आज जेएसएससी CGL रिज़ल्ट जारी हुआ लेकिन कोई उत्साह या कोई खुशी छात्र समुदाय में दिखाई नहीं दे रही है। वर्षों से जो छात्र दिन रात मेहनत कर झारखंड CGL के लिए अपना सब कुछ लगा दिए थे, CGL की नौकरी को अपना सपना बना लिए थे उनके लिए आज का दिन किसी बुरे सपने से कम नहीं है।
आज के रिजल्ट में 3 बातें दिखाई दे रही है:
पहली बात - JSSC नियमित में सीटों की संख्या 2017 एवम् JSSC बैकलॉग में 8 सीट। अर्थात लगभग 2025 सीट के लिए विज्ञापन था। आज के रिज़ल्ट में डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए 2231 लोगों को बुलाया गया है मतलब 206 अभ्यर्थी को ज्यादा बुलाया गया है। इसमें 99% लोगों की नौकरी पक्की होगी क्योंकि कुछ लोग DV में भाग नहीं लेंगे।
दूसरी बात: जो अभ्यर्थी सफल हुए हैं चाहें मेरिट या जिस भी प्रकार से वे अपना डॉक्युमेंट रेडी कर लीजिए। 16 दिसंबर से 20 दिसंबर तक DV होगा। आप सभी को बधाई। क्योंकि आप सभी का लगभग ज्वॉइन होना तय है। मेरे पास छात्रों की संख्या काफी अधिक थी लगभग 3500 । इनमें कुछ प्रतिभावान एवम् मेहनती छात्र का रिजल्ट हुआ भी है लेकिन अधिकांश मेहनती छात्र असफल रहे जो गलत ट्रेंड की ओर इशारा कर रहा है। फिर मेरे छात्र एवम् अन्य छात्र जो सफल हुए हैं उनको हार्दिक बधाई एवम् भविष्य की शुभ कामनाएं।
तीसरी बात: अब बात उन असफल छात्रों की जो क्लास एवम् टेस्ट में टॉपर रहते थे। आज जब रिजल्ट आया तो बुरी तरह बाहर हो गए। एक सन्नाटा छा गया। लगा जैसे कोई चमकता सपना छीन कर ले गया। झारखंड के मेहनत कश छात्रों में एक ऐसा अंधेरा या निराशा हाथ लगी है जिसमें उजाला आने शायद वर्षों लग जाएंगे। अपने राज्य के नौजवानों कैसे बर्बाद करना वह झारखंड जैसे से सीखा जा सकता है। यह रिजल्ट एक ऐसा दर्द दे गया है जिसका कोई इलाज नहीं। सिस्टम को दोष दें या सरकार को कुछ समझ नहीं आता। क्या पैसे देकर भी सीट खरीदी और बेची जा सकती है। क्या ये सब्जी बाज़ार है। क्या झारखंड एक चारागाह बन चुका है जिसे जब चाहो लूटो और आराम से नौकरी खरीदो और बेचो।
निष्कर्ष रूप में बोलना चाहेंगे कि जब अब सरकार रिपीट हुई है तो लगता है कि सरकार ही सही है और हम सारे टीचर समुदाय गलत। क्योंकि जनता सरकार के साथ है। लोकतंत्र एक ऐसा तंत्र है जनता ही राजा होती है। छात्रों का मुद्दा कोई मुद्दा नहीं है। छात्रों के साथ होने वाला अन्याय कोई अन्याय नहीं है। सभी मुक दर्शक है। झारखंड का नौजवानों को छला गया उनकी जिन्दगी बर्बाद की गई। अब तो ना कोई बोलने वाला ना ही सुनने वाला। हम लोग ज्यादा बोलेंगे तो सो कॉल्ड पार्टी के एजेंट कहे जाएंगे...... खैर झारखंड सबका है..... सरकार सबकी है..... उम्मीद करेंगे कुछ अच्छा होगा.... अंधेरा छंटेगा.... सूरज निकलेगा।।
R K PANDEY JOHAR EDU CAMPUS DELHI