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चांद से चेहरे रंगीं आँचल चलते-फिरते साए हैं

प्यारी शायरी (Hindi)

चांद से चेहरे रंगीं आँचल चलते-फिरते साए हैं। यह शेर और शायरी के सुंदर संग्रह के साथ आपका स्वागत है! 'प्यारी शायरी' टेलीग्राम चैनल पर हर दिन नई और दिलकश शायरी का आनंद लें। इस चैनल में आपको प्यार, दोस्ती, इश्क, दर्द और बहुत कुछ के लिए शायरी का विस्तृत संग्रह मिलेगा। इसे आप अपने दोस्तों और परिवार के साथ साझा कर सकते हैं। इस चैनल का नाम 'प्यारी शायरी' है, और इसका उद्देश्य आपके दिल को छूने वाली शायरी का आनंद देना है। तो आइए, इस शानदार चैनल को ज्वाइन करें और हमारे साथ शायरी का रोमांच बढ़ाएं।

Pyari Shayri

07 Feb, 09:42


ये हमीं हैं के तेरा दर्द छुपा कर दिल में

काम दुनिया के ब दस्तूर किए जाते हैं।

Pyari Shayri

05 Feb, 18:50


अच्छा ये तुमने खेल किया खेल खेल में

माचिस की तीली फेंक दी मिट्टी के तेल में

Pyari Shayri

03 Feb, 19:02


ख़रीदकर जो परिंदे उड़ाए जाते हैं
हमारे शहर में क़सरत से पाये जाते हैं !!

कभी मिलोगे तो फिर जान जाओगे हमको
हम एैसे हैं नहीं ! जैसे बताये जाते हैं !!

Pyari Shayri

26 Jan, 10:03


सियासत इस कदर अवाम पर अहसान करती है,
पहले आँखें छिनती है फिर चश्मे दान करती है।

Pyari Shayri

19 Jan, 07:33



अब घर भी नहीं घर की तमन्ना भी नहीं है
मुद्दत हुई सोचा था कि घर जाएँगे इक दिन

— साक़ी फ़ारुक़ी

Pyari Shayri

19 Jan, 07:33



उन आँखों में कूदने वालो तुम को इतना ध्यान रहे
वो झीलें पायाब हैं लेकिन उन की तह पथरीली है


पायाब (जो गहरा न हो, उथला, गाध (पानी) हलकर पार करने योग्य (बिना नाव के) थाह)

Pyari Shayri

19 Jan, 07:33



गुनह-गारों में शामिल हैं गुनाहों से नहीं वाक़िफ़
सज़ा को जानते हैं हम ख़ुदा जाने ख़ता क्या है

— चकबस्त बृज नारायण

Pyari Shayri

19 Jan, 07:33



एक तेरे न होने से मुझ पर
सौ तरह का अज़ाब होता है

— मीर शम्सुद्दीन फ़ैज़

Pyari Shayri

19 Jan, 07:33



कोई समझे तो एक बात कहूँ
इश्क़ तौफ़ीक़ है गुनाह नहीं

— फ़िराक़ गोरखपुरी

Pyari Shayri

19 Jan, 07:33



परिंदों में तो ये फ़िरक़ा-परस्ती भी नहीं देखी
कभी मंदिर पे जा बैठे कभी मस्जिद पे जा बैठे

— नूर तक़ी नूर

Pyari Shayri

10 Jan, 10:28


जो हम पे गुजरे थे रंज सारे
जो खुद पे गुजरे तो लोग समझे

प्यारी शायरी

31 Dec, 10:13


तुमको देखा तो __यह ख़्याल आया!
जिंदगी धूप ___तुम घना साया!!

प्यारी शायरी

28 Dec, 19:09


सारी दुनिया के गम हमारे है

और सितम ये कि हम तुम्हारे है l

प्यारी शायरी

26 Dec, 18:06


तुम्हारी खामुशी के लफ़्ज़ पर था शोर शर्मिंदा,

तुम्हारे लहजे की सादा-ज़बानी याद आएगी..।

प्यारी शायरी

25 Dec, 18:21


करते हैं अहले ज़र ही दिसंबर पे शायरी

कटती है सर्द रातें कैसे ये मुफलिस से पूछिए.....

