UTKARSH COMMERCE CLASSES Telegram Posts

Welcome to @UtkarshCommerceClasses Telegram Channel.
✍️ Fastest growing Online Education App 🏆
🔰 Download Android App
http://bit.ly/UtkarshApp
🔰 YouTube🔔
https://www.youtube.com/channel/UCnVqIqM6FsORHBXxwn9CrPA
✍️ Fastest growing Online Education App 🏆
🔰 Download Android App
http://bit.ly/UtkarshApp
🔰 YouTube🔔
https://www.youtube.com/channel/UCnVqIqM6FsORHBXxwn9CrPA
11,109 Subscribers
1,380 Photos
39 Videos
Last Updated 06.03.2025 13:26
Similar Channels

241,057 Subscribers

27,677 Subscribers

5,232 Subscribers
The latest content shared by UTKARSH COMMERCE CLASSES on Telegram
https://www.youtube.com/live/Tqmp_UlSJEE?si=mKYjp4s-bmcPlPsc
🎉Celebrating Utkarsh’s Toppers!🎉
🏆उत्कर्ष करने जा रहा है विगत 3 वर्षों में आई भर्ती परीक्षाओं में शीर्ष स्थान हासिल करने वाले सभी अभ्यर्थियों का सम्मान; क्योंकि आपकी सफलता ही हमारी पहचान है।🌟
👉अभी दिए गए Google Form को भरें और पाएँ:
✔️ Certificate of Appreciation
✔️ Exclusive Goodies
✔️ Mega Surprises! 🎁
🎯 https://forms.gle/zZu9YZXjGBj8oJnG8
✨अपना नाम Utkarsh की Topper List लिस्ट में जोड़ें और अपनी सफलता का उत्सव पूरे गर्व से मनाएँ।
🏆उत्कर्ष करने जा रहा है विगत 3 वर्षों में आई भर्ती परीक्षाओं में शीर्ष स्थान हासिल करने वाले सभी अभ्यर्थियों का सम्मान; क्योंकि आपकी सफलता ही हमारी पहचान है।🌟
👉अभी दिए गए Google Form को भरें और पाएँ:
✔️ Certificate of Appreciation
✔️ Exclusive Goodies
✔️ Mega Surprises! 🎁
🎯 https://forms.gle/zZu9YZXjGBj8oJnG8
✨अपना नाम Utkarsh की Topper List लिस्ट में जोड़ें और अपनी सफलता का उत्सव पूरे गर्व से मनाएँ।
सिखों के प्रथम गुरु गुरुनानक देव
🔹15 नवंबर, 2024 को सिखों के प्रथम गुरु गुरुनानक देव की 555वीं जयंती प्रकाश उत्सव के रूप में मनाई जा रही है। हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक माह की पूर्णिमा को उनकी जयंती मनाई जाती है।
🔹गुरु नानक देव का जन्म वर्ष 1469 में लाहौर के पास तलवंडी राय भोई गाँव में हुआ था, जिसे बाद में ननकाना साहिब नाम दिया गया। वे सिख धर्म के 10 गुरुओं में से पहले और सिख धर्म के संस्थापक थे।
🔹उन्होंने 16वीं शताब्दी में अंतर- धार्मिक संवाद शुरू किया और अपने समय के अधिकांश धार्मिक संप्रदायों के साथ बातचीत की। सिखों के पाँचवें गुरु, गुरु अर्जन (वर्ष 1563-1606) द्वारा संकलित आदि ग्रंथ में शामिल रचनाएँ लिखीं गईं।
🔹10वें सिख गुरु, गुरु गोबिंद सिंह (वर्ष 1666- 1708) द्वारा किये गए परिवर्द्धन के बाद इसे गुरु ग्रंथ साहिब के रूप में जाना जाने लगा।
🔹उन्होंने भक्ति के 'निर्गुण' (निराकार परमात्मा की भक्ति और पूजा) रूप की वकालत की। त्याग, अनुष्ठान स्नान, छवि पूजा, तपस्या को अस्वीकार कर दिया।
🔹उनकी मृत्यु वर्ष 1539 में करतारपुर, पंजाब में हुई।
