सफल व्यक्ति के पास मंच हैं, सफल के पास सुनने वाले स्रोतागण है , सफल के पास कहने का कॉन्फिडेंस है , सफल के पास कुछ भी कह देने की वैधता है , सफल के पास कहने का अवसर भी है, सफलता में आकर्षण है तो नए नवेलों को आकृष्ट भी करती हैं । यही कारण है कि सफल व्यक्ति मुखर अभिव्यक्ति के साथ ख़ुद को प्रस्तुत कर जाते है । एक सफलता को पोस्टर बॉय बनाकर लाख असफलताएँ दबा दी जाती हैं।
लाखों असफल अभ्यर्थियों के मन के दर्द उसके मन में दफ़न हो जाते है , उनको कौन सुने ? उनको कौन मंच दें , उन की सत्यनिष्ठा पर सवाल खड़े कर दिए जाएँगे । उनका आत्मविश्वास डगमगा जाता हैं, लोगों को क्या जवाब दें , इससे बचने के लिए ख़ुद को किसी कौने में एकांत कर लेते है ।
मगर याद रहें यही असफल अभ्यर्थी भविष्य का सफल व्यक्तित्व बनेगा..!!
मेहनत करते रहिए..!!
@Inspectorbaba_Official🔥🤝