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Rajasthan Librarian Bharti 2024 : लाइब्रेरियन भर्ती

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Rajasthan Librarian Bharti 2024 : लाइब्रेरियन भर्ती (Hindi)

राजस्थान लाइब्रेरियन भर्ती 2024: लाइब्रेरियन भर्ती चैनल पर आपका स्वागत है! यह चैनल सरकारी नौकरियों के खोज में उत्साही उम्मीदवारों के लिए एक अच्छा स्रोत है। चैनल पर आपको राजस्थान में लाइब्रेरियन की रिक्तियों के बारे में सभी अपडेट्स और सूचनाएं मिलेंगी। इस चैनल पर आप राजस्थान के सरकारी नौकरियों के लिए तैयारी कर सकते हैं और अपने सपने की नौकरी पा सकते हैं।nnइस चैनल में आपको राजस्थान में लाइब्रेरियन भर्ती से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी जैसे कि भर्ती की तारीख, पात्रता, आवेदन प्रक्रिया और पाठ्यक्रम आदि मिलेगी। यहाँ आपको सभी सरकारी नौकरियों के लिए आवश्यक स्टडी मटेरियल और टिप्स भी प्रदान किए जाएंगे।nnयह चैनल आपके सपनों को साकार करने में मदद करने के लिए यहाँ है। इस चैनल को सब्सक्राइब करें और अपने करियर की दिशा में एक कदम आगे बढ़ें। राजस्थान लाइब्रेरियन भर्ती 2024 चैनल एक सफल करियर की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।

Rajasthan Librarian Bharti 2024 : लाइब्रेरियन भर्ती

12 Nov, 14:04


🔰 प्रमुख धार्मिक मेले🔰

1. फूलडोल मेला- शाहपुरा (भीलवाड़ा)- चेत्र कृश्ण प्रथम से पंचमी।

2. घोटिया अम्बा- बाँसवाड़ा- चैत्र अमावस्या

3. कैला देवी- करौली- चैत्र शुक्ल एकम् से दशमी

4. श्री महावीर जी करौली

5. सालासर बालाजी- सूजानगढ़ (चुरू)- चैत्र पूर्णिमा

6. कल्पवृक्ष मेला- मांगलियावास (अजमेर)- हरियाली अमावस्य

7. बुड्ढा जोहड़ मेला- गंगानगर

8. कजली तीज का मेला- बूंदी

9. खाटु श्याम का मेला- सीकर- फाल्गुन कृष्ण एकादशी

10. डिग्गी कल्याण जी का मालपुरा (टोंक)

11. भर्तृहरि मेला- अलवर- भाद्रपद शक्ल अष्टमी

12. भूरिया बाबा का मेला- गौतमेश्वर (सिरोही)

13. सवाई भोज- आंसीद (भीलवाड़ा)

14. सांवरिया जी का मेला- मण्डफिया (चित्तौडगढ़)

15. दशहरा कोटा

16. अन्नकूट मेला- नाथ द्वारा (राजसंमद)

17. पुष्कर- अजमेर- कार्तिक पूर्णिमा

18. बेणेसर- नवाटापुरा (डूंगरपुर) - माघ पूर्णिमा

19. शिवरात्री मेला- शिवाड़ (सवाईमाधोपुर)- फाल्गुन कृष्ण त्रयोदशी

20. कपिल मूनि का मेला- कोलायत (बीकानेर) - कार्तिक पूर्णिमा

21. साहबा मेला- चूरू- सिक्कों का सबसे बड़ा मेला

22. बादशाह मेला- ब्यावर (अजमेर) चैत्र कृष्ण प्रथम

23. रामदेव जी का मेला - रामदेवरा (जैसलमेर) रामदेव जी मेला प्रतिवर्ष भाद्रपद शुक्ल द्वितीया से भाद्रपद शुक्ल एकादशी

Rajasthan Librarian Bharti 2024 : लाइब्रेरियन भर्ती

08 Nov, 13:11


राजस्थान के प्रमुख साके 🔰

1. रणथंभौर का साका
▪️यह सन् 1301 में अलाउद्दीन खिलजी के ऐतिहासिक आक्रमण के समय हुआ था।
▪️इसमें हम्मीर देव चौहान विश्वासघात के परिणाम स्वरूप वीरगति को प्राप्त हुआ तथा उसकी पत्नी रंगादेवी ने जौहर किया था।
▪️इसे राजस्थान के गौरवशाली इतिहास का प्रथम साका माना जाता है।

2. चित्तौड़गढ़ के साके चित्तौड़ में सर्वाधिक तीन साके हुए हैं।

▪️प्रथम साका- यह सन् 1303 में राणा रतन सिंह के शासनकाल में अलाउद्दीन खिलजी के चित्तौड़ पर आक्रमण के समय हुआ था।
▪️इसमें रानी पद्मनी सहित स्त्रियों ने जौहर किया था।

▪️द्वितीय साका- यह 1534 ईस्वी में राणा विक्रमादित्य के शासनकाल में गुजरात के सुल्तान बहादुरशाह के आक्रमण के समय हुआ था।
▪️इसमें रानी कर्मवती के नेतृत्व में स्त्रियों ने जौहर किया था।

▪️तृतीय साका- यह 1567 में राणा उदयसिंह के शासनकाल में अकबर के आक्रमण के समय हुआ था जिसमें जयमल और पत्ता के नेतृत्व में चित्तौड़ की सेना ने मुगल सेना का जमकर मुकाबला किया और स्त्रियों ने जौहर किया था।

3. जालौर का साका
▪️कान्हड़देव के शासनकाल में 1311 – 12 में अलाउद्दीन खिलजी के आक्रमण के समय हुआ था।

4. गागरोण के किले के साके
▪️प्रथम साका- 1423 ईस्वी में अचलदास खींची के शासन काल में माण्डू के सुल्तान होशंगशाह के आक्रमण केसमय हुआ था।

▪️द्वितीय साका- यह सन् 1444 में माण्डू के सुल्तान महमूद खिलजी के आक्रमण के समय हुआ था।

5. जैसलमेर के ढाई साके
▪️जैसलमेर में कुल ढाई साके होना माना जाता है।
▪️इसके तीसरे साके में वीरों ने केसरिया तो किया था किन्तु जौहर नहीं हुआ इस कारण इसको अर्ध साका कहा जाता है।

◆प्रथम साका- यह अलाउद्दीन खिलजी के आक्रमण के समय हुआ था।

◆द्वितीय साका- यह फिरोजशाह तुगलक के आक्रमण के समय हुआ।

◆तृतीय साका (अर्ध साका)- यह लूणकरण के शासन काल में कंधार के शासक अमीर अली के आक्रमण के समय हुआ था।