🔹15 नवंबर, 2024 को सिखों के प्रथम गुरु गुरुनानक देव की 555वीं जयंती प्रकाश उत्सव के रूप में मनाई जा रही है। हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक माह की पूर्णिमा को उनकी जयंती मनाई जाती है।
🔹गुरु नानक देव का जन्म वर्ष 1469 में लाहौर के पास तलवंडी राय भोई गाँव में हुआ था, जिसे बाद में ननकाना साहिब नाम दिया गया। वे सिख धर्म के 10 गुरुओं में से पहले और सिख धर्म के संस्थापक थे।
🔹उन्होंने 16वीं शताब्दी में अंतर- धार्मिक संवाद शुरू किया और अपने समय के अधिकांश धार्मिक संप्रदायों के साथ बातचीत की। सिखों के पाँचवें गुरु, गुरु अर्जन (वर्ष 1563-1606) द्वारा संकलित आदि ग्रंथ में शामिल रचनाएँ लिखीं गईं।
🔹10वें सिख गुरु, गुरु गोबिंद सिंह (वर्ष 1666- 1708) द्वारा किये गए परिवर्द्धन के बाद इसे गुरु ग्रंथ साहिब के रूप में जाना जाने लगा।
🔹उन्होंने भक्ति के 'निर्गुण' (निराकार परमात्मा की भक्ति और पूजा) रूप की वकालत की। त्याग, अनुष्ठान स्नान, छवि पूजा, तपस्या को अस्वीकार कर दिया।
🔹उनकी मृत्यु वर्ष 1539 में करतारपुर, पंजाब में हुई।
“Special Offer on Special Day”🤩
🎉Utkarsh App के स्वर्णिम 6 वर्ष पूरे होने और 1.8 करोड़+ का उत्कर्ष एप परिवार बनने की खुशी में उत्कर्ष आपके लिए लेकर आया है Special Offer.🎁
➡️Coupon Code UC18 अप्लाई करें और पाएँ उत्कर्ष एप में उपलब्ध कॉमर्स के सभी Online Courses पर 18% Additional Discount, इसके अलावा सभी Test Series बिल्कुल Free.🎉
Enroll Now👇
🔗https://utkarshclasses.onelink.me/baPf/ftptg
विशेष नोट : यह Special Offer केवल आज रात तक ही उपलब्ध है। जल्दी करें।🔥
तो, अपना मनचाहा कोर्स चुनें और सफलता की ओर कदम बढ़ाएँ।✨
🎉Utkarsh App के स्वर्णिम 6 वर्ष पूरे होने और 1.8 करोड़+ का उत्कर्ष एप परिवार बनने की खुशी में उत्कर्ष आपके लिए लेकर आया है Special Offer.🎁
➡️Coupon Code UC18 अप्लाई करें और पाएँ उत्कर्ष एप में उपलब्ध कॉमर्स के सभी Online Courses पर 18% Additional Discount, इसके अलावा सभी Test Series बिल्कुल Free.🎉
Enroll Now👇
🔗https://utkarshclasses.onelink.me/baPf/ftptg
विशेष नोट : यह Special Offer केवल आज रात तक ही उपलब्ध है। जल्दी करें।🔥
तो, अपना मनचाहा कोर्स चुनें और सफलता की ओर कदम बढ़ाएँ।✨
“Special Offer on Special Day”🤩
🎉Utkarsh App के स्वर्णिम 6 वर्ष पूरे होने और 1.8 करोड़+ का उत्कर्ष एप परिवार बनने की खुशी में उत्कर्ष आपके लिए लेकर आया है Special Offer.🎁
➡️Coupon Code UC18 अप्लाई करें और पाएँ उत्कर्ष एप में उपलब्ध कॉमर्स के सभी Online Courses पर 18% Additional Discount, इसके अलावा सभी Test Series बिल्कुल Free.🎉
Enroll Now👇
🔗https://utkarshclasses.onelink.me/baPf/ftptg
विशेष नोट : यह Special Offer केवल 15 नवंबर तक ही उपलब्ध है। जल्दी करें।🔥
तो, अपना मनचाहा कोर्स चुनें और सफलता की ओर कदम बढ़ाएँ।✨
