Dear 🌹जिंदगी @jindgi7 Channel on Telegram

Dear 🌹जिंदगी

@jindgi7


मैं
मेरी कलम...🖋️
मेरी किताबें...📚
मेरा संघर्षशील जीवन....🖋️📝📝📝
#motivation quots
#life related facts
#lifeline#lovestories#mylifestories
#struggle#shayri
- बेरोजगार मीत

Dear 🌹जिंदगी (Hindi)

आपका स्वागत है 🌹जिंदगी चैनल पर! यह चैनल jindgi7 आपको मनोरंजन और प्रेरणा के साथ संबंधित फैक्ट्स, लाइफस्टाइल, कविताएं, शायरी, और कहानियों का एक साथ कलेक्शन प्रदान करता है। यहाँ पर आपको मिलेंगे मनोरंजन, प्रेरणा, और जीवन से जुड़े अनमोल संदेश। चैनल में आपको जीवन के हर पहलू के बारे में जानकारी मिलेगी जो आपकी जिंदगी में नई रौशनी भर सकती है। इसके साथ ही, यहाँ आपको प्रेरणादायक उद्धरण, कहानियां, और शायरी भी मिलेगी। जीवन के हर पल को खूबसूरत बनाने के लिए, आइए जुड़ें 🌹जिंदगी चैनल से।

Dear 🌹जिंदगी

30 Nov, 14:38


Dear🌹 ज़िंदगी _615

https://youtube.com/shorts/oxQfji0EXC8?si=dwiLZxk6jS1lh_Ce

Dear 🌹जिंदगी

28 Nov, 02:24


शुक्रिया इंदौर...
शुक्रिया विनय उजाला🌹

Dear 🌹जिंदगी

26 Nov, 14:15


Dear🌹 ज़िंदगी _614

सब कुछ खो चुके हैं तो चलो फिर
एक नई कहानी शुरू करते हैं....
आज फिर एक बार दोस्तों में बैठकर कुछ नई बात करते हैं...
कब तक हम उसी पुरानी कहानी को दोहराते रहेंगे...
कब तक हम पुराने गीत गाते रहेंगे...
क्या हम हवाओं से तूफान अब बना नहीं सकते...
क्या अब हम अपनी हुंकार से किसी को जला नहीं सकते...

इन छलनी हाथों को आराम की आदत कबसे हो गई...
इस ऊर्जावान इंसान को थकने की आदत कब से हो गई...

ये इंसान तो वो है जो कभी रोता ही नहीं था...
दिन रात करता था मेहनत...कभी थकता ही नहीं था....

वक्त की मार से ढल गया है तो क्या हुआ....
अपनों ने साथ छोड़ दिया है तो क्या हुआ...

सब कुछ अच्छे से शुरू करने का तू हौसला रखता है यार....
तू कर सकता है सब कुछ....ऐसा जज्बा रखता है यार....

तू अपने वजूद को भूल गया है..पर अब इसे पहचान ले....
कोई साथ नहीं देगा इन दिनों में...बस इतना सा सच जान ले....

तू तो बस शुरुआत कर.. बाज़ी पलटने की हिम्मत रखते हैं हम...
चाहे कैसा तूफान उठे...पार करने की हिम्मत रखते हैं हम...!!

- मीत

https://youtube.com/shorts/LxiIJn7VXv4?si=q-2IhyI0E-lDjYFR

Dear 🌹जिंदगी

26 Nov, 03:05


Dear 🌹 जिंदगी _613

शब्दों की सरलता इतनी है कि
हर कोई मुझे फकीर समझ लेता है....

इतने पौराणिक विचार रखे हैं मन में..
कि हर कोई लकीर का फकीर समझ लेता है...

और हमको जो मिला है जीवन में..
मेहनत से ही मिला है....
जीत जाने के बाद हर कोई इसे हमारी...अच्छी तकदीर समझ लेता है......!!!

