हिंदी व्याकरण - अनेकार्थी शब्द 01
अनेकार्थी से अभिप्राय है – एक से अधिक अर्थ देने वाला। इस प्रकार जिन शब्दों के एक से अधिक अर्थ होते हैं, उन्हें “अनेकार्थी शब्द” कहते हैं।
अपेक्षा- इच्छा, आवश्यकता, आशा।
अंक- चिन्ह संख्या, गोद, भाग्य, गिनती के अंक, नाटक के अंक।
अंबर- आकाश,अमृत, वस्त्र।
अनंत- आकाश, ईश्वर, विष्णु, अंतहीन, शेष नाग।
आराम- बाग, विश्राम, रोग का दूर होना।
अर्थ- मतलब, कारण, लिए, भाव, अभिप्राय, धन, आशय, प्रयोजन।
अवकाश- छुटटी, अवसर, अंतराल।
अतिथि- मेहमान, साधु, यात्री, अग़्नि, यज्ञ में सोमलता लाने वाला, राम का पोता या कुश का बेटा।
आम- आम का फल, सर्वसाधारण, मामूली, सामान्य।
अन्तर- शेष, दूरी, हृदय, भेद।
आराम- विश्राम, निरोग होना।
हिंदी व्याकरण - अनेकार्थी शब्द 02
काम- वासना, कामदेव, कार्य, पेशा, धंधा।
काल- समय, मृत्यु, यमराज।
कनक- सोना, धतूरा, गेंहूँ।
कर- हाथ, टैक्स, किरण, सूंड।
कला- अंश, किसी कार्य को अच्छी तरह करने का कौशल।
कुशल- खैरियत, चतुर।
कल- बीता हुआ दिन, आने वाला दिन, मशीन।
खग- पक्षी, तारा, गन्धर्व, बाण।
खर- दुष्ट, गधा, तिनका, एक राक्षस।
खल- दुष्ट, धतूरा, दवा कूटने का खरल।
गुण- कौशल, शील, रस्सी, स्वभाव, धनुष की डोरी।
गण- समूह, मनुष्य, भूतप्रेतादि, शिव के गण, पिंगल के गण।
गुरु- शिक्षक, ग्रहविशेष, श्रेष्ठ, बृहस्पति, भारी, बड़ा, भार।
गति- चाल, दशा, मोक्ष, हालत।
गौ- बाण, आँख, वज्र, गाय, स्वर्ग, पृथ्वी, सरस्वती, सूर्य, बैल।
घन- बादल, अधिक, घना, गणित का घन, पिण्ड, हथौड़ा ।
जलधर- बादल, समुद्र।
जाल- बुनावट, धोखा, जाला।
जलज- कमल, मोती, शंख, मछली, चन्द्रमा, सेवार।
जीवन- जल, प्राण, जीवित।
जड़- मूल, मूर्ख।
ज्येष्ठ- बड़ा, पति का बड़ा भाई, हिन्दी महीना।
तारा- आँख की पुतली, नक्षत्र, बृहस्पति की पत्नी, बालि की पत्नी।
तीर- बाण, किनारा, तट।
दंड- सज़ा, डंडा, एक व्यायाम।
दल- समूह, सेना, पत्ता, हिस्सा, पक्ष, भाग, चिड़ी।
द्रव्य- वस्तु, धन।
नग- पर्वत, वृक्ष, नगीना।
नाग- हाथी, साँप।
धन- सम्पत्ति, योग।
धर्म- प्रकृति, स्वभाव, कर्तव्य, सम्प्रदाय।
निशाचर- राक्षस, प्रेत, उल्लू, चोर।
हिंदी व्याकरण - अनेकार्थी शब्द 03
पद- चरण, शब्द, पैर, स्थान, ओहदा, कविता का चरण।
पत्र- पत्ता, चिठ्ठी, पंख।
पतंग- सूर्य, पक्षी, टिड्डी, फतिंगा, गुड्डी।
पय- दूध, पानी।
पक्ष- पन्द्रह दिन का समय, ओर, पंख, बल, सहाय, पार्टी।
पृष्ठ- पीठ, पत्रा, पीछे का भाग।
प्रभाव- सामर्थ्य, असर, महिमा, दबाव।
पानी- जल, चमक, इज़्ज़त।
फल- लाभ, मेवा, नतीजा, भाले की नोक।
बल- सेना, शक्ति।
बलि- राजा बलि, बलिदान, उपहार, कर।
मुद्रा- मुहर, आकृति, धन।
रस- प्रेम, स्वाद, सार।
राशि- समूह, मेष राशि, रकम।
वर- दूल्हा, वरदान, श्रेष्ठ।
वर्ण- जाति, रंग, अक्षर।
वार- प्रहार, बारी, दिन।
विधि- कानून, रीति, ईश्वर, भाग्य।
लक्ष्य- निशाना, उद्देश्य, गंतव्य।
उत्तर- उत्तर दिशा, जवाब, हल, अतीत, पिछला, बाद का इत्यादि।
योग- नियम, उपाय, मिलन, जोड़।