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ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

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ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क (Hindi)

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क चैनल एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है जो युवाओं के लिए विचारों और ज्ञान का संग्रहण स्थल है। इस चैनल का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को ब्रह्मचर्य के महत्व पर जागरूक करना है और समाज में इसे सम्मानित करने की दिशा में काम करना है। यहाँ आपको ज्ञानवर्धक और प्रेरक पोस्ट्स, वीडियोस, और लेख मिलेंगे जो आपकी आत्मा को स्पर्श करेंगे और आपको सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करेंगे।nnइस चैनल में भारतीय संस्कृति, धर्म, और योग के महत्वपूर्ण सिद्धांतों पर चर्चा की जाती है। यहाँ आप सम्मानजनक तरीके से अपनी सोच को बदल सकते हैं और ब्रह्मचर्य के सिद्धांतों को अपने जीवन में उतार सकते हैं। अपने हर वीडियो और पोस्ट में, यह चैनल युवाओं को अपने लक्ष्यों और सपनों की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।nnब्रह्मचर्य्य नेटवर्क चैनल को शामिल होने के लिए, आपको केवल उनके यूजरनेम @brahmacharyanetwork को टेलीग्राम एप्प पर सर्च करके उनके साथ जुड़ना है। यह चैनल सच्चे ज्ञान और समृद्ध साहसिकता का स्रोत है और युवाओं को समृद्ध और सत्य के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करने का उद्देश्य रखता है।

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

26 Jan, 03:49


🔥युवा कौन है? जवानी क्या है??🔥

☀️उठो जागो और तब तक मत रुको
जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जा


🌈हे भारत के वीर भाइयों और बहनो क्यों निराश हो?🤔
क्यों हताश हो?🤔
🌈कब तक मन की गुलामी करते हुए जीओगे?? आखिर कब तक।
क्षणिक सुख के पीछे पागल बन रोते रहोगे??क्योंकि ये अदभुत जवानी तुम्हे नाली में बहाने के लिये नही मिली है??😊
धिक्कार है ऐसी जवानी पर जो सिर्फ कंचन कामिनी के पीछे ही बरबाद हो जाती है।

एक बात याद रखिये:-🤔
🌻वो जवानी नही,
🌻जो खूंन को जलाती नही
🌻दाग लेकर गुलामी का
🌻 क्यूँ हम जीए
🌻सोचकर रातो को
नींद आती नही

🔥जवानी एक धधकती आग है🔥
चाहो तो खुद को भोगो में जलाकर जवानी को राख कर दो। या फिर इसी आग में तपकर दुनिया के अंधकार और अज्ञानता को जला कर राख कर दो👍
अब राख कौनसी चुननी है??🤔
ये निर्णय तुम्हे करना
है।

🔥लोग कहते है की
🔥ज़माना बदलता है हरदम
🔥मर्द वो है
🔥जो ज़माने बद
ल देते
है

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

25 Jan, 07:00


https://youtube.com/shorts/KSnmyaj4HqI?si=rSFGO3ynYZJ8zmOm

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

23 Jan, 14:06


🙏

ब्रह्मचर्य का साधन व्यस्तता:-

मन को खाली मत रहने दीजिए-हर समय कुछ-न-कुछ करते रहिए। जो व्यक्ति निठल्ले होते हैं उन्हें ही व्यर्थ की बातें सूझती हैं; जो सदा कार्य में व्यस्त रहते हैं, बुरे विचार उनके पास फटकते भी नहीं। इस संबंध में महर्षि दयानंद के जीवन की एक घटना अत्यंत बोधप्रद है।
महर्षि दयानंद कलकत्ता में विराजमान थे। एक दिन दत्त महाशय ने एकांत पाकर पूछा-"ऋषे! काम के विचार तो आपको भी सताते होंगे परंतु आप उन्हें दबा देते होंगे?" इस प्रश्न को सुनकर महर्षि मौन हो गए। उन्होंने ध्यानावस्थित होकर 2 मिनट में अपने संपूर्ण जीवन का निरीक्षण किया और आंखें खोलकर कहने लगे-"मुझे स्मरण नहीं आता कि कभी काम के विचारों ने मेरे ऊपर आक्रमण किया हो।" यह उत्तर सुनकर दत्त महाशय कुछ उत्तेजित होकर कहने लगे, "तो क्या आप हाड-मांस के आदमी नहीं है?" महर्षि ने उत्तर दिया-"आदमी तो मैं भी हाड-मांस का ही हूं परंतु उस संबंध में सोचने के लिए मेरे पास समय कहां है?" टी०एल० वासवानी ने ठीक ही लिखा है-He was married to his mission. उनका विवाह तो उनके मिशन से हुआ था।

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

22 Jan, 15:04


गैस,कब्ज,अपच जैसी समस्याओं का चूर्ण बन गया है जिसका मूल्य
290 रुपये कुरियर सहित व मात्रा 140 ग्राम है जिन भी बन्धु को चाहिए वे
8462099203 पर गूगल पे,फोन पे, करके फुल एड्रेस व स्क्रीनशॉट भेज देवे।

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

21 Jan, 13:59


ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क pinned «इस बार ऐसे ब्रह्मचारी बनो कि दोबारा न बनना पड़े बार बार ब्रह्मचारी नहीं होते ! @greatlearnerrohit»

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

21 Jan, 13:59


इस बार ऐसे ब्रह्मचारी बनो कि दोबारा न बनना पड़े

बार बार ब्रह्मचारी नहीं होते !
@greatlearnerrohit

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

21 Jan, 07:04


https://youtube.com/shorts/v0MgbHkKWu4?si=Sx2bTdp4F5I6-SSY

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

21 Jan, 06:21


yahi hai chehre ki sundarta isse jyada kuch nahi hai. isse dekh ke aap log brahmchacry k Nash karte ho ise dekh ke? sudhro bhaiyo sudharo nahi to barbad hone me samay nahi hai

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

20 Jan, 04:36


🚨 कुछ कारण जिनकी वजह से आप कभी भी ब्रह्मचर्य पालन नही कर सकते :-

⚠️ ब्रह्मचर्य क्या है इसकी समझ न होना , ब्रह्मचर्य की जगह no fap करना
⚠️ सब कुछ पता होने के बाद भी ब्रह्मचर्य के नियम का पालन न करना , बहाने बनाते रहना
⚠️ मांसाहार या अन्य तामसिक चीजें खाना
⚠️ स्त्रियों से मित्रता रखना
⚠️ किसी कार्य में व्यस्त न रहना , या कुछ ऐसा कार्य करना जिसमे रुचि न हो
⚠️ ब्रह्ममुहुर्त में न उठना , दिन में सोना
⚠️ व्यायाम , प्राणायाम , ध्यान न करना

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

19 Jan, 15:18


बबूल की फली ,बबूल का गोंद ,बबूल की पत्ती सभी बराबर मात्रा में लेकर बारीक पीसकर पाउडर बनालें फिर इसमें इसके बराबर मिश्री मिलाकर रख लें ये धात ,चिपचिपा पानी ठीक करेगा वीर्य गाढ़ा करेगा टाइमिंग बढ़ाएगा
सेवन विधि सुबह साम खाली पेट 1 चम्मच गाय के दूध से

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ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

18 Jan, 04:33


https://youtu.be/QKg0oemt4mo?si=-xW1AOE-82gyRnr3

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

17 Jan, 16:54


📝ब्रह्मचर्य पालन के कई लाभ हैं♥️



1. ब्रह्मचर्य पालन से शारीरिक ऊर्जा में वृद्धि होती है।

2. ब्रह्मचर्य पालन से स्वास्थ्य में सुधार होता है।

3. ब्रह्मचर्य पालन से रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है।

4. ब्रह्मचर्य पालन से मानसिक शांति मिलती है।

5. ब्रह्मचर्य पालन से एकाग्रता में वृद्धि होती है।

6. ब्रह्मचर्य पालन से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।

7. ब्रह्मचर्य पालन से आध्यात्मिक ज्ञान में वृद्धि होती है।

8.ब्रह्मचर्य पालन से आत्म प्रेम में वृद्धि होती है।

9. ब्रह्मचर्य पालन मोक्ष प्राप्ति में सहायक हो सकता है

10. ब्रह्मचर्य पालन से सामाजिक सम्मान में वृद्धि होती है।

11. ब्रह्मचर्य पालन से परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।

12.ब्रह्मचर्य पालन से समाज में सकारात्मक योगदान हो सकता है।


अतः ब्रह्मचर्य को अपने जीवन मे स्थान ज़रूर दे। यह जीवन के सभी पहलुओ में आपका मंगल करता है....👍

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

17 Jan, 16:50


ब्रह्मचर्य खंडन के 8 रास्ते,
इन्हें जानो , पहचानो और बन्द करो 🔰

ध्यान रहे , इनमे से एक का खंडन भी ब्रह्मचर्य का खंडन है।


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ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

17 Jan, 08:41


असली सुन्दरता क्या है?


