antarvasna

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07 Oct, 04:31


माँ ने अपनी गांड को थोड़ा उचकाया, जिससे उनकी गांड का छेद मुझे दिख जाए. छेद दिखने पर मैंने अपना लंड का सुपारा उसपर रखा और हल्का सा प्रेशर दिया, तो लंड छिटक गया.

मॉम- मेरी बात मान ले बेटा … जाकर तेल ले कर आजा … तब अन्दर चला जाएगा.

मैंने 3-4 बार ट्राय किया, पर नतीजा वही निकला, तो मैंने एक दिमाग लगाया और अपना लंड मॉम के मुँह के पास ले गया और उनको चाटने को बोला.
दो मिनट में ही उन्होंने मेरा लंड गीला कर दिया. इसके बाद मैंने उनकी गांड के छेद को खोला और उसमें थूक दिया.

इससे गांड चिकनी हो गई थी और मॉम की गांड में लंड जाने के लिए तैयार था.

मैंने उनकी गांड पर अपना लंड लगाया और हल्का सा धक्का देकर अपना सुपारा अन्दर घुसा दिया.
लंड का सुपारा घुसवाते ही मॉम चिल्ला उठीं- उम्म्ह… अहह… हय… याह… मां मररर … गयययी … रे … आंह बाहरररर निकाल इसको!

मैं जानता था कि मॉम की गांड पहली बार चोदी जा रही है, तो दर्द तो होगा ही. इसलिए मैं वहीं रुक गया और मॉम के नार्मल होने का इन्तजार करने लगा. तब तक मैं उनके रसभरे मम्मों को दबाने लगा. इससे उनको थोड़ा आराम मिल गया.

दो मिनट बाद जब मॉम नॉर्मल हुईं, तो मैंने उनके कान में बोला- रानी थोड़ा दर्द होगा, पर संभाल लेना … फिर मजा आएगा … बस हिलना मत.
माँ- तू अब गांड मार सब सह लूंगी मेरे राजा.

मैंने मॉम को किस किया और फिर धक्के लगाना शुरू किए. थोड़ी देर की मेहनत और मॉम की आंखों से निकले आंसू के बाद आखिरकार मेरा लंड अन्दर चला ही गया.

पर मॉम की गांड से खून निकलने लगा, तो मॉम बोलीं- ये खून सबूत है कि मैं आज पहली बार गांड मरवा रही हूँ.

मैंने अपना लंड अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया और मेरा साथ मॉम ने अपने गांड उठा कर देना शुरू कर दिया.

माँ- वाह मेरे राजा … क्या मस्त चोदता है तू … जब गांड इतनी अच्छी मारता है, तब तो तू मेरी चूत का भोसड़ा बना देगा.

मैं बिना किसी और चीज पर ध्यान दिए उनकी गांड मारता रहा. करीब 10 मिनट बाद जब मैं झड़ने को हुआ तो मॉम ने कहा- उसी में छोड़ दे अपना माल.

मैंने मॉम की गांड में ही माल छोड़ दिया. हमें ऐसा करते हुए शाम के 4 बज चुके थे, पर मॉम की चूत चोदनी अभी बाकी थी.

मैं सोफे पर लेट गया और मॉम मेरा लण्ड खड़ा करने लगीं. थोड़ी देर बाद जब लंड खड़ा हुआ तो मॉम बोलीं- यहीं चोदेगा कि बेडरूम में चलें?
मैं- रानी पूरी रात है बेडरूम के लिए. अभी तो तुझे यहीं पेलूँगा.

इतना कहने के बाद मैंने मॉम को 69 पोजीशन में किया और उनकी चूत चाटने लगा, जिससे कि वो गीली हो जाए.

मैंने मॉम को पीठ के बल किया और उनके चूत के आसपास लंड घुमाने लगा.

माँ- ये मंगलसूत्र निकाल दूं क्या … शायद तुझे मेरी चुचियां दबाने में दिक्कत हो.

मैंने ना में सर हिलाया और उनकी दोनों चुचियों पकड़ कर उनके मंगलसूत्र के अन्दर डाल दिया.

माँ- अब चोद भी दे राजा … क्यों तड़पा रहा है.

मैंने अपना लंड मॉम की चूत पर सैट किया और हल्का सा धक्का दिया. इस झटके के मेरा लंड हल्का सा अन्दर घुस गया. मॉम ने अपनी सांस रोक ली. मैं रुक गया, तो मॉम ने कुछ बोलने के लिए अपना मुँह खोला. तभी मैंने दूसरा धक्का लगाया और मेरा आधा लंड अन्दर चला गया.

माँ चीख पड़ीं- आआह … मर गई.

मैंने उनकी जीभ को अपने जीभ से पकड़ा और हल्का सा लंड पीछे किया. मॉम कुछ बोलना चाहती थीं, पर मुँह बन्द था. फिर मैंने अपना आखिरी धक्का लगाया और मेरा पूरा लंड अन्दर चला गया. मैंने मॉम के मुँह से अपना चेहरा हटाया ताकि वो अपनी मादक सिसकारियां ले सकें.

माँ ने अपने पैर मेरी कमर में फंसा लिए और मैं उनकी चूत चोदने लगा.
‘घप-पच-गपागप..’
‘आआहह ऊईईई मॉमआआ … मर गई मादरचोद..’
‘ले रांड … भोसड़ा बना दूँगा … रखैल साली कुतिया..’

पूरा रूम इन्हीं आवाजों से भर गया था. मॉम चुदे जा रही थीं और अपनी गांड उचका कर मेरा साथ दे रही थीं.

करीब 15 मिनट बाद मैं झड़ने को हुआ, तो मॉम बोलीं- मेरे मुँह में गिरा दे … क्योंकि मेरा रिस्की टाइम चल रहा है अगर कुछ हो गया तो मुश्किल हो जाएगी.
मैंने भी उनके मुँह में गिराया और उनके गले लग कर सो गया.

जब मैं उठा, तो रात के 8 बजे थे और मॉम नींद में थीं. मैंने उन्हें उठाया और बेडरूम में ले गया. जहां हमने पूरी रात 3 बार सेक्स किया

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07 Oct, 04:31


मैंने उनको देखा, उन्होंने आज रेड साड़ी, ब्लाउज, पेटीकोट पहना था. होंठों पर लिपस्टिक, गले में मंगलसूत्र, हाथों में चूड़ियां. मैंने उनको देखा और सोचा कि अब तो मॉम को चोदने का मौका निकल गया.

फिर मैं टीवी देखने लगा.

दोपहर में करीब एक बजे खाना खाकर मैं सोफे पर बैठ कर ‘रागिनी एमएमस-2’ मूवी देख रहा था, जो डरावनी कम और सेक्सी ज्यादा थी.

तभी मॉम वहां आ गईं, तो मैंने चैनल बदल दिया. तभी मॉम ने मेरे हाथ से रिमोट लेकर वही मूवी लगा दी. हम दोनों मूवी देखने लगे. उसमें एक डरावना सीन आया, तो मॉम मेरे पास आ गईं और मुझसे लिपट गईं.

इससे मुझे भी थोड़ी हिम्मत आ गई और मैंने अपना हाथ मॉम की जांघों पर रख दिया. मॉम ने कुछ नहीं कहा, तो मैं धीरे-धीरे अपना हाथ सहलाने लगा.

फिर मैंने अपना हाथ मॉम के पेट पर रखा तो मॉम बोलीं- बेटा मुझे यहां से कुछ साफ से दिखाई नहीं दे रहा, सूरज की रोशनी आ रही है. … मैं खिड़की बन्द करके आती हूँ.
माँ खिड़की बन्द करने गईं, तो मैंने अपना अंडरवियर नीचे करके लोअर ऊपर कर लिया.

थोड़ी देर बाद मॉम आईं, तो उन्होंने मुझे पीछे होने को कहा और खुद मेरे पैरों के बीच में आकर बैठ गईं. अब रूम में अंधेरा था. थोड़ी देर बाद मैंने फिर से मॉम के पेट पर हाथ रखा और अपना लंड मॉम की गांड के पास सटा दिया.

मॉम ने अपना पल्लू नीचे किया हुआ था, तो मैंने मॉम के गले पर किस किया. मॉम ने अपना शरीर ढीला कर दिया. मैं समझ गया कि मॉम चुदने के लिए रेडी हैं. मैंने एक हाथ उनकी नाभि में घुसाया और दूसरे हाथ से उनके चेहरे को अपनी तरफ करके लिपलॉक किस करने लगा.

माँ भी मुझे साथ देने लगीं. कोई 5 मिनट किस करने के बाद मैंने अपना हाथ उनके मम्मों के ऊपर रखा और चुचियां दबाने लगा.
अब मॉम की सिसकारियां आना शुरू हो गई- आह आहहह हहह आराम से राजा.

मैंने उनका पल्लू नीचे किया और उनके ब्लाउज का बटन खोल दिया. मैंने नजर भरके उनके रसभरे मम्मों को देखा और मॉम को सोफे पर लेटा कर खुद उनके ऊपर चढ़ गया.

उन्होंने अपना हाथ मेरे लंड पर रखा और उसे बाहर निकाल लिया. मैं उनकी चुचियों को मसल रहा था. मैंने उनके एक निप्पल को मुँह में लिया और दूसरे को दबाने लगा. इसके बाद मॉम की साड़ी भी निकाल दी.

करीब 10 मिनट तक चूचे दबाने के बाद मैंने उनके मुँह में अपना लंड देने का सोचा. मैंने अपना लोअर निकाला और लंड मॉम की चुचियों पर फिराने लगा. थोड़ी देर बाद मैं अपना लंड मॉम की मुँह के तरफ ले गया, तो मॉम ने उसे मुँह में लेने से इंकार कर दिया.

थोड़ी देर मनाने के बाद आख़िरकार मेरा लंड मुँह में लेने को मॉम तैयार हो गईं.

मैं नीचे उतरा और मॉम को सोफे पर बिठाकर उनके मुँह में अपना लंड घुसा दिया. मॉम मेरा लंड चाटने लगीं और मैं उनके बाल सहलाने लगा. उनके निप्पलों के साथ खेलने लगा. लंड जब मॉम के मुँह में अन्दर बाहर होता तो ‘घप … घप … घप.’ की आवाज़ आ रही थी.

कोई 5 मिनट बाद मैंने अपना माल मॉम के मुँह में छोड़ दिया. मॉम उसे बाहर थूकतीं, इसके पहले ही मैंने उनका मुँह बन्द कर दिया. मॉम को मजबूरी में मेरे लंड का रस पीना पड़ा.

थोड़ी देर बाद हमारा खेल फिर शुरू हुआ. अबकी बार मैंने मॉम का पेटीकोट भी निकाल दिया और उनका पैर फैला कर अपने कंधे पर ले लिए.

माँ बोलीं- अगर दिक्कत हो रही हो तो बेटा बेडरूम में चलें?

मैंने ना में सर हिलाया और मॉम की चूत देखने लगा. मॉम की ब्लैक रंग की चूत थी. मैंने धीरे से उसमें अपनी जीभ को लगाया और अन्दर घुमाने लगा.

