वीरेंद्र सिंह

@virendersingh16


वीरेंद्र सिंह

19 Oct, 10:58


कहीं उपवास से अनजाने में कम तो नहीं हो रही पति की आयु?

कुछ दिन पहले मैने यह प्रश्न डाला था कि 

किसी को पता हो तो बताएं कि कुछ महिलाएं करवा चौथ में सूर्योदय से पहले कुछ खाने की रस्म 
जिसे सरगी भी कहते है करती है और कुछ बिना भोजन और जल के करवाचौथ करती है 

इन दोनों में क्या कोई अंतर है?
****

2011 से पहले मेरी माँ जब कहती थी कि करवा चौथ पर हमारे गांव की महिलाएं सूर्योदय से पहले कुछ खाकर दिन में करवा चौथ रखती थी।

तब अज्ञानतावश सोचता था कि दिन भर बिना अन्ना जल न रहना पड़े इसके लिए गांव की महिलाओं ने कुछ अपनी मर्जी से नियम बना लिया होगा।

परन्तु स्त्री धर्म पद्धति पुस्तक के प्रमाणित ज्ञान के अध्ययन के पश्चात जानकारी मिली कि प्रातः काल कुछ खाने के नियम जिसे सरगी भी कहा जाता है इसमें गहरा प्राचीन विज्ञान है। 

गांव की महिलाएं इस नियम का पालन करती है भले ही विज्ञान न पता हो परंतु आज फिल्मों को देखकर त्योहार, विवाह आदि दिखावा के और बाजारीकरण को बढ़ाने हेतु करने लगे है

तो इसे ध्यान से समझिए

पराशर स्मृति के अनुसार (अध्याय 4, श्लोक 17)

पत्यौ जीवति या नार्युपोष्यव्रतमाचरेत् आयुष्यं हरते भर्तुः सा नारी नरकं व्रजेत् ॥ १७ ॥


अर्थात यदि कोई महिला अपने पति के जीवित रहते कोई व्रत करती है जिसमें उपवास सम्मिलित है। तो वह फलस्वरूप अपने पति की आयु को कम करती है एवं मृत्यु उपरांत नर्क में जाने की अधिकारी होती है

महिलाओं को करवाचौथ या किसी भी उपवास पर बिना जल एवं अन्न के उपवास से पति की आयु कम होगी अतः करवा चौथ के दिन सूर्योदय से पहले कुछ पौष्टिक खा लेना चाहिए एवं अन्य उपवास में फलाहार या गो दुग्ध का सेवन करने का नियम बनाए। बिना अन्न जल के महिला के शरीर में प्राण ऊर्जा की कमी हो जाएगी एवं प्राण ऊर्जा की इस कमी को पत्नी पति से प्राण ऊर्जा खींचकर पूरी करेगी जिसके फलस्वरूप उसकी आयु की कम होगी। 

परन्तु पति यदि किसी कारण से यात्रा पर हैं या दूर है तो पति को आयु की हानि नहीं होगी।

इसका अर्थ है कि पति के द्वारा पत्नी के लिए भावना में आकर रखे जाने वाले काउंटर व्रत को करने से बचना चाहिए इसके स्थान पर दोनों वर्ष भर करवा चौथ मनाएं जिसमें दोनों एक दूसरे को विवाह में दिए गए वचनों को पालन करने का नियम बनाएं।

इन वचनों के महत्व को जानने हेतु  स्त्री धर्म पद्धति पुस्तक पढ़े जो अभी अंग्रेजी में है और Gaudhuli.com पर उपलब्ध है

या विस्तृत महाभारत या रामायण पढ़े।


प्राण ऊर्जा के बारे में जानकारी नहीं है तो समझ लीजिए कि जब हम किसी को मृत बताते है तो कहते है कि उसके प्राण निकल गए। यह वही प्राण ऊर्जा है जो हमें जीवित रखते है एवं ऋषियों द्वारा प्राचीन काल से हमारी दैनिक दिनचर्या के नियम इसी प्राण ऊर्जा को हमारे शरीर के अनुसार घटाने एवं बढ़ाने के अनुसार बनाए गए है। 