खोल लो अब आंखे....

जिस देह के पीछे अपना कितनी टाइम बर्बाद कर रहे हो , उसकी असलियत तो ये है। कहां है इसमें सुंदरता ?🤮

क्या 1 mm की चमड़ी के नीचे की हकीकत नजर नहीं आती ? 😱

आंखो पर अब भी पट्टी बांधे रखोगे क्या ??

हकीकत को जानो ....

आज 2 मिनट रुक कर सोच लो ,देख लो ,समझ लो ....

फिर मत कहना

"बताया नही था ...."

यह है वो असलियत जो 1 मिलीमीटर की चमड़ी के नीचे है। जिस चमड़ी के पीछे लोग पागल हो जाते है। अब बताओ इसमें ऐसा क्या है, जिसे कोई चांद का टुकड़ा, तो कोई हुस्न कहता है। कोई हैंडसम तो कोई स्मार्ट कहता है। यह है मानव शरीर का कुरूप और वास्तविक चेहरा। अब बताइए इसमें ऐसा क्या है जो कोई इसपर मोहित हो जाए। सत्य जान लो वैराग्य स्वत आ जाएगा

जिस शरीर को लोग सुंदर समझते हैं, मौत के बाद वही शरीर सुंदर क्यों नहीं लगता? उसे घर में ना रख कर जला क्यों दिया जाता हैं जिस शरीर को सुंदर मानते हैं जरा उसकी चमड़ी तो उतार कर देखो तब हकीकत दिखेगी की भीतर क्या हैं?

भीतर तो बस रक्त, रोग, मल, और कचरा भरा पड़ा हैं फिर यह शरीर सुंदर कैसे हुआ?

शरीर में कोई सुंदरता नहीं हैं। सुंदर होते हैं व्यक्ती के कर्म, उसके विचार, उसकी वाणी, उसका व्यवहार, उसके संस्कार और उसका चरित्र | जिसके जीवन में यह सब हैं वही मनुष्य इस दुनिया का सबसे सुंदर इंसान हैं और जमाना मी उसी का दीवाना हैं।

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

16 Jan, 10:18


No Fap के दौरान अपेक्षा से अधिक सोना ??

मैं कहूंगा कि यह एक सामान्य व्यवहार है, यह मेरे साथ हर बार होता है जब मैं एक नई streak शुरू करता हूं। मुझे लगता है कि यह "ब्रेनफॉग हटाने" की प्रक्रिया का हिस्सा है। मेरे लिए यह दिन 6 से 8वें दिन तक दिखाई देता है। NoFap पर आपको नींद की बहुत गहरी समझ मिलेगी और आपके शरीर को कितनी नींद की जरूरत है।

मजबूत रहो भाई!

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

16 Jan, 03:58


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ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

16 Jan, 03:56


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ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

15 Jan, 14:10


किंतने लोग आर्य समाज व ऋषि दयानन्द से प्रभावित है

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

15 Jan, 07:11


राम राम जी सभी भाइयो को।
कैसा चल रहा आप सबका जीवन
?

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

15 Jan, 07:03


Masturbation leads to mental fog, while [celibacy (Brahmacharya)] sharpens the mind, strengthens the body, and purifies the soul.

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

14 Jan, 15:14


ये 13℅ लोग जल्दी ही अपने जीवन को बर्बाद होता dekhenge.
Ye bat kehne ke liye माफ़ी चाहूंगा lekin ye hi सर्व सत्य hai
Kyuki brahmchary nahi to jiwan nahi.
ये बात 100% सत्य है।
Koi bhi sant ke वचन सुन लो ya ved शास्त्र pad लो

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

14 Jan, 03:30


हस्तमैथून /वीर्यनाश /ब्रह्मचर्य खंडन करने के बुरे प्रभाव :

● हमारे ऊर्जा को छिन करती है ।
● आंखों की चारो ओर काली रेखाएं आ जाना ।
● धसी हुई आंखें होना।
● खून की कमी के कारण चेहरा पिला पढ़ जाना ।
● यादाश्त में कमी होना ।
● आंखों की रोशनी कम हो जाना ।
● पेसाब के साथ वीर्य का निकलना ।
● जननांग का टेढ़ा , छोटा और शिथिल होना ।
● उसपर नस का उभर जाना ।
● अंडकोष में दर्द रहना ।
● पीठ , कमर और जोड़ो में दर्द रहना ।
● हृदय की ढरकन तेज़ चलना ।
● मन का अस्थिर और चंचल रहना ।
● विचार शक्ति में कमी ।
● बुरे और कमुख विचार आना ।
● पुरुषों में यौन नपुंसकता और स्त्रियों में बांझपन का होना ।

नोट : ऊपर बताये गए सभी समस्या का समाधान के लिए कोई दवाखाना जाना मूर्खता होगी । इसका एक ही सरल समाधान है और वो है ब्रह्मचर्य ।

ब्रह्मचर्य / वीर्य संरक्षण के लाभ :

शारीरिक लाभ :

१. शारीरिक स्वास्थ्य सदैव अच्छा बना रहता है।
२. शरीर तेजोमय व आरोग्य बन जाता है।
३. शारीरिक बल की प्राप्ति होती है।
४. शरीर दीर्घायु को प्राप्त करता है।
५. मुख मण्डल पर अलौकिक आभा होती है।
६. उत्तम व संस्कारित सन्तान प्राप्त होती है।
७. समस्त इन्द्रिय समुह स्वस्थ्य एवं संयम में रहता है।
८. शरीर के त्यागने पर सद्गति मिलती है।
९. सहन शक्ति, उत्साह व साहस में वृद्धि होती है।
१०. गिलहरियों के समान शरीर में फुर्ती रहती है ।

बौद्विक लाभ :

१. ब्रह्मचर्य सदाचार (सज्जनों का आचरण) का आधार है।
२. ब्रह्मचर्य से समस्त दोषों का नाश होता है।
३. यह हमारी श्रेष्ठता एवं सम्पूर्ण उन्नति का साधन है।
४. वेद-अध्ययन एवं ईश्वर चिन्तन में मन लगता है।
५. जीवन के उत्थान एवं सफलता में सहायक है।
६. बौद्विक बल की प्राप्ति होती है।
७. स्मरण शक्ति तेज व स्थायी बनी रहती है।
८. मनुष्य धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की दिशा में प्रर्याप्त   उन्नति करता हुआ सद्गति को प्राप्त करता है।

आत्मिक/ अध्यात्मिक लाभ :

●ब्रह्मचर्य ब्रह्मज्ञान प्राप्त करने की आधारशिला है।
●मानसिक शक्तियों के विकास में सहायक है।
●आत्मिक बल बना रहता है। आत्मिक शक्तियाँ विकसित होती हैं।
●जीवन आनन्दमय बन जाता है।
●ईश्वर स्तुति प्रार्थना उपासना में मन व हृदय लग जाता है।
●धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष स्वयं सिद्ध होने लगते हैं।
●आत्म ज्ञान एवं परमानन्द की प्राप्ति होती है।

समाजिक लाभ :