अब मॉम को मजा आने लगा और मॉम फिर से ‘आआआहह औरर … तेज्ज … बेटा औरर … अन्दर कर … चोद दे अपनी इस रांड को!’ ये सब कह कर मेरा जोश बढ़ाने में लगी थीं.

मैं बोला- मॉम आज के बाद तू केवल मुझसे चुदेगी.
माँ- राजा मैं तेरी मॉम नहीं … रांड हूँ और मुझे मॉम मत बोल … मेरा नाम लेकर बोल … और रही बात चुदने की, तो ये तो तेरा लंड तय करेगा.
मैं- ठीक है तब सुषमा मादरचोद … अब तू देख … कैसे तुझे रंडियों के जैसे चोदता हूँ. अब तू केवल मेरी रांड बनके रहेगी.

इतना कहने के बाद मैं उनकी चूत को चाटने लगा और मॉम मेरा मुँह अपनी चूत में दबाने लगीं.

थोड़ी देर बाद मॉम की चूत ने पानी छोड़ दिया.

माँ- मेरा राजा बेटा, अब तड़पा मत, अब चोद दे. मेरी चूत प्यासी है लंड के लिए.
मैं- अभी कैसे चोद दूं रानी … अभी तो तेरी गांड बाकी है. बहुत गांड हिलाते हुए चलती है ना … अब बताता हूं जब गांड में लंड जाता है, तो क्या होता है.
माँ- अब तो मैं तेरी ही हूँ, कभी भी गांड मार लेना … पर पहले चुत चोद दे एक बार … तेरा लंड सच में बड़ा मस्त है.

मैंने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया और उनका पैर जमीन पर रखकर उनको पलटने को बोला.

माँ- नहीं मानेगा ना तू … तो ले मार ले गांड … पर कम से कम तेल या क्रीम ही लगा ले, क्योंकि पहले मैंने अपनी गांड नहीं मरवाई है.
मैं- तब तो और मजा आएगा रे छिनाल … और अब तो तेरी गांड बिना तेल के ही मारूँगा … और अब ज्यादा बोल मत, जो बोला है. … वो कर.

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07 Oct, 04:31


Mom sis lovers:
मॉम की चुदाई नंगी देख कर


मेरी उम्र 20 साल है. मेरी हाइट 6 फिट है,लंड का आकार 8 इंच लंबा और 2 इंच चौड़ा है. मेरी मॉम का नाम सुषमा है. उनकी उम्र 45 साल है, पर इस उम्र में भी वो इतनी कामुक लगती हैं कि मेरा क्या, जो उन्हें देखे, उसका लंड भी खड़ा हो जाए. उनका फिगर 36-32-38 का है. वो हमेशा साड़ी पहनती हैं. पापा आर्मी में हैं, तो वो अक्सर बाहर रहते हैं.

ये बात 2 साल पहले की है. मैंने 12वीं का एग्जाम दिया था और रिजल्ट का इंतजार कर रहा था. मैं बहुत पहले से मॉम को चोदना चाहता था. इसलिए हमेशा ही उनको साड़ी में घर में पौंछा लगाते हुए देखता रहता था और उनके नाम से मुठ मारा करता था.

हमारे घर में केवल मैं और मॉम ही रहते थे, तो मॉम जब भी नहाने जातीं, तो मुझे उठा कर जातीं.

ऐसे ही एक दिन मेरे ख्याल में आया कि क्यों ना मैं मॉम को नंगी नहाती हुई देखूँ. बस दिमाग में घुस गया था, तो मैं उन्हें बाथरूम में नंगी नहाते हुए देखने की जुगत में लग गया.

अगले दिन जब मॉम मुझे उठाने आईं तो मैं जगा हुआ था. उनके जाने के बाद मैं भी उनके पीछे से बाथरूम की तरफ गया. बाथरूम में वैन्टीलेटर से झाँक कर मैंने अन्दर देखा, तो मॉम ब्लाउज और पेटीकोट में अपने कपड़े धो रही थीं.

कपड़े धोने के बाद उन्होंने अपना ब्लाउज खोला, तो उनके 36 साइज़ के चूचे आज़ाद हो गए और इधर उधर फुदकने लगे.

थोड़ी देर बाद मॉम ने अपना पेटीकोट निकाला और मेरी तरफ अपनी पीठ को कर लिया. मॉम ने पैंटी पहनी हुई थी.

मैं जानता था कि मॉम ब्रा नहीं पहनती हैं, पर पैंटी पहनती हैं, ये मैंने आज जाना था.

माँ अब नहाने लगी थीं, वो अपनी पीठ मल रही थीं और मैं अपना लंड मलने में लगा था.

थोड़ी देर बाद मॉम अपनी गांड को मलने लगीं और ये सीन देख कर मैं अपने हाथ की स्पीड बढ़ा रहा था.

मॉम नहाने के बाद मुड़ीं, तो मेरे सामने उनके बड़े बड़े चूचे आ गए. मुझे मॉम के मम्मों को देखते ही एकदम से मानो ज्वर चढ़ गया और मैं उन्हें देखते हुए ही झड़ गया.

लंड झड़ जाने के बाद मैं उधर से हट गया.

अब तो ये मेरा रोज का काम हो गया था. कई मर्तबा मैंने मॉम को अपनी चुत में उंगली करते भी देखा, तो मैं समझ गया कि इनको भी चुदाई की आग सताती है.

एक दिन मैंने सोचा कि अब कुछ आगे बढ़ा जाए. मैंने अब मॉम को अपना लंड दिखाने का ठान लिया.

ऐसे ही कुछ दिनों बाद मॉम चेकअप के लिए अस्पताल गयी थीं तो मैं अपने दोस्त से मिलने उसके घर चला गया. जब मैं लौटा तब तक मॉम आ गयी थीं.
वो अपने कमरे में ब्लाउज और पेटीकोट में सोई हुई थीं.

मैं उनके पास जाकर जमीन पर बैठ गया और मॉम की चुचियां निहारने लगा. थोड़ी देर बाद मैंने अपना हाथ उनके ब्लाउज पर रखा और ब्लाउज का बटन खोल दिया. अब मॉम की चुचियां आज़ाद थीं.

मैंने धीरे से उनके एक निप्पल को मुँह में ले लिया और चूसने लगा. थोड़ी देर बाद जब मेरा मन इससे भर गया, तो मैंने अपना लंड निकाला और उनके मम्मों पर चलाने लगा, जिससे थोड़ी देर बाद मैं झड़ गया. अब मैं उनकी गांड छूना चाहता था, तो मैं बेड पर चढ़ गया. पर तभी मॉम की आंख खुल गयी, तो मुझे वहाँ से निकलना पड़ा.

कुछ दिनों बाद अब वो समय आ ही गया कि मैं मॉम को अपना लंड दिखा दूँ.

एक सुबह जब मॉम मुझे उठाने आईं, तो मैं उनसे पहले ही जग गया और अंडरवियर नीचे करके लोअर में ही लंड खड़ा करके इस तरह से सोया कि मेरे लंड का सुपारा और उसकी लम्बाई दोनों का आसानी से पता चल जाए. थोड़ी देर बाद मॉम आईं और उनकी नज़र मेरे लंड पर पड़ी, तो वो मेरा खड़ा लंड देखती रह गईं.

थोड़ी देर बाद उन्होंने खुद को संभाला और मुझे जगा कर चली गईं.

थोड़ी देर बाद मैं बाथरूम की तरफ गया और जब मैंने अन्दर देखा, तो मुझे ट्रिमर चलने की आवाज़ आयी. यानि मॉम अपनी चूत के बाल साफ कर रही थीं. फिर मैंने देखा कि मॉम अपनी उंगली अपने चूत में अन्दर बाहर कर रही थीं. मैं समझ गया कि मॉम को अब लंड की जरूरत है.

अब मैंने प्लान बनाया और मॉम को नहा के बाहर आने का वेट करने लगा क्योंकि मॉम अपने ब्लाउज और साड़ी अपने रूम में पहनती थीं और रूम तक केवल पेटीकोट में ही जाती थीं.

माँ अपने रूम में गईं, तो मैं उनके पीछे चला गया. वो शीशे में देखते हुए पाउडर लगा रही थीं और केवल पेटीकोट में थीं. मैंने उन्हें पीछे से पकड़ लिया और अपना लंड उनकी गांड में घुसाने लगा. मैं पहले भी उनको ऐसे पकड़ लेता था, तो उन्होंने कुछ रियेक्ट नहीं किया. मैं उन्हें ऐसे ही पकड़ कर अपना लंड महसूस करवा रहा था.

थोड़ी देर ऐसे ही रहने पर मैंने हिम्मत जुटा कर उनके गले पर किस किया. उनके मुँह से एक सिसकारी निकली, पर तभी किसी ने दरवाजे पर दस्तक दे दी, तो मैंने मॉम को छोड़ दिया.

माँ ने कहा- देख तो दरवाजे पर कौन है?
मैं देखने गया. बाहर कोई पड़ोस से आया था. मैं उनसे बात करने लगा. जब तक वो गया, तब तक मॉम पूरी तैयार हो चुकी थीं.

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07 Oct, 04:30


माँ ने अपने पैर मेरी कमर में फंसा लिए और मैं उनकी चूत चोदने लगा.

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20 Apr, 19:58


जब वो आगे पीछे हिलने लगी तो मुझे इस बात का पता लगा की वो जाग चुकी है।

ये देख मेने अपने कूल्हे हिलना बंद कर दिए और मेरा दिमाग सुन पड़ गया। मेरे हाथ पर ठन्डे हो गए ये सोच कर की अब मेरी बहन क्या करेगी? और अगर पापा और मम्मी को पता चल गया तो ?

