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RAS Current affairs™️ (Hindi)

आपके RAS परीक्षा की तैयारी को सचेत और पूर्णत: बनाने के लिए हमारा Telegram चैनल 'RAS Current affairs™️' आपके सेवा में है। यह चैनल आपको राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के सभी नवीनतम समाचारों, PIB की सम्पूर्ण खबरों और अन्य सरकारी परीक्षाओं से संबंधित महत्वपूर्ण सामग्री प्रदान करता है।nn'एकेडमिक जर्नल' और अन्य अखबारों की कटिंग्स सहित, हमारे चैनल पर आपको RAS, PSI, Reet, Assistant Professor, LDC और RPSC समेत अन्य सरकारी नौकरियों के लिए महत्वपूर्ण सामग्री मिलेगी। इसके साथ ही, हम हर दिन आपको नवीनतम करंट अफेयर्स और राजस्थान सामान्य ज्ञान प्रश्न भी प्रदान करेंगे, जिससे आपकी तैयारी में एक्सट्रा बूस्ट मिलेगा।nnअब आपको इस Telegram चैनल में जुड़ने का सुनहरा मौका है, और अपनी परीक्षा की तैयारी को और भी मजबूत और स्थायी बनाने के लिए तुरंत हमारे चैनल 'RAS Current affairs™️' को जॉइन करें!

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18 Jan, 14:44


राजस्थान संपर्क पोर्टल शिकायत के तुरंत निस्तारण के लिए जाना जाता है ।
भींडर पंचायत समिति कौनसे जिले में पड़ती है?

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18 Jan, 14:43


𝗥𝘂𝘄𝗲𝗻𝘇𝗼𝗿𝗶 𝗠𝗼𝘂𝗻𝘁𝗮𝗶𝗻𝘀 –

Stretching over an area of 240 sq. miles the range borders 𝗨𝗴𝗮𝗻𝗱𝗮 𝗮𝗻𝗱 𝗖𝗼𝗻𝗴𝗼 (𝗞𝗶𝗻𝘀𝗵𝗮𝘀𝗮) and thought to be the “𝗠𝗼𝘂𝗻𝘁𝗮𝗶𝗻𝘀 𝗼𝗳 𝘁𝗵𝗲 𝗠𝗼𝗼𝗻.

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18 Jan, 11:40


▪️मंदिर वास्तुकला की नागर शैली।

- उत्तरी भारत में 5वीं शताब्दी ई. के आसपास उत्पन्न हुई।
- यह गुप्त वंश के तहत फली-फूली।

👉 महत्वपूर्ण विशेषताएँ:

1. शिखर:
मंदिरों में एक लंबा, पिरामिडनुमा टॉवर होता है जिसे शिखर के रूप में जाना जाता है, जो शीर्ष पर पतला होता है और आमतौर पर मंदिर की सबसे ऊँची संरचना होती है।

2. गर्भगृह:
गर्भगृह (गर्भगृह) आमतौर पर एक पूर्ण वर्गाकार होता है और सीधे सबसे ऊँचे शिखर के नीचे स्थित होता है।

3. मंच निर्माण:
नागर मंदिर आमतौर पर ऊँचे पत्थर के चबूतरे पर बनाए जाते हैं, अक्सर उन तक पहुँचने के लिए सीढ़ियाँ होती हैं।

4. जटिल नक्काशी:
मंदिरों को विभिन्न देवताओं, पुष्प रूपांकनों और ज्यामितीय डिज़ाइनों को दर्शाती जटिल नक्काशी और मूर्तियों से समृद्ध रूप से सजाया गया है।

5. चारदीवारी का अभाव: द्रविड़ शैली के विपरीत, नागर मंदिरों में आमतौर पर उनके चारों ओर विस्तृत चारदीवारी या प्रवेश द्वार नहीं होते हैं।
#prelims2025

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18 Jan, 03:53


2

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18 Jan, 03:48


🏷The GCC was established in 1981.

🏷The GCC headquarters is in Riyadh, Saudi Arabia.

इराक़ ईरान का कोई लेना देना नहीं है गल्फ़ काउंसिल से ।

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18 Jan, 03:46


खाड़ी सहयोग परिषद छह पश्चिम एशियाई देशों का एक आर्थिक और राजनीतिक गठबंधन है?