Rajasthan Librarian Bharti 2024 : लाइब्रेरियन भर्ती

06 Nov, 10:19


राजस्थान का एकीकरण

अति महत्वपूर्ण

1. मत्स्य संघ - 18 मार्च 1948

2. पूर्व राजस्थान संघ - 25 मार्च 1948

3. सयुक्त राजस्थान संघ - 18 अप्रैल 1948

4. वृहद राजस्थान संघ - 30 मार्च 1949

5. सयुक्त वृहद राजस्थान - 15 मई 1949

6. राजस्थान संघ - 26 जनवरी 1950

7. वर्तमान राजस्थान - 1 नवंबर 1956

Rajasthan Librarian Bharti 2024 : लाइब्रेरियन भर्ती

03 Nov, 02:36


*🔰 छह मौलिक अधिकार....* 🔰

*■   अनुच्छेद 14-18*
      समानता का अधिकार

*■   अनुच्छेद 19-22*
      स्वतंत्रता का अधिकार

*■   अनुच्छेद 23-24*
      शोषण के विरुद्ध अधिकार

*■   अनुच्छेद 25-28*
     धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार

*■   अनुच्छेद 29-30*
      सांस्कृतिक व शिक्षा का अधिकार

*■   अनुच्छेद 32*
      संवैधानिक उपचार का अधिकार

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Rajasthan Librarian Bharti 2024 : लाइब्रेरियन भर्ती

30 Sep, 02:25


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Rajasthan Librarian Bharti 2024 : लाइब्रेरियन भर्ती

28 Aug, 13:23


राजस्थान के प्रमुख लोकदेवता 🔰

🔷 गोगाजी

1. जन्म स्थान - ददरेवा (जेवरग्राम) राजगढ़ तहसील (चुरू)।

2. समाधि - गोगामेड़ी, नोहर तहसील (हनुमानगढ)

3. उपनाम - सांपों के देवता, जाहरपीर (यह नाम महमूद गजनवी ने दिया)

4. इनका वंश - चैहान वंश था।

5. गोगा जी ने महमूद गजनवी से युद्ध लडा।

6. प्रमुख स्थल:-श्शीर्ष मेडी ( ददेरवा),घुरमेडी - (गोगामेडी), नोहर मे।

7. गोगा मेंडी का निर्माण "फिरोज शाह तुगलक" ने करवाया।

8. वर्तमान स्वरूप (पुनः निर्माण) महाराजा गंगा सिंह नें कारवाया।

9. मेला भाद्र कृष्ण नवमी (गोगा नवमी) को भरता है।

10. इस मेले के साथ-साथ राज्य स्तरीय पशु मेला भी आयोजित होता है।

11. यह पशु मेला राज्य का सबसे लम्बी अवधि तक चलने वाला पशु मेला है।

12. हरियाणवी नस्ल का व्यापार होता है।

13. गोगा मेडी का आकार मकबरेनुमा हैं

14. गोगाजी की ओल्डी सांचैर (जालौर) में है।

15. इनके थान खेजड़ी वृक्ष के नीचे होते है।

16. गोरखनाथ जी इनके गुरू थे।

17. घोडे़ का रंग नीला है।

18. गोगाजी हिन्दू तथा मुसलमान दोनों धर्मो में समान रूप से लोकप्रिय थे।

19. धुरमेडी के मुख्य द्वार पर "बिस्मिल्लाह" अंकित है।

20. इनके लोकगाथा गीतों में डेरू नामक वाद्य यंत्र बजाया जाता है।

21. किसान खेत में बुआई करने से पहले गोगा जी के नाम से राखड़ी "हल" तथा "हाली" दोनों को बांधते है।

Rajasthan Librarian Bharti 2024 : लाइब्रेरियन भर्ती

26 Aug, 03:58


* भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख अधिवेशन।*

▶️  1885 का कांग्रेस का प्रथम अधिवेशन।

◆स्थान -बम्बई।

◆ अध्यक्ष - व्योमेश चन्द्र बनर्जी दो बार अध्यक्ष (1885,1892)

◆ 72 प्रतिनधियों ने भाग लिया।

◆ दादा भाई नौरोजी के सुझाव पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस नाम रखा गया।

▶️  1886 कांग्रेस का अधिवेशन ।

◆ स्थान -कलकत्ता।

◆ अध्यक्ष - दादा भाई नौरोजी (तीन बार कांग्रेस के अध्यक्ष बने 1886,1893,1906)

▶️  1887 का कांग्रेस अधिवेशन ।

◆ स्थान - मद्रास।

◆ अध्यक्ष - बदरुद्दीन तैय्यब ( कांग्रेस के पहले मुस्लिम अध्यक्ष थे)

▶️  1888 का कांग्रेस अधिवेशन।

◆ स्थान - इलाहाबाद।

◆ अध्यक्ष - जॉर्ज यूले (प्रथम अंग्रेज अध्यक्ष)

▶️  1896 का कांग्रेस अधिवेशन।

◆ स्थान - कलकत्ता।

◆ अध्यक्ष - रहीमतुल्ला सयानी।

◆ इस अधिवेशन में राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम का पहली बार गायन किया गया।

▶️  1905 का कांग्रेस अधिवेशन।

◆ स्थान - वारणसी।

◆ अध्यक्ष - गोपाल कृष्ण गोखले।

◆ स्वदेशी आंदोलन का समर्थन।

▶️  1906 का कांग्रेस अधिवेशन।

◆ स्थान - कलकत्ता।

◆ अध्यक्ष - दादा भाई नैरोजी।

◆ इस अधिवेशन में पहली बार स्वराज शब्द का प्रयोग किया गया।

▶️  1907 का कांग्रेस अधिवेशन।

◆ स्थान - सूरत।

◆ अध्यक्ष - रास बिहारी घोष।

◆ इस अधिवेशन में कांग्रेस का विभाजन ।

▶️  1911 का कांग्रेस अधिवेशन।

◆ स्थान - कलकत्ता।

◆ अध्यक्ष - विशन नारायण दर।

◆ इस अधिवेशन में पहली बार जन गण मन का गान किया गया।

▶️  1916 का कांग्रेस अधिवेशन।

◆ स्थान - लखनऊ।

◆ अध्यक्ष - अम्बिकचरण मजूमदार।

◆ इस अधिवेशन में कांग्रेस-लीग के बीच लखनऊ पैक्ट (पृथक निर्वाचन स्वीकार)

◆ नरम दल और गरम दल एक हुए।

▶️ 1917 का कांग्रेस अधिवेशन।

◆ स्थान - कलकत्ता।

◆ अध्यक्ष - एनी बेसेंट ( कांग्रेस की प्रथम महिला अध्यक्ष बनी )