तभी मेरे बहन ने मेरा हाथ पकड़ा और अपनी टीशर्ट के अंदर डाल कर मुझसे अपने स्तन दबवाने लगी।

उसने धीमी और शर्मीली आवाज में कहा रुक क्यों गए अच्छा लग रहा था।

उस पल मुझे समझ नही आया की क्या करू। तभी मेरी बहन अपनी गांड आगे पीछे हिलाने लगी मेर मेरे लंड को चोदने लगी।

ये सब देख मेरा लंड दोबारा से फूल गया और मेने अपनी बहन से स्तन पकड़ उन्हें जोर से मसलने लगा और चुत चोदने लगा।

चुदाई के दौरान मेरी बहन ने एक बार भी पीछे नही देखा और अपना शरीर बेजान छोड़ कर अपनी रसीली गांड मुझ से चुदवाती रही।

बहन (धीमी आवाज में हफ्ते हुए) – अहह अहम्म्म्म अह्ह्ह्ह।

मेरी बहन के मुँह से अहह के अलावा कोई शब्द नही निकला। वो जानती थी की एक भाई और बहन सेक्स नही कर सकते पर उसे भी उसकी रसीली चुत ने मजबूर कर दिया।

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कुछ 15 मिनट के बाद मेरा झड़ने वाला था। मेने उसकी चुत से अपना लिंग बाहर निकाला और जैसे ही झाड़ने वाला था मेरी बहन ने पीछे हाथ करके उसे पकड़ लिया और हिलने लगी।

मेरे सख्त लंड पे वो बड़ी बड़ी नसे मेरी बहन के हाथो पर ऐसा अहसास दे रही थी जो वो कभी नहीं भूलेगी।

मेरा सारा माल उसकी गांड पे जा चिपका और वो वह हाथ फेरने लगी।

जोश उतरने के बाद मैं होश में आया और मुझे समझ आया की मेने क्या किया।

मैं जल्दी से वह से उठा और अपनी पैंट ऊपर करके वह से चला गया।

मुझे समझ नही आ रहा था की अब मैं क्या करुगा अपनी बहन से कैसे आँखें मिलाऊंगा।

एक घंटे बाद मेरी माँ घर आयी और शाम का नाश्ता बनाने लगी। उनहोने पूछा “क्या तुम्हारी बहन उठ गई ? जा कर देख लो। अगर उठ गई है तो उसे यहाँ भेज देना उसे भूख लगी होगी। “

मैं वह जाते हुए डर रहा था। मेने धीरे से दरवाज़ा खोला तो देखा मेरी बहन वैसी की वैसी लेटी थी जैसा मैं उसे चोद रहा था। उसकी गोरी गांड पर लगा मेरा सारा माल सुख गया था और वो वैसी ही अवस्था में सो रही थी।

कही माँ उसे ऐसा ना देख ले मेने उसकी कच्छी धीरे से ऊपर की और उसे वापस निकर पहना दी और माँ को बोल दिया की वो अभी भी सो रही है।

उस दिन के बाद से मेने और मेरी बहन ने करीब 2 महीने तक बात नही की और ना ही एक दूसरे से नज़रे मिलाई।

आज भी जरूरत पड़ने पर ही हम बात करते है। ये थी मेरी बहन की चुदाई कहानी। अगर मेरी सोती हुई बहन की चुदाई ने आपको कामुक महसूस कराया तो कमेंट में जरूर बताना।

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20 Apr, 19:58


सोती हुई बहन की चुदाई

अपनी सोती हुई बड़ी बहन के शरीर के साथ खिलवाड़ करने वाला 19 साल का अजय मुंबई के अँधेरी का रहने वाला है। अजय अपनी बहन के शरीर को कामुक नज़रो से देखता था। मौका मिलने पर अजय ने की सोती हुई बहन की चुदाई। अजय ने अपनी चुदाई कहानी में बताया की सोती अवस्था में उसकी बहन हो गई वासना मूलक और जब उसकी नींद खुली तो वो खुद को भी नही रोक पाई।

मैं 12 क्लास में था जब गर्मियों की चुटिया चल रही थी। तेज गर्मी की वजह से मैं घर से बाहर नही निकलता था। मेरी बड़ी बहन किसी शॉपिंग मॉल में काम करती थी।

मेरी बहन काफी नाज़ुक स्वभाव की थी। वो दिल की साफ और अच्छी सोच रखने वाली थी। वो मेरा काफी ख्याल रखती थी जब मम्मी घर पर नही होती थी।

मैं भी अपनी बहन को काफी चाहता था पर उम्र के साथ साथ जवानी भी बढ़ती जा रही थी। मैं कभी कभी अपनी ही बहन के शरीर को देख कामुक हो जाता।

मुझे पता है की अपनी बहन को इस तरह गन्दी नज़रो से देखना कोई अच्छी बात नही पर उम्र और जवानी मेरी ही नही मेरी बहन की भी बढ़ रही थी।

मेरी बहन लम्बी और सुडौल हो चुकी थी साथ ही उसके लहराते खुशबूदार बल उसे और सुंदर बना देते।

सेक्सी तो वो सबसे ज्यादा तब लगती जब वो अपने शॉपिंग मॉल की ड्रेस पहनती।

उसकी काली टाइट जीन्स उसकी जांघो को और निखार देती। उसकी गांड की गोलाई देख मेरा मन करता की वही जा कर चिपक जाऊ।

शॉपिंग मॉल की वो टाइट लाल टीशर्ट मेरी बहन के नरम स्तनों को और बड़ा दिखती।

टीशर्ट से झाकती वो दो मोटी और सख्त चूची देख मेरा अपनी बहन का दूध पिने का मन करता।

जब वो मटक कर अपनी चूचियां और कूल्हे हिलाते हुए घर से बाहर निकलती तो मैं उसे देखता रहता। फिर बाथरूम में जा कर अपनी बहन की कल्पना करके अपने लंड को सहलाता।

एक दिन अचानक मेरी बहन दोपहर को शॉपिंग मॉल से आ गई। जब माँ ने पूछा क्या हुआ तो बहन बोली आज मेने हाफ डे लिया है मैं काफी थक गई थी।

Hindi Sex Story : अपने सगे भाई के बच्चे की माँ बनने बाली हु और खुश हु
मेरी बहन नहाने के बाद गर्मिओ के हलके और छोटे कपडे पहन कर अपने कमरे में आराम करने चली गई।

माँ – अजय बेटा मैं सूट सिलवाने जा रही हूँ घर का ख्याल रखना और अपनी बहन को निम्बू पानी बना कर देना काफी थक गई है वो।

मेने हाँ कहा और माँ घर से बाहर चली गई। घर पर बस मैं और मेरी बड़ी बहन थी।

मेने निम्बू पानी बनाया और बहन के कमरे में चला गया।

मेरी बहन तब तक सो चुकी थी पर मेरा लिंग उसे देख फिर जागने लगा।

मेरी बहन ने एक हलके कपडे की निकर पहनी। मुझे उसके गोरे पर और मोटी गांड साफ दिख रही थी। साथ ही उसने ब्रा भी नही पहनी थी जिसकी वजह से मैं उसके स्तन टीशर्ट से देख पा रहा था।

मेने निम्बू पानी का गिलास टेबल पर रखा और अपनी बहन को करीब से देखने लगा।

उसका शरीर देख मुझे लगा की मेरी बहन सिर्फ और सिर्फ चुदने के लिए बनी है।

मेने धीरे से अपना एक हाथ उसके स्तन पर रखा और उसे हल्का सा मसलने लगा।

हाथो पर वो नरम एहसास मेरे लिंग को और कठोर बना दिया। मेने दूसरा हाथ अपनी बहन की निकर में डाल दिया।

उसकी गांड और स्तन दोनों एक समान नरम थी। उसका शरीर छूते हुए मैं अपना लंड हिलने लगा।

उसके शरीर से आने वाली मीठी खुशबू मेरी अन्तर्वासना को हद से ज्यादा बढ़ा रही थी। मेने उसकी कच्छी में हाथ डाला और उसकी चुत सहलाने लगा।

मेरी बहन ने चुत पर काफी बाल ऊगा रखे थे पर मुझे उनसे कोई फर्क नही पड़ा। मुझे तो बस अपनी काम वासना मिटानी थी।

चुत सहलाते सहलाते मेरी बहन की चुत से निपचिपा तरल निकलने लगा।

उसकी चुत पूरी गीली और मुलायम हो गई। मेने धीरे से अपनी बहन की निकर और कच्छी उतर दी और उसकी चिकनी और मलाई दार चुत में ऊँगली डालने लगा।

जैसे जैसे मैं अपने soti hui bahan ki chudai कर रहा था वैसे वैसे वो नींद में तेज़ सासे लेने लगी।

फिर अचानक उसने करवट बदली और मैं रुक गया।

मैं डर गया और सोचने लगा कही ये जाग गई और मुझे ये सब करता देख लिया और क्या होगा?

Hindi Sex Story : मौसी की बेटी की गर्म चुदाई-2
पर उसकी चुत से टपकता रस मुझे मन मोहित कर दिया। मैं उसकी चुत में दोबारा ऊँगली करने लगा और साथ में अपना लिंग हिलाने लगा।

मेरी बहन नींद में मुस्कुराने लगी और मुझे चुदाई के लिए निमंत्रण देने लगी।

मैं धीरे से अपनी बहन के पीछे लेटा और आराम से अपना लंड उसकी गुलाबी चुत में डालने लगा।

उसकी चुत का गर्म अहसास मुझे मेरे कूल्हे हिलने पर मजबूर कर दिया। मैं धुरे से अपना लंड अंदर बाहर करने लगा और बहन नींद में कराहने लगी “आह ह्म्म्म आह्ह”

मेरा जोश बढ़ा और मेने अपनी बहन के साथ पकड़ लिए और उसे तेज़ी से चोदने लगा।

तभी मेरी बहन के आँखे होली और उसने मेरा हाथ अपने स्तनों पर देख लिया।

मुझे इस बात का पता नही चला की वो जाग गई है और मैं उसे चोदता रहा।

चुदाई का आनंद जो मैं अपनी बहन की चुत को दे रहा था उसकी वजह से मेरी बहन मेरा साथ देने लगी।

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20 Apr, 19:57


सोती हुई बहन की चुदाई

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20 Apr, 19:54


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10 Apr, 12:24


उसके बाद हमने कई बार सेक्स किया अब हमको सेक्स करते और खूब मजे करते हैं जब भी मौका मिलता है मैं अपने भाई के रूम में जाकर उसका लंड अपने मुंह पर ले लेती हूं बीच रात पर अब हम दोनों की लाइफ सही चल रही है आशा करती हो आपको मेरी कहानी पसंद आई होगी धन्यवाद.

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10 Apr, 12:24


मुझे पता था कि भाई जगा हुआ है और मैं भी उसको सोया हुआ समझकर चुस्ती रही चूसते चूसते करीबन 5 मिनट बाद उसका सारा स्पर्म मेरे मुंह पर झड़ गया वहां क्या फीलिंग थी वह फिर मैंने चुपचाप उसका कच्ची पहना दिया और भाई जैसा नॉर्मल था वैसा ही उसको रजाई उड़ा कर वहां से चली गई आज रात तो मजा ही आ गया .

अब ऐसा रोज का होने जब सब सो जाते मैं चुपचाप रात को उसके रूम में जाकर उसका लंड चूस कर उसका सारा पानी पी जाती करीबन 5 दिन तक मैंने ऐसी किया अब मुझे भाई का लंड अपनी चूत मैं भी चाहिए था लेकिन मुझे पता था जब मैं उसके साथ ऐसा करते हो तो जगह रहता है पर कुछ बोलता नहीं.

अब मेरी भी हिम्मत और बढ़ गई मैं रोज की तरह ऐसी कर रही थी फिर मैंने उसके धीरे से कान में बोला भाई क्या तुम मेरे साथ करोगे तो वह चौक गया और मैंने सीधा लिप किस करने लगे मैंने उसको इतनी हॉट किस करी अब वह मेरा भी साथ देने लगा और हम दोनों एक दूसरे को चूमने लगे किस करते करते हैं आप भाई ने मेरे बूब्स को देखा और मेरे बूब्स को चूसने लगा.