इस पोस्ट में लिखी जानकारी से मन में प्रश्न एवं संदेह उत्पन्न होंगे तो अपरिपक्व टिप्पणी करने से अधिक उचित है कि सकारात्मक प्रश्न करें और स्वाध्याय करें।


जानकारी स्त्रोत - 
स्त्री धर्म पद्धति पुस्तक

Virendersingh.in

वीरेंद्र सिंह

19 Oct, 04:40


करवा चौथ से अनजाने में कम तो नहीं हो रही पति की आयु? जानिए नियम

http://www.virendersingh.in/2024/10/blog-post.html

वीरेंद्र सिंह

19 Oct, 03:52


करवा चौथ का व्रत और
रसोई में आलस करने से
पति की आयु लम्बी नहीं होगी

https://youtu.be/ZCcOb-MFzaw

वीरेंद्र सिंह

16 Oct, 08:00


कैसे बनाएं शरद पूर्णिमा की विशेष खीर?

16 अक्टूबर 2024 को शरद पूर्णिमा है

अर्थात 16 अक्टूबर की रात को खीर बनाकर चाँदनी में रखकर 17 अक्टूबर की सुबह खाना न भूलना।

इस दिन चांदनी रात में औषधीय खीर बनाने का प्रचलन है, जिससे अगले 1 साल तक कोई बीमारी होने की संभवना कम होगी ।
खासकर दमा रोग, तपेदिक, हृदय रोग, किडनी समस्या, सिरदर्द, आँखों के रोग, पीलिया इत्यादि किसी को हो भी तो वो शरद पूर्णिमा में बना खीर जो रात भर खुले आकाश में रखा जाता हैं, उसे खाने से कई रोग दूर होते हैं।

नीचे link में बताया है कि खीर में कौन कौन सी जड़ी बूटियों को डालकर इसे बनाया जाता हैं .......

पूरी पोस्ट यहाँ पढ़े ......

https://www.virendersingh.in/2021/10/sharad-poonima-kheer.html
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गोधूलि परिवार द्वारा जनहित में प्रेषित
Gaudhuli.com

गोधूली परिवार द्वारा संचालित
एक अनोखा आर्गेनिक ऑनलाइन स्टोर जहाँ उत्पाद और मात्रा सीमित है, गुणवत्ता नहीं

वीरेंद्र सिंह

09 Oct, 12:28


कोरोना टीके का प्रभाव अभी और गंभीर होगा

RSS ke जुलूस में हार्टअटैक से मौत हो गई

https://fb.watch/v6bHegq_nU

डेटॉक्स हेतु email [email protected]

वीरेंद्र सिंह

06 Oct, 11:45


शुद्ध मिठाई से होगी शुभ दीपावली

विभिन्न त्यौहारों पर स्वादिष्ट एवं उच्च गुणवत्ता की मिठाईयों की उपलब्धता करवाने का दायित्व गोधूली परिवार कई वर्षो से निभा रहा है

अतः गोधूलि परिवार द्वारा शुद्धतम उत्पाद उपलब्ध करवाने की श्रृंखला में

इस दीपावली को मनाएं देशी गाय के घी, दूध एवं देशी खांड से निर्मित मिठाइयों से

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अधिक विवरण हेतु नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें
https://gaudhuli.com/product/mithai-pack/

वीरेंद्र सिंह

05 Oct, 16:35


त्रिफला कल्प: 12 वर्ष तक त्रिफला सेवन का लाभ

https://www.virendersingh.in/2019/06/trifala-sudha.html

वीरेंद्र सिंह

05 Oct, 16:00


टायर में नाइट्रोजन गैस से कमाई का खेल

बचपन में आपने विज्ञान में पढ़ा होगा की वायु में
नाइट्रोजन 78%
ऑक्सीजन 21%
अन्य गैस 1% होती है