- मीत

Dear 🌹जिंदगी

25 Nov, 03:21


Dear🌹 ज़िंदगी _612

https://youtube.com/shorts/raiJUioW_UA?si=dQE_veBuMhmsqMjL

Dear 🌹जिंदगी

24 Nov, 12:13


Dear🌹 ज़िंदगी _611

पल भर में मन की बातों की शब्द बनाकर लिखते लिखते...अब लिखना छूट रहा है...
इतना गम किसी के बिछड़ने से नहीं हुआ ....जितना कलम के रूठ जाने का है....
आजकल शब्द कहां गुम हैं...मालूम नहीं.....
शायद एक लंबी यात्रा पर गए हैं...
या तो थक गए होंगे..
मेरी बातें लिखते - लिखते...
या बेफिजूल की बातों के लिए
अपना समय बर्बाद नहीं करना चाहते होंगे....
खैर..!!!कुछ नईं किताबें...
या खुद की पुरानी कहानियों और कुरेदी जाएंगी....
शायद कोई नए शब्दों का खजाना मिल जाए.....नहीं तो पुराना घाव ही सही...!!!

- मीत @jindgi7

Dear 🌹जिंदगी

23 Nov, 04:28


मां🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹❤️

https://youtube.com/shorts/wBz5lkuxPZA?si=r_C93YS8bGwtKJsi

Dear 🌹जिंदगी

23 Nov, 02:52


Dear🌹 ज़िंदगी _610

जीवन में कमाई बहुत सारी डिग्रियां...कुछ प्रमाण पत्र...
महज अब कागज के टुकड़े लगते हैं....
कॉलेज के दिनों में IAS का ख्वाब पालने वाले ...अब बेरोजगारी की ऐसी मार को झेल रहे हैं कि
पशु परिचर तक आ गए हैं...
समाज की मुख्य धारा से जुड़ने का एक आधार तय कर दिया गया..
जिसका नाम है..
" सरकारी नौकरी"

अध्यापक के परिचय में तो सामने वाला ये भी पूछ लेता है कि
प्राइवेट हो या सरकारी...

खैर...वजह चाहे जो भी रही हो...
किसको फर्क पड़ता है...
जिंदगी में कामयाबी का सफर तो हमें ही तय करना है...

बात जब हमारे अस्तित्व तक आ ही पहुंची है...तो...खेल शानदार और रोमांचक बनेगा...🌹

- मीत

Dear 🌹जिंदगी

23 Nov, 01:06


Dear 🌹 ज़िंदगी _609

https://youtube.com/shorts/PNb9GIOty8A?si=09vobw9DBh5A3XMA

Dear 🌹जिंदगी

22 Nov, 03:19


अंततः
यूट्यूब चैनल का नाम
वही रखा है
जो अपने टेलीग्राम चैनल का है
इस नाम के साथ अपनापन सा लगता है🌹🌹
Dear 🌹जिंदगी...


https://youtube.com/shorts/drlavkvWsiw?si=Idy9C66CcYtC-cUN

Dear 🌹जिंदगी

22 Nov, 03:09


Dear🌹जिंदगी_608

https://youtube.com/shorts/9PgNh0SPoYs?si=5VNI7c1V8D-cDYyq

Dear 🌹जिंदगी

21 Nov, 02:28


Dear🌹 ज़िंदगी _607


https://youtube.com/shorts/ua_sal7srFs?si=5gW5lk1DGOwKST3d

Dear 🌹जिंदगी

20 Nov, 04:14


माखी और माखा


https://youtube.com/shorts/kqfnpjaBbPY?si=3lt6wrgMei7SNHGx

Dear 🌹जिंदगी

19 Nov, 13:41


Dear 🌹जिंदगी pinned «Dear🌹जिंदगी_124 ए जी...सुनती हो आज पोती का स्कूल में पहला दिन था...जाते टाइम बहुत रोई....शहर से बड़े बेटे का फोन आया है... कहते हुए बाबूजी ने...लंबी सांस ली….. और बैठ गए बरामदे की कुर्सी पे..…. मां चाय ले आई... पहली घूंट की ही थी.... कि मां ने पूछा... वो…»

Dear 🌹जिंदगी

19 Nov, 02:08


Dear 🌹 ज़िंदगी _606

https://youtube.com/shorts/nmcKphfY2N0?si=Xl5TCXTWjO4YmipC

Dear 🌹जिंदगी

18 Nov, 12:11


https://youtube.com/shorts/20P94mOk8WA?si=TmbP21NZzmlunHR9

Dear 🌹जिंदगी

18 Nov, 04:39


Dear🌹 ज़िंदगी _605

Dear 🌹जिंदगी

17 Nov, 03:21


Dear🌹 ज़िंदगी _604

Dear 🌹जिंदगी

16 Nov, 13:33


वो दौर कुछ और था...
https://www.instagram.com/reel/DCbw29Pyu2w/?igsh=Y29tdGhwNm8zMmVy

Dear 🌹जिंदगी

16 Nov, 03:12


Dear 🌹जिंदगी_603

Dear 🌹जिंदगी

14 Nov, 13:44


Dear🌹 ज़िंदगी _602

(Happy children's day)

आज फिर मन अकेले बतलाना चाहता है...
मां की गोद में लिपटकर
तुतलाना चाहता है...
बार - बार करके शैतानी
मिट्टी से सने कपड़ों में
इठलाना चाहता है....

