❤️ कुछ अनकहे से अल्फाज़ ❤️ @k_a_baate Channel on Telegram

❤️ कुछ अनकहे से अल्फाज़ ❤️

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खामोशियों में शब्दों को ढूंढना मेरी आदत है कर के देखिए सुकून ही सूकून मिलेगा ❤️❤️
Owner - Irfaan Mohmmad

❤️ कुछ अनकहे से अल्फाज़ ❤️ (Hindi)

आपका स्वागत है '❤️ कुछ अनकहे से अल्फाज़ ❤️' टेलीग्राम चैनल में। यह चैनल 'k_a_baate' द्वारा संचालित है और इसका मालिक इरफान मोहम्मद है। यह चैनल उन लोगों के लिए है जो खामोशियों में छिपे अनकहे अल्फाज़ खोजना और महसूस करना चाहते हैं। यहाँ आपको सुकून और सोचने का समय मिलेगा, और शब्दों की गहराई में खो जाएंगे। इस चैनल में आपको सुंदर कविताएं, एक्स्प्रेशन्स, और विचारों से भरपूर संवेदनशीलता मिलेगी। तो अब आइए, इस अनूठे अनुभव का आनंद लें और खामोशियों के साथ बातें करें।

❤️ कुछ अनकहे से अल्फाज़ ❤️

24 Nov, 08:15


अफवाह थी कि मुझे इश्क हुआ है,

लोगों ने पूछ पूछ कर आशिक बना दिया..

❤️ कुछ अनकहे से अल्फाज़ ❤️

22 Nov, 13:15


कंचे का खेल बड़े गजब के
दसियों साथ खेल जाते,
गाँव गली चौक चौराहों में
बच्चे खेलते दिख जाते।

भूले बिसरे बचपन लोगों को
अब भी याद आते,
खुशी डुग्गू आदि और शुभ
सपनों में दिख जाते।

रंग-बिरंगी सुन्दर सजीली
कंचों की वो गोलियाँ,
खेल- खेल में लड़ पड़ते
दोस्त यार हम जोलियाँ।

खोने ना देना इस खेल को
ओ प्यारे न्यारे बच्चे,
गड्ढे बनाओ या खींचो गोला
जीत लो सारे कंचे।

❤️ कुछ अनकहे से अल्फाज़ ❤️

22 Nov, 10:16


उस में जिंदा हूं मैं मुझमे जिंदा हैं वो,

उसकी दुनियां हूं मैं मेरी दुनियां हैं वो...