🎉Utkarsh App के स्वर्णिम 6 वर्ष पूरे होने और 1.8 करोड़+ का उत्कर्ष एप परिवार बनने की खुशी में उत्कर्ष आपके लिए लेकर आया है Special Offer.🎁
➡️Coupon Code UC18 अप्लाई करें और पाएँ उत्कर्ष एप में उपलब्ध कॉमर्स के सभी Online Courses पर 18% Additional Discount, इसके अलावा सभी Test Series बिल्कुल Free.🎉
Enroll Now👇
🔗https://utkarshclasses.onelink.me/baPf/ftptg
विशेष नोट : यह Special Offer केवल 15 नवंबर तक ही उपलब्ध है। जल्दी करें।🔥
तो, अपना मनचाहा कोर्स चुनें और सफलता की ओर कदम बढ़ाएँ।✨
🌹पंडित जवाहर लाल नेहरू🌹
🔷पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्म 14 नवम्बर, 1889 को इलाहाबाद में हुआ था।
(उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने घर पर निजी शिक्षकों से प्राप्त की।
🔷 पंद्रह वर्ष की उम्र में वे इंग्लैंड चले गए और हैरो में दो साल रहने के बाद उन्होंने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया जहाँ से उन्होंने प्राकृतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
🔷वर्ष 1912 में भारत लौटने के बाद वे सीधे राजनीति से जुड़ गए।
🔷 वर्ष 1916 में वे महात्मा गाँधी से पहली बार मिले जिनसे वे काफी प्रेरित हुए। उन्होंने 1920 में उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में पहले किसान मार्च का आयोजन किया।
🔷वर्ष 1920-22 के असहयोग आंदोलन के सिलसिले में उन्हें दो बार जेल भी जाना पड़ा।
(पंडित नेहरू सितंबर, 1923 में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव बने।
🔷 29 अगस्त, 1928 को उन्होंने सर्वदलीय सम्मेलन में भाग लिया एवं वे उन लोगों में से एक थे जिन्होंने भारतीय संवैधानिक सुधार की नेहरू रिपोर्ट पर अपने हस्ताक्षर किए थे। इस रिपोर्ट का नाम उनके पिता श्री मोतीलाल नेहरू के नाम पर रखा गया था। उसी वर्ष उन्होंने ‘भारतीय स्वतंत्रता लीग’ की स्थापना की एवं इसके महासचिव बने। इस लीग का मूल उद्देश्य भारत को ब्रिटिश साम्राज्य से पूर्णतः अलग करना था।
🔷 वर्ष 1929 में पंडित नेहरू भारतीय राष्ट्रीय सम्मेलन के लाहौर सत्र के अध्यक्ष चुने गए जिसका मुख्य लक्ष्य देश के लिए पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त करना था।
🔷 पंडित नेहरू ने भारत को युद्ध में भाग लेने के लिए मजबूर करने का विरोध करते हुए व्यक्तिगत सत्याग्रह किया, जिसके कारण 31 अक्टूबर, 1940 को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
🔷8 अगस्त, 1942 को उन्हें अन्य नेताओं के साथ गिरफ्तार कर अहमदनगर किला ले जाया गया। यह अंतिम मौका था जब उन्हें जेल जाना पड़ा एवं इसी बार उन्हें सबसे लंबे समय तक जेल में समय बिताना पड़ा।
🔷 जनवरी, 1945 में अपनी रिहाई के बाद उन्होंने राजद्रोह का आरोप झेल रहे आईएनए के अधिकारियों एवं व्यक्तियों का कानूनी बचाव किया।