◆ तीन महिलाएं कांग्रेस की अध्यक्ष बनी ।

◆ 1917 में एनी बेसेंट।

◆ 1925 में सरोजिनी नायडू (प्रथम भातीय महिला )

◆ 1933 में नलनी सेन गुप्ता।

▶️ 1919 का कांग्रेस अधिवेशन

◆ स्थान - अमृतसर।

◆ अध्यक्ष - मोती लाल नेहरू ( दो बार अध्यक्ष बने 1919,1928)

▶️  1920 का कांग्रेस अधिवेशन।

◆ स्थान - नागपुर।

◆ अध्यक्ष - वीर राघवाचारी।

◆ असहयोग आंदोलन का प्रस्ताव पारित हुआ।

◆ कांग्रेस द्वारा पहली बार भाषाई आधार पर प्रान्तों के गठन की बात की गई।

▶️  1924 का कांग्रेस अधिवेशन।

◆ स्थान - बेलगाँव ( कर्नाटक )

◆ अध्यक्ष - महात्मा गांधी ( मात्र एक बार )

▶️  1929 का कांग्रेस अधिवेशन ।

◆ स्थान - लाहौर।

◆ अध्यक्ष - जवाहर लाल नेहरू।

◆ इस अधिवेशन में पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव पारित हुआ।

◆ 26 जनवरी 1930 को स्वतंत्रता दिवस मनाने का निश्चय किया गया।

▶️  1931 का कांग्रेस अधिवेशन।

◆ स्थान - कराची।

◆ अध्यक्ष - बल्लभ भाई पटेल।

◆ इस अधिवेशन में मौलिक अधिकार सम्बन्धी प्रस्ताव पारित किया गया।

◆ इसी अधिवेशन में गाँधी ने कहा था गाँधी मर सकते हैं परतन्तु गांधीवाद नहीं।

▶️  1936 का कांग्रेस अधिवेशन।

◆ स्थान - लखनऊ।

◆ अध्यक्ष - जवाहर लाल नेहरू।

◆ इसी अधिवेशन में नेहरू ने कहा मैं समाजवादी हूँ।

▶️  1937 का कांग्रेस अधिवेशन।

◆ स्थान - फैजपुर।

◆ अध्यक्ष - जवाहर लाल नेहरू।

◆ पहली बार कांग्रेस का अधिवेशन किसी गॉव में हुआ।

▶️  1938 का कांग्रेस अधिवेशन।

◆ स्थान - हरिपुरा ( गुजरात )

◆ अध्यक्ष - सुभाष चंद्र बोस।

◆ इसी अधिवेशन में राष्ट्रीय नियोजन समिति का गठन।

▶️  1939 का कांग्रेस अधिवेशन।

◆ स्थान - त्रिपुरी ( जबलपुर, मध्यप्रदेश)

◆ अध्यक्ष -सुभाष चंद्र बोस।

◆ इसी अधिवेशन में गाँधी जी से विवाद होने के कारण सुभाष द्वारा त्यागपत्र दिया जाना तथा  राजेन्द्र प्रसाद को अध्यक्ष बनाया गया।

▶️  1940 का कांग्रेस अधिवेशन।

◆ स्थान -  रामगढ़।

◆ अध्यक्ष - अबुल कलाम आजाद।

◆ ये सबसे लंबे समय तक कांग्रेस के अध्यक्ष रहे 1940-1945 तक।

▶️ 1947 का कांग्रेस अधिवेशन।

◆ अध्यक्ष - जे.बी. कृपलानी।

Rajasthan Librarian Bharti 2024 : लाइब्रेरियन भर्ती

25 Aug, 14:21


राजस्थान की प्रमुख अकादमियाँ एवं उनकी स्थापना 🔰

▪️राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट्स जयपुर - 1866

▪️विद्या भवन संस्थान उदयपुर  - 1931

▪️राजस्थान प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान जोधपुर - 1950

▪️पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग जयपुर - 1950

▪️राजस्थान अभिलेखागार बीकानेर - 1955

▪️राजस्थान संगीत नाटक अकादमी जोधपुर  - 1957

▪️राजस्थान ललित कला अकादमी जयपुर - 1957

▪️राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर - 23 जनवरी 1958

▪️रुपायन संस्थान बोरुंदा (जोधपुर) - 1960

▪️रवीन्द्र रंगमंच जयपुर  - 15 अगस्त 1963

▪️राजस्थान हिन्दी ग्रन्थ अकादमी, जयपुर - 15 जुलाई 1969

▪️राजस्थान उर्दू अकादमी जयपुर - 1 सितम्बर 1976

▪️जयपुर कथक केन्द्र जयपुर - 1978

▪️अरबी फारसी शोध संस्थान, टोंक - दिसम्बर,1978

▪️राजस्थान सिन्धी अकादमी जयपुर - 1979।

▪️राजस्थान संस्कृत अकादमी, जयपुर - 1981

▪️राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर - 25 जनवरी 1983

▪️राजस्थान ब्रजभाषा अकादमी, जयपुर - 19 जनवरी 1986

Rajasthan Librarian Bharti 2024 : लाइब्रेरियन भर्ती

25 Aug, 14:20


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☆ महत्वपूर्ण पुस्तक व उनके लेखक ☆
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𝟬𝟭. अकबरनामा
🔰 अबुल फजल

