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02 Oct, 06:44


Free Download Mahasangram Antim Yudh Shivendra Suryavanshi Hindi Novel Pdf

देवताओं और दैत्यों के युद्ध में, देवताओं को हानि से बचाने के लिये, महादेव ने ‘नागदंत कथा’ का सृजन किया। यही नागदंत कथा आगे जाकर ‘समुद्र-मंथन’ का पर्याय बनी और इसी समुद्र-मंथन के पश्चात्, उससे निकले ‘हलाहल’ से, एक दिव्य पुरुष ‘नीलाभ’ की उत्पत्ति हुई। महादेव ने इस नागदंत कथा की सुरक्षा का भार उठाने के लिये, सप्ततत्वों से बनी सप्तपुस्तकों का निर्माण किया। यह सभी सप्तपुस्तकें पृथ्वी के अलग-अलग दुर्गम भागों में छिपा दी गईं। ब्रह्मांड अनंत है और इस अनंत ब्रह्मांड में करोड़ों-अरबों आकाशगंगाएं हैं। इन्हीं आकाशगंगाओं में कुछ ग्रह ऐसे भी हैं? जहां पर पृथ्वी की ही भांति जीवनधारा बहती है। ब्रह्मांड के सृजन का रहस्य मनुष्य ही नहीं, अपितु अनंत ब्रह्मांड में छिपे असंख्य जीव भी जानना चाहते हैं। इन्हीं जीवों में से कुछ अंतरिक्ष के जीव, ब्रह्मांड का सृजन करने वाली दिव्य शक्तियों को लेने के लिये पृथ्वी तक आ पहुंचे। परंतु इन दिव्य शक्तियों की सुरक्षा का भार ब्रह्मांड रक्षकों के हाथों में था। कहते हैं कि महाविनाश के बाद नवसृजन की शुरुआत होती है और उस महाविनाश से पहले महासंग्राम की पटकथा लिखी जाती है। कुछ ऐसी ही पटकथा अंतरिक्ष के जीवों और ब्रह्मांड रक्षकों के मध्य लिखी गई, जिससे एक ऐसे महासंग्राम की उत्पत्ति हुई

Name: Mahasangram : Antim Yudh
Format: PDF
Language: Hindi
Pages: 369
Size: 13.5 MB
Series: Ring of Atlantis Part 8
Novel Type: Fantasy
Writer: Shivendra Suryavanshi

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01 Oct, 17:39


Free Download Devyudh Mahasangram Gatha Shivendra Suryavanshi Hindi Novel Pdf

जब ब्रह्मदेव ने महादेव से पृथ्वी का भविष्य जानने की इच्छा व्यक्त की, तो महादेव ने उन्हें क्षीरसागर में स्थित रुद्रासन के पास भेज दिया। ब्रह्मदेव जब रुद्रासन को ढूंढते हुए क्षीरसागर में पहुंचे, तो वहां उन्हें सप्तकणों से निर्मित सप्तपुस्तकें दिखाई दीं। उन सप्तपुस्तकों में अलग-अलग प्रकार से भविष्य को देखने की शक्तियां थीं। ब्रह्मदेव ने उन सप्तशक्तियों की सहायता से, पृथ्वी का भविष्य देखने की कामना व्यक्त की। परंतु पृथ्वी का भविष्य देखकर ब्रह्मदेव अत्यंत चिन्तित हो गये, क्योंकि पृथ्वी के भविष्य में एक देवयुद्ध छिपा था, जिसमें पृथ्वी का महाविनाश संलिप्त था। ब्रह्मदेव ने पृथ्वी को महाविनाश से बचाने के लिये, उन सभी सप्तपुस्तकों को पृथ्वी के 7 सबसे सुरक्षित स्थानों पर छिपा दिया। ब्रह्मदेव को विश्वास था कि जब भविष्य में ब्रह्मांड रक्षक इन पुस्तकों को प्राप्त कर लेंगे, तो देवयुद्ध से होने वाले महाविनाश को टाला जा सकेगा। इसके बाद शुरु हुई एक समयचक्र की एक ऐसी कथा श्रृंखला जिसमें देवता तो क्या ब्रह्मांड के कई ग्रह भी उलझ गए।

