Rahat indori shayari

@rahat_indori_ki_shayari


तूफ़ानों से आँख मिलाओ, सैलाबों पर वार करो,
मल्लाहों का चक्कर छोड़ो, तैर के दरिया पार करो।।

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Rahat indori shayari

17 Oct, 16:54


क्रिकेट की तरह होता है ये प्यार भी

दिमाग आउट हो जाता है

और दिल अपील करता रहता है ।।

Rahat indori shayari

27 Sep, 14:52


गज़ब की दीवानगी है
तुम्हारी मुहब्बत में
तुम हमारे नहीं फिर भी
हम तुम्हारे हो गयें ।

Rahat indori shayari

27 Sep, 14:52


शायद कायनात भी है गुलाम तुम्हारी,
तभी तो हर बदलता मौसम
लिए आता है खुशबू तुम्हारी..!!!

Rahat indori shayari

11 Sep, 14:41


हम तो गर्मी आने पर चाय भी नहीं छोड्ते,

यकिन मानिए आपको छोडने का तो सवाल ही नही ☺️

Rahat indori shayari

07 Sep, 14:37


ढल जाती है रौनकें उम्र के पड़ाव में,

हो इश्क सच्चा तो झलकता हैं मुस्कान से..

Rahat indori shayari

02 Sep, 15:41


मैं पत्थर से आग जला दूँ तो इसमें हैरत क्या है

वो जानशीं अदाओं से बस्तियां जलाकर आई है

Rahat indori shayari

30 Aug, 08:07


सबकी नजर जिस्मो पर रुकी है...

रूह वाला प्यार बर्बाद हो गया है..😞

Rahat indori shayari

29 Aug, 15:23


जब तक सांस है टकराव मिलता रहेगा
जब तक रिश्ते है घाव मिलता रहेगा

पीठ पीछे जो बोलते हैं उन्हें पीछे ही रहने दो
रास्ता सही है तो गैरों से भी लगाव मिलता रहेगा..!!

Rahat indori shayari

28 Aug, 04:33


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Rahat indori shayari

27 Aug, 15:50


कश्तियाँ भी अकेले ही तैर रही है समंदर में दोस्त,

किसने कहाँ के तनहाई सिर्फ़ इंसानों के नसीब में हैं..!!

Rahat indori shayari

26 Aug, 11:41


स्पर्श वो नहीं जिसने शरीर को पाया हो,
स्पर्श तो वो है, जिसने आत्मा को गले लगाया हो

Rahat indori shayari

25 Aug, 14:24


उड़ने दो परिंदों को अभी शोख़ हवा में

फिर लौट के बचपन के ज़माने नहीं आते

Rahat indori shayari

24 Aug, 16:14


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Rahat indori shayari

24 Aug, 15:53


बात मुक्कद्दर पे रुकी है वरना..

हमने कोई कसर ना छोड़ी तुम्हे चाहने में..!!

Rahat indori shayari

23 Aug, 15:08


कभी-कभी की मुलाकात ही अच्छी है

कद्र खो देता है हर रोज का आना जाना...!!!

Rahat indori shayari

22 Aug, 14:54


मंज़िल बना कर के तुझे,

मुसाफ़िर बन चले हैं हम.

Rahat indori shayari

21 Aug, 14:49


न जाहिर हुई तुमसे, न बयान हुई हमसे,

बस सुलझी हुई आँखो में उलझी रही मोहब्बत ..

Rahat indori shayari

21 Aug, 05:34


एक पुराना मौसम लौटा याद भरी पुरवाई भी

ऐसा तो कम ही होता है वो भी हों तनहाई भी..

Rahat indori shayari

20 Aug, 14:40


ये रातों की बेचैनियां, ये दिन की बेकरारी,

इक आपके आने से तमाम वक्त नाराज़ है.....

Rahat indori shayari

18 Aug, 13:11


कभी तो शाम ढले अपने घर गए होते

किसी की आँख में रह कर सँवर गए होते