𝟬𝟮. अष्टाध्यायी
🔰पाणिनी

𝟬𝟯. इंडिका 
🔰मेगास्थनीज

𝟬𝟰. कामसूत्र 
🔰वात्स्यायन

𝟬𝟱. राजतरंगिणी
🔰कल्हण

𝟬𝟲. स्पीड पोस्ट -
🔰सोभा-डे

𝟬𝟳. आइने-ए-अकबरी
🔰अबुल फजल

𝟬𝟴. डिवाइन लाईफ
🔰 शिवानन्द

𝟬𝟵. इटरनल इंडिया
🔰इंदिरा गांधी

𝟭𝟬. माई टुथ 
🔰 इंदिरा गांधी

𝟭𝟭. मिलिन्दपन्हो
🔰 नागसेन

𝟭𝟮. शाहनामा
🔰 फिरदौसी

𝟭𝟯. बाबरनामा 
🔰बाबर

𝟭𝟰. अर्थशास्त्र
🔰 चाणक्य

𝟭𝟱. हुमायूँनामा
🔰 गुलबदन बेगम

𝟭𝟲. विनय पत्रिका
🔰 तुलसीदास

𝟭𝟳. गीत गोविन्द 
🔰 जयदेव

𝟭𝟴. बुद्धचरितम
🔰 अश्वघोष

𝟭𝟵. यंग इंडिया
🔰 महात्मा गांधी

𝟮𝟬. मालगुडी डेज
🔰 आर०के० नारायण

𝟮𝟭. काव्य मीमांसा
🔰  राजशेखर

𝟮𝟮. हर्षचरित
🔰  वाणभट्ट

𝟮𝟯. सत्यार्थ-प्रकाश
🔰  दयानंद सरस्वती

𝟮𝟰. मेघदूत
🔰 कालिदास

𝟮𝟱. मुद्राराक्षस
🔰 विशाखदत्त

𝟮𝟲.हितोपदेश
🔰 नारायण पंडित

𝟮𝟳. अंधा विश्वास
🔰  सगारिका घोष

𝟮𝟴. गाइड
🔰 आर०के० नारायण

𝟮𝟵. ए सूटेबल बाय
🔰  विक्रम सेठ

Rajasthan Librarian Bharti 2024 : लाइब्रेरियन भर्ती

25 Aug, 10:56


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भारतीय संविधान के महत्त्वपूर्ण संशोधन

●. पहला संशोधन (1951) — इस संशोधन द्वारा नौवीं अनुसूची को शामिल किया गया।

●. दूसरा संशोधन (1952) — संसद में राज्यों के प्रतिनिधित्व को निर्धारित किया गया।

●. सातवां संशोधन (1956) — इस संशोधन द्वारा राज्यों का अ, ब, स और द वर्गों में विभाजन समाप्त कर उन्हें 14 राज्यों और 6 केंद्रशासित क्षेत्रों में विभक्त कर दिया गया

●. दसवां संशोधन (1961) — दादरा और नगर हवेली को भारतीय संघ में शामिल कर उन्हें संघीय क्षेत्र की स्थिति प्रदान की गई।

●. 12वां संशोधन (1962) — गोवा, दमन और दीव का भारतीय संघ में एकीकरण किया गया।

●. 13वां संशोधन (1962) — संविधान में एक नया अनुच्छेद 371 (अ) जोड़ा गया, जिसमें नागालैंड के प्रशासन के लिए कुछ विशेष प्रावधान किए गए। 1दिसंबर, 1963 को नागालैंड को एक राज्य की स्थिति प्रदान कर दी गई।

●. 14वां संशोधन (1963) — पांडिचेरी को संघ राज्य क्षेत्र के रूप में प्रथम अनुसूची में जोड़ा गया तथा इन संघ राज्य क्षेत्रों (हिमाचल प्रदेश, गोवा, दमन और दीव, पांडिचेरी और मणिपुर) में विधानसभाओं की स्थापना की व्यवस्था की गई।

●. 21वां संशोधन (1967) — आठवीं अनुसूची में ‘सिंधी’ भाषा को जोड़ा गया।

●. 22वां संशोधन (1968) — संसद को मेघालय को एक स्वतंत्र राज्य के रूप में स्थापित करने तथा उसके लिए विधानमंडल और मंत्रिपरिषद का उपबंध करने की शक्ति प्रदान की गई।

●. 24वां संशोधन (1971) — संसद को मौलिक अधिकारों सहित संविधान के किसी भी भाग में संशोधन का अधिकार दिया गया।

●. 27वां संशोधन (1971) — उत्तरी-पूर्वी क्षेत्र के पाँच राज्यों तत्कालीन असम, नागालैंड, मेघालय, मणिपुर व त्रिपुरा तथा दो संघीय क्षेत्रों मिजोरम और अरुणालच प्रदेश का गठन किया गया तथा इनमें समन्वय और सहयोग के लिए एक ‘पूर्वोत्तर सीमांत परिषद्’ की स्थापना की गई।

●. 31वां संशोधन (1974) — लोकसभा की अधिकतम सदंस्य संख्या 545 निश्चित की गई। इनमें से 543 निर्वाचित व 2 राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत होंगे।

●. 36वां संशोधन (1975) — सिक्किम को भारतीय संघ में 22वें राज्य के रूप में प्रवेश दिया गया।

●. 37वां संशोधन (1975) — अरुणाचल प्रदेश में व्यवस्थापिका तथा मंत्रिपरिषद् की स्थापना की गई।


42वां संशोधन (1976) — इसे ‘लघु संविधान’ (Mini Constitution) की संज्ञा प्रदान की गई है।

— इसके द्वारा संविधान की प्रस्तावना में ‘धर्मनिरपेक्ष’, ‘समाजवादी’ और ‘अखंडता’ शब्द जोड़े गए।
— इसके द्वारा अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों की व्यवस्था करते हुए नागरिकों के 10 मूल कर्त्तव्य निश्चित किए गए।
— लोकसभा तथा विधानसभाओं के कार्यकाल में एक वर्ष की वृद्धि की गई।
— नीति-निर्देशक तत्वों में कुछ नवीन तत्व जोड़े गए।
— इसके द्वारा शिक्षा, नाप-तौल, वन और जंगली जानवर तथा पक्षियों की रक्षा, ये विषय राज्य सूची से निकालकर समवर्ती सूची में रख दिए गए।
— यह व्यवस्था की गई कि अनुच्छेद 352 के अन्तर्गत आपातकाल संपूर्ण देश में लागू किया जा सकता है या देश के किसी एक या कुछ भागों के लिए।
— संसद द्वारा किए गए संविधान संशोधन को न्यायालय में चुनौती देने से वर्जित कर दिया गया।

●. 44वां संशोधन (1978) — संपत्ति के मूलाधिकार को समाप्त करके इसे विधिक अधिकार बना दिया गया।

— लोकसभा तथा राज्य विधानसभाओं की अवधि पुनः 5 वर्ष कर दी गई।
— राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और लोकसभा अध्यक्ष्ज्ञ के चुनाव विवादों की सुनवाई का अधिकार पुनः सर्वोच्च तथा उच्च न्यायालय को ही दे दिया गया।
— मंत्रिमंडल द्वारा राष्ट्रपति को जो भी परामर्श दिया जाएगा, राष्ट्रपति मंत्रिमंडल को उस पर दोबारा विचार करने लिए कह सकेंगे लेकिन पुनर्विचार के बाद मंत्रिमंडल राष्ट्रपति को जो भी परामर्श देगा, राष्ट्रपति उस परामर्श को अनिवार्यतः स्वीकार करेंगे।
— ‘व्यक्ति के जीवन और स्वतंत्रता के अधिकार’ को शासन के द्वारा आपातकाल में भी स्थगित या सीमित नहीं किया जा सकता, आदि।

●. 52वां संशोधन (1985) — इस संशोधन द्वारा संविधान में दसवीं अनुसूची जोड़ी गई। इसके द्वारा राजनीतिक दल-बदल पर कानूनी रोक लगाने की चेष्टा की गई है।

