुड़ने में सबसे बड़ा बाधक बना हुआ है!

सच तो यह है कि रामकथा के नाम पर चार्टर विमानों से इस्लाम-ईसाईयत वाले देशों की यात्रा और वहां से डॉलर, पाउंड और दीनार पाकर इन दीनारी कथावाचकों ने ही राम-कृष्ण के योद्धा स्वरूप को छुपा कर हिंदुओं को क्लीव बनाने का षड्यंत्र रच रखा है! कथा के बीच 'अली-मौला' करने वालों ने हिंदुओं की पूरी पीढ़ी को जड़ बना दिया है, जबकि कथा चेतना का विस्तार करने वाली होनी चाहिए।

महर्षि वाल्मीकि जी रचित मूल रामायण की कथा #jwsd YouTube channel पर चलती रहेगी। म्लेच्छों, नास्तिकों और दीनारी बाबाओं के चेलों ने उधम मचा कर स्पष्ट कर दिया है कि मैं सही राह पर हूं।

सभी सनातनियों को दीपावली की ढेर सारी शुभकामनाएं। जयश्री राम।

#SandeepDeo

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30 Oct, 08:08


काली चौदस, नरक चतुर्दशी और छोटी दीपावली पर आप सभी सनातनियों को ढेर सारी शुभकामनाएं। मां काली आप सभी पर अपनी कृपा बनाए रखें। 🙏

#NarakaChaturdashi #kalichaudas #chotidiwali

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29 Oct, 08:06


ॐ धन्वंतराये नमः। आप सभी को धनवंतरी दिवस- धनतेरस की ढेर सारी शुभकामनाएं 🙏

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28 Oct, 08:32


हिंदू सनातन धर्म और दुनिया के अन्य मजहब-रिलीजन के बीच एक बड़ा अंतर गोत्र प्रणाली के कारण है। सनातन हिंदू धर्म में वंश प्रवर्तक ऋषियों को 'गोत्र प्रवर्तक' ऋषि कहा गया है। एक गोत्र में हिंदू समाज में विवाह नहीं होता और यह इतना वैज्ञानिक है कि इससे जेनेटिक बीमारियों के ट्रांसफर होने की संभावना नगण्य हो जाती है, जबकि जिस मजहब/रिलीजन में अपने निकट संबंधियों से विवाह का चलन है, उनमें जेनेटिक बीमारियां अधिक ट्रांसफर होती है।

सनातन धर्म ने इस वैज्ञानिकता को गोत्र प्रणाली से जोड़ा और जिन ऋषियों ने वैदिक मंत्रों के दर्शन किए उनके नाम पर गोत्र परंपरा का आरंभ हुआ। आगे चलकर ऋषियों की संततियां भी गोत्र प्रवर्तक बन गयी। यह व्यवस्था दुनिया के अन्य किसी मानव समाज में नहीं है।

सनातन धर्म के चारों वर्णों के अलग-अलग गोत्र प्रवर्तक ऋषि हैं और सभी वर्ण उसी अनुसार विवाह के लिए कम से कम आज भी इसका पालन कर रहे हैं। परंतु दुख की बात यह है कि हिंदू समाज अपने उन गोत्र प्रवर्तक ऋषियों के बारे में आज बहुत कुछ नहीं जानता है।

प्रसन्नता की बात यह है कि उन सभी ऋषियों के बारे में संपूर्ण जानकारियों को लेकर एक पुस्तक आई है, नाम है- 'गोत्र प्रवर्तक ऋषि: संक्षिप्त परिचय'। यह पुस्तक हमें हमारे पूर्वजों से मिलवाती है, इसलिए यह अनमोल पुस्तक है। यह सभी वर्ण के सभी हिंदुओं के घर में उपलब्ध हो, ऐसी पुस्तक है।