Name: Devyudh : Mahasangram Gatha
Format: PDF
Language: Hindi
Pages: 344
Size: 10.5 MB
Series: Ring of Atlantis Part 7
Novel Type: Fantasy
Writer: Shivendra Suryavanshi

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01 Oct, 17:32


Free Download Kaala Moti Brahamkan Shakti Shivendra Suryavanshi Hindi Novel Pdf

सप्तशक्ति- ब्रह्मांड के निर्माण के लिये ईश्वर ने पहले सप्तशक्तियों का निर्माण किया। ये सप्तशक्तियां थीं- वायु, जल, अग्नि, पृथ्वी, आकाश, ध्वनि और प्रकाश। इन सभी सप्तशक्तियों ने मिलकर ब्रह्मांड में उपस्थित सभी ग्रहों की रचना की। परंतु अभी भी जीवन की उत्पत्ति संभव नहीं हो सकी थी। जीवन की उत्पत्ति के लिये ब्रह्मदेव ने एक कण की रचना की, जिसे बाद में ब्रह्मकण के नाम से जाना गया। इस ब्रह्मकण में जीवन की उत्पत्ति के अलावा इन सभी सप्तशक्तियों को नियंत्रित करने की शक्ति भी थी। ब्रह्मांड की रचना के बाद ब्रह्मदेव ने इस ब्रह्मकण को एक काले मोती में समाहित कर समुद्र की अथाह गहराइयों में कहीं छिपा दिया? परंतु एक दिन एक नीली जलपरी की गलती से ‘काला मोती’ ग्रीक देवता पोसाइडन के हाथ लग गया। इसके बाद शुरु हुई रहस्य व रोमांच से भरी ऐसी कहानी, जिसने पृथ्वी ही नहीं वरन् ब्रह्मांड के कई ग्रहों को अपनी चपेट में ले लिया।हिमालय की गुफाओं से निकलकर, अटलांटिस की धरती के रहस्यों की परतों को खोलने वाली, देवताओं के द्वारा रची गयी ऐसी महागाथा, जिसे आप बार बार पढना चाहेंगे। यह कहानी है सन राइजिंग नामक एक ऐसे पानी के जहाज की जो किसी कारणवश रास्ता भटक कर बरमूडा ट्रायंगल के खतरनाक क्षेत्र में फंस जाता है। कहानी के कुछ पात्र भयानक मुसीबतों से जूझते हुए अटलांटिस की धरती पर पहुंच जाते हैं जहां पर उनका इंतजार कर रहा होता है इस ब्रम्हांड का सबसे बड़ा तिलिस्म। 28 दरवाजे वाले इस तिलिस्म में मौजूद हैं – सप्ततत्व, 12 राशियां, ग्रीक गॉड, रोमन योद्धा, ब्रह्मांड के सबसे खतरनाक जीव, अनोखे ग्रह, और विज्ञान की अनोखी दुनिया।

Name: Kaala Moti : Brahamkan Shakti
Format: PDF
Language: Hindi
Pages: 369
Size: 4.6 MB
Series: Ring of Atlantis Part 6
Novel Type: Fantasy
Writer: Shivendra Suryavanshi