●. 55वां संशोधन (1986) — अरुणाचल प्रदेश को भारतीय संघ के अन्तर्गत राज्य की दर्जा प्रदान की गई।

●. 56वां संशोधन (1987) — इसमें गोवा को पूर्ण राज्य का दर्जा देने तथा ‘दमन व दीव’ को नया संघीय क्षेत्र बनाने की व्यवस्था है।

●. 61वां संशोधन (1989) — मताधिकार के लिए न्यूनतम आवश्यक आयु 21 वर्ष से घटाकर 18 वर्ष कर दी गई।

●. 65वां संशोधन (1990) — ‘अनुसूचित जाति तथा जनजाति आयोग’ के गठन की

Rajasthan Librarian Bharti 2024 : लाइब्रेरियन भर्ती

25 Aug, 04:03


राजस्थान की प्रमुख अकादमियाँ एवं उनकी स्थापना 🔰

▪️राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट्स जयपुर - 1866

▪️विद्या भवन संस्थान उदयपुर  - 1931

▪️राजस्थान प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान जोधपुर - 1950

▪️पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग जयपुर - 1950

▪️राजस्थान अभिलेखागार बीकानेर - 1955

▪️राजस्थान संगीत नाटक अकादमी जोधपुर  - 1957

▪️राजस्थान ललित कला अकादमी जयपुर - 1957

▪️राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर - 23 जनवरी 1958

▪️रुपायन संस्थान बोरुंदा (जोधपुर) - 1960

▪️रवीन्द्र रंगमंच जयपुर  - 15 अगस्त 1963

▪️राजस्थान हिन्दी ग्रन्थ अकादमी, जयपुर - 15 जुलाई 1969

▪️राजस्थान उर्दू अकादमी जयपुर - 1 सितम्बर 1976

▪️जयपुर कथक केन्द्र जयपुर - 1978

▪️अरबी फारसी शोध संस्थान, टोंक - दिसम्बर,1978

▪️राजस्थान सिन्धी अकादमी जयपुर - 1979।

▪️राजस्थान संस्कृत अकादमी, जयपुर - 1981

▪️राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर - 25 जनवरी 1983

▪️राजस्थान ब्रजभाषा अकादमी, जयपुर - 19 जनवरी 1986

Rajasthan Librarian Bharti 2024 : लाइब्रेरियन भर्ती

24 Aug, 03:02


🔰 राज्य में घटित प्रमुख घटनाएं 🔰

▪️मानगढ हत्‍याकांड - 17 नवम्बर 1913

▪️निमडा हत्याकांड(विजयनगर) - 7 मार्च 1922

▪️डाबी हत्याकांड(बूंदी) - 2 अप्रैल 1923

▪️गोविंदपुरा हत्याकांड(चित्तौड़) - 13 जुलाई 1923

▪️नीमूचणा हत्याकांड - 14 मई 1925

▪️बीकानेर षड्यंत्र केस - 13 जनवरी 1932

▪️डोगरा काण्ड (अजमेर) - 4 अप्रैल 1935

▪️चंडावल घटना (पाली - मारवाड) - 28 मार्च 1942

▪️दूधवा खारा किसान आंदोलन - 2 जून 1945

▪️सारगमल गोपा हत्याकांड (जैसलमेर) - 4 अप्रैल 1946

▪️कांगड कांड(बीकानेर) - 1946

▪️कृष्णा दिवस (मारवाड) - 1936

▪️बीरबल कांड (रायसिंह नगर कांड) - 1 जुलाई 1946

▪️बीरबल दिवस (बीकानेर) - 17 जुलाई 1946

▪️डाबड़ा कांड ( डीडवाना नागौर) - 13 मार्च 1947

▪️तसीमौ कांड ( धौलपुर) - 11 अप्रैल 1947

▪️पुनवाडा कांड ( डूंगरपुर) - 30 मई 1947

Rajasthan Librarian Bharti 2024 : लाइब्रेरियन भर्ती

20 Aug, 07:36


राजस्थान समसामयिक घटनाचक्र करेंट अफेयर्स अति महत्वपूर्ण 🔰

▪️भारत का पहला 3D प्रिंटेड निजी इंजन रॉकेट हुआ लॉन्च ऐसा कारनामा करने वाला विश्व का पहला देश बना भारत,चेन्नई की अग्निकुल कंपनी ने "अग्निबाण सोर्टेड 1" को कैरोसिन और ऑक्सीजन की सहायता से भरवाई है उड़ान

▪️प्रदेश का पहली यूनिवर्सिटी जो 100 फीसदी सोलर एनर्जी पर है निर्भर उदयपुर स्थित महाराणा प्रताप कृषि एवम् प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय सालाना एक करोड़ की कर रहा है बचत

▪️एशिया के सबसे बड़े रेलवे ट्रेनिंग मॉडल के नए भवन की हो रही है तैयारियां ,1956 में हुई थी एशिया के सबसे बड़े रेलवे मॉडल ट्रांसपोर्टेशन रूम की उदयपुर में स्थापना ,चूंकि आज 68 साल बाद बहुत कुछ बदल चुका है... इसलिए नई टेक्नोलॉजी के अनुरूप नए मॉडल रूम को किया जा रहा है स्थापित... जहां देशभर के रेलकर्मियों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा

▪️अरावली ग्रीन वॉल प्रोजेक्ट उद्देश्य: अवैध खनन और थार के रेगिस्तान के बढ़ते विस्तार को रोकना ,पोरबंदर से पानीपत के बीच 1400KM लंबी और 05KM चौड़ी बनाई जाएगी ग्रीन वॉल, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली एनसीआर से गुजरेगी यह ऐतिहासिक दीवार ,सर्वाधिक 18 जिले राजस्थान के है इस परियोजना में शामिल

▪️सरिस्का में 24 साल बाद बाघों का कुनबा 40 तक पहुंचा

सरिस्का में 3 माह में बाघों के कुनबे में 10 नए शावक आए हैं। अब इनकी संख्या 40 पहुंच गई है। करीब 24 साल पहले शिकारियों ने सभी बाघों को मार दिया था। इसके बाद रणथंभौर से यहां बाघ- बाघिन लाए गए थे

▪️राजस्थान में पांच रिजर्व में अब हो गये 134 टाइगर

राजस्थान में टाइगर बढ़ रहे हैं।  सरिस्का की बाघिन एसटी-22 ने एक साथ 4 शावकों को जन्म दिया। इससे सरिस्का में अब बाघ बढ़कर 40 और पुरे प्रदेश में बढ़कर 134 हो गए हैं।