यार ! बहुत गलत हुआ कि हम
बड़े हो गए....
देखते ही देखते...कुछ गंजे
कुछ के बाल सफेद हो गए...
अब कुछ दिन में तन के साथ साथ
मन भी बूढ़ा हो जाएगा....
जोड़ो में रहने लगेगा दर्द
और शरीर सूखा हो जाएगा...

आज फिर बच्चों को देख
बच्चा हो जाने का दिल करता है...
आज फिर दादी ...नानी की कहानी
में खो जाने का दिल करता है...!!

- मीत

Dear 🌹जिंदगी

12 Nov, 14:54


Dear🌹 ज़िंदगी _601

Dear 🌹जिंदगी

09 Nov, 14:20


Dear🌹 ज़िंदगी _600

तुमने जब हाथ छोड़ ही दिया है
तो छोड़ क्यों नहीं देते....

जब मेरी जिंदगी से रिश्ता तोड़ ही
लिया है...तो तोड़ क्यों नहीं लेते...

मैं किसी दिन सब कुछ दोहराने लगा तो दुनिया मुझे पागल कहेगी...
बाकी सब तो ठीक रहेगा...
मगर मेरा नाम तेरे नाम के साथ
कैसे सहेगी...

ये इश्क की खुमारी है कि
तेरा पुराना लिबास सिरहाने रखता हूं...
तेरे - मेरे नाम वाला रुमाल
आज भी अपने पास रखता हूं...

और तुम्हे अब कहां याद होगा
कि मैं तुम्हे कैसे मनाया करता था....
तुम ज़रा हो जाती उदास तो मैं
ग़ज़लें सुनाया करता था...

खैर और कुछ नहीं मगर
अब कुछ कविताएं तेरे नाम की
लिख लिया करता हूं....!!
जब भी लिखने बैठता हूं तुम्हे तो
कमरे का दरवाजा बंद
कर लिया करता हूं...!!

फिर कागज़.. कलम
और हाथ में एक जंग छिड़ जाती है...
दिल जरा भी कतराए तो
उंगलियां दिल से भी भिड़ जाती है...

मैं ये सोच रहा हूं कि आखिर ये सिलसिला कब तक चलता रहेगा...!!
तुम तो जा चुके हो मगर
तुम्हारे होने का भ्रम...कब
तक पलटा रहेगा...!!!

( आप सभी का बहुत बहुत आभार
आज हमारी 600 रचनाएं पूर्ण हुई..🌹!!! आप सभी के स्नेह का
मैं आभारी हूं.!!
धन्यवाद!❤️

- मीत

Dear 🌹जिंदगी

08 Nov, 04:32


Dear🌹 ज़िंदगी _599

वक्त पर हमको जगाया होता...
मां ने रोना सिखाया होता...
फिर हम यूं घुटन में न जीते यारो...
हमको कहना अगर सिखाया होता....
बेशक कुछ बातें हैं जो
खुद को ही समझनी होती हैं...
ये भी है कि कुछ - कुछ बातें
मन में ही रखनी होती हैं....
फिर यादों की बना कर स्याही
कागज पे हमने उकेर दिया.....
इज्जत सबकी बच जाए बस...
हमने खुद को बिखेर दिया....
काश! सही वक्त पर हमें किसी ने
थोड़ा भी समझाया होता....
हमको गले लगाया होता...
हमको कुछ समझाया होता....!!