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01 Oct, 17:17


Free Download Devshakti Adbhut Divyastra Shivendra Suryavanshi Hindi Novel Pdf

शक्ति- एक ऐसा शब्द जिसे प्राप्त करने के लिये, मनुष्य, देवता, दैत्य ही नहीं अपितु अंतरिक्ष के जीव भी सदैव लालायित रहते हैं। शक्ति का पर्याय स्वामित्व से जुड़ता है, इसलिये ब्रह्मांड के सभी जीव शक्ति को प्राप्त कर, स्वयं को श्रेष्ठ दिखाना चाहते हैं। वन में मौजूद एक सिंह भी, अन्य वन्य प्राणियों के समक्ष अपनी शक्ति का प्रदर्शन करने से नहीं चूकता। ठीक उसी प्रकार कुछ देवता भी मनुष्यों के समक्ष, अपना शक्ति प्रदर्शन कर, उनमें भय की भावना उत्पन्न करते रहते हैं। जैसे देवराज इंद्र के द्वारा जलप्रलय लाना या सूर्यदेव के द्वारा सूखे की स्थिति उत्पन्न कर देना। यह सब भी शक्ति प्रदर्शन के अद्वितीय उदाहरण हैं। दैत्यों ने हमेशा त्रिदेवों से ही शक्ति प्राप्त कर, उनका प्रयोग देवताओं के ही विरुद्ध किया है। इन शक्तियों को प्राप्त करने के लिये, मनुष्यों ने भी घोर तप किये हैं। कुछ ऐसी ही देवशक्तियों को, पृथ्वी की सुरक्षा के लिये, देवताओं ने पृथ्वी के अलग-अलग भागों में छिपा दिया, जिससे समय आने पर कुछ दिव्य मानव, उन देव शक्तियों को धारण कर, पृथ्वी की सुरक्षा का भार उठा सकें। ऐसे ही देवशक्ति धारक कुछ विलक्षण मनुष्य बाद में ब्रह्मांड रक्षक कहलाये।डेल्फानो ग्रह समाप्त होने के बाद, वहां के राजा गिरोट ने अपनी सबसे अद्वितीय रचना समयचक्र को पृथ्वी पर फेंक दिया, जो कि ब्लैक होल के सिद्धांतों पर कार्य करती थी। यह समयचक्र पृथ्वी पर आने के 20 वर्षों तक सुप्तावस्था में रहा। एक दिन अचानक ही यह समयचक्र अपनी शक्तियों से, समय के कई आयामों को बांधने की कोशिश करने लगा। इस समयचक्र के पास समय और ब्रह्मांड में यात्रा करने की अद्भुत शक्तियां थीं, पर इसी अद्भुत शक्तियों को प्राप्त करने के लिये कुछ अंतरिक्ष के जीव भी पृथ्वी पर आ गये। उन जीवों के पास दूसरी आकाशगंगा की अनोखी शक्तियां थीं, जो हमारे विज्ञान की कल्पनाओं से भी परे थीं। इसी के साथ शुरु हुआ एक अनोखा टकराव, जिससे अनगिनत प्रश्नों की एक श्रृंखला खड़ी हो गई

Name: Devshakti: Adbhut Divyastra
Format: PDF
Language: Hindi
Pages: 308
Size: 3.9 MB
Series: Ring of Atlantis Part 5
Novel Type: Fantasy
Writer: Shivendra Suryavanshi

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#Fantasy_Novels #Hindi_Novels #Shivendra_Suryavanshi_Novels

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01 Oct, 17:10


Free Download Sun Rising Ek Rahasyamay Jahaaj Shivendra Suryavanshi Hindi Novel Pdf