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17 Jan, 03:46


𝗔𝗹𝗴𝗲𝗿𝗶𝗮 𝗶𝘀 𝗔𝗳𝗿𝗶𝗰𝗮’𝘀 𝗹𝗮𝗿𝗴𝗲𝘀𝘁 𝗰𝗼𝘂𝗻𝘁𝗿𝘆 𝗯𝘆 𝗮𝗿𝗲𝗮, 𝗮𝗻𝗱 𝗡𝗶𝗴𝗲𝗿𝗶𝗮 𝗯𝘆 𝗽𝗼𝗽𝘂𝗹𝗮𝘁𝗶𝗼𝗻. 𝗦𝗲𝘆𝗰𝗵𝗲𝗹𝗹𝗲𝘀 𝗶𝘀 𝘁𝗵𝗲 𝘀𝗺𝗮𝗹𝗹𝗲𝘀𝘁 𝗰𝗼𝘂𝗻𝘁𝗿𝘆 𝗶𝗻 𝗔𝗳𝗿𝗶𝗰𝗮.

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16 Jan, 15:20


𝗧𝗵𝗲 𝗯𝗼𝗿𝗱𝗲𝗿 𝗯𝗲𝘁𝘄𝗲𝗲𝗻 𝗜𝘀𝗿𝗮𝗲𝗹 𝗮𝗻𝗱 𝗟𝗲𝗯𝗮𝗻𝗼𝗻, 𝗸𝗻𝗼𝘄𝗻 𝗮𝘀 𝘁𝗵𝗲 "𝗕𝗹𝘂𝗲 𝗟𝗶𝗻𝗲,"

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16 Jan, 15:13


HISTORY BY INDIA 🔥

SpaDeX completes Orbital Docking which makes India only the 4th nation ever to achieve this feat.

🇺🇸USA (1966)
🇷🇺USSR (1967)
🇨🇳China (2011)
🇮🇳India (2025)

That's one small step for ISRO, a giant leap for Chandrayaan-4, Gaganyaan & Indian Space Station 🇮🇳

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14 Jan, 09:16


जब बृहस्पति आकाश में 30 Degree के बारह विभाजनों में से दूसरे भाग में 17 Degree पर पहुँच कर सूर्य के आकाश में 271 Degree के कोण में प्रवेश करके 23.5 Degree के कोण पर झुकी धरती पर अपनी किरणों को दक्षिणी गोलार्ध से उत्तरी गोलार्ध की ओर ले जाना प्रारंभ करता है उस मकर संक्रांति पर्व पर महाकुंभ के प्रथम अमृत स्नान पर हार्दिक शुभकामनाएँ।

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14 Jan, 05:42


सर्वेभ्यो मकरसंक्रमणस्य बहवः शुभाशयाः।
As the Sun transits into Capricorn, it marks the beginning of Uttarayan—a time of light, positivity, and new beginnings. 🌿🔥

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13 Jan, 15:37


निम्नलिखित में से कौन सा मौजूदा शहरों के लिए IGBC ग्रीन सिटीज़ प्लैटिनम रेटिंग प्राप्त करने वाला पहला ग्रीन विशेष आर्थिक क्षेत्र है?

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13 Jan, 08:36


भारतीय स्वतंत्रता संग्राम (1857-1947)

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13 Jan, 08:20


इन्हें अलग-अलग नाम से केवल इसलिए जाना जाता है, जिससे उनकी यह पहचान हो सके कि किसने कहाँ दीक्षा ली है...