❤️ कुछ अनकहे से अल्फाज़ ❤️

22 Nov, 02:43


बस तुम थामे रहना हाथ उम्र भर ,
वादा है नहीं पूछेंगे कि जाना कहां है.. ❤️🌻

❤️ कुछ अनकहे से अल्फाज़ ❤️

21 Nov, 13:29


मैं भी तेरे ईश्क में आतंकवादी बन जाऊं,

तुझे बांहो में ले के बम से उड़ जाऊ...!
iShQ

❤️ कुछ अनकहे से अल्फाज़ ❤️

21 Nov, 12:49


बड़ी बड़ी दुनिया छोटे छोटे रास्ते,

बस हम जी रहे हैं सिर्फ़ तेरे वास्ते..
iShQ

❤️ कुछ अनकहे से अल्फाज़ ❤️

20 Nov, 14:20


एक टॉपर लड़की थी परसेंटेज की रानी,

हमने पटा ली और फेल हो गई महारानी..
iShQ

❤️ कुछ अनकहे से अल्फाज़ ❤️

20 Nov, 07:22


अपने आप को विकसित करें, याद रखें,
गति और विकास जिंदा इंसान की निशानी है

राधे राधे 💐
iShQ

❤️ कुछ अनकहे से अल्फाज़ ❤️

19 Nov, 12:27


वस्ल के दिलकश लम्हों जैसी वो लड़की,
इश्क की मीठी यादों जैसी वो लड़की।

गुन गुन करती होठों पर आ जाती है,
किसी गजल के मिसरों जैसी वो लड़की।

जो भी उसको सुनता है खो जाता है,
है उल्फत के किस्सों जैसी वो लड़की।

गूंजा करती दिल की हर एक धड़कन में,
लता –रफी, के नगमों जैसी एक लड़की।

रावण जितनी तीखी, उतनी मीठी है,
महबूबा के तानो जैसी वो लड़की।

रावण जी

❤️ कुछ अनकहे से अल्फाज़ ❤️

19 Nov, 09:20


इग्नोर'✍️

शब्द कोई भी बड़ा या छोटा नही होता लेकिन शब्दो के मायने छोटे बड़े होते हैं, कभी-कभी बड़े शब्द या बड़ी चीजे जो नहीं कर पाती वो छोटी-छोटी चीजें कर देती हैं !

आप इग्नोर लिख कर देखो गूगल पर दुनिया भर की चीजे आ जायेंगी...!जैसे...!

इग्नोर का अर्थ क्या होता है, इग्नोर करना किसे कहते हैं, कोई इग्नोर करें तो क्या करना चाहिए..? किसी को इग्नोर कैसे करें, कोई इग्नोर करे तो हम कैसे रिएक्ट करें, वगैरा-वगैरा......!

पर कभी ये नही आता इग्नोर हुआ व्यक्ति कैसा फील करता है, या जब वो इग्नोर होता है तो उसे कैसा लगता है। और ये भी नही आता..!

जो इग्नोर कर रहा है उसकी मनःस्थिति कैसी होती है उस समय जब वो किसी इंसान को इग्नोर करता है !

तो सोचा आज इसी पर कुछ लिखूं, जो समझ आया उतना लिखने की कोशिश करूं !

कभी सोचा है आपने उस व्यक्ति के बारे में जो इग्नोर हो रहा है या जिसे इग्नोर किया जा रहा है...?

जरूर सोचा होगा लेकिन जब भी इग्नोर हुए होंगे या जब इग्नोर किया होगा, उसी वक्त सोचा होगा वो भी खुद के बारे में..!

कहते है अगर कोई आपको नज़र अंदाज़ (इग्नोर) करें तो समझ लीजिए उसकी पूरी नजर आप पर ही है !

ठीक है समझ लिया पर ये नज़र रखने के चक्कर में जो दूसरे का हश्र होता है उसका क्या..!

इग्नोर हुआ व्यक्ति जो उस वक्त महसूस करता उसका क्या... अक्सर होता ऐसा है की जब भी कोई किसी को नज़र-अंदाज़ कर रहा होता है तो सामने वाले को पता ही नही होता आखिर हुआ क्या है..!

ये बेरुखी क्यों,

ये नाराजगी क्यों,

ये उदासी क्यों,

ये शांति क्यों,

वो भी मेरे साथ.. मैंने ऐसा भी क्या कर दिया जो ये इंसान मुझे बिल्कुल भूल गया

या भूल गई।

पर

पर

खुद को रोकता हूं मैं ये नहीं बोल रहा की जो इग्नोर हो रहा है वो सही है, और जो कर रहा वो गलत नहीं वो भी गलत है..!

क्योंकि मैंने ऊपर ये भी लिखा की जो कर रहा है, उसकी मनःस्थिति कैसी रही होगी जो उसने ऐसा किया,

अगर रिश्ता बराबर होता है तो तड़प भी बराबर होती है ना, कुछ तो हुआ ही होगा जो कोई इग्नोर हुआ और कोई किया गया।

पर मेरे लिखने का मतलब बस इतना है..!

इग्नोर करो ठीक है पर हो सके तो सामने वाले को चीजे पता होनी चाहिए, अगर रिश्ता है तो क्लेरिटी बहुत जरूरी है, अगर दोस्त मानते हो या कुछ भी मानते हो तो कुछ भी कहने में हिचक कैसी..?

अगर आपको कुछ किसी के बारे में नहीं पसंद तो आप साफ-साफ बोलो.. मुझे ये चीज आपकी नहीं पसंद, उसे कॉम्प्लिकेटेड क्यों बनाना है ये रिश्ता आपका है।

चलो मान लो लगाओ बढ़ा, दो लोग बहुत करीबी रिश्ता जीने लगे, तो इग्नोर करने लगोगे, क्या आपको पहले से उस इंसान का व्यक्तित्व नही पता था, क्या आपको नहीं पता था उसकी आदतों के बारे में..?