मुझे खुशी है कि Kapot Prakashan & e-commerce ने सनातन धर्म पर एक और अतुलनीय पुस्तक उपलब्ध कराया है। सभी हिंदू निम्न लिंक पर जाकर इस पुस्तक को क्रय कर सकते हैं। और यदि कोई सामर्थ्यवान नहीं है, तो उसका कोई सामर्थ्यवान साथी यह पुस्तक उसे क्रय कर भेंट कर सकता है। अपने वंश वृक्ष के आरंभ को भला कौन हिंदू नहीं जानना चाहेगा? धन्यवाद।

पुस्तक प्राप्ति लिंक: https://kapot.in/product/gotra-pravartak-rishi-sankshipt-parichay/


#SandeepDeo #kapotbooks #books #book #bookreview #पुस्तक_समीक्षा

Kapot Prakashan & e-commerce

26 Oct, 14:29


EP-44 खर ने काटा श्रीराम का धनुष!

त्रिशिरा और खर का वध!

वाल्मीकि रामायण, अरण्यकाण्ड।

#JWSD live @ 9:00 PM

https://www.youtube.com/watch?v=mEs2u5jPBYE

#SandeepDeo #ramkatha #ramkatha2024 #ramkathalive #valmikiramayan #ramayanbysdeo #ramayanreels #RamayanKatha

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25 Oct, 03:48


प्रतिदिन रात्रि 9 बजे वाल्मीकि रामायण सुनने के लिए Channel Link: https://youtube.com/@sandeepdeo?si=RndBfhun2eJkT58O

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24 Oct, 11:19


रामायण वितरण का कार्य आपको संतोष देगा और जिनके घर में रामायण पहुंचेगा वहां सुख-समृद्धि एवं शांति आएगी, जिसका पुण्य भी आपको मिलेगा। जयश्री राम।

#SandeepDeo

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23 Oct, 17:02


मूल वाल्मीकि रामायण की कथा, हिंदुओं में आत्मबल का संचार कर रहा है, यह श्रीराम जी की ही कृपा है। जयश्री राम।

#SandeepDeo #ramkatha #ramkatha2024 #ramkathalive #valmikiramayan #ramayanbysdeo #ramayanreels #RamayanKatha

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21 Oct, 08:42


#विष्णु_सहस्रनाम की लहर चल पड़ी है। लोग इसे Kapot Prakashan & e-commerce से मंगवा-मंगवा कर बांट रहे हैं। जयश्री हरि विष्णु 🙏

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19 Oct, 08:05


जनसंघ के पूर्व अध्यक्ष बलराज मधोक की लुप्तप्राय जीवनी छप कर कल Kapot Prakashan & e-commerce के कार्यालय में आ चुकी है। तीनों खंड एक साथ एक ही पुस्तक में है।

जिन-जिन के आर्डर आए हुए हैं, उन सभी को आज से भेजने का कार्य भी आरंभ हो चुका है। अगले सप्ताह आप सभी को यह पुस्तक मिल जाएगी। कुछ कॉपी अभी बचे हुए हैं‌। आप सब चाहें तो निम्न लिंक पर जाकर फ्रेश आर्डर कर सकते हैं।

यह पुस्तक न केवल एक जीवंत दस्तावेज है, बल्कि स्वतंत्र भारत का धड़कता इतिहास भी है। यही नहीं, इस पुस्तक में इतिहास के वह पन्ने भी खुलते हैं, जिसे किसी न किसी कारण दबा दिया गया है। धन्यवाद।

पुस्तक प्राप्ति लिंक: https://kapot.in/product/balraj-madhok-jindagi-ka-safar-sampoorna/

#SandeepDeo #kapotbooks #books #book #bookreview #पुस्तक_समीक्षा

Kapot Prakashan & e-commerce

17 Oct, 08:15


आदि कवि महर्षि वाल्मीकि की जयंती पर मैं आप लोगों को वाल्मीकि जी पर बहुत कुछ ऐसा लिखकर और बोल कर बताना चाहता था, जिसके बारे में अधिकांश भारतीय हिंदू समाज अनभिज्ञ है। परंतु आज कहीं निकलना पड़ गया, जिस कारण मैं लिख न सका‌।