चूसते चूसते वह इतना चूस रहा था मैं पागल हुए जा रही थी तेरे भाई ने मेरे नीचे से पेंटी उतारे और मेरी चूत में उंगली करने लगा और अपनी जेब से मेरी चूत को सहलाने लगा और मैं आवाज निकाल रही थी aahaaahhaaaa aaahhhaaa aaah aaahhh aah bhaiya aaahaaah भाई ने मेरे मुंह पर हाथ रख दिया और बोला कोई जाग जाएगा.

मेरी चूत पर अपनी गरम जीभ से से सहलाने लगा करीबन 5 मिनट तक उसने चौसा और मैं जुड़ गई उसके बाद मैंने सीधा उसका लंड पकड़ ही रहने लगे मैंने उसका मोटा लंबा लंड 8 इंच का अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगी भाई बोला चल सेक्स करते हैं पर मुझे डर भी था क्योंकि मैं वर्जन थी मैं कोई रिस्क नहीं लेना चाहती थी.

फिर मैंने भाई का मुंह पर लेकर भाई को दो बार स्पर्म निकालना उसके बाद मैं अपने रूम में जाकर सो गई फिर सुबह उठे मने एक प्लान बनाया भाई और मैं होटल में जाकर सेक्स करें भाई बोला ठीक है फिर हमने कॉलेज का बहाना बनाकर हम दोनों कॉलेज बंक करके होटल चल दिए.

हमने एक रुम लिया फुल तैयारी के साथ तुम हां हमने सेक्स किया में सूट और सलवार में थी मैंने रूम के अंदर भाई की पेंट उतारी लंड हमला बोल दिया और चूसने लगी खूब करके सिसकियां ले रही थी और भाई भी हम आज ही निकाल रहा . भैया भी मेरा साथ देने लगा उसने मेरी और मेरे बूब्स चूसने लगा और दबाने लगा और सहलाने लगा.

मुझे खूब मजा आ रहा था हम दोनों एक दूसरे का भरपूर साथ दे रहे थे उसके बाद उसने मेरे सलवार उतार दी और मेरी चूत पर हाथ फेरने लगा उसने मेरी पैंटी के अंदर हाथ डाला और फिंगरिंग करने स्टार्ट कर दी उसके बाद उसने मेरी पेंटी उतारी और अपना लंड सीधा मेरी चूत पर रगड़ने लगा.

मुझे बहुत अजीब लग रहा था और डर भी लग रहा था क्योंकि मैं भी क्योंकि वर्जन थी भाई ने जोरदार धक्का लगाया उसका थोड़ा लंड मेरी चूत दे गया और बहुत तेज दर्द होगा उसका लंड मेरी चूत पर जा नहीं रहा था मेरे आंखों से आंसू आने लगे भाई ने फिर जोरदार धक्का लगाया और अपना एक ही बार में पूरा लंड मेरी चूत पर डाल दिया.

और मैं चिल्ला पड़ी कि भाई छोड़ दूं प्लीज भाई नहीं मानने वाला था क्योंकि उसे इन चीजों का पहले से ही एक्सपीरियंस ए था उसकी कोई बंदी रह चुकी हैं वह बोला मेरी बहन चिंता मत कर बस थोड़ा सा और उसके बाद मेरा खून निकलने लगा और भाई लगातार मेरे लंड डाल रहा था अब उसने अपनी स्पीड बढ़ाना चालू कर दिया.

अब मुझे धीरे-धीरे मजा आने लग गया हमने भी धीरे-धीरे सिसकियां ले रही थी और आवाजें निकाल रही थी aaah aah aaaaa AAA fuck me. Bhai aaaahaaahaaahaa. Aaah aaahaahaa haaah और भाई के बाल पकड़कर उसे चूम रही थी मुझे चूमते हुए अपने लंड से धक्का लगा रहा था aahaaahaaahhaaah aaah bhaiyaaa baaaahaaah aahhh और मुझे काफी मजा आने लगा.

उसके बाद में झड़ गई लेकिन भाई अभी तक नहीं जुड़ा था वह लगातार मेरे चूत लंड डाले जा रहा था कमी ना जरा सा भी उसे तरस नहीं आया उसके बाद उसने मेरे को ऊपर आने के लिए कहा हमने उसके लंड के ऊपर बैठ गई और सवारी करने लगी आगे पीछे ऊपर नीचे और आवाज निकालने लगे और लंड के ऊपर उछल रही थी और अपनी चूत मैं लंड ले रही थी.

इतना इतना बड़ा लंड था मजा भी आ रहा था और दर्द भी हो रहा था उसके बाद भाई ने मुझे धक्का और मेरे ऊपर चढ़ गया और मुझे फिर से धक्के लगाए जा रहा था मेरी चूत पर उसके बाद भाई ने मेरे बूब्स पर अपना सारा माल निकाल दिया उसके बाद हम दोनों ने दो तीन बार और सेक्स किया उसके बाद हमने कपड़े पहने और अपने घर की ओर चल दिए.

अब हम रोज सेक्स करते हैं जब भी हमारा मन हो तो होटल में चले जाते हैं और जब भी मेरा मन हो मैं भाई को घर में कभी भी लंड निकाल कर चूस लेती हो और भाई भी कभी भी मेरे बूब्स को दबा लेता है वह मेरी चूत में ऊंगली कर लेता है हमें जब भी मौका मिलता है हम एक दूसरे को कहीं भी न लेते हैं.

antarvasna

10 Apr, 12:24


मैं चुपचाप उसका तमाशा देखते रहे जो कि वह फोन में प्रोन देखकर अपना लंड चला रहा था और ऊपर नीचे कर रहा था फोन की लाइट के उससे मुझे उसका लंड साफ साफ दिखाई दे रहा था मन तो कर रहा था कि अभी जाऊं और पकड़ कर चूस लो वह लगातार अपना लंड जा रहा था हिला रहा था.

करीबन 5 मिनट बाद वहां झड़ गया उसका बहुत ज्यादा स्पर्म निकला उसे पता ना चल जाए इस डर से मैं वहां से भाग गई और चुपचाप अपने रूम में गई वहां सीन देख मैंने अपने आप को कंट्रोल किया वापिस अपने रूम में जाकर उंगली करने लग गई बार-बार मुझे उसी के लंड का ख्याल आने लगा और अब कुछ भी हो जाए मुझे उसका लंड लेना था भले ही मैं वर्जन हूं.

अगले दिन सुबह सब नॉर्मल हुआ मैं पहले की तरह उसी को अपने बूब्स दिखाते हैं झाड़ू लगा रही थी और भाई मेरे बूब्स को को घूर रहा था और मैं और मैं भी उसे साफ-साफ अपने बूब्स दिखा रही थी फिर नॉर्मल दिन निकला और रात को खाना खाने के बाद मैं अपने रूम में वापस आ गई तब तक मैं अपने बॉयफ्रेंड से चैट कर रही थी.

चैट करते-करते मुझे उसके साथ कुछ इंटरेस्ट सा नहीं लग रहा था फिर में सेक्स स्टोरी पड़ने लगी भाई बहन वाली और अपने उंगलियां करने लगी और बार-बार भाई के 8 इंच का लैंड मेरे दिमाग में आ रहा था पर मुझे उसके रूम में जाने की हिम्मत नहीं हुई.

फिर मैंने एक फेसबुक पर फेक आईडी बनाई भाई को रिक्वेस्ट भेज दी और मैंने सेक्स चैट के लिए कहा उसका कुछ रिप्लाई नहीं आया मैंने उस पर लिखा था क्या आप मेरे साथ सेक्स कर चैट करना चाहोगे फिर सुबह उसका रिप्लाई आया कौन हो आप फिर मैंने कहा मैं मैं शिवानी हूं क्या आप मेरे साथ सेक्स चैट करना चाहोगे.

मैंने बिना कुछ सोचे उसको सीधा वीडियो कॉल कर दिया मैंने सोचा क्या पता वह दिखा दे पर कुत्ता बहुत तेज था उसने कुछ नहीं दिख रहे हो और कॉल काट दी फिर बोला अगर तुम कर लो पहले तुम दिखाओ फिर मैंने हां कह दी मैं बिस्तर में थी और मैं लाइट भी ऑन नहीं कर सकती थी क्योंकि मैं मेरे दादा जी और दादी जी के रूम पर सोती हूं.

फिर मैंने उसे हां कह दी और बिस्तर के अंदर मैंने अपनी टीशर्ट ऊपर करके उसे सीधा वीडियो कॉल पर सीधा अपने बूब्स दिखा दिए वह बोला अरे आप सच में लड़कि दिखाओ ना और और मैंने बोला अब तुम दिखाओ भाई बोला साथ में दिखाते हैं फिर उसने अपना थाना हुआ लंड अपने कच्चे से बाहर निकाला.

मैं पागल हो गई और मैं अपने बूब्स को प्रेस करके उसे दिखा रही थी फिर करीबन 5 मिनट बाद उसका सारा माल निकल गया मैसेज आया मुझे अपनी चूत दिखाओ मैं डर गई और मैंने कॉल काट दी थोड़ी देर बाद उसका फिर मैसेज आया बोलो ना बाबू क्या है फिर हमें रात भर बातें ही जैसे कि तुम कहां रहते हो क्या करते हो तुम्हारा बॉयफ्रेंड है नहीं है.

मैंने उसे साफ साफ कह दिया मेरा कोई बॉयफ्रेंड नहीं है आपको मेरे साथ सेक्स चैट करना है तो करो तो भाई बोला क्या आप मुझे मिल सकते हो कि हम रियल में भी कर सकते हैं तो मैंने ना कह दिया मैंने कहा करना है तो यही करो क्योंकि मैं कोई रिस्क नहीं लेना चाहती थी और भाई और भाई मुझे लंड की फोटो भेजने लगा और मुझसे फोटो मांगने लगा.

मैंने ना कह दिया क्योंकि अब हमसे जरा सा भी शक होता तो सारा खेल बिगड़ जाता मुझे भी अजीब सा लगा कर मैंने भाई को नाराज कर दिया अगले दिन भाई फिर मैसेज आया वह बार-बार मुझे मैसेज करे जा रहा था पर मैंने कोई रिप्लाई नहीं दिया उसके बाद मैंने वह आईडी लॉगआउट करके बंद कर दी.

करीबन रात के 1:00 बजे मैं चुपचाप जब सब सो रहे थे उसके रूम पर गई एक तरफ से मैं उदास भी देखी मैंने भाई को नाराज किया दूसरी तरफ से मुझे कैसे ना कैसे करके उसके साथ बस सेक्स करना था वहां वह कच्चे पर लेटा था पर मैंने कैसे ना कैसे हिम्मत करके फर्स्ट टाइम उसके कच्चे के बाहर से लंड पर अंगुली टच की लैंड टाइट और हल्का सा सॉफ्ट था.

पहले मैंने चेक किया कि भाई सोया है या नहीं फिर धीरे-धीरे मैं उसके कच्चे के बाहर से उसके लंड पर उंगलियों से सहलाने लग गई वो कोई रिस्पांस नहीं दे रहा था भाई गहरी नींद पर था तो मैंने सोचा क्यों ना अब भाई का लैंड निकाल के चौसा जाए क्योंकि मैं बहुत गर्म हो चुकी थी कौन मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था.