●समाज में पाप, विशेषकर वासना सम्बन्धी, कम होते हैं।
●समाज में आर्थिक उन्नति (सभी वर्गों में) एक समान होने की प्रवृति बनती जाती है।
●यम-नियम पालन की प्रेरणा मिलती है।
●गरीब-अमीर में आर्थिक असमानता कम होती जाती है।
●आज के सभी क्षेत्रों में प्रर्याप्त उन्नति होने की प्रकिया को बढ़ावा मिलता है।
●सभी जीवों के प्रति प्रेम बढ़ता जाता है।
●सभी प्राणियों के मानव अधिकारों की रक्षा होती है।

इस दिव्य ऊर्जा के संरक्षण से दृड़ इच्छा शक्ति , तेज़ बुद्धि , अच्छा व्यवहार और आध्यात्मिक उत्थान की प्राप्ति होती है ।युवाओं से मेरी अपील है की वे महत्वपूर्ण तरल प्रदार्थ-वीर्य के मूल्य को समझे ।वीर्य के प्रत्येक बून्द को संरक्षित करने के लिए आपको अपने स्तर भर भरपूर प्रयास करनी चाहिए ।और आपको इस काम ऊर्जा को रूपांतरित करने के बारे में सोचना चाहिए ।

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

14 Jan, 03:20


MUST WATCH

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

14 Jan, 03:16


यह एक गलती युवाओं को डिप्रेशन में ले जाती है।

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

13 Jan, 09:54


स्वप्नदोष को रोकने के लिए योगासन

आज बहुत से लोग पुरानी गलतियों से सीखकर ब्रह्मचर्य मार्ग में आगे बढ़ने के लिए हर वक्त यथासंभव प्रयास करते ही रहते हैं। लेकिन एक बहुत बड़ी समस्या का सामना युवाओं को करना पड़ता है। वो है स्वप्नदोष, वैसे यह कोई बीमारी नहीं है तो इससे घबराना बंद करें, स्वप्नदोष इसलिए होता है क्योंकि अतीत में जो गलत क्रियाएं हमने की है। उसके ही परिणाम स्वरूप स्वप्नदोष बार बार होता है। हमें यह समझना होगा कि जब हम ब्रह्मचर्य मार्ग की शुरुआत करते हैं तब शुरू में स्वप्नदोष होना बहुत ही स्वाभाविक क्रिया है। बस हमें कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ेगा। जैसे स्वप्नदोष कब होता है? स्वप्नदोष होने के क्या कारण है? और इसे रोकने के लिए हम क्या कर सकते हैं?(योग)

स्वप्नदोष कब होता है- अधिकांश लोगों के अनुभव से हमें यह पता चलता है कि सुबह 3 से 5 का जो समय होता है उस समय स्वप्नदोष सबसे ज्यादा होता है। अगर आप उसके बाद तक भी सोते रहते हो तो यह होगा ही होगा।
स्वप्नदोष होने के क्या कारण है?
स्वप्नदोष होने का एक सबसे बड़ा कारण है ब्रह्ममुहूर्त में ना उठना , दूसरा गलत खान पान के कारण भी इसकी सम्भावना बहुत अधिक बढ़ जाती है।
बार बार मन में ग़लत कल्पना करने से, मन में वीर्य नाश का ख्याल बार बार आने से भी इसकी सम्भावना बनी रहती है। गलत वीडियो देखने से तो conform है कि स्वप्नदोष होना ही है।यह ही सबसे बड़े कारण होते हैं।
स्वप्नदोष को रोकने के लिए हम क्या करें, सबसे पहले आपको कुछ योगासन बताते हैं जिसे निरन्तर करने से यह समस्या समाप्त हो सकती है।
अश्विनी मुद्रा
अश्विनी मुद्रा करने के लिए सबसे पहले आप किसी शांत, साफ वातावरण में एक मैट बिछा लें।
मैट पर सुखासन या पद्मासन में बैठ जाएं।
इसके बाद लंबी गहरी सांस लें, अपने सांसों पर ध्यान केंद्रित करें।
फिर धीरे-धीरे अपने सांसों को सामान्य करें।
इसके बाद अपने ध्यान को सांस से हटाकर गुदाद्वार पर लगाएं।
इसके बाद मलद्वार को अंदर की तरफ सिकोड़ें, कुछ देर इसी अवस्था में रहें।
फिर धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में आ जाएं।
आप इस प्रक्रिया को अपनी क्षमतानुसार दोहरा सकते हैं।

अश्विनी मुद्रा एक ऐसा योगासन है जो पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को टारगेट कर वीर्य पतन को नियंत्रित करता है।
२) वज्रोली मुद्रा

इस एक्सरसाइज में जनन अंग क्षेत्र के आसपास की मांसपेशियों को सिकोड़ा और आराम दिया जाता है, जो यौन प्रतिक्रियाओं को नियंत्रित करने और नाईटफॉल की संभावना को कम करने में मदद कर सकता है। वज्रोली मुद्रा करने के लिए आप सबसे पहले पद्मासन या सुखासन में बैठें और अपने दोनों हाथों को घुटनों पर रखें। अपनी दोनों आंखें बंद कर लें और नाक से लंबी गहरी सांस लेते रहें। सांस को कुछ देर अपने अंदर रखें और अपने गुदाद्वार और अंडकोष के बीच के भाग को ऊपर की तरफ संकुचित करने की कोशिश करें। इस अवस्था में जितनी देर हो सके रुकें। इसके बाद सांस छोड़ दें। इसे 10-15 बार दोहराएं।

३) भुजंगासन

भुजंगासन एक बैकबेंड (Backbend) आसन है जो रीढ़ की हड्डी को फैलाता है और समग्र यौन स्वास्थ्य को बढ़ाता है। भुजंगासन की तैयारी में अपने शरीर को थोड़ा स्ट्रेच कर लें। फिर अपने दोनों हाथों को कंधों के पास रखें। आपकी कोहनी मुड़ी हुई होनी चाहिए और पेट के नीचे का हिस्सा जमीन पर लगा होना चाहिए। अब अपने शरीर के ऊपरी हिस्से को ऊपर की तरफ उठाएं और ऊपर की ओर देखने की ही कोशिश करें। गहरी सांस लेते रहें और फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ें। इस पोजीशन को कुछ देर होल्ड करने के बाद पहले वाली पोजीशन में आ जाएं। शुरूआती दौर में 30 सैकंड तक ही आपको भुजंगासन करें और इसे धीरे-धीरे एक मिनट तक बढ़ाएं।

४) पश्चिमोत्तानासन

यह आसन पीठ के निचले हिस्से और पेल्विक फ्लोर में लचीलेपन को बढ़ाता है, जिससे अनैच्छिक स्खलन की संभावना कम हो जाती है। बाहर की तरफ सीधी टांगें करके बैठ जाएं और सिर को सीधा रखें। गहरी सांस लेते हुऐ हाथ ऊपर की ओर करें और कमर सीधी रखें। धीरे-धीरे आगे की ओर झुकना शुरू करें और रीढ़ की हड्डी को मुड़ने न दें। जब आगे झुकना बंद हो जाए तो धीरे-धीरे रीढ़ की हड्डी में मोड़ लाएं और सांस छोड़ते रहें।

इसके अलावा ध्यान भी स्वप्नदोष रोकने में सहायक हो सकता है।

खान पान का ध्यान रखे ।
रात्रि को हल्का भोजन करे और खाने को अच्छी तरहां से पचाने के लिए कम से कम 15 मिनट पैदल चलें फिर 5 मिनट वज्रासन जरूर किया करे

अच्छी किताबे पढ़ कर सोए , ताकि सपने भी आपको उसी तरहां ही आये कोई ग़लत सपने ना आ सके ।

हमेशा बाएं करवट करके ही सोये।
सोने से पहले अच्छी तरह हाथ पैर धोकर सोए ।
परमात्मा का चिंतन करके ही सोये। कोशिश करें कि सुबह। ब्रह्ममुहूर्त में उठे।

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

13 Jan, 08:52


Respect Women

वहीं व्यक्ति सच्चा ब्रह्मचारी है, जिसके रहने से किसी भी स्त्री को uncomfortable feel ना हो, क्योंकि चरित्र ही वीर्यवान पुरूषों की निशानी है