जय सनातन धर्म, जय श्रीराम

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13 Jan, 08:19


नागा साधु बनने के बाद वे अपने शरीर पर भभूत की चादर चढ़ा देते हैं। यह भस्म या भभूत बहुत लंबी प्रक्रिया के बाद तैयार की जाती है। या तो किसी मुर्दे की राख को शुद्ध करके उसे शरीर पर मला जाता है या फिर हवन या धुनी की राख से शरीर ढका जाता है। साथ ही ठंड इत्यादि से बचने के लिए कठिन योग क्रिया करते हैं अगर मुर्दे की राख उपलब्ध नहीं है तो हवन कुंड में पीपल, पाखड़, सरसाला, केला और गाय के गोबर को जलाकर उस राख को एक कपड़े से छानकर दूध की सहायता से लड्डू बनाए जाते हैं। इन लड्डुओं को सात बार अग्नि में तपाकर उसे फिर कच्चे दूध से बुझा दिया जाता है। इस तरह भस्म तैयार होती है जिसे समय-समय पर नागा अपने शरीर पर लगाते हैं। और यही भस्म उनके वस्त्र होते हैं। क्यूँकि नागा साधु की प्रक्रिया प्रयाग (इलाहाबाद), हरिद्वार, नासिक और उज्जैन में कुम्भ के दौरान ही होती है। ऐसे में प्रयाग के महाकुंभ में दीक्षा लेने वालों को ‘नागा’ , उज्जैन में दीक्षा लेने वालों को ‘खूनी नागा’, हरिद्वार में दीक्षा लेने वालों को ‘बर्फानी’ व नासिक वालों को ‘खिचड़िया नागा’ के नाम से जाना जाता है।

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13 Jan, 08:19


इस प्रक्रिया में काफी समय लगता है।
महाकुंभ के दौरान नागा साधु बनाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है जब नागा साधु बनने के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति और संन्यासी जीवन जीने की प्रबल इच्छा रखने वाला कोई व्यक्ति नागा साधु बनने के लिए अखाड़े में जाता है तो उसे कभी सीधे-सीधे अखाड़े में शामिल नहीं किया जाता। अखाड़ा अपने स्तर पर ये जाँच करता है कि वह साधु क्यों बनना चाहता है, उसकी पूरी पृष्ठभूमि देखी जाती है। अगर अखाड़े को ये लगता है कि वह साधु बनने के लिए सही व्यक्ति है तो उसे अखाड़े में प्रवेश की अनुमति मिलती है। धर्म कर्म और अखाड़ों के नियमों को समझना होता है।इसी अवधि में सबसे पहली परीक्षा ‘ब्रह्मचर्य’ की ली जाती है।अगर अखाड़ा और उस व्यक्ति का गुरु यह निश्चित कर ले कि वह दीक्षा देने लायक हो चुका है तो फिर उसे अगली प्रक्रिया में ले जाया जाता है। प्रवेश के बाद व्यक्ति को कई जटिल परीक्षाओं से गुजरना पड़ता है। प्रवेश की अनुमति के बाद पहले 3 साल गुरुओं की सेवा करने के साथ ब्रह्मचर्य की परीक्षा सफलतापूर्वक पूर्ण करने के बाद व्यक्ति को 5 गुरु- शिव, विष्णु, शक्ति, सूर्य और गणेश द्वारा, जिन्हें पंच देव भी कहा जाता है, से दीक्षा प्राप्त करनी होती है। इस दौरान उनका मुंडन कराने के साथ उसे 108 बार गंगा में डुबकी लगवाई जाती है। भस्म, भगवा, रूद्राक्ष आदि चीजें दी जाती हैं। उसे अवधूत बनाया जाता है। अखाड़ों के आचार्य द्वारा अवधूत का जनेऊ संस्कार कराने के साथ संन्यासी जीवन की शपथ दिलाई जाती हैं। इस दौरान उसके परिवार के साथ उसका भी ‘पिंडदान’ कराया जाता है। इसके पश्चात दंडी संस्कार कराया जाता है और रातभर उसे “ॐ नम: शिवाय” का जाप करना होता है। जप के बाद भोर में अखाड़े के महामंडलेश्वर उससे विजया हवन कराते हैं। उसके पश्चात सभी को फिर से गंगा में 108 डुबकियां लगवाई जाती हैं। स्नान के बाद अखाड़े के ध्वज के नीचे उससे दंडी त्याग कराया जाता है। इस प्रक्रिया के बाद वह नागा साधु बन जाता है। नागा साधु किसी अन्य व्यक्ति के समक्ष सिर नहीं झुकाते हैं उनका सिर आशीर्वाद लेने के लिए केवल वरिष्ठ सन्यासियों के समक्ष ही झुकता है। नागा साधु भिक्षा में मिला हुआ भोजन ही ग्रहण करते हैं। यदि किसी दिन उन्हें भोजन नहीं मिलता है तो उन्हें बिना खाए ही रहना पड़ता है।
नागा साधुओं को आजीवन निर्वस्त्र रहना होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि वस्त्र को सांसारिक जीवन और आडंबर का प्रतीक माना जाता है।