फिर मैंने सोचा जाओगे देखी जाएगी मैंने उसका कच्चे धीरे-धीरे नीचे किया और उसका का लंड अपने हाथ में लिया और धीरे-धीरे उसको हिलाना शुरू कर दिया ताकि मैं उसका खड़ा लैंड देखो उसके बाद कुछ ही सेकंड में उसका लंड तन के एकदम खड़ा हो गया लाइफ में पहली बार किसी का लैंड पकड़ा.

उसके लड़ के बांके का टोपा एकदम कोमल था और वह पिंक कलर का था वाओ मैं जब हिला रही थी उसका तरल पदार्थ निकलने लग गया जो कि पानी जैसा था इससे पहले bhai का स्पर्म निकले मैंने सीधा भाई का लंड अपने मुंह में ले लिया तभी मुझे शक हुआ भाई की सांसे तेज हो रही है फिर मैंने कैसे ना कैसे हिम्मत करके उसका लंड चूसा.

antarvasna

10 Apr, 12:24


भाई का लंड चुसे बिना नींद ही नहीं आती बहन को
@linkhub69
हेलो दोस्तों मेरा नाम मीना है मैं दिल्ली की रहने वाली एक लड़की हूं. मेरा फिगर 32 26 28 और मैं देखने में बहुत सेक्सी हूं मेरी हाइट 5 feet 3 inche मेरी उम्र 20 साल है और मेरा B.A सेकंड ईयर है. मेरे घर पर हम चार लोग हैं मेरी मम्मी मेरे पापा और मेरा बड़ा भाई मुझ से 2 साल बड़ा है उसका नाम मनोज उसकी हाइट 5 फिट 6 इंच है देखने में हैंडसम है वह जॉब करता है सब.

मेरा एक बॉयफ्रेंड भी है जिससे मैं काफी बातें करती हूं सब कुछ ठीक ही चल रहा था घर पर. मेरी फैमिली बहुत स्टिक है जिस वजह से मैं ऐसा कुछ गलत नहीं कर सकती पर लड़की हूं करने का तो मन मेरा भी करता है पर डर भी रहता है कहीं कुछ हो ना जाए.

इसीलिए मैं अपने बॉयफ्रेंड से तो बात करती हूं लेकिन उसने मुझे कई बार सेक्स के लिए कहा लेकिन मैं नहीं मानी क्योंकि अच्छे घर की लड़की हूं यह सब मेरे संस्कार में नहीं आता. फिर एक दिन मैंने ऐसी नेट पर भाई-बहन की स्टोरी पढ़ी पहले तो मैं सोच कर दंग रह गई यह सब रियल लाइव में भी होता है.

फिर ऐसी मैंने बहुत सारी कहानियां पढ़ी जिससे मेरे मन में गलत विचार आने लगे और मैं अपने भाई के लिए गलत गलत सोचने लगी और कैसे ना कैसे करके ना उसके साथ सेक्स करना चाहती थी. क्योंकि अगर उसके साथ किया तो मेरी सेक्स की तमन्ना भी पूरी हो जाएगी और घर की बात घर पर ही रहेगी.

मैं अपने भाई से काफी डरती हूं क्योंकि वह थोड़ा स्टिक टाइप का है लेकिन मैं उसे खुलकर बता नहीं पा रही थी. मैंने सोचा अगर मैं उसके साथ करना चाहती हूं तो मैं उसके साथ कैसे करूं जब भी मैं उसे चाय देने जाती उसके रूम पर तो उसका लंड हमेशा खड़ा रहता था जो कि साफ साफ अंडरवियर पर दिखाई देता था.

मैं बार-बार उसके लंड को देखि रहती उसका लंड काफी बड़ा था जब नॉर्मल में उसका इतना बड़ा था तो खड़ा होने के बाद कितना होगा यह सोच कर मैं पागल होने लगी. फिर इसी तरह मैं रोज उसके कमरे में काम करने के बहाने जाति और उसको देखते रहती है वह जब भी नहाने के लिए जाता वह कपड़े चेंज करता उसका लंड अंडरवियर पर साफ साफ दिखाई देता था.

जिससे उसकी लंड की और देखे रहती थी उसका टाइट तना हुआ लंड कम से कम 8 इंच का होगा. मैं जब भी नहाने जाती कभी-कभी मुझे भाई का अंडरवियर मिल जाता था मैं उसकी खुशबू सुनकर मजे करती थी और जीप से उसे चार्ट लेती थी उसमें उसका का स्पर्म लगा रहता था.

Bhai के अंडरवियर को अपनी चूत में रगड़ तिथि और उसका 8 इंच का लैंड इमेजिन करती उंगलियां करके अपने को शांत करती मैं उसके साथ सेक्स तो करना चाहती थी और कैसे बोलो उससे मैं बहुत डरती थी. फिर मेरे दिमाग में एक प्लान आया मैंने सोचा क्यों bhai को उसको पटाया जाए .

फिर मैंने छोटे-छोटे कपड़े पहनने स्टार्ट कर दिया जब भी वह घर पर अकेला होता मैं उसके रूम पर झाड़ू लगाने के बहाने अपने बूब्स उसको दिखाया करती थी. जिससे वह इग्नोर करता था चुप चुप कर मेरी बूब्स निहारता था. मैं उसको सिग्नल देने लगी कभी-कभी वहां कुछ काम कर रहा होता तो मैं काम करने के बहाने उसके लंड पर अपनी गांड टच किया करती थी.

जिससे वह मुझे साफ-साफ महसूस होता था कि वह उसका लंड है मैं अनजान बनी रहती थी. बस मुझे कैसे ना कैसे करके उसके लंड को देखना था जो कि अभी तक मैंने उसके कच्चे पर ही देखा है. फिर करीबन 1 हफ्ते तक मैं उसको अपनी ऐसी बूब्स दिखा रही थी और कभी कभी उसके बगल में लेट कर उससे चिपक कर अपने आप को गर्म कर लेती.

फिर धीरे-धीरे या खेल बढ़ने लगा वह भी मुझे कभी कभी चिपकने के बहाने टच कर लिया करता फिर मैं अभी भी कंफर्म नहीं थी. फिर मैंने उसके रूम पर अपनी ब्रा पेंटी यूज करी हुई रखना शुरू कर दिया मैंने सोचा देखते हैं कि भाई क्या करता है मेरा भी आईडिया काम करने लगा.

जब मैं अपनी ब्रा पेंटी धोने के लिए ले गई तो मैंने उसमें देखा कि मेरी ब्रा पेंटी पर चिपचिपा सब कुछ लगा हुआ है जो एकदम गाढ़ा सफेद कलर का था जो कि बहुत प्यारा था मुझे पता था कि यह भाई का स्पर्म है मुझे बहुत खुशी हुई कि भाई ने यह सब किया मैंने एक ही बार में उसका सारा लगा हुआ स्पर्म चाट कर साफ़ कर दिया.

फिर इसी तरह मैं रोज अपनी पेंटी पर फिंगरिंग कर कर अपनी पेंटी उसके रूम पर रख देती और अपना सारा स्पर्म उस पर छोड़ देती , और जब सुबह देखती तो उस पर मेरे स्पर्म से भी गाढ़ा सफेद कलर का दुगना स्पर्म मुझे दिखता था अब मुझे साफ साफ पता चल गया था कि भाई मेरे साथ सेक्स करना चाहता है.

पर मुझे बहुत डर था उसे बताऊं कैसे अभी भी टाइम था इतनी जल्दी जल्दबाजी नहीं करना चाहती थी! फिर करीबन रात के 1:00 बजे मैं पेशाब करने बाहर गई उसके रूम का दरवाजा खुला हुआ था आपका अपना कच्चे से लंड निकाल कर सहला रहा था क्या लंड था भाई का इतना बड़ा उसका 8 इंच का लंड 3 इंच मोटा वाह मजा आ गया.

antarvasna

10 Apr, 12:24


भाई का लंड चुसे बिना नींद ही नहीं आती बहन को

antarvasna

27 Mar, 18:22


काफ़ी देर तक नमित जसलीन के जवानी के मज़े ले चुका था.
जसलीन का मुँह, गांड और अब चूत चोद-चोद कर नमित ने अपने पूरे पैसे वसूल कर लिए थे.

पर चुदाई के ख़ेल में वह नया खिलाडी था, उसमें बाबू जितना जोश और बाबू जितनी लंबी चुदाई करने की शक्ति नहीं थी.

जसलीन की जवान चूत का मज़ा वह ले रहा था पर चूत की गर्मी से नमित का लंड पिघलने लगा.
कुछ ही धक्कों के बाद लंड ने उसका साथ छोड़ दिया- आआह्ह जसलीन ... ईईईई!
कहते हुए नमित के वीर्य की पिचकारियां निकलने लगी.

जवान लड़के की गाढ़ी मलाई से जसलीन की जख़्मी चूत को सुकून मिलने लगा.

जैसे जैसे नमित का वीर्य जसलीन की चूत में भरने लगा, वैसे वैसे उसका जोश भी बिलकुल ठंडा पड़ता गया.
और जल्दी ही उसका मुरझाया लंड जसलीन के चूत से बाहर आ गया.

बाबू और जसलीन के नीचे दबा हुआ नमित बेबस होकर बाबू के झटके झेलने लगा.

पर तभी बाबू ने अपने झटके रोकते हुए उसे नीचे से हटने का इशारा किया.
आगे की कहानी आप अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज साईट पर पढ़ पायेंगे.

antarvasna

27 Mar, 18:22


बाबू ने जसलीन के झूलते हुए चूचे अपने दांतों से काटते हुए अपने झटके इतने तेज़ किये कि जसलीन की चूत पिघलने लगी.
कामरस से भरी चूत में अंदर बाहर करता बाबू के लौड़ा छप-छप की आवाज़ करता जसलीन को झड़ने के लिए मज़बूर करने लगा.

बाबू और नमित जसलीन को एक ख़िलौने की तरह भोग रहे थे.
उनके तेज धक्कों के हमलें से जसलीन थरथर काँपने लगी.

आख़िर वो पल आ ही गया जब जसलीन भलभलाकर झड़ने लगी, उसकी चूत का ऱस बाबू का लौड़ा भिगोता हुआ उसके पेट से नीचे टपकने लगा.

जसलीन को झड़ती हुई देख कर भी उन दोनों ने अपने धक्के एक पल के लिए भी नहीं रोके, वे जसलीन के छेद ऐसे रगड़ रहे थे जैसे आज उनके जिंदगी का आख़री दिन हो.

झड़ने की वज़ह से जसलीन की चूत कुछ ज़्यादा ही चिकनी हो चुकी थी.
बाबू का बड़ा लौड़ा भी अब आराम से चूत में गोते लगाने लगा.

नमित को रुकने इशारा करके बाबू ने जसलीन को अपने ऊपर से अलग़ किया, बिस्तर पर नंगी लेटी जसलीन बाबू के अगले दाव का इंतजार करने लगी.

जसलीन की वासना से भरी आँखें देख बाबू ने अपना लौड़ा उसके मुँह पर मारते हुए कहा- चूस कर साफ़ कर कुतिया, पूरा लौड़ा गंदा कर दिया रंडी की बच्ची!