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

09 Jan, 12:26


https://youtube.com/shorts/yh8tgpPytWc?si=YItfOvNMBGyX8rmm

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

09 Jan, 04:57


वक्त के साथ-साथ खूबसूरती ढलती जाती है
इसीलिए कभी अपने शरीर पर गुमान ना करें...
parbrahm parmatma se jude kuch nhi rkha is mitti ke sarir me kewal khoon or majja hai isme

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

09 Jan, 04:45


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ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

09 Jan, 04:40


ब्राम्ही

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

09 Jan, 04:40


शंखपुष्पी

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

09 Jan, 04:38


ब्रह्मचर्य का पालन करने वाले प्रत्यके विद्यार्थी के घर गमले में ब्राम्ही व शंखपुष्पी की बेल/पौध लगी हुई होना चाहिए और प्रतिदिन खांली पेट दो से तीन पत्ते चबा चबा कर सेवन करना चाहिए अधिक जानकारी के लिए यूटुब/गूगल करे

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

09 Jan, 04:25



अपने आप से झूठ कब तक बोलोगे

झूठ बराबर पाप नहीं ,और सच बराबर तप नहीं
में कल करूंगा।

कल से पोर्न नहीं देखूंगा ।

कल से जल्दी उठ कर योग व्यायाम करूंगा।

कल से पढूंगा।

कल से हस्तमैथुन नहीं करूंगा।

कल से सच बोलुंगा ।

कल से कर्म करूंगा ।

आलस्य को छोड़ दूंगा।


ना जाने कितनी बार तुम अपने से झूठ बोलते हो और इसकी भयंकर सजाएं भी भुगतते हो।

कोई भी सफलता तभी मिलती है जब हम अपनी नजर में सत्य हो जो संकल्प एक बार लिया तो उसे पूरा करो।

अपने से झूठ बोलने की आदत आज ही छोड़नी पड़ेगी।

आज तक अपने आप को बहुत धोका दिया तुमने लेकिन आज से बदल जावो।

चाहे जब करना है तब करो अपना सोचा हुआ कार्य लेकिन कभी अपने से झूट मत बोलो ।

एक बार कह दिया कि में हस्तमैथुन नहीं करूंगा तो फिर जान भी चली जाए तो भी सोचना मत ।

अपने संकल्प पर अडिग रहे ।

अगर आपको भी महान बनना है तो झूट बोलना छोड़ दो और सत्य बोलो

रघुकुल रीति सदा चली आई , प्राण जाई पर वचन न जाई ।

तुम जितना अपनी नजर में सत्य आचरण रखोगे उतना ही महान बनोगे

तुम्हे सफल बनने से कोई नहीं रोक सकता , अगर कोई तुम्हे रोकने वाला इस दुनिया में है तो उसे देखने के लिए आइने के सामने खड़े होकर देखना वह सबसे बड़ा शत्रु नजर आ जाएगा


बस अपने से जो भी हो सके वह सच कहो बड़ी बड़ी डिंगे मत हाको कि ये कर लूंगा वह कर लूंगा बातों से कुछ नहीं होता अपने पुरुषार्थ से ही होता है

आज से एक सच्चे ब्रह्मचारी बनो और सत्य का मार्ग प्रशस्त करो आपकी जीत सुनिश्चित है

अपने आप से कभी झूट मत बोलना एक बार कह दिया ४ बजे उठुंगा तो उसी समय बिस्तर छोड़ दो


किसी और से भी झूट बोलना वरना बहुत पछताओगे और दुखो को आमंत्रण भेजोगे


ठीक है आज से यही सीखो सच बोलना
यह सीख लिए तो दुनिया हिला दोगे

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

09 Jan, 04:06


जो बन्धु समूह में ब्रह्मचर्य से सम्बंधित प्रतिदिन कुछ भेजना चाहते है एडमिन बनना चाहते है वह भाई/बहन व्यक्तिगत सन्देश करे और अपना नाम व मोबाइल नम्बर भेजे

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

08 Jan, 17:11


ऐसे कितने बन्धु है जो ब्रह्मचर्य से सम्बंधित जानकारी सुविचार रोज पढ़ते हैं मैं उन्हें एडमिन बनाऊंगा अपेक्षा केवल इतनी है कि समूह में ब्रह्मचर्य से सम्बंधित कुछ न कुछ प्रतिदिन डाले

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

08 Jan, 17:09


दुनिया को मुट्ठी में करना है तो मुट्ठीलाल बनना बन्द करे
मुट्ठिलाल से ब्रह्मचारी बनने के लिए ब्रह्मचर्य नेटवर्क से जुड़े


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ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

06 Jan, 04:01


ब्रह्मचर्य पालन के कई लाभ है


1. ब्रह्मचर्य पालन से शारीरिक ऊर्जा में वृद्धि होती है।

2. ब्रह्मचर्य पालन से स्वास्थ्य में सुधार होता है।

3. ब्रह्मचर्य पालन से रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है।

4. ब्रह्मचर्य पालन से मानसिक शांति मिलती है।

5. ब्रह्मचर्य पालन से एकाग्रता में वृद्धि होती है।

6. ब्रह्मचर्य पालन से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।

7.  ब्रह्मचर्य पालन से आध्यात्मिक ज्ञान में वृद्धि होती है।

8.ब्रह्मचर्य पालन से आत्म प्रेम में वृद्धि होती है।

9. ब्रह्मचर्य पालन मोक्ष प्राप्ति में सहायक हो सकता है

10. ब्रह्मचर्य पालन से सामाजिक सम्मान में वृद्धि होती है।

11. ब्रह्मचर्य पालन से परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।

12.ब्रह्मचर्य पालन से समाज में सकारात्मक योगदान हो सकता है।


अतः ब्रह्मचर्य को अपने जीवन मे स्थान ज़रूर दे। यह जीवन के सभी पहलुओ में आपका मंगल करता है....👍

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04 Jan, 15:50


*फेफड़ो की सफाई करने का घरेलू नुस्खा*
यह नुस्खा फेफड़ों को, धूम्रपान या किसी और तरह से होने वाले नुक्सान से बचा कर रखेगा।

*जानिये इस नुस्खे के बारे में*

*सामग्री :-*
■ 1 इंच अदरक
■ 400ग्राम प्याज
■ 400 ग्राम शुद्ध शहद
■ 2 चम्मच हल्दी पाउडर
■ 1 लीटर पानी

*विधि/इस्तेमाल करने का तरीका:-*
● पानी और शहद को आग पर रखे और उबालें।
● जब यह मिश्रण उबलने लगे तो इसमें कटा हुआ अदरक और प्याज डालें।
● अब मिश्रण में हल्दी डाल कर इसे तब तक धीमी आग पर रखें जब तक यह सारा मिश्रण कम हो कर आधा नहीं रह जाता।
● जब यह मिश्रण आधा रह जाए तो इसे आग से हटा लें और इस मिश्रण को सामान्य तापमान तक ठंडा होने दें।
● मिश्रण ठंडा होने के बाद इस मिश्रण को ग्लास जार में निकाल कर फ्रिज में स्टोर करके रखें।

2 चम्मच रोजाना खाली पेट
और 2 चम्मच रात को सोने से
2 घंटे पहले इस मिश्रण का सेवन
आपके फेफड़ों को समय से पहले खराब होने से बचा सकता है।

धूम्रपान आपकी और आपके आस पास के लोगों की सेहत के लिए बोहत हानिकारक है इसे जल्द से जल्द त्याग कर स्वस्थ जीवन का आनंद प्राप्त करें।




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03 Jan, 17:14


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03 Jan, 17:13


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03 Jan, 17:12


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02 Jan, 04:48


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01 Jan, 08:35


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31 Dec, 16:05


🌹अश्मरी-हर कषाय🌹

सामग्री एवम विधि🌿पाषाणभेद, सागौन के फल, पपीते (अण्ड खरबूजे) की जड़, शतावरी, गोखरू, वरुण की छाल, कुश की जड़, कास की जड़, ककड़ी के बीज - प्रत्येक समभाग लेकर जटामांसी तथा खुरामानी, अजवायन-प्रत्येक दो-दो तोला लेकर सब को जौकुट (दरदरा) चूर्ण करके रख लें।