क्यों खुद को हर्ट करना और दूसरे को भी...,

कुछ लोग कहेंगे ठीक है इन सब चीजों का होना अच्छा है जरूरी भी है। मान लेते हैं इससे प्यार बढ़ता है, कोई कहेगा फर्क भी उसी से पड़ता जो बहुत करीब होता, इग्नोर भी उसे किया जाता जिसके होने न होने से फर्क पड़ता !

लेकिन मेरी मानो तो प्यार में कोई फ़ार्मूला नही लगता, रिश्ता चलाने के लिए हमे बस अंडरस्टैंडिंग की जरूरत होती है अगर एक रूठा है तो दूसरा माना ले, कभी एक गर्म है तो दूसरे को नर्म हो जाना चाहिए !

पता है हममें बस रिश्ता जीने की और बचाने की चाह होनी चाहिए, फिर ना कोई आपका रिश्ता तोड़ सकता न ही उसे हिला सकता है !

फर्क नही पड़ता,

फर्क नही पड़ता,

चलो दिखाते हैं दूसरे इंसान को हमें कोई फर्क नहीं पड़ता, उसको लगेगा इसको बहुत खुशी है !

लेकिन ऐसा करना क्यों हैं, क्यों दिखाना किसी को जिसे जाना होगा वो जायेगा उसे कोई रोक ही नही सकता

पर हां लोग उदास नही दिखते तो सामने वाले को लगता कहाँ वो उदास है कभी- कभी इसलिए भी चीजे होती क्योंकि सामने वाले को उसे उदास देखना है ! जरूरी है कि जब हम दिखाएं तभी सामने वाले को लगे हम दुखी हैं, खुद के लिए अपने साथ वालों को भी क्यों दुखी करना यार..!

हमारा दुख हमारी तकलीफ हमारे काटने से ही कटती है किसी दूसरे के काटने से नहीं, पर जब हमारी वजह से कोई हँसता है तो दुआएं जरूर मिलती हैं

ध्यान देने योग्य बात पता है कौन सी है..

प्यार और ज्ञान दो ऐसी चीज हैं जो बांटने से बढ़ती है, तो बांटो न प्यार बिना किसी स्वार्थ के आप देखना और लिख कर रख लो एक दिन इतना आयेगा रख नही पाओगे...!

पता है कपड़ा हो या घाव सिलने के लिए सुई काम आती तलवार नही इसलिए इग्नोर करने या होने की नौबत ही न आने दो !
~Ahmad
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❤️ कुछ अनकहे से अल्फाज़ ❤️

19 Nov, 07:53


अमृत की बूँदे

केवल ही निज लाभ पर,करिए नहीं विचार।
देश-धर्म के कार्य हित , सदा रहें तैयार।।

विरह - वेदना दरिद्रता , वैभवता का रंग।
लाभ-हानि सुख और दुख,जीवन का है अंग।।

सदा भलाई देश की , विकसित रहे समाज।
जन-गण-मन सद्भावना ,आवश्यक है आज।।

आप भला तो जग भला , मधुर रहे व्यवहार।
दूर बुराई से रहो , उत्तम रखो विचार।।

भोगे दुख दासत्व का , परदेशी साम्राज्य।
प्राण गँवाए तब हुए , उदित देश का भाग्य।।

नग्न-पश्चिमी सभ्यता,जकड़ लिया फिर आज।
भारतीयता जा रही , संस्कृत सभ्य सुराज।।

iShQ

❤️ कुछ अनकहे से अल्फाज़ ❤️

19 Nov, 05:29


ग़ज़ल शीर्षक: इनायतें है जितनी

किट्टू की कलम से ✍️

सुनो कुछ कहूं??