🔷मार्च, 1946 में पंडित नेहरू ने दक्षिण-पूर्व एशिया का दौरा किया। 6 जुलाई, 1946 को वे चौथी बार कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए एवं फिर 1951 से 1954 तक तीन और बार वे इस पद के लिए चुने गए।
🔷पंडित जवाहर लाल नेहरू 15 अगस्त, 1947 से 27 मई, 1964 तक भारत के प्रधानमंत्री पद पर रहे।
🔷 27 मई, 1964 को उनका देहावसान हो गया।
🔷पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्म 14 नवम्बर, 1889 को इलाहाबाद में हुआ था।
(उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने घर पर निजी शिक्षकों से प्राप्त की।
🔷 पंद्रह वर्ष की उम्र में वे इंग्लैंड चले गए और हैरो में दो साल रहने के बाद उन्होंने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया जहाँ से उन्होंने प्राकृतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
🔷वर्ष 1912 में भारत लौटने के बाद वे सीधे राजनीति से जुड़ गए।
🔷 वर्ष 1916 में वे महात्मा गाँधी से पहली बार मिले जिनसे वे काफी प्रेरित हुए। उन्होंने 1920 में उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में पहले किसान मार्च का आयोजन किया।
🔷वर्ष 1920-22 के असहयोग आंदोलन के सिलसिले में उन्हें दो बार जेल भी जाना पड़ा।
(पंडित नेहरू सितंबर, 1923 में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव बने।
🔷 29 अगस्त, 1928 को उन्होंने सर्वदलीय सम्मेलन में भाग लिया एवं वे उन लोगों में से एक थे जिन्होंने भारतीय संवैधानिक सुधार की नेहरू रिपोर्ट पर अपने हस्ताक्षर किए थे। इस रिपोर्ट का नाम उनके पिता श्री मोतीलाल नेहरू के नाम पर रखा गया था। उसी वर्ष उन्होंने ‘भारतीय स्वतंत्रता लीग’ की स्थापना की एवं इसके महासचिव बने। इस लीग का मूल उद्देश्य भारत को ब्रिटिश साम्राज्य से पूर्णतः अलग करना था।
🔷 वर्ष 1929 में पंडित नेहरू भारतीय राष्ट्रीय सम्मेलन के लाहौर सत्र के अध्यक्ष चुने गए जिसका मुख्य लक्ष्य देश के लिए पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त करना था।
🔷 पंडित नेहरू ने भारत को युद्ध में भाग लेने के लिए मजबूर करने का विरोध करते हुए व्यक्तिगत सत्याग्रह किया, जिसके कारण 31 अक्टूबर, 1940 को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
🔷8 अगस्त, 1942 को उन्हें अन्य नेताओं के साथ गिरफ्तार कर अहमदनगर किला ले जाया गया। यह अंतिम मौका था जब उन्हें जेल जाना पड़ा एवं इसी बार उन्हें सबसे लंबे समय तक जेल में समय बिताना पड़ा।
🔷 जनवरी, 1945 में अपनी रिहाई के बाद उन्होंने राजद्रोह का आरोप झेल रहे आईएनए के अधिकारियों एवं व्यक्तियों का कानूनी बचाव किया।
🔷मार्च, 1946 में पंडित नेहरू ने दक्षिण-पूर्व एशिया का दौरा किया। 6 जुलाई, 1946 को वे चौथी बार कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए एवं फिर 1951 से 1954 तक तीन और बार वे इस पद के लिए चुने गए।
🔷पंडित जवाहर लाल नेहरू 15 अगस्त, 1947 से 27 मई, 1964 तक भारत के प्रधानमंत्री पद पर रहे।
🔷 27 मई, 1964 को उनका देहावसान हो गया।