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13 Jan, 08:18


यूँ तो भारत में नागा साधुओं का इतिहास बहुत पुराना है लेकिन आज भी इनका जीवन आम लोगों के लिए एक रहस्य की तरह होता है भारत में लगने वाले सबसे बड़े धार्मिक मेले महाकुंभ, के कई अलग-अलग रंगों में से सबसे रहस्यमयी रंग होते हैं- नागा साधु जिनका संबंध शैव परंपरा से है सनातन परंपरा की रक्षा करने और इस परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए अलग-अलग संन्यासी अखाड़ों में हर महाकुंभ के दौरान नागा साधु बनने की प्रक्रिया अपनाई जाती है। आमतौर पर नागा साधु सभी संन्यासी अखाड़ों में बनाए जाते हैं लेकिन जूना अखाड़ा सबसे ज्यादा नागा साधु बनाता है।
सभी 13 अखाड़ों (निरंजनी अखाड़ा, जूना अखाड़ा, महानिर्वाणी अखाड़ा, अटल अखाड़ा,आह्वान अखाड़ा, आनंद अखाड़ा, पंचाग्नि अखाड़ा, नागपंथी गोरखनाथ अखाड़ा, वैष्णव अखाड़ा, उदासीन पंचायती बड़ा अखाड़ा,उदासीन नया अखाड़ा, निर्मल पंचायती अखाड़ा और निर्मोही अखाड़ा) में ये सबसे बड़ा अखाड़ा भी माना जाता है। जूना अखाड़े के महंत के मुताबिक नागाओं को सेना की तरह तैयार किया जाता है, उनको आम दुनिया से अलग और विशेष बनना होता है।

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13 Jan, 08:18


नागा साधु बनने की प्रक्रिया रहस्य व कुंभ मेला...

केवल आध्यात्मिक और तपस्वी जीवन में रूचि रखने वाले साथी ही पढें
बाक़ी कुछ साथी कहेंगे कि एग्ज़ाम से रिलेटेड नहीं है तो वे इसे एग्ज़ाम बाद पढ़ लेना या मर्जी के हिसाब से पढ़ लेना।

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13 Jan, 04:33


वैश्विक बहुआयामी गरीबी सूचकांक (एमपीआई) रिपोर्ट कौन तैयार/प्रकाशित करता है?

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13 Jan, 04:31


रोटी के बाद मनुष्य की सबसे बड़ी
कीमती चीज उसकी संस्कृति होती है।

पौष पूर्णिमा की हार्दिक बधाई।

महाकुम्भ प्रयागराज के शुभारंभ एवं प्रथम स्नान की हार्दिक शुभकामनाएं।

सनातन गर्व - महाकुम्भ पर्व

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12 Jan, 12:11


कडासिद्देश्वर मंदिर (📍 Pattadakal, Karnataka)- भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर नागर वास्तुकला शैली का एक उत्कृष्ट उदाहरण है और इसमें पार्वती, ब्रह्मा और विष्णु जैसे देवताओं की जटिल नक्काशी की गई है।

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12 Jan, 03:23


युवाओं के कंधों पर युग की कहानी चलती है. इतिहास उधर मुड़ जाता है जिस ओर ये जवानी चलती है।
पुरवाई-सी अंगड़ाई लेती युवा ऊर्जा में सशक्त-समृद्ध राष्ट्र निर्माण और शिखर पर ले जाने की अपूर्व क्षमता है।
युवा वर्तमान हैं तो भूत और भविष्य के सेतु भी।

राष्ट्रीय युवा दिवस की शुभकामनाएँ!

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26 Dec, 17:06


पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का निधन, 92 साल की उम्र में हुआ निधन

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26 Dec, 13:21


श्रीलंका-भारत नौसेना अभ्यास – 2024

भारत और श्रीलंका के बीच द्विपक्षीय नौसेना अभ्यास, एसएलआईएनईएक्स 24 (श्रीलंका-भारत अभ्यास 2024) का आयोजन 17 से 20 दिसंबर तक विशाखापत्तनम में पूर्वी नौसेना कमान के तत्वावधान में दो चरणों में हुआ