प्यारी शायरी

13 Dec, 21:21


कितने हमदर्द मिले, दोस्त मिले, यार मिले
सब उभरते हुए सूरज के परस्तार मिले
जिंदगी तूं हमें बाजार में क्यों ले आई
हम तो यूसुफ भी नहीं कोई खरीदार मिले

प्यारी शायरी

13 Dec, 16:50


यह एक बाज़ार है,
जहाँ बिकते हैं फैसले।
जहाँ बिकते हैं ईमान,
जहाँ रोज दम तोङती है
किसी न किसी की जमीर।
हरे कागजों के नीचे दबकर।
यह अदालत है, जरा संभलकर।

जहाँ खर्च होती है सिर्फ उम्मीद
अगर खर्च करने को कुछ ना हो।
जहाँ मरोङी जाती है सबूतों की गर्दन,
कुछ रसूखदारों के इशारे पाकर।
यह अदालत है, जरा संभलकर।

जहाँ चरते हैं दीमक आपकी बेगुनाही पर,
जहाँ सजती हैं महफ़िल झूठी गवाही पर,
जहाँ जरूरी नहीं कि न्याय भी मिले मरकर
यह अदालत है, जरा संभलकर... जरा संभलकर।

प्यारी शायरी

11 Dec, 11:43


मुर्शिद उस रूठे हुए शख़्स से ये कहना

है पछतावा मुझ को ख़ताओं का अपनी

प्यारी शायरी

08 Dec, 11:00


मैंने माँगी थी उजाले की फ़क़त एक किरन

तुमसे ये किसने कहा आग लगा दी जाए

प्यारी शायरी

08 Dec, 07:11


लौटा दो मेरे दिल की किताब बिन पढ़े !!

तोहमत न लगाओ कि लिखावट खराब है.!!

प्यारी शायरी

04 Dec, 17:53


इंतज़ार तो नसीब में लिखा है मेरे
मुझें मालूम है

तू अगर मिला भी है तो बिछड़ने के लिए....!!

प्यारी शायरी

04 Dec, 10:43


मुझको मेरे वजूद की हद तक न जानिए,

बेहद हूँ, बेहिसाब हूँ, बेइन्तहा हूँ मैं!🦅🦅

प्यारी शायरी

02 Dec, 04:40


धुंधली शामों को लपेटकर
दिसंबर, तेरा हुस्न नवंबर ले उड़ा

प्यारी शायरी

01 Dec, 12:05


फ़ज़ा में घुलती है जब तेरी गेसू की महक
सियाह रात के साए जवान होते हैं

ये उजड़ी उजड़ी बहारों में कतरा ए शबनम
गुलों के चेहरों पे गम के निशान होते हैं

प्यारी शायरी

24 Nov, 05:56


यादों के दरीचों को सजाने के लिए आ
सोए हुए ख्वाबों को जगाने के लिए आ

मखमूर निगाहों में लिए प्यार की बारिश
जलते हुए लम्हों को बुझाने के लिए आ

कब तक मेरे कमरे में बरसता रहे सावन
रोती हुई आंखों को हंसाने के लिए आ

जिस राह के पत्थर हैं मेरे पांव के दुश्मन
उस राह के पत्थर को हटाने के लिए आ

दो रूहों को आपस में जो मिलने नहीं देती
फुरकत के वो दीवार गिराने के लिए आ

फिर नाज से होठों में दबाए हुए आंचल
शबनम की निगाहों को लुभाने के लिए आ



प्यारी शायरी

23 Nov, 19:08


कितनी गौर से देखा होगा तुम्हे नजरों ने....

तुम्हारे बाद कोई चेहरा खूबसूरत नही लगा..!!

प्यारी शायरी

20 Nov, 07:06


जिनसे उम्मीदें ख़त्म हो जाती हैं ,

फिर उनसे शिकायतें नहीं रहती....

प्यारी शायरी

19 Nov, 11:14


गर छोड़ना चाहो तो मुमकिन जवाज़ रखना..

हम बे-वजह की सजाएं बहुत काट चुके हैं...🥀

प्यारी शायरी

16 Nov, 18:55


तेरे ना होने का मुझको मलाल एक तरफ
तू मेरा क्यों ना हुआ ये सवाल एक तरफ

यकीन मान में खुश हूँ मगर जब तू संग था
वो पल वो दिन वो महीना वो साल एक तरफ l

प्यारी शायरी

16 Nov, 18:52


किस इश्क के गुमान में हो तुम,

तुम्हें भी छोड़ जाएंगे सीने से लगाने वाले

प्यारी शायरी

14 Nov, 13:43


मेरी फ़ितरत में नहीं था तमाशा करना l

बहुत कुछ जानते थे मगर ख़ामोश रहे..l

प्यारी शायरी

12 Nov, 13:19


नहीं पसंद मोहब्बत में मिलावट मुझको,

अगर वो मेरा है तो ख्वाब भी सिर्फ मेरा देखे।

प्यारी शायरी

11 Nov, 18:32


बहुत मुश्किल से करता हूँ तेरी यादों का कारोबार

मुनाफा कम है पर गुज़ारा हो ही जाता है!