अपने ही चूतरस से गीला लौड़ा जसलीन बड़े चाव से चूसने लगी.
जसलीन की हवस देख नमित ने भी अपना लंड जसलीन के सामने किया.

वासनांध जसलीन बिना कोई शिकायत के नमित का लंड भी मुँह में लेकर चूसने लगी.
वह कभी बाबू का तो कभी नमित का लंड वो चटखारे मार मार चूसने लगी.

अपना लौड़ा जसलीन से चुसवा कर बाबू ने नमित से कहा- चल बे लेट जा, बिठा ले इस कुतिया को तेरे लौड़े पर!

बाबू के आदेश पर नमित बग़ल में लेट गया, जसलीन भी नमित का लंड मुट्ठी में भरते हुए उसके जाँघों पर जा बैठी.

नमित का लंड अपने चूत पर टिकाते हुए वो नीचे बैठने लगी तो नमित का लंड झट से चूत में समा गया.
बाबू के लंबे मोटे लौड़े ने जसलीन की चूत इतनी ख़ोल रखी थी कि उन दोनों को पता ही नहीं चला कि कब लंड अंदर घुसा.

तब बाबू ने जसलीन को नमित के ऊपर दबाते हुए उसकी गांड फ़ैला दी और बोला- वाह री छिनाल, तूने तो सारे छेद चुदवा लिए!

जसलीन के चूतड़ फ़ैलाते हुए उसने अपना थूक गांड के छल्ले पर गिराया और सुपारा गांड के छेद पर रगड़ने लगा.

बाबू के गर्म सुपारे की रगड़ ने जसलीन के गांड में आग लगा दी.
मादकता से सिसकते हुए जसलीन अपनी गांड सुपारे पर दबाने लगी.

जसलीन की चूचियाँ मसल मसल कर चूसते हुए नमित का लौड़ा भी मज़े से टनटना गया था.

सुपारे से जसलीन की गांड की मालिश करने के बाद बाबू ने जसलीन की गांड पर ऐसे तगड़ा धक्का दिया कि उसका लंड 5 इंच तक अंदर घुसता गया.

इस हमले से दर्द ने सारी सीमाएं लांघ दी थी और जसलीन अपने आप को बचाने की कोशिश करते हुए नमित के ऊपर से उठकर करने लगी.

बाबू ने कॉलेज गर्ल डबल चुदाई से छटपटाती देख उसकी पीठ आगे दबाते हुए कहा- कहा भाग रही है हरामजादी, अब तो तुझे मेरे लौड़े की रखैल बना कर ही रहूँगा!

जसलीन को दबोचक़र बाबू ने धीरे धीरे अपनी कमर हिलाना चालू किया.
कुछ ही देर में जसलीन की गांड में लौड़े से दोस्ती कर ली.
लौड़े की हल्की रगड़ से जसलीन को भी मज़ा आने लगा तो उसने अपनी गांड ढीली छोड़ दी ताकि बाबू का लौड़ा अंदर तक घुस सके.

बाबू और नमित ने ताल से ताल मिलाते हुए अपने धक्के बढ़ाने लगे.
जसलीन के दोनों छेद खुलने लगे.

बाबू और नमित के गोटे एक दूसरे को चूम रहे थे, बाबू के लंबे लौड़े का आभास नमित को भी हो रहा था.
दो-दो लौड़े घुसने से जसलीन की गांड और चूत का छेद एक हो चुका था, उसके वासना से भरे बदन से गर्म भाप निकल रही थी.

जसलीन नमित को चूमती हुई उसकी जीभ अपने मुँह में लेकर चूसने लगी.
एक दूसरे का थूक चाटते हुए दोनों चुदाई का पूरा मज़ा ले रहे थे.

जसलीन की दोनों चूचियाँ मसलते हुए नमित जोर जोर से चूत की ख़ुदाई करने लगा.
बाबू को भी आज बड़े दिनों बाद कोई जवान लड़की हाथ लगी थी.

जसलीन के थिरकते हुए चूतड़ों पर जोर जोर थप्पड़ मारते हुए बाबू ने कहा- ले साली चुदासी रंडी, लगता है पिछले जन्म में बिना चुदवाए मर गयी थी!

तब जसलीन ने भी नमित को चूमना बंद करते हुए कहा- जोर जोर से चोद कुत्ते, आह्ह ह्ह फाड़ दे मेरी गांड बाबूउऊ उउउ!

बाबू के तेज झटकों से बचने के लिए जैसे ही जसलीन अपनी चूत भींच देती तो नमित का लंड उसकी चूत को छील देता.
नमित के चूसने से उसकी चूचियों में पैदा हो रही तरंगों ने उसके दोनों चुचूक फुला कर रख दिए.

पीछे से बाबू उसकी गांड को ऐसे चोद रहा था जैसे उसकी जसलीन से कोई पुरानी दुश्मनी हो.
छोटे बच्चे की तरह जसलीन की चूचियाँ चूसता नमित बोला- वाह्ह मेरी जान, कितनी प्यारे है तेरे बोबे, आज निचोड़ लूंगा इनको सारा!

जसलीन ने भी अपनी चूचियाँ उसके मुँह में दबाते हुए कहा- ले कुत्ते, चूस हरामी पिल्ले ... आअह्ह हहां घुसा तेरा भी लंड मेरे चूत में नमित्तत्त!

antarvasna

27 Mar, 18:22


पर जसलीन को ऐसे ही चुदवाना पसंद था.

औरत को रुला-रुला कर और ग़ुलाम कुतिया की तरह रौंदने वाले मर्द ही उसको मज़ा देते.
बाबू के तेज़ झटके उसे वही मज़ा दे रहे थे.

उसके पसंदीदा मर्द के धक्कों का मज़ा लेते हुए जसलीन भी अपनी गांड पीछे धकेलने लगी.

ज़ोरदार चुदाई की आवाज़ों से माहौल भी गर्मा गया.
नमित ने अपना 6 इंच लौड़ा जसलीन के मुँह के सामने किया.

जसलीन के बाल अपने मुट्ठी में भरते हुए बाबू ने जसलीन का मुँह नमित के लंड पर दबाया तो जसलीन तुरंत नमित का लंड चूसने लगी.

नमित ने जसलीन के मुँह में अपना लंड घुसाते हुए कहा- चूस ले जसलीन, बड़ा मज़ा दे रही है तू साली ... आआआ ह्ह्ह्ह ह्ह चुस्स स्स्स्स!

बाबू की तुलना में नमित का लंड छोटा था, आसानी से अपने गले तक घुसाकर भूखी कुतिया की तरह जसलीन नमित का लंड चूसने लगी.
अपनी कमर आगे पीछे उसने जसलीन का सर अपने लंड पर दबाया और जोर जोर से जसलीन का मुँह चोदने लगा.

अपने लम्बे लौड़े से जसलीन का भोसड़ा चोदते हुए बाबू के दिमाग में एक खुरापाती कल्पना आयी.
जसलीन की चूत से अपना लौड़ा बाहर निकालते हुए वह झट से बिस्तर पर लेट गया.

अचानक चुदाई रुकने के कारण जसलीन थोड़े गुस्से से बाबू को देखने लगी.

उसका गुस्सा देख़ बाबू ने एक हाथ से अपना लौड़ा हिलाते हुए जसलीन को इशारा किया.

जसलीन जैसी लंडखोर लड़की को बाबू का इशारा समझने में देर ना लगी.
कुटिल मुस्कान के साथ वह बाबू के ऊपर आ गयी और हाथों से सहलाते हुए उसने बाबू का लौड़ा अपनी चूत पर दबाया.

जैसे ही सुपारे ने जसलीन की चूत को चूमा तो बाबू ने नीचे से झटका देते हुए कहा- इतने आराम से करेगी क्या अब साली, देख ऐसे घुसाते हैं लौड़ा!

जसलीन की कमर पकड़ कर जैसे ही बाबू ने झटके से अपना लौड़ा अंदर किया तो जसलीन की गीली चूत को चीरता हुआ बच्चेदानी से जा टकराया.

"आह्ह्ह्ह मम्मी ईईई" चीखते हुए जसलीन ऊपर उठने लगी.
पर बाबू ने तुरंत अपनी बांहों में भरते हुए चोदना चालू किया.

दर्द के कारण जसलीन की आँखों से आंसू टपकने लगे.
चूत को चीरता हुआ बाबू का लौड़ा उसे भयंकर पीड़ा दे रहा था.

कॉलेज गर्ल डबल चुदाई

रंडी चोदने के चक्कर में नमित ने जसलीन को पूरे 10,000 रुपये दिए थे पर उन पैसों की वसूली तो बाबू मुफ़्त में कर रहा था.
जसलीन को बाबू के लौड़े पर नाचते देख वो मुठ मार रहा था, चुदाई का सीधा प्रसारण देख कर उसका भी ख़ून गर्म हो रहा था.

बाबू की नज़र नमित पर गयी तो बाबू बोला- अबे देख क्या रहा है साले, घुसा तेरा भी लौड़ा इस रंडी की गांड में!

गांड चुदाई का नाम सुनकर नमित ख़ुशी ख़ुशी जसलीन के गांड के पास आ गया.
नमित को मौका देने के लिए बाबू ने भी अपनी चुदाई रोकी.

जैसे मैंने पहले बताया कि जसलीन पैसों और हवस के लिए कई बार दो-दो मर्दों को एक साथ ख़ुश कर चुकी है, तो उसे बाबू के इस सुझाव पर कोई आपत्ति नहीं हुई.
उल्टा बाबू के सीने पर अपने मम्मे चिपकाते हुए अपनी गांड बाहर निकाल ली ताकि नमित को उसके गांड का छल्ला ढूंढने में कोई परेशानी ना हो.

हाथ से जसलीन की गांड फ़ैलाते हुए उसने अपना लौड़ा गांड के छल्ले पर टिकाया और हल्का सा धक्का देते हुए सुपारा गांड में पेल दिया.

नमित के गर्म लंड के स्पर्श से जसलीन और उसकी गांड इतनी ख़ुश हुई कि जसलीन मदहोश होकर बाबू को चूमने लगी.
जसलीन की गदरायी गांड को सहलाते हुए नमित धीरे धीरे अपना लंड जसलीन की गांड में अंदर बाहर करने लगा.

नमित के मामूली धक्कों से परेशान बाबू चिल्लाते हुए बोला- अबे भोसड़ी के, चोदने आया है या इस रंडी की पूजा करने, ज़ोर से पेल चूतिये!

बाबू की बात से नमित का हौसला जैसे चार गुणा बढ़ गया.
जसलीन की कमर पकड़ते हुए नमित ने अपने धक्कों की तीव्रता बढ़ा दी.

जैसे ही नमित ने जसलीन की गांड चुदाई चालू की तो बाबू ने भी नीचे से अपनी कमर उठाते हुए धक्के देना चालू किया.
नमित का लंड जसलीन की गांड में घुसता तो वह आगे की तरफ़ सरक जाती और नीचे से बाबू का लौड़ा चूत के अंदर तक हुआ जाता.

