कुछ भी by Uma Raman Pathak

@happy16


This channel is a public channel so protect your privacy before joining group. Owners will not be responsible for any misuse of your contract details if you public it. No student from any coaching centre is allowed here.
YouTube - GS by Uma Raman sir

कुछ भी by Uma Raman Pathak

17 Oct, 17:02


सुप्रीम कोर्ट में 'लेडी ऑफ जस्टिस' यानी न्याय की देवी की नई मूर्ति लगाई गई है। इस मूर्ति की आंखों से पट्टी हटा दी गई है।

ये सब कवायद CJI डी वाई चंद्रचूड़ ने की है उनके निर्देशों पर न्याय की देवी में बदलाव कर दिया गया है। CJI का मानना है कि तलवार हिंसा का प्रतीक है, जबकि, अदालतें हिंसा नहीं, बल्कि संवैधानिक कानूनों के तहत इंसाफ करती हैं। दूसरे हाथ में तराजू सही है कि जो समान रूप से सबको न्याय देती है।

कुछ भी by Uma Raman Pathak

17 Oct, 14:41


बैंको का राष्ट्रीयकरण

बैंकिंग राष्ट्रीयकरण अधिनियम 1969 की मदद से सरकार ने कुल 20 निजी बैंको का राष्ट्रीयकरण किया। 19 जुलाई 1969 को देश के 14 बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया गया था। पचास करोड़ रुपये से ज्यादा की पूंजी वाले निजी बैंकों का तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने राष्ट्रीयकरण कर दिया था। इसी तरह 15 अप्रैल 1980 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 200 करोड़ की पूंजी वाले छह निजी बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया था।

Nationalization of Banks

With the help of Banking Nationalization Act 1969, the government nationalized a total of 20 private banks. 14 banks of the country were nationalized on 19 July 1969. Private banks with a capital of more than fifty crore rupees were nationalized by the then Prime Minister Indira Gandhi. Similarly, on 15 April 1980, the then Prime Minister Rajiv Gandhi nationalized six private banks with a capital of 200 crores.

कुछ भी by Uma Raman Pathak

17 Oct, 14:41


योजना आयोग

योजना आयोग का गठन केन्द्रीय मंत्रिमंडल के एक संकल्प द्वारा 15 मार्च, 1950  को भारत सरकार के एक कार्यपालिका संकल्प द्वारा की गई थी, जो कि 1946 में गठित सलाहकार योजना बोर्ड की सिफारिश के अनुरूप थी। इस बोर्ड के अध्यक्ष के.सी. नियोगी थे। इस प्रकार योजना आयोग भी न तो संवैधानिक न ही वैधानिक निकाय था। भारत में यह सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए नियोजन का शीर्ष अंग था।

Planning Commission

The Planning Commission was constituted by a resolution of the Union Cabinet on March 15, 1950 by an executive resolution of the Government of India, which was in line with the recommendation of the Advisory Planning Board constituted in 1946. The chairman of this board was KC Niyogi. Thus, the Planning Commission was neither a constitutional nor a statutory body. In India it was the top part of planning for socio-economic development.

कुछ भी by Uma Raman Pathak

17 Oct, 13:27


https://www.instagram.com/umaramanpathak/profilecard/?igsh=MTVvMTM1ZXQyZHR4

कुछ भी by Uma Raman Pathak

12 Oct, 06:52


रावण जी उतने ही महान थे जितने गोडसे आजादी के मसीहा.

बेशक ब्रम्ह हत्या का पाप किया रामजी ने लेकिन रावण को जस्टिफाई तो न ही करो.

अभी एक दीदी हमें बता रही थी कि उन्हें भाई रावण जैसा चाहिए.
मने ऐसा भाई जो अपनी बहन के दुस्साहस और दुश्चरित्र को देखे बगैर किसी की पावन पत्नी का अपहरण कर ले. वो भी छल और कपट से.
बदला ही लेना था तो भिडते सामने से न रावण भैय्या.
राजा थे आपके रावण भैय्या, न्याय तो तब होता जब आप सूर्पनखा को दण्डित करते. आपने तो उल्टे पीडित को ही परेशान किया.

एक भैय्या रावण की तरफ से बोले रावण जी बडे बिद्वान थे. बेद शास्त्र और मन्त्रों पर गहन पकड थी उनकी.
मने बिद्वान है तो कुछ भी करोगे????

इस तरह तो डाक्टर, इन्जिनियर, प्रोफेसर और बैज्ञानिक को बहन बेटियों के अपहरण का सर्टिफिकेट दे देना चाहिए.
उसे जिसके घर की बहू, बेटी, बहन पसन्द आए उसे उठा ले जाए.

भैय्या जी कहने लगे कि रावण ने सीताजी का हरण जरूर किया लेकिन कुछ किया तो नहीं.
मतलब भैय्या को ये भी नहीं पता कि कुबेर की पत्नी ने रावण को श्राप दिया था कि अगर वो किसी स्त्री से जबरदस्ती करेगा तो उसका सिर फट जाएगा.

एक दोस्त बताने लगी रावण जी सा भाई हो तब तो मजा ही आ जाए.
मतलब आपका भाई त्रिलोक बिजयी राजा हो तो आप लौंडें छेडेंगी????
अरे कुछ सम्मान था कि नहीं लडकों का त्रेता युग में.

ये मीटू वाले तो अब आए हैं लक्ष्मण जी की तलवार ने सबसे पहले मीटू किया था सूर्पनखा जी के नाक(इज्ज़त) का.