प्यारी शायरी

10 Nov, 10:18


यूँ भला कब तक मेरा इम्तहान लोगे तुम,

हम जान कहते हैं तुम्हें तो क्या जान लोगे तुम.

प्यारी शायरी

10 Nov, 10:16


फ़िर उसके बाद कुछ सुनाया नहीं जा सका

जिसपे हसे थे लोग वो रोने की बात थी....!!

प्यारी शायरी

10 Nov, 10:15


दोस्ती ऐसे इंसान से करो जिसकी

जुबान की कीमत जान से भी ज्यादा हो..!!

प्यारी शायरी

08 Nov, 18:44


साथ चलने की ख़ुशी में कभी ध्यान ही नहीं दिया

कभी अकेले वापिस लौटना हुआ तो कैसे लौटेंगे।

प्यारी शायरी

07 Nov, 18:56


वक्त का तो काम ही है गुजरना !

बुरा है तो सब्र करो, अच्छा है तो शुक्र करो ।

प्यारी शायरी

07 Nov, 18:45


तुम ना आ सके तो मजबूरी बता दी l

और हम ना आ सके तो हमें किसी और का बता दिया l

प्यारी शायरी

06 Nov, 20:03


तुम्हारे बाद गुज़रेंगे भला कैसे हमारे दिन

नवम्बर से बचेंगे तो दिसंबर मार ड़ालेगा...

प्यारी शायरी

06 Nov, 07:04


एक ही चेहरे पर ख़तम हो गई

सारी जिंदगी की ख़्वाहिशे l

प्यारी शायरी

04 Nov, 18:32


में चाहता था मुझसे बिछड़ कर वो खुश रहें

लेकिन वो खुश हुआ तो बड़ा दुःख हुआ मुझें...!!

प्यारी शायरी

03 Nov, 20:02


मुझसे इस बार मिलोगे तो समझ जाओगे

कैसा होता है किसी शख़्श का पत्थर होना

प्यारी शायरी

02 Nov, 13:25


प्यारी शायरी pinned «क़भी क़िताबी इश्क़ करेंगे हम ... कल्पनाओं से भरे सफ़र में, थाम कर हाथ,साथ चलेंगे हम... क़भी थकन होगी,रुक जाएंगे कहीं, कहीं पसरकर साथ चाँद देखेंगे हम ... तुम कहना चंद मीठे शब्द मेरे लिए, मैं दूँगी उलाहना तुम्हारी बेपरवाही पर, क़भी हँसकर,कभी बस मुस्कुराकर कुछ इस तरह…»

प्यारी शायरी

02 Nov, 13:09


क्या तुझे इल्म नहीं तेरी रज़ा की ख़ातिर ,,

हमने किस किस को ज़माने में ख़फा कर रखा है

प्यारी शायरी

02 Nov, 13:08


ताबीर की हसरत लिए इन चंद बरस में...

कुछ ख़्वाब आँखों में जी जी के मरे है.

प्यारी शायरी

02 Nov, 12:57


कुछ साँप नायाब ही इतने थे सफर ए हयात में ।।

न चाहते हुए भी आस्तीन में पालने पड़े।।

प्यारी शायरी

02 Nov, 12:57


न जाने किसकी बद्दुआ काम आई मुर्शिद

वह शख्स आखिर हमसे बिछड़ ही गया l

प्यारी शायरी

28 Oct, 19:16


ये अलग बात मुक़द्दर नहीं बदला अपना
एक ही दर पर रहे दर नहीं बदला अपना...

इश्क़ का खेल है शतरंज नहीं है जाना
मात खाई है मगर घर नहीं बदला अपना...!!

प्यारी शायरी

28 Oct, 19:13


किसके समझ आया है भला प्रेम नाम का रोग

उलझ उलझ कर रह गए, सुलझे सुलझे लोग। 🩶

प्यारी शायरी

28 Oct, 19:12


वों जताता बहुत था मगर निभाना भूल गया

अपना तो कहता था मुझें मगर अपनाना भूल गया...!!