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26 Dec, 07:32


मौर्य शिलालेखों के बारे में रोचक तथ्य: 1. भारत में पहला लिखित अभिलेख: मौर्य शिलालेख, विशेष रूप से सम्राट अशोक के शिलालेख, भारतीय इतिहास के सबसे पुराने लिखित अभिलेख हैं, जो ब्राह्मी और खरोष्ठी लिपियों के उपयोग को दर्शाते हैं।
2. साम्राज्य भर में फैला: ये शिलालेख अफ़गानिस्तान से लेकर ओडिशा तक के विशाल क्षेत्र में चट्टानों और स्तंभों पर अंकित किए गए थे, जो मौर्य साम्राज्य के विस्तार को दर्शाते हैं।
3. धम्म के प्रवर्तक: शिलालेखों का ध्यान धम्म (नैतिक कानून) को बढ़ावा देने पर था, जिसमें अहिंसा, करुणा और धार्मिक सहिष्णुता पर ज़ोर दिया गया था।
4. बहुभाषी विरासत: शिलालेख साम्राज्य की विविध आबादी को ध्यान में रखते हुए प्राकृत, ग्रीक और अरामी सहित कई भाषाओं में लिखे गए थे।
5. प्रतिष्ठित स्तंभ: सारनाथ में प्रसिद्ध अशोक स्तंभ, इसकी चार-सिंह वाली राजधानी, मौर्य कला के बेहतरीन उदाहरणों में से एक है और अब भारत के राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में कार्य करता है।

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26 Dec, 06:42


C

केरल में पेरियार और चालाकुडी नदी घाटियों के लिए CoS-it-FloWS परियोजना शुरू की गई थी। यह एक समुदाय-केंद्रित, विकेन्द्रीकृत और प्रभाव-आधारित बाढ़ पूर्वानुमान और प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली है। यह डेटा एर्नाकुलम जिला आपातकालीन संचालन केंद्र को बेहतर निर्णय लेने में मदद करता है।

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26 Dec, 06:41


D

दक्षिणी ध्रुव-एटकेन बेसिन (एसपीए) चंद्रमा की सबसे बड़ी प्रभाव विशेषता है, जिसका नाम इसलिए रखा गया है क्योंकि यह छोटे ऐटकेन क्रेटर से चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव तक, या चंद्रमा की सतह के लगभग एक चौथाई क्षेत्र तक फैला हुआ है।

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25 Dec, 09:34


NASA के पार्कर ने रचा इतिहास, बना सूर्य के सबसे नजदीक पहुंचने वाला पहला स्पेसक्राफ्ट

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25 Dec, 09:23


#REET2025

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25 Dec, 09:22


आने वाली 30 तारीख को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) एक बड़ा प्रयोग करने जा रहा है. जी हां, भारत अंतरिक्ष यानों को आसमान में ही जोड़ने (डॉक) और अलग करने (अनडॉक) की अपनी क्षमता का प्रदर्शन करेगा. ISRO ने सोशल मीडिया पर लॉन्च के लिए रेडी मिशन की तस्वीर शेयर की है. 30 दिसंबर को रात 9.58 बजे समय तय किया गया है. श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से पीएसएलवी-सी60 के जरिए स्पैडेक्स मिशन को अंजाम दिया जाएगा. इसरो ने बताया है कि 21 दिसंबर को प्रक्षेपण यान को एकीकृत कर दिया गया. प्रक्षेपण की तैयारियों के लिए इसे पहले लॉन्च पैड पर ले जाया गया. इसरो ने अपने ‘एक्स’ अकाउंट पर पीएसएलवी-सी60 को पहले लॉन्च पैड पर ले जाने का वीडियो साझा किया गया है जिसे पहली बार पीआईएफ सुविधा में पीएस4 से पूरी तरह एकीकृत किया गया था।

इसरो ने बताया कि स्पैडेक्स मिशन पीएसएलवी द्वारा प्रक्षेपित दो छोटे अंतरिक्ष यान का उपयोग करके ‘अंतरिक्ष में डॉकिंग’ के प्रदर्शन के लिए एक प्रभावी प्रौद्योगिकी प्रदर्शन मिशन है. भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया कि यह प्रौद्योगिकी भारत की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं जैसे कि चंद्रमा पर भारत का अभियान, चंद्रमा से नमूने वापस लाना, भारतीय अंतरिक्ष केंद्र (बीएएस) का निर्माण और संचालन के लिए आवश्यक है।