मेरी ज़िंदगी में हिस्सेदारी है तेरी बस इतनी,
खुदा की रहमतों की इनायतें हैं जितनी।

तेरे ख़याल से दिल सजा है जितना,
नसीब में खुशियों की बरकतें हैं जितनी।

गुज़र रही है तुझ बिन उदास शामें,
चमकती चांदनी की हसरतें हैं जितनी।

तेरे क़रीब आने की आरज़ू में,
मोहब्बतों की बढ़ती हलचलें हैं जितनी।

सवाल अब तो बस एक दुआ का है,
क़ुबूल हो इबादतें और सजदें हैं जितनी।

ख़फ़ा न होना मेरी मोहब्बत से कभी,
मुझमें बाकी हैं वफ़ाएं और चाहतें हैं जितनी।

तेरा नाम लेकर जो अश्क बहाए मैंने,
वो दास्तां सुनाएंगी मुद्दतें हैं जितनी।

दुआ है तुझसे सदा जुड़े रहे ये दिल,
चमकें रिश्तों में उम्मीदें हैं जितनी।

" किट्टू" लिखेगी दास्तान-ए-इश्क़ यूं ही,
कि ख़त्म हों न हसरतें, मोहब्बतें हैं जितनी।

हां! मेरी जिंदगी में हिस्सेदारी है तेरी बस इतनी....

©️Kittu Write's....✍️
19/11/2024

❤️ कुछ अनकहे से अल्फाज़ ❤️

19 Nov, 05:21


"गुड मॉर्निंग! 🌞
जय श्री कृष्णा राधे राधे 😊 🙏
आज जिन लोगों के भी जन्मदिन है सभी को हार्दिक शुभकामनाएं 💐 💐 💐 💐 💐 💐 💐 💐 💐

आज ज्ञान की बातें छोड़कर कुछ हंसी से शुरूआत करते हैं 😂

आप जानते हैं, एक आदमी ने सूरज से पूछा—
सूरज, तुम हर दिन सुबह-सुबह क्यों उगते हो?
सूरज हंसते हुए बोला—
'भैया, तुम्हारे जैसे आलसी लोगों के लिए, ताकि तुम देख सको कि दिन शुरू हो चुका है!' 😂

अब उठिए, सूरज की तरह जोश के साथ दिन की शुरुआत कीजिए!

हंसते रहिए मुस्कुराते हुए रहिए और खुशियां बांटते हैं 🤟

#गुडमार्निंग #मज़ेदार #खुशरहो"# गगन भाई #नटखट ब्रो 😁

Kittu Write's....✍️
19/11/2024

❤️ कुछ अनकहे से अल्फाज़ ❤️

18 Nov, 10:36


ग़ज़ल शीर्षक: रहमतों का सजदा

किट्टू की कलम से ✍️

सुनो कुछ कहूं??

ख़ुदा की रहमतें अब सजदे में उतर आईं,
तेरी दुआओं की लौ से रातें सँवर आईं।

तूने ज़मीं के सूरज को देखा लहूलुहान,
मेरे ख़्वाबों में फिर नई रौशनी भर आई।

तेरे सवाल में है वो दर्द का समंदर,
जो दिल को छू के जिंदा मुझमें असर लाए।

मेरे दिल की सुन ले, जो तेरा हर पल है,
तेरे ही नाम पर मेरी हर दुआ जाए।

फ़रिश्तों की ख़ताएँ हों या परिंदों की उड़ान,
तेरी नज़र जहाँ हो, वहीं रूह बस जाए।

तेरी वफ़ा में है मेरे हर सफ़र का मक़सद,
तेरे साथ ही अब मेरी हर ख़ुशी आए।

हां खुदा की रहमते अब सजदे में उतर आई है ......

©️Kittu Write's....✍️
18/11/2024

❤️ कुछ अनकहे से अल्फाज़ ❤️

18 Nov, 08:09


किट्टू की कलम से ✍️

सुनो कुछ कहूं??