हिमालय की गुफाओं से निकलकर, अटलांटिस की धरती के रहस्यों की परतों को खोलने वाली, देवताओं के द्वारा रची गयी ऐसी महागाथा, जिसे आप बार बार पढना चाहेंगे। यह कहानी है सन राइजिंग नामक एक ऐसे पानी के जहाज की जो किसी कारणवश रास्ता भटक कर बरमूडा ट्रायंगल के खतरनाक क्षेत्र में फंस जाता है। कहानी के कुछ पात्र भयानक मुसीबतों से जूझते हुए अटलांटिस की धरती पर पहुंच जाते हैं जहां पर उनका इंतजार कर रहा होता है इस ब्रम्हांड का सबसे बड़ा तिलिस्म। 28 दरवाजे वाले इस तिलिस्म में मौजूद हैं – सप्ततत्व, 12 राशियां, ग्रीक गॉड, रोमन योद्धा, ब्रह्मांड के सबसे खतरनाक जीव, अनोखे ग्रह, और विज्ञान की अनोखी दुनिया। दोस्तों ‘रिंग आफ अटलांटिस‘ सीरीज की ये पहली पुस्तक है। आशा करता हूं कि यह पुस्तक आपको अवश्य पसंद आयेगी। “अटलांटिस: देवताओं की वह धरती जिसका जिक्र प्लेटो ने अपनी किताब में किया था। कहते हैं अटलांटिस का विज्ञान आज के विज्ञान से हजारों गुना ज्यादा बेहतर था। पर एक दिन धरती के जोर से हिलने की वजह से पूरी अटलांटिस सभ्यता कहीं सागर में समा गई। तब से लेकर आज तक वैज्ञानिक, आर्कियोलॉजिस्ट उस सभ्यता को ढूंढने का प्रयत्न कर रहे हैं। प्राक्कथनः ब्रह्माण्ड में स्थित अरबों आकाशगंगाओं में तैरते असंख्य ग्रहों में से एक ग्रह है पृथ्वी। पृथ्वी-जीवन से परिपूर्ण और रहस्यों से भरपूर। पृथ्वी की सबसे श्रेष्ठतम रचना है – मानव। मानव जिसके पास है एक अतिविकसित मस्तिष्क। यही मस्तिष्क इसे पृथ्वी पर रहने वाले करोड़ों जीवों से श्रेष्ठ बनाता है। इसी विकसित मस्तिष्क के कारण आज वह हर पल विकास के नये आयामों को स्पर्श कर रहा है। विज्ञान मन्थर गति से धीरे धीरे अपने कदम बढ़ा रहा है। विकास की नयी आधारशिला तैयार हो रही है। वह मानव जो कभी पेड़ों और गुफाओं में रहता था, आज अपने अतिविकसित मस्तिष्क के कारण अंतरिक्ष में निकलकर, अन्य ग्रहों की तरफ जीवनरूपी पदचिन्हों को तलाश रहा है। प्रक्षेपास्त्र, लेजर व परमाणु बम बनाने वाले हाथ अब मानव क्लोनिंग कर, अंतरिक्ष में स्पेस सिटी बनाने का सपना देख, ईश्वरीय शक्ति को भी चुनौती प्रदान करने लगा है। उसका मानना है कि अब वो पहले से अधिक विकसित है। परन्तु क्या यह सत्य है? इसका उत्तर तो सिर्फ अतीत की काली चादर में लिपटा कहीं गहराइयों मे दफन है। वह रहस्य, सागर की अथाह गहराइयों में भी हो सकता है, या फिर अंतरिक्ष में फैली करोड़ों आकाशगंगाओं की अनंत गहराइयों में भी। रहस्य-एक ऐसा शब्द, जिसमें सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड जगत का सार छिपा हुआ है। आज भी मानव निरंतर रहस्यों की खोज के पीछे भाग रहा है, फिर चाहे वह सपनों का रहस्य हो, या फिर पुनर्जन्म का। यह सभी रहस्य मानव को अपनी ओर आकर्षित करते रहें हैं। कालचक्र- जिसे हम समयचक्र भी कहते हैं, समय समय पर चेतावनी स्वरूप, विकास की अन्धी दौड़ में भाग रहे मानव को कुछ ऐसे प्रमाण दिखा देता है, जो आज भी मानव मस्तिष्क से परे है। मानव लाख कोशिशों के बाद भी जब उस रहस्य को समझने में नाकामयाब हो जाता है, तो वह उसे पराविज्ञान का नाम देकर अनसुलझे रहस्यों की श्रेणी में लाकर खड़ा कर देता है और उससे दूर हट जाता है। बारामूडा त्रिकोण इसका जीता जागता उदाहरण है। मिस्र में खड़े विशालकाय पिरामिड, ईस्टर द्वीप की दैत्याकार मूर्तियां, ओल्मेक सभ्यता, इंका सभ्यता, माया सभ्यता, तियुतीहुआकान व अटलांटिस द्वीप के मिले कुछ ध्वंशावशेष, नाज्का सभ्यता के रेखाचित्र और ना जाने कितने ऐसे प्रमाण हैं, जो आज भी अतीत के मानव अतिविकसित होने की कहानी कह रहें हैं। अब सवाल यह उठता है कि यदि अतीत का मानव इतना ही विकसित था, तो उसके नष्ट होने का कारण क्या था? कहीं उसके नष्ट होने का कारण उसका प्रकृति से खिलवाड़, या उसका अतिविकसित होना ही तो नहीं था? क्या विकास की ही अंतिम सीढ़ी विनाश है? यदि ऐसा ही है, तो क्या हम एक बार पुनः विनाश की ओर अपने कदम बढ़ा रहें हैं? इन सभी सवालों का उत्तर जानने के लिए हमें एक बार फिर से अतीत में जाना पड़ेगा। लेकिन क्या अतीत में जाना सम्भव है? क्या हम जिस टाइम मशीन की कल्पना इतने वर्षों से कर रहें हैं, वह सम्भव है? यदि नहीं, तो फिर कैसे इन रहस्यों से पर्दा उठ सकता है? आइये बैठकर विचार करते हैं। लेकिन विचार तो कोरी कल्पना मात्र होगी। तो फिर क्या करें? तो फिर आइये क्यों न इस कहानी को ही पढ़ा जाए, शायद हमारे सवालों का जवाब इस कहानी में ही कहीं मिल जाए ….।

