आज के ज़माने की एक कहावत है... Data is the new Oil.
Data पर आपका जितना control रहेगा, आप उतने ही मजबूत रहेंगे... एक देश के तौर पर, एक समाज के तौर पर, या फिर एक Individual के तौर पर भी.
कड़वा सच यह है कि आज हमारा अधिकांश Personal, Sensitive, Business, मेडिकल, Financial, और even Confidential data भी विदेशों के Data Centers में store होता है. इस कारण उस Data पर हमारा कोई Control नहीं रहता.
उस data का मनचाहा इस्तेमाल उसे Store करने वाली कंपनी करती है. उदाहरण के लिए आपका Social Media Data और Content. आपकी पोस्ट, वीडियो, और अन्य content Facebook, Youtube, Instgram जैसी apps के पास है...... जिसे वह अपने Data Centers में रखते हैं.. जो अमूमन भारत से बाहर होता है.
उस data का वह मनचाहा इस्तेमाल करते हैं... उसे Marketing Companies को बेचना... उस data से AI/ML Model बनाना और उसका इस्तेमाल कर AI Systems बनने में करते हैं.
यूँ तो सरकार ने Data Protection act बना दिया है... जिसे DPDPA act कहते हैं...जिसमें data की सुरक्षा करने की जिम्मेदारी Data Store करने वाले वेंडर की होती है... और Data Breach करने या उसका दुरूपयोग करने पर Penalty भी लगाने का प्रावधान है.
लेकिन अभी भी सबसे बड़ी कमी यह है कि भारत में Data Centers उतनी तादात में नहीं है.. जितना data है.
अभी भारत की Data Center Capacity है 950 MW है... जो अगले 3 सालों में 2000-2100MW हो जाएगी.. क्यूंकि इस field में 50-55,000 करोड़ का investment हो रहा है.
अमेरिका की data center capacity 14,000MW है... मतलब भारत से 14 गुणा..... यूरोप की 12,000 MW है.
भारत में Data Centers के सबसे बड़े hub हैं मुंबई, चेन्नई, बैंगलोर और अब नोएडा..... आपको यह जानकार आश्चर्य होगा कि जल्दी ही नोएडा-Greater नोएडा भारत में Data Centers का सबसे बड़ा Hub बन जायेगा. यमुना Expressway पर बकायदा 100 एकड़ का Data Centers पार्क बनाया जा रहा है.
भविष्य में हमें बेहद विशाल Hyperscale Data Centers बनाने होंगे.. ख़ासकर AI के आने के बाद अब हमें Massive Level पर Data Storage और Compute Power चाहिए.
और इन सबको चलाने के लिए चाहिए असीमित मात्रा में बिजली.
उसके लिए सरकार तैयारी करके बैठी है.... Green Energy और Renewable Sources को step by step बनाया जा रहा है.. और आज देश में जितनी बिजली बनती है.. उसकी 40% Renewable Sources से बनती है... मतलब Solar, Wind आदि से.
भारत को अब Data और Energy.....इन दोनों क्षेत्रों में Innovation करके एकाधिकार करना ही होगा... तभी हम सही मायनो में विश्वगुरु बन पाएंगे.
भविष्य में जो भी देश Data और Energy के मामले में किसी दूसरे देश पर निर्भर रहेगा.. उसे कभी भी पंगु बना दिया जा सकेगा.