2 lines shayri / sher

@twolinesbypk


नहीं मैं शायर कतई नहीं हूं... मेरी कांपती उंगलियों की वजह जानते हो क्या?
By- @pk_prajapat_heartless

2 lines shayri / sher

20 Jan, 23:50


वो जो गया है बेशक मुझे रूला के गया है
मगर दिल में ताउम्र जगह बना के गया है।

सजाएं सारी मेरे हिस्से आई इस खेल में
इल्जाम सारे वो मेरे सर लगा के गया है।

उसने तुरंत ही चुन ली नई जिंदगी अपनी
देखो इस कदर वो मुझे भुला के गया है।

खुली किताब था मैं, खुशमिजाज था मैं
पर मेरे किरदार को वो उलझा के गया है

खत्म हुआ हूं उस शख्स की आरजू करके
मेरी सारी ही आरजुएं वो दफना के गया है

मेरे बस में कहां था उसे जरा भी रोक लूं
बिन बताए आया वो बिना बता के गया है

2 lines shayri / sher

20 Jan, 23:45


अपने ख्यालों, ख्वाबों को असल तस्वीर बना बैठा

उसने तो कलाई थामी थी मैं ही जंजीर बना बैठा।

2 lines shayri / sher

20 Jan, 23:41


किसी के इश्क में जो शख्स ख्वाब बुनता है
अपना सब दाव पर लगा महबूब को चुनता है
जिसके लिए निकाल देता है जवानी खामोशी से
तुमने किया क्या है आखिर में उसी से सुनता है

2 lines shayri / sher

20 Jan, 23:40


ये रात का सन्नाटा काटने को दौड़ता है

जैसे दिल पर अब भी कोई बोझ सा है

2 lines shayri / sher

20 Jan, 23:30


जाने ही दो मुझ को अब अपनी जान से..

कि तंग आ गया हूँ मैं बहुत इस जहान से

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20 Jan, 23:28


दिल को तुम लाख चीखने चिल्लाने दो

उसको जब जाना ही है तो उसे जाने दो

2 lines shayri / sher

20 Jan, 23:25


वही बातें वही मुलाकाते उसको
किसी और से करता देख रहे हैं
अपने ही भीतर अब अकेले हम,
खुद ही को जैसे मरता देख रहे हैं

2 lines shayri / sher

20 Jan, 23:20


यारों! ये तो वो जवानी है ही नही,

जिसके ख़्वाब बचपन में देखे थे!

2 lines shayri / sher

20 Jan, 23:14


बस किसी उम्मीद से आ गए यहां तक हम

अब कशमकश में है जायेंगे कहां तक हम?

2 lines shayri / sher

20 Jan, 23:11


जो भी हम चाहे वो ही थोड़ी होता है?

आखिर में सबके हिस्से समझौता है!

2 lines shayri / sher

20 Jan, 22:50


सिर्फ राम को सिमरने से न होगा अब कुछ
जाने तुम्हे किस किस से गुहार लगानी होगी

तेरे पक्ष में किसी जटायु की चोंच नही खुलेगी
तुम्हे अपनी जिह्वा ही नोकदार बनानी होगी

हनुमत से कहना प्रभु की मुद्रिका ना लाए
तुम्हे राम की कमान असरदार मंगानी होगी

ये कलयुग का रावण तिनके से नही रुकेगा
हे सीते! तुम्हे ही अब तलवार चलानी होगी।

2 lines shayri / sher

20 Jan, 22:31


मुस्कुराती रहो !

2 lines shayri / sher

20 Jan, 22:31


आरजुएं सारी कैद करके आंखों में,

जिंदगी तू ही बता मैं अब क्या देखूं?

2 lines shayri / sher

20 Jan, 22:31


तुम्हारी सारी यादों को संभाल रखा है मैंने

तेरे लौट आने का वहम पाल रखा है मैंने।

2 lines shayri / sher

20 Jan, 22:28


इतना सब होने के बाद भी
तेरा होने का अरमान करता है
चेहरा अब भी दिल में है तेरा
जो आज भी परेशान करता है

2 lines shayri / sher

20 Jan, 22:27


रूठी हुई है मुझसे तो नींद भी इन दिनों

दिखती नही कोई, उम्मीद भी इन दिनों।

2 lines shayri / sher

20 Jan, 22:27


एहसान तुम पर सारे चारदीवारी में होंगे

उनकी कीमत वसूली जाएगी चौराहे पर।

2 lines shayri / sher

20 Jan, 22:25


जब किसी आंख से नमी झलकती है

मानो हसरतें कई दिल में पिघलती है।

2 lines shayri / sher

20 Jan, 22:05


"कैसे हो" का जवाब "ठीक हूं" ही दिया मैने हमेशा

इससे आगे कभी कोई सवाल पूछा नही किसी ने।

2 lines shayri / sher

20 Jan, 22:04


अब तो संभलते नही मुझसे मेरे अरमान भी,

तेरी बांहों में रुकते थे मेरे अंदर के तूफान भी

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