अंतरिक्ष में ‘डॉकिंग’ प्रौद्योगिकी की तब जरूरत होती है जब साझा मिशन उद्देश्यों को हासिल करने के लिए कई रॉकेट प्रक्षेपित करने की जरूरत होती है. इस मिशन में सफलता मिलने पर भारत अंतरिक्ष ‘डॉकिंग’ टेक्नॉलजी हासिल करने वाला दुनिया का चौथा देश बनने की ओर अग्रसर होगा. इसरो के मुताबिक स्पैडेक्स मिशन के तहत दो छोटे अंतरिक्ष यान (प्रत्येक का वजन लगभग 220 किग्रा) पीएसएलवी-सी60 द्वारा स्वतंत्र रूप से और एक साथ, 55 डिग्री झुकाव पर 470 किमी वृत्ताकार कक्षा में प्रक्षेपित किए जाएंगे, जिसका स्थानीय समय चक्र लगभग 66 दिन का होगा।

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19 Nov, 17:09


#RASexam #Rasmains #RAS #rpsc #rasmains2024

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19 Nov, 12:43


संयुक्त राष्ट्र ने 19 जून 2024 को अपने 78वें सत्र में प्रस्ताव पारित करते हुए वर्ष 2025 को अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष - 2025 घोषित किया।

भारत, अंतरराष्ट्रीय सहकारिता गठबंधन (ICA) का एक संस्थापक सदस्य हैl

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19 Nov, 07:55


🔶राज्यपाल

👉राज्यपाल की योग्यताएँ
👉राज्यपाल की नियुक्ति कैसे होती है
👉राज्यपाल द्वारा प्रयोग की जाने वाली
👉कार्यकारी शक्तियाँ
👉राज्यपाल का स्वीकृति रोकने का अधिकार

🔹भारतीय संविधान में अनुच्छेद 153-167 देश की राज्य सरकारों से संबंधित प्रावधानों से संबंधित है।

🔹राज्यपाल केंद्र का प्रतिनिधि होता है
वह राज्य का नाममात्र कार्यकारी प्रमुख होता है
🔹केंद्र सरकार प्रत्येक राज्य के लिए राज्यपाल को मनोनीत करती है
राज्यपाल की नियुक्ति कैसे की जाती है👇
कोई भी व्यक्ति राज्यपाल के पद पर नियुक्ति के लिए पात्र नहीं होगा जब तक कि वह भारत का नागरिक न हो और 35 वर्ष की आयु पूरी न कर चुका हो

🔹राज्यपाल संसद के किसी सदन या प्रथम अनुसूची में विनिर्दिष्ट किसी राज्य के विधानमंडल के किसी सदन का सदस्य नहीं होगा और यदि संसद के किसी सदन या ऐसे किसी राज्य के विधानमंडल के किसी सदन के सदस्य को राज्यपाल नियुक्त किया जाता है,

🔹राज्यपाल के रूप में अपना पद ग्रहण करने की तिथि से उसे सदन में अपना स्थान खाली कर दिया गया समझा जाएगा। राज्यपाल कोई अन्य लाभ का पद धारण नहीं करेगा। राज्यपाल को बिना किराया दिए अपने सरकारी आवासों का उपयोग करने की अनुमति होगी।

🔹और वह ऐसी उपलब्धियों, भत्तों और विशेषाधिकारों का भी हकदार होगा, जो संसद द्वारा विधि द्वारा अवधारित किए जाएं और जब तक उस निमित्त इस प्रकार उपबंध नहीं किया जाता है, तब तक ऐसी उपलब्धियों, भत्तों और विशेषाधिकारों का हकदार होगा, जो द्वितीय अनुसूची में विनिर्दिष्ट हैं।

🔹राज्यपाल के वेतन और भत्ते उसके कार्यकाल के दौरान कम नहीं किए जाएंगे।

🔹संविधान के अनुच्छेद 153 में कहा गया है
“प्रत्येक राज्य के लिए एक राज्यपाल होगा।”

🔹संविधान लागू होने के कुछ साल बाद 1956 में एक संशोधन के तहत यह प्रावधान किया गया कि “इस अनुच्छेद में कुछ भी एक ही व्यक्ति को दो या अधिक राज्यों के लिए राज्यपाल नियुक्त करने से नहीं रोकेगा”।

🔹भारत के संविधान के अनुच्छेद 154 में प्रावधान है कि राज्य की कार्यकारी शक्ति राज्यपाल में निहित होगी और उसके द्वारा इसका प्रयोग किया जाएगा।

