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Hello friends
जैसा कि आपको पता है कि UP TGT PGT & kvs के फॉर्म भरे जा चुके है ,और Lt grade की वेकैंसी आने वाली है ,इन दोनों की तैयारी के लिए मार्गदर्शन और अच्छे नोट्स पाने के लिये चैंनल को join करें धन्यबाद

TGT/PGT History Polity (Hindi)

टीजीटी/पीजीटी इतिहास राजनीति चैनल के बारे में नमस्कार मित्रों! यदि आपने यूपी टीजीटी पीजीटी और केवीएस के फॉर्म भर दिए हैं, और एलटी ग्रेड की वेकेंसी आने वाली है, तो इन दोनों की तैयारी के लिए मार्गदर्शन और अच्छे नोट्स पाने के लिए हमारे चैनल को ज्वाइन करें। धन्यवाद।

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21 Nov, 12:54


पत्रिका         —     संपादक
✍️ - द लीडर  —मदन मोहन मालवीय
✍️ -दैनिक आज  —शिवप्रसाद गुप्त
✍️ -वाइस ऑफ इंडिया  —दादाभाई नौरोजी
✍️ -संवाद प्रभाकर  —ईश्वरचन्द्र गुप्त
✍️ -विचार लाहिरी   —कृष्णशास्त्री चिपलुंकर
✍️ -बामाबोधिनी  —उमेश चन्द्र दत्ता
✍️ -महिला  —गिरीश चन्द्र सेन
✍️ -भारती  —द्विजेन्द्रनाथ टैगोर
✍️ -सुप्रभात  —कुमुदिनी तथा बसन्ती मित्र
✍️ -नवयुग   —मुजफ्फर अहमद

Magazine  —     Editor
✍️ -The leader  —Madan Mohan Malviya
✍️ -Daily today  —Shivprasad Gupta
✍️ -Prabudha Bharat and Udbodhan  —Swami Vivekananda
✍️ -Samvad Prabhakar  —Ishwar Chandra Gupta
✍️ -Vichar Lahiri  —Krishnashastri Chiplunkar
✍️ -Bamabodhini  —Umesh Chandra Dutta
✍️ -Mahila  —Girish Chandra Sen
✍️ -Bharati  —Dwijendranath Tagore
✍️ -Suprabhat  —Kumudini and Basanti Mitra
✍️ -Navyug (Magazine)  —Muzaffar Ahmad
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13 Nov, 14:46


नाम  —संबंधित घटना
✍️ - कर्नल मिशेल  —बहरामपुर में स्थित 19वीं नेटिव इन्फ्रैंट्री के कमांडिंग ऑफिसर
✍️ - जनरल हीरेसी  —बैरकपुर में स्थित 34वीं नेटिव इन्फ्रैंट्री के कमांडिंग ऑफिसर
✍️ - जनरल हैविट  —मेरठ के कमांडिंग ऑफिसर
✍️ - ह्यूज व्हीलर  —विद्रोह के समय कानपुर में कमांडिंग ऑफिसर
✍️ - सर विलियम वेडरबर्न   —सहकारिता आन्दोलन
✍️ - अल्बर्ट मायर  —इटावा पायलट प्रोजेक्ट
✍️ - ब्रिटिश सरकार  —अधिक अन्न उपजाओ अभियान
✍️ - महात्मा गांधी जी  —सेवाग्राम प्रोजेक्ट
✍️ - फ्रांसिस्को द अल्मेडा  —ब्लू वाटर नीति बनाई थी।
✍️ - अल्फेन्सो द अल्बुकर्क  —अपने साथी देशवासियों को भारतीय महिलाओं से विवाह कर लेने की प्रेरणा दी थी।
✍️ - नीनू डी कुन्हा  —पुर्तगाली राजधानी को कोचीन से गोवा के लिए स्थानांतरित किया। बेस्ट स्टडी चैनल-स्टडी फॉर सिविल सर्विसेज
✍️ - मार्टिन अल्फेन्सु डीसूजा  —प्रसिद्ध जेस्यूइट संत फ्रांसिस्को जेवियर इसे अपने साथ भारत ले आया था
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13 Nov, 14:43


🔸🔸लाला लाजपत राय (1865 से 1928 ) :–

शेरे पंजाब, आर्य समाज से थे...
जन्म- लुधियाना पंजाब...
हिसार में आर्य समाज की शाखा एवं संस्कृत विद्यालय स्थापित किया...
लाहौर में दयानंद एंग्लो वैदिक कॉलेज खोला .....
महत्वपूर्ण पत्र लिखे -
पंजाबी ,उर्दू दैनिक ,वंदे मातरम, द पीपल(इंग्लिश)
अमेरिका में यंग इंडिया का प्रकाशन भी किया .....