अरे दीदी ये जो "चाहे चाकू सेब पर गिरे, चाहे सेब चाकू पर.. घायल सेब ही होता है" वाली कहावत है न.. वो सभी लडकों पर लागू नहीं होती.
मने "नो मतलब नो" लडके भी बोल सकते हैं यही तो बताना चाह रहे थे लक्ष्मण भैय्या. इस लाइन पर आप लडकियों का कापीराइट थोडे है.

चाय वाले भैय्या बताने लगे..... ज्वान रावण भाई थे बडे बिद्वान मुला काम थोड़ा गलत कर गए.
जैसे ये बामपंथी लोग हैं न.... होते तो ये भी हैं बडे बिद्वान लेकिन हर बुरे काम में इनका ही हाथ होता है.
मतलब तब भी बामपंथ था और रावणजी थे बामपंथी. लेकिन वो तो शिव की पूजा किया करते थे भैय्या .
और बामपंथी तो नात्तिक बने फिरते हैं.

अन्त में रावण समर्थक एक बहन जी ने सच्चाई बताई.....

रावण के पास गाडी थी, बंगला था, बैंक बैलेंस था और राम के पास क्या था????
एक कैकेयी जैसी माँ,,
जिसने उन्हें दर दर की ठोकरे खाने बन भेज दिया.

कहाँ रावण तीनों लोकों का राजा था, सोने की लंका में रहता था, आटोमेटेड बिमानों में उडता है, सारी सुख सुबिधाओं से सम्पन्न था.
वहीं राम जंगल की कुटिया में रहते थे, कन्द मूल खाते थे, जमीन पर सोते थे और पैदल बिना ब्राण्डेड शूज चलते थे.

फिर भी रावण ने सीता जी को मौका दिया बेहतर जिन्दगी का.
कौन लडकी नहीं चाहेगी बेल सेटेल्ड हाईप्रोफाइल जिन्दगी जो रावण के पास थी.

मने बहन जी वैसे तो फेमनिज्म का झण्डा बुलन्द करेंगी, दहेज़ लोभियों के बिरूद्ध मोर्चा निकालेंगी.

लेकिन उन्हें चाहिए रावण जैसा कोई सोने की लंका और आटोमेटेड बिमान वाला लौंडा.

बहनजी को कौन बताए कि वो त्रेतायुग था और उस स्त्री को जमीन पर सोने और कन्द मूल वाला राम चाहिए था न कि सोने के महलों वाला रावण इसीलिए वो लडकी सीता थी.

एक भावुक कपल चिल्ला पडा : रावण को बचपन से क्रश था सीताजी पे,एण्ड "Everything is fine in love and war"

मने इन चूतियों से कौन पूँछे कि प्रेम के नाम पर तो लोग हत्या, बलात्कार और एसिड तक फेंक रहे क्या वो जायज है???
प्रेम और शादी के वादों के साथ लोग छल कपट कर रहे... क्या वो सही है.
किसने बोली ये बेहूदा लाइन.

उन्होंने ने बोला राम बुरे थे....
उन्होंने सीता का त्याग किया.

वास्तव में राम ने सीता का परित्याग कभी किया ही नहीं.
बल्कि रघुवंश की महारानी सीता ने इच्छवाकू बंश के सिंहासन पर उठ रहे प्रश्नों के उत्तर में राजा राम से ऐसा करने को कहा था.

दूर महाराजा राम और महारानी सीता हुए थे.

राम और सीता नहीं.

अपने सम्पूर्ण जीवन राम ने सीता को ही अपनी पत्नी माना.

राम के हर बिपत्ति में सब कुछ छोड जो साथ रही वो सीता जी थी.
और सीता जी के लिए सागर को बाँधकर त्रिलोक बिजयी रावण से जो लडा वो राम था.

राम जैसा युगों में कोई एक होता है.

बाकी रावण तो हर एक में है. मुझ में भी आपमें भी.

अब तो लोग रावण से भी गए गुजरे हैं.

##दशहरा

कुछ भी by Uma Raman Pathak

12 Oct, 06:23


May the spirit of Vijaya Dashami inspire us to rise above challenges and celebrate the triumph of light over darkness. Wishing you all joy and success!

कुछ भी by Uma Raman Pathak

10 Oct, 16:42


Railway exam calendar

कुछ भी by Uma Raman Pathak

10 Oct, 16:42


Annual Recruitment Calendar 2025.pdf

कुछ भी by Uma Raman Pathak

07 Oct, 04:35


महाकुंभ -2025 के लोगो का अनावरण 👆

कुछ भी by Uma Raman Pathak

07 Oct, 04:33


🌠अंतरिक्ष कार्यक्रम को ऊंचाई देने वाले सतीश धवन
1972 में इसरो के अध्यक्ष बने थे।
1975 में उनके नेतृत्व में भारत ने पहला उपग्रह आर्यभट्ट लॉन्च किया था।

कुछ भी by Uma Raman Pathak

07 Oct, 04:30


नौसेना अभ्यास
      Indian Navy Military Exercise

1.वरुण – फ्रांस औरभारत

2.मालाबार – यूएसए, जापान और भारत

3.स्लिनेक्स – श्रीलंक और भारत

4.सिमबेक्स -सिंगापुर और भारत

5.कोंकण – – यूके और भारत

6.आईबीएसएएमएआरएआर – साउथफ्रीका, ब्राजील और भारत

7.औसिंडिक्स – ऑस्ट्रेलियाऔर भारत

8.सहयोग कैजिन – जापान और भारत

9.नसीम अल बहर ओमान और भारत