कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

@kalam_se_alfaaj


बहुत जानलेवा है 😊

जान कहने वाले😊

कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

21 Oct, 18:37


Yeh meri dhadkan hai, sirf tumhare naam se dhadakti hai, 
Jo kabhi mujhpe apni jaan chhidakti thi, 
Aaj mere mehaz msg dekh kar bhadakti h,
Woh lamhe jo kabhi khushbu ban kar bikharte the, 
Aaj bhi mere seene sirf wahi yaadein, dahakti h,
Mohabbat thi kabhi jo aankhon mein chamakti thi.


#noob_writer

कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

21 Oct, 11:37


अब लगता है स्वतंत्र कर दूँ तुम्हे उस प्रेम से जो तुम्हे शायद बंधन लगता है एक अकेला कब तक निभायेगा

प्रेम तो है और रहेगा सदा पर ये रिश्ता हमारा ... शायद ना रहे ऐसा नहीं है कि प्रयास नहीं किया मैने, संभाले रखा, अपना शत प्रतिशत दिया मैने जानती हूँ

आशायें कष्ट बहुत देती हैं पर प्रेम मुझे हार नहीं मानने देता तुम हर बार पीड़ा पहुंचाते हो अपनी बातों से पर प्रेम में हूँ ना ... हर बार सब भुल कर क्षमा कर ही देती हूँ

तुम चाहते हो रहस्य ही रहे प्रेम हमारा मैं चाहती हूँ प्रेम है तो स्वीकारने में भय कैसा ना कदर ना फिकर ना भय मुझे गंवा देने का प्रेम, विश्वास और समय ही मांगा है सदा तुमसे और मिला केवल अवहेलना, तिरस्कार, व्यस्तता के बहाने ये तो प्रेम नहीं है.

ऐसा नहीं है कि कुछ दिनों के बाद सब बिसरा आगे बढ़ चलूँगी जब हो जाये विश्वास कि तुम भी प्रेम में हो आ जाना वापस सब भुला कर हृदय से लगा लूँगी


By :- कृष्णवी

कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

20 Oct, 12:34


तुम्हारे नाम के कई पत्र समर्पित किए हैं मैंने ईश्वर की चरणों में...

कभी तुम तक पहुंचें तो तुम जवाब अवश्य लिखना।

कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

19 Oct, 15:51


Har mandir mein usko manga, har dua mein uska naam ,
Har raat uski tasveer dekhta hu, jaise woh chand  main shaam .

Dil ki har dhadkan mein mehaz usi ki yaad h,
Ab main koi aur khwab kaise dekhu mere liye toh wahi Mera Chand aur wahi Mera raat h.



#noob_writer

कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

19 Oct, 01:58


एक रिक्वेस्ट करनी थी तुमसे।"

मैंने उसे धीरे से पूछा,

उसने शांत आवाज़ में जवाब दिया, "हाँ, कहो न"

मैंने कहा, "क्या तुम अपना मोबाइल नंबर बदलोगी प्लीज़?"

"क्यों?" उसकी आवाज़ में हल्की-सी चिंता झलक रही थी।

मैंने कहा, "राहुल याद है तुम्हें? कल उसकी कॉल आई थी। वो बता रहा था कि उसकी गर्लफ्रेंड अपने EX के पास वापस जाना चाहती है...
जिसने उसका इस्तेमाल करके छोड़ दिया था, उस लड़की को पलटकर भी नहीं देखा था।

तब राहुल ही था जिसने उसे संभाला, इतना प्यार दिया कि वो डिप्रेशन से बाहर आ गई। और आज देखो,
वो एक पल में राहुल को छोड़कर जा रही है,
और वो भी सिर्फ एक कॉल के बाद।"

कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

17 Oct, 05:56


Suno

रहता जमीन पर और अफसोस
आफताब से प्यार कर बैठा हूं

छाए थे सारी तरफ अंधियारे
मैं उम्मीदों का चिराग लिए बैठा हूं

बहुत फासला है हमारे दर्मियाँ
और मेरी जिद्द है में तेरा इंतजार किए बैठा हूं

Irfan...✍️

कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

16 Oct, 14:08


"धड़कन के भी कुछ उसूल हैं.,

ये हर किसी के लिए तेज नही होती"...