- मीत

Dear 🌹जिंदगी

07 Nov, 01:37


Dear 🌹 ज़िंदगी _598

हम जिस रास्ते पर हैं...
वो आसान नहीं है....
रोज़ एक नई चुनौती...
सामने खड़ी मिलती है...
ज़िंदगी की जद्दोजहद में...
सामंजस्य बिठाते हुए भी
हम हमारे मूल कर्तव्य को नहीं
भूल सकते....
ये संघर्ष के दिन हैं..
मुश्किल तो होंगे....
आसान नहीं हैं...
आसान नहीं होता...
रोज किताबों में सर झुकाए रखना...
दुनिया में असामाजिक बन के रहना...
त्योहारों पर घर नहीं जाना...
सफलता त्याग मांगती है...
हां मुश्किल है...
मगर नामुमकिन नहीं है...
बस लोगों को समझाने की बजाए..
कुछ सवाल खुद से करने हैं...
ओर मुस्कुराते हुए आगे बढ़ना है...
सफलता झक मार के तुम्हारे पास आएगी....!!

- मीत

Dear 🌹जिंदगी

05 Nov, 14:32


Dear🌹 ज़िंदगी _597

न वक्त रुका...न वो रूका...
दोनों ही बेगाने निकले...
मुखौटे भीतर दुनियादारी
जाने भेष...अनजाने निकले....

जैसे निकला चंद जमी पर...
अपने राज बताने को...
कल की बात छुपाने निकला...
झूठ को सच बताने को...

झूठा भी सच्चा बन जाएगा...
कोई झूठी दलीलें पेश करो....
सब सरकारें अपनी है मियां...
चोर उचक्के ऐश करो....

अमीर की चमड़ी महंगी है...
गरीब की किडनी सस्ती है...
बुलडोजर चलवा दो मियां...
जहां गरीब की बस्ती है...

बूढ़ा देश...बूढ़े लोग...
शीतल रक्त ...जवान यहां...
शिक्षा... विकास अंतिम सीढ़ी...
प्रथम सीढ़ी..अपराध यहां....

- मीत

Dear 🌹जिंदगी

01 Nov, 01:56


Dear 🌹 ज़िंदगी _596

Dear 🌹जिंदगी

31 Oct, 15:21


Dear🌹 ज़िंदगी _595

Dear 🌹जिंदगी

31 Oct, 10:41


Dear🌹 ज़िंदगी _594

Dear 🌹जिंदगी

31 Oct, 07:00


🌹🌹🌹

Dear 🌹जिंदगी

30 Oct, 12:47


Dear 🌹 ज़िंदगी _593

अच्छा सुनो...यार..
मैं अभी क्लास में जा रहा हूं...
बच्चे इंतजार कर रहे हैं...
मैं फ्री होकर तुमसे बात करूंगा...
अच्छा...सर...
बड़े busy रहते हो...
मुझे पता है तुम बहाने निकालते हो...
तुम हर रोज ऐसे ही मुझसे दूर भागते हो....
कभी - कभी तो मुझे डर लगता है
जैसे तुम किसी और से
नजरें मिलाते हो...!!
अरे😂😂तुम शायरी कबसे
करने लगी....??
अभी से...!!
तुम अब बहाने मत निकालो...
चुप चाप जाओ क्लास में...
ओर फोन को...लेक्चर स्टैंड पर रख देना...
मेरी नजर तुम पर रहेगी....
अच्छा..!!!
इतनी मशक्कत???
कोई देख लेगा..!!
बच्चों की नजर बहुत तेज होती है...
मान जाओ न....!!

नहीं...मतलब...नहीं...!!
तुम जाते हो या रो दूं...!??
अरे..जा रहा हूं...!!

ये ज़िंदगी की कुछ अटखेलियां
कुछ किताबी किस्से...
जो मन को भा जाते है...
जो अनुपम...सुनहरे...
सादगी भरे रहते हैं...
जीवन के कुछ इन्हीं किताबी दिवास्वप्नों की दुनियां...
बड़ी सुनहरी ...उजली है...
कलम का कार्य है...
बीतीं...सोची...बातों को
कागज पर उकेर देना....
ओर निर्जीव शब्दों को
सजीव कर देना..!!

- मीत @jindgi7

Dear 🌹जिंदगी

30 Oct, 11:34


ओशो..!
एकांतवास..🙏

Dear 🌹जिंदगी

30 Oct, 09:52


Dear🌹 ज़िंदगी _592

Dear 🌹जिंदगी

30 Oct, 08:57


Dear🌹 ज़िंदगी _591

Dear 🌹जिंदगी

29 Oct, 01:35


धनतेरस की हार्दिक शुभकामनाएं 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹

Dear 🌹जिंदगी

26 Oct, 13:50


कोई नीमकाथाना
से है क्या???