▪️जयपुर एयरपोर्ट, राजस्थान दो पायदान में सुधार के साथ देश का 11वां सबसे व्यस्त एयरपोर्ट बना जयपुर ,ध्यातव्य है कि सांगानेर स्थित यह एयरपोर्ट प्रदेश का एकमात्र अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है, जिसे दिसंबर, 2005 में इंटरनेशनल एयरपोर्ट का दर्जा दिया गया था

▪️ऑपरेशन एंटी वायरस मेवात क्षेत्र में भरतपुर रेंज स्पेशल, भास्कर के साथ मिलकर चला रही हैं साइबर ठगों के खिलाफ़ ऑपरेशन

▪️'इंडिया स्किल्स' प्रतियोगिता में राजस्थान ने जीते 19 मेडल :-'इंडिया स्किल्स' के तहत राज्य स्तर पर आयोजित कौशल प्रतियोगिता के विजेता 29 प्रतिभागियों ने राष्ट्रीय स्तर पर भाग लिया, जिन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए 2 गोल्ड, 5 सिल्वर, 3 ब्रॉन्ज और 9 'मेडल ऑफएक्सीलेंस' जीते।
▪️केमिकल लैबोरेटरी टेक्नोलॉजी में पिलानी के श्रेयांश शर्मा
▪️वूवन फैब्रिक डिजाइन डेवलपमेंट में जोधपुर की पारुल ने गोल्ड मेडल जीतकर प्रदेश का नाम रोशन किया।

▪️दीक्षा फौजदार, कोटा, सम्पूर्ण प्रदेश की पहली और एकमात्र महिला पहलवान जिसका चयन ब्राजील में आयोजित होने जा रही वर्ल्ड यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप में हुआ है ,कोटा की यह पहलवान रियो डी जेनेरियो में, विश्व स्तर पर संपूर्ण भारत का कुश्ती में प्रतिनिधित्व करेगी

▪️मुख्यमंत्री वृक्षारोपण अभियान
,शुरुआत- 5 जून 2024 (विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष पर)
,अभियान के तहत 7 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे, जिसमें 3 करोड़ आमजन को रियायत दर पर उपलब्ध होंगे 3 करोड़ राजकीय भूमि पर तथा 1 करोड़ चारागाह तथा ओरण भूमि पर लगाए जाएंगे।
,इसके साथ ही सीएम भजनलाल शर्मा ने विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष पर राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल हैकेथोन 2.0 का भी शुभारंभ किया।
,राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल की स्थापना - 1975

▪️इंदिरा प्रियदर्शिनी अवॉर्ड
राज्य सरकार की ओर से 'इंदिरा प्रियदर्शिनी अवॉर्ड' कोटपूतली, जयपुर की लक्षिता शर्मा एवं दीया अरोड़ा को दिया गया। इसके तहत लक्षिता और दीया को 75 हजार रुपये की राशि दी गई। लक्षिता को 10वीं बोर्ड परीक्षा 2021 में 100 फीसदी अंक मिले थे।इस अवॉर्ड की शुरुआत वर्ष 2019-20 में की गई।

▪️श्री नरेंद्र करण विश्वविद्यालय जोबनेर जयपुर ने नई किस्म विकसित की है  ,कृषि विश्वविद्यालय द्वारा गेहूं की तरह बिना छिलके वाली 'जौ' की नई किस्म की पैदावार खारे और कम पानी में भी हो सकेगा ,कुलपति डॉ बलराज सिंह,जौ में बीटा ग्लूकन नामक रेशा होता है जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक

▪️क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग
1.TOP-150 में भारत की दो IIT शामिल
2. IIT बॉम्बे (118 रैंक), IIT दिल्ली (150 रैंक)

Rajasthan Librarian Bharti 2024 : लाइब्रेरियन भर्ती

18 Aug, 12:05


🔷 राजस्थान की प्रमुख बावडिया 🔰

▪️मेड़तणी की बावडी, (झुंझुनूं)

▪️तुलस्यानों की बावडी,(झुंझुनूं)

▪️चेतणदास की बावडी, (झुंझुनूं)

▪️खेतानों की बावडी, (झुंझुनूं)

▪️तापी बावडी, (जोधपुर)

▪️जालाप बावडी, (जोधपुर)

▪️नई सड़क बावडी, (जोधपुर)

▪️मण्डोर बावडी, (जोधपुर)

▪️नापरजी की बावड़ी, (जोधपुर)

▪️गोररूंधा बावडी, (जोधपुर)

▪️व्यास बावडी, (जोधपुर)

▪️चताणियां की बावडी, (जोधपुर)

▪️सुमनोहरा बावडी, (जोधपुर)

▪️अनारा बावडी, (जोधपुर)

▪️नैणसी बावडी, (जोधपुर)

▪️धाय बावडी, (जोधपुर)

▪️ईदगाह बावडी, (जोधपुर)

▪️हाथी बावडी, (जोधपुर)

▪️खरबूजा बावडी, (जोधपुर)

▪️राजाराम की बावडी, (जोधपुर)

▪️व्यास जी की बावडी, (जोधपुर)

▪️शिव बावडी, (जोधपुर)

▪️पाँचवां मंजीसा बावडी, (जोधपुर)

▪️राम बावडी, (जोधपुर)

▪️रघुनाथ बावडी, (जोधपुर)

▪️एक चट्टान बावडी मण्डोर, (जोधपुर)

▪️हाडी रानी की बावड़ी, (टोंक)

▪️दरियाशाह की बावडी, (टोंक)

▪️ढवाजा की बावडी, (टोंक)

▪️धाबाई जी बावडी नानकपुरिया, (बूंदी)

▪️गुलाब बावडी, (बूंदी)

▪️गुल्ला/गुलाब बावडी, (बूंदी)

▪️रानी जी की बावडी, (बूंदी)

▪️भिस्तियों की बावडी, (बूंदी)

▪️चंपा बाग की बावडी , (बूंदी)

▪️साबूनाथ की बावडी, बूंदी

▪️मेघनाथ की बावडी, बूंदी

▪️दमरा बावडी/व्यास बावडी, (बूंदी)

▪️मनोहर बावडी/डाकरा बावडी, (बूंदी)

▪️मानमासी बावड़ी, (बूंदी)

▪️चैनराय के करीले की बावडी,(बूंदी)

▪️नाथ की बावडी, (बूंदी)

▪️श्याम बावडी, (बूंदी)

▪️अनारकली बावडी/भाबलदी बावडी, (बूंदी)

▪️सामरया की बावडी/ दीवान की बावडी, (बूंदी)

▪️मोचियों की बावडी, (बूंदी)

▪️पठान की बावडी, (बूंदी)