महत्वपूर्ण पुस्तक-
महान अशोक, श्री कृष्ण, छत्रपति शिवाजी, England debate to India,
The political future of India,
Unhappy India
The story of my Life (आत्मकथा )

18 माह तक उग्रपंथी गतिविधियों के कारण मांडले जेल में कैद.....
1907 में पंजाब में विशाल कृषक आंदोलन का  नेतृत्व किया।
इन्हें अजीत सिंह के साथ बर्मा निष्कासित किया गया...
1920 में लाहौर में सर्वेंटम ऑफ पीपल समिति की स्थापना .......
लाहौर में पंजाब नेशनल बैंक व लक्ष्मी बीमा कंपनी की स्थापना की.....
1920 में कांग्रेस के कोलकाता अधिवेशन की अध्यक्षता की.....
असहयोग आंदोलन में भाग लिया... असहयोग आंदोलन के स्थगन के बाद स्वराज पार्टी में शामिल....
1928 में साइमन कमीशन के भारत आने पर लाहौर पहुंचने पर हजारों लोगों की भीड़ में लाल लाजपत राय द्वारा प्रदर्शन, तब पुलिस की लाठियां से 17 नवंबर 1928 में मौत हो गई...

लाला लाजपत राय का कथन -
मेरी छाती पर हुआ एक-एक लाठी का वार भारत में ब्रिटिश साम्राज्यवाद की ताबूत में एक-एक कील साबित होगा।

......💐❤️🔱

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07 Nov, 11:54


गुप्तकालीन राज्य शासन व्यवस्था

मौयों के विपरीत गुप्त शासकों ने महाराजाधिराज, परमभ‌ट्टारक, परमेश्वर आरि उपाधियाँ घारण की। इससे प्रतीत होता है कि उनके अन्तर्गत छोटे-छोटे अधीनस्म शासक रहे होंगे। गुप्त शासकों ने राजत्व के दैवीकरण का भी प्रयास किया। चन्द्रमाल विक्रमादित्य ने अपनी तुलना इन्द्र, वरुण, यम और कुबेर से की है। केन्द्रीय प्रश प्रशामन का जो नियन्त्रण मौर्य युग में देखने को मिलता है, वह गुप्तकाल में नहीं मिलता। इ युग से विकेन्द्रीकरण की प्रवृत्ति बढ़ने लगी थी। समुद्रगुप्त द्वारा अधीनस्थ राजाओं द्वारा अपनाई गई नीति भी विकेन्द्रीकरण के उदय के लिए उत्तरदायी थी।WhatsApp to Get Complete pdf & daily updates 7690022111

गुप्तकाल में प्रशासनिक पदों को भी वंशानुगत किया जाने लगा था। इसका आभास हम गिरनार क्षेत्र में पर्णदत्त एवं चक्रपालित द्वारा अधिकारी के रूप में नियुक्ति में पाते हैं। इसके साथ ही साथ एक अन्य प्रवृत्ति उभरी, वह थी एक ही व्यक्ति को कई-कई पद सौंप दिए जाने की। उदाहरणार्थ प्रयाग प्रशस्ति का लेखक हरिषेण एक ही साथ कुमारामात्य, सन्धिविग्रहिक एवं महादण्डनायक के पद को सुशोभित करता था। साम्राज्य का विभाजन भुक्तियों (प्रान्तों) में हुआ वा इस पर उपरिक या उपरिक महाराज नामक अधिकारी नियुक्त किया जाता था। सीमान्त प्रदेशों के प्रशासक को गोप्ता कहा जाता था। पुण्ड्रवर्द्धन नामक प्रान्त गुप्तों के अधीन था, जहाँ का प्रशासक चिरोदत्त था। भुक्तियों (प्रान्तों) का विभाजन अनेक जिलों में किया जाता था। इन जिलों को विषय कहा जाता था। विषय का सर्वोच्च अधिकारी विषयपति या कुमारामात्य होता था। विषयपति का प्रधान कार्यालय अधिष्ठान कहलाता था। विषयपति को सहायता एवं सलाह देने के लिए एक विषय परिषद् होती थी। इनके सदस्य नगर श्रेष्ठी, सार्थवाह, प्रथम कुलिक च प्रथम कायस्थ होते थे। इनकी नियुक्ति प्रायः 5 वर्ष के लिए होती थी।

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07 Nov, 11:52


बदायूंनी ने अपने जन्म पर अफसोस प्रकट किया लेकिन फिर आगे कहा कि खुदा का शुक्र है कि मैं इस न्याय प्रिय बादशाह (शेरशाह) के वक्त में पैदा हुआ


अब्दुल कादिर बदायूँनी बदायूँ ( वर्तमान UP) में जन्मे  एक फ़ारसी इतिहासकार और अनुवादक थे, उन्होंने हिंदू कृतियों, रामायण और महाभारत (रज़्मनामा) का अनुवाद किया।
इन्होंने तारीख-ए-बदाउनी की रचना की जिसे मुंतखब-उत-तवारीख भी कहा जाता है,
अकबर ने इन्हें अपने दरबार में 1574 में इस्लाम धर्म के अधिकारी और सलाहकार रूप में नियुक्त किया था और उसके बाद इस कृति में हल्दीघाटी के युद्ध को वह गोगुन्दा का युद्ध कहता है। उसकी मृत्यु 1615 ई.
में आगरा में हुई।
इन्हे अकबर का विरोधक भी माना जाता है...

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27 Oct, 12:25


हरियाणा pgt history पेपर 27 oct 2024