तो फिर जब फ्री में 78% नाइट्रोजन मिल रही है तो उसके लिए सिर्फ 20% के लिए फालतू में पैसे क्यों खर्च करने है

जितने भी लाभ टायर में नाइट्रोजन भरवाने के बताये जा रहे है वह केवल और केवल इसको मुनाफा कमाने के एक बड़ा धंधा बनाने के लिए है जिसको विस्तार से कभी किसी वीडियो में बताऊंगा

VirenderSingh.in

वीरेंद्र सिंह

01 Oct, 05:00


त्रिफला कल्प: 12 वर्ष तक त्रिफला सेवन का लाभ

https://www.virendersingh.in/2019/06/trifala-sudha.html

वीरेंद्र सिंह

30 Sep, 16:08


महाराष्ट्र में गाय बनी राज्यमाता।
बहुत सुन्दर पहल और सभी सम्मिलित लोगो के प्रयास को साधुवाद

परन्तु ......

यदि इतना ही गोप्रेम उमड़ पड़ा है सरकारों में तो कम से कम अन्य भाजपा शासित प्रदेशो में भी यह घोषणा अतिशीघ्र हो जानी चाहिए और साथ में इसके कारण गोवंश को इसका क्या लाभ मिलेगा यह भी निर्धारित होना चाहिए

अन्यथा

दीपावली के बाद महाराष्ट्र में होने वाले चुनाव के कारण केवल यह एक झुनझुना साबित होगा।

यह निंदा नहीं अपितु निर्णय की सकारात्मक समीक्षा है

क्योंकि ऐसा ही एक झुनझुना केंद्र सरकार ने 2019 के चुनाव से ठीक पहले राजीव भाई की मृत्यु की सीबीआई जांच का भी पकड़ाया था जिसका आज तक तो कोई अपडेट मिला नहीं।

- वीरेंद्र
VirenderSingh.in

वीरेंद्र सिंह

29 Sep, 09:04


ऋषिकेश से आई सुखद खबर! Sunburn festival हुआ कैंसल!

https://youtube.com/live/GW_nJ8PlFAs

वीरेंद्र सिंह

24 Sep, 08:53


OMG 2 जैसी फिल्मों द्वारा युवाओं को नष्ट करने की कोशिश को करना है विफल

https://youtube.com/live/3n4_SJMTMQ8?feature=share

वीरेंद्र सिंह

24 Sep, 08:10


ऋतु विद्या एवं स्त्री धर्म पद्धति नाम की दो पुस्तक जो देश की हर महिला को पढ़नी चाहिए

मासिक धर्म एवं अन्य प्रथाओं के पीछे का प्राचीन विज्ञान _ by Sinu Joseph

मासिक धर्म से जुड़े नियमो को अन्धविश्वास मानकर उन्हें नकारने वालो को
यह चुनौती है कि इस पुस्तक को पढ़ने का साहस करें और अपने भ्रम दूर करें

यह अद्भुत पुस्तक अब उपलब्ध है नीचे दिए लिंक पर जाए

https://gaudhuli.com/product/books-by-sinu-joseph/

क्यों पढ़नी चाहिए यह पुस्तक उसके लिए यह वीडियो देखें

https://youtube.com/live/hDr0y8EgZpk?feature=share

वीरेंद्र सिंह

23 Sep, 09:15


शर्मनाक: तिरुपति मंदिर का टेंडर अब किसको मिला है?