आज रात्रि वाल्मीकि रामायण का पाठ जो #jwsd YouTube channel पर निरंतर चल रहा है, वह भी नहीं हो पाएगा। लेकिन वाल्मीकि जी पर लिखने और बोलने के लिए किसी विशेष तिथि की क्या आवश्यकता है? मैं आपको किसी अन्य दिन अवश्य लिखकर और बोलकर बताऊंगा‌।

स्कंद पुराण, आनंद रामायण और अध्यात्म रामायण में वाल्मीकि जी के जीवन का विशद वर्णन है। वाल्मीकि जी के एक नहीं, बल्कि तीन जन्मों की कथा हमारे धर्म ग्रंथों में उपलब्ध है। उनके द्वारा लिखित वाल्मीकि रामायण में तो साक्षात् वेद और वेद के परब्रह्म प्रकट हुए हैं।

वाल्मीकि रामायण की कथा क्रम में ही मैं आप सभी को वाल्मीकि जी की कथा भी अवश्य बताऊंगा। धन्यवाद। आप सभी को वाल्मीकि जयंती की शुभकामनाएं 🌷

#SandeepDeo

Kapot Prakashan & e-commerce

17 Oct, 07:05


https://www.instagram.com/sdeo76/profilecard/?igsh=eG8xN2xld3JqZGQ5

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15 Oct, 15:27


EP-37 आखिर राम से क्यों भयभीत हो उठे चित्रकूट के ऋषि?

#JWSD live @ 9:00 PM

https://www.youtube.com/live/5_eZQk-b_U8

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14 Oct, 14:36


इच्छवाकुओं का वंशवृक्ष- मनु से राम तक!

#JWSD live @ 9:00 PM

https://www.youtube.com/watch?v=MvDXwvN3Sgc

Kapot Prakashan & e-commerce

14 Oct, 08:30


जनसंघ के संस्थापकों में से एक बलराज मधोक की विस्फोटक जीवनी की पहली खेप में केवल 100 कॉपी छप रही है। अभी तक 65 लोगों के आर्डर आ चुके हैं, जिनको पुस्तक आते ही भेजा जाएगा। बांकी के 35 कापी में पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर जिनका आर्डर पहले आएगा, उनको भेजा जाएगा। यह पुस्तक भविष्य में फिर कब छपेगी मैं कह नहीं सकता? दिवाली तक तो १०० कापी ही प्रकाशित करने की योजना थी।

जिन पाठकों ने इस पुस्तक की मांग करते हुए मुझ पर इसे उपलब्ध कराने का दबाव बनाया था, मैं उनके प्रति अपना वचन निभाने में सफल रहा, इसकी मुझे प्रसन्नता है।

पुस्तक का लिंक नीचे है, जिस पर क्लिक कर आप अपनी प्रति सुरक्षित कर सकते हैं। WhatsApp आदि पर मुझे 'मेरी पुस्तक सुरक्षित रखिए', कहने से अच्छा है कि आप सीधे लिंक पर जाकर अपनी प्रति सुरक्षित कर लें, क्योंकि सभी पाठक एक समान हैं।  धन्यवाद।

पुस्तक प्राप्ति लिंक: https://kapot.in/product/balraj-madhok-jindagi-ka-safar-sampoorna/

#SandeepDeo #kapotbooks #books #book #bookreview #पुस्तक_समीक्षा

Kapot Prakashan & e-commerce

11 Oct, 04:27


किसी भी संकट में हो, इस मंत्र का जाप आरंभ कर दीजिए, कुछ क्षण में ही सारे संकट दूर हो जाएंगे। हां, परमात्मा में आस्थावान मनुष्यों पर ही यह काम करेगा।

अतः श्रीकृष्ण में अपनी आस्था सुदृढ़ कीजिए और संकट कभी आए ही नहीं इसलिए प्रतिदिन इस मंत्र का जाप मन ही मन करते रहिए। सोते-जागते, उठते-बैठते, चलते-फिरते यह मंत्र आपके अंदर चलता रहे, फिर श्रीकृष्ण की कृपा का साक्षात अनुभव कीजिए। वंदे विष्णुं 🙏