इसमें से १ तोला चूर्ण को १६ तोले जल में पकावें, ४ तोला जल शेष रहने पर कपड़े से छान और उसमें ५-१० रत्ती शिलाजीत या १० रत्ती क्षारपर्पटी या जवाखार मिला कर पीन को दें। आवश्यकतानुसार रोगी को दिन भर में तीन बार भी दे सकते हैं। इस क्वाथ को "हजरुल यहूद" की भस्म क साथ देने से विशेष लाभ होता है।

-- सि. यो. सं गुण और उपयोग 🌿-- यह कषाय अश्मरी (पथरी), शर्करा (पेशाब की नली में छोटी-छोटी कंकड़ी जैसा पत्थर हो जाना) और उससे होने वाले वृत्रकशूल और पेट के दर्द में इसका प्रयोग किया जाता है। यह कषाय, साम्य गुणयुक्त होते हुए भी इसमें क्षार-पर्पटी या यवक्षार का मिश्रण हो जाने से यह तीक्ष्ण हो जाता है और इसी तीक्ष्णता के कारण यह अशमरी पथरी को गला कर पेशाब के रास्ते निकाल देता है तथा पेशाब और खुलकर लाता है यदि पेट में वायु भर गया हो हवा नहीं खुलता हो तो दर्द होता हो पेट भारी मालूम पड़ता हो तो यह कषाय के उपयोग से बहुत लाभ होता है

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28 Dec, 09:34


*सभी दिमाग़ी परेशानियों में आसान उपाय*
                *ब्राम्ही चूर्ण*
*योग :-* ब्राम्ही, मुण्डी व शंखपुष्पी, - यह तीनो १-१ तोला, और त्रिफला ३ तोला व मिश्री ६ तोला ले लो ! तथा सबको पीसकर चूर्ण बनाकर रख लो !!

*मात्रा :-* इस चूर्ण को नित्य ६-६ माशे प्रात: व सायं बकरी के दूध के साथ ४० दिन सेवन करने से , पागलपन, मिर्गी, बुद्धि भंग, दिमाग की कमजोरी, हांथ, पैर, और आंखों की जलन, दिल की घवराहट, बुद्धि और मन की चंचलता, तथा स्मरण शक्ति की कमी दूर होकर भूख बढ़ती है ! दस्त साफ होता है ! पठन पाठन में मन लगता है ! यह लघु योग उत्तम लाभप्रद है !

🌹
*मस्तिक (दिमाक) का कमजोर होना, यादगार कमजोर होना तेज दिमाक करना *
1.ब्राह्मी
2.जटामाशी
3.बच(घोड़ा बच)
ये तीनों ले सकते है। आप चाहो तो इसमें
4.अंश्वगंधा
5.शंखपुष्पी
सभी की समान मात्रा लेकर पाउडर बनाकर साफ कांच के बर्तन में रखें।
✍️सेवन विधि :>एक ग्राम की मात्रा सुबह-शाम मधु के साथ खाली पेट सेवन कीजिए। रात को सोते समय भी आप ले सकते हो।
👉✍️सभी सिद्ध योग रोगी पर प्रयोग किए हुए हैं। रोगी को लाभ ही हुआ है आप अपने आदरणीय वैद्य जी से या अपनी बुद्धिमत्ता से कुछ मात्रा कम या ज्यादा रोगी को वात पित्त कफ के अनुसार दे सकते हो।


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ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

26 Dec, 13:09


शिलाजीत ऑफर 26-27/12/2024

700 का 20 ग्राम शिलाजीत मात्र
599 मे कुरीयर चार्ज सहित जिस भी भाई को चाहिए वह
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और अपना फुल एड्रेस स्क्रीनशॉट सहित भेज दीजिये

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

25 Dec, 18:27


https://youtu.be/qBoEHF467mM?si=KhcLCAxLWouYyewj

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

25 Dec, 17:57


https://www.youtube.com/live/GRBVNepzER4?si=sc_w0Q6EfOJMTmhR

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

23 Dec, 03:47


नपुंसकता

जिन कारणों से स्वप्नदोष होता है उनसे दो क़दम आगे बढ़ जाने वाले नपुंसकता का शिकार हो जाते हैं। यौनांग की शिथिलता, यौन क्रिया करने में असमर्थता या पर्याप्त यौन शक्ति एवं सामर्थ्य का न होना आदि लक्षण नपुंसकता होने के सूचक होते हैं। हस्त मैथुन और अधिक सम्भोग इसके प्रमुख कारण हैं। नपुंसकता मिटाने वाले कुछ सफल सिद्ध नुस्खे प्रस्तुत किये जा रहे हैं। किसी भी एक नुस्खे को नियमित रूप से 60 दिन तक सेवन करें।

चिकित्सा

(1) असगन्ध 100 ग्रा., गिलोय 50 ग्रा. और गिलोयसत 10 ग्रा. - तीनों को कूट पीस कर मिला लें। आधा चम्मच चूर्ण, आधा चम्मच शुद्ध घी और दो चम्मच शहद मिला कर चाट लें और ऊपर से मिश्री मिला ठण्डा किया हुआ दूध पिएं। शीतकाल के दिनों में कम से कम 60 दिन सुबह शाम यह नुस्खा सेवन करना चाहिए।

(2) सफ़ेद मूसली, गोखरू बड़ा, तालमखाना और शतावरी 50-50 ग्राम। सवको कूटपीस कर महीन चूर्ण कर लें और पिसी हुई मिश्री 100 ग्राम ले कर सबको मिला लें। सुबह शाम इस चूर्ण को 1-1 चम्मच मात्रा में, मीठे कुनकुने गर्म दूध के साथ सेवन करें।

यह नुस्खा नपुंसकता, ध्वज भंग, शुक्रमेह, शुक्र की उष्णता व पतलापन, पेशाब की रुकावट और जलन आदि व्याधियां नष्ट कर शरीर को सशक्त बताने और पौरुष बल की वृद्धि करने में सफल सिद्ध हुआ है।

(3) बड़े गोखरू, तालमखाना, शतावरी, कौंच के छिलका रहित बीज, नागबला और अतिबला- सब 50-50 ग्राम और मिश्री 150 ग्राम। सभी को कूट-पीस कर अच्छा महीन चूर्ण कर लें। सुबह शाम 1-1 चम्मच चूर्ण फांक कर ऊपर से कुनकुना मीठा दूध पिएं।

यह नुस्खा बिना कोई हानि किये नपुंसकता को नष्ट करने वाला और पर्याप्त यौन शक्ति प्रदान करने वाला आयुर्वेदिक टॉनिक है।
पथ्य-अपथ्य का पालन कर कम से कम 60 दिन इस नुस्खे को नियमित रूप से सेवन करें और स्वयं परिणाम देख लें।
कई रोगियों को सफलता पूर्वक इसे सेवन करा चुके हैं अतः परीक्षित और सफल सिद्ध नुस्खा है।
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ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

21 Dec, 10:04


पेशाब का बार- बार आना (बहुमूत्रता)

सर्दियों के मौसम में बहुत सारे लोगों को पेशाब के जल्दी जल्दी आने की शिकायत हो जाती है।
ज्यादा उम्र के लोगों में यह समस्या अधिक पाई जाती है।
अब तो बहुत से नौजवान भी इन समस्याओं से बड़े परेशान हैं।

पेशाब जल्दी जल्दी आना। एक बार में ही ब्लेडर पूरा खाली न होना।
अगर इन बताई गई समस्याओं में से कोई भी आपको है तो आपका मासाना कमजोर हो चुका है।
अगर आप पेशाब के बाद भी सोचते हैं कि ब्लेडर पूरा खाली नहीं हुआ है तो आप अपने प्रोस्टेट की जांच करा लें हो सकता है प्रोस्टेट बढ़ रहे हों।
अगर आपके प्रोस्टेट नार्मल हैं और पेशाब बार-बार आ रहा है  या आप महसूस करते हैं कि हर वक्त आपका मासाना पेशाब से भरा हुआ है तो समझ लीजिए कि आपका मूत्रशाय (मासाना) (युरिनि ब्लेडर) ओवर ऐक्टिव हो चुका है।
इन सभी समस्याओं का बड़ा आसान इलाज लिख रहा हूँ।
---------------
दालचीनी 25 ग्राम
अजवायन देशी 25 ग्राम