🔹भारत के संविधान के अनुसार सीधे या अपने अधीनस्थ अधिकारियों के माध्यम से
🔹राज्य की कार्यकारी शक्ति राज्यपाल में निहित होगी और इस संविधान के अनुसार उसके द्वारा सीधे या अपने अधीनस्थ अधिकारियों के माध्यम से इसका प्रयोग किया जाएगा।

🔹अनुच्छेद 200 के तहत राज्यपाल की शक्तियाँ:
विवेकाधिकार, सिफारिशें और लागू न किए गए सुधार

🔹संविधान के अनुच्छेद 200 के अनुसार:
जब कोई राज्य विधानमंडल कोई विधेयक पारित करता है, तो राज्यपाल के पास चार विकल्प होते हैं:
स्वीकृति, स्वीकृति रोकना (अस्वीकार करना), पुनर्विचार के लिए वापस करना,

या राष्ट्रपति के विचार के लिए आरक्षित किया जा सकता है। राज्यपाल के पास अनुमति रोकने या विधेयक को वापस करने के दौरान विवेकाधीन शक्तियां नहीं हैं; उन्हें मंत्रिपरिषद की सलाह पर कार्य करना चाहिए। निजी सदस्यों के विधेयकों के लिए 'अनुमति रोकना' हो सकता है

या सरकार में बदलाव की स्थिति में स्वीकृति से पहले।

पुनर्विचार के लिए विधेयक की वापसी भी मंत्रिपरिषद की सलाह पर आधारित होती है, हालांकि राज्यपालों ने अतीत में विवेक का प्रयोग किया है।

कुछ विधेयकों को राष्ट्रपति के विचार के लिए आरक्षित किया जाना चाहिए,

जैसे कि उच्च न्यायालय की शक्तियों को कम करना, या समवर्ती सूची में संघ के कानूनों के साथ टकराव करना

राज्यपाल विवेक का प्रयोग कर सकते हैं यदि उन्हें लगता है कि कोई विधेयक संविधान का उल्लंघन करता है, लेकिन यह दुर्लभ है
राज्यपाल के लिए किसी विधेयक पर निर्णय लेने के लिए कोई निर्दिष्ट समय सीमा नहीं है

🔹राज्यपाल की कार्यकारी शक्तियाँ

👉राज्य सरकार द्वारा की जाने वाली प्रत्येक कार्यकारी कार्रवाई उसके नाम से की जानी है।

👉उसके नाम से लिए गए आदेश को किस प्रकार प्रमाणित किया जाना है, इसके लिए नियम राज्यपाल द्वारा निर्दिष्ट किए जा सकते हैं।

👉वह राज्य सरकार के कामकाज को सरल बनाने के लिए नियम बना सकता है/नहीं भी बना सकता है।

👉राज्यों के मुख्यमंत्रियों और अन्य मंत्रियों की नियुक्ति उसके द्वारा की जाती है।

👉इन राज्यों में आदिवासी कल्याण मंत्री नियुक्त करना उसकी जिम्मेदारी है:
छत्तीसगढ़
झारखंड
मध्य प्रदेश
ओडिशा

👉वह राज्यों के महाधिवक्ता की नियुक्ति करता है और उनका पारिश्रमिक निर्धारित करता है।

👉राज्य चुनाव आयुक्त

👉राज्य लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष और सदस्य

👉राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलपति

👉वह राज्य सरकार से जानकारी मांगता है।

👉राज्य में संवैधानिक आपातकाल की सिफारिश राष्ट्रपति द्वारा की जाती है।

👉राज्य में राष्ट्रपति शासन के दौरान राज्यपाल को राष्ट्रपति के एजेंट के रूप में व्यापक कार्यकारी शक्तियाँ प्राप्त होती हैं।

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19 Nov, 06:35


मंदिर वास्तुकला और मानव शरीर रचना के बीच संबंध

◆ विमान: दिव्य उपस्थिति का प्रतिनिधित्व करता है, व्यक्ति के सिर का प्रतीक है, और मंदिर के मुख्य टॉवर के रूप में कार्य करता है।

◆ महल मंडपम: मानव शरीर के वक्ष क्षेत्र से मेल खाता है, जहाँ महत्वपूर्ण ऊर्जा और आध्यात्मिक सार मिलते हैं।