लवों ने लफ़्ज़ों को इंकार किया है ,
जब से तुझसे सरोकार हुआ है ,,

कुछ अनकही सी बातें 🤟

Kittu Write's....✍️
18/11/2024

❤️ कुछ अनकहे से अल्फाज़ ❤️

18 Nov, 07:55


ना जाने जिंदगी इतना क्यों भाग रही है ,
सुकून नहीं इसे और मुस्कुरा रही है ,,

ऐसी ही अच्छी अच्छी शायरी पढ़ने के लिए ज्वाइन करें 🤟

https://t.me/lafze_ruh

❤️ कुछ अनकहे से अल्फाज़ ❤️

18 Nov, 05:32


रावन / किट्टू की कलम से ✍️

कविता शीर्षक: सुनो पथिक

चल लिया बहुत, ओ पथिक मेरे,
पर सफर अभी बाकी है।
हर मंज़िल पर एक और राह है,
तेरे हौसले की साखी है।

हर रातों को तूने सुबह किया,
हर सुबह को शाम बनाया।
पर कुछ ख्वाब अधूरे अब भी हैं,
जिन्हें पूरा करना है, ये मत भुलाया।

डाली फुलवारें बनाई तूने,
घर की दीवारें सजाईं।
अब बंजर दिलों में प्यार उगाना,
ये जिम्मेदारी उठानी बाकी है।

खज़ाने भर लिए अनगिनत,
सपनों को भी हासिल कर लिया।
पर रिश्तों की वो डोरी,
अब भी कसकर बांधनी बाकी है।

चल लिया बहुत, ओ पथिक मेरे,
पर ठहरने से मंज़िल न रूठेगी।
आराम कर ले, ये भी जरूरी है,
पर याद रहे, जीवन की दौड़ न छूटेगी।

हर कदम जो तूने उठाया है,
वो किसी और को राह दिखाएगा।
तेरे सफर की कहानी, पथिक,
एक नई दिशा बनाएगा।

इसलिए थकना भी जरूरी है,
पर रुकना मंज़ूर नहीं।
आराम से फिर नई उड़ान भर,
क्योंकि आसमान की कोई हद नहीं।

Brother and sister collaboration 🤟

Rawan / kittu Write's.....✍️
18/11/2024

❤️ कुछ अनकहे से अल्फाज़ ❤️

18 Nov, 05:09


सुप्रभात आप सभी को 🙏
जय श्री कृष्णा राधे राधे 😊 🙏

आज जिन लोगों के भी जन्मदिन है सभी को हार्दिक शुभकामनाएं 💐 💐 💐 💐 💐 💐 💐 💐 💐

हर सुबह एक नई कहानी लिखने का मौका है।
जो लोग अपने सपनों के पीछे चलते हैं, उनकी मंज़िलें खुद उनका इंतज़ार करती हैं।
आज का दिन आपका है, इसे अपनी मेहनत और हौसले से खास बनाइए।

"रास्ते खुद बनते हैं, जब हौसला बुलंद होता है।"

अपनी सोच को ऊँचा रखो, मुश्किलें चाहे जितनी भी हों, जीत तुम्हारी ही होगी।
खुद पर विश्वास करो और हर चुनौती को एक नए अवसर की तरह देखो।

आज का दिन आपकी सफलता के लिए एक कदम और बढ़ाएगा।

हंसते रहिए मुस्कुराते हुए रहिए और खुशियां बांटते रहिए 😊

राधे राधे 🙏

Kittu Write's....✍️
18/11/2024

❤️ कुछ अनकहे से अल्फाज़ ❤️

18 Nov, 04:46


चल लिया बहुत अब पथिक तू,
अब थोड़ी देर आराम तो कर..

चल लिया बहुत अब पथिक तू,
अब थोड़ी देर आराम तो कर..

हर रातों की तूने सुबह की,
और हर सुबह की शाम हुई..

अब इन शामो में,
कुछ अपने नाम तो कर..

चल लिया बहुत अब पथिक तू,
अब थोड़ी देर आराम तो कर..

डाली फुलवारें बनाई,
घर की दीवारें बनाई..

चोखट बाग खलियान बनाया,
घर इतना आलीशान बनाया..

अब कुछ और परिश्रम की,
चाबी अपने नाम तो कर..

चल लिया बहुत अब पथिक तू,
अब थोड़ी देर आराम तो कर..

भरता गया ख़ज़ाना,
बनता गया आशियाना..

धीरे धीरे अपनो का,
संग छूटा आना जाना..

अब कुछ और रिश्तों की,
पोटली अपने नाम तो कर..

चल लिया बहुत अब पथिक तू,
अब थोड़ी देर आराम तो कर..


_रावण जी