दोनों को अच्छे से साफ करने के बाद बारीक पाउडर बना लें।
1000mg वाले कैप्सूल भर लें।

पहले पांच दिन
सुबह दोपहर शाम खाना खाने के 30 मिनट बाद ताजे पानी से एक एक कैप्सूल

अगले दस दिन
सुबह शाम खाने के 30 मिनट बाद एक एक कैप्सूल ताजे पानी से

अगर अभी भी कुछ समस्या महसूस हो रही है तो 15 दिन और दवा खालें लेकिन रात सोते समय एक कैप्सूल ताजे पानी से
------------------
पेशाब की  बार -बार आने की समस्या इस इलाज से आपकी ठीक होगी ही लेकिन ठीक इससे और भी बहुत कुछ होगा और क्या ठीक होगा यह इस्तेमाल के बाद पता चलेगा पता चले तो मुझे भी बताना।
--------------------
अगर आप कैप्सूल अफोर्ड नही कर सकते हैं तो एक ग्राम से कम पाउडर फांक कर पानी पी लें।
हमने कैप्सूल इस लिए भरे हैं कि स्वाद अच्छा न होने के कारण हर किसी से यह पाउडर फांका नहीं जाता है।
--------------------------------

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ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

21 Dec, 09:53


ऑफर केवल एक दिन के लिये
10 ग्राम शिलाजीत 350 प्लस 100 ग्राम तुलसी बीज 160 प्लस कुरीयर चार्ज 80 टोटल 590 का सिर्फ 500 मे जिनको भी लेना हो वे
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ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

20 Dec, 04:58


🥗 बिन दवा बिना खर्च का समाधान🥗

🥗निवेदन :🥗
———-
🥗ईश्वर ने प्रत्येक मनुष्य को सम्पूर्णता प्रदान करने में अपनी तरफ से कोई कमी नही छोड़ी परन्तु मनुष्य ने स्वयं की गलतियों से शरीर को रोगी और अपूर्ण बना दिया | योग अपने आप में पूर्ण वैज्ञानिक विद्या है | हमारे ऋषियों ने योग का प्रयोग भोग के वजाय आध्यात्मिक प्रगति करने के लिए जोर दिया है जो नैतिक दृष्टि से सही भी है | परन्तु ईश्वर की सृष्टि को बनाये रखने के लिए संसारिकता भी आवश्यक है, वीर्यवान व्यक्ति ही अपना सर्वांगीण विकास कर सकता है,संतानोत्पत्ति के लिए वीर्यवान होना आवश्यक है पौरूषवान (वीर्यवान) व्यक्ति ही सम्पूर्ण पुरुष कहलाने का अधिकारी होता है | वीर्य का अभाव नपुंसकता है इसलिए मौज-मस्ती के लिए वीर्य का क्षरण निश्चित रूप से दुखदायी होता है | ऐसे व्यक्ति स्वप्नदोष,शीघ्रपतन और नपुंसकता जैसे कष्ट सहने को विवश होते हैं |
🥗इन रोगों की चिकित्सा के लिए जब हमने योग की इन रहस्यमयी विधियों का प्रयोग प्रारंभ किया तो कई बार तथाकथित ज्ञानियों का विरोध भी सहना पड़ा …कि आप इस पवित्र ज्ञान का प्रयोग किस रूप में कर रहे हो …..आदि आदि | इसलिए आप सब से निवेदन है कि आप इन योग विधियों का प्रयोग करके वीर्यवान बनें,और अपनी अध्यात्मिक शक्ति को बढ़ाएं, इनका दुरूपयोग मौज-मस्ती के रूप में न करें |

1🥗. वज्रोली क्रिया :🥗

🥗जब भी मूत्र त्याग करे तब एकदम से मूत्र को रोक ले .कुछ सेकेण्ड रोकें ..फिर नाड़ियों को ढीला छोड़ें और मूत्र निकलने दे ..पुनः रोके इस तरह मूत्र त्याग के दौरान कई बार इस क्रिया को करें | इस क्रिया के द्वारा नाड़ियों में शक्ति आएगी .फिर वीर्य के स्खलन को भी आप कंट्रोल कर सकेंगे | हमारा मस्तिष्क मूत्र त्याग व वीर्य स्खलन में भेद नही कर सकता ….यही कारण है कि इस क्रिया द्वारा स्खलन के समय में उसी अनुपात में बढ़ोत्तरी होती है जिस अनुपात में आप मूत्र त्याग के समय कंट्रोल कर लेते है |

2🥗. बाह्य कुम्भक :

🥗लाभ :🥗

1-🥗 इस प्राणायाम से मन की चंचलता दूर होकर वृत्ति निरोध होता है |
2-🥗 इससे बुद्धि सूक्ष्म एवं तीव्र होता है |
3-🥗 वीर्य स्थिर होकर स्वप्नदोष और शीघ्रपतन छुटकारा मिलता है |

🥗🧘‍♂️विधि :🥗
——-

🥗🧘‍♂️किसी भी ध्यानात्मक आसन में बैठकर पूरी शक्ति से श्वास को एक बार में ही
बाहर निकाल दें |
श्वास को बाहर निकालकर मूलबंध (गुदा द्वार को संकुचित करें) और उड्डीयान
बंध (पेट को यथाशक्ति अंदर सिकोड़ें) लगाकर आराम से जितनी देर रोक
सकें,श्वास को बाहर ही रोककर रखें |
जब श्वास अधिक समय तक बाहर न रुक सके तब बंधों को खोलकर धीरे-धीरे श्वास
को अंदर भरें | यह एक चक्र पूरा हुआ |
श्वास भीतर लेने के बाद बिना रोके पुनः बाहर निकालकर पहले की तरह बाहर ही
रोककर रखें | इस प्रकार 3 से २१ चक्र किये जा सकते हैं |

🥗सावधानी :🥗
———–
🥗यह प्राणायाम प्रातः खाली पेट करें🥗

🥗🥗श्वास बाहर इतना नही रोकना चाहिए कि लेते समय झटके से श्वास अंदर जाए और
उखड़े हुए श्वास को 5-6 सामान्य श्वास लेकर ठीक करना पड़े |

🥗प्राणायाम के 45 मिनट बाद ही कुछ खाएं – पियें |

🥗. अश्विनी मुद्रा :

🥗 अश्विनी मुद्रा के लाभ 🥗
——-
1-🥗 इस मुद्रा के निंरतर अभ्यास से गुदा के सभी रोग ठीक हो जाते हैं।
2-🥗 शरीर में ताकत बढ़ती है तथा इस मुद्रा को करने से उम्र लंबी होती है।
3-🥗 माना जाता है कि इस मुद्रा से कुण्डलिनी का जागरण भी होता है।
4-🥗 यह मुद्रा शीघ्रपतन रोकने का अचूक इलाज है |
5-🥗 अश्वनी मुद्रा से नपुंसकता दूर होती है |
विधि :

🥗 कगासन में बैठकर (टॉयलैट में बैठने जैसी अवस्था) गुदाद्वार को अंदर
‍खिंचकर मूलबंध की स्थिति में कुछ देर तक रहें और फिर ढीला कर दें। पुन:
अंदर खिंचकर पुन: छोड़ दें। यह प्रक्रिया यथा संभव अनुसार करते रहें और
फिर कुछ देर आरामपूर्वक बैठ जाएं।
विशेष
——–
🥗यह क्रिया दिन में कई बार करें, एक बार में कम-से-कम 50 बार अश्वनी मुद्रा जरूर करें |
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ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

20 Dec, 04:46


स्वप्नदोष ? चांदी का छल्ला
🥗 ब्रह्मचर्य औषधि समाधान भाग 1368🥗

🥗🥗🥗स्वप्नदोष...