Name: Sun Rising : Ek Rahasyamay Jahaaj
Format: PDF
Language: Hindi
Pages: 281
Size: 4 MB
Series: Ring of Atlantis Part 1
Novel Type: Fantasy
Writer: Shivendra Suryavanshi

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01 Oct, 17:07


Free Download Tilismaa : Avishvashniya Mayajaal Shivendra Suryavanshi Hindi Novel Pdf

कल्पना- एक ऐसा शब्द जो अपने अंदर संपूर्ण ब्रह्मांड को समेटे है। इस ब्रह्मांड में लहराता हुआ सागर भी है और सितारों से भरा आकाश भी। इस ब्रह्मांड में प्रकृति के सुंदर रंग भी हैं और समस्त जीवों की असीम भावनाएं भी। तो क्यों ना इस कल्पना की कूची से, अपने जीवन को एक नया रंग देकर देखें। यकीन मानिये, वह अहसास बहुत ही खूबसूरत होगा।

मायाजाल- एक ऐसा शब्द, जो हमारी आँखों के सामने रहस्यों से भरी पहेलियों का एक संसार खड़ा कर देता है। जहां एक ओर गणितीय उलझनें होती हैं, तो वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसी वैचारिक पहेलियां, जिनमें उलझना अधिकांशतः लोगों को पसंद होता है। पर क्या हो? जब ऐसी उलझनों और पहेलियों के मध्य आपका जीवन दाँव पर लगा हो। अर्थात अगर आप इन उलझनों को पार ना कर पायें, तो आप हमेशा-हमेशा के लिये इस मायाजाल में कैद हो जाएं। इस पुस्तक में कुछ मनुष्यों के सामने, कुछ ऐसी ही मुसीबतें खड़ी हैं।

Name: Tilismaa : Avishvashniya Mayajaal
Format: PDF
Language: Hindi
Pages: 350
Size: 7.5 MB
Series: Ring of Atlantis Part 4
Novel Type: Fantasy
Writer: Shivendra Suryavanshi

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01 Oct, 16:57


Free Download Mayavan Ek Rahasyamay Jungle Shivendra Suryavanshi Hindi Novel Pdf

माया सभ्यता अमेरिका की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में गिनी जाती है, जिसके प्राप्त अवशेषों में भगवान शिव, गणेश और नरसिंह आदि देवताओं की मूर्तियां प्रचुर मात्रा में पायी गयी हैं। भारतवर्ष से इतनी दूर आखिर कैसे हिंदू सभ्यता विकसित हुई? यह आज भी रहस्य बना हुआ है। कुछ पुरातत्वविद् माया सभ्यता का सम्बन्ध दैत्यराज मयासुर से जोड़ते हैं। मयासुर, एक ऐसा दैत्य, जिसे उसके अद्भुत निर्माणकार्य के लिये देवताओं ने भी सराहा। तारकासुर के समय में ‘त्रिपुरा’नामक 3 भव्य नगरों का निर्माण, दैत्यराज वृषपर्वन के लिये बिंदुसरोवर के निकट अद्भुत सभाकक्ष का निर्माण, रामायणकाल में रावण के लिये सोने की लंका का निर्माण एवं महाभारतकाल में पांडवों के लिये, खांडवप्रस्थ के वन में अकल्पनीय इन्द्रप्रस्थ का निर्माण मयासुर की अद्भुत शिल्पकला की कहानी कहतें हैं। रावण की पत्नि मंदोदरी का पिता मयासुर, वास्तुशिल्प और खगोलशास्त्र में प्रवीण था। खगोलशास्त्र के क्षेत्र में मयासुर ने भगवान सूर्य नारायण से विद्या सीखकर ‘सूर्य सिद्धान्तम’की रचना की। आज भी हम ज्योतिष शास्त्र की गणनाएं सूर्य सिद्धान्तम के आधार पर ही करते हैं। महादेव के इस परमज्ञानी शिष्य ने किस प्रकार की ये अद्भुत रचनाएं? क्या भगवान शिव की पारलौकिक शक्तियां मयासुर के पास थीं? तो दोस्तों तैयार हो जाइये, इस कथानक के अद्भुत संसार में डूब जाने के लिये, जहां का हर एक दृश्य आपको वस्मीभूत कर देगा। हिमालय की गुफाओं से माया सभ्यता तक, ग्रीस के ओलंपस पर्वत से अंटार्कटिका की बर्फ की चादर तले फैले, एक अविश्वसनीय और अद्वितीय कथानक को पढ़ने के लिये।