तिरुपति मंदिर ने एआर डेयरी को सिर्फ 320 रुपये किलो के भाव से देसी घी सप्लाई का टेंडर दिया गया था।

एआर डेयरी फूड प्राइवेट लिमिटेड के पहले ये टेंडर नंदिनी घी के पास था, जो कैंसिल कर दिया गया था। बाद में जब जुलाई 2024 में घी मे मिलावट पाई गई तो फिर से नंदिनी घी को 470 रुपये किलो के भाव से नया टेंडर दिया गया है।

मतलब अभी भी आपको देसी गाय के घी का प्रसाद नहीं मिलेगा विदेशी नस्ल का ही घी का प्रसाद मिलेगा।

क्योकि नंदिनी डेरी की कहानी इस लिंक में है

https://youtu.be/dDookw07fCg?feature=shared&t=1112

वीरेंद्र सिंह

21 Sep, 12:41


पाप का भागी कौन?

जिस देश में कारतूस में चर्बी पर 1857 की क्रांति हो गई थी वहां आज तिरुपति मंदिर के प्रसाद में प्रयोग होने वाले घी में सुअर और गाय की चर्बी की करके मिलावट और मुनाफाखोरो ने भगवान को भी नही छोड़ा

प्रश्न यह है कि इस कुकर्म का पाप किसको लगेगा?

1.प्रसाद खाने वाले को?
2. प्रसाद बनाने वालो को?
3. प्रसाद बनवाने वाले को?

तो इसका सीधा सरल उत्तर है कि जिसको भी यह पता था कि इस प्रसाद के घी में मिलावट थी और उन्होंने इसको होने दिया वो सब पाप के भागी है। इसका अर्थ है कि बनवाने वाले इसमें अधिक सम्मिलित है।

परंतु अब जिन्हें यह प्रसाद गलती से अनजाने में खा लिया है और वह स्वयं को कोस रहे है उनके लिए भी प्रायश्चित है कि वह शुद्धि हेतु 21 दिन तक ताजा पंचगव्य बनाकर उसका सेवन करें।
एवं पुनः इस प्रकार से सस्ते घी के चक्कर में।चर्बी युक्त कुछ खाने से पहले सावधानी रखेंगे।

तिरुपति मंदिर की समिति को दोष देने से पहले आप स्वयं यह सोचे कि उनकी तरह सस्ते के चक्कर में घर में पूजा या दीपक जलाने के लिए या खाने के लिए कहीं आप भी तो चर्बी मिला घी प्रयोग कर ऐसा पाप जानकर तो नही कर रहे?

पंचगव्य कैसे बनाये?

सामग्री:
1.शुद्ध बिलोने वाला गऊघृत
2. कच्चा गो दुग्ध
3. ताज़ा गोमूत्र
4. ताज़ा गोमय (गोबर का रस)
5. ताज़ा छाछ
6. शुद्ध शहद

विधि : एक बर्तन में 300 ml पानी गुनगुने से थोड़ा अधिक गर्म करें
दूसरे किसी बर्तन के ऊपर लिखे क्रम के अनुसार एक सभी सामग्री एक एक चम्मच मिलाए और हर सामग्री के मिलने पर उसे लगभग 5 मिनट तक फेंटे।
अर्थात गऊ घृत सबसे पहले और शहद अंत मे।

इस सामग्री वाले बर्तन को गर्म पानी मे 5 मिनट रखकर रखकर पांचो गव्यों को एक रस होने दे और उसके बाद अच्छे से 10 मिनट तक फेंट दे।

पंचगव्य तैयार है

ध्यान रहे - यह ताज़ा ही बनाना है ताज़ा ही सेवन करना है

वीरेंद्र सिंह
Virendersingh.in
Gaudhuli.com

वीरेंद्र सिंह

19 Sep, 10:37


Handcrafted 100% Pure Brass Masala Box / हस्तनिर्मित पीतल का मसाला बॉक्स (8 inch)

Link to order

https://gaudhuli.com/product/brass-masala-box/

वीरेंद्र सिंह

17 Sep, 12:11


शराब पीने वाला शराबी नहीं होता

https://youtube.com/shorts/0yADDcS2BTM