एक ऐसी दलदल जिसमे एक बार इंसान ने पाँव रखा फिर वो खुद भी चाहे तो उस दलदल से खुद को नही निकाल पाता।
एक ऐसा लालच जो रोज एक नई उम्मीद दिखा कर एक नई परेशानी एक नया दर्द देता है।और आने वाली उम्मीदों को मार देता है।
एक ऐसा रास्ता जो ज़िन्दगी में आगे बढ़ने के कई रास्तो को बन्द कर देता है।
एक ऐसा रंग जो ज़िन्दगी को बेरंग बना देता है। चेहरे से ख़ुशी का रंग उड़ जाता है। दिल का सुकून खत्म हो जाता है।चेहरे की रौनक खत्म हो जाती है।
एक ऐसी मोहब्ब जो हमारे अपनो की मोहब्बत हम से छीन लेता है।कभी हमे उनकी नज़रो से गिरा कर।कभी हमे दूर कर के।इंसान इतना चिड़चिड़ा बना देता है।कि उसे उसकी लाइफ के उन लोगो से दूर कर देता हैं।जो उसकी लिए बेहद कीमती होते है।
इसमें जो आबाद हुए उनकी गिनती उंगलियों पे कर लो।जो बर्बाद हुए है उनका कोई हिसाब नही है।
(जुआरी)
वो कमज़ोर इंसान जो अपनी उम्मीदों के अपने सपनो के मीनार इस गंदी लत पर टिका देता है।और अपने अंदर के उस टेलेंट उस खूबी से अनजान हो जाता जिससे वो किसी और तरह से कामयाब कर सकता है।
वो ज़िंदा लाश जो सुबह जीने की चाह लेकर उठता है।लौटते वक्त मरा हुआ होता है। हारा हुआ होता है। किसी दिन गलती से जीत कि ख़ुशी मिल भी जाये तो अगले दिन अपनी आंखों के सामने उस ख़ुशी को छीनते हुए देखता है।
एक ऐसा लालच का गुलाम जो अपने ही हाथों से लम्हों में अपनी सालो की स्तिथि खराब कर लेता है।
एक ऐसा झूठा इंसान जो रोज अपने आप से झूठ बोलता है।कि अब लालच नहीं करूंगा।फिर उसी लालच का शिकार बन जाता है।
एक ऐसा कायर इंसान जो हर उस दोस्त को भी दुश्मन समझता हैं।जो गलती से भी इस लत से दूर होने की बात कह दे।
एक ऐसा मजदूर जो रोज एक ऐसी गलतफहमी का बोझ अपने सिर पे ढोता है। जो हमेशा ही गलतफहमी ही रहेगी। कि लॉस कवर करना है।
ये जो बातें ऊपर लिखी है। इतना टाइम खराब किया हैं। सिर्फ इसलिए कि शायद किसी के दिल दिमाग मे मेरी कोई बाद घुस जाए और इस गंदी लत से दूर हो जाये जो कि नामुमकिन है।फिर भी किसी एक ने भी मेरे कहने से छोड़ दिया तो मैं अपनी लाइफ को सफल समझूँगा। 🙂