दो लौड़े से मिलता मज़ा जसलीन को पाग़ल बना रहा था.
सड़क छाप धन्धे वाली रंडी की तरह जसलीन आहें भरते हुए चुदवाने लगी.

बाबू उसके ओंठ काट कार कर मजे से चूम रहा था तो नमित भी उसके पीठ को काट काट कर गांड जमकर पेल रहा था.

थप्पड़ों से जसलीन की गांड लाल करते हुए नमित जसलीन की गांड ऐसे चोद रहा था जैसे पूरे 10,000 उसकी गांड से ही वसूल करेगा.

जसलीन को चोदते हुए नमित बोला- वाह जानेमन, क्या मस्त गांड है तेरी! आज तो पूरा पैसा तेरे गांड से वसूल करूँगा चुदक्कड़ कुतिया!

तब जसलीन ने भी अपने ओंठ बाबू की गिरफ़्त से छुड़ाते हुए कहा- पेल ना साले, और तेज़ चोद साले, चोदो मुझे, रंडी बना ले मुझे कुत्ते!

जसलीन की हवस देख बाबू ने उसे बांहों में भरते हुए कहा- रुक जा साली, अभी बताता हूँ तुझे मर्द की ताकत!

antarvasna

27 Mar, 18:22


जसलीन खेली-खाई थी, ना जाने कितने लौड़े तो उसने सिर्फ चूस-चूस कर ही ठंडे कर दिए थे.
कभी कभी तो एक साथ दो-दो लौंडे भी जसलीन पर चढ़ाई कर चुके थे.

नमित नहीं तो बाबू ही सही ... यह सोच कर उसने अपना टॉप उतार दिया तो ब्रा में कैद उसकी 34 इंच की चूचियां बाबू का ख़ून गर्म करने लगी.
स्टूडेंट सेक्स इन कॉलेज कैंपस के लिए एकदम तैयार थी.

सोफे पर बैठा नमित भी जीभ बाहर निकाल कर जसलीन के बदन को घूरने लगा.
उसे देखते हुए जसलीन ने बड़ी बेशर्मी से अपनी ब्रा उतार कर उसके मुँह पर फ़ेंक दी.

अपना नंगा सीना बाबू के सामने लाते हुए जसलीन बोली- दिखा साले, कितना दम है तेरे लौड़े में, बड़ा दम है ना तुझ में?

जसलीन की चुनौती पर बाबू ने अपनी पैंट के तरफ़ इशारा करते हुए कहा- ख़ुद देख ले कुतिया, अभी पता चल जाएगा तुझे किस मर्द से पाला पड़ा है तेरा!

तब जसलीन ने नीचे बैठते हुए बाबू की पैंट निकाल दी.
बाबू का आधा खड़ा लंड देख कर जसलीन एक बार काँप उठी पर उसके अंदर की रंडी बड़ी ख़ुश हुई.
उत्सुकता से उसने तुरंत बाबू का कच्छा नीचे खिंचा तो 6 इंच का लौड़ा देख कर जसलीन के मुँह और चूत में एक साथ पानी आ गया.

जसलीन को अपना लौड़ा घूरते देख बाबू बोला- देख क्या रही है अब, इसे क्या तेरी माँ आके चूसेगी कुतिया?

बाबू जैसे मर्द का लौड़ा जसलीन ने पहली बार देखा तो वह अपने आप को रोक ना सकी, हाथों से सहलाते हुए उसने झट से बाबू का लौड़ा अपने मुँह में भर लिया.
जसलीन के मुँह की गर्मी से बाबू उन्माद में आहें भरने लगा, एक हाथ से जसलीन का सर अपने लंड पर दबाते हुए वह उसका मुँह चोदने लगा.

नमित जसलीन की नंगी जवानी और उसे बाबू का लौड़ा चूसते देख इतना गर्मा गया कि अपना लंड पैंट के ऊपर से ही सहलाने लगा.

बाबू जसलीन का मुँह चोदते हुए उसे गालियां देने लगा.
पर लंडखोर जसलीन को इस बात से कोई परेशानी नहीं हुई, वह तो अपने ही मस्ती में लंड चूसने लगी.

जैसे ही बाबू की नज़र नमित पर गयी तो गरजते हुए बोला- देख क्या रहा है चूतिये, आजा तू भी चाट इस रंडी की चूत!

बाबू के आदेश से ख़ुश होकर नमित जसलीन की तरफ़ गया और पीछे से उसने जसलीन का लहंगा नीचे खींचा.
लाल रंग की चड्डी में जसलीन की फूली हुई गांड देख कर नमित के मुँह में पानी आ गया.

जसलीन कुतिया की तरह झुक कर बाबू का लौड़ा मज़े से चूस रही थी, पीछे से नमित ने उसकी गोरी गांड सहलाते हुए जसलीन की चड्डी नीचे सरका दी.

चुदी-चुदाई चूत और गांड का छेद देख कर नमित को पता चला कि साली एक नंबर की रंडी है जसलीन!
पर उसे कौन सा जसलीन से शादी करनी थी!

मदमस्त चूत और गांड का ख़जाना देख कर नमित ने अपनी जीभ बाहर निकाली और और कुत्ते की तरह वो जसलीन की चूत चाटने लगा.
नमित के चाटने से मदहोश हो कर जसलीन एक लंबी आह भरी और अपनी गांड नमित के मुँह पर दबाने लगी.

बाबू ने आगे झुकते हुए जसलीन की चूचियाँ अपने मुट्ठी में भरते हुए आटे की तरह गूंथनी चालू की.

पर ऐसे दर्द की जसलीन को आदत भी थी और उसकी पसंद भी!
असली मर्द से अपना जवान शरीर मसलवाने में जसलीन को बड़ा मज़ा आता और आज बाबू के रूप में उसे सच एक मर्द मिला था.

बाबू भी जोर जोर से अपना लौड़ा जसलीन के मुँह में ठूंसते हुए बोला- अच्छे से चूस माँ की लोड़ी ... लगता है तेरे अम्मा ने तुझे लौड़ा चूसना नहीं सिखाया!

नमित ने भी जोश में आकर जसलीन के गांड पर ज़ोर से थप्पड़ मारते हुए कहा- साली, क्या मस्त माल है तू रंडी, आज तो पूरा पेल दूंगा तुझे!

नमित के मुँह पर गांड रगड़ते हुए जसलीन ने बाबू का लौड़ा सहलाते हुए कहा- तू क्या चोदेगा मुझे कुत्ते, चुपचाप गांड सूँघ मेरी भड़वे!

जसलीन के मुँह के गालियां सुन कर नमित को बुरा लगा पर बाबू को ऐसे ही रंडियां पसंद थी जो गाली दे दे कर चुदवा लेती थी.

काफ़ी देर तक बाबू ने जसलीन का मुँह चोदा.
जसलीन के थूक से बाबू का विशाल लौड़ा चमक रहा था.

तभी जसलीन के बाल पकड़ कर बाबू ने उसे घसीटते हुए गंदे बदबूदार बिस्तर की तरफ़ ले जाते हुए बिस्तर पर पटक दिया.

जसलीन को आदेश देते हुए बाबू बोला- झुक जा अब कुतिया, देखूँ तो कितनी आग है तेरे भोसड़े में!
बाबू के लौड़े पर फ़िदा जसलीन तुरंत झुक गयी.
उसकी गदराई हुई नंगी गांड बाबू के सामने ख़ुल चुकी थी.

जसलीन का जवान गदराया बदन देख कर बाबू ने झट से आगे बढ़ते हुए अपना लौड़ा पीछे से चूत के ऊपर दबाया.
एक हाथ से जसलीन की कमर थामते हुए बाबू ने एक तगड़ा मर्दों वाला धक्का पेल दिया.

चुदवा-चुदवा कर वैसे तो जसलीन की चूत काफ़ी ख़ुल चुकी थी पर आज तक उसने बाबू के लौड़े जितना बड़ा लंड कभी नहीं लिया था.

चूत की फाँकें चीरता हुआ बाबू का सांड़ लौड़ा अंदर घुसने लगा.
तो जसलीन दर्द से सिसकने लगी- आअ ह्ह्ह धीरे ... एएए एएएए!
आहें भरती हुई वह बाबू को रोकने लगी.

जसलीन के दर्द की चिंता किये बिना धक्के देते हुए बाबू बोला- अब बता साली, बड़ी अकड़ रही थी तू तो. अब कहाँ गयी तेरी हेकड़ी कुतिया?

बाबू के 7-8 धक्कों से ही जसलीन की आंखों में आंसू आ गए.

antarvasna

27 Mar, 18:22


लंडखोर छात्रा की गर्मी

चौकीदार ने कॉलेज गर्ल को नंगी पकड़ा

नमस्कार पाठको, आशा है आप सब कुशल मंगल होंगे और वासना से भरी इस दुनिया में हमारे कहानी के जरिये कुछ आनंद के पल जी रहे होंगे.

तो आइए, आज मैं आपको और एक नए कहानी के माध्यम से इस हवस के समंदर के गोते लगवाता हूँ.

यह स्टूडेंट सेक्स इन कॉलेज कैंपस कहानी है 48 साल के बाबू की जिसका असली नाम तो बनारसी लाल था पर सब लोग उसे बाबू के नाम से ही जानते थे.
शहर के प्रसिद्ध महाविद्यालय में बाबू पिछले 20 साल से चौकीदारी का काम किया करता है और इसी शहर में अपने परिवार के साथ डेरा जमाये बैठा है.

शाम के सात बज चुके थे और सारे शिक्षक कब के अपने घर निकल चुके थे.

महाविद्यालय का मुख्य दरवाजा बंद करके बाबू बाहर से पूरे महाविद्यालय का चक्कर लगाने के लिए निकल पड़ा.

जैसे ही बाबू पिछली दीवार की तरफ़ पहुंचा तो उसे उन घनी झाड़ियों के बीच से कुछ खुसुर-पुसुर की आवाजें सुनाई दी.

बिना आवाज़ किये जैसे वो झाड़ियों में झाँकने लगा तो सामने का दृश्य देखा तो उनकी आँखें फ़टी की फ़टी रह गयी.
एक 22-23 साल की जवान लड़की और उसी उम्र का एक लड़का बड़े ही आपत्तिजनक हाल में एक दूसरे से चिपक कर चुम्मा-चाटी कर रहे थे.

बाबू ने झट से उस लड़की पहचान लिया, वह तो इसी महाविद्यालय की छात्रा जसलीन थी.

गुस्से में बाबू धीरे से उनके पास पहुंचा और उसने एक ज़ोरदार मुक्का उस लड़के की पीठ पर मारा.
अपने ही मस्ती में खोये वो दोनों अचानक हुए शोर और हमलें से घबऱाकर भागने लगे.

जसलीन के बाल पकड़ कर बाबू ने लड़के को थप्पड़ लगाते हुए कहा- नालायको, अभी दूध के दांत नहीं निकले और ये सब हरकतें करने लगे हो? रुको अभी बताता हूँ तुम्हारे घरवालों को!