प्यारी शायरी

28 Oct, 19:08


तुम बदल गए

हम संभल गए बात ख़त्म....!! 🩶💔

प्यारी शायरी

28 Oct, 19:05


और अंत में हंस कर विदा कर देते हैं हम उन्हें

जिन्हें पाने के लिए कभी बिलख कर रोए हों हम

प्यारी शायरी

24 Oct, 10:24


क़भी क़िताबी इश्क़ करेंगे हम ...
कल्पनाओं से भरे सफ़र में,
थाम कर हाथ,साथ चलेंगे हम...
क़भी थकन होगी,रुक जाएंगे कहीं,
कहीं पसरकर साथ चाँद देखेंगे हम ...
तुम कहना चंद मीठे शब्द मेरे लिए,
मैं दूँगी उलाहना तुम्हारी बेपरवाही पर,
क़भी हँसकर,कभी बस मुस्कुराकर
कुछ इस तरह नज़दीक आएंगे हम ...
क़भी तुम्हारी चुप्पी,क़भी मेरा रूठना,
कभी परेशानियों में कुछ न कह पाना,
ये रुकावटें भी बहुत देर नहीं रहेंगी,
देखकर एक दूसरे की आंखों में
बरबस ही खिलखिला देंगे हम...
क़भी पहाड़ों पर,क़भी पेड़ों के इर्दगिर्द,
क़भी नदियों के किनारे पर,
अनछुए प्रेम को महसूस करेंगे,
क़भी गुनगुनाकर,कभी शरमाकर,
किसी रोज क़िताबी इश्क करेंगे हम...
संतोषी बघेल 'विस्मृति'

प्यारी शायरी

20 Oct, 18:27


मुकम्मल कहाँ हूई ज़िंदगी किसी की...!

हर शख्स कुछ खोता ही रह गया, कुछ पाने के लिए..

प्यारी शायरी

20 Oct, 07:25


https://t.me/pencalligraphywrites

प्यारी शायरी

19 Oct, 18:22


"चेहरों के लिए आईने कुर्बान किये हैं.,
इस शौक में अपने बड़े नुकसान किये हैं"...

महफ़िल में मुझे गालियां देकर है बहोत खुश.,
जिस शख्स पे मैंने बड़े बड़े एहसान किये हैं"...💔😌

प्यारी शायरी

19 Oct, 18:21


तुम्हारे बाद कहा किसी की हसरत रहेगी ,

खामखां उम्र भर मोहब्बत से नफरत रहेगी...

प्यारी शायरी

19 Oct, 18:06


मुझे छोड़ कर तुम्हें चुना है उसने हैरत है

यानि नुकसान पे नुकसान किया है उसने..! 🥀

प्यारी शायरी

19 Oct, 07:19


बहुत मुश्किल हो गया है,,,
खुद को संभाले रखना..!!

मगर वो कह कर गया है,,,
अपना ख्याल रखना..!!

प्यारी शायरी

18 Oct, 18:23


उससे बिछड़ के मुझको ये मालूम हुआ है ,

आदत कैसी भी हो छोड़ी जा सकती है...

प्यारी शायरी

18 Oct, 18:21


तु मुझे गुनाहगार साबित करने की ज़हमत ना उठा

बस इतना बता दे की मुझे क्या-क्या कबूल करना है l

प्यारी शायरी

17 Oct, 18:12


बिछड़ कर भी उसकी ख़बर रखा करते हैं ,

पसंदीदा शख्स को यूहीं नहीं भुलाया करते हैं...

प्यारी शायरी

16 Oct, 15:19


हर एक है तालिब हुस्न जाहिर यहां

हम अपना दिल लिए जाएं तो जाएं कहां

प्यारी शायरी

16 Oct, 15:09


मुझे कुछ इस तरीके से भी वो मुमताज करता है

सभी लोगों में बस मुझ को नजर अंदाज करता है

प्यारी शायरी

16 Oct, 14:17


मोहब्बत का उन से न इक़रार करना
बस आँखों ही आँखों में इज़हार करना

मोहब्बत अगर जुर्म है तो चलो फिर
वो इक बार करना कि सौ बार करना

अजब नग़मगी है समाअ'त से दिल तक
मुख़ातब मुझे फिर से इक बार करना

तड़पते तड़पते क़रार आ गया है
तमन्ना न अब कोई बेदार करना

न क़ुर्बान हो कर दिखाएँ तो कहना
नज़र प्यार की हम पे सरकार करना

'वफ़ा' है ये ए'जाज़ तेरी वफ़ा का
किसी बेवफ़ा को वफ़ादार करना...!

प्यारी शायरी

15 Oct, 18:23


मुख्तसर सा क़याम है और फिर हम

यादें छोड़ कर चले जाएंगे !!

प्यारी शायरी

14 Oct, 07:54


फ़लक तक साथ चलने की न दुआ कीजिए

जो जिंदा है जमीं पर पहले उससे वफ़ा कीजिए l

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