ॐ कृष्णाय वासुदेवाय
हरये परमात्मने।
प्रणतः क्लेशनाशाय
गोविंदाय नमो नमः।।

🙏🙏🙏

#विष्णु_सहस्रनाम
#SandeepDeo

Kapot Prakashan & e-commerce

07 Oct, 11:59


नवरात्रि में मैं प्रतिदिन रामायण की आध्यात्मिक, ऐतिहासिक, भौगोलिक, समाजशास्त्रीय और मनोवैज्ञानिक व्याख्या कर रहा हूं प्रतिदिन रात्रि 9 बजे #jwsd (Link: https://youtube.com/@sandeepdeo?si=vlBgwqF2KawPfmkM ) पर।

मुझे बहुत कुछ नया जानने-समझने को मिल रहा है रामायण में। सभी श्रोता भी यही कह रहे हैं कि रामायण में पहली बार इतनी नयी चीजें पता चल रही है जो पहले पता नहीं थी। आप सभी किसी दिन देखिएगा अवश्य ।🙏 #SandeepDeo

Kapot Prakashan & e-commerce

07 Oct, 08:24


अंबेडकरवादी, नव बौद्ध वादी और हिंदू धर्म का हर विरोधी मनु स्मृति पर लगातार हमला करते रहते हैं। मनु स्मृति को लेकर काफी सारे कुतर्क गढ़े जाते हैं। इसका जवाब पढ़े-लिखे हिंदू भी नहीं दे पाते, क्योंकि मनु स्मृति इन्होंने पढ़ी ही नहीं है। डॉ. सुरेन्द्र कुमार की 'मनुस्मृति का पुनर्मूल्यांकन' उन सभी सवालों का जवाब मनुस्मृति से ही देती है, जिसे लेकर विधर्मी सनातन हिंदू समाज पर हमला करते रहते हैं।

जैसे - १) आंबेडकर मत में मनुस्मृति और मनु स्मृति की प्रतिष्ठा
२) स्वयं-भू मनु का जीवन परिचय
३) विदेशी विद्वानों द्वारा मनु की प्रशंसा
४) मनु और मनुस्मृति की विश्व में प्रतिष्ठा
५) मनु स्मृति का काल निर्धारण
६) जंबू द्वीप का परिचय
७) मनु स्मृति की प्राचीनता
८) मनु स्मृति की मौलिक मान्यताएं
९) मनु व्यवस्था में शुद्र कौन?
१०) ऋषि, देव, पितर आदि कौन?

मेरे हिसाब से प्रत्येक हिंदू को यह पुस्तक अवश्य पढ़ना चाहिए ताकि विश्व की प्रथम सामाजिक और संवैधानिक व्यवस्था के संबंध वह आत्मविश्वास के साथ हर उस विधर्मी को जवाब दे सके, जो हिंदू धर्म पर हमलावर है।

यह भी एक रेयर अर्थात् अतुलनीय पुस्तक है। मेरा प्रयास Kapot Prakashan & e-commerce पर हर वह पुस्तक उपलब्ध कराने का है, जिससे हिंदू शस्त्र प्रवीण हो जाए और तर्कशीलता में कोई विधर्मी उसके समक्ष टिक न पाए। धन्यवाद।

पुस्तक लिंक: https://kapot.in/product/manusmriti-ka-punarmulyankan/

#SandeepDeo #kapotbooks #books #book #bookreview #पुस्तक_समीक्षा

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06 Oct, 08:08


आपके लिए दिवाली गिफ्ट के रूप में बलराज मधोक की जीवनी हम शीघ्र आप तक लेकर आ रहे हैं!