▪️नाहरघूस की बावडी, (बूंदी)

▪️माता की बावडी/दावा की बावडी, (बूंदी)

▪️बालचन्द पाड़ा की बावडी, (बूंदी)

▪️जग्गा बावडी, (जयपुर)

▪️बडी बावडी, (जयपुर)

▪️अजबगढ़-भानगढ़ बावडी, (अलवर)

▪️बड़गाँव की बावडी, (कोटा)

▪️शीला तथा पन्ना-मीना बावडी, (अजमेर)

▪️बिनोता की बावड़ी, (चित्तौडगढ)

▪️बाई जी बावड़ी बनेड़ा, (भीलवाडा)

▪️चमना बावड़ी, (भीलवाड़ा)

▪️डगसागर तालाब, (झालावाड़)

▪️आभानेरी की चाँद बावड़ी, (धौलपुर)

▪️कबीर शाह की दरगाह,(करौली)

▪️दूध बावडी (माउंट आबू, सिरोही)

▪️नौलखा बावड़ी, (डूंगरपुर)

▪️प्रतापराव बावड़ी देवलिया, (प्रतापगढ)

▪️चांद बावडीआभानेरी, (दौसा)

▪️त्रिमुखी बावड़ी, (उदयपुर)

Rajasthan Librarian Bharti 2024 : लाइब्रेरियन भर्ती

18 Aug, 12:03


राजस्थान के प्रमुख निर्गुण सम्प्रदाय

▪️कबीर पंथी,परनामी,लालदासी,
निरंजनी,रामस्नेही,जसनाथी बिश्नोई, दादू सम्प्रदाय [ महत्त्वपूर्ण ]

▪️चरणदासजी - अलवर

▪️संत धन्ना - धुवन (टोंक)

▪️लालदासजी - धोलीधूप गाँव (भरतपुर)

▪️दादूदयाल - अहमदाबाद (गुजरात)

▪️संत मावजी - सावला (डूंगरपुर)

▪️जाम्भोजी - पीपासर (नागौर)

▪️जसनाथजी - कतरियासर (बीकानेर)

▪️संत पीपा - गागरोण (झालावाड़)

▪️संत रामचरणजी - सोडा गाँव (जयपुर)

▪️हरिदासजी - कापड़ोद (नागौर)

Rajasthan Librarian Bharti 2024 : लाइब्रेरियन भर्ती

02 Aug, 04:02


राजस्थान के राज्यपालों की सूची एवं उनका कार्यकाल 🔰 [पार्ट -02]

▪️श्री धनिकलाल मण्डल ( कार्यवाहक)
▪️नोट – यह तत्कालीन हरियाणा के राज्यपाल थे इन्हें राजस्थान के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था)
▪️कार्यकाल 31-05-1993 से 29-06-1993

▪️श्री बलिराम भगत
▪️कार्यकाल 30-06-1993 से 30-04-1998

▪️सरदार दरबारा सिंह
▪️नोट – कार्यकाल के दौरान मृत्यु (24-05-1998) हुईं।
▪️कार्यकाल 01-05-1998 से 24-05-1998

▪️श्री एन. एल. तिबरेबल (कार्यवाहक)
▪️कार्यकाल 25-05-1998 से 15-01-1999

▪️न्यायमूर्ति श्रीमान अंशुमान सिंह ▪️कार्यकाल 16-01-1999 से 13-05-2003

▪️श्री निर्मल चन्द्र जैन
▪️नोट – कार्यकाल के दौरान मृत्यु (22-09-2003) हुईं।
▪️कार्यकाल 14-05-2003 से 22-09-2003

▪️श्री कैलाश मिश्रा (कार्यवाहक)
▪️नोट – यह तत्कालीन गुजरात के राज्यपाल थे इन्हें राजस्थान का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था।
▪️कार्यकाल 22-09-2003 से 13-01-2004

▪️श्री मंदन लाल खुराना
▪️नोट – इन्होने अपने पद से त्यागपत्र दिया।
▪️कार्यकाल 14-01-2004 से 01-11-2004

▪️श्री टी.वी॰ राजेश्वर (कार्यवाहक)
▪️नोट – यह उत्तरप्रदेश के राज्यपाल थे जिन्हे राजस्थान के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था।
▪️कार्यकाल 01-11-2004 से 08-11-2004

▪️श्रीमति प्रतिभा पाटिल
▪️नोट – राजस्थान की प्रथम महिला राज्यपाल।
▪️नोट – राजस्थान के राज्यपाल के पद से त्यागपत्र देने वाली प्रथम महिला राज्यपाल।
▪️कार्यकाल 08-11-2004 से 23-06-2007

▪️डॉ॰ ए॰आर॰ किदवई (कार्यवाहक)

▪️नोट – यह तत्कालीन हरियाणा के राज्यपाल थे जिन्हें राजस्थान के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था।
▪️कार्यकाल 23-06-2007 से 06-09-2007

▪️श्री शैलेन्द्र कुमार सिंह (कार्यवाहक)
▪️नोट – कार्यकाल के दौरान मृत्यु (01-12-2009) हुईं।
▪️कार्यकाल 06-09-2007 से 01-12-2009

▪️श्रीमति प्रभा राव (कार्यवाहक)
▪️नोट – यह तत्कालीन हिमाचल प्रदेश की राज्यपाल थीं इन्हें राजस्थान के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था।
▪️कार्यकाल 3-12-2009 to 24-01-2010

▪️श्रीमति प्रभा राव
▪️नोट – पद पर रहते हुये मृत्यु (26-04-2010) हुई थीं।
▪️कार्यकाल 25-01-2010 से 26-04-2010

▪️श्री शिवराज पाटिल (कार्यवाहक)
▪️नोट – यह तत्कालीन पंजाब राज्य के राज्यपाल थे। इन्हें राजस्थान राज्य के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था।
▪️कार्यकाल 28-04-2010 से 12-05-2012

▪️श्रीमती मार्गरेट अल्वा
▪️कार्यकाल 12-05-2012 से 07-08-2014

▪️श्री राम नाइक (कार्यवाहक)
▪️नोट – यह तत्कालीन उत्तरप्रदेश राज्य के राज्यपाल थे जिन्हें राजस्थान के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था।
▪️कार्यकाल 08-08-2014 से 03-09-2014

▪️श्री कल्याण सिंह
▪️नोट – कल्याण सिंह जब राजस्थान के राज्यपाल थे तब इन्हें 28.01.2015 से 12.08.2015 तक हिमाचल प्रदेश राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था।
▪️कार्यकाल 04-09-2014 से 02-09-2019

▪️श्री कलराज मिश्र
▪️कार्यकाल 09-09-2019 से 31-07-2024

▪️श्री हरिभाऊ किसनराव बागडे
▪️कार्यकाल 31-07-2024 से...