Name: Mayavan : Ek Rahasyamay Jungle
Format: PDF
Language: Hindi
Pages: 349
Size: 9.5 MB
Series: Ring of Atlantis Part 3
Novel Type: Fantasy
Writer: Shivendra Suryavanshi

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29 Sep, 20:47


Free Download Atlantis : Ek Rahasyamay Dwip Saksham Garg Hindi Novel Pdf

हम जब भी अटलांटिस के बारे में सोचते हैं, हमारी आँखों के सामने सागर में डूबी एक भव्य सभ्यता नजर आने लगती है। अटलांटिस देवताओं की वह धरती जिसका जिक्र सर्वप्रथम प्लेटो ने अपनी पुस्तक ‘टाइमियस’ और ‘क्रिटियास’ में किया था। कहते हैं अटलांटिस का विज्ञान आज के विज्ञान से हजारों गुना ज्यादा बेहतर था। पर एक दिन धरती के जोर से हिलने की वजह से पूरी अटलांटिस सभ्यता कहीं सागर में समा गई। तब से लेकर आज तक वैज्ञानिक, आर्कियोलॉजिस्ट उस सभ्यता को ढूंढने का प्रयत्न कर रहे हैं।ईश्वर को ब्रह्मांड के निर्माण के लिये 7 तत्वों की आवश्यकता थी- अग्नि, जल, वायु, पृथ्वी, आकाश, ध्वनि और प्रकाश। इन 7 तत्वों से ईश्वर ने ब्रह्मांड का निर्माण किया। पर अभी भी ईश्वर की सबसे अद्वितीय रचना बाकी थी ईश्वर को ब्रह्मांड के निर्माण के लिये 7 तत्वों की आवश्यकता थी- अग्नि, जल, वायु, पृथ्वी, आकाश, ध्वनि और प्रकाश। इन 7 तत्वों से ईश्वर ने ब्रह्मांड का निर्माण किया। पर अभी भी ईश्वर की सबसे अद्वितीय रचना बाकी थी और वह थी जीवन की उत्पत्ति। जीवन की उत्पत्ति के लिये ईश्वर ने ‘ब्रह्मकण’ का निर्माण किया, जिसे अंग्रेजी में ‘गॉड-पार्टिकल’ या ‘हिग्स-बोसन’ कहा जाता है। इस ब्रह्मकण ने ब्रह्मांड के हर जीव का निर्माण किया। क्या था यह ब्रह्मकण? जिसने अलग-अलग प्रकार के अरबों-खरबों जीवों की रचना की, जिसने इन्हें इतना अलग-अलग बनाया। इस कथानक में जहां एक ओर तिलिस्म, जादू, चमत्कार और रहस्य है, वहीं दूसरी ओर विज्ञान की एक अद्भुत दुनिया है, जो बिग-बैंग, ब्लैक होल, नेबुला और डार्क मैटर जैसे सिद्धांतों को खोलती है। पौराणिक कथाओं और विज्ञान के ताने बाने से बुना हुआ एक अद्भुत कथानक।