Dear 🌹जिंदगी

26 Oct, 12:15


https://youtube.com/shorts/J9yFBPZEXwY?si=YJjDdH9CXsjk8UJA

Dear 🌹जिंदगी

26 Oct, 02:52


https://youtu.be/QlEzC2AbQeQ?si=AmQMMTxp8gDBnpL-

Dear 🌹जिंदगी

26 Oct, 02:10


Dear🌹 ज़िंदगी _590

चुनाव हो या उपचुनाव...
अपना काम बनता तो भाड़ में जाए जनता...ये सार्वभौमिक सत्य है...
कल ऊंट के मुंह में जीरा प्रदर्शित
करती ग्रेड फर्स्ट की वेकेंसी
इस कहावत को चरित्रार्थ करती है...
पद भले ही कम हों...मगर
चुनाव में वोटों का असर तो पड़ेगा....
बहुत जल्दी ग्रेड 2nd भी दिख जाएगी....ज्यादा समय नहीं लगेगा....
खैर...पेपर कभी भी हो...
तैयारी करनी है हमें तो...
पद तो घटते बढ़ते रहते हैं...
हम चुनाव के वक्त आए...
गरीब की थाली के आभासी
पुलाव से खुश हैं...
मगर हमको बहाना मिल गया...
ये वक्त शायद उस हालत से निकलने का है....जिसमें हम अभी हैं...
रुकी हुई यात्रा प्रारंभ करने का वक्त है....ये फिर से किताबों पर ज़मीं धूल हटाने का वक़्त है....
ये वक्त फिर से खुद को सीमित कर
लेने का है...
ये वक्त खुद को निखारने का है...
सम्भल जाओ...लग जाओ...
कब क्या होगा...देखा जाएगा...!!
लेकिन अगर ऐसा नहीं किया...
तो फिर जो होगा...वो
देखा नहीं जायेगा...!!

- मीत @jindgi7

Dear 🌹जिंदगी

25 Oct, 09:48


Dear🌹 ज़िंदगी _589

आखिर सच यही है
कि जो कुछ भी करना है
खुद को ही करना है.....
परिस्थितियां...समय...
मायने रखता है...मगर
सबको ये बहाने लगेंगे....
अपने दिन का एक हिस्सा...
भविष्य की गोद में पल रहे
परिणाम के नाम करना ही पड़ेगा....
अन्यथा ये वो उधार है...जिसका
ब्याज हमारी कल्पना से परे है....
समय रहते सम्भल जाना उचित है...
- मीत

Dear 🌹जिंदगी

25 Oct, 08:46


ये सही था गुरु😂😂😂😂

Dear 🌹जिंदगी

23 Oct, 03:49


Dear🌹 ज़िंदगी _588

एक दिन एक रिजल्ट
हमारी मेहनत का साक्षी बन जायेगा....
उस रोज शुक्रिया अदा करना उनका
जो उस वक्त आपके साथ थे...
जब वक्त ने भी हमारा साथ छोड़
दिया था....
उस रोज जी भर के रोना
और बहा देना आंसुओं का
सैलाब जो बरसों से आंखों
में दबाए घूम रहे हो....
लेकिन जब तक वो दिन नहीं
आता...तब तक
उन्हीं आंसुओं ...तानों को
धार बनाकर....खुद को
उर्जायमान बनाए रखो...
और आगे बढ़ते रहो...
अतीत की घटनाएं....
आगे बढ़ने की प्रेरक हैं....!!

- मीत

Dear 🌹जिंदगी

22 Oct, 02:40


Dear 🌹 ज़िंदगी _587

हर साल कुछ नए अभ्यर्थी
जन्म लेते हैं...
कुछ
बढ़ती भीड़...का हिस्सा बन
जाते हैं...
कुछ उस भीड़ से हटकर अलग कर जाते हैं....
पर अभी सब का एक ही
उद्देश्य है...
"सरकारी नौकरी"..!!
इसके लिए अलग अलग परीक्षाएं
अलग अलग किताबें....
रोज नए नियम...
रोज नए बदलाव...
कभी कभी लगता है...
हम नासमझ हैं....।।
हर इंसान की अलग क्षमता होती है....कोई cet का पेपर पढ़ के
देगा....कोई अनुभव के आधार पर.....।।
खैर परीक्षा दोनों ही देंगे...
समय...मेहनत...भाग्य...
तीनों जिसके हिस्से आयेंगे
वो पहला पड़ाव पार कर जाएगा...
जिंदगी के पड़ाव भी कुछ ऐसे ही हैं...
रोज बदलते हैं....
कभी सुखद...कभी दुखद..!!
बस जरूरी है...खुद को संभालना...
और अंत तक बने रहना..!!
( Cet वालो..all the best)
@jindgi7