🥗अगर आप स्वप्नदोष को पूर्ण रूप से आज से ही कंट्रोल करना चाहते हैं तो नाथ संप्रदाय का यह नियम जो किसी विशेष को ही बताया जाता है अपनाइए।।।
..............................................
🥗इस विधि का नाम है💍 चांदी का छल्ला💍 जी हां आपने सही सुना।।।। चांदी के छल्ला का प्रयोग जैसा आपको इस फोटो में दिखाया गया है वैसे छल्ला का प्रयोग।।।।

🥗प्रयोग कैसे करना है?

🥗आप बाजार से शुद्ध चांदी का छल्ला खरीद कर ले आइए। थोड़ा ध्यान देकर के कि वह छल्ला कहीं से कटा ना हो और बिल्कुल चिकना और प्लेन हो।

🥗और उसका आकार आपके अंगूठे में आसानी से चला जाए इतना ही ढीला होना चाहिए।।।।।

🥗रात्रि के समय या दिन के समय सोने से पहले अपने लिंग पर सरसों का तेल लगा कर अपने लिंग को उस छल्ले के भीतर कर दीजिए जड़ तक।।।।।।।

🥗फिर सो जाइए।।।।

🥗अब सिद्धांत क्या है इसमें?

🥗स्वप्नदोष होने से पहले लिंग बहुत ज्यादा सख्त हो जाता है और उसके बाद ही लिंग में से वीर्य का स्खलन होता है।।।

🥗जब आप सो रहे होते हैं गलत स्वप्न आ रहे हो या मूत्र वेग के कारण लिंग सख्त होने लगेगा तो यह छल्ला के भीतर दवाब बढ़ने लगेगा और आपको तनिक पीड़ा का अनुभव होगा।।।। क्योंकि आपने तेल लगा रखा है इसलिए जगने के बाद उसे खींच करके निकाल दीजिए और लघु शंका कर लीजिए।।।।। अगर आपको दोबारा सोना है तो थोड़ी देर ठहर लीजिए और लिंग के आकार कम होने के बाद तेल लगा कर उस छल्ले को फिर से लिंग में धारण कर लीजिए।।।।। अगर वह आसानी से नहीं निकलता है तो फिर से थोड़ा सा तेल लगा दीजिए और आगे पीछे करके निकाल दीजिए वह निकल जाएगा परंतु थोड़ी पीड़ा का अनुभव आपको जरूर होगा।

🥗यह विधि नाथ परंपरा में आती है और इसका प्रयोग मैं यहां पर शुरुआती दौर के साधकों पर करता हूं जिनका बहुत ज्यादा वीर्यपात होता है स्वप्नआदि के माध्यम से उन पर।।।।।

🥗आप प्रयोग करेंगे तो आपको प्रथम दिवस से ही असर दिखाई पड़ेगा।।।।

🥗बस इसमें आपको सावधानी यह रखना है कि बिना तेल लगाएं छल्ला धारण नहीं करना है।।।।

किशोरी संजीत कुमार चौधरी....

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

20 Dec, 04:43


🥗 #ब्रह्मचर्य औषधि समाधान भाग 1643*🥗

🥗🥗🥗#स्वप्नदोष से छुटकारा पाने के 2 सबसे सस्ते और कारगर उपाय....

🥗जब पहली बार मैंने डनबॉक्स कॉलेज में हजारों बच्चों के सामने ब्रह्मचर्य के ऊपर लेक्चर दिया था और वहां पर किसी बच्चे ने पूछा था कि कोई ऐसा उपाय है जिससे स्वपनदोष एक दिन में ही कंट्रोल हो जाए तो पहली बार मैंने उन लोगों को चांदी के छल्ला वाला प्रयोग बताया था इतना सुंदर प्रयोग था और इतना सस्ता प्रयोग था कि गरीब से गरीब आदमी भी इसको कर सकता था मैंने दावे के साथ कहा था कि इस प्रयोग के बाद चाहोगे तब भी स्वप्नदोष नहीं होगा...

🥗 दरअसल जब कई संप्रदाय के संतों में मेरा घूमना हुआ था तो मैं नाथ संप्रदाय के संतों के पास ब्रह्मा चल पर्वत के ऊपर गया था वहां पर उन सभी को मैंने चांदी के छल्ले का प्रयोग करते देखा मैंने पूछा इसका लाभ क्या है तो पहले तो उन संतों ने मुझे छोटा बच्चा समझकर बताने से मना किया लेकिन जब कुछ दिन में उनके पास रहा और भागवत आदि का सत्संग सुनाने लग गया तो उन संतों ने कृपा करके मुझे चांदी के छल्ले का पूरा प्रयोग समझाया उस प्रयोग को करने से सचमुच पहले दिन से ही स्वप्नदोष कंट्रोल हो जाता है और 3 महीने लगातार उस प्रयोग को किया जाए तो कभी स्वप्नदोष फिर होगा ही नहीं अगर इस प्रयोग को जानना चाहते हो तो पोस्ट संख्या 1368 पढ़ लेना उसमें पूरा विस्तार से वर्णन किया हुआ है....

🥗 वहां पर उन बच्चों ने कई प्रयोग पूछे और मैंने कई प्रयोग भी बताएं जिसमें से 1 बच्चे ने कहा कि मैं बहुत ज्यादा अमीर नहीं हूं तो मुझे कुछ सरल उपाय बताया जाए उस समय मैंने उन्हें बहुत ज्यादा सरल उपाय बताया जिसको 40 दिन करने के बाद उन बच्चों ने खुद मुझे अपने कॉलेज में बुला करके सम्मानित किया और अपने प्रिंसिपल से भी करवाया क्योंकि लगभग लगभग सभी बच्चों के स्वपनदोष नाम की बीमारी समाप्त हो चुकी थी  2 प्रयोग में देता हूं तुम लोग भी करो स्वपनदोष से सदा के लिए छुटकारा पा लोगे….....

🥗🥗🥗🥗🥗🥗🥗🥗🥗🥗🥗🥗

🥗1.. उड़द की दाल को कूट कर सम भाग मिश्री मिला लें,5 तोला नित्य प्रातः ताजा जल से खिलाए.…दो घन्टे पश्चात् इच्छानुसार दूध पिलाए

🥗प्रत्यक्ष में तो साधारण वस्तु है, किन्तु गुणों में ये बहुत है।

🥗 प्रमेह व स्वप्नदोष को जड़ मूल से उड़ा देती है....

🥗🥗🥗🥗🥗🥗🥗🥗🥗🥗🥗

🥗 2..

🥗सिरस के बीजों को कूट कर चूर्ण बना लो सम भाग मिश्री मिलाकर रख दो आवश्यकता के समय 6 माशा मात्रा प्रातः सायं ताजा जल से  सेवन करो।

🥗इस प्रयोग से कुछ ही दिनो के सेवन से प्रमेह और स्वप्नदोष के निराश रोगी भी स्वस्थ हो जाते है....

🥗बस सावधानी यह रखना कि जानबूझकर हस्तमैथुन मत करना गंदी वीडियो मत देखना गंदे विचार मत पड़ना और गंदे विचारधारा वाले लोगों के साथ मत रहना मन को सात्विक रखो शुद्ध रखो राम कृष्ण के भक्त बनो रोग का क्या है इसे तो मिटना ही पड़ेगा....

किशोरी संजीत कुमार चौधरी....