Name: Atlantis : Ek Rahasyamay Dwip
Format: PDF
Language: Hindi
Pages: 338
Size: 3.6 MB
Series: Ring of Atlantis Part 2
Novel Type: Fantasy
Writer: Shivendra Suryavanshi

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21 Sep, 15:50


Free Download Sun Rising : Ek Rahasyamay Jahaaj Shivendra Suryavanshi Hindi Novel Pdf

हिमालय की गुफाओं से निकलकर, अटलांटिस की धरती के रहस्यों की परतों को खोलने वाली, देवताओं के द्वारा रची गयी ऐसी महागाथा, जिसे आप बार बार पढना चाहेंगे। यह कहानी है सन राइजिंग नामक एक ऐसे पानी के जहाज की जो किसी कारणवश रास्ता भटक कर बरमूडा ट्रायंगल के खतरनाक क्षेत्र में फंस जाता है। कहानी के कुछ पात्र भयानक मुसीबतों से जूझते हुए अटलांटिस की धरती पर पहुंच जाते हैं जहां पर उनका इंतजार कर रहा होता है इस ब्रम्हांड का सबसे बड़ा तिलिस्म। 28 दरवाजे वाले इस तिलिस्म में मौजूद हैं – सप्ततत्व, 12 राशियां, ग्रीक गॉड, रोमन योद्धा, ब्रह्मांड के सबसे खतरनाक जीव, अनोखे ग्रह, और विज्ञान की अनोखी दुनिया। दोस्तों ‘रिंग आफ अटलांटिस‘ सीरीज की ये पहली पुस्तक है। आशा करता हूं कि यह पुस्तक आपको अवश्य पसंद आयेगी। “अटलांटिस: देवताओं की वह धरती जिसका जिक्र प्लेटो ने अपनी किताब में किया था। कहते हैं अटलांटिस का विज्ञान आज के विज्ञान से हजारों गुना ज्यादा बेहतर था। पर एक दिन धरती के जोर से हिलने की वजह से पूरी अटलांटिस सभ्यता कहीं सागर में समा गई। तब से लेकर आज तक वैज्ञानिक, आर्कियोलॉजिस्ट उस सभ्यता को ढूंढने का प्रयत्न कर रहे हैं। प्राक्कथनः ब्रह्माण्ड में स्थित अरबों आकाशगंगाओं में तैरते असंख्य ग्रहों में से एक ग्रह है पृथ्वी। पृथ्वी-जीवन से परिपूर्ण और रहस्यों से भरपूर। पृथ्वी की सबसे श्रेष्ठतम रचना है – मानव। मानव जिसके पास है एक अतिविकसित मस्तिष्क। यही मस्तिष्क इसे पृथ्वी पर रहने वाले करोड़ों जीवों से श्रेष्ठ बनाता है। इसी विकसित मस्तिष्क के कारण आज वह हर पल विकास के नये आयामों को स्पर्श कर रहा है। विज्ञान मन्थर गति से धीरे धीरे अपने कदम बढ़ा रहा है। विकास की नयी आधारशिला तैयार हो रही है। वह मानव जो कभी पेड़ों और गुफाओं में रहता था, आज अपने अतिविकसित मस्तिष्क के कारण अंतरिक्ष में निकलकर, अन्य ग्रहों की तरफ जीवनरूपी पदचिन्हों को तलाश रहा है। प्रक्षेपास्त्र, लेजर व परमाणु बम बनाने वाले हाथ अब मानव क्लोनिंग कर, अंतरिक्ष में स्पेस सिटी बनाने का सपना देख, ईश्वरीय शक्ति को भी चुनौती प्रदान करने लगा है। उसका मानना है कि अब वो पहले से अधिक विकसित है। परन्तु क्या यह सत्य है? इसका उत्तर तो सिर्फ अतीत की काली चादर में लिपटा कहीं गहराइयों मे दफन है। वह रहस्य, सागर की अथाह गहराइयों में भी हो सकता है, या फिर अंतरिक्ष में फैली करोड़ों आकाशगंगाओं की अनंत गहराइयों में भी। रहस्य-एक ऐसा शब्द, जिसमें सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड जगत का सार छिपा हुआ है। आज भी मानव निरंतर रहस्यों की खोज के पीछे भाग रहा है, फिर चाहे वह सपनों का रहस्य हो, या फिर पुनर्जन्म का। यह सभी रहस्य मानव को अपनी ओर आकर्षित करते रहें हैं। कालचक्र- जिसे हम समयचक्र भी कहते हैं, समय समय पर चेतावनी स्वरूप, विकास की अन्धी दौड़ में भाग रहे मानव को कुछ ऐसे प्रमाण दिखा देता है, जो आज भी मानव मस्तिष्क से परे है। मानव लाख कोशिशों के बाद भी जब उस रहस्य को समझने में नाकामयाब हो जाता है, तो वह उसे पराविज्ञान का नाम देकर अनसुलझे रहस्यों की श्रेणी में लाकर खड़ा कर देता है और उससे दूर हट जाता है। बारामूडा त्रिकोण इसका जीता जागता उदाहरण है। मिस्र में खड़े विशालकाय पिरामिड, ईस्टर द्वीप की दैत्याकार मूर्तियां, ओल्मेक सभ्यता, इंका सभ्यता, माया सभ्यता, तियुतीहुआकान व अटलांटिस द्वीप के मिले कुछ ध्वंशावशेष, नाज्का सभ्यता के रेखाचित्र और ना जाने कितने ऐसे प्रमाण हैं, जो आज भी अतीत के मानव अतिविकसित होने की कहानी कह रहें हैं। अब सवाल यह उठता है कि यदि अतीत का मानव इतना ही विकसित था, तो उसके नष्ट होने का कारण क्या था? कहीं उसके नष्ट होने का कारण उसका प्रकृति से खिलवाड़, या उसका अतिविकसित होना ही तो नहीं था? क्या विकास की ही अंतिम सीढ़ी विनाश है? यदि ऐसा ही है, तो क्या हम एक बार पुनः विनाश की ओर अपने कदम बढ़ा रहें हैं? इन सभी सवालों का उत्तर जानने के लिए हमें एक बार फिर से अतीत में जाना पड़ेगा। लेकिन क्या अतीत में जाना सम्भव है? क्या हम जिस टाइम मशीन की कल्पना इतने वर्षों से कर रहें हैं, वह सम्भव है? यदि नहीं, तो फिर कैसे इन रहस्यों से पर्दा उठ सकता है? आइये बैठकर विचार करते हैं। लेकिन विचार तो कोरी कल्पना मात्र होगी। तो फिर क्या करें? तो फिर आइये क्यों न इस कहानी को ही पढ़ा जाए, शायद हमारे सवालों का जवाब इस कहानी में ही कहीं मिल जाए ….।

