प्रथम विश्व हिन्दी सम्मेलन 10 जनवरी 1975 को नागपुर में आयोजित हुआ था। हिन्दी का विकास करने और एक अंतरराष्ट्रीय भाषा के तौर पर इसे प्रचारित-प्रसारित करने के उद्देश्य से विश्व हिन्दी सम्मेलनों की शुरुआत की गई|
वर्ष 2018 में, संयुक्त राष्ट्र में हिंदी को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त राष्ट्र और भारत सरकार के बीच दो साल की अवधि के लिए एक स्वैच्छिक वित्तीय योगदान संबंधी करार पर हस्ताक्षर किए गए थे। वर्ष 2019 में इस करार की अवधि को 5 वर्ष के लिए आगे बढ़ाया था और वर्तमान में यह मार्च 2025 तक लागू है।
10 जनवरी 2023 को पेरिस में संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) सहित दुनिया भर में “विश्व हिंदी दिवस” मनाया गया, ताकि हिंदी को एक अंतरराष्ट्रीय भाषा के रूप में प्रस्तुत किया जा सके और दुनिया भर में इसके उपयोग को बढ़ावा दिया जा सके। इस अवसर पर 2022 में यूनेस्को ने अपनी वेबसाइट पर भारत के यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों का विवरण हिंदी में प्रकाशित करने पर सहमति व्यक्त की।