#Missyou_નmira

कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

15 Oct, 23:49


कौन बताता है समंदर का रास्ता नदी को ,

जिसे मंजिल का जुनून है वो मशवरा नही लेते ..!!✍🏻

#goodmorning

कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

15 Oct, 00:12


मेरे लिखे शब्दो का हूबहू अर्थ हो तुम,
खुद को तेरा न कहुँ तो मुझ बिन व्यर्थ हो तुम।


#GoodMorning❤️

कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

14 Oct, 17:56


Jab se iss naye shehar aaya hoon, 
Mera good luck jaise kahin kho gaya,
Uske jaane se bura waqt shuru hua, 
Ya bura waqt aaya isiliye woh chhod gaya,

Samajh nahi aata kaun si raat thi zyada ghaneri, 
Uska door jaana, ya meri kismat ki andheri. 
Iss sheher mein tanha sa hoon main, 
Main fir bhi sirf uska hi intezaar kr rha hoon ,
Hai umeed ki Ek din woh aayega,
Aake fir se seene se lagayega ,
Mujhe pata h main toh uss din v ro dunga
Qki woh apni muskaan se mujhko manayega .



#noob_writer

कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

13 Oct, 05:35


Suno

तेरी नाराजगी भी मेरे लिए जायज है
तुझे महफूज रखना मेरी ख्वाइश है

तेरे अपनो के दर्मियां हो रही साजिश है
इम्तेहान सख्त है ये तेरी आजमाइश है

हर पल हु मै साथ तेरे तन्हा ना समझना
तेरे बढ़ते कदम और जुल्म ओ सितम
की पेमाइश है

खौफ इस बात का है ओ मेरे हमनवा
कैद हो कर ना रह जाए तू दिखावे की
नुमाइश है

Irfan...✍️

कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

10 Oct, 06:46


Suno

बगैर तेरे एक पल भी गुजारा नही होता
हमारा होकर भी तू हमारा नही होता

नींद हमारी और ख्वाब सिर्फ तुम्हारे
पाबंद है आंखे कोई और नजारा नही
होता

ज़मीं पर चमके जुगनू आसमां पे सितारा
एक नूरानी सितारा मगर तुझसा नही होता

दाग है मेहताब मैं आसमानों पे चमकना
ये मेहताब जमीन का बस हमारा नही होता

गहराई मैं डूब चुके है तेरी यादों मैं सनम
काश ये सिसकता दिल तुझ पे हारा नही होता

समंदर भी मोजे मारता रहा जुनून ए इश्क
में, अक्सर ऐसे तूफानों का किनारा नही होता

Irfan...✍️

कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

09 Oct, 10:05


Suno

गर्दिश मैं रहा इश्क का सितारा मेरे
मैं समंदर मैं डूबता रहा इंतजार में तेरे

लिख देता कोई गीत या गजल नाम तेरे,कुछ और सोचा ही नहीं सिवाय नाम के तेरे

सिर्फ तू ही तू रहा ख्वाबों ख्यालों में मेरे,भुला बैठा हु ज़माना साकी ए उल्फत मैं तेरे

तुझे रुसवा ना करूंगा ज़माने मैं कभी,चाहे झूठी कसमें खा कर भर लू पेट मेरे

तेरे लबों का जाम पी कर झूम भी जाऊं,अंधेरे हाथो मैं लिए ढूंढू,रोशन चिराग नाम के तेरे

Irfan...✍️

कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

05 Oct, 05:50


ख्वाब में तो अकेली आ जाया करो,
.
.
हर जगह सहेली को लाना जरूरी हैं क्या☺️🙈

कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

04 Oct, 15:50


किसी शायर से कभी उसकी उदासी की
वजह पूछना
.
दर्द को इतनी ख़ुशी से सुनाएगा की प्यार
हो जायेगा ।

Own experience 🥺🥺🥺

कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

04 Oct, 15:16


ज़माना सारा चाहे मेरी जितनी गजले पढ़े

वो एक शख़्स जो,ना पड़े तो लिखना फिजूल है...!

Mohd_Husain ✍🏻

कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

03 Oct, 14:00


Jisko main raat din sochta hu,
Kya woh bhi kabhi mujhe yaad karti hogi?
Meri khamoshiyon ko samajhti hogi,
Ya bas yunhi apni duniya mein rehti hogi?

Meri har ek saans uska zikr karti hai,
Dil mein bass uski kami si rehti hai.
Par dil ye sawaal roz karta hai,
Kya woh bhi kabhi mere liye tadapti hogi?



#noob_writer

कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

02 Oct, 14:19


मुझसे दूर जाने के तेरे फैसले
कमाल के थे पर..

उससे भी कमाल था मेरा उन
फैसलों पर तेरा साथ देना...

😢💔❤️‍🔥

कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

22 Sep, 19:08


Kya aaj bhi tumhe meri yaad aati hai,
Raaton ki khamoshi tumhe rulaati hai?
Woh lamhe jo humne saath bitaye the,
Kya unki khushboo ab bhi dil ko sataati hai?

Meri khamosh nazrein jo tumko dekha karti thi,
Kya unmein chhupi baat aaj bhi tumhe samajh aati hai?
Kya aaj bhi tum mere khwabon mein chhupkar,
Dil se dil ki baatein karni aati hai?
Kya aaj bhi tumhe meri yaad aati hai.



#noob_writer

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