Name: Sun Rising : Ek Rahasyamay Jahaaj
Format: PDF
Language: Hindi
Pages: 281
Size: 4 MB
Series: Ring of Atlantis Part 1
Novel Type: Fantasy
Writer: Shivendra Suryavanshi

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14 Sep, 23:37


Free Download Kabra ka Rahasya Shubhanand Hindi Novel Pdf

राजन, इकबाल, सलमा और शोभा देश के उभरते युवा नेता श्रीराम मूर्ति की संदेहास्पद मौत की शिनाख्त करने कर्णाटक पहुँचते हैं, जहाँ पर आने वाले चुनाव की जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं. खोजबीन करते हुए राजन एक कब्रिस्तान पहुंचकर गायब हो जाता है. राजन की गैर-मौजूदगी में इक़बाल श्रीराम के केस पर पुलिस की सहायता से काम शुरू करता है. क्या श्रीराम की हत्या हुई थी राजन कहाँ और कैसे गायब हो गया गन्दी राजनीति के माहौल में क्या इक़बाल इस केस को हल कर सकेगा जानने के लिए पढ़ें राजनीति पर लिखा रहस्य और थ्रिल से भरपूर ये उपन्यास.

Name: Kabra ka Rahasya
Format: PDF
Language: Hindi
Pages: 62
Size: 1 MB
Novel Type: Thriller & Mystery
Series: Rajan Iqbal Reborn Series 6
Writer: Shubhanand

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