Rajasthan Librarian Bharti 2024 : लाइब्रेरियन भर्ती

22 Jul, 16:17


राजस्थान के प्रमुख पदाधिकारी (22 जुलाई 2024)

➥ राज्यपाल - कलराज मिश्र।
➥ राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष - वासुदेव देवनानी।
➥ मुख्य न्यायाधीश - मनिन्द्र मोहन श्रीवास्तव।
➥ महाधिवक्ता - राजेन्द्र प्रसाद।
➥ मुख्य सचिव - सुधांश पंत।
➥ डीजीपी - यूआर साहू।
➥ राज्य मुख्य सूचना आयुक्त - एम. एल. लाठर।
➥ मुख्य चुनाव आयुक्त - मधुकर गुप्ता।
➥ मुख्य निर्वाचन अधिकारी - नवीन महाजन।
➥ लोकायुक्त - प्रताप कृष्ण लोहरा।
➥ राजस्थान लोक सेवा आयोगb अध्यक्ष - संजय कुमार क्षोत्रिय।
➥ राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड अध्यक्ष - आलोक राज।
➥ राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष - गंगाराम मूलचंदानी।

Rajasthan Librarian Bharti 2024 : लाइब्रेरियन भर्ती

08 Jul, 05:54


राजस्थान वैवाहिक रीति रिवाज

▪️इकताई :- वर की अंगरखी, कुर्ता व चूड़ीदार पायजामा (सब गुलाबी रंग के कपडे) बनाने के लिए दर्जी मुहुर्त से नाप लेता है। ये निकासी पर पहने जाते है ।

▪️निकासी :- वर अपने संबंधियो व मित्रो के साथ वधू के घर की ओर प्रस्थान करता है। इसे "जान चढाना" या "निकासी" कहते हैं ।

▪️चाक-भात :- विवाह से एक दिन पहले दूल्हे-दुल्हन के मामा की ओर से वस्त्राभूषण परिवार वालो को भेंट किए जाते है वह भात कहलाता है।

▪️तोरण :- जब वर कन्या के घर प्रथम बार पहुँचता है तो घर के दरवाजे पर बँधे तोरण को घोडी पर बैठे हुए छडी या तलवार द्वारा सात बार छूता है। तोरण मांगलिक चिन्ह होता है।

▪️जांनोटण :- वर पक्ष की ओर से दिया जाने वाला भोज ।

▪️पाणिग्रहण :- वर और वधू को मामा ले जाकर वधू व वर के हाथो में मेहंदी रखकर हाथ जोड़े जाते हैं। इसे हथलेवा कहते है । सात फेरो के पश्चात् वैध रूप से विवाह पूर्ण समझा जाता है ।

▪️मायरा :- अपने लड़के / लड़की के विवाह पर माता अपने पीहर वालो को न्यौता भेजती है तब पीहर वाले अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार उसे जो कुछ देते हैं, उसे मायरा या भात भरना कहते है

▪️पहरावणी :- बारात बिदा करते समय प्रत्येक बाराती तथा वर-वधू को यथा शक्ति धन व उपहारादि दिये जाते हैं, जिसे पहरावणी कहते है ।

▪️ओझण :- बेटी को फेरी के बाद दिया जाने वाला दहेज |

▪️लडार :- कायस्थ जाति में विवाह के 6 वें दिन वधू पक्ष की ओर से वर पक्ष को दिया जाने वाला बडा भोज ।

▪️हीरावणी - विवाह के दौरान दुल्हन को दिया गया कलेवा |

▪️हथबोलणी :- दुल्हन का प्रथम परिचय

Rajasthan Librarian Bharti 2024 : लाइब्रेरियन भर्ती

02 Jul, 01:37


भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 1 से 5 प्रारंभिक प्रावधानों से संबंधित हैं। ये प्रावधान संहिता के क्षेत्राधिकार, इसके उद्देश्य, और इसकी व्याख्या के नियमों को स्पष्ट करते हैं। यहां इन धाराओं का विवरण दिया गया है:

धारा 1: शीर्षक और विस्तार
इस धारा के अनुसार, इस अधिनियम का नाम "भारतीय दंड संहिता" है और यह पूरे भारत में लागू होती है।

धारा 2: भारत के भीतर किए गए अपराधों के लिए दंड
यह धारा स्पष्ट करती है कि कोई भी व्यक्ति जो भारत के भीतर कोई अपराध करता है, इस संहिता के अधीन दंडनीय होगा, चाहे वह नागरिक हो या विदेशी।

धारा 3: भारत के बाहर किए गए अपराधों के लिए दंड जब अधिनियम भारतीय कानून द्वारा दंडनीय हो
यदि कोई भारतीय नागरिक किसी भी स्थान पर भारत के बाहर कोई ऐसा कार्य करता है जो भारतीय कानून के तहत अपराध है, तो उसे इस संहिता के अधीन दंड दिया जाएगा।

धारा 4: भारत के बाहर भी किए गए कार्यों पर इस संहिता का विस्तार
यह धारा स्पष्ट करती है कि भारतीय दंड संहिता भारतीय नागरिकों द्वारा भारत के बाहर किए गए कार्यों पर भी लागू होती है, जैसे कि किसी भारतीय जहाज पर या किसी विमान पर किए गए अपराध।

धारा 5: किसी अन्य विशेष या स्थानीय कानून से अप्रभावित
यह धारा स्पष्ट करती है कि इस संहिता के प्रावधान किसी अन्य विशेष या स्थानीय कानून द्वारा निर्धारित अपराधों और दंडों को प्रभावित नहीं करेंगे। दूसरे शब्दों में, यदि किसी विशेष या स्थानीय कानून में कोई विशेष प्रावधान है, तो वह प्रावधान इस संहिता से प्रभावित नहीं होगा।

इन प्रारंभिक प्रावधानों का उद्देश्य संहिता की सीमा और उसके लागू होने के क्षेत्र को स्पष्ट करना है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि कानून की व्याख्या और अनुपालन सही ढंग से हो सके।

Rajasthan Librarian Bharti 2024 : लाइब्रेरियन भर्ती

02 Jul, 01:37


भारतीय न्याय संहिता (Indian Penal Code) भारत का प्रमुख आपराधिक कानून है, जिसे 1860 में ब्रिटिश काल में तैयार किया गया था। इसे सामान्यतः आईपीसी (IPC) के नाम से जाना जाता है। यह संहिता विभिन्न प्रकार के अपराधों, उनकी परिभाषाओं, और उनके लिए निर्धारित दंड का विवरण प्रदान करती है।

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