◆ गर्भगृह (गर्भगृह): मंदिर का पवित्र आंतरिक कक्ष, जो किसी व्यक्ति के हृदय या मूल के समान है, जिसमें देवता (आत्मा) निवास करते हैं।

◆ गोपुरम: देवता के पैरों का प्रतीक है और प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करता है, जो मानव अस्तित्व के आधारभूत पहलू को दर्शाता है।

◆ चक्र: आरेख मंदिर के घटकों को मानव चक्रों के साथ संरेखित करता है:

◆ आज्ञा: अंतर्ज्ञान और अंतर्दृष्टि का प्रतिनिधित्व करता है।

◆ विशुद्ध: संचार और अभिव्यक्ति से जुड़ा हुआ है।

◆ अनाहत: प्रेम और करुणा से जुड़ा हुआ है।

◆ मणिपुर: व्यक्तिगत शक्ति और आत्मसम्मान से जुड़ता है।

◆ स्वाधिष्ठान: भावनाओं और रिश्तों से संबंधित।

◆ मूलाधार: स्थिरता और आधार का प्रतिनिधित्व करता है।

यह आरेख मंदिर वास्तुकला और मानव शरीर रचना के बीच गहरे दार्शनिक संबंध को दर्शाता है, जो इस विश्वास पर जोर देता है कि भौतिक और आध्यात्मिक क्षेत्र जटिल रूप से जुड़े हुए हैं।

RAS Current affairs™️

19 Nov, 06:33


ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में आयोजित 19वें जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी के बीच हुई मुलाकात।

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19 Nov, 03:12


वे लोग जो पहले प्रयास में ही सिविल सेवा उत्तीर्ण करने के बावजूद इसमें शामिल नहीं हुए:—

1.) सुभाष चंद्र बोस (रैंक 4)

2.) कपिल सिब्बल (आईएएस बने, लेकिन इस्तीफा देकर एलएलएम किया)

3.) एम.एस. स्वामीनाथन (आईपीएस बने, लेकिन इस्तीफा देकर भारत में हरित क्रांति के लिए काम किया)

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18 Nov, 14:43


खुद्दार मेरे शहर का फ़ाको से मर गया
राशन जो आ रहा था वो अफ़सर के घर गया

चेहरा बता रहा था के मारा है भूख ने, मगर
हाकिम ने कह दिया के कुछ खा के मर गया

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18 Nov, 14:42


नसीब ने ही दग़ाबाज़ी की है,

उम्र तो हमारी भी शहजादो वाली ही है…

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18 Nov, 14:30


छत्तीसगढ़ में भारत का 56वां टाइगर रिजर्व अधिसूचित - गुरु घासीदास - तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व

गुरु घासीदास - तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व देश का तीसरा सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व होगा, जिसका विस्तार 2800 वर्ग किलोमीटर से अधिक होगा

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18 Nov, 14:25


राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) प्रथम श्रेणी शिक्षक भर्ती 2024 के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 4 दिसंबर, 2024 है। आवेदन प्रक्रिया 5 नवंबर, 2024 को शुरू हुई थी।

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18 Nov, 14:22


⌲ ब्रह्मपुत्र नदी प्रणाली:

👉🏻 ब्रह्मपुत्र नदी हिमालय से निकलती है और लगभग 2,900 किलोमीटर तक बहती है।

👉🏻 यह बांग्लादेश में गंगा नदी से मिलती है, और दोनों नदियों का संयुक्त जल सुंदरबन डेल्टा के माध्यम से बंगाल की खाड़ी में गिरता है।

▪️ब्रह्मपुत्र नदी की कई सहायक नदियाँ हैं:
‣ दाएँ तट की सहायक नदियाँ: लोहित, दिबांग, सुबनसिरी, जियाभराली, धनसिरी, मानस, तोरसा, संकोश और तीस्ता
‣ बाएँ तट की सहायक नदियाँ: बुढीदिहिंग, देसांग, दिखो, धनसिरी और कोपिली
‣ अन्य सहायक नदियाँ: ल्हासा, न्यांग, पारलुंग ज़ंगबो, नाओ दिहिंग,बूढी दिहिंग, डांगोरी, झांजी, कोलोंग, भोरोलु, कुलसी और कृष्णाई।