सोचिए...
यदि प्रधानमन्त्री मोदी जी कह दें कि शौचालय जाने के बाद हाथ साबुन से धोना आवश्यक है। तो कुछ नेताओं की प्रतिक्रिया इस प्रकार हो सकती है।
केजरीवाल:
मोदी ने साबुन कम्पनियों से रुपये लिये हैं जी! हम दिल्ली में अलग साबुन नीति लागू करेंगे! 🧼
राहुल गाँधी:
मोदीजी गरीबों का साबुन खर्च करवाना चाहते हैं! देखो भैय्या इधर हाथ तुम धोओगे उधर पैसा अदानी के खाते में चला जाएगा! 🤑
ओवैसी:
मैं हाथ साबुन से नहीं धोऊँगा। कोई जबरदस्ती है क्या, ऐसा संविधान में तो कहीं नहीं लिखा है, कि शौच के बाद हाथ धोयें। मोडी मेरे गर्दन पर चाकू भी रखोगे तब भी नहीं धोऊंगा मैं हाथ! 🚫🧼
मायावतीः
यह मनुवादी व्यवस्था है, इसका हम विरोध करते हैं। पिछड़ों को छूट मिलना चाहिए केवल हफ्ते में एक बार हाथ साबुन से धोने के लिए! ✊
दीदी:
ये सोब भाजपा वालों की साज़िश है, यहां तो सोब पोत्थर से ही रोगड़ेगा! 🪨
कपिल सिब्बलः
अरे, शौचालय मेरा, शौच मेरी, हाथ मेरा, मैं क्यों धोऊँ? 🙅♂️🧼
टोंटिचोरः
मेरे होते हुए पीडीए वालों को यूपी में हाथ धोने की कोई जरूरत नहीं है यह भाजपा का साबुन है! हम सपाई जब सत्ता में आएंगे तब अपना साबुन लाएंगे! 🚫🧼
लालू:
ई जे है से कोनो आर एस एस का चाल है हम ई मोदिया को हटाने के लिए साबुन हटाओ भाजपा भगाओ का महारैला करेंगे! 🗣️🚫🧼
जर्मन शेफर्ड:
दोस्तों क्या आप जानते हैं कि मोदी जी आपको साबुन इस्तेमाल करने पर फोर्स कर रहे हैं इसलिए वह डिक्टेटर हैं! 👨✈️
रविसुद्दीन:
प्रधानमंत्री को क्या जरूरत थी यह बात कहने की और ऊपर से गोदी मीडिया इस बात का खूब प्रचार कर रही है जिससे देश में हिंदुत्व जैसे कैंसर को समर्थन मिल रहा है! 📢
गिरिराज:
जो मान्यवर साबुन से हाथ नहीं धोना चाहते हैं वे पाकिस्तान चले जायें! 🇵🇰🧼
... और आखिर में;
मुकेश अंबानी:
"स्वस्थ राष्ट्र के स्नान की शुरुआत, जिओ साबुन के साथ।" एक साबुन पर 500MB 4जी जियो डाटा फ्री। 📱🧼