- मीत

Dear 🌹जिंदगी

20 Oct, 15:45


Dear🌹 ज़िंदगी _586

Dear 🌹जिंदगी

19 Oct, 03:41


Dear🌹 ज़िंदगी _585

बाजार सजा है...
नई किताबें आई हैं...
नई वेकेंसी....
और मैदान में नए साथी....
प्रतिस्पर्दा के इस दौर में
नए खिलाड़ी आए हैं...तो
कुछ पुराने अनुभवी साथी
उनका स्वागत कर रहे हैं...
लंबी यात्रा....के कुछ
सुखद - दुखद एहसास साझा किए
जा रहे हैं....
कौन जीतेगा...कौन हारेगा....
सब वक्त ओर मेहनत तय करेगी....
फिलहाल जरूरी है...
अंत तक निरंतरता बनाए रखना...!!
हर परीक्षा का परिणाम
एक नया जीवन है...!!!
जिस से कोई खिल जाता है
कोई उजड़ जाता है..!!!

- मीत @jindgi7

Dear 🌹जिंदगी

16 Oct, 23:37


Dear🌹 ज़िंदगी _584

Dear 🌹जिंदगी

16 Oct, 01:25


Dear 🌹 ज़िंदगी _583

Dear 🌹जिंदगी

15 Oct, 12:40


Dear🌹 ज़िंदगी _582

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Dear 🌹जिंदगी

13 Oct, 10:51


Dear🌹ज़िंदगी_581

Dear 🌹जिंदगी

10 Oct, 16:54


Dear🌹 ज़िंदगी _580

एक विचार आया...
लिखना शुरू किया...
बात कुछ बनी....
कुछ जमी नहीं...
कभी लिखता किसी से
कोई शिकायत गहरी.....
कभी लिखते तुम्हारे एतबार
पर कलम ठहरी....
कभी लिखा वो ...जो तेरे साथ गलत हुआ....
कभी लिखते लिखते छुपा लिया
जो मेरे साथ गलत हुआ....
तुम बेदाग रहो...इसी
जद्दोजहद में....
में खुद पर दाग लगा बैठा....
जाने क्यों मैं तुमसे
प्रीत लगा बैठा....
मन का मीत गवां बैठा...!!

- मीत

Dear 🌹जिंदगी

09 Oct, 14:48


Dear🌹 ज़िंदगी _579

वर्ष भर की मेहनत....
चिलकती धूप में मेहनत से
बहाया हुआ पसीना....
खेत की हर जोत में...
बोया हुआ घर की उम्मीदों का
हर एक बीज....
समय पर हुई बारिश ने
चार चांद लगा दिए....
समय आया की फसल पक चुकी....
पर मौसम को मिजाज कुछ
रास नहीं आ रहा....
ये ठीक वैसा ही है....
जैसे अंतिम सीढ़ी से फिसल जाना...
जैसे एक तैयारी करने वाले
लड़के लड़की का
एक नंबर से चूक जाना...
किस्मत का हवाला एक
शांतवना मात्र है...
जो न किसान को चाहिए...
न अभ्यर्थी को....!!

- मीत @jindgi7

Dear 🌹जिंदगी

09 Oct, 01:56


Dear🌹 ज़िंदगी _578

कुछ कविताएं पूर्ण नहीं होती...
लिखते - लिखते साहित्यिक शब्दों
की आड़ में...
कुछ अनुभव...कुछ एहसास
छुपा लिए जाते हैं....
और
जो लिखे जाते हैं...
उनको कल्पनाओं का जामा
पहनाकर.....एक कहानी बता
दिया जाता है....
लेखक स्वीकार नहीं करता....
शायद वो मन का डर...
कविता में झलक जाता है....!!
पाठक की आंखे पारखी होती हैं...
वो पढ़ लेता है..
कुछ अनकही बातें...
कुछ बिन पूछे सवाल....
जैसे पढ़ लेता है...
उदास पिता का चेहरा....
एक बेटा....!!
अंततः ये सत्य है कि
वक्त का तकाज़ा...अनभवों का
खजाना है.....
रोम - रोम अनुभव से भरने लगेगा....
तो इंसान- इंसान को समझने
लग ही जाएगा..!!

