● कलारिपट्टू:-
• केरल की प्राचीन मार्शल आर्ट विद्या, इसको सिखाने वाले स्कूलों को कलारियाती कहा जाता है।
● सिलाम्बम:-
• तमिलनाडु की लाठी-युद्ध विद्या पाण्ड्य शासकों में इसका चलन शुरू हुआ। ‘शिल्पादिकारम्’ में भी उल्लिखित हैं। जब इसको बगैर लाठी के लड़ते हैं तो इसे कुट्टू वरसई कहते हैं।
● थांग-ता और सरित साराक:-
• मणिपुर की प्राचीन युद्ध विद्या। थांग मतलब तलवार और ता मतलब बरछी होता है। जबकि सरिक सारक में हथियार प्रयोग नही होता।
● ठोडा:-
• हिमाचल प्रदेश की युद्ध कला, धनुष बाण से प्रदर्शन होता है। एक दल कौरव और दूसरा पांडव बन कर लड़ता है।
● गतका:-
• सिख समुदाय द्वारा यह युद्ध कला प्रदर्शित की जाती है। इसका मूल क्षेत्र पंजाब है।
• छीवी-गद-गा - मणिपुर की जनजातीय यद्ध कला
• मर्दानी खेल – महाराष्ट्र
• पारीकदा – प० बंगाल
• कधी सामू – आंध्र प्रदेश
• पाईका अखाड़ा - ओड़िशा
✅️ Indian Martial Arts
● Kalaripayattu:-
• The ancient martial arts discipline originated in Kerala, the schools that teach this art, are called Kalariati.
● Silambam:-
• Its was started during the reign of the Pandya rulers of Tamil Nadu as cudgel war. It is also mentioned in 'Shilpadikaram'. When it is fought without sticks, it is called Kuttu Varsai.
● Thang-Ta and Sarit Sarak:-
• Ancient martial arts of Manipur. Thang means sword and ta means spear. Whereas weapons are not used in Sarik Sarak.
● Thoda:-
• The martial art of Himachal Pradesh is performed with bow and arrow. One squad fights emulating itself as Kauravas and the other as Pandavas.
● Gatka:-
• This martial art is performed by the Sikh community. Its origin is from Punjab.
• Cheevi-gad-ga - Tribal martial art of Manipur
• Mardaani Khel – Maharashtra
• Parikada - West Bengal
• Kadhi Samu – Andhra Pradesh
• Paika Akhada - Odisha