पीएम श्री नरेंद्र मोदी जी ने न सिर्फ़ संविधान हत्या दिवस बल्कि अनेक अन्य स्मरणीय दिवसों को राष्ट्रीय दिवस घोषित कर मान सम्मान दिया है। गुरु गोविंद साहब के साहिबज़ादों का बलिदान भारतीय इतिहास में रोमांचित कर देने वाला बलिदान है। उनके लिए कभी एक शब्द न निकला और अगर हम सम्मान दे तो वो राजनीति है? नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जिनकी वजह से देश को आज़ादी मिली उनकी प्रतिमा दिल्ली में लगाना राजनीति है? 26 नवम्बर को संविधान दिवस करना राजनीति है? विभाजन विभीषिका दिवस करना राजनीति है? अगर वो इन पर सवाल करता है तो भारत की आत्मा पर आघात करता है। चाचा नेहरू का दिवस मनाना बाल दिवस है उनका बच्चों के साथ संबंध है मगर गुरु गोविंद साहब के साहिबज़ादों का बाल दिवस से सम्बंध नहीं है, जो योग दिवस हम लाये थे उसको 170 देशों ने समर्थन किया।