घरवालों का नाम सुनकर लड़के की तो गांड ही फ़ट गयी.
पर जसलीन अपने कपड़े ठीक करते हुए बिंदास खड़ी थी.

अपनी पैंट जैसे तैसे संभालते हुए लड़का बाबू के क़दमों पर गिर पड़ा और रोते हुए माफ़ी मांगने लगा.

जसलीन के तेवर देख़ बाबू बोला- शर्म ना आयी तुझे? कम से कम अपने घरवालों की आबरू की तो सोची होती तूने?

लड़के ने रोते-रोते कहा- माफ़ कर दो प्लीज़, आज के बाद कभी ये गलती नहीं करूँगा, एक बार माफ़ कर दो!

तब लड़के को खड़ा करते हुए बाबू बोला- बताएगा? या बुलाऊं पुलिस को?

जसलीन ने अकड़ दिखाते हुए कहा- ओये दो कौड़ी के चौकीदार, तू होता कौन है हमें रोकने वाला, मैं जो चाहे करू तू है कौन पूछने वाला?
उसके बर्ताव से बाबू का ग़ुस्सा फूट पड़ा, उसने जोर से थप्पड़ मारते हुए जसलीन के बाल पकड़े और खींचते हुए झाड़ियों से बाहर लाया.

लड़का भी घबराते हुए उनके पीछे पीछे आ गया.
जसलीन अपने आप को छुड़ाने की कोशिश करने लगी पर बाबू के सामने उसकी एक ना चली.

बाबू का गुस्से से लाल चेहरा देख कर जसलीन जान गयी कि आज बाबू उसकी सारी हेकड़ी बाहर निकाल कर दम लेगा.
थप्पड़ से लाल हुआ अपना गाल सहलाती हुई जसलीन बाबू को मायूस नजरों से देखने लगी.
तो बाबू ने और एक थप्पड़ उसके दूसरे गाल पर चिपका दिया.

थप्पड़ों से बचने के लिए जसलीन ने बाबू का हाथ पकड़ा और बोली- देख बाबू, हाथ मत उठा ... बाक़ी तुझे जो करना है कर ... पर घर तक बात नहीं जानी चाहिए!
जसलीन को नरमाई देख बाबू बोला- अब आयी ना लाइन पर, चल बता कब से चल रहा है ये सब? और ये कौन लड़का है?

डरते हुए लड़का बोला- अरे साहब, मैं तो जानता भी नहीं इसे, बस कुछ घंटे की बात हुई थी. ये लड़की ही मुझे यहाँ लेकर आयी पर मैं तो ...

सच्चाई सुनकर बाबू गुर्राते हुए बोला- साली, अब धंधा करती है तू? चल अंदर कुतिया आज तुझे असली मर्द का लौड़ा दिखाता हूँ.
बाबू जसलीन के बाल पकड़ कर लगभग उसे घसीटते हुए एक कमरे की तरफ़ ले गया.

महाविद्यालय ने ख़ास ये कमरा चौकीदारों के लिए बनाया था जो रात में पहरा देते थे.
एक पुराना सोफ़ा, छोटा सा टीवी और सामने एक मैला बिस्तर देख कर जसलीन का तो उस कमरे में जाने का भी मन नहीं हुआ.

जसलीन को सोफ़े पर धकेलते हुए बाबू ने अपनी कमीज़ उतार दी और टेबल पर रखे शराब की बोतल उठा कर गिलास में भरने लगा.

आज तक जसलीन ने सिर्फ जवान लड़कों के साथ ही मज़े किये थे पर बाबू की बलशाली छाती देख कर वो पसीना पसीना होने लगी.

ग़िलास से देसी दारु का एक लम्बा घूँट लेकर बाबू ने बची हुई दारु का गिलास जसलीन की तरफ़ बढ़ाया और बोला- गटक जा, वरना आज तेरी चीखें सारा शहर सुनेगा!

चूँकि उसे पता चल चुका था कि आज उसकी चूत पर बाबू के लौड़े का नाम लिखा है उसने बिना कोई शिकायत के गिलास अपने मुँह को लगाया.
जसलीन जैसी चालू लड़की के लिए शराब सिगरेट तो उसके लिए मामूली थी, देसी शराब की ठसक से उसके शरीर की नसें फुला दी.

जैसे ही जसलीन ने गिलास ख़ाली किया तो बाबू ने उसे पकड़ कर खड़ा किया, जसलीन के बाल पकड़ कर उसने सीधा अपना मुँह जसलीन के मुँह पर चिपका दिया.

जसलीन के जवानी से भरे जिस्म पर अपने हाथ घुमाते हुए बाबू ने कहा- चल कुतिया, कपड़े निकाल कर नंगी हो कर आ जा!

antarvasna

27 Mar, 18:20


लंडखोर छात्रा की गर्मी

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antarvasna

26 Mar, 11:45


मैंने देखा कि लंड उसकी चुत में नहीं गया, वो फिसल कर बाहर आ गया. मैं समझ गया कि बिना तेल डाले लंड उसकी चुत में नहीं जाएगा. मैं उठ कर टेबल के पास गया और उसके ऊपर रखे तेल की शीशी को लेकर मैंने उसे बेड के पास रख दिया. फिर उसमें से तेल निकाल कर उसकी चुत के ऊपर डाल दिया. अब मैंने अपने लंड को बड़ी मुँह वाली उस तेल की शीशी में अपना लंड अन्दर डाल दिया और लंड को पूरी तरह से चिकना कर लिया.

फिर मैंने अपने लंड को हाथ से पकड़ कर आतिशा की चुत के ऊपर सैट किया और सुपारे को चूत की फांकों में फंसा कर अन्दर पेल दिया. उसकी हल्की सी आह निकली लेकिन मैं रुका नहीं और इसके बाद मैंने अपने लंड को उसकी चुत में एक हल्के से झटके के साथ अपनी कमर को हिलाया. मेरे ऐसा करने पर वो जोर से चिल्ला दी.

मैं समझ गया कि अब उसकी चुत में लंड चला गया है. मैंने जब उसकी चुत को देखा तो पाया कि मेरा लंड का सुपारा पूरी तरह से बहन की चुत में चला गया है.

मैंने उसकी चूचियों को मसलने के लिए अपना हाथ बढ़ा दिया. तभी मैं कुछ सोचने लगा. मैंने तेल की शीशी से तेल निकाल कर उसके दोनों मम्मों के ऊपर थोड़ा थोड़ा करके तेल लगा दिया. उसकी चूचियां मस्त चमक उठीं.

फिर तेल को उसकी चूचियों पर फैलाया, तो उसकी चूचियों के निप्पल तन गए. अब मैंने उसकी चूचियों को मसलना शुरू कर दिया. वो मस्त होने लगी और उसने अपने हाथ फैला दिए और अंगड़ाई लेना शुरू कर दिया.

मैंने भी लंड पेलते हुए अपनी कमर को झटके के साथ हिलाना शुरू कर दिया. मेरी बहन ने भी कमर उठा कर मेरे लंड को अपनी चिकनी चूत में खाना शुरू कर दिया. मेरे हर एक झटके के साथ उसके मुँह से ‘आह आआह … औऊ ऊऊ आह्हह्ह..’ की दर्द भरी आवाज निकल रही थी.

मैंने पूछा- क्यों ज्यादा दर्द हो रहा है?
आतिशा बोली- हां, थोड़ा धीरे धीरे चोदिए.
मैंने लंड पेलते हुए पूछा- अच्छा, ये बताओ कि मेरा लंड बड़ा है कि उन दोनों का बड़ा था.
वो थोड़ी शर्मा कर थोड़ा मुस्कुरा कर बोली- आपका!

उसकी इस बात से मुझे जोश आ गया और मैंने एक जोर का झटका दे मारा. इस झटके से वो बुरी तरह से सिहर उठी. मैंने उसकी चूचियों को जोर से मसलना शुरू कर दिया.
आतिशा बोली- भाईजान, अभी आपका और कितना बाहर है.
मैंने बोला कि अभी तो आधा बाहर है.
वो बोली- भाईजान प्लीज़ जल्दी कीजिए ना … बहुत दर्द हो रहा है.
मैं बोला कि देखो … अब मैं एक जोर का झटका देने जा रहा हूँ. अगर तुम थोड़े देर के लिए बर्दाश्त कर लोगी, तो बाद में बहुत मज़ा आएगा.
वो बोली- ठीक है. आप जोर का झटका धक्का लगाइए … एक ही बार तो दर्द होगा, मैं सह लूंगी.

मैंने अपने दोनों हाथों से उसकी कमर को पकड़ लिया और एक जोर का झटका दे मारा.
वो बुरी तरह से चिल्ला उठी- आआह … अम्मी रे … मर गई … आआह आआअ ऊऊऊह … भाईजान … आप निकाल लो, बहुत दर्द हो रहा है.
मैंने कहा- थोड़ा सहन करो यार … अभी सब सैट हो जाएगा.

मैंने देखा कि अब मेरा पूरा लंड उसकी चुत में चला गया था. मैंने जोर जोर से अपनी कमर को हिलाना शुरू कर दिया. वो जोर जोर से आआह … आआह … आऊ ऊऊऊ … करके सिसकारी लेने लगी.
मैं बोला- बस और दो मिनट रुक जाओ … फिर तुमको भी मजा आएगा.
वो कुछ देर के बाद शांत हो गई.

मैं उसकी चूचियों को मसलना जारी रखा. इस तरह से मैंने उसको लगभग आधे घंटे तक चोदा. इस बीच वो दो बार झड़ चुकी थी.

जैसे ही मेरा वीर्य उसकी चुत में गिरा, मैंने उसके होंठों को चूसना शुरू कर दिया. मैंने पांच मिनट तक उसे खूब चूसा.

कुछ देर के बाद मैंने अपने लंड को निकाल दिया और वहां से दूसरे रूम में चला गया.

मेरे वहां से जाने के कुछ देर के बाद वो भी उठ कर अपने कपड़े पहन कर बाथरूम में चली गई.

वहां पेशाब करने के बाद जब बाहर आई तो मैंने पूछा- कैसा लगा अपने भाईजान से चुदवा कर?
वो मुस्कुरा कर बोली- चुदाई मस्त थी.
मैं बोला- अब जब भी तुमको जरूरत हो, तुम मुझे बता देना.

वो खुश हो गई थी. मैं भी अपने कमरे में सो गया.

इसके बाद हम दोनों भाई बहन ने पन्द्रह दिन तक खूब पेलमपाली की.

वो अब पढ़ने के लिए बाहर चली गई है. अगले महीने उसको आना है, तो अब उसकी गांड का उदघाटन करना है.

उससे मेरी बातें फोन पर होती रहती हैं, मैंने उसको कमोड पर बैठते समय अपनी गांड में उंगली करने की सलाह दी है. उसने मुझे बताया है कि अब उसकी एक साथ तीन उंगलियां गांड में जाने लगी हैं.

मुझे पूरा भरोसा है कि जब वो आएगी तो मेरा लंड अपनी गांड में बड़ी आसानी से ले लेगी.
मुझे लगता है कि आपको ये कहानी बहुत पसंद आई होगी.

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