आप सभी के लिए खुशखबरी है। जनसंघ के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय बलराज मधोक की जो जीवनी छपनी बंद हो गई थी, पाठकों की बार-बार मांग पर मैंने पब्लिशर से बात की। पहले तो वो छापने को तैयार नहीं थे, लेकिन मेरे अत्यधिक आग्रह पर वह उतनी ही कॉपी छापने को तैयार हुए हैं, जितनी मांग होगी। बाजार में इसे उतारना अभी के राजनैतिक माहौल में उचित नहीं है, इसलिए जितनी डिमांड होगी, उतनी ही छप कर आएगी।

मधोक की तीन खंडों में छपी जीवनी एक ही जिल्द में छप कर आपको मिल जाएगी( पुस्तक की नयी कवर पोस्ट में संलग्न है)। अतः प्री-बुकिंग खोल दी गई है। जितनी ऑर्डर आएगी, उतनी ही पुस्तक छपेगी। प्री-बुकिंग के बाद छपने के लिए आपको हमें धैर्य के साथ करीब 15 दिन का समय देना होगा, फिर आप तक यह पुस्तक हम पहुंचा देंगे।

जिनको नहीं मालूम है उनको बता दूं कि बलराज मधोक जनसंघ के संस्थापकों में से एक थे और बाद में वह इसके अध्यक्ष भी बने। संघ-जनसंघ-भाजपा की अंदरूनी सच्चाई लिखने के कारण उनको वनवास में ढकेल दिया गया था। आज वह इस दुनिया में नहीं हैं। एक उदाहरण देता हूं, दीन दयाल उपाध्याय की हत्या में संघ-जनसंघ के तीन पदाधिकारियों की संलिप्तता को उजागर करने के कारण उनको षड्यंत्र रचकर जनसंघ से निकाल दिया गया था।

यह एक विस्फोटक जीवनी है, जो 1947 से 1984 (इंदिरा गांधी की हत्या तक) तक के भारत की राजनीतिक इतिहास को बिना लाग-लपेट के लिखती है। कांग्रेस-जनसंघ सबकी राजनीति इस पुस्तक से बेनकाब हो जाती है। इस पुस्तक के कारण ही पहली बार मुझे पता चला था कि जनसंघ वाली जनता पार्टी की सरकार ने पहली बार अल्पसंख्यक आयोग बनाया था।

स्वतंत्रत भारत के राजनीतिक इतिहास को इस पुस्तक को पढ़े बिना नहीं समझा जा सकता है। यदि एक संतुलित दृष्टिकोण चाहिए भारत की राजनीति को समझने के लिए तो यह एक अनिवार्य पुस्तक है। कश्मीर समस्या से लेकर आज की सेक्यूलर और तुष्टिकरण समस्या तक की जड़ तक आप इस पुस्तक को पढ़ कर समझ सकते हैं।

पुस्तक प्री-बुकिंग पर छूट भी उपलब्ध है और यह प्री-बुकिंग से ही मिल पाएगी।

पुस्तक का लिंक:

https://kapot.in/product/balraj-madhok-jindagi-ka-safar-sampoorna/

#SandeepDeo #kapotbooks #books #book #bookreview #पुस्तक_समीक्षा

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04 Oct, 15:16


रामायण श्रृंखला EP-29
कौशल्या के किस बात से सीता विचलित हो गई?

#JWSD live @ 9:00 PM

https://www.youtube.com/live/khNDZetyowY

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02 Oct, 16:12


कल से अर्थात 3 OCT नवरात्रि के प्रथम दिन से दिवाली 30 OCT 2024 तक Journey with Sandeep Deo YouTube channel #jwsd पर प्रत्येक रात्रि 9 बजे मूल वाल्मीकि रामायण का वाचन और विवेचना आरंभ हो रही है। आप सब चाहें तो निम्न लिंक पर जाकर चैनल को Subscribe कर सकते हैं। धन्यवाद।

#jwsd Channel Link: https://youtube.com/@sandeepdeo?si=UdycPIQGA9XpkzZr

Kapot Prakashan & e-commerce

30 Sep, 05:00


मैंने कुकु FM पर अपना एकाउंट बनाया है। वहां पुराण, रामायण, महाभारत, एवं अन्य भारतीय ग्रंथों पर ऑडियो श्रृंखला अपलोड किया जाएगा। आप सभी निम्न लिंक से जुड़ सकते हैं। धन्यवाद। #SandeepDeo

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