मगर दिल में ताउम्र जगह बना के गया है।
सजाएं सारी मेरे हिस्से आई इस खेल में
इल्जाम सारे वो मेरे सर लगा के गया है।
उसने तुरंत ही चुन ली नई जिंदगी अपनी
देखो इस कदर वो मुझे भुला के गया है।
खुली किताब था मैं, खुशमिजाज था मैं
पर मेरे किरदार को वो उलझा के गया है
खत्म हुआ हूं उस शख्स की आरजू करके
मेरी सारी ही आरजुएं वो दफना के गया है
मेरे बस में कहां था उसे जरा भी रोक लूं
बिन बताए आया वो बिना बता के गया है