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

19 Dec, 10:55


https://youtu.be/tDNoCZfHbNg?si=rIBHO_0b3sNKcmOI

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

19 Dec, 05:14


महिलाएं  सावधान

दवाओ के प्रयोग से माहवारी ना
      बढ़ाये

अभी कुछ वर्षों से महिलाओं और
लड़कियों में पीरियड्स को आगे बढ़ाने का एक चलन शुरू हुआ है।

वे इसका दुष्परिणाम जाने बिना एक-दूसरे से जानकारी लेकर ही ऐसा कर रही हैं और पीरियड्स को तय समय पर आने से रोक रही हैं।

आज कल महिलाओं को कहीं जाना हो, पार्टी हो, कोई पूजा-पाठ हो, या कोई जरूरी काम हो और उस समय उनकी पीरियड्स की तारीख रहती है, तो बिना सोचे-समझे, बिना डॉक्टर की सलाह के वे तुरंत मेडिकल स्टोर्स से दवाई खरीद कर खा लेती हैं, और पीरियड्स को कुछ समय के लिए आगे बढ़ा लेती हैं।

भारत जैसे धार्मिक देश में जहाँ
पूजापाठ,छुआछूत ज्यादा माने जाते हैं, वहाँ यह चलन बहुत तेजी से फैल रहा है। महिलाएँ स्वयं अपनेशरीर की एक प्राकृतिक क्रिया को रोकती हैं। उस क्रिया को डिस्टर्ब करती हैं, बगैर यह जाने कि उसका आगे चल कर क्या दुष्परिणाम होगा। यहाँ तक कि छोटी बच्चियों तक को यह दवा देने में कोई परहेज नहीं करती हैं, वहभी बिना डॉक्टर की सलाह के।

एक बात सोचे की क्या महिला या कोई भी इंसान एक दिन के लिए भी अपने मल-मूत्र को दवाई खाकर रोक सकता है, या कोई भी इंसान दवाई खाकर अपने शरीर की प्राकृतिक क्रियाओं को रोक कर स्वथ रह सकता है?नहीं…क्योंकि शरीर की प्राकृतिक क्रियाओं में तनिक भी फेरबदल होने से उसका प्रभाव मनुष्य के तन और मन पर पड़ता है।

जब हम एक दिन के लिए भी अपने मल-मूत्रको नहीं रोक सकते हैं, तो पीरियड्स को क्यों रोका जाता हैं?

क्या पीरियड्स शरीर की प्राकृतिक क्रिया नहीं है?

चलिए जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर वे कौनसी गोली या दवाई हैं, जिनसे कुछ समय के लिए पीरियड्स को रोका जाता है, और उसके क्या दुष्परिणाम है।

यह नॉरथिस्टेरॉन (Norethisterone) इंसान द्वारा बनाया हुआ एक फीमेल हार्मोन होता है। यह महिलाओं के शरीर से प्राकृतिक रूप से स्त्रावित होने वाला प्रोजेस्टेरॉन (Progesterone) हार्मोन के समान है। नॉरथिस्टेरॉन महिलाओं के शरीर में प्रोजेस्टेरॉन हार्मोनका लेवल बढ़ा देता है, जिससे पीरियड्स रुक जाते हैं।साइड-इफ़ेक्टअधिकतर महिलाएँ बिना किसी डॉक्टर की सलाह के,बिना सोचे समझे ये दवा खाती हैं।

आइए देखते हैं कि इस दवा के और पीरियड्स रोकने के क्या-क्या साइड इफ़ेक्ट है ।

पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं

इसे खाने के बाद अगले महीने के पीरियड्स में बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होना।

दो पीरियड्स के बीच ब्लीडिंग हो सकती है।

यूट्रस (Uterus) में फाइब्राइड, सिस्ट या गठान अथवा कैंसर हो सकता है ।

ब्रैस्ट में भारीपन, सूजन या गठान हो जाना·।

ल्यूकोरिया(श्वेत-प्रदर) की शिकायत हो सकती है।

थकान होना· चिड़चिड़ाहट होना।

शरीर में अनचाहे बालोंकी वृद्धि होना अर्थात चेहरे पर बाल आना· पिम्पल्स (मुंहासे) या झाइयां।

(Pigmentaion)होना ।

लिवर की प्रॉब्लम होना।

कब्ज या दस्त लगना।

मुंह सूखना ।

सांस लेने में तकलीफ होती है।

नींद डिस्टर्ब होना।

चक्कर आना।

हाथ-पैरों में सूजन आना ।

शरीर की प्राकृतिक क्रियाओं के साथ खिलवाड़ करके अपने स्वास्थ्य को न बिगाड़ें।
🌷🌷🌷🌷🌷

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

18 Dec, 05:25


कमजोरी, अनियमित पीरयड, खून की कमी, आदि सब ठीक करता है

उपाय:

-काले खजूर 250 ग्राम( गुठली हटाकर)

विधि:-

सबको पैस्ट बनाकर 3 लीटर पानी मे आधा रहने तक उबाले, काँच की बोतल में भरकर रखे

इस्तेमाल का तरीका:-

खांना खाने के 2 घण्टे बाद 20 ग्राम दिन में 2 बार ले

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

17 Dec, 17:25


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ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

17 Dec, 17:03


🥗🥗🥗मेथी के लड्डू

🥗महिलाओं और पुरुषों में कमर दर्द महामारी की तरह फ़ैल चुका है, रात में जरा सी कूलर की हवा लग जाए या ठंडक हो जाए तो सुबह उठना बैठना मुश्किल हो जाता है , वायु के कारण होने वाले जोड़ो , हाथ पैरो के दर्द , साइटिका आदि सब में यह फयदा करेगा.

🥗महिलाओं की एक आम समस्या श्वेत प्रदर (सफ़ेद पानी) की यह ख़ास दवा है. मासिक के समय में भयंकर कमजोरी आ जाती है सारा दिन निढाल पड़े बीत जाता है तो यह लड्डू ठीक कर देगा, हाथ पैरों का कांपना झुनझुनी, सुन्नपन , ऐठन आदि सब ठीक हो जाता है. गर्भाशय के कई रोगों में यह काम करता है.

🥗निर्माण विधि

🥗आधा किलो गाय के दूध में दो चम्मच पिसी सोंठ मिलाकर उबालें और ठंडा हो जाने पर इसमें साफ़ किये हए आधा किलो मेथी दाना भिगो दें जब मेथी दाना ठीक से फूल जाए तो इसको तेज धूप में सुखा लें, भलीभाति सूख जाने पर महीन पीसकर देसी घी में हल्का भून लें.

🥗छोटीपिप्पर, सोंठ, कालीमिर्च, दालचीनी सब 15-15 ग्राम लेकर महीन कूट पीसकर रख लें

🥗 डेढ़ किलो देसी शक्कर (लाल वाली ) या खांड महीन पीसकर रख ले.

🥗 250 ग्राम बबूल गोंद साफ़ करके देसी घी में भून कर कूट कर तैयार कर लें.

🥗खसखस 50 ग्राम मध्यम आंच पर भून लें.

🥗सिंघाड़े का आटा एक किलो लेकर इसे भी देसी घी में हलकी आंच पर तब तक भूने जब तक रंग हल्का लाल और सुगंध न आने लगे. अब इसी गरम आटे में सब चीजे मिला कर ठीक से घुटाई कर लें और लड्डू बनाकर रख लें.

🥗इसको बनाते समय पानी का इस्तेमाल नहीं करना है कुछ लोग चाशनी बनाकर उसमे लड्डू बनाते है जो बाद में इतना सूख जाता है की खाते नही बनता. गरम आटे में सब सामग्री मिलाने से लड्डू बंद जाते है फिर भी कोई परेशानी हो तो थोड़ा सा घी मिला लें. मैंने जब बनाया तो लड्डू बाँधने की बजाय पंजीरी जैसा बनाया वह भी खाने में अच्छा लगता है.

🥗मात्रा एवं सेवन विधि..

लगभग 20 ग्राम तक मात्रा में प्रातः सायं नाश्ते के समय लें. इसको खाने के बाद दूध पीना अधिक उपयोगी है.


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ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

17 Dec, 08:38


उत्तम क्वालिटी के चिया सीड्स व तुलसी सीड्स उपलब्ध है जो ब्रह्मचर्य मे सहायक है जिन भी बन्धु को चाहिए वह संदेश करे।

ब्रह्मचर्य्य नेटवर्क

16 Dec, 12:13


25 बन्दों को स्वप्न दोष की दवा दिया हु काफी अच्छे लाभ मिले है बहुत जल्द वह फॉर्मूला आपके कल्याण के लिए आपको बताऊंगा

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