- मीत

Dear 🌹जिंदगी

07 Oct, 01:31


Dear🌹ज़िंदगी_577

मुझे सच का आइना समझने वाला
मुझसे अब कहता है कि
तुम झूठ कहते हो...

तुम मुझसे बात ही नहीं करते
ऐसा भी नहीं है कि तुम
व्यस्त रहते हो....

ये भी सच है कि मैंने कभी
झूठ नहीं कहा उस से....
पता नहीं वो किसकी मान बैठा
जो कहता है कि
तुम कदम कदम पर झूठ कहते हो....

पता नहीं अपने भी कैसे
लोगों की बातों में आ जाते हैं....
इतने दिन जो भी किया
सब कुछ पल में भुला जाते हैं....
कुछ कह भी दो कि
मेरा हक बनता है तुम पर....
फिर ऐसे रिश्तों को तो
पल में ठुकरा जाते हैं....

रिश्ते अब बंधन से लगने
लग गए हैं....
जुड़ने से ज्यादा टूटने लग गए हैं....
लोग तो आते ही हैं रिश्ते तुड़वाने
के लिए घर के बीच....
पर अब लोग अपनों से ज्यादा
दूसरों की बातों में आने लग गए हैं....
रिश्ते बिखरने लग गए हैं....
परिवार टूटने लग गए हैं....!!

- मीत

Dear 🌹जिंदगी

05 Oct, 01:44


Dear 🌹 ज़िंदगी _576

कमियां तो मां के
हाथ के खाने में निकालते हैं...😒
खुद के हाथ का
जला भी अमृत लगता है....😂
चाय के लिए भी
कहते ही....
इसमें ये नहीं है...
इसमें वो नहीं है...😒
और खुद के हाथ का
काढ़ा भी शरबत लगता है..😂
( सुबह की चाय का अनुभव☕️)

- मीत

Dear 🌹जिंदगी

04 Oct, 14:35


Dear🌹 ज़िंदगी _575

चल ना यार...कुछ बात करते हैं...
अमावस को पूनम की
रात करते हैं....
ये जो लग गए हैं...कुछ
दाग गहरे....
चल मयखाने में...इन्हे साफ
करते हैं...
ये कदम क्यों बहक रहे हैं
जैसे तुम मयखाने से
आए हो...
फरेबी नशा है..या सच मूच
किसी को देखकर आए हो....

यार बता ना....
कैसी लगती है वो...?
क्या अब भी सजती संवरती है वो???
उसके चेहरे की मुस्कान फीकी तो
नहीं पड़ी ना???
उसके दमकते चेहरे पर...
झुर्रियां तो नहीं पड़ी ना....?

हां यार..!!सब ठीक है....
तू चल एक जाम बना....
वैसे तो मैं नहीं पीता...
मगर आज उसके नाम बना....

पर यार...नहीं..
वो बुरा मान जाएगी....!!
उसकी वो तस्वीर..
मुझसे रूठ जाएगी....!!

चल ऐसा करते हैं...
उसकी तस्वीर को कहीं छुपा
देते हैं....
फिर उसके नाम का एक - एक
जाम लेते हैं...!!!

चल फिर अमावस को पूनम की
रात करते हैं....
रात को दिन....और दिन को रात करते हैं....!!!

- मीत

Dear 🌹जिंदगी

04 Oct, 02:37


Dear 🌹 ज़िंदगी _574

अभी न जाओ छोड़कर
गाने की तरह पढ़ा जाए🌹

Dear 🌹जिंदगी

03 Oct, 12:03


Dear🌹 ज़िंदगी _573

Dear 🌹जिंदगी

03 Oct, 10:37


https://www.instagram.com/reel/DAqClYDqfke/?igsh=MXM4ZmhzZWR5YTFteQ==

Dear 🌹जिंदगी

03 Oct, 00:22


नवरात्रि के पावन पर्व
की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं
माता रानी हम सब पर
कृपा बनाए रखे🌹

Dear 🌹जिंदगी

30 Sep, 02:45


Dear 🌹 ज़िंदगी _572

Dear 🌹जिंदगी

28 Sep, 04:58


Dear🌹 जिंदगी _571

परीक्षा हॉल में बैठ कर कुछ लिखने